Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 488
________________ अवकं ] ing saluted; not deserving salutation प्रव० १०३; ( ४०८ ) v श्रवकं ख. धा- I. ( श्रव+कान् ) साक्षारवी अभिलाषा १२वी. आकांक्षा करना; अभिलाषा करना. To desire. (२) पाछा जेवुं. पीछे देखना to look behind or backward. अवकखइ. भग० १, ६; अवकंवंति श्राया० १, १, ७, ५७ १, २, २, ७५; अवकखमाण. व० कृ० नाया० ६; अवखा. स्त्री० ( अवकाङ्क्षा ) उत्सुम्यां उत्सुता. उत्सुकता. Longing; yearning. ठा० ४,३; अवकर. पुं० ( अवकर ) अयरे ।. कचरा. Refuse; dirt. भग० १५, १३ – रासि. पुं० (-राशि ) थराना ढगलो. कचरे का ढेर heap of dirt or refuse. भग० १५, १; अवकर. पुं० ( अवकरक ) अव523- यश नामनो भाणुस. किसी मनुष्य का नाम. Name of a person. अणुजो० १३१; अवकास. पुं० ( अवकाश ) याश्रयविशेष. श्राश्रयविशेष. A place of shelter of & particular kind . परह० २, ४, अकिरियव्व. त्रि० ( *अवकिरणीय) छोउवा सायक; त्यागना योग्य छोड़ने लायक. त्यागने योग्य. Worth being cast away or thrown away. परह० १, ३, ५, श्रवकोडग न० (*अवकोटक) भायुं नभाडी हाथ साथै पछवाडे बांधते. सिर नमाकर हाथों के साथ पीछे बांधना Lowering or bend - ing the head backward and tying it to the hands. पराह० १, १; अकंत त्रि० ( अपक्रान्त ) सर्व शुभ लावथी Jain Education International [ श्रवक्रम C भ्रष्ट थमेल- पतित थभेल. सम्पूर्ण शुभ भावों से भ्रष्ट - पतित. Utterly sinful or degenerate. “रयणष्पभाए पुढवीए छ श्रवत महानिरया प० नं० लोले लोलुए उड़ने निद्दड्रे जरए पजरए " पंक पाए पुत्री छ वक्त महाणिया प० तं० आरे वारे मारे रोरे रोरुए खाडखड्डे " ठा० ६; अवकंति स्त्री० ( पक्रान्ति ) परित्याग; तवं ते. छोड़ना; त्यागना. Abandonment; leaving off. नाया० ८; 'अवक्कम धा० I. II. (अप+क्रम्) गति रवी; org. गमन करना; जाना. To go; to move. (२) पाछा . पीछे हटना. to retreat; to turn back. श्रवक्कमइ. राय० ४४; नाया ० १; २; ६; १२; १३; भग० १, ४, २, १३, २० ७, ६; दसा० १०, १ श्रवकमेद. नाया० १; श्रवक्कमंति. जं० प०५, ११२ नाया० ४; ८; १७; भग० ३, ३; १५, १; श्रवक्कमामि नाया० २; ७; श्रवक्कमामो नाया० २; श्रवक्कमिजा. वि० प्राया० १, ७, ६, २२२, २, १, १, १, दस० ६, १, ६; श्रवकमेजा. वि० भग० १, ४; श्रवक्कमित्ता. सं० कृ० नाया० २; १६; आया० २, १, १, ; दसा० १०, १; चउ० १४; श्रवक्कम्म. सं० कृ० वेय०४, १५; वव० १, २६; श्रवक्कमइत्ता. सं० कृ० नाया ० १; ७; ६; १३; भग० २, १, ३, २, ५, &; ३, ३३; ११, ६; श्रवकमंतित्ता. सं०कु० भग० १५, १ श्रवक्कममाण. व० कृ० विवा० ६; For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

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