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[अस्थिकाय
१;६१०; २, १; ३, २, ५, ६; १८, ३; दस | ous of ; covetous of. ओव० ३२; ५, २, २७, १०, १, ७; अणुजो० ८०; सू. अत्थि. पुं० (अस्थिक) मसी पाणु क्ष. प० २०; नाया. १; २; ८; १४; १६; (२) विशेष; अगत्थियार्नु 3. बहुबीज वाला वृक्ष૬ધર્માસ્તિકાય આદિના પ્રદેશ–સૂક્ષ્મ विशेष. A kind of tree with many संश. धर्मास्तिकाय आदि का प्रदेश. atomic seeds. ( २ ) न० ते उन ५८. बहुबीज portions of Dharmāstikāya etc. वाले वृक्ष का फल. a fruit of the above(૩) પજવણુ સત્રના ત્રીજા પદના એકવીસ- said tree. दस० ५, १, ७३; जीवा० १; મા દ્વારનું નામ, જેમાં ધર્માસ્તિકાય આદિ पन० १; भग० २२, ३, ७ द्रव्यर्नु मात्र व्युं छे. पन्नवणा श्रथिउद्देसय. पुं० ( अस्त्युद्देशक ) भगवती सूत्र के तीसरे पद के २१ वें द्वार का नाम, સૂત્રના ૨૦ મા શતકના બીજા ઉદ્દેશાનું નામ. जिसमें धर्मास्तिकायादि छः द्रव्यों का अल्पा- भगवती सूत्र के २० वे शतक के दूसरे उद्देशे बहुत्व दिखाया गया है. name of the का नाम. Name of the second Uddtwenty-first Dvāra of the third eśā of the twentieth Sataka Pada of Pannavaņā dealing of Bhagavati Sutra. भग. २०,२; with the six substances such as अस्थिकाय. पु. ( अस्तिकाय ) घारितय
Dharamāstikāya eto. qrao ; मादि पान्य द्रव्य; अस्ति-प्रश, 14-सभूलअस्थि. त्रि. ( अर्थिन् ) पनि श्रीमंत. પ્રદેશના સમૂહપ કાળ શિવાયના પાંચ દ્રવ્ય,
धनवान. A wealthy man.पंचा० १०,२६ तेमा यार स सने १. धर्मास्तिकाय (४) सूत्र ने मर्थन जना२ शुरु. आदि पांच द्रव्य; अस्ति-प्रदेश, काय-समूह सूत्र और नर्थ को जानने वाला गुरु. ( one ) प्रदश के समूहरूप काल द्रव्य के सिवाय अन्य knowing a Sūtra and its mean- पांच द्रव्य, जिनमें चार अजीव और एक ing; e. g.npreceptor. विशे० १४४६; 17 &, One of the five embodied अत्थि. न० (अस्थि) . हती. The bone. substances viz Dharma, Adhaप्रव० १३८४;-खंड. न० (-खण्ड) जाने। rma, Akasha, Pudgala and ४४. हही का टुकड़ा. a piece of bone.
Jiva. " चत्तारि अधिकाया अजीवकाया प्रव० १३८४; -मिज्ज. न० (-मज्जा ) पन्नत्ता. तंजहा-धम्मत्थिकाए अधम्मत्यिकाए
उनी भिलाहट्टी की मजा. the marrow अागासस्थिकाए पोग्गलस्थिकाए' ठा० ४, of the bones. दसा. १०, ८;
४; सूय. २, ३, २३; पन्न० १५; सम० ५; पाथिभ. त्रि० ( भास्तिक ) 04, २५804,२वर्ग, भग० २, १; १०, ७, ६; २५, ४;-धम्म. न२४, भाक्ष माहिने मानवाया। मास्ति पुं० (-धर्म ) अस्तिय५ ध; गतिमा जीव, अजीव ,स्वर्ग,नरक, मोक्ष प्रादि का अस्तित्व સહાય કરનાર ધર્માસ્તિકાય૫ દ્રવ્યધર્મ. मानने वाला; आस्तिक. (One) believing अस्तिकाय रूप धर्म; गति में सहायता करने in the existence of soul, heaven, वाला धर्मास्तिकाय रूप द्रव्यधर्म. a. subhell, absolution etc. ठा० ४, ४ stance which is the medium of अस्थिश्र. त्रि. (अर्थिक ) irj; अर्थी; motion to soul and matter. सास. इच्छा बाला अर्थी; लालची. Desir-| ठा० १०; प्रव० ६७४;
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