Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 507
________________ भवहाय ] (४२७) [ वहीय अवहाय. सं० कृ० अ० ( अपहाय ) तने (२) भा. मर्यादा; हद्द. limit. सु. छोडीने. छोड़ करके; त्याग करके. Having च० ३, ५५; abandoned. भग०६, ७, १३, ६, १५, अवहि. त्रि. (श्रवस्त) नियभित; यस १3०प० २, १८; रामेस. नियमित; निश्चित किया हुआ. अवहाय. सं० कृ० अ० (अपहृत्य ) अ५४२९५ Settled; fixed. विशे० २६३२; शन; Sपारी सधने. अपहरण करके; चुरा | अवहिश्र त्रि० (अव्यथित)तुं मन हीन करके. Having carried away; नथी ते. जिसका मन दीन न हो वह. Of ___ having taken away. अगजो० १३९; unafflicted mind. दस० ८, २७; अवहार. पुं० (अपहार ) गभर्नु ५९२९५ १२ ते. गर्भ का अपहरण करना. Act of अवहि. त्रि. ( अपहृत) मामिला removing an embryo by caus- अयामेस. श्राकर्षित; खींचा हुआ. Drawn; ing miscarriage etc. भग० / attracted. उत्त• ३२, ८६; (२) अपार १८, ४, २१, १; २३, १; ३१, १; ३५ १; अरेस; स सीधेस. चुराया हुश्रा या छीना ४१, १; प्रव० १०४०; (२)यारी; ७२६४. हुआ. taken away; removed; चोरी; हरण. theft. परह. १, ३; (४)। robbed. प्रव० १.३७, नाया• १६; सयर प्राविशेष. एक प्रकार का जलचर अवहिठ. नं. (*अवहिठ-अवदृष्ट) भयुन प्राणी. a kind of aquatic animal. | स्त्रीपुरुषसमागम. मैथुन; स्त्रीपुरुषसमागम. परह. १, २, सूय० १, ६, १०; Sexual intercourse. प्रवहारण. न. (अवधारण ) सधारण १२ते; निश्चय २३ ते. निश्चय करना. *अवहित्तए. हे. कृ. अ. (चालयितुम् ) यावाने. चलाने को. In order to Deciding; determining. विशे० | २५६; १८७ _cause to move. नाया० १४; अवहारवं. त्रि. (अवधारवत् ) मरा२०४ अपहिय. त्रि. (अवहित ) हेस. कहा हुआ. पागनिश्चयवान. निश्चयवान् ; दृढ.(One) Said; related. पन्न० १५; who has made a determina- अवहियमण. ति० (अवहितमनस्) सावधान; tion or decision; determined. शान्त. सावधान, शान्त. Attentive; ठा० १०; calm. सु. च० १, १०४ प्रवहि. पुं० (अवधि-अव-अधो विस्तृतं वस्तु अपहिरिय. त्रि० (अपहृत)अ५४२ धीयते परिच्छिद्यतेऽनेनेत्यवधिः, रेक्षा यद्वा सीधेय. चुराया हुआ; लूटा हुआ. अवधिर्मर्यादा वरिष्वेव वस्तुषु द्रव्ये बु | Snatched; robbed. भग० ११, १; परिच्छेदकतया प्रवृत्तिरूपतया तदुपलक्षितं । १२, २, ३५, १; मानमप्यवधिः ) अधिज्ञान; पांय ज्ञानभानु | श्रीगु ज्ञान. अवधि ज्ञान; पांच ज्ञानों में से | अवहीय. न. (भपधीक ) भुद्धिया तीसरा ज्ञान. The third of the five मोसायर्युवमन. तुच्छ बुद्धि से कहा हुआ वचन. kinds of knowledge; visual Speech proceeding from mean knowledge. क. गं. ४,१४, पन. २८ | motives. परह. १,२७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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