Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 477
________________ अरूष ] रूव त्रि० (श्ररूप- न विद्यते रूपं यस्यासावरूपः रूपरहित; वरहित. रूप रहित; वर्ण रहित. Formless; colourless भग० ७, १०; - काय. पुं० (- काय ) धर्मास्तिमाय, अधસ્તિકાય, આકાશાસ્તિકાય અને જીવાસ્તિ4. धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशास्तिकाय और जीवास्तिकाय. the four | substances viz Dharmastikāya, Adharmāstikāya, Akāśāstikaya and Jivāstikāya. भग० ७, १०; रूवि. त्रि० ( अरूपिन्- रूपं मूर्त्तिर्वर्णादिमत्वं तन्नास्ति यस्येत्यरूपी) रूपरहित; रूप वगरनुं. अमूर्त रूप रहित; अरूपी Formless; colourless. उत्त० ३६, ४, ६५; ठा० २, १, ४, १; भग० २, १०; ७, ७, ११, १०; १३, ७, १६, ८, १७, २ आया० १, ५, ६, १७०; - श्रजीव. त्रि० (- श्रजीव ) धर्मास्तिडाय यदि यार व द्रव्य धर्मास्तिकाय आदि चार अजीव द्रव्य the four material substances viz Dharmastikäya etc. भग० १०, १, ११, १० - श्रजीवदव्व. न० ( - अजीवद्रव्य ) अरूपी व पार्थः ધર્મ, અધર્મ, આકાશ અને કાળ એ ચારદ્રવ્ય. रूप रहित अजीव पदार्थ, धर्म, अधर्म, आकाश और काल ये चार द्रव्य. the four formless material substances viz Dharma, Adharma, Kala and Akāśa. भग• २५, २; - जीवपण्णवरणा. स्त्री० (-अजीवप्रज्ञापना ) रूपी अलवनी परूपणा-निरूपण. रूप रहित श्रजीव पदार्थों का निरूपण. explanation of the formless material substances. पक्ष० १; --- काय. पुं० (-काय) लुभे। “अरूवकाय" ६. देखो अरूवकाय शब्द. vide (c 17 श्ररूवकाय. भग० ७, १०; << Jain Education International ( ३१७ ) 33 For Private [ अलंकार श्ररोग. त्रि ० ( श्ररोग ) पीडारहित; रोगरहित. पीडा रहित; रोग रहित; नीरोग. Free from disease or pain. भग० १८, १; अरोगि. त्रि० (अरोगिन् ) । 'रोग' श^६. देखो" अरोग " शब्द. Vide "श्ररोग. "दस ० ६, ६१; पिं० नि० ४१३; निसी० ९३, ३५० श्ररोग्ग. त्रि० ( श्ररोग ) "अरोग' श६. देखो " रोग " शब्द. Vide " अरोग. आया० २, १५, १७६; अरोय-ए-माण. व० कृ० त्रि० (अरोचयत्) न यवत नहीं रुचता हुआ. Not pleasing. भग० ३, १, ६, ३३; नाया० १५; १६; ल. त्रि० ( अल ) ष्ट अवामी समर्थ. इष्ट कार्य करने में समर्थ. One able to perform a desired work. आया• २, ५, १, ૧૪૭, ( ૨ ) અલાદેવીનું सिंहासन लादेवी का सिंहासन. the throne of Aladevi नाया • ६० ३; अलं अ० (अलम् ) परिपूर्ग पर्याप्त परिपूर्ण; पर्याप्त Full full of perfection. भत्त० ५; पंचा० ६, ५०; श्राया० १, ३, २, १११; १, ७, ५, २१६; (२) समर्थ. समर्थ. able; capable. दस० ७, २७, ८, ६२; भग० ११, ११; १५, १; नाया० १ ८ १४; १६; निसी० १४, ७; उत्त० ६, ३; ( 3 ) प्रतिषेध; निषेध; ना२. प्रतिषेध; निषेध; नामंजूर. an indeclinable showing prohibition; no more. सूय० नि० टी ० २, ७, २०४; ( ४ ) अति; धं स्मृत्यन्त. बहुत; अत्यंत enough; too much. ओव• अलंकरण. त्रि० ( अलङ्करण ) शोला २५. शोभाकारक. Adorning; beautifying; embellishing. कप्प० ३, ३६; अलंकार. पुं० ( अलङ्कार ) आभूषण; देशाકાર, માળાલંકાર, વસ્ત્રાલંકાર અને આભરણા Personal Use Only www.jainelibrary.org

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