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अलंभित्ता ]
रुचक पर्वत पर रहने वाली आठ दिशाकुमारियों में से पहिली दिशाकुमारी. 'The first of the eight Disākumārīs residing on Uttara Ruchaka mountain. जं० प०५, ११४०
( ३६६ )
अलंभित्ता. सं० कृ० ० ( अलब्ध्वा ) नयाभीने; भेजव्या पर बिना पाये; बिना प्राप्त क्रिये. Without getting; without having obtained. ठा० ३, २; अलंभाग समत्थ. त्रि० ( प्रलंभोग समर्थ ) ભોગ ભોગવવાને પુરતી રીતે સમર્થ થયેલ; भर पानीमां आवेल. भोग भोगने में पूर्ण रीति से समर्थ. Fully capable of worldly enjoyments; in the full spring of life. श्रोव • अलकापुरी. स्त्री. ( अलकापुरी ) सङि शास्त्र प्रमाणे भेरी नगरी लौकिक शास्त्र के धनुसार कुबेर की नगरी. The city belonging to Kubera according to popular mythology. जं० प०
३, ४१;
लक्क पुं० ( लर्क ) वाराणुसी नगरीनो राज्न वाराणसी नगरी का राजा A king of the city of Varanasi. अंत• ६,
१६;
लक्ख. पुं० ( चलद ) अंतगड सूत्रना छठ्ठा वर्गना सोजमा अध्ययनतुं नाभं. अन्तगड सूत्र के छठे वर्ग के सोलहवें अध्याय का नाम. The sixteenth chapter of the sixth section of Antagada Sūtra. अंत ६,१६; (२) महावीरस्वामीना समयमां अशीपारसी (वार खुसी) नगरीनो मे राम, કે જેણે મેટા પુત્રને ૨ ન્યૂ સોપી મહાવીર સ્વામી ૫ સે દીક્ષા લીધી; અગીયાર અંગને અભ્યાસ કરી, ઘણા વરસની પ્રવજ્યા પાળી, વિપુલ પર્વત ઉપર સથારે કરી સિદ્ધિ મેળવી.
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[ अलत्तश्रय
महावीर स्वामी के समय का काशी (वाराण(सी) नगरी का एक राजा, जिसने अपने बड़े पुत्र को राज्य दे, महावीर स्वामी से दीक्षा ती और ग्यारह अंगों का अभ्यासकर बहुत वर्षो तक दीक्षा का पालन किया, तथा अन्त में विपुल पर्वत के ऊपर संथाराकर सिद्धि प्राप्त की. a king of Benares contem porary with Mahavira Svami, who resigned his kingdom in favour of his eldest son, took Dikṣa from Mahavira, studied eleven Angas, practised asceticism for many years performed Santhara on Vipula mount and became Siddha. अंत• ६, १६; अलक्खण न० ( श्रलक्षण ) अपलक्षणु.
कुलक्षण; खराब चिन्ह. A bad sign; a bad habit. ( २ ) त्रि० सारां लक्ष रति श्रच्छे लक्षणों से रहित devoid of good signs. नाया० २: अलक्खण्या. स्त्री० (अलक्षणता ) असमंजस लापशुः यद्वा तद्राभोस ते. असमञ्जस भाषण; यद्वा तद्वा बोलना. Reckless, wanton speech. विशे० ३४७;
"
लगापुरी. स्त्री० ( अलकापुरी ) लुखो "अलकापुरी ०६. देखो "अलकापुरी" शब्द. Vide "अलकापुरी". अं० १; अलग्ग. त्रि ( अलग्न ) असं न सागेल. न लगा हुआ; असम्बद्ध. Unconnected;
not joined together. पंचा० ३ २१; अलत्त. पुं० ( अलक्त ) साक्षा रस; असते.
लाख का रस; लाक्षारस. Lac; a darkred_transparent substance. निर० ३, ४,
लत्तय पुं० ( अलक्तक ) असतो. ज्ञाख. Lac; a dark-red trans
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