Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 497
________________ अवदग्ग ] fruitlees; purposeless. पराह० १, २, अवदग्ग. न० ( अवद ) अंत; छे!; पर्यन्त अन्त; आखिरी सिरा; पर्यन्त. End. सूर्य • २, ५, २; अबद्दल. त्रि० ( अपदल-अपदलमपसदं द्वयं । कारणभूतं मृत्तिकादि यस्याऽसावपदलः ) अहार नहि ते; तसाही बिना तह का; नाजुक. Not solid; fragile. ठा० ४, ४; अवदहण. न० ( अपदहन ) अभुः प्राश्ना sir. किसी प्रकार की डाह. A brand or burn of a particular kind. नाया• १३; ( ४१७ ) अवशत. त्रि० ( अवदात ) निर्भण; शुद्ध; २१२७. निर्मल; साफ़; स्त्रच्छ. Pure; clean; clear. " संखिंदुएर्गतवदातसुकं सूय ० "3 १, ६, १६ अवदाय. त्रि. ( अवदात ) और स३६. गोरा; सफेद White; spotless. पराह० १, ४; V अवदाल. धा० II. ( प +दल् ) विद्यार सुं; भीरपुं झाड. चीरना; फाड़ना; विदारण करना. To out; to tear; to out into two or more pieces. अवदालेह. भग०१६, ४; भवदालिय. सं० कृ० भग० १३, ६; भवदालिय. त्रि० (श्रवदारि-लि-स) विसितः अपुलित विकसित; फूला हुआ. Opened; budded. जवा० ३, ३; ओव० १०; नाया ० १; उथा० २, ३५; श्रवहार न० (श्रपद्वार ) नानी भारी; छोड़ी. छोटी खिड़की. A small window; back-door. “तेण अचद्वारेणं सो अतिगतो असोगणियाए " नाया० २; १४; Jain Education International V अवद्दाल. धा० II. ( अप+उद्+दल् ) उधामोल उघाड़ना, खोलना. To open. For Private श्रवद्दालेइ. पन्न० ३६; भग० ६, १०; अवदात्ता. सं० कृ० भग० ६, १०; श्रवद्दाहण न० ( श्रपदाहन ) लुभे। 'अवदहरण' १०६. देखो 'अवदद्दण' शब्द Vide ' वदह' विवा० १; श्रवद्धंस. पुं० ( अपध्वंस ) थारित्र तथा तेना ફળને નિઃસાર બનાવનાર ભાવના, કે જે ભાવनाथी असुरामिां उत्पत्ति थाय ते. चारित्र और उसके फल को निःसार बनाने वाली भावना, जिससे असुरादि पर्याय में उत्पत्ति होती है. A thought showing right conduct and its fruits as useless; this sort of thought causes man to be born among demons etc. " चग्विहे अवद्धंसे प० सं० आसुरे अभियोगे संमोहे देसकिग्विसे श्रद्धंसि. त्रि० ( अपध्वंसिन् ) वंस अनार; नाश २नार, ध्वंस करने वाला; नाश करने वाला. A destroyer; a killer. “पच्छा परिरणा य मलावद्धंसी " उत्त० ४, ७; श्रवधट्ट. त्रि० ( अवष्टष्ठ ) तृम थमेस. तृप्त. Satisfied; having enough. ठा० ४, ४; [ श्रवपुः "" a नाया० १८९ श्रवधारियव्व. त्रि० ( अवधारितथ्य ) अवधारते. अवधारण करना. Thinking; considering. पंचा० ३, २५; श्रवनमिय. सं० कृ० अ० ( अवनम्य ) नीया थाने; नभीने. नम्र - नीचा होकर Having bent low; bowing down. श्राया०२, १, ६, ३२; Personal Use Only अवपंगुर धा० I. (* श्रव+अप + ) भाड घाडवां-मोलवां किवाड़ खोलना. To open a door. raiगुरे fro 'अप्पा नावपंगुरे ' दस० ५, १, १८; श्रवपुट. त्रि० (अवस्पृष्ट) स्पर्श रेल स्पर्श किया हुआ. Touched. सु० च० १,३२; www.jainelibrary.org

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