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अभिवगडा ]
cause;
बात का आग्रह करना; झूठा श्राग्रह करना; दुराग्रह. Obstinacy in a wrong perverseness. श्रोव ० ४१; श्रभिणिव्वगडा. स्त्री ० ( अभिनिवडा - श्रभि प्रत्येकं नियतो वगड : परिक्षेपो यस्यां साऽभिनिवडा) यां हरेउनी डी-डेली-थोड छे मेची न्ग्या वसति. વાડ-જુદા જુદા जहाँ प्रत्येक - हरएक का चौक पृथक् २ है ऐसी जगह - बस्ती. A residence with a separate courtyard to the habitation of each person or family. वव० ६, १६; ६, १३; अभिव्विट्ट. त्रि० ( अभिनिर्वृत्त ) सांगोપાંગ નિપજાવેલું, પેશીમાંથી અંગે પાંગરૂપે परियुत थयेस सांगोपाङ्ग उत्पन्न किया हुआ; पेशी में से अंगोपाङ्गरूप परिणत. Developed, produced with all parts in tact. प्राया० १, ६, १,१७६; अभिव्वुिड. त्रि. ( श्रभिनिर्वृत ) वाहि કષાયને ટાળી શીતળ થયેલ; પરમ શાન્તિ पाभेल. क्रोधादि कषायों को नष्टकर शीतलता को प्राप्तः परम शांति पाया हुआ. Calm and happy on account of the banishment of passions. ' खतेभिfrogs दंते, वीसगिद्धी सया जए' सूय० १, ८, २५; सूय० १, २, १, १२, ( २ ) पेशाभांथी अंगोपांगरूपे परिणाम पाभेल. पेशी में से अंगोपाङ्गरूप से परिणमित. with all limbs fully developed. आया० १, ६, १, १७६;
( ३५६ )
श्रभिणिसड. त्रि० ( अभिनिःसट - अभिविधिना निर्गताः सदास्तदवयवरूपाः केशरिस्कन्धसटा वा यस्य तत्तथा ) ने अवयव हार नीउस छे ते. जिसके अवयव बाहिर निकले
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[ श्रभिणिस्व
हुए
हैं वह. With limbs come out, shot out; having limbs come out. भग० १५, १;
श्रभिणिसिज्जा स्त्री० ( अभिनिषद्या-अभि दिवसमभिव्याप्य स्वाध्यायनिमित्तमागत निषीदन्त्यस्यामित्यभिनिषद्या ) ज्यां मेसीने મુનિ દિવસે સ્વાધ્યાય કરે તે વસંત; स्वाध्यायभूभिडा. जहाँ बैठकर मुनि दिन में स्वाध्याय करें वह बस्ती; स्वाध्याय भूमि. A place of study for an ascetic during day time. एगंतच श्रभिणिसिनं श्रभिनिसीहियं वा चेइएत्तए ' वव० १, २२,
श्रभिणिसिङ. त्रि० ( अभिनिसृष्ट ) द्वार नीतुं मनावे. ऐसा बनाया हुआ जो बाहिर निकला हो. Made in a way to jut out or appear prominently.
जीवा० ३; राय०
अभिशिसेहिया. स्त्री० (श्रभिनैषेधिकी-निषेधः स्वाध्यायं विना सकलव्यापारप्रतिषेधस्तेन निर्वृत्ता नैषेधिकी, श्राभिमुख्येन संयतप्रायोग्यतया नैषेधिकी अभिनैषेधिकी ) हिरसे સ્વાધ્યાય કરીને રાત્રે મુનિ જ્યાં રહે તે વસંત. दिन में स्वाध्याय करके रात्रि में मुनि जहाँ रहें वह बस्ती. A night-residence of an ascetic after his study. during day time. वव० १, २२; श्रभिणिस्सड. त्रि० ( अभिनिस्सृत ) हार नी. बाहर निकलता हुआ. Projecting; coming out prominently. वहिया श्रभिणिस्सो पभासेंति भग०
१४, ६,
/ श्रभिणिस्सव. धा० I. II. ( अभि+नि+ ) મ્હાર નીકળવું; ઝરવું; ટપકવું; પસરવું. बाहर निकलना; झरना; टपकना; फैलना.
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