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पालिय ]
पाणयां ते. संकट आने पर भी ग्रहण किये हुए पचवाण का यथार्थ रीति से पालन करना. Steady observance of vows of abstinence in spite of difficulties. ठा०५, ३; - सुद्ध. न० (शुद्ध) प-यખાણુના એક ભેદ; દુકાળ, અટવી વગેરે અપવાદે પણ પચ્ચખાણુ બરાબર પાળવું તે. पञ्चखाण का एक भेद; दुष्काल, वन यादि में भी पश्चखाण का ठीक ठीक पालन करना. steady observance of the vows of Pachchakhana or abstinence even where exceptions are allowed, e. g. in famine etc. अ०५, ३; अणुपालिय. त्रि० ( अनुपालित) आत्म સંયમની અનુકૂલતાપણે पाणेसुं. आत्म संयम की अनुकूलतापूर्वक पाला हुआ. Observed consistently with self-restraint; e. g a vow. ठा०८; अपि न ० ( अनुपृष्ठ ) अनुभ; परिपाटी. अनुक्रम; परिपाटी Serial order. पिसाई सम० ४४;
पुत्तिया बी० ( अनुपुत्रिका ) संतति संतति Progeny. नाया० १; अणुपुष न० (*अनुपूर्व धानुपूर्व्य ) अनुभ; परिपाटी अनुक्रम; परिपाटी. Serial order. सू० १, ११, ५; ओव० १०; नाया० १; ३; ४; ५; ६; १३; १४; भग० ११, ११; १३, ६; आया० १, ७,२, २०४, जं०प०४, ७४; असो. ० (श्रनुपूर्वशस्) अनुभप्रभाणे; अनु. अनुक्रमपूर्वक. In serial order.
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आया० १, ६, १, १७२; उत्त० ३६, ४७;
पुषी. स्त्री० ( श्रनुपूर्वी ) अनुभ; परिपाटी. अनुक्रम; परिपाटी Serial order. नाया०८ राय० ६८; उत्त०२, १; जं० प० ७, १३७; आउ० ६७;
[ श्रणुत्पराण
अणुपुवी. स्त्री० ( अनुपूर्वी ) नामनी એક પ્રકૃતિ, કે જેના ઉદયથી જીવ એક ગતિમાંથી બીજી ગતિમાં સિદ્ધિરીતે જઈ શકે છે. नामकर्म की एक प्रकृति, जिसके उदय से जीव एक गति से दूसरी गति में सीधे तौर पर जा सकता है. A variety of Namakarma by the rise of which a soul can pass directly from one state of existence into another; क० गं० १, २४; ४३; ५, १६; प्रव० १२७७;
अणुपेत. व.कृ.त्रि (अनुश्रमाण) भिंतवतो. सोचता हुआ. Thinking; meditating. प्रब० ३६३; अप्पत. त० कृ० त्रि० ( अनुप्रददत् ) पावतो. दिलाता हुआ. Causing to be given. निसी० १, २६: अणुपपश्य. त्रि० ( धनूरपतित ) 3 डी गयेस; डेट यति उरेल. उड़ गया हुआ; ऊर्ध्व गमन किया हुआ; उड़ा हुआ. Flowu up; gone upwards. मागासेणुभो ललियचवल कुंडल तिरडी उत्त० ६, ६०,
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प्पथ. पुं० ( श्रणुप्रमन्थ - विरतितयाऽणुः स्वल्पोऽपि प्रगतो ग्रन्थो धनादिर्यस्य स तथा ) निर्ग्रन्थः परिय रहित-साधु. निर्मन्थ; परिग्रह रहित-साधु. One freed from even the slightest worldly possessions; an ascetic.
ठा० ६;
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अणुप्पण्ण. त्रि० ( अनुत्पन्न ) वर्तमान સમયમાં જેનું અસ્તિત્વ નથી તે; ઉત્પન્ન ન थयेस. वर्तमान समय में जिसका अस्तित्व नहीं है वह; अनुत्पन्न; जो उत्पन्न नहीं हुआ है। वह. Not born; not existing. दसा० ४, ६१; विशे० ४१;
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