________________
वोच्छिण ]
वाणी लाषा गम्भीर अर्थ वाली अथवा अस्पष्ट अक्षरों वाली भाषा. Language with deep and profound meaning; language with obscure or illegible letters. “ श्रवोच्छिणगए
( ४४५ )
दोगडाए" सम० ६; पराह० २, १९ वोच्छिरण. त्रि० ( श्रन्युच्छिन्न) व्यवच्छे રહિત; પૃથવરહિત; છિન્ન ભિન્ન નહિ થએલ; हु नहि पाडेल. व्यवच्छेद रहित, पृथक्त्व रहित. Not scattered; not separat ed. दसा० ६, २; वव० ७, २२; सम० ३३; वेय०२, १८ भग० ७ १ ८ ५ पंचा०
४, ८;
वोच्छित्तिणय. पुं० ( अव्यवच्छित्तिनयअव्यवच्छित्तिप्रतिपादनपरो मयोsव्यव च्छितिनयः ) द्रव्यास्ति नय; वस्तुनुं निरन्तर अस्तित्व सतावनार नय. द्रव्यास्तिक नयः वस्तु का निरन्तर अस्तित्व बताने वाला नय. Logical standpoint showing |
the eternal and continuous existence of things. नंदी० - दु पुं० (- अर्थ ) द्रव्य, शाश्वत पदार्थ. द्रव्य; शाश्वत पदार्थ. eternally existing substance; substance. नंदी० - या. स्त्री० (- अर्थता ) द्रव्यनी अपेक्षा. द्रव्य की अपेक्षा standpoint of substance or matter. नंदी० अवोच्छेद. पुं० ( श्रव्यवच्छेद) व्यवच्छे
थाना अभाव. पृथक्करण का प्रभाव. Absence of separation. भग०
२०, ८
वोह. पुं० ( अपोह-अपोहनमपोहः ) निश्वय. निश्चय. Decision; determination. सम० १;
roadभाव. पुं० ( अव्ययीभाव ) अव्ययीभाव समास; सभासनेो मे अार. अव्ययी
Jain Education International
[ श्रब्वस
भाव समास समास का एक भेद. Avyayibhava compound; a kind of compound adverbial in meaning. अणुजो० १३१; श्रव्वक्खिन्त त्रि० ( श्रव्याक्षिप्त) विशेष વગરનું; સ્થિર; વિક્ષિપ્ત વૃત્તિવાળા નાં. स्थिर; विक्षेष सहित; बिना विक्षिप्त वृति का. Undistracted in mind; steady. दस०५, १, २, उत० १८, ५०; श्रव्वग्ग. त्रि. ( श्रव्यग्र ) स्वस्थ भिन्ता वगरनुं स्वस्थ, चिंता रहित. Calm; free from anxiety or distraction. उत्स० १५, ३; – मण. त्रि० (-मनस् ) સ્વસ્થ ચિત્તવાળા; પ્રલિત ચિત્તવાળા. स्वस्थ चित्त वाला; प्रफुल्लित चित्त वाला. (one ) having a calm and undistracted mind. उत्त० १५, ३;
अव्वड्ढभाग. त्रि० (अपार्श्वभाग ) अर्ध लाग. अर्थ भाग; आधा हिस्सा A half; half. निसी० २,३४;
श्रव्वत्त. त्रि० ( श्रव्यक्त) निर्देश नाम, लति माहिथीना योग्य नहि नाम, जाति आदि के द्वारा कथन करने के अयोग्य. Indistinct; incapable of being indicated by name, kind etc. सूय० २, ६, ४७; विशे० १३६, २१२; पिं० नि० ५६८ नंदी० ३५ प्रव० २६३; (२) જ્ઞાન અને ઉમરમાં ન્હાના; આઠ વર્ષ सुधीन माण ज्ञान और उम्र में छोटा; आठ वर्ष की अवस्था तक का बालक. immature in age and knowledge; a boy up to eight years of age. निसी ० ११, २१; ( 3 ) यज्ञ; छे सूत्रना रहस्यने । मन्नयु. अल्पज्ञ; छेद सूत्र के रहस्य को न जानने वाला. shallow in knowledge; igno
For Private Personal Use Only
www.jainelibrary.org