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अकति]
(४५)
[अकम्मभूम
अनवा; नरेनछाव्या नथी ते. अखंड | अकम्म. न.(अकर्मन्) भनी समाय; माश्रय कान वाला; जिसने कान नहीं छिदाये हैं वह. | निरोध. कर्मों का अभाव; आश्रव का निरोध. Having unperforated ears;hav- Absence of Karina ( action ); ing ears not perforated.निसी०१४,६; checking of Asrava.भग०३, ३; १७, अकति. त्रि. (अकति-न कति न संख्याता २; (२) त्रिभरहित. कर्म रहित. free इत्यकति) संध्यामां-गरात्रीमा न आवे from actions. "अस्थिणं भंते! अकम्मस्स तेरा; असंभ्या अनंत.असंख्य; अगणित; गई पण्णायह हंता अत्थि" भग. ७, १; अनन्त. Innumerable; infinite. प्राया. १, ५, ६, १६६; प्रव० ११३२; ठा० १, ३,-संचिय. पुं० (-सञ्चित) सूय. १, १, २, १५; એક સમયે અસંખ્યાતા-અનંતા ઉત્પન્ન થતા
प्रकम्मश्रो. श्र० (अकर्मतस् ) भविना. 4. एक समय में असंख्यात-अनन्त उत्पन्न
कर्मबिना. Without Karma ( acहोने वाले जीव. innumerable lives
tion). "णो अकम्मो विभत्तिभावं परिणcoming into existence simul
मई" भग० १२, २ taneously. ठा० १, ३; भग० २०, १; अकप्प. पु. (प्रकल्प) ये नहि त अकम्मंस. पुं० (अकर्माश न विद्यते कर्माशोખપે નહિ તેવું; અયોગ્ય; સાધુને ગ્રહણ
यस्य सः) २॥ २हित. कर्मरज रहित. ७२वा योय नहि. अयोग्य; साधु के न ग्रहण
Free from even the slightest करने योग्य. Unacceptable; im
Karma. “ अप्पत्ति भकम्मंसे एयमई proper for a Sādhu." *8*14*
मिगे चुए " सूय० १, १, २, १२; प्रकप्पो गिहिभायणं" दस० ५, ८; सम०
ठा० ५, ३; (२) धाता हित सात १८; पिं० नि० १८६; आव० ४, ८; पंचा०
विशेष; वणी. घातीकर्म रहित स्नातक
विशेषः केवली.aSnataka abstaining १२, १४, प्रव० २७८२०
from actions which destroy the अकप्पठिय. पुं० (अकल्पस्थित) अयेसा દશ પ્રકારના ક૫-મર્યાદા રહિત; વચ્ચેના ૨૨
spiritual qualities of the soul; तीये ना साधु.अचेलकादि दश प्रकार के कल्प
a Kevali. भग० २५, ६; रहित;बीच के २२ तीर्थकरों के साधु.Having
अकम्मकारि. त्रि० (अकर्मकारिन् ) अयोग्य no restrictions of ten kinds as
आम ३२ना२. अयोग्य कार्य करने वाला. regards nakedness etc; disciples
A doer of an improper action. of the 22 intermediate Tirthan- पण्ह० १, २, ___karas. वेय. ४, १४;
अकम्मभूम.पुं० (अकार्मभौम) असि,मसामने अकप्पिय, त्रि. (अकल्पिक) अयोग्य; કસી તલવાર, કલમ અને ખેતી ) એ ત્રણ अपनी-मनेषणीय. अयोग्य; अकल्पनीक; પ્રકારના કર્મવ્યાપાર વિના કલ્પવૃક્ષ ઉપર अनेषणीय. Improper; not preserib- આધાર રાખી જીવનનિર્વાહ કરનાર જુગલિયા. ed; unacceptable. “अकप्पियं ण असि, मसी और कृषि (तलवार, कलम और इन्छिज्जा पडिगाहेज्ज कप्पियं" दस०६, ४८; खेती ) रूप कर्मव्यापर के बिना कल्पवृक्षों के ५, १,४१; ४३, ४८;
आधार से जीवन निर्वाह करने वाला; जुगलिया.
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