Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 473
________________ अरिता ] [ अरिहंत आता. स्त्री० ( प्ररिता) हुस्भनावट; शत्रुभाव | अरिह. त्रि० ( श्रर्ह ) योग्य; साय. योग्य; दुश्मनी, शत्रुता. Enmity; hostility. भग० १२, ७; लायक. Deserving; ft; worthy. नाया० ८ श्र० २०; भग०३, १; सु० च० १, ३५६, ( २ ) आयार्य मांहिनी पहवी योग्य; पूज्य आचार्य आदि की पदवीयोग्य; पूज्य possessing the qualities of a preceptor सम० ८; नाया ० ५; पंचा० १५, प्रव० १३५; अरिह. पुं० ( अर्घ ) भूल्य; हिम्मत मूल्य; कीमत. Price; cost; value. राय ० ८०; अरिहंत पुं० ( ईत्-भर्हन्ति सिद्धिसौधशि खरारोहणं चेत्यन्तः ) मोक्ष नवाने लायक; तीर्थ५२; ईत् भगवान् मोक्ष जाने के योग्य; तीर्थकर, श्रईत् भगवान्. One worthy of final liberation; a Tirthankara. " अरिहंति वंदनमंसणासि अरिहंति पूयसक्कारं सिद्धिगमणं च भरिहा तेरा घुषंति जं० प० भग० १, १, ३, १, १८, ७ २५, ७; नाया० १; ८; १६; पन० १ ० ३४; अगुजो० ४२; दस० ६, ४, २ कप्प० १, १६ आव ० १ २; प्रव० ४; अरिहंत पुं० (अरिहन्तु श्ररीनष्टकर्माणि इन्तीत्यरिहन्ता ) रूपी दुश्मनने भारनार; अरिहंत भगवान् कर्मरूपी दुश्मनों को मारने वाला; अरिहंत भगवान्. Destroyer of enemies in the form of Karmas; Arihanta. ओव० १२; भग० १, १; अणुजो • १३१; नाया० १६; दसा० १, १ - चेइय. पुं० न० (-चैत्य ) अस्ति संबंधी य स्मार सिन्हु-साधु, साधुना देष, थुभ - स्तूप वगेरे. अरिहंत सम्बन्धी कोई भी स्मारक चिन्हसाधु साधु का वेष और स्तूप आदिक. any of the marks by which an Arihanta is brought to mind, e. g. an ascetic, the garments of an ascetic oto: आरेवमण. पुं० (अरिदमन ) श्रीऋ । महेस्वाभीना सीतेरमा पुत्रतुंनाभ. श्री ऋषभदेव स्वामी के ७० वें पुत्र का नाम Name of the seventieth son of Sri Risabhadeva Svāmī. कप्प० ७; ( २ ) वसंतपुरनो येऊ राज्य, हे लेनी राजी भोर अभयदान मायुं तुं वसन्तपुर का एक राजा, जिसकी रानी ने चोर को अभय दान दिया था. an ancient king of Vasantapura whose queen had given an assurance of safety to a thief सूय० टी० १, ६, २३ ( ३६३ ) भारस. न० अर्शस् ) रस; ना भसा; मे लतने रोग. बवासीर; मस्स की व्याधि. Piles; hemorrhoids. जीवा० ३, ३३ भग० ३, ७; नाया० १३; जं० प० २, २४; शोध० नि० भा० १८४; अरिसा. बो० (अर्शस् ) रस; अन रोग. मस्से का रोग Piles; hemorrh oids. प्रव० १३६०; अरिसिल्ल. त्रि० (शीवत्) बरसना रोगवाओ. बवासीर की बीमारी वाला. ( Oue ) suffering from piles विवा० ७; V अरिह. धा० I. (ई) योग्य मनवुः साय पुं; पूज्य थयुं. योग्य बनना; लायक होना; पूज्य होना. To deserve; to be deserving of worship. अरि-ति. सू० १, ३, २, ७, दस० ८, २०; भग० २५, ७; श्ररिहर आया० १, ३, २, ११३; अरिहसि भग० १५., १; ५० Jain Education International For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

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