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अगणंत ]
(६५)
[ अगम्म
अगणंत. व०के० त्रि.(अगणयत् ) नगर- _heated with fire. भग० ५, २; २१. न गिनता हुआ. Not minding; | अगणिय. सं० कृ० अ० ( अगणित्वा)नगणnot caring for. भत्त० ११५;
आरीन; साना उरीने. न गिनकर; अवगअगणि. पुं० ( अग्नि ) मनि; भाग; रणना करके. Having disregarded;
अग्नि. Fire. “ इंगालं अगणिं अरिंच | haring despised. भत्त. १३८%; अलायं वा सजोइयं" दस. ८, ८, १०, अगणेमाण. व. कृ. त्रि. ( अगणयत् ) नहि १, २, पन्न० २; पिं० नि० २५६; आया० २, | गएरा . बेपर्वाह. Not minding. १०, १६६; विशे० ५६८;--काय-अ. पुं० नाया० (-काय ) मतिना 04; तेय. अग्नि के | अगत्थि. पुं० (अगस्ति) से नामना ८८ अहजीव; तेजस्काय के जीव. creatures with | मांनो ४५ मे अह.८८ ग्रहों में से ४५ वें ग्रह bodies of the element of fire. का नाम. Name of the 45th of the "अगणिकाएणं भंते, अहुणो ज्जालिए समाणे 88 planets. ठा० २, ३; सू० प० २०; महाकम्मतराए चेव" भग० १, ८, ५, ६६, अगत्थिय. पुं० (अगस्तिक) भथियानुं 33; १; ७, १०, ८, ६; १४, ५; १५, १; | એ ઝાડને ધેલાં તથા રાતાં ફૂલે આવે છે, १६, १; १८,६; १६,५; नाया० १४; १६; એના પાતરાં આંબલીનાં પાતરાં જેવાં હોય છે. श्राया० १, ७, ३, २१०: दसा० ७. १; अगस्त का माड़; इस झाड़ के सफेद और लाल ---ज्झामिय. त्रि. ( -ध्मात ) निया फूल होते है तथा इमली के समान पत्ते होते
सगेस. आग्न से मुलसा हुआ जला हैं. A kind of tree with white हुआ. scorched by fire. भग० १५, १; and red flowers and leares like
-ज्झसिय. त्रि. (*-जोषित ) मनिया those of a temarind tree. अणुत्त. सेवामेस. अग्नि से गर्म किया हुआ. heat- ३,१; ed with fire. भग० १५, १;-ज्मृसिय. अगम. न. ( श्रगम) २४ाश, अाकाश. Sky; त्रि. ( *-झोषित ) मनिया गेस-पांतर ether. भग० २०, २; पामेश.अग्नि से जला हुआ-रूपान्तर पाया हुश्रा. अगमिय. न० ( अगमिक ) ना 418-गाथा transformed on account of be- વગેરે પરસ્પર સરખા નથી એવું કૃત; આing heated with fire. भग० १५, १; यासंगादिक्षि श्रुत. वह श्रुत (शास्त्र ), -णिक्खित्त. त्रि० (-निक्षिप्त ) अजिनी जिसके पाठ, गाथा वगैरह परस्पर समान न
२ नामे.अग्नि में डाला हुआ. thrown हों: आचारांगादि कालिक श्रत.A scripture into fire. "अगणिणिक्खितं श्रमा
in which the Gāthās etc. are सुर्य प्रणेसणिज्जं लाभे संते णो पडिगाहेज्जा" not harmonious in form; e. g.
आया० २, १, ६, ३६;-परिणामिय. त्रि. Achāranga etc. " अगमियं का(-परिणामित ) अनिरूपे परिणाम ५भा- लियसुयं" नंदी० ४३; विशे० ५४६; उस. अग्निरूप में परिणामित. transfor- अगम्म. त्रि. (अगम्य ) पाने योग्य नलिते. med into fire. भग० ५, २; १५, १; न जाने योग्य; पहुंच से बाहिर. Unfit for
सेविय. त्रि. ( -सेवित ) मनिथी । ___restorting to. पण्ह ० १, २; (२) स्त्री. संवाये. आग्नद्वारा उष्ण किया हुआ. ति। ४२वा योयनहिते; मा महेन कोरे
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