Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 506
________________ अषसोहिय ] (४२६) [अवहाण अवसोहिय. त्रि. (अवशोभित ) शालतुं; down excreta etc. in improper शालनी. सुशोभित. Beautiful; ways; one of the seventeen charming. नाया० १; kinds of Asamyama or lack of अवस्स. न. (अवश्य) अवश्य; नी; २२; asceticisin. सम० १७, निवे. अवश्य; जरूर; निश्चय. Certain; अवहड.नि. (अपहृत) धनेमा भु३५. unavoidable. अणुजो० २८; नाया. १; लेकर दूसरी जगह रखा हुआ. Carried to भग० ६, ३३; पिं०नि० ३५२;-कायव्व. anotherplace."वालगं अवहाय प्रवत्रि० (-कर्त्तव्य )अवश्य ४२वा योय. अवश्य हडे विसुद्ध" भग० ६, ७; करने योग्य. necessarily to be done. | अवहत्थि . त्रि० (अपहस्तित) हाय ५४गच्छा०१२;-विप्पजहिय.त्रि०(-विप्रहेय)। डीने हार ढी भूस. हाथ पकड़कर अवश्य त्यागवायोग्य. अवश्य त्यागने योग्य. बाहिर किया हुआ. Pushed out by necessarily to be given up or holding the hand; turned out abandoned. नाया. १८; by holding the hand. नंदी. अवस्सय. पु. ( *वश्रय-अवश्रावण ) V वहर. धा० I. (अप+ह) ७२; २६ ઓઠિંગણ-આલંબન આપવાનું સાધન. ४२पुं; योरपुं. हरण करना; चुराना. To अवलम्बन-सहारा देने का साधन. Ameans remove; to take away; to steal. to lean upon; a support. (२) सी.२ ४२वा. स्वीकार करना. to बेय. ५, ३२, accept. धवहरइ.सु. च. १५, ५४; नाया. १६१८ अवहटु. सं. कृ. १० (अपहृस्य) परीने; दसा. ६, १६, भग०१०, ३; निसी. दू२ रीन; छाडी धन; सगुंभुशन. दूर १०,१०० करके; अलग करके; छोड़ करके. Having प्रवहरि-रे-ज्जा. वि. भग० ५, ६, ८, abandoned; having removed. अवहरिंसु. भू. ठा. १०; सूय० १, ४, १, १७; ओघ० नि० भा० १७२; अवहरिमाण. व. कृ. भग० ३५, १; ओव० १२, ३२; भग० १, १; अवहरिअ. त्रि. (अपहृत ) 244हार रेस; अवहट्टलेस्स. त्रि० (*अपहृत्यलेश्य-अपहृत बीस. चुराया हुआ या छीना हुआ. लेश्य) मेश्या २ रीछेते. जिसने लेश्या Taken away; removed; robbed. ओंका नाश किया हो वह. One who has प्रव० ६१; नाया०२; १८; removed thought-tint. दसा. V वहस. धा० I. (अप+हस्) स; २५ ४२युं. हसना. To laugh. श्रवहट्टूसंजम. पुं० (अपहृत्यसंयम-अपहृत- अवहसइ. ठा० ५, १; नाया० १८; संयम ) प्याराहि अविधिये ५२४ववाथा अवहसिय. सं० कृ० नाया० ८; લાગત અજમ; અસંજમના ૧૭ પ્રકારમાં- श्रवहाण. न. (अवधान) साक्षात् अर्थन नो मे. मल मूत्रादि अविधि से डालने से होने परिछेन-शान. वास्तविक अर्थ का बोध. घाला असंयम; असंयम के १७ प्रकारों में से एक Knowledge of the actual or प्रकार. A sin arising from laying | true meaning. विशे० ८२; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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