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अणियट्टिज्जमारा ]
विशुद्ध अध्यवसायविशेष, जो ( रागद्वेषरूपी ) ग्रंथि को भेदे बिना निवृत्त न हो वह करणविशेष extremely pure thought-activity which does not subside without shattering the knot of passion and hatred at the time of initiation into the right faith. आया • नि० टी० १, ६, १, २०४ - बायर. पुं० ( - बादर - न विद्यतेऽन्योन्य मध्यवसायस्थानस्य व्यावृत्तिर्यस्यासावनिवृत्तिः स चासौ बादरश्चेति ) नवमे गुहारे वर्ततो व नवे गुणस्थान वाला जीव. a soul in the ninth Gupasthāna. क० गं० ६, ५०; ( ૨ ) નવમા ગુરુસ્થાનકનું નામ; આંહિ કષાયેાદય દશમા ગુણસ્થાનકની અપેક્ષાએ प्याहर-स्थूल छे, वजी या गुगुडा वर्तता છવાના અધ્યવસાયા પરસ્પર વ્યાવૃત્તિ-પૃથક્કરણ પામતા નથી, માટે अणिमटिवायरसंपराय એવું સાથે नाम छे. नर्वे गुणस्थान का नाम; इस गुण स्थान में दशवें गुणस्थान की अपेक्षा कषायोदय स्थूल होता है और इस गुणस्थान वर्ती बहुत से जीवों के अध्यवसाय परस्पर पृथक्करण को प्राप्त नहीं होते अतः इसका
अनियट्टिबादर संपराय" यह सार्थक नाम है. the ninth Gupasthāna go named because here the Samparaya or unclean passions are grosser than in the tenth (Bādara, gross). The activities of the souls in this stage are not differentiated. क० गं० ६, २०; अलियट्टिजमाण. त्रि० ( अनिवर्त्यमान ) પાણુિના તરંગ વગેરે સાથે અફલાતું ગયા
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[ अणियय-श्र
तु सामाना साथी हयातुं पानी की लहर बगैरह से टकराने वाला; सामने के आक्रमण से दबजाने वाला. Being tossed to and fro e.g.by waves.
सलिखतिक्खवेगेहिं अणियद्विजमाणी कोट्टिमंसि करतलाहते विव तेंदुए "नाया •
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६;
अणियण. पुं० ( अनग्न ) लुभे। "अणिगणा” ६. देखो “श्रणिगण" शब्द Vide 'अणिगण". ठा० ७; प्रव० १०८४;
अणियत. त्रि० ( अनियत ) नियमित नहि ते;
यो नियत नहीं. Irregular; uncertain; not fixed पंचा० १३, ३३; - लाभ. पुं० (-लाभ ) खयोस साल. अनियत लाभ - फायदा. uncertain gain. पंचा० १३, ३३; अणियत. त्रि० (निवृत्त) निवृत्त नहि श्रयेल; निवृत्ति न पामेस. निवृत्ति रहित. Not quieted; in a state of activity. " परिव्वयंते अणियत्तकामे " उत्त० १४, १४ सूय० २, ६, १३ – काम. त्रि० ( -काम ) लेनी रछा निवृत्त नथी यहा ते अनिवृत्ति निवृति रहित इच्छा वाला. one who is not free from longing; one with yearnings unassuaged. उत्त• १४, १४; अणियमिता. सं० कृ० अ० ( अनियम्य ) नियमित न रीने; न सटवीने नियमित न करके; न रोक करके. Without checking; without having restrained. “ इह जीवियं अणियमित्ता " उत्त० ८, १४;
अणियय - अ. त्रि० ( अनियत ) अप्रतिमद्ध; કાઇના બંધાયેલ નહિ; નિત્ય વાસ રહિત. प्रतिबद्ध; किसीका बांधा हुआ नहीं; नित्य वास रहित. Unrestrained
free;
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