Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 1
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 474
________________ अरिहदत्त ] (३६४) [ अरुणप्पम भग. ३, २; श्रोत्र० ३६;-भासिय. रहित; निरोगी. Free from disease; वि० (-भापित ) निना Hina- healthy. भग० १, १; श्रोव० १०; कप्प. ५० पेस. आरहंत कथित; अरिहंत का कहा २, १५; सम० १; नाया. १; हुआ. told by or explained by अरुण. पुं० ( अरुण ) रियास क्षेत्रमा वियst. Arihanta. सूय० १, ६, २६;-मणु - વઈ નામે વાટલા વૈતાઢય પર્વતને અધિકાતા एणाय. त्रि. (-अनुज्ञात ) मति तय हेयता. हरिवर्प क्षेत्र के वियडावइ नामक वाटला रूपे याल. ग्रारहंत द्वारा कर्तव्य रूप बत- वैतान्य पर्वत का अविष्टातृ देव. The presiलाया हुआ. prescribed as a duty ding deity of Vātalā Vaitādhya by Arihanta. पन्न. १२;-वंस. पुं० mountain called Viyarhāvai (-वंश) मरितनोवंश. अरिहत का वंश. the in Harivarsa Ksetra.ज. प. ठा. genealogy of Arihanta. ठा. ३, २, ३; (२)८८ महाभांना ५४ भी अह. १;-सातण न० (-शासन ) गरिन- ८८ महाग्रहों में से ५४ वाँ ग्रह. the तीय:२D शासन-हीन नदर्शन. अरिहंत- 54th of the 88 great planets. तीर्थकर का शासन; जैन दर्शन. the canon सू० प० २०; टा० २, ३; ( 3 ) सूर्यनी प्रभा of Arihantas; the Jaina canon श्वाना समय. सूर्य की प्रभा फूटने का समय. or clhurch. पराह० २, ५; dawn. श्रोध नि० २६६: ( ४ ) नन्हीअरिहदत्त. पुं० ( अई दत्त ) मार्य सुस्थित શ્વવર સમુદ્ર અને અસાદગ સમુદ્રની j५. नंदीश्वरवर समुद्र और थरुणोઅને માતબુદ્દા પચમા સિનું નામ. श्याम युरियन ओर पातबुद्ध के पांचवे शिष्य दग समुद्र के बीच का द्वाप. the island hetween the two oceang का नाम..Name of the tirthdisciple viz Vandiśvaravara and Arunoof Arya-Susthit:and Supratibuddha. कप्प०८, daga. सू. प. १६; जं. प. अरुणप्पभ. पुं० (अरुणप्रभ ) अनुसंधर अरिहादगण. पुं० (अर्हदत्त ) या सिमिदिन। हेयोनायोथा नागरागर्नु नाम. अनुवलंधर देवों याथा शि५. प्राय सिंहगिरि का चौथा शिष्य. का चौथा नागराजा. The fourth king of The fourth disciple of Arya- the Anuvelandhara gods. Fjalo Simhagiri. कप्प० ८; ३, ४; (२) १९५ समुद्नमा उत्तर दिशाये ४२ अरिहदिन. पुं० ( अईदत्त ) भुमी अरिह- હજાર જોજન ઉપરે આવેલ અનુલંધર દેવનો दिएण' श६. देखो - अरिहदिएण' शब्द. पावास पर्वत. लवण समुद्र की उत्तर दिशा में Vide — अरिहदिण्ण'. कप्प० ८; ४२ हज़ार योजन की दूरी पर अनुवेलंधर देवों का आवास पर्वत-निवास स्थान. the अरिहया. स्त्री० ( अहत्ता ) अति : mountaina-bode of the Anuve. तीय५२५४. अरिहंतपना. Status of an landhara gods in the north of Arihanta; Tirthankara-hood. Lavaņa ocean at a distance of पंचा. ८, ४०० 42 thousend Yojanas. ठा० ४, २:(७) अरुअ. त्रि. (अरुज् ) रे ॥२हित; निरे रोग | रानां सालdिemi . राहु के लाल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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