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( ३८ ) सेनानी,विभिन्न संस्थाओं के अवैतनिक पदाधिकारी, समाजसेवी एवं शिक्षा संस्थाओं के संस्थापक और दानदाता तथा समाजकल्याण कार्य में लगे विभिन्न ट्रस्टों के ट्रस्टी आदि सभी लोग चन्द्रमा के प्रभाव में माने जाते हैं। ___ मंगल स्वर्णकार (सुनार) है । अग्नि, शस्त्र, औजार आदि से धातु-कर्म करने के अर्थ को संकेतित करने वाला शब्द स्वर्णकार है । परिणामतः विभिन्न धातुओं का कार्य करने वाले सुनार, लुहार एवं ठठेरा आदि तथा शस्त्र निर्माता, मशीन एवं कलपुों को बनाने वाले, ईंटों के भट्ट, हलवाई, होटल चलाने वाले, भड़भूजे एवं शस्त्रों से आजीविका करने वाले सैनिक, शिकारी और दस्यु आदि सब मंगल के प्रभाव क्षेत्र में हैं।
बुध ब्राह्मण है । ब्राह्मण का अभिप्राय उस व्यक्ति से है, जो ब्रह्म या तत्त्व ज्ञान में पारंगत हो । अतः दार्शनिक, वैज्ञानिक शोधकर्ता, विश्वविद्यालय एवं अन्य शिक्षा संस्थाओं के सुयोग्य अध्यापक, विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ, साहित्य मर्मज्ञ, धर्मोपदेश एवं व्याख्याता आदि बुध के प्रभाव में स्वीकार किये गये हैं।
गुरु व्यापारी है। इसलिए क्रय-विक्रय करने वाले, आढ़तिया, थोक एवं फुटकर व्यापारी, शेयर मार्केट का कार्य करने वाले, बैंकर्स, फाइनेन्सरर्स और आयात-निर्यात करने वाले सभी लोग गुरु का प्रभाव व्यक्त करते हैं।
शुक्र वैश्य है। खेती, गोपालन एवं अन्य उत्पादनों में संलग्न व्यक्ति को प्राचीन काल में वैश्य कहा गया है । इसलिए खेती करने वाले, दूध और डेरी उद्योग में संलग्न व्यक्ति, विभिन्न प्रकार के लघु उद्योग को चलाने वाले, बड़े-बड़े उद्योगपति और उक्त कार्यों में लगे कर्मचारी आदि शुक्र के प्रभाव में
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