Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 536
________________ असंदिद्धा] (४५६ ) [ असंबुद्ध असंदिद्धा. स्त्री० (असन्दिग्धा) शं२हित २५८ ओव० २२; नाया० १; १८; भग० ३, भाषा. शंका रहित स्फुट भाषा. Clear २, ८, ६, ७, १४, १; (3) स्त्री माहिना speech devoid of doubt. दस०८,४६; સંગમ થયા પહેલાની કામની દશા; સ્ત્રીનું असंदीण. त्रि० (असन्दीन) ५६२ हिवस सुधा चिन्तन-भर पोरे. स्त्रीसङ्गम होने के पूर्व જળમાં મુસાફરી કરવી પડે એટલા છેટાનું की कामदशा; स्त्री का चिन्तवन आदि. स्थान; सिंहदीय माहि. इतनी दूरी का mental condition of a lustful स्थान, जिसके लिये पन्द्रह दिनों तक जल में person before the actual fruition यात्रा करना पड़े; सिंहलद्वीप वगैरह. (A of desire, e.g. meditating upon place ) requiring fifteen days' a woman etc. प्रव० १०७७; voyage to reach; Simhala | असंपहिह. त्रि.(असम्प्रहष्ट)ीगनधिDvipa etc. आया० १, ६, ३, १८७; २वामा ह रना. दूसरे को धिकार देने में (૨) સમુદ્રની વેળ ચયે પણ પાણીમાં हर्ष न करने वाला. Not rejoicing in दुस नहि तेव। ६५. समुद्र की भर्ती-चढ़ाव hating others. "प्रवग्गमणे प्रसंपहिहो के समय भी पानी में न डूबने वाला द्वीप. जे स भिक्खू " उत्त० १५, ३, ( island ) not covered under असंपुडिय. त्रि. (असम्पुटित ) ५२२५२ न water even by the waters of भणेस; मुटुं. परस्पर न मिला हुआ; खुला the tide. जं० प० हुआ. Not mutually attached or असंपभोग. पुं० ( असम्प्रयोग ) विप्रयोग; _joined. नाया. १; २; योगसंयोगनी अभाव. संयोग का अभाव; वियोग. Separation; absence असंपुगण. त्रि० (असम्पूर्ण) अपूर्ण; सम्पूर्ण of union. भग० २५, ७; नहि. अपूर्ण; अधूरा. Inconmplete; असंपगह. पुं० (असम्प्रग्रह-समन्तात् प्रकर्षण imperfect. नाया० १; भग० २५, ७; जात्यादिप्रकृतलक्षणेन ग्रहणमात्मनोऽवधारणं प्रव० ५३५; पंचा० १४, ४८ सम्प्रग्रहः, तदभावोऽसम्प्रग्रहः ) नति असंबद्ध. त्रि. (मसम्बर ) सम्मान्धरहित; माहिना महतो अभाव. जाति आदि के मद શબ્દાદિ ભોગમાં સમ્બન્ધ વિનાને પરિગ્રહ का अभाव. Absence of pride of सामिां अभूत. सम्बन्ध रहित; शन्दादि caste etc. Jos; भोग में बिना सम्बन्ध वाला; परिग्रहादिक में असंपगहिय. त्रि. (मसंप्रगृहीत) मान-मह मूर्छा रहित. Not connected; not रहित. मान रहित. Free from pride attached to worldly possessions or conceit. दसा० ४, १२, १३, १४; । and pleasures. " मुहाजीवी असंबद्धो, असंपत्त. त्रि. (मसम्प्राप्त ) असंशज-सामेल हविजा जगहिस्सिए" दस० ८, २४; भग. नहि वसनलि. न लगा हुआ; न मिला १२, ६; विशे० २०८; हुआ. Notjoined or attached.राय | भसंबुद्ध. त्रि. (असम्बुद्ध) अ-हि सम्मु६३; (२) प्राप्त नडियोस न पहायेस. સમજણવાળા તત્વવેત્તા નહિ; સમજણ अप्राप्त; न पहुँचा हुआ. not obtain- वाज नहि धारी. समझ रहित; ज्ञान ed; not reached. पन्न. १; १६; रहित; तत्वों को न जानने वाला. One Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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