Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 520
________________ अविल ] (४४०) [अविसारथ-य अविल. न. ( प्राविल ) १२५२७; 31j volving its parts in mutual con भनीन. अस्वच्छ; मलिन. Not clear; | tradiction. ओव० ३४ turbid. जावा. ३, ४; | अविसंवाइ. त्रि. (अविसंवादिन् ) विसंवाही अविलंबिय. त्रि. (अविलम्बित ) विस- | नदि; यथार्थनडि. विसंवाद-बकवाद न करने २हित; नारी. विलम्ब रहित; फुर्तीला; वाला; अयथार्थता रहित. Not inconsisउतावला. Bearing no delay; hasty. / tent; not incongruous. पण्ह ० २, २; नाया. १; भग० ७, १; ११, ११; पण्ह० २, | अविसंवादणजोग. पुं० (अविसंवादनयोग) १; कप्प. १, ५, યથાર્થ બોલવું; બાલીને ફરી ન જવું अविला. स्त्री० ( अवी) घेटी; 13२. भेड़. भने यथार्थ प्रवृत्ति ४२वी ते. यथार्थ कहना Aewe. पिं० नि० भा० ५०; पिं० नि० १६४; | और चलना-कहकर बदल न जाना. Consisअविवश्चास. त्रि. (अविपर्यास ) विपर्यास- tency in speech and action. ठा० विपरीतारहित. विपरीतता राहेत. Free | ४, १; भग० ८, ६; from a contrary state of things. अविसंवादि. त्रि० (अविसंवादिन् ) गुमा उत्त० २६, २०; भग० ३, ६; ___ " अविसंवाइ" श६. देखो “ अविसंवाइ" अविवजय. पुं० (अविपर्यय)विपरीत सुधिन शब्द. Vide — अविसंवाइ.' पण्ह ० २, २; २५माच. विपरीत बुद्धि का अभाव. Absenco | अविसंवायणाजोग. पुं०( अविसंवादनायोग) of a contrary inclination of भुया ‘अविसंवादणजोग ' '६. देखो the intellect. (२)तत्वना मध्यवसाय 'अविसंवादणजोग' शब्द. Vide अविसंरू.५ समरित. तत्त्व का अध्यवसायरूप वादणजोग.' भग० ८, ६, ठा० ४, १; सम्यक्त्व. rightfaith consisting in अविसम. त्रि. (अविषम) समता; सपाट; a settled conviction about उन्युनीयनलिते. समतल; ऊंचाई नाचाई reality. विशे० २७८४; रहित. Lovel; not having ups and अविवरिय. त्रि. (* अविवरित-अविवृत) | downs: तंडु. विव२९५ ४३खं नलि; अर्थरूपे व्यायानन| अविसय. न० (अविषय) निविषय जान; ज्ञानरेस. जिसका विवरण न किया गया हो. नो अविषय. ज्ञान के विषय से रहित. ObNot explained. विशे० १३६१ jectless knowledge; (anything) अविविचित्ता. सं० कृ० अ० (अविविच्य) विवे not a province or object of यन-पृथ२९५ या विना; गुहा या पिना. knowledge. पंचा० ५, ४६; । बिना पृथक्करण किये, विवेचन किये बिना. | अविसाइ. त्रि. (अविषादिन् ) हरहित. Without having distinguished; खेद रहित; विषाद रहित. Free from without having separatedor _dejection; undejected. पणह० २, १; analysed. सूय० २, ४, १०; । अविसाति. त्रि० (अविषादिन् ) नुस। 'अविअविसंधि. पुं० (अविसन्धि ) नो सांधे। साइ' श६. देखो "अविसाइ" शब्द. Vide विघटे नलि ते; पूर्वा५२ विरे।५ आवे नहि 'अविसाइ.' पण्ह ० २, १; ते. पूर्वापर विरोध रहित; जिसका जोड़ | अविसारअ-य. त्रि. (अविशारद ) मयतु२; टूटे नहीं वह. Anything not in. सशस. चातुर्य्य रहित. Not clever; not Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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