Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

View full book text
Previous | Next

Page 544
________________ असम्भ ] (४६४) [असमत्त असम्भ.त्रि० ( असभ्य ) असभ्य; विवे४२हित. असब्भावणा. स्त्री. (असद्भावना ) असत्य असभ्य; विवेक शून्य. Impolite. ओव० भावना. असत्य-ठी आवना. Medita-वयण. न० (-वचन) असभ्य वयन; tion on an unreal thing. विव२हित पाय; दुर्वयन. असभ्य वचन; भग. १५, १; दुवचन; खराब वचन. impolite words. असब्भूय. न० (श्रसद्भूत-म सद्भूतमसद्" असम्भवयणेहिं य कलुणाविवन्नछंदा'' | भूतम् ) असत्य; Y४. असत्य; मठ. Unदस० ८, २, ६, २, ८; truth; falsehood. भग० ५, ४, ६; असम्भाव. त्रि. (असद्भाव ) सासु असमंजस. त्रि. (असमञ्जस ) मसंगत મની પેઠે અસદ્ભાવ-પદાર્થ; ન બનેલ બનાવ. अवटित; शासन. असंगत; अघटित. श्राकाश कुसुम के समान पदार्थ के अस्तित्व का Unbecoming; improper; unअभाव. A non-existing thing, e.g. graceful. उत्त० ४, ११; पाया० १, ६, १, a sky-flower. जीवा० ३, १; ओव० ४१; १७२; गच्छा० ७३;-चेट्ठिय.न० (-चेष्टित) श्रणुजो० १५१; क. प०५, २४;-उडभा અઘટિત ચેષ્ટા કરવી તે પ્રાણીને વધ આદિ. वणा. स्त्री० (-उद्भावना ) सत् पार्थनु अयोग्य चेष्टा का करना; प्राणी का वध आदि. प्रतिपादन ४२गुंते. असत् पदार्थ का प्रतिपादन improper action, e. g. killing करना. act of propounding false, etc. पंचा० १, ४८; non-existing things. नाया० १२; भग०६, ३३;-ठवणा. स्त्री० (-स्थापना) ते असमण. पुं० (अश्रमण ) असाधु; साधु આકાર ન હોય છતાં તેમાં તેની સ્થાપના नलि. असाधु; साधुत्व का अभाव. One, not a Sadhu. " गंतुं ताय पुणो गच्छे, ण य કરવી તે; જેમ લાકડીનો છેડે બનાવવો तेणासमणो सिया " सूय० १, ३, २, ७; धोनी ४८५ना ७२वी ते. वह श्राकार न होने पर भी उसमें उसकी स्थापना करना, जैस --पाउग्ग. त्रि० (-प्रायोग्य) साधुने सायलकड़ी का घोड़ा बनाना अथवा लकड़ी के डंडे २वा योग्य नहि. साधु के आचरण न करने योग्य. unworthy of practice for में घोड़े की कल्पना करना. imagining a thing to be that which it is an ascetic. निसी० ८, १; not, e. g. to imagine a stick to असमणुन. त्रि. (असमनोज्ञ) मनिष्ट. be a horse. अणुजो० १५१,-पजव. अनिष्ट; हानिकारक. Evil. ठा० ४, १; (२) पुं० (-पर्यव) ५२ पर्यायनी अपेक्षा अस शायाह 3१३ पाडी. शाक्यादि ३६३ २५ पर्याय. पर पर्याय की अपेक्षा से असद् qrest. the 363 heretics like रूप-नास्तिरूप पर्याय. false from the Sakya etc. आया० १, ६, १, २, standpoint of the higher form | असमत्त. त्रि. (असमाप्त) अपूर्ण अपर्याप्त. of modification. भग० १२, १० मधुरं. अपूर्ण; अपर्याप्त; अधूरा. Incom -पठवणा. स्त्री. (-प्रस्थापना) असत् । plete. क. गं० ५, ५४; क. प०१, १५; अर्थनी ४६५ना. असत् अर्थ की कल्पना. ६६; प्रव० ६२६; (२) असमान विधि. imagining a false, non-existent अधूरी विधि. incomplete ceremony. meaning or thing. भग० ११, १०; वव०४, ११; पंचा० ११, २७;-कप्प. पुं० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591