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अणुप्पेहा ]
(२०६)
[ अयुबंधि
अणुप्पेहा. स्त्री० (अनुप्रेक्षा.) भावना; विया२९||; चिंतन. चितवन; भावना; विचारणा.
Meditation. भोघ. नि० भा० २६१; अणुजो० १३; भोव० २०; ठा० ४, १; भग.
२५, ७; पिं० नि० ६६४; उत्त० २६, २; मणुप्पहि. त्रिं. ( अनुप्रेषिन् ) चिंतन-
सालायन ४२ना२. चिंतन-पालोचन करन) art. One who thinks; one who meditates upon. उत्त० ५, ११, १३,
१५, अणुफरिहा. स्त्री. ( अनुपरिखा ) पानी
સમીપની જગ્યા; ખાઈની પાસેનું સ્થળ. खाई के समीप की जगह. A place near
a ditch or a trench. वेय० ३, २६; अणुफास. पुं० (अनुस्पर्श) अनुमान; मलिमा. महिमा; महत्ता; बड़प्पन. Dignity;
greatness. दस. ६, १९; मणुबंध. पुं० ( अनुबन्ध ) सतत; निरंतर; /
अविछिन्न . सतत; निरन्तर; सदा; अविच्छिन्नता. Uninterruptedness; unbroken continuity. ओघ. नि. २३५; विशे० २५७०;-च्छेयण. पुं० (-च्छेदन ) मनु-संसारसंबंधने छेनार
पाय; र्भ सपायवान उपाय. संसार सम्बन्ध के छेदने वाला उपाय; कर्मचय करने का उपाय. means of destroying Karma. " चित्ताणं कम्माणं चित्तोचियं होइ सवणुवाश्रो वि, अणुबंधछेयणाई सो उण एवंति णायन्वो” पंचा० १८, ४१; -भाव. पु. ( -भाव ) अनुभाव-२सरूपे भनी सत्ता. अनुभाव-रसरूप से कर्म की सप्ता. the state of Kurma matured into mild or strong results, पंचा० ५, ४;-भावविहि. पुं० (-भावविधि ) ५-याना परिणामाने निरंत२ |
८४ी रापवानी विधि. पञ्चखाण के परिणाम को निरंतर बनाये रखने की विधि. rules of steadily keeping up the thought-activity about Pachch khāna or abstinence. पंचा० ५, ४४, -~-साहग. त्रि० (-साधक ) अनुसंध. निरंत२५j साधना२. अनुबंध-निरन्तरता साधने वाला. one obtaining or trying to obtain continuity. पंचा० ८, ४८; --सुद्धिभाव. पुं० (-शुदिभाब ) निरंतर मना क्षयोपशमथा मानी निर्माता यायते. निरंतर कर्म के क्षयोपशम से आत्मा की निर्मलता जो हो वह. the purity of soul arising from constant subsidence and destruction of Karma. पंचा०
८, २७ अणुबंधणा. स्त्री० (*अनुबन्धना-अनुसन्धान)
અનુસંધાન; ભલી ગયેલ વાતનું સ્મરણ કરી सांध मेगवी ते. अनुसंधान; जाँच; भूली हुई बात का स्मरण कर उसका सम्बन्ध मिला लेना. Establishment of proper contextual connection by recollection "तस्सेव पएसंतरणहस्सणुबंधणा घडणा" पंचा० १२, ४५; अणुबंधि. त्रि० ( अनुबन्धिन् ) तु; साथ. हेतु; साधक. A mark; a basis of proof or inference.
ओव० २०; ( २ ) निरंत२ १२त्रादि विभाग ભેગા કરવાથી પડિલેહણમાં અનનુબંધી દોષ લાગે તે દોષ ટાળીને પડિલેહણ કરવું તે. निरंतर वस्त्रादि विभाग एकत्रित करने से पडिलेहण में जो दोष लगता है उस दोष को टालकर पडिलेहण करना. getting rid of the fault of putting together clothes etc.
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