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अजीव ]
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[अजीव
आरंभिया क्रिया का एक भेद. a variety of Ārambhiyā Kriyā i.e. sin incurred by acts done with reference to dead bodies; a kind of Arambhiya Kriya. ठा०२, १;-करण. न० (-करण ) 2400५ ४२९५-०ना પ્રાગ (વ્યાપાર) થી નિર્જીવ વસ્તુને લેપ, કે रूप वगेरे सं२४१२ ४२वा ते. जीव के प्रयोग से | निर्जीव वस्तु का लेपादि संस्कार करना. uct of | smearing, shaping etc.; lifeless , things, done by aniinate things. विशे० ३३४२;-किरिया. स्त्री० (-क्रिया) અજીવનો વ્યાપાર; અજીવ પુદ્ગલસમૂહનું ઈપથક બંધ કે સાંપરાયિક બંધરૂપે પરિણમવું , તે ઇરિયાવહિયા અને સાંપરાવિકી એ બે ક્રિયાमांथा गमे ते मे. अजीव का व्यापार; अजीवपुगलसमूह का ई-पथिक बंध या सांपरायिक बंधरूपसे परिणमना; इरियावहिया और सांपरायिकी इन दोनों कियाओं में से कोई भी एक. movements of inanimate objects resulting in groups called Iriyāpa chikabandha or Sãmparāyikabandha." किरियानो पण्णता, तंजहा जीवकिरिया चेव मजीवकिरिया चेव" ठा० २, १;-णिस्सिय. त्रि. (-निःश्रित ) अपने साश्री रहेस. अजीव के आश्रय में रहा हुआ. in touch with a thing devoid of life. ठा० ७-णिस्सिय. त्रि. (-निः सृत ) मी नीटुं. अजीव से निकला हुआ. produced from a thing devoid of life.ठा०४-दव्व. न०(-द्रग्ब) अ द्र०य-पहा; घस्ति४५ आदि ५ द्रव्य. अजीव द्रव्य; धर्मास्तिकाय आदि पांच द्रव्य. inanimate matter classified into five divisions viz
Dharmāstikāya ete. भग० ११,१०; १८, ४, २५, २;-दिठ्ठिया. स्त्री० (-दृष्टिका) 24004-चित्रामा साहिवाथा साती प्रिया; हिटिया हियाना से मे.. अजीवचित्र आदि देखने से जो कर्मबंध हो वह; दिट्ठिया क्रिया का एक भेद. Kriya or Karma incurred by seeing inanimate objects such as painting etc.; a variety of DitthiyaKriya. ठा० २, 15-देस. पुं० (देश) અજીવ એક્ટ વિભાગ; અછવરૂપ આખી १२तुन मे ३४. अजीव का एक विभाग; अजीवरूप सम्पूर्ण वस्तु का एक टुकड़ा. a part of inanimate matter. उत्त. ३६, २; भग० २, १०; १०, १; १६, ८;
-पच्चक्खाणकिरिया. स्त्री० (-अप्रत्याख्यानक्रिया ) महि। पोरे 24वें प्रत्या ખ્યાન નહિ કરવાથી લાગતી ક્રિયા; અપमालियाना सेमे. मदिरा आदि अजीव वस्तुओं का प्रत्याख्यान न करने से जो कर्मबंध हा वह; अपचक्खाण क्रिया का एक भेद. Kriya or Karma incurred by not taking vows to abstain from drinking wine etc.; a variety of Apachchakkhāņa Kriyā. 370 २, १;-पज्जव. पुं० ( -पर्यव ) અજીવના પર્યાય; અજીવના વિશેષ ધર્મ અअपना गुण. अजीव का पर्याय; अजीव का विशेष धर्म; अजीव का विशेष गुण. specific properties of inanimate matter. अजीवपज्जवाणं भंते ! कइविहा पण्णता ? गोयमा ! दुविहा पन्नत्ता, तंजहा रूवित्रजीव पज्जवा अरूविअजीवपज्जवा य " पन्न. ५; भग० २५, ४;-पगणवणा. स्त्री० (-प्रज्ञापना ) २५००५नुं निरू ५९४-प्रतिपादन ४२मु; स्व०५-१२ यतायाते. अजीव का निरूपण
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