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तृतीय भाग )
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इस प्रकार राजीमती ने अपना भी कल्याण किया और कितने ही दूसरे जीवो का भी कल्याण किया । भगवान् नेमिनाथ ने भी मोक्ष प्राप्त किया ।
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वन्दन हो भगवान् नेमिनाथ को । अगणित वन्दना हो इस प्रेरणा- दायिनी साध्वी गजुल को !
वीर धन्ना
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धीरज विनय मति का खजाना वीर धन्ना धन्य है, जाये जहाँ संपद बढे सौभाग्यवान् अनन्य है 1
अपने विरोधी वन्धुओं की भी मदद करता रहा, सामान्य कारण या तपस्वी साधु श्रेष्ठ बना अहा !
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दक्षिण देश मे गोदावरी नदी है । उसके किनारे पौंडन नामक नगर था । उस नगर मे धनसार नाम के सेठ रहते थे । ' उनके चार लड़के थे । उनमें सब से छोटे का नाम धन्ना था ।
धन्ना बहुत भाग्यशाली था । उसके कदम-कदम मे धन था। वह जहाँ कही जाता, चैन की वशी बजने लगती ।
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