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अपुणम्भव ]
सथा ) भेणे ग्रंथिलेह यछे - रागद्वेषनी મજબૂત ગાંડ ભેદી છે. તે; માહનીયની ઉત્કૃષ્ટ स्थिति दूरी न पांधना व जिसने ग्रंथिभेद किया है - रागद्वेषरूपी मज़बूत गांठ का भेदन किया है वह; धर्म का अधिकारी ( One ) who has shattered the bonds of love and hatred; ( one ) fitt ed for religion. पंचा० २, ४४; अपुणब्भव. त्रि० ( अपुनर्भव)
ने इरीने जन्म नथी १२वे। ते; पुनर्जन्मरहित. जिसे फिर जन्म नहीं धारण करना वह; पुनर्जन्म रहित. Freed from rebirth “सिद्धिगइणिलयं सासयमव्वाबाहं अपुणब्भवं " परह ० १, १; अपुणरावतय. त्रि. ( अपुनरावर्त्तक ) यां કરી આવતૅન-આગમન નથી તેવું;પુનર્જન્માદિ रहित पुनरागमन रहित; पुनर्जन्म, मरणादि रहित; जहाँ फिर से आवर्तन - श्रागमन नहीं ऐसा. From which there is no return; freed from the cycle of birth and death. भग० १, १; अपुणरावत्ति स्त्री० ( अपुनरावृत्ति ) लुग्भो अपुरावित्ति ' (०६. देखो 'अपुरावित्ति' शब्द. Vide ' अपुरारावित्ति ' आव० ६,
११;
( ३०६ )
अपुणरावतिश्र त्रि० ( अपुनरावृत्तिक ) लुग्यो ' पुरावत्तय ' २६. देखो 'अपुरारावतय' शब्द Vide अपुणरावत्तय '.
ओव० १०; अपुरावित्ति. स्त्री० ( अपुनरावृत्ति न पुनरावृत्तिः संसारेऽवतारो यस्मात्तत्तथा ) सिद्धि स्थ; भुक्ति. सिद्धिस्थान; मुक्ति; मोक्ष. Salvation; Siddhahood. जं० प० ५, ११४; सम ० १ ; राय० २३; कप्प ० २, १५; नाया० १;
अपुणरुत्त. त्रि० ( अपुनरुक्त ) पुनरुक्ति होप
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[ अपुराण
રહિત; એને એ વાત કરી કહેવી તે પુનરુક્તિ, तेथी रहित. पुनरुक्ति दोष रहित; एक ही बात को दुबारा कहना पुनरुक्ति होती है, उससे रहित. Free from tautology. राय० १६०; जं० प०२, ३०; ५, १२२; विशे० ४७२; पुणागम. त्रि० ( अपुनरागम ) ज्यांथी श्री ४न्भ धारण नथी । ते; मोक्ष जहाँ से फिर जन्म धारण नहीं करना वह स्थान; मोक्ष. (That) from which there is no re-birth; salvation. " समुद्दपाले अपुणागमं गई, गएन्ति " उत्त० २१, २४; उवेइ भिक्खू अपुणागमं गई " दस० १०, १, २१;
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अपुरणोच्चय. पुं० ( अपुनश्श्यव ) इरीने મરવાને सभावः समरया फिर से मरने का अभाव, अमरत्व. Absence of any further death; freedom from death. उत्त० ३, १४; अपुराण त्रि० ( अपुण्य ) पुष्यादीन; मेनशी.
पुण्यहीनः अभागा. Devoid of religious merit; unfortunate. नाया० २ १६; १६; विवा० १, ७; राय० २७६; निर० १, १; ( २ ) तीत्र असातावेदनीयना उध्यवाणी. तीव्र असातावेदनीयकर्म के उदय वाला. whose Karmas giving (one keen pain have matured. "सामा रइयाणं पवत्तयंती धपुरणाणं सूय०नि० १, ५, १, ७५; ( 3 ) अनार्य; पापायरी. अनार्य; पापाचरणी. siuful.
श्राया० १, ६, १, ८
अपुराण. त्रि० (अपूर्ण) मधु अपूर्ण मनोरथवा श्रधूरा; अपूर्ण; अपूर्ण मनोरथ वाला. Imperfect; incomplete; of unsatisfied desires. " ग्रहणं अधरणा अपुण्या " विवा० १, ६; जं० प० ३, ४३;
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