Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 02
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्री पद्म-वर्धमान संस्कृत धातु रूपावली भाग 2 10 काल के १ला गण कतरि कमा" सन्नन्त प्रेरक tware यङगंत यङलुबन्त कृदन्त संयोजन मुनि राज पद्मसागर मुनि कल्याण पद्मसागर Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ !! श्री आदिनाथाय नमः!! cogaetot aarell Needles Credocene arall Heater ऐं नमः श्रीपहा वर्धमान संस्कृत धातु रूपावली श्री हैम संस्कृत प्रवेशिकानुसारी पहेला गण (दस काल के कर्तरि, कर्मणि रूप, सन्नन्त, प्रेरक, यडन्त, यडब्लुबन्त, अर्थ सहित कृदन्त) (भाग 2) संयोजक मुनि राजपसागर ल्याणपद्मासागर एवम् प्राध्यापक श्री चिरागभाई के. शाह प्रकाशक आचार्य पद्मसागरसूरि चेरिटेबल ट्रस्ट Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिव्य कृपा प.पू.आ.श्री कैलाशसागर सूरीश्वरजी म.सा. प.पू.आ.श्री सुबोध सागरसुरीश्वरजी म.सा. प.पू.आ.श्री कल्याणसागरसुरीश्वरजी म.सा. Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शुभ आशीर्वाद Acharya Padmasagarsuri इन्दार 25-10-2.. सामा(मुनिराजी मसा (ज) 4. 4) (मि) +cri) मसागरजी 4. 3 Gener) " 5-111- संस्कन 403 225/19) का संयोजन किया ,जान (Honey हुई | Regory/ 52 रn/ 58 555 कार/ विमी 1101 54 Feth से (संसला 361 एसी 8021 25 / 5 Fath दो मनिराज +१६स कार लिम 685 1/601 / 2" Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आचार्य वर्धमानसागरसूरि मुनि श्री १०५सार मे. ] मुनि 8211054 सामने भी ५३६माण संस्थत 66753 // j स न 9 छ / 25 २५मोहनी 2514 सम्झाना 2nासुर 275o छ MA65 50 50 सल रे ने भारी जल शुल्म 1908 Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रकाशक र संपर्क स्थान - प्राप्ति स्थान आचार्य पद्मसागरसूरि चेरिटेबल ट्रस्ट C/o. उरेश भाई ए. शाह A/5, झवेरी पार्क जैन फ्लैटस् Opp. स्थानकवासी वाडी, नारणपुरा रेल्वे क्रोसींग, अहमदाबाद - 380013 & (079) - 27558639 श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र कोबा (079) - 23276252 प्रथम आवृति नकल - 1000 विक्रम संवत - 2064 वीर संवत - 2534 इस्वीसन् - 2008 मुल्य : 50 रू. यह पुस्तक ज्ञान स्वाते में से प्रकाशित हुई है। अत: गृहस्थ इसकी रकम भरकर मालिकी करें। -: मुद्रक :कैलाश ऑफसेट पुलिस थाना के पीछे, खेड़ावास, तखतगढ़ जिला-पाली (राज.) 809414463673 TO CGL Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ थोगनिष्ठ श्रीमद् बुद्धि-कीर्ति-कैलास-सुबोध-मनोहर कल्याण-पत्नसागर सूरीश्वरेन्यो नमः शुभ आशीर्वाद प.पू. राष्ट्रसंत, श्रुत संरक्षक आचार्य देव श्री पदासागर सूरीश्वरजी म.सा. एवं प.पू. प्रशान्तमूर्ति, पद्मगौरव आचार्य भगवंत श्री वर्धमान सागर सूरीश्वरजी म.सा. - - - शुभ प्रेरणा एंव मार्गदर्शन प.पू. पंन्यास प्रवर श्री विनय सागरजी म.सा. प.पू. गणिवर्य श्री विवेक सागरजी म.सा. के शिष्य मुनि राजपद्मसागर मुनि कल्याणपसागर / Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ र प्रकाधान को मुख्य सहयोगी श्री कैलास सिद्धाचल चातुर्मास समिति एवं श्री तस्वतगढ़ मंगल भवन ट्रस्ट पालिताणा द्वारा आयोजित प.पू. पद्मगौरव आचार्य देव श्री वर्धमानसागरसूरीश्वरजी म.सा. आदि शिष्य, प्रशिष्य परिवार के यशस्वी चातुर्मास दौरान हुई ज्ञान खाते की रकम में से। श्री ऋषभदेव श्वे.मू.पू.जैन संघ, मीराम्बीका रोड़, अहमदाबाद - 380013 Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | कोबा तीर्थ एक विशेष परिचय श्री महावीर जैन आराधाना केन्द्र अहमदाबाद-गांधीनगर राजमार्ग पर स्थित साबरमती नदी के समीप सुरभ्य वृक्षों की घटाओं से घिरा हुआ धर्म, ज्ञान और कला का त्रिवेणी संगमरूप कोबा तीर्थ प्राकृतिक शान्ति व आध्यात्मिकता का आह्लादक अनुभव करवाता हैं। पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी के प्रशिष्य युगद्रष्टा आचार्य श्रीमत् पद्मसागरसूरीश्वरजी के शुभाशीर्वाद से श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र की स्थापना 26 दिसम्बर 1980 के दिन की गई थी। आचार्य श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी की यह इच्छा थी कि यहाँ पर धर्म, आराधना और ज्ञान-साधना की कोई एकाध प्रवृत्ति ही नहीं वरन् अनेकविध प्रवृत्तियों का महासंगम हो। एतदर्थ पूज्यश्री की ही स्मृति में आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर का निर्माण खास तौर पर किया गया हैं। ' श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा आज चार तथ्यों से जुडकर निरन्तर प्रगति और प्रसिद्धि के शिखर सर कर रहा हैं। (1) प्रतिवर्ष 22 मई को दोपहर दो बजकर सात मिनट पर महावीरलय में परमात्मा श्री महावीरस्वामी के ललाट पर सूर्यकिरणों से बनने वाला देदीप्यमान तिलक। (2) आचार्य श्री कैलाससागरसरिजी का पावन स्मृति-मंदिर। (3) अपने आप में अनुपम आचार्य श्री कैलाससागरसूरिजी ज्ञानमंदिर / (4) जैन व भारतीय कला-संस्कृति की रत्कृष्टता का दर्शन करवाने वाला सम्राट संप्रति संग्रहालय / इनमें से किसी का भी नाम लेने पर स्वतः ये चार स्वरूप उभर कर आते है। आज श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र अनेकविध प्रवृत्तियों में अपनी शाखाओं-प्रशाखाओं के साथ धर्मशासन की सेवा में तत्पर हैं। सम्पूर्ण परिकल्पना के स्वप्नद्रष्टा एवं शिल्पी : तत्कालीन गच्छाधिपति आचार्य भगवन्त श्रीमत् कैलाससागरसूरीश्वरजी के असीम आशीर्वाद व राष्ट्रसन्त जैनाचार्य श्रीमत् पद्मसागरसूरीश्वरजी के अथक, परिश्रम, कुशल मार्गनिर्देशन एवं सफल सान्निध्य के फलस्वरूप श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा तीर्थ अपने आप में एक जीवन्त ऐतिहासिक स्मारक बन गया हैं। यह ज्ञानयज्ञ आचार्य प्रवर के शिष्यरत्नों के अहर्निश सत्प्रयास, कार्यकर्ताओं की लगन तथा उदार दान-दाताओं के अविस्मरणीय सहयोग से निरंतर जारी हैं। Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धर्म तीर्थ महावीरालय : हृदय में अलौकिक धर्मोल्लास जगाने वाला जिनेश्वर श्री महावीरस्वामी का अतिभव्य प्रासाद महावीरालय दर्शनीय हैं। प्रथम तल पर गर्भगृह में मूलनायक श्री महावीरस्वामी आदि 13 प्रतिमाओं के दर्शन होते हैं तथा भूमि तल पर आदीश्वर भगवान की भव्य प्रतिभा, मणिभद्रवीर तथा भगवती पद्मावती सहित पांच प्रतिमाओं के दर्शन होते हैं। सभी प्रतिमाएँ इतनी मोहक एवं चुम्बकीय आकर्षण रखती हैं कि लगता है, सामने ही बैठे रहें। जिन मंदिर को परंपरागत शैली में शिल्पांकनो द्वारा रोचक पद्धति से अलंकृत किया गया है, जिससे सीढ़ियों से लेकर शिखर के गुंबज तक तथा रंगमंडप से गर्भगृह का हर कोना जैन शिल्प कला को आधुनिक युग में पुनः जागृत करता दष्टिगोचर होता है। 24 यक्ष, 24 यक्षणिओं, 16 महाविद्याओं, विविध स्वरूपों में अप्सरा, देव, किन्नर, पशु-पक्षी आदि सहित वेल-वल्लरी एवं परमात्मा श्री महावीर पभु, श्री आदिनाथ प्रभु व श्री पार्श्वनाथ प्रभु की जीवन झांकियों आदि से युक्त कलात्मक काष्ठ द्वार आदि इस मंदिर को जैन शिल्प एवं स्थापत्य के क्षेत्र में एक अप्रतिम उदाहरण के रूप में सफळतापूर्वक प्रस्तुत करते हैं। इस मंदिर की विशेषता है का आचार्य श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी के अन्तिम संस्कार के समय प्रतिवर्ष 22 मई को दुपहर, 2 बजकर 7 मिनट पर महावीरालय के शिखर में से होकर सूर्य किरणें श्री महावीरस्वामी के तिलक को देदीप्यमान करें, ऐसी अनुपम एवं अद्वितीय व्यवस्था की गई हैं। उस दिन इस आह्लादक घटना का दर्शन बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन भावविभोर होकर करते हैं। गुरूमंदिरः- पूज्य गच्छाधिपति आचार्यदेव श्रीमत् कैलाससागर सूरीश्वरजी के पुल्य देह के अन्तिम संस्कार स्थल पर पूज्यश्री की स्मृति में संगमरमर का कलात्मक गुरू मंदिर निर्मित किया गया हैं / गर्भगृह में स्फटिक रत्न से निर्मित अनन्तलब्धि निधान श्री गौतमस्वामीजी की मनोहर मूर्ति तथा रंगमंडप के मध्य में स्फटिक से ही निर्मित गुरू चरण-पादुका वास्तव में दर्शनीय हैं। इस गुरू मंदिर में दीवारों पर संगमरमर की आठ जालियों में श्री गुरू चरणपादुका तथा गुरू श्री गौतमस्वामी के जीवन की विविध घटनाओं को बडे ही कलात्मक ढंग से प्रस्तुत की गई हैं। इस स्थान पर फर्श एवं गर्भगृह की चौकी आदि पर कीमती पत्थरों द्वारा बेल-बूटों की सुंदर पच्चीकारी का कार्य किया गया हैं। यहाँ पर आचार्यश्री के जीवन-प्रसंगों का स्वर्णाक्षरों से अंकित किया जा रहा हैं। Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आराधना भवन : आराधक यहाँ धर्माराधना कर सकें इसके लिए आराधना भवन का निर्माण किया गया हैं। प्राकृतिक हवा एवं रोशनी से भरपूर इस आराधना भवन में मुनि भगवंत स्थिरता कर अपनी संयम आराधना के साथ-साथ विशिष्टि ज्ञानाभ्यास, ध्यान, स्वाध्याय आदि का योग प्राप्त करते हैं। साधु भगवंतों के उच्चस्तरीय अध्ययन के लिए ज्ञानमंदिर में अपन-अपने क्षेत्र के विद्धान पंडितजनों का विशिष्ट प्रबन्ध किया गया हैं। यह ज्ञान, ध्यान तथा आत्माराधना के लिये उत्तम स्थल सिद्ध हो सके इस हेतु यहाँ प्रयास किये गए हैं। मुमुक्षु कुटीर : देश-विदेश के जिज्ञासुओं, ज्ञान-पिपासुओं के लिए दस मुमुक्षु कुटीरों का निर्माण किया गया हैं। हर खण्ड जीवन यापन सम्बन्धी प्राथमिक सुविधाओं से सम्पन्न हैं। संस्था के नियमानुसार विद्यार्थी मुमुक्षु सुव्यवस्थित रूप से यहाँ रह कर उच्चस्तरीय ज्ञानाभ्यास, प्राचीन एवं अर्वाचीन जैन साहित्य का परिचय एवं संशोधन तथा मुनिजनों से तत्त्वज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। भोजनशाला एवं अल्पाहार गृह : यहाँ आनेवाले श्रावकों, दर्शनार्थियों, मुमुक्षुओं, विद्धानों एवं यात्रियों की सुविधा हेतु जैन सिद्धान्तों के अनुरूप सात्त्विक भोजन उपलब्ध कराने की यहाँ सुन्दर व्यवस्था हैं। निकट भविष्य में और भी विस्तार की यहाँ अनगिनत सम्भावनाएँ तथा योजनाएँ हैं। विशेष रूप से एक विशाल श्राविका उपाश्रय, यात्रिक धर्मशाला तथा नूतन भोजनालय शीघ्र ही निर्मित होगें... ज्ञानतीर्थ आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर : श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र की यह आत्मा हैं। यह स्वयं अपने आप में एक विशाल संस्था हैं / अग्रभाग में करीब 400 वर्ष प्राचीन स्फटिकरत्न की प्रभु पार्श्वनाथ की प्रतिमा से सुशाभित रत्नमंदिर से युक्त आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर के अन्तर्गत निम्नलिखित विभाग कार्यरत हैं: देवर्द्धिगणि क्षमाश्रमण हस्तप्रत भांडागार : यहाँ लगभग 2,00,000 से अधिक प्राचीन दुर्लभ हस्तलिखित शास्त्र ग्रंथ संग्रहित हैं। इनमें आगम, न्याय, दर्शन, योग, व्याकरण, इतिहास आदि विषयों से सम्बन्धित अद्भुत ज्ञान का सागर हैं। इस भांडागार में 3,000 से अधिक प्राचीन व अमूल्य ताड़पत्रीय ग्रंथ विशिष्ट रूप Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ से अंग्रहित हैं। इतना विशाल संग्रह किसी भी ज्ञानभंडार के लिये गौरव का विषय हो सकता हैं। आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी ने अपनी भारत-भर की पदयात्रा के दौरान छोटे-छोटे गाँवों में असुरक्षित, उपेक्षित एवं नष्ट हो रही भारतीय संस्कृति की यह अनूठी निधि लोगों को प्रेरित कर संग्रहित करवाई हैं। इनमें अनेक हस्तलिखित ग्रंथ सुवर्ण व रजत से आलेखित हैं तथा सैंकड़ों सचित्र हैं। यहाँ इन बहुमूल्य कृतियों को विशेष रूप से बने ऋतुजन्य दोषों से मुक्त कक्षों में पारम्परिक ढंग से विशिष्ट प्रकार की काष्ठ-मंजूषाओं में संरक्षित करने की प्रक्रिया चल रही हैं। क्षतिग्रस्त प्रतियों को रसायनिक प्रक्रिया से सुरक्षित करने की बृहद् योजना है। महत्वपूर्ण ग्रन्थों की माइक्रोफिल्म, काम्प्यूटर स्केनिंग आदि भो करने का आयोजन हैं। आर्य सुधर्मास्वामी श्रुतागार : ज्ञानमंदिर में भूतल पर विद्वानों आदि हेतु कक्ष/उपकक्ष सहित पाठकों के लिए अध्ययन की सुन्दर व्यवस्था युक्त यह ग्रंथालय हैं। यहाँ कुल मिला कर एक लाख से ज्यादा मुद्रित प्रतें एवं पुस्तकें हैं। ग्रंथालय में भारतीय संस्कृति, सभ्यता, धर्म एवं दर्शन के अतिरिक्त विशेष रूप में जैन धर्म से सम्बन्धित सामग्री सर्वाधिक हैं। इस सामग्री को इतना अधिक समृद्ध किया जा रहा हैं कि कोई भी जिज्ञासु यहाँ आकर जैनधर्म से सम्बन्धित अपनी जिज्ञासा पूर्ण कर सकें। ___ आर्यरक्षितसूरि शोधसागर : ज्ञानमंदिर में संग्रहित हस्तलिखित ग्रंथों तथा मुद्रित पुस्तकों की व्यवस्था करना एक बहुत ही जटिल कार्य हैं। लेकिन ग्रंथ सरलता से उपलब्ध हो सके इसके लिये कम्प्यूटर आधारित बहुउद्देशीय श्रुत अनुसंधान केन्द्र ज्ञानमंदिर के द्वितीय तल पर कार्यरत हैं। ग्रंथालय सेवा में कम्प्यूटर का महत्त्व वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक हो गया हैं। हस्तलिखित व मुद्रित ग्रंथों, उनमें समाविष्ट कृतियों तथा पत्र पत्रिकाओं का विशद सूची-पत्र एवं विस्तृत सूचनाएँ अपने आप में अनोखी पद्धति से विश्व में प्रम बार कम्प्यूटराईज की जा रही हैं। इसके परिणाम स्वरूप प्रकाशन, कृति, कर्ता, संपादक, प्रकाशक, प्रकाशन वर्ष, ग्रंथमाला, कृति के आदि व अंतिम वाक्यों, रचना स्थल, रचना वर्ष आदि से संबद्ध किसी की भी कम से कम दो अक्षरों की जानकारी होने पर इनसे परस्पर संबद्ध अन्य विवरणों की विस्तृत सूचनाएँ बहुत ही सुगमता से उपलब्ध होते देख विद्वद्वर्ग आश्चर्यचकित रह जाता हैं। दर्शकों एवं विद्वानों ने यहाँ की व्यवस्था की भूरी-भूरी प्रशंसा की है तथा 17. Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सुचारू एवं चिरकाल तक हस्तप्रतों को संरक्षित करने की व्यवस्था से प्रभावित होकर अनेक जैन संघो ने बंद पड़े ज्ञान : ण्डार एवं लोगों ने स्वयं अपने व्यक्तिगत संग्रहों को वहाँ पर भेंट दिया हैं। ज्ञानमंदिर के अन्तर्गत निम्नलिखित परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर हैं: (1) समग्र उपलब्ध जैन साहित्य की विस्तृत सूची तैयार करना, इसके तहत (क) समग्र हस्तलिखित जैन साहित्य का विस्तृत सूचीपत्र बनाना। (ख) 'मग्र मुद्रित जैन साहित्य का कोष बनाना। (ग) प्राचीन अर्वाचीन जैन श्रमण व गृहस्थ विद्वानों की परम्परा व उनके व्यक्तिगत-कृतित्व की जानकारी को संग्रहित करना। (घ) अप्रकाशित जैन साहित्य का सूचीपत्र बनाना। अप्रकाशित व अशुद्ध प्रकाशित जैन साहित्य को संशुद्ध बनाकर प्रकाशित करना। प्राचीन जीर्ण-शीर्ण, क्षतिग्रस्त एवं संस्था में अनुपलब्ध दुर्लभ पाण्डुलिपियों, महत्त्वपूर्ण हस्तप्रतों एवं संस्था में अनुपलब्ध प्रकाशनों का जेरोक्स, माईक्रोफिल्मिंग तथा कम्प्यूटर स्केनिंग आदि के माध्यम से संशोधन के लिए उपलब्ध कराना। प्रकाशन : हस्तलिखित ग्रंथों की सूची प्रकाशन योजना के तहत कैलास श्रुतसागर ग्रंथसूची-हस्तलिखित जैन साहित्य खंड 1, 2, 3, 4, 5 का प्रकाशन हो गया हैं। इसी प्रकार क्रमशः 50 से ज्यादा खंडों में हस्तप्रतों से संबद्ध अलग-अलग प्रकार की सूचियाँ प्रकाशित करने हेतु कार्य जारी हैं। आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी के प्रवचन व अन्य उपयोगी साहित्य के प्रकाशन समय-समय पर किये जा रहे हैं। अहमदाबाद नगर में ज्ञानमन्दिर की शाखा : अहमदाबाद के जैन क्षेत्र पालडी विस्तार में आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर की कम्प्यूटर सेवा से सुसज्ज शाखा में स्थापनीय वाचकों की सुविधा हेतु कोबा स्थित ज्ञानमंदिर की सभी सूचनाएँ सुगमता से प्राप्त होती हैं। वहाँ से पुस्तकों के आदान-प्रदान तथा जनसंपर्क का कार्य भी होता हैं। 8.. Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलातीर्थ सम्राट सम्प्रति संग्रहालय : ज्ञानमंदिर में प्रथम तल पर यह अवस्थित हैं। पुरातत्व-अध्येताओं और जिज्ञासु दर्शकों के लिए प्राचीन भारतीय शिल्प व कला परम्परा के गौरवमय दर्शन इस स्थल पर होते हैं। पाषाण व धातु मूर्तियों, ताड़पत्र व कागज पर चित्रित पाण्डुलिपियों, लघुचित्र, पट्ट, विज्ञप्तिपत्र, काष्ठ आदि से बनी प्राचीन एवं अर्वाचीन अद्वितीय कलाकृतियों तथा अन्यान्य पुरावस्तुओं को बहुत ही प्रभावोत्पादक ढंग से धार्मिक व सांस्कृतिक गौरव के अनुरूप यहाँ पर प्रदर्शित किया गया हैं। इस संग्रहालय का विशिष्ट आकर्षण परमार्हत् कुमारपाल खंड है, जहाँ विशेष रूप से जैन श्रुत की श्रवण परम्परा से प्रारम्भ कर शिला, ताम्रपत्र, भूर्जपत्र, ताड़पत्र तदनन्तर हाथ से बने कागज पर लेखन कला के विकास की यात्रा दर्शाई गई है, जिसे देख कर हमें अपने पूर्वजों द्वारा उपलब्ध किये गये आध्यात्मिक उत्कर्ष, सांस्कृतिक गौरव एवं कला की श्रेष्ठता के दर्शन होते हैं। संग्रहालय को और भी समृद्ध करने के प्रयास किए जा रहे हैं। संग्रहालय शीघ्र ही नूतन भवन में स्थानान्तरित किया जाएगा। यहाँ समय-समय पर विशिष्ट प्रदर्शन भी आयोजित किये जाते हैं। श्रुत सरिता : कोबा तीर्थ में आने वाले दर्शनार्थियों एवं ज्ञान-पिपासुओं को यहाँ र उचित मूल्य पर जैन साहित्य व आराधना सामग्री उपलब्ध की जाती हैं। 9 Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बोरीज तीर्थ एक विशेष परिचय विश्व मैत्रीधाम विश्व मैत्रीधाम बोरीज तीर्थ :- गांधीनगर स्थित बोरीज गांव के बाहार अक्षरधाम के सामने हाईवे पर परम पूज्य आचार्यदेव श्री पद्मसागर सूरीश्वरजी की प्रेरणा एवं शुभाशीर्वाद से श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र की शाखारूप विश्व मैत्रीधाम का निर्माण हुआ है। विश्व मैत्रीधाम के तत्वाधान में बोरीज, गाांधीनगर स्थित श्री धनलक्ष्मी महावीरस्वामी जिनमंदिर का जीर्णोद्वारा कार्य पूज्य श्री की ही निश्रामें फरवरी 2003 में सम्पन्न हुआ है। यहाँ पर स्थित प्राचीन मन्दिर में इसी स्थान पर जमीनमें से निकली भगवान महावीरस्वामी आदि प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा योगनिष्ठ आचार्य श्रीमद् बृद्धिसागरसूरीश्वरजी महाराज के कर कमलों से हुई थी। 108 फूट उत्तुंम नवीन मन्दिर स्थापत्य एवं शिल्प दोनों ही द्रष्टि से दर्शनीय है। इसमें 135 इंच के परिकर युक्त भगवान महावीर की 81 इंच की 16 टन वजन की भव्य धातु प्रतिमा प्रतिष्ठित की गई है। यहॉ पर जैन संघ की ऐतिहासिक विरासतरूप कसौटी पत्थर की उस देवकुलिका का पुनर्स्थापन इस तीर्थ में किया गया हैं। जो पश्चिम बंगाल के जगत शेठ द्वारा निर्मित की गई थी। निस्संदेह इससे तीर्थ की शोभा में अभिवृद्धि होगी। यात्रियों की सुविधा के लिए धर्मशाला, भोजनाशाला, मेडिकल सेंटर, वांचनालय, वि. संपूर्ण सुविधा है। विश्व-मैत्रीधाम जैन तीर्थ अक्षरधाम के सामने, बोरीज - 382020, गांधीनगर, फोन नं. 079-55727181, 23243180 Ra-ರ್B ಕೆ. | 101 Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ @RH +MA प्रस्तावना कलिकाल सर्वज्ञ आचार्य देव श्री हेमचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. द्वारा रचित श्री सिद्धहैम व्याकरण में से पू. पंडितवर्य श्री द्वारा संकलित श्री हैम संस्कृत प्रवेशिका प्रथमा को नाकोडा मे पंडितवर्य श्री नरेन्द्रभाई के पास अध्ययन कर, जो कुछ हमारी मति अनुसार कर सकते थे जिसमें बाल जीवों को संस्कृत पढना और आसान हो इसलिए हमने श्री पद्म-वर्धमान संस्कृत धातु शब्द रूपावली का संकलन कीया, अब सिद्धगिरिराज की छत्र-छाया में चातुर्मास के पुन्य संयोग में श्री हैम संस्कृत प्रवेशिका मध्यमा का अध्ययन (पंडितवर्य श्री के पास) करना प्रारम्भ कीया, जैसे जैसे अध्ययन चलता गया वैसे ही सरल होता गया, उसी समय पूज्य गुरूदेवों की पावन प्रेरणा को प्राप्त कर इस पुस्तक का सर्जन संकल्प कीया, जिस प्रकार जैन धर्म में श्रुत (ज्ञान) रूपी सागर मे से हमारे जैसे बाल जीवों के बोधार्थ पूर्वाचार्यों ने भी सरल भाषा में ग्रंथो का सर्जन कीया, उसी प्रकार से संस्कृत के अभ्यासुओं को धातु के रूप, सन्नन्त, प्रेरक, विगेरे की जानकारी सरलता से प्राप्त हो और वे भी संस्कृत के अध्ययन द्वारा आगमग्रंथो का अध्ययन करके स्व एवम् पर के कल्याणार्थ बने यही उद्देश्य से हमने यह पुस्तक प्रकाशित की है, यही अभिलाषा के साथ... मुनि राजपद्मसागर मुनि कल्याणपनसागर / +मनट Page #17 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनुक्यापीका विवरण पेज संख्या 14-19 20-181 | धातुओं का क्रम धातुओं के रूप अर्थ सहित कृदन्त (कृदन्तावली) | साधित धातु समजुति 182-207 209-232 5. 233-238 13 Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं क्रम TE 28.2016 | 14 Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओ का क्रम B क्रम. / गण पद धातु पाठ 388 213 पहेलो पहेला पहेलो पहेलो 962 AAAAA 567 पहेलो 998 पहेलो पहेलो 999 264 294 पहेलो 552 194 A पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 104 972 410 465 172 & | +Ft. FANARRAVललं ललं परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी 971 243 पहेलो 338 384 311 पहेलो पहेलो 52n पहेलो पहेलो पहेलो 21 पहेलो 920 Kimal P पहेलो पहेलो पहेलो 10 पहेलो पहेलो पहेलो 396 गम्(गच्छ) दृश्(पश्य) स्था(तिष्ठ) दा(यच्छ) 495 पहेलो पहेलो 15 Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं का क्रम धातु गण पद धातु पाठ पा(पिन पहेलो 721 पहेलो 957 892 885 पहेलो 588 832 989 786 पहेलो 955 947 819 पहेलो 731 884 981 पहेलो पहेलो 893 पहेलो 996 परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी उभयपदी उभयपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी उभयपदी उभयपदी उभयपदी उभयपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी उभयपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी उभयपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी 1161 पहेलो Fine फEEEEEE EFFFFFFFFFFFF + tuote 882 988 726 पहेलो 757 995 पहेलो 163 पहेलो 937 938 पहेलो 883 711 पहेलो पहेलो 30 पहेलो 987 37 13 211 333 Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं का क्रम क्रम. धातु 67. शिक्ष गण पहेलो पहेलो 68 69 पहेलो धातु पाठ 879 886 122 994 645 983 70. वाञ्छ हे (हाय) श्लाघ् फल लड़ लोक सद् (सीद) हस् पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 73. 19 612 966 545 पहेलो 790 142 564 853 24 पद परस्मैपदी उभयपदी परस्मैपदी उभयपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी उभयपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी उभयपदी परस्मैपदी परस्मैपदी 857 506 क्वथ् 964 784 जृम्भ ज्वल पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 760 605 1010 28 912 970 661 847 848 भ्रम् भ्राज् भ्रास भ्लास् 32 लम्ब 766 लष लिड्ग पहेलो 927 90 207 लुण्ट् पहेलो Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं का क्रम क्रम. धातु गण पद धातु पाठ 100. लोक पहेलो पहेलो 101. शंस 612 550 617 102. शक् 103 549 104. 990 पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 724 सह स्पन्द स्पर्ध ऋ (ऋच्छ) क्रम् 105. 106. 742 107. पहेलो 108. 26 385 959 109. कृप 110. गुप् पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 332 935 111. 112. घ्रा (जिघ्र) 113. 114. पहेलो 3800 496 334 115. 116. 117. 118. 顶可丽丽烈呀啊啊可 आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी उभयपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी उभयपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी उभयपदी आत्मनेपदी उभयपदी आत्मनेपदी उभयपदी उभयपदी परस्मैपदी 710 748 119. पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 120. 386 म्ना (मन) यम् (यच्छ) रूज् (रज) शद् (शीय) ष्ठित् सञ्ज (सज) सस्ज् खन् 124 896 967 463 122 124. पहेलो 173 125. 138 126. पहेलो पहेलो पहेलो 913 127. 880 128. पहेलो 991 785 992 993 997 131 पहेलो पहेलो 181 Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं का क्रम गण पद क्रम. धातु धातु पाठ 133. 330 134 135. पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 136. 137. 138. 965 673 587 854 137 341 297 139. 140. पहेलो 141. 142. 143. 1024 402 597 543 144. पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 145. 146. 7 ཡྻོ , བློ ཀྵ ཝཱ ཡྻོ བློ སྒྱུ ཙིཏྟཾ སྨོ ཡྻོ ཟླ ཝཱ ཡྻ, @ ཡ བནྡྷ ཝ ཝ ཟླ ཀློ ཀྵ // ཟླ འབ , །ཟླ 105 147 धु परस्मैपदी उभयपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी आत्मनेपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मैपदी परस्मेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी आत्मनेपदी 474 खण्ड पहेलो गल् 148 149. 150. 151. 688 452 337 316 जल्प क्रन्द् गुञ्ज 152. 152 154. नाथ् घस् 155. पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो पहेलो 156. स्खल शप काक्ष प्रथ् गर्ह 153 716 544 448 916 580 1003 860 954 157. 158. 159. 160. 161. ध्वंस् 598 10. Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातुओं रूप Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट् धातु. 1 नम् - नमवं, नमस्कार करवो। व. नमामि नमावः नमामः नम्ये नमसि नमथः नमथ नम्यसे नमत: नमन्ति नम्यते नम्यावहे नम्येथे नम्येते नम्यामहे नम्यध्वे नम्यन्ते नमति ह्य. अनमम् अनमः अनमत् अनमाव अनमाम अनमतम अनमत अनमताम् अनमन् अनम्ये अनम्यावहि अनम्यामहि अनम्यथाः अनम्येथाम् अनम्यध्वम् अनम्यत अनम्येताम् अनम्यन्त नमेयम् नमः नमेत् नमेव नमेतम् नमेताम् नमेम नमेत नमेयुः नम्येय नम्येवहि नम्येमहि नम्येथाः नम्येयाथाम् नम्येध्वम् नम्येत नम्येयाताम् नम्येरन् आ. नमानि नम नमाव नमतम नमताम् नमाम नमत नमन्तु नम्यै नम्यावहै नम्यस्व नम्येथाम् नम्यताम् नम्येताम् नम्यामहै नम्यध्वम् नम्यन्ताम नमतु श्व नन्तास्मि नन्तास्वः नन्तास्मः नन्तासि नन्तास्थः नन्तास्थ नन्ता नन्तारौ नन्तारः नन्ताहे नन्तासे नन्ता नन्तास्वहे नन्तास्महे नन्तासाथे नन्ताध्वे नन्तारौ दन्तारः नस्यामि नस्यावः नस्यामः नंस्यसि नंस्यथः नंस्यथ नंस्यति नंस्यतः नंस्यन्ति नंस्ये नंस्यसे नस्यते नस्यावहे नंस्येथे नंस्येते नस्यामहे नंस्यध्वे नस्यन्ते नेमिवहे अनस्यम् अनस्याव अनस्याम अनंस्ये अनस्यावहि अनस्यामहि अनंस्यः अनस्यतम् अनस्यत / अनंस्यथाः अनंस्येथाम् अनंस्यध्वम् अनस्यत् अनस्यताम् अनस्यन् / अनस्यत अनंस्येताम् अनस्यन्त परो ननाम/ननमनेमिव नेमिम नेमे नेमिमहे नेमिथ/ननन्य नेमथुः नेम नेमिषे नेमाथे नेमिध्वे ननाम नेमतुः नेमुः नेमे नेमाते नेमिरे अद्य अनंसिषम् अनंसिष्व अनंसिष्म अनंसि अनंस्वहि अनंस्महि 4 अनंसी: अनंसिष्टम् अनंसिष्ट अनंस्थाः अनसाथाम् अनन्ध्वम् अनंसीत् अनंसिष्टाम् अनंसिषुः अनामि अनंसाताम् अनंसत आशी नम्यासम् नम्यास्व नम्यास्म नंसीय नंसीवहि नसीमहि नम्याः नम्यास्तम् नम्यास्त नंसीष्ठाः नंसीयास्थाम् नंसीध्वम् नम्यात नम्यास्ताम् नम्यासुः नंसीष्ट नंसीयास्ताम् नसीरन् 21 Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 2 पठ् - भणq/पठन करवू व. पठामि पठावः पठामः पठसि पठथः पठथ पठति पठतः पठन्ति पठ्ये पठ्यसे पठ्यते पठ्यावहे पन्येथे पठ्येते पठ्यामहे पठ्यध्वे पठ्यन्ते ह्य. अपतम् आ : 6. त् अपठाव / अपठतम् अपठताम् अपठाम अपठत अपठन् अपठ्ये अपठ्यावहि अपठ्यामहि अपठ्यथाः अपठ्येथाम् अपठ्यध्वम् अपठ्यत अपठ्येताम् अपठ्यन्त पठ्येय पठ्येवहि पश्येमहि पठ्येथाः पठ्येयाथाम् पठ्यध्वम् पठ्येत पठ्येयाताम् पश्येरन् वि. पठेयम पठे: पतेत् आ. पठानि पठ पठतु पठेव पठेतम पठेताम् पठाव पठतम् पठताम् पठेम पठेत पठेयुः पठाम पठत पठन्तु पठ्यै पठ्यावहै पठ्यस्व पठ्येथाम् पठ्यताम् पठ्येताम् पठ्यामहै पठ्यध्वम् पठ्यन्ताम् श्व पठितास्मि पठितास्वः पठितास्मः पठितासि पठितास्थः पठितास्थ पठिता पठितारौ पठितारः पठिताहे पठितास्वहे पठितास्महे पठितासे पठितासाथे पठिताध्वे पठिता पठितारौ पठितारः भवि पठिष्यामि पठिष्यावः पठिष्यामः पठिष्यसि पठिष्यथः पठिष्यथ पठिष्यति पठिष्यतः पठिष्यन्ति 11111 पठिष्ये पठिष्यावहे पठिष्यामहे पठिष्यसे पठिष्येथे पठिष्यध्वे पठिष्यते पठिष्येते पठिष्यन्ते क्रि अपठिष्यम् अपठिष्याव अपठिष्याम अपठिष्ये अपठिष्यावहि अपठिष्यामहि अपठिष्यः अपठिष्यतम् अपठिष्यत अपठिष्यथाः अपठिष्येथाम् अपठिष्यध्वम् अपठिष्यत् अपठिष्यताम्अपठिष्यन् अपठिष्यत अपठिष्येताम् अपठिष्यन् परो पपाठ/पपठ पेठिव पेठिम पेठे पेठिवहे पेठिमहे पेठिथ पेठथुः पेठ पेठिषे पेठाथे पेठिध्वे पपाठ पेठतुः पेतुः पेठे पेठाते पेठिरे अद्य अपाठीत् अपाठिष्टाम् अपाठिषुः। अपठिषि अपठिष्वहि अपठिष्महि 1 अपठीत् अपठिष्टाम् अपठिषुः 22 अपठिष्ठाः अपठिषाथाम् अपठिध्वम् अपाठि अपठिषाताम् अपठिषत आशी पठ्यासम् पठ्यास्व पठ्यास्म पठिषीय पठिषीवहि पठिषीमहि पठ्याः पठ्यास्तम् पठ्यास्त पठिषीष्ठाः पठिषीयास्थाम् पठिषीध्वम् पठ्यात् पठ्यास्ताम् पठ्यासुः पठिषीष्ट पठिषीयास्ताम् पठिषीरन् 1 1221 Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ w कर्मणि धातु. 3 व. पतामि पतसि पतति कर्तरि पत् - पडवू, पताव पतथः पततः व पतामः पतथ पतन्ति पत्यसे / पत्यते पत्यावहे पत्येथे पत्येते पत्यामहे पत्यध्वे पत्यन्ते अपतम अपत: अपताव अपताम अपततम् अपतत अपतताम् अपतन् अपत्ये अपत्यावहि अपत्यामहि अपत्यथाः अपत्येथाम् अपत्यध्वम् अपत्यत अपत्येताम् / अपत्यन्त अपतत् पतेः पतेत् पतेव पतेतम् पतेताम् पतेम पतेत पतेयुः पत्येय पत्येथाः पत्येत पत्येवहि पत्येमहि पत्येयाथाम् पत्येध्वम् पत्येयाताम् पत्येरन् आ. पतानि पत पततु पताव पततम पतताम् पताम पतत पतन्तु पत्यै पत्यावहै पत्यस्व पत्येथाम् पत्यताम् पत्येताम् पत्यामहै पत्यध्वम् पत्यन्ताम् श्व पतितास्मि पतितास्वः पतितास्मः पतितासि पतितास्थः पतितास्थ पतिता पतितारौ पतितारः पतिताहे पतितास्वहे पतितास्महे पतितासे पतितासाथे पतिताध्वे पतिता पतितारौ पतितारः भवि पतिष्यामि पतिष्यावः पतिष्यामः पतिष्ये पतिष्यावहे पतिष्यामहे पतिष्यसि पतिष्यथ: पतिष्यथ पतिष्यसे पतिष्येथे पतिष्यध्वे पतिष्यति पतिष्यतः पतिष्यन्ति पतिष्यते पतिष्येते पतिष्यन्ते क्रि अपतिष्यम् अपतिष्याव अपतिष्यामः अपतिष्ये अपतिष्यावहि अपतिष्यामहि अपतिष्यः अपतिष्यतम् अपतिष्यत अपतिष्यथाः अपतिष्येथाम् अपतिष्यध्वम् अपतिष्यत् अपतिष्यतामअपतिष्यन् अपतिष्यत अपतिष्येताम् अपतिष्यन्त पपात/पपतपेतिव पेतिथ पेतथुः पपात पेतिम पेत पेतुः पेते पेतिषे पेतिवहे पेताथे पेताते ul ill sko titil. पेतिमहे पेतिध्वे पेतिरे पेततुः पेते अद्य अपप्तम अपप्तः अपप्तत् अपप्ताव अपप्ताम: अपतिषि अपतिष्वहि अपतिष्महि अपप्ततम् अपप्तत अपतिष्ठाः अपतिषाथाम अपतिध्वम अपप्तताम् अपप्तन् अपाति अपतिषाताम् अपतिषत पत्यास्व पत्यास्म / पतिषीय पतिषीवहि पतिषीमहि पत्यास्तम पत्यास्त पतिषीष्ठाः पतिषीयास्थाम् पतिषीध्वम् पत्यास्ताम् पत्यासुः / पतिषीष्ट पतिषीयास्ताम् पतिषीरन् आशी पत्यासम् पत्याः पत्यात् 23 Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् कर्मणि कर्तरि धातु. 4 रक्ष् - रक्षण कर व. रक्षामि रक्षाव: रक्षाम: रक्षथः रक्षथ रक्षति रक्षतः रक्षन्ति रक्ष्ये रक्ष्यसे रक्ष्यते रक्ष्यावहे रक्ष्येथे रक्ष्येते रक्ष्यामहे रक्ष्यध्ये रक्ष्यन्ते ह्य. अरक्षम् अरक्षः अरक्षत् अरक्षाव अरक्षतम् अरक्षताम् अरक्षाम अरक्षत अरक्षन् अरक्ष्ये अरक्ष्यथाः अरक्ष्यत अरक्ष्यावहि अरक्ष्यामहि अरक्ष्येथाम् अरक्ष्यध्वम् अरक्ष्येताम् अरक्ष्यन्त रक्षेः रक्ष्येय रक्ष्येथाः रक्ष्येत रक्ष्येवहि रक्ष्येमहि रक्ष्येयाथाम् रक्ष्येध्वम् रक्ष्येयाताम् रक्ष्येरन् रक्ष्य रक्ष्यस्व रक्ष्यताम् रक्ष्यावहै रक्ष्येथाम् रक्ष्येताम् रक्ष्यामहै रक्ष्यध्वम् रक्ष्यन्ताम् रक्षेयम् रक्षेव रक्षेम रक्षेतम् रक्षेत ____ रक्षेत् रक्षेताम् रक्षेयुः आ. रक्षानि रक्षाव रक्षाम रक्ष रक्षतम् रक्षत रक्षतु रक्षताम् रक्षन्तु श्व रक्षितास्मि रक्षितास्वः रक्षितास्मः रक्षितासि रक्षितास्थः रक्षितास्थ रक्षिता रक्षितारौ रक्षितारः भवि रक्षिष्यामि रक्षिष्याव: रक्षिष्यामः रक्षिष्यसि रक्षिष्यथः रक्षिष्यथ रक्षिष्यति रक्षिष्यतः रक्षिष्यन्ति रक्षिताहे रक्षितास्वहे रक्षितास्महे / रक्षितासे रक्षितासाथे रक्षिताध्वे रक्षिता रक्षितारौ रक्षितारः रक्षिष्ये रक्षिष्यावहे रक्षिष्यामहे रक्षिष्यसे रक्षिष्येथे रक्षिष्यध्ये रक्षिष्यते रक्षिष्येते रक्षिष्यन्ते क्रि अरक्षिष्यम् अरक्षिष्याव अरक्षिष्याम: अरक्षिष्ये अरक्षिष्यावहि अरक्षिष्यामहि अरक्षिष्यः अरक्षिष्यतम् अरक्षिष्यत / अरक्षिष्यथाः अरक्षिष्येथाम् अरक्षिष्यध्वम् अरक्षिष्यत् अरक्षिष्यताम् अरक्षिष्यन् अरक्षिष्यत अरक्षिष्येताम् अरक्षिष्यन्त परो ररक्ष ररक्षिव ररक्षिम ररक्षे ररक्षिवहे ररक्षिमहे ररक्षिथ ररक्षथः ररक्ष ररक्षिषे ररक्षाथे ररक्षिध्वे ररक्ष ररक्षतुः रक्षुः ररक्षे रक्षाते ररक्षिरे अद्य अरक्षिषम् अरक्षिष्व अरक्षिष्म अरक्षिषि अरक्षिष्वहि अरक्षिष्महि 1 अरक्षीः अरक्षिष्टम् अरक्षिष्ट अरक्षिष्ठाः अरक्षिषाथाम् अरक्षिध्वम् अरक्षीत् अरक्षिष्टाम् अरक्षिषुः अरक्षि अरक्षिषाताम् अरक्षिषत आशी रक्ष्यासम् रक्ष्यास्व रक्ष्यास्म रक्षिषीय रक्षिषीवहि रक्षिषीमहि रक्ष्याः रक्ष्यास्तम् रक्ष्यास्त रक्षिषीष्ठा: रक्षिषीयास्थाम् रक्षिषीध्वम् रक्ष्यात् रक्ष्यास्ताम् रक्ष्यासुः रक्षिषीष्ट रक्षिषीयास्ताम् रक्षिषीरन 1241 Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि वद् - बोलवू धातु. 5 वदावः वदसि वदामः वदथ वदन्ति उद्ये उद्यसे उद्यते उद्यावहे उद्येथे उद्येते उद्यामहे उद्यध्वे उद्यन्ते वदति वदतः MAA अवदम् अवदः अवदत् अवदाव अवदाम अवदतम् अवदत अवदताम् अवदन् औद्ये औद्यथाः औद्यत औद्यावहि औद्येथाम औद्येताम् औद्यामहि औद्यध्वम औद्यन्त वदेयम् वदे: वदेव वदेतम् वदेताम् वदेम वदेत वदेयुः उद्येय उद्येवहि उद्येमहि उद्येथाः उद्येयाथाम् उद्यध्वम् उद्येत उद्येयाताम् उद्येरन् वदेत् वदानि वद वदाव वदतम वदताम् वदाम वदत वदन्तु उद्यै उद्यस्व उद्यताम् उद्यावहै उद्येथाम उद्येताम् उद्यामहै उद्यध्वम् उद्यन्ताम् वदतु श्व वदितास्मि वदितास्वः वदितास्मः / वदिताहे वदितास्वहे वदितास्महे वदितासि वदितास्थः वदितास्थ वदितासे वदितासाथे वदिताध्वे वदिता वदितारौ वदितारः वदिता वदितारौ वदितारः भवि वदिष्यामि वदिष्यावः वदिष्यामः वदिष्ये वदिष्यावहे वदिष्यामहे वदिष्यति वदिष्यतः वदिष्यन्ति वदिष्यते वदिष्येते वदिष्यन्ते क्रि अवदिष्यम् अवदिष्याव अवदिष्याम अवदिष्ये अवदिष्यावहि अवदिष्यामहि अवदिष्यः अवदिष्यतम् अवदिष्यत अवदिष्यथाः अवदिष्येथाम् अवदिष्यध्वम् अवदिष्यत् अवदिष्यतामअवदिष्यन् अवदिष्यत अवदिष्येताम् अवदिष्यन्त परो उवाद/उवद ऊदिव ऊदिम ऊदे. ऊदिवहे ऊदिमहे उवदिथ ऊदथुः ऊद ऊदिषे ऊदाथे ऊदिध्वे उवाद ऊदतुः ऊदुः / ऊदे ऊदाते ऊदिरे अद्य अवादिषम् अवादिष्व अवादिष्म अवदिषि अवदिष्वहि अवदिष्महि 1 अवादीः अवादिष्टम् अवादिष्ट अवदिष्ठाः अवदिषाथाम् अवदिध्वम् अवादीत् अवादिष्टाम् अवादिषुः अवादि अवदिषाताम् अवदिषत आशी उद्यासम् उद्यास्व उद्यास्म वदिषीय वदिषीवहि वदिषीमहि उद्याः उद्यास्तम् उद्यास्त वदिषीष्ठाः वदिषीयास्थाम् वदिषीध्वम् उद्यात् उद्यास्ताम् उद्यासुः वदिषीष्ट वदिषीयास्ताम् वदिषीरन् 125 Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 6 वस् - वसवू/रहेQ व. वसामि वसावः वसामः वससि वसथः वसथ वसति वसतः वसन्ति उष्ये उष्यसे उष्यते उष्यावहे उष्येथे उष्येते उष्यामहे उष्यध्वे उष्यन्ते ह्य. अवसम् अवसाव अवसः अवसतम् अवसत् अवसताम् अवसाम अवसत अवसन् औष्ये औष्यथाः औष्यत औष्यावहि औष्येथाम् औष्येताम् औष्यामहि औष्यध्वम् औष्यन्त वि. वसेयम् वसे: वसेत् वसेव वसेतम् वसेताम् वसेम वसेत वसेयुः उष्येय उष्येवहि उष्येमहि उष्येथाः उष्येयाथाम् उष्येध्वम् उष्येत उष्येयाताम् उष्येरन् आ. वसानि वसाव वस वसतम वसतु वसताम् वसाम वसत वसन्तु उष्य उष्यावहै उष्यस्व उष्येथाम उष्यताम् उष्येताम् उष्यामहै उष्यध्वम् उष्यन्ताम् श्व वस्तास्मि वस्तास्वः / वस्तास्मः वस्तासि वस्तास्थः वस्तास्थ वस्ता वस्तारौ वस्तारः वस्ताहे वस्तास्वहे वस्तास्महे वस्तासे वस्तासाथे वस्तावे वस्ता वस्तारौ वस्तारः भवि वत्स्यामि वत्स्यावः वत्स्यामः वत्स्यसि वत्स्यथः वत्स्यथ वत्स्यति वत्स्यतः वत्स्यन्ति वत्स्ये वत्स्यावहे वत्स्यामहे वत्स्यसे वत्स्येथे वत्स्यध्वे वत्स्यते वत्स्येते वत्स्यन्ते क्रि अवत्स्यम् अवत्स्याव अवत्स्याम अवत्स्यः अवत्स्यतम् अवत्स्यत अवत्स्यत् अवत्स्यताम् अवत्स्यन् अवत्स्ये अवत्स्यावहि अवत्स्यामहि अवत्स्यथाः अवत्स्येथाम् अवत्स्यध्वम् अवत्स्यत अवत्स्येताम् अवत्स्यन्त परो उवास/उवस ऊषिव ऊषिम उवस्थ/उवसिथ ऊषथुः ऊष उवास ऊषतुः ऊषुः ऊषे ऊषिषे ऊषे ऊषिवहे ऊषार्थ ऊषाते ऊषिध्वे ऊषिरे अद्य अवात्सम् अवात्स्व अवात्स्म 2 अवात्सीः अवात्तम् / अवात्त अवात्सीत् अवात्ताम् अवात्सुः अवत्सि अवत्स्वहि अवत्स्महि अवस्थाः अवत्साथाम् अवद्ध्वम् अवासि अवत्साताम् अवत्सत वत्सीय वत्सीवहि वत्सीमहि वत्सीष्ठाः वत्सीयास्थाम वत्सीध्वम् वत्सीष्ट वत्सीयास्ताम् वत्सीरन् आशी उष्यासम् उष्यास्व उष्यास्म उष्याः उष्यास्तम् उष्यास्त उष्यात उष्यास्ताम् उष्यासुः 126 Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 7 व. भणामि भणसि भणति कर्तरि भण् - भण/कहे भणावः भणामः भणथः भणथ भणतः भणन्ति भण्ये भण्यसे भण्यते भण्यावहे भण्येथे भण्येते भण्यामहे भण्यध्वे भण्यन्ते अभणम् अभणः अभणाव अभणतम् अभणताम् अभणाम अभणत - अभणन् अभण्ये अभण्यावहि अभण्यामहि अभण्यथाः अभण्येथाम् अभण्यध्वम् अभण्यत अभण्येताम् / अभण्यन्त अभणत् वि. भणेयम् भणे: भणेत् भणेव भणेतम् भणेम भणेत भणेयुः भण्येय भण्येथाः भण्येत भण्येवहि भण्येयाथाम् भण्येयाताम् भण्येमहि भण्यध्वम् भण्येरन् भणेताम् भणाव आ. भणानि भण भणतु भणतम् भणताम् भणाम भणत भणन्त भण्यस्व भण्यताम भण्यावहै भण्येथाम् भण्येताम् भण्यामहै भण्यध्वम भण्यन्ताम् श्व भणितास्मि भणितास्वः भणितास्मः भणिताहे भणितासि भणितास्थः भणितास्थ भणितासे भणिता भणितारौ भणितारः भणिता भणितास्वहे भणितासाथे भणितारौ e eft if it ili tu rit Ill tit fit iit, भणितास्महे भणिताचे भणितारः भवि भणिष्यामि भणिष्याव: भणिष्यामः भणिष्ये। भणिष्यावहे भणिष्यसि भणिष्यथः भणिष्यथ भणिष्यसे / भणिष्येथे भणिष्यति भणिष्यतः भणिष्यन्ति भणिष्यते / भणिष्येते भणिष्यामहे भणिष्यध्वे भणिष्यन्ते क्रि अभणिष्यम् अभणिष्याव अभणिष्याम अमणिष्ये अभणिष्यावहि अभणिष्यामहि अभणिष्यः अभणिष्यतम् अभणिष्यत अभणिष्यथाः अभणिष्येथाम् अभणिष्यध्वम् अभणिष्यत् अभणिष्यताम अभणिष्यन् अभणिष्यत अभणिष्येताम् अभणिष्यन्त परो बभाण/बभण बभणिव बभणिथ बभणथुः बभाण बभणतुः बभणिम / बभणे बभणबभणिषे बभणुः बभणे बभणिवहे बभणाथे बभणाते बभणिमहे बभणिध्वे बभणिरे अद्य अभणीत् अभणिष्टाम् अभणिषुः 1 अभणिषि 1 अभाणीत् अभाणिष्टाम् अभाणिषुः 2 अभणिष्ठाः अमाणि अभणिष्वहि अभणिष्महि अभणिषाथाम् अभणिध्वम् अभणिषाताम् अभणिषत आशी भण्यासम् भण्यास्व भण्यास्म भणिषीवहि भणिषीमहि भण्याः भण्यास्तम् भण्यास्त भणिषीष्ठाः भणिषीयास्थाम् भणिषीध्वम् भण्यात् भण्यास्ताम् भण्यासुः भणिषीष्ट भणिषीयास्ताम् भणिषीरन् 27 Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट कर्मणि धातु. 8 व. खादामि खादसि खादति कर्तरि खाद् - खा, खादावः खादथः खादतः खादामः खादथ खादन्ति खाद्ये खाद्यसे खाद्यते खाद्यावहे खाद्येथे खाद्यामहे खाद्यध्वे खाद्यन्ते खाद्ये ह्य. अखादम् अखादः अखादत् अखादाव अखादतम अखादताम् अखादाम अखादत अखादन् अखाद्ये अखाद्यावहि अखाद्यथाः अखाद्येथाम् अखाद्यत अखाद्येताम् अखाद्यामहि अखाद्यध्वम् अखाद्यन्त वि. खादेयम् खाद्येमहि खादेः खादेव खादेतम् खादेताम् खादेम खादेत खादेयुः खाद्येय खाद्येथाः खाद्येत खाद्येवहि खाद्येयाथाम् खाद्ययाताम् / खाद्यध्वम् खादेत् खाघेरन् आ. खादानि खाद खादतु खादाव खादतम् खादताम् खादाम खादत खादन्तु खाद्यै खाद्यस्व खाद्यताम् खाद्यावहै खाद्येथाम् खाद्येताम् खाद्यामहै खाद्यध्वम् खाद्यन्ताम् श्व खादितास्मि खादितास्वः खादितास्मः खादिताहे खादितास्वहे खादितासि खादितास्थः खादितास्थ खादितासे खादितासाथे / खादिता खादितारौ खादितारः खादिता खादितारौ खादितास्महे खादितावे खादितारः भवि खादिष्यामि खादिष्यावः खादिष्यसि खादिष्यथः खादिष्यति खादिष्यतः खादिष्यामः खादिष्ये खादिष्यावहे खादिष्यथ खादिष्यसे खादिष्येथे खादिष्यन्ति खादिष्यते खादिष्येते खादिष्यामहे खादिष्यध्वे खादिष्यन्ते क्रि अखादिष्यम् अखादिष्याव अखादिष्याम अखादिष्ये अखादिष्यावहि अखादिष्यामहि अखादिष्यः अखादिष्यतम् अखादिष्यत अखादिष्यथाः अखादिष्येथाम् अखादिष्यध्वम् अखादिष्यत् अखादिष्यताम अखादिष्यन् अखादिष्यत अखादिष्येताम् अखादिष्यन्त परो चखाद चखादिथ चखाद चखादिव चखादिम चखादथुः / चखाद चखादतुः चखादुः चखादे चखादिवहे चखादिषे चखादाथे चखादे चखादाते चखादिमहे चखादिवे चखादिरे अरवा अद्य अखादिषम् अखादिष्व 1 अखादीः अखादिष्टम् अखादिष्ट अखादित् अखादिष्टाम् अखादिषुः अखादिषि अखादिष्वहि अखादिष्ठाः अखादिषाथाम् / अखादि अखादिषाताम् अखादिष्महि अखादिध्वम् अखादिषत आशी खाद्यासम् खाद्यास्व खाद्याः खाद्यास्तम् खाद्यात खाद्यास्ताम् खाद्यास्म खादिषीय खादिषीवहि खादिषीमहि खाद्यास्त खादिषीष्ठाः खादिषीयास्थाम् खादिषीध्वम् खाद्यासुः खादिषीष्ट खादिषीयास्ताम् खादिषीरन् 1281 Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 6 दहामि दहसि दहति कर्तरि अनिट दह - बळवू-बाळ दहावः दहामः दह्ये दहथः दहथ दह्यसे दहतः दहन्ति दह्यते दह्यावहे दोथे दह्येते दह्यामहे दह्यध्वे दह्यन्ते ह्य. अदहम् अदहः अदहत् अदहाव अदहतम् अदहताम् अदहाम अदहत अदहन् अदह्ये अदह्यथाः अदात अदह्यावहि अदह्येथाम् अदह्येताम् अदह्यामहि अदह्यध्वम् अदह्यन्त दहेम दह्येय दहेयम् दहे: दहेत् दहेव दहेतम् दहेताम् दहेत दह्येथाः दह्येवहि दह्येयाथाम् दह्येयाताम् दोमहि दह्येध्वम् दोरन् दहयुः दह्येत आ. दहानि दह दहतु दहाव दहतम् दहताम् दहाम दहत दाँ दह्यस्व दह्यताम् दह्यावहै दह्येथाम् दह्येताम् दह्यामहै दह्यध्वम् दह्यन्ताम् दहन्तु श्व दग्धास्मि दग्धासि दग्धा दग्धास्वः दग्धास्मः दग्धास्थः दग्धास्थ दग्धारौ दग्धार: दग्धाहे दग्धासे दग्धा दग्धास्वहे दग्धासाथे दग्धारौ दग्धास्महे दग्धाध्ये दग्धारः धक्ष्ये भवि धक्ष्यामि धक्ष्यसि धक्ष्यति धक्ष्याव: धक्ष्यथ: धक्ष्यतः धक्ष्यामः धक्ष्यथ धक्ष्यन्ति धक्ष्यसे धक्ष्यते धक्ष्यावहे धक्ष्येथे धक्ष्येते धक्ष्यामहे धक्ष्यध्वे धक्ष्यन्ते अधक्ष्यम अधक्ष्यः अधक्ष्यत् अधक्ष्याव अधक्ष्याम अधक्ष्यतम् अधक्ष्यत अधक्ष्यताम् अधक्ष्यन् अधक्ष्ये अधक्ष्यथाः अधक्ष्यत अधक्ष्यावहि अधक्ष्येथाम् अधक्ष्येताम् अधक्ष्यामहि अधक्ष्यध्वम् अधक्ष्यन्त देहिम . परो ददाह/ददह देहिव देहिथ/ददग्ध देहथुः ददाह देहे देहिषे देहे देहिवहे देहाथे देहाते देहिमहे देहिध्वे देहिरे देहतुः अद्य अधाक्षम् 2 अधाक्षी: अधाक्षीत् अधाक्ष्व अधाक्ष्म अदाग्धम अदाग्ध अदाग्धाम् अधाक्षुः अधक्षि अदग्धाः अदाहि अधक्ष्वहि अधक्षाथाम अधक्षाताम् अधक्ष्महि अधग्ध्वम् अधक्षत आशी दह्यासम् दह्याः दह्यात् दह्यास्व दह्यास्म धक्षीय दह्यास्तम् दह्यास्त धक्षीष्ठाः दह्यास्ताम् दह्यासुः धक्षीष्ट धक्षीवहि धक्षीमहि धक्षीयास्थाम् धक्षीध्वम् धक्षीयास्ताम् धक्षीरन् Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 10 अट् - रखड व. अटामि अटावः अटसि अटथः अटति अटतः अटामः अटथ अटन्ति अट्ये अट्यसे अट्यते अट्यावहे अट्येथे अट्येते अट्यामहे अट्यध्वे अट्यन्ते आटाव आटतम आटताम् आटाम आटत आटन् आट्ये आट्यावहि आट्यथाः आट्येथाम् आट्यत आट्येताम् आट्यामहि आट्यध्वम् आट्यन्त ह्य. आटम् आट: आटत् वि. अटेयम् अटे: अटेत् अटेम अटेव अटेतम् अटेताम् अटेत अटेयुः अट्येय अट्येवहि अट्येथाः अट्येयाथाम् अट्येत अट्येयाताम् अट्येमहि अट्यध्वम् अट्येरन् आ. अटानि अट अटतु अटाव अटतम् अटताम् अटाम अटत अटन्तु अट्यै अट्यावहै अट्यस्व अट्येथाम् अट्यताम् अट्येताम् अट्यामहै अट्यध्वम् अट्यन्ताम श्व अटितास्मि अटितास्वः अटितास्मः अटितासि अटितास्थः अटितास्थ अटिता अटितारौ अटितारः अटिताहे अटितास्वहे अटितासे अटितासाथे अटिता अटितारौ अटितास्महे अटिताध्ये अटितारः भवि अटिष्यामि अटिष्यावः / अटिष्यामः / अटिष्ये अटिष्यावहे अटिष्यसि अटिष्यथः अटिष्यथ / अटिष्यसे अटिष्येथे अटिष्यति अटिष्यतः अटिष्यन्ति / अटिष्यते अटिष्येते अटिष्यामहे अटिष्यध्वे अटिष्यन्ते क्रि आटिष्यम आटिष्याव आटिष्याम आटिष्ये आटिष्यावहि आटिष्यः आटिष्यतम् आटिष्यत आटिष्यथाः आटिष्येथाम् / आटिष्यत् आटिष्यताम् आटिष्यन् आटिष्यत आटिष्येताम् / आटिष्यामहि आटिष्यध्वम् आटिष्यन्त आटिम परो आट आटिथ आट आटिव आटथुः आटतुः आट आटे आटिषे आटे आटिवहे आटाथे आटाते आटिमहे आटिवे आटिरे आटुः अद्य आटिषम् आटिष्व आटिष्म | आटिषि आटिष्वहि आटिष्महि 1 आटी आटिष्टम् आटिष्ट आटिष्ठाः आटिषाथाम् / आटिध्वम् __ आटीत् आटिष्टाम् आटिषुः आटि आटिषाताम् अटिषत आशी अट्यासम् अट्यास्व अट्यास्म अटिषीय अटिषीवहि अटिषीमहि अट्याः अट्यास्तम् / अट्यास्त अटिषीष्ठाः अटिषीयास्थाम् अटिषीध्वम् अट्यात् अट्यास्ताम् अट्यासुः / अटिषीष्ट अटिषीयास्ताम् अटिषीरन् Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 11 व. अर्चामि अर्चसि अर्चति कर्तरि अर्च् - पूजा करवी अर्चावः अर्चाम: अर्चथः अर्चथ अर्चतः अर्चन्ति अर्घ्य अय॑से अावहे अWथे अर्येते अर्ध्यामहे अर्यध्वे अर्च्यन्ते अर्च्यते ह्य. आर्ये आर्चम् आर्च: आर्चत् आर्चाव आर्चतम् आर्चताम् आर्चाम आर्चत आर्चन् आय॑थाः आर्च्यत आर्ध्यावहि आर्येथाम् आर्येताम् आया॑महि आर्यध्वम् आर्च्यन्त वि. अर्चेयम अर्चः अर्चेत् अर्चेव अर्चेतम् अर्चेताम् अर्चेम अर्चेत अर्चेयुः अर्येय अर्घ्यथाः अर्येत अयॆवहि अय॑याथाम् अर्येयाताम् अय॑महि अWध्वम् अर्येरन् अर्ध्यामहै अर्यध्वम् अय॑न्ताम् आ. अर्चानि अर्चाव अर्चाम अच्यै अर्ध्यावहै अर्च अर्चतम् अर्चत / अय॑स्व अर्येथाम् अर्चतु अर्चताम् अर्चन्तु अय॑ताम् अर्येताम् श्व अर्चितास्मि अर्चितास्वः अर्चितास्मः अर्चिताहे अर्चितास्वहे अर्चितासि अर्चितास्थः अर्चितास्थ अर्चितासे अर्चितासाथे अर्चिता अर्चितारौ अर्चितारः / अर्चिता अर्चितारौ an api uji mi mi mi jpa 1jt nji 132 अर्चितास्महे अर्चिताध्वे अर्चितारः अर्चिष्यामि अर्चिष्यावः अर्चिष्यामः अर्चिष्ये अर्चिष्यावहे अर्चिष्यसि अर्चिष्यथः अर्चिष्यथ / अर्चिष्यसे अर्चिष्येथे अर्चिष्यति अर्चिष्यतः अर्चिष्यन्ति अर्चिष्यते अर्चिष्येते अर्चिष्यामहे अर्चिष्यध्वे अर्चिष्यन्ते क्रि आर्चिष्यम् आर्चिष्याव आर्चिष्याम आर्चिष्ये आर्चिष्यावहि आर्चिष्यः आर्चिष्यतम् आर्चिष्यत आर्चिष्यथाः आर्चिष्येथाम् / आर्चिष्यत् आर्चिष्यताम् आर्चिष्यन् आर्चिष्यत आर्चिष्येताम् आर्चिष्यामहि आर्चिष्यध्वम् आर्चिष्यन्त परो आनर्च आनर्चिथ आनर्च आनर्चिव आनर्चिम आनर्चथः आनर्च। आनर्चतुः आनचुः आनर्चे आनर्चिषे आनर्च आनर्चिवहे आन थे आनर्चाते आनर्चिमहे आनर्चिध्वे आनचिरे | आर्चिषि अद्य आर्चिषम् आर्चिष्व आर्चिष्म आर्चिष्वहि आर्चिष्महि 1 आर्चीः आर्चिष्टम् आर्चिष्ट आर्चिष्ठाः आर्चिषाथाम् आर्चिध्वम् आर्चीत् आर्चिष्टाम् आर्चिषुः | आर्चि आर्चिषाताम् आर्चिषत आशी अर्ध्यासम् अास्व अास्म अर्चिषीय अर्चिषीवहि। अर्चिषीमहि अाः अास्तम् अर्यास्त अर्चिषीष्ठाः अर्चिषीयास्थाम् अर्चिषीध्वम् अात् अर्यास्ताम् अासुः अर्चिषीष्ट अर्चिषीयास्ताम् अर्चिषीरन् 131 Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 12 चल् -चालवू व. चलामि चलावः चलसि चलथः चलति चलतः चलामःचल्ये चलथ चल्यसे चलन्ति चल्यते चल्यावहे चल्येथे चल्येते चल्यामहे चल्यध्वे चल्यन्ते ह्य. अचलम अचलः अचलत् अचलाव अचलतम् अचलताम् अचलत अचल्ये अचल्यावहि / अचल्यथाः अचल्येथाम् अचल्यत अचल्येताम् अचल्यामहि अचल्यध्वम् अचल्यन्त वि. चलेयम् चले: चलेत् चलेव चलेतम् चलेताम् चलेम चलेत चलेयुः चल्येय चल्येथाः चल्येत चल्येवहि चल्येयाथाम् चल्येयाताम् चल्येमहि चल्यध्वम् चल्येरन् चल्यामहै आ. चलानि चल चलतु चलाव चलतम चलताम् चलाम चलत चलन्तु चल्यै चल्यस्व चल्यताम् चल्यावहै चल्येथाम् चल्येताम् चल्यध्वम् चल्यन्ताम् श्व चलितास्मि चलितास्वः चलितास्मः चलिताहे चलितास्वहे चलितासि चलितास्थः चलितास्थ चलितासे चलितासाथे / चलिता चलितारौ चलितारः चलिता चलितारौ चलितास्महे चलिताध्वे चलितार: भवि चलिष्यामि चलिष्यावः चलिष्यामः चलिष्ये चलिष्यावहे चलिष्यः चलिष्यथः चलिष्यथ चलिष्यसे चलिष्येथे चलिष्यति चलिष्यतः चलिष्यन्ति चलिष्यते चलिष्येते चलिष्यामहे चलिष्यध्वे चलिष्यन्ते क्रि अचलिष्यम् अचलिष्याव अचलिष्याम अचलिष्ये अचलिष्यावहि अचलिष्यामहि अचलिष्यः अचलिष्यतम् अचलिष्यत अचलिष्यथाः अचलिष्येथाम् अचलिष्यध्वम् अचलिष्यत् अचलिष्यताम् अचलिष्यन् अचलिष्यत अचलिष्येताम् अचलिष्यन्त परो चचाल/चचल चेलिव चेलिमचेले चेलिवहे चेलिमहे चेलिथ चेलथुः चेलचेलिषे चेलाथे चेलिध्वे ___चचाल चेलतुः चेलुः चेले चेलाते चेलिरे अद्य अचालिषम् अचालिष्व अचालिष्म अचलिषि अचलिष्वहि अचलिष्महि 2 अचालीः अचालिष्टम् अचालिष्ट अचलिष्ठाः अचलिषाथाम् अचलिध्वम् अचालीत् अचालिष्टाम् अचालिषुः अचालि अचलिषाताम् अचलिषत आशी चल्यासम् चल्यास्व चल्यास्म चलिषीय चलिषीवहि चलिषीमहि चल्याः चल्यास्तम् चल्यास्त चलिषीष्ठाः चलिषीयास्थाम चलिषीध्वम् चल्यात् चल्यास्ताम् चल्यासुः चलिषीष्ट चलिषीयास्ताम् चलिषीरन् 321 Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि धातु. 13 व. चरामि चरसि चरति कर्तरि चर् - चरर्बु, फरवू चरावः चरामः चरथः चरथ चरः चरन्ति चर्ये चर्यसे चर्यते चर्यावहे चर्येथे चर्येते चर्यामहे चर्यध्वे चर्यन्ते ह्य. अचरम् अचर: अचरत् अचराव अचरतम् अचरताम् अचराम अचरत अचरन् चर्ये अचर्यथाः अचर्यत अचर्यावहि अचर्येथाम् अचर्येताम् अचर्यामहि अचर्यध्वम् अचर्यन्त वि. चर्येय चर्येमहि चरेयम् चरे: चरेत् चरेव चरेतम् चरेताम् चरेम चरेत चरेयुः चर्येथाः चर्येवहि चर्येयाथाम् चर्येयाताम् चर्यध्वम् चर्येत चर्येरन् आ. चराणि चर चराव चरतम चरताम् चराम चरत चर्यावहै चर्येथाम् चरतु चर्यस्व चर्यताम् चरन्तु चर्येताम् चर्यामहै चर्यध्वम् चर्यन्ताम् चरितास्महे चरिताध्ये चरितारः श्व चरितास्मि चरितास्वः चरितास्मः चरितासि चरितास्थः चरितास्थ चरिता चरितारौ चरितारः चरिताहे चरितासे चरिता चरितास्वहे चरितासाथे चरितारौ भवि चरिष्यामि चरिष्यावः चरिष्यामः चरिष्ये चरिष्यसि चरिष्यथः चरिष्यथ चरिष्यसे चरिष्यति चरिष्यतः चरिष्यन्ति चरिष्यते चरिष्यावहे चरिष्येथे चरिष्येते चरिष्यामहे चरिष्यध्वे चरिष्यन्ते क्रि अचरिष्यम् अचरिष्याव अचरिष्याम अचरिष्ये अचरिष्यावहि / अचरिष्यः अचरिष्यतम अचरिष्यत / अचरिष्यथाः अचरिष्येथाम अचरिष्यत् अचरिष्यताम् अचरिष्यन् आर्चिष्यत अचरिष्येताम् अचरिष्यामहि अचरिष्यध्वम् अचरिष्यन्त परो चचार/चचर चेरिव चेरिथ चेरथुः चचार चेरतुः चेरिम चेर चेरू: चेरिषे चेरिवहे चेराथे चेराते चेरिमहे चेरिध्वे चेरिरे अद्य अचारिषम 1 अचारीः अचारीत् अचारिष्व अचारिष्म अचरिषि अचरिष्वहि अचारिष्टम् अचारिष्ट अचरिष्ठाः अचरिषाथाम् / अचारिष्टाम् अचारिषुः अचारि अचरिषाताम् / अचरिष्महि अचरिध्वम् अचरिषत आशी चर्यासम् चर्याः चर्यात् चर्यास्व चर्यास्म चर्यास्तम् चर्यास्त चर्यास्ताम् चर्यासुः चरिषीय चरिषीवहि चरिषीष्ठाः चरिषीयास्थाम् चरिषीष्ट चरिषीयास्ताम् चरिषीमहि चरिषीध्वम् चरिषीरन् Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 14 जीव् -आजीविका चलाववी व. जीवामि जीवावः जीवामः जीवसि जीवथः जीवथ / जीवति जीवतः जीवन्ति जीव्ये जीव्यसे जीव्यते जीव्यावहे जीव्येथे जीव्येते जीव्यामहे जीव्यध्वे जीव्यन्ते ह्य. अजीवम् अजीव: अजीवत् अजीवाव अजीवतम् अजीवताम् अजीवाम अजीवत अजीवन् अजीव्यये अजीव्यावहि अजीव्यथाः अजीव्येथाम् अजीव्यत अजीव्येताम् अजीव्यामहि अजीव्यध्वम् अजीव्यन्त वि. जीवेयम् जीवेव जीवेम जीव्येय जीव्येवहि जीव्येमहि जीवेः जीवेतम् जीवेत जीव्येथाः जीव्येयाथाम् जीव्येध्वम् जीवेत् जीवेताम् जीवेयुः जीव्येत जीव्येयाताम्। जीव्येरन् आ. जीवानि जीवाव जीवाम जीव्यै जीव्यावहै जीव्यामहै जीव जीवतम् जीवत जीव्यस्व जीव्येथाम् जीव्यध्वम् जीवतु जीवताम् जीवन्तु जीव्यताम् जीव्येताम् जीव्यन्ताम् श्व जीवितास्मि जीवितास्वः जीवितास्मः जीविताहे जीवितास्वहे जीवितास्महे जीवितासि जीवितास्थः जीवितास्थ जीवितासे जीवितासाथे जीविताध्ये जीविता जीवितारौ जीवितारः जीविता जीवितारौ जीवितारः भवि जीविष्यामि जीविष्याव: जीविष्यामः जीविष्ये जीविष्यावहे जीविष्यसि जीविष्यथः जीविष्यथ जीविष्यसे जीविष्येथे जीविष्यति जीविष्यतः जीविष्यन्ति जीविष्यते जीविष्येते जीविष्यामहे जीविष्यध्वे जीविष्यन्ते क्रि अजीविष्यम् अजीविष्याव अजीविष्याम अजीविष्ये अजीविष्यावहि अजीविष्यामहि अजीविष्यः अजीविष्यतम् अजीविष्यत अजीविष्यथाः अजीविष्येथाम् अजीविष्यध्वम् अजीविष्यत् अजीविष्यताम् अजीविष्यन् अजीविष्यत अजीविष्येताम् अजीविष्यन्त TIT BU NE BI BITI परो जिजीव जिजीविव जिजीविम जिजीवे जिजीविवहे जिजीविमहे जिजीविथ जिजीवथः जिजीव जिजीविषे जिजीवाथे। जिजीविध्वे जिजीव जिजीवतुः जिजीवुः जिजीवे जिजीवाते जिजीविरे main अद्य अजीविषम् अजीविष्व अजीविष्म अजीविषि अजीविष्वहि अजीविष्महि 1 अजीवीः अजीविष्टम् अजीविष्ट अजीविष्ठाः अजीविषाथाम् अजीविध्वम् अजीवीत् अजीविष्टाम् अजीविषुः अजीवि अजीविषाताम् अजीविषत आशी जीव्यासम् जीव्यास्व जीव्यास्म जीविषीय जीविषीवहि जीविषीमहि जीव्याः जीव्यास्तम् जीव्यास्त जीविषीष्ठाः जीविषीयास्थाम् जीविषीध्वम् जीव्यात् जीव्यास्ताम् जीव्यासुः जीविषीष्ट जीविषीयास्ताम् जीविषीरन् 34 Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि अनिट् : कर्मणि धातु. 15 त्यज् -त्याग करवो/त्याग, व. त्यजामि त्यजावः त्यजामः त्यज्ये त्यज्यावहे त्यजसि त्यजथः त्यजथ / त्यज्यसे त्यज्येथे त्यजति त्यजतः त्यजन्ति त्यज्यते त्यज्येते त्यज्यामहे त्यज्यध्वे त्यज्यन्ते अत्यजम् अत्यजः अत्यजत् अत्यजाव अत्यजाम / अत्यज्ये अत्यज्यावहि अत्यजतम् अत्यजत अत्यज्यथाः अत्यज्येथाम् / अत्यजताम् अत्यजन् अत्यज्यत अत्यज्येताम् अत्यज्यामहि अत्यज्यध्वम् अत्यज्यन्त वि. त्यजेयम् त्यजेः त्यजेत् त्यजेतम् त्यजेत त्यजेताम् त्यजेयुः त्यज्येय त्यज्येवहि त्यज्येमहि त्यज्येथाः त्यज्येयाथाम् / त्यज्येध्वम् त्यज्येत त्यज्येयाताम् त्यज्येरन् आ. त्यजानि त्यज त्यजतु त्यजाव त्यजाम त्यजतम त्यजत त्यजताम् त्यजन्तु त्यज्य त्यज्यावहै त्यज्यस्व त्यज्येथाम् त्यज्यताम् त्यज्येताम् त्यज्यामहै त्यज्यध्वम् त्यज्यन्ताम श्व त्यक्तास्मि त्यक्तास्वः त्यक्तास्मः / त्यक्ताहे त्यक्तास्वहे त्यक्तासि त्यक्तास्थः त्यक्तास्थ त्यक्तासे त्यक्तासाथे त्यक्ता त्यक्तारौ त्यक्तारः त्यक्ता त्यक्तारौ त्यक्तास्महे त्यक्ताध्वे त्यक्तारः TOOTH त्यक्ष्याव: त्यक्ष्यथ: त्यक्ष्यतः त्यक्ष्यसि त्यक्ष्यति त्यक्ष्याम: / त्यक्ष्ये त्यक्ष्यावहे त्यक्ष्यथ त्यक्ष्यसे त्यक्ष्येथे त्यक्ष्यन्ति त्यक्ष्यते त्यक्ष्येते त्यक्ष्यामहे त्यक्ष्यध्वे त्यक्ष्यन्ते क्रि अत्यक्ष्यम् अत्यक्ष्यः अत्यक्ष्यत् अत्यक्ष्याव अत्यक्ष्याम अत्यक्ष्ये अत्यक्ष्यावहि अत्यक्ष्यतम् अत्यक्ष्यत अत्यक्ष्यथाः अत्यक्ष्येथाम् अत्यक्ष्यताम् अत्यक्ष्यन् / अत्यक्ष्यत अत्यक्ष्येताम् अत्यक्ष्यामहि अत्यक्ष्यध्वम अत्यक्ष्यन्त परो तत्याज/तत्यज तत्यजिव तत्यजिम / तत्यजे तत्यजिवहे तत्यजिथ तत्यजथुः तत्यज तत्यजिषे तत्यजाथे तत्याज तत्यजतुः तत्यजुः तत्यजे तत्यजाते तत्यजिमहे तत्यजिध्वे तत्यजिरे अद्य अत्याक्षम् अत्याक्ष्व अत्याक्ष्म अत्यक्षिषि अत्यक्ष्विहि 2 अत्याक्षीः अत्याक्तम् अत्याक्ष्त अत्यक्थाः अत्यक्षाथाम् अत्याक्षीत् अत्याक्ताम् अत्याक्षुः अत्याजि अत्यक्षाताम् अत्यक्षिमहि अत्यग्ध्वम् अत्यक्षत आशी त्यज्यासम् त्यज्यास्व त्यज्यास्म / त्यक्षीय त्यक्षीवहि त्यक्षीमहि त्यज्याः त्यज्यास्तम् त्यज्यास्त त्यक्षीष्ठाः त्यक्षीयास्थाम त्यक्षीध्वम् त्यज्यात् त्यज्यास्ताम् त्यज्यासुः त्यक्षीष्ट त्यक्षीयास्ताम् त्यक्षीरन् 35 Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 16 क्षर -खरखु,पडवु व. क्षरामि क्षरावः / क्षरसि क्षरथः क्षरति क्षरतः क्षर्यावहे क्षरामः क्षरथ क्षरन्ति क्षर्यसे क्षर्यते क्षयेथे क्षर्येते क्षर्यामहे क्षर्यध्वे क्षर्यन्ते ह्य. अक्षरम् अक्षरः अक्षराव अक्षरतम् अक्षरताम अक्षराम अक्षरत अक्षरन् अक्षर्ये अक्षर्यथाः अक्षर्यत अक्षर्यावहि अक्षर्येथाम् अक्षर्यताम् / अक्षर्यामहि अक्षर्यध्वम् अक्षयन्त अक्षरत् वि. क्षरेयम् क्षरे: क्षरेत् क्षरेव क्षरेतम क्षरेताम् क्षरेम क्षरेत क्षरेयु: क्षर्येय क्षयेथाः क्षर्येत क्षर्येवहि क्षयाथाम् क्षर्येयाताम् क्षय क्षर्यावहै क्षर क्षर्येथाम् क्षर्यस्व क्षर्यताम् आ. क्षराणि क्षराव क्षराम क्षरतम क्षरत क्षरतु क्षरताम् क्षरन्तु श्व क्षरितास्मि 'क्षरितास्वः क्षरितास्मः क्षरितासि क्षरितास्थः क्षरितास्थ क्षरिता क्षरितारौ क्षरितारः क्षZमहि क्षर्यध्वम् क्षर्येरन् क्षर्यामहै क्षर्यध्वम् क्षर्यन्ताम् क्षरितास्महे क्षरितावे क्षरितारः क्षरिताहे क्षरितासे क्षरिता क्षर्येताम् क्षरितास्वहे क्षरितासाथे क्षरितारौ भवि क्षरिष्यामि क्षरिष्यावः क्षरिष्यामः क्षरिष्यसि क्षरिष्यथः क्षरिष्यथ क्षरिष्यति क्षरिष्यतः क्षरिष्यन्ति क्षरिष्ये क्षरिष्यावहे क्षरिष्यसे क्षरिष्येथे क्षरिष्यते क्षरिष्येते क्षरिष्यामहे क्षरियध्वे क्षरिष्यन्ते क्रि अक्षरिष्यम् अक्षरिष्याव अक्षरिष्याम अक्षरिष्यः अक्षरिष्यतम् अक्षरिष्यत अक्षरिष्यत् अक्षरिष्यताम् अक्षरिष्यन् अक्षरिष्ये अक्षरिष्यावहि अक्षरिष्यामहि अक्षरिष्यथाः अक्षरिष्येथाम् अक्षरिष्यध्वम् अक्षरिष्यत अक्षरिष्येताम् अक्षरिष्यन्त चक्षरिम परो चक्षार/चक्षर चक्षरिव चक्षरथ चक्षार चक्षरतुः चक्षर चक्षरे चक्षरिषे चक्षरे चक्षरिवहे चक्षराथे चक्षराते चक्षरिमहे चक्षरिध्वे चक्षरिरे चक्षरूः अक्षरिषि अक्षरिष्वहि अक्षरिष्ठाः अक्षरिषाथाम् अक्षारि अक्षरिषाताम् अक्षरिष्महि अक्षरिध्वम् अक्षरिषत अद्य अक्षारिषम् अक्षारिष्व अक्षारिष्म 1 अक्षारी: अक्षारिष्टम् अक्षारिष्ट अक्षारीत् अक्षारिष्टाम् अक्षारिषुः आशी क्षर्यासम् क्षर्यास्व क्षर्यास्म क्षाः क्षर्यास्तम् क्षर्यास्त क्षर्यात् क्षर्यास्ताम् क्षर्यासुः क्षरिषीय क्षरिषीवहि क्षरिषीमहि क्षरिषीष्ठाः क्षरिषीयास्थाम् क्षरिषीध्वम् क्षरिषीष्ट क्षरिषीयास्ताम् क्षरिषीरन् |361 Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संट ह्या. अशा कर्तरि कर्मणि धातु. 17 क्रीड् - क्रीडा करवी व. क्रीडामि क्रीडावः क्रीडामः क्रीड्ये क्रीड्यावहे क्रीड्यामहे क्रीडसि क्रीडथः क्रीडथ क्रीड्यसे क्रीडयेथे क्रीड्यध्वे क्रीडति क्रीडतः क्रीडन्ति क्रीड्यते क्रीडयेते क्रीड्यन्ते अक्रीडम् अक्रीडाव अक्रीडाम अक्रीड्ये अक्रीड्यावहि अक्रीड्यामहि अक्रीड: अक्रीडतम् अक्रीडत अक्रीड्यथाः अक्रीडयेथाम् / अक्रीड्यध्वम् अक्रीडत् अक्रीडताम् अक्रीडन् अक्रीड्यत अक्रीड्येताम् अक्रीड्यन्त क्रीडेयम् क्रीडेव क्रीडेम क्रीड्येय क्रीडयेवहि क्रीड्येमहि क्रीडे: क्रीडेतम् क्रीडेत क्रीड्येथाः क्रीड्येयाथाम् क्रीड्यध्वम् क्रीडेत् क्रीडेताम् क्रीडेयुः क्रीड्येत क्रीड्येयाताम् क्रीडयेरन् आ. क्रीडानि क्रीडाव क्रीडाम क्रीड्यै क्रीड्यावहै क्रीड्यामहै क्रीडतम् क्रीडत क्रीड्यस्व क्रीड्येथाम् / क्रीड्यध्वम् क्रीडतु क्रीडताम् क्रीडन्तु क्रीड्यताम् क्रीड्येताम् क्रीड्यन्ताम् श्व क्रीडितास्मि क्रीडितास्वः क्रीडितास्मः क्रीडिताहे क्रीडितास्वहे क्रीडितास्महे क्रीडितासि क्रीडितास्थः क्रीडितास्थ क्रीडितासे क्रीडितासाथे क्रीडिताध्वे क्रीडिता क्रीडितारौ क्रीडितारः क्रीडिता क्रीडितारौ क्रीडितारः भवि क्रीडिष्यामि क्रीडिष्यावः क्रीडिष्यामः क्रीडिष्ये क्रीडिष्यावहे क्रीडिष्यामहे क्रीडिष्यसि क्रीडिष्यथः क्रीडिष्यथ क्रीडिष्यसे क्रीडिष्येथे क्रीडिष्यध्वे क्रीडिष्यति क्रीडिष्यतः क्रीडिष्यन्ति क्रीडिष्यते क्रीडिष्येते क्रीडिष्यन्ते क्रीड अक्रीडिष्यम् अक्रीडिष्याव अक्रीडिष्याम अक्रीडिष्ये अक्रीडिष्यावहि अक्रीडिष्यामहि अक्रीडिष्यः अक्रीडिष्यतम् अक्रीडिष्यत अक्रीडिष्यथाः अक्रीडिष्येथाम् अक्रीडिष्यध्वम् अक्रीडिष्यत् अक्रीडिष्यतामअक्रीडिष्यन् अक्रीडिष्यत अक्रीडिष्येताम् अक्रीडिष्यन्त परो चिक्रीड चिक्रीडिव चिक्रीडिम चिक्रीडे चिक्रीडिवहे चिक्रीडिमहे चिक्रीडिथ चिक्रीडथुः चिक्रीड चिक्रीडिषे चिक्रीडाथे चिक्रीडिध्वे चिक्रीड चिक्रीडतुः चिक्रीडुः चिक्रीडे चिक्रीडाते चिक्रीडिरे अद्य अक्रीडिषम् अक्रीडिष्व अक्रीडिष्म चिक्रीडिषि चिक्रीडिष्वहि चिक्रीडिष्महि 1 अक्रीडीः अक्रीडिष्टम् अक्रीडिष्ट चिक्रीडिष्ठाः चिक्रीडिषाथाम् चिक्रीडिध्वम् अक्रीडीत् अक्रीडिष्यम् अक्रीडिषुः चिक्रीडिष्ट चिक्रीडिषाताम् चिक्रीडिषत आशी क्रीड्यासम् क्रीड्यास्व क्रीड्यास्म क्रीडिषीय क्रीडिषीवहि क्रीडिषीमहि क्रीड्याः क्रीड्यास्तम् क्रीड्यास्त क्रीडिषीष्ठाः क्रीडिषीयास्थाम् क्रीडिषीध्वम् क्रीड्यात् क्रीड्यास्ताम् क्रीड्यासुः क्रीडिषीष्ट क्रीडिषीयास्ताम् क्रीडिषीरन् 37 | Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् कर्मणि कर्तरि धातु. 18 जप् - जपवु, जाप करवो व. जपामि जपावः। जपामः जपसि जपथः जपथ जपति जपतः जपन्ति जप्ये जप्यसे जप्यते जप्यावहे जप्येथे जप्येते जप्यामहे जप्यध्वे जप्यन्ते ह्य. अजपम् अजपः अजपत् अजपाव अजपतम् अजपताम् अजपाम अजपत अजपन् अजप्ये अजप्यावहि / अजप्यथाः अजप्येथाम् / अजप्यत अजप्येताम् अजप्यामहि अजप्यध्वम् अजप्यन्त जपेव वि. जपेयम् जपेः जपेत् जपेतम् जपेताम् जपेम जपेत जपेयुः जप्येय जप्येथाः जप्येत जप्येवहि जप्येमहि जप्येयाथाम् . जप्येध्वम् जप्येयाताम् जप्येरन् आ. जपानि जप जपतु जपाव जपतम् जपताम् जपाम जपत जपन्तु जप्यै जप्यस्व जप्यताम् जप्यावहै जप्येथाम् जप्येताम् जप्यामहै जप्यध्वम् जप्यन्ताम् श्व जपितास्मि जपितास्वः जपितास्मः जपिताहे जपितास्वहे जपितासि जपितास्थः जपितास्थ जपितासे जपितासाथे / जपिता जपितारौ जपितारः जपिता जपितारौ 110 111 112 111 110 111 112 111 112 111 जपितास्महे जपिताध्वे जपितारः भवि जपिष्यामि जपिष्यावः / / जपिष्यामः जपिष्ये जपिष्यावहे जपिष्यामहे जपिष्यः जपिष्यथः जपिष्यथ जपिष्यसे जपिष्येथे जपिष्यध्वे जपिष्यति जपिष्यतः जपिष्यन्ति जपिष्यते जपिष्येते जपिष्यन्ते क्रि अजपिष्यम अजपिष्याव अजपिष्याम अजपिष्ये अजपिष्यावहि अजपिष्यामहि अजपिष्य: अजपिष्यतम् अजपिष्यत अजपिष्यथाः अजपिष्येथाम् अजपिष्यध्वम् अजपिष्यत् अजपिष्यताम् अजपिष्यन् अजपिष्यत अजपिष्येताम् अजपिष्यन्त परो जजाप/जजप जेपिव / जेपिम जेपे जेपिवहे जेपिमहे जेपिथ जेपथुः जेप जेपिषे जेपाथे जेपिध्वे जजाप जेपतुः जेपुःजेपे जेपाते जेपिरे अद्य अजापीत् अजापिष्टाम् अजापिषुः / अजपिषि अजपिष्वहि अजपिष्महि 1 अजपीत् अजपिष्टाम् अजपिषुः 2 अजपिष्ठाः अजपिषाथाम् अजपिध्वम् अजापि अजपिषाताम् अजपिषत आशीजप्यासम् जप्यास्व जप्यास्म जपिषीय जपिषीवहि जपिषीमहि जप्याः जप्यास्तम् जप्यास्त जपिषीष्ठाः जपिषीयास्थाम् जपिषीध्वम् जप्यात जप्यास्ताम् जप्यासुः जपिषीष्ट जपिषीयास्ताम् जपिषीरन् 2388 Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 16 व. जेमामि जेमसि जेमति कर्तरि जिम् - जमवु जेमावः जेमामः जेमथः जेमथ जेमतः जेमन्ति अजेमाव अजेमाम अजेमतम् / अजेमत अजेमताम् अजेमन् जिम्ये जिम्यावहे जिम्यसे जिम्येथे जिम्यते जिम्येते जिम्यामहे जिम्यध्वे जिम्यन्ते ह्य. अजेमम् अजेम: अजेमत् अजिम्ये अजिम्यावहि अजिम्यामहि / अजिम्यथाः अजिम्येथाम् / अजिम्यध्वम् अजिम्यत अजिम्येताम् अजिम्यन्त जिम्येमहि जेमेयम् जेम: जेमेत् जेमेव जेमेतम् जेमेताम् जेमेम जेमेत जेमेयुः जेमाम जिम्येय जिम्येवहि जिम्येथाः जिम्येयाथाम् जिम्येत जिम्येयाताम् जिम्येरन् जेम जिम्यामहै जिम्यध्वम् जिम्यन्ताम् जेमानि जेमाव जिम्यै जिम्यावहै जेमतम् जेमत जिम्यस्व जिम्येथाम जेमतु जेमताम् जेमन्तु जिम्यताम् जिम्येताम् जेमितास्मि जेमितास्वः जेमितास्मः जेमिताहे जेमितास्वहे जेमितासि जेमितास्थः जेमितास्थ जेमितासे जेमितासाथे जेमिता जेमितारौ जेमितारः जेमिता जेमितारौ भवि जेमिष्यामि जेमिष्यावः जेमिष्यामः जेमिष्ये जेमिष्यावहे जेमिष्यसि जेमिष्यथः जेमिष्यथ / जेमिष्यसे जेमिष्येथे जेमिष्यति जेमिष्यतः जेमिष्यन्ति जेमिष्यते जेमिष्यते / जेमितास्महे जेमिताध्वे जेमितारः जेमिष्यामहे जेमिष्यध्वे जेमिष्यन्ते अजेमिष्यम् अजेमिष्याव अजेमिष्याम अजेमिष्ये अजेमिष्यावहि अजेमिष्यः अजेमिष्यतम् अजेमिष्यत अजेमिष्यथाः अजेमिष्येथाम् अजेमिष्यामहि अजेमिष्यध्वम् परो जिजेम जिजिमिव जिजिमिम जिजिमे जिजिमिवहे जिजिमिमहे जिजेमिथ जिजिमथुः / जिजिम जिजिमिषे जिजिमाथे जिजिमिध्ये जिजेम जिजिमतुः जिजिमुः जिजिमे जिजिमाते जिजिमिरे अद्य अजेमिषम् अजेमिष्व अजेमिष्म अजेमिषि अजेमिष्वहि अजेमिष्महि 1 अजेमीः अजेमिष्टम् अजेमिष्ट अजेमिष्ठाः अजेमिषाथाम् अजेमिध्वम् अजेमीत् अजेमिष्टाम् अजेमिषुः अजेमि अजेमिषाताम् अजेमिषत आशी जिम्यासम् जिम्यास्व जिम्यास्म जेमिषीय जेमिषीवहि जेमिषीमहि जिम्याः जिम्यास्तम् जिम्यास्त जेमिषीष्ठाः जेमिषीयास्थाम् जेमिषीध्वम् जिम्यात् जिम्यास्ताम् जिम्यासुः जेमिषीष्ट जेमिषीयास्ताम् जेमिषीरन् 39 Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि कर्मणि धातु. 20 निन्द् -निंदा करवी व. निन्दामि निन्दावः निन्दामः निन्द्यावहे निन्दसि निन्दथः निन्दथ निन्द्यसे / निन्द्येथे निन्दति निन्दतः निन्दन्ति निन्द्यते निन्द्येते निन्द्यामहे निन्द्यध्वे निन्द्यन्ते ह्य. अनिन्दम् अनिन्दाव अनिन्दाम अनिन्द्ये अनिन्द्यावहि अनिन्दः अनिन्दतम् अनिन्दत अनिन्द्यथाः अनिन्द्येथाम् अदत् अनिन्दताम् अनिन्दन् अनिन्द्यत अनिन्द्येताम् अनिन्द्यामहि अनिन्द्यध्वम् अनिन्द्यन्त वि. निन्देयम् निन्देव निन्देम निन्द्येय निन्द्येवहि निन्द्येमहि निन्देः निन्देतम् निन्देत निन्द्येथाः निन्द्येयाथाम् निन्द्यध्वम् निन्देत् निन्देताम् निन्देयुः निन्द्येरन् आ. निन्दानि निन्दाव निन्दाम निन्द्यै निन्द्यावहै निन्द्यामहै निन्द निन्दतम् निन्दत निन्द्यस्व निन्द्येथाम् निन्द्यध्वम् निन्दतु निन्दताम् निन्दन्तुनिन्द्यताम् निन्द्येताम्। श्व निन्दितास्मि निन्दितास्वः निन्दितास्मः निन्दिताहे निन्दितास्वहे / निन्दितास्महे निन्दितासि निन्दितास्थः निन्दितास्थ निन्दितासे निन्दितासाथे निन्दिताध्वे निन्दिता निन्दितारौ निन्दितार: निन्दिता निन्दितारौ निन्दितारः 119 Kt kui tur ita ini निन्द्यन्ताम् भवि निन्दिष्यामि निन्दिष्यावः निन्दिष्यामः निन्दिष्ये निन्दिष्यावहे निन्दिष्यामहे निन्दिष्यसि निन्दिष्यथ: निन्दिष्यथ निन्दिष्यसे निन्दिष्येथे निन्दिष्यध्वे निन्दिष्यति निन्दिष्यतः निन्दिष्यन्ति निन्दिष्यते निन्दिष्येते निन्दिष्यन्ते क्रि अनिन्दिष्यम् अनिन्दिष्याव अनिन्दिष्याम अनिन्दिष्ये अनिन्दिष्यावहि अनिन्दिष्यामहि अनिन्दिष्यः अनिन्दिष्यतम् अनिन्दिष्यत अनिन्दिष्यथाःअनिन्दिष्येथाम् अनिन्दिष्यध्वम् अनिन्दिष्यत् अनिन्दिष्यताम् अनिन्दिष्यन् अनिन्दिष्यत अनिन्दिष्येताम् अनिन्दिष्यन्त परो निनिन्द निनिन्दिव निनिन्दिम निनिन्दे निनिन्दिवहे निनिन्दिमहे निनिन्दिथ निनिन्दथुः निनिन्दनिनिन्दिषे निनिन्दाथे निनिन्दिध्वे निनिन्द निनिन्दतुः निनिन्दुः निनिन्दे निनिन्दाते निनिन्दिरे अद्य अनिन्दिषम् अनिन्दिष्व अनिन्दिष्म अनिन्दिषि अनिन्दिष्वहि अनिन्दिष्महि 1 अनिन्दी: अनिन्दिष्टम् अनिन्दिष्ट अनिन्दिष्ठाः अनिन्दिषाथाम् अनिन्दिध्वम् अनिन्दीत् अनिन्दिष्टाम् अनिन्दिषुः अनिन्दि अनिन्दिषाताम् अनिन्दिषत आशी निन्द्यासम् निन्द्यास्व निन्द्यास्म निन्दिषीय निन्दिषीवहि निन्दिषीमहि निन्द्याः निन्द्यास्तम् निन्द्यास्त निन्दिषीष्ठाः ‘नेन्दिषीयास्थाम् निन्दिषीध्वम् निन्द्यात् निन्द्यास्ताम् निन्द्यासुः निन्दिषीष्ट नेन्दिषीयास्ताम् निन्दिषीरन् 40 Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 21 व. वर्षामि वर्षसि वर्षति कर्तरि वृष - वर सवु वर्षावः वर्षाम: वर्षथः वर्षथ वर्षतः वर्षन्ति वृष्यामहे वृष्ये वृष्यसे वृष्यते वृष्यावहे वृष्येथे वृष्येते वृष्यध्वे वृष्यन्ते अवर्षम् अवर्षः अवर्षत् अवर्षाव अवर्षतम् अवर्षताम् अवर्षाम अवर्षत अवर्षन् अवृष्ये अवृष्यथाः अवृष्यत अवृष्यामहि अवृष्यध्वम् अवृष्यन्त अवृष्यावहि अवृष्येथाम् अवृष्येताम् वृष्येवहि वृष्येयाथाम् वृष्येयाताम् वि वर्षेयम् वर्षेव वर्षतम् वर्षताम् वर्षः वर्षम वर्षत वर्षेयुः वृष्येय वृष्येथाः वृष्येमहि वृष्येध्वम् वृष्येरन् वृष्येत वर्षत् आ. वर्षाणि वर्ष वर्षतु वर्षाव वर्षतम वर्षताम् वर्षाम वर्षत वृष्यै वृष्यस्व वृष्यताम् वृष्यावहै वृष्येथाम् वृष्येताम् वृष्यामहै वृष्यध्वम् वृष्यन्ताम् वर्षन्तु श्व वर्षितास्मि वर्षितास्वः वर्षितास्मः वर्षिताहे वर्षितास्वहे वर्षितासि वर्षितास्थः वर्षितास्थ वर्षितासे वर्षितासाथे वर्षिता वर्षितारौ वर्षितारः वर्षिता वर्षितारौ वर्षितास्महे वर्षिताध्वे वर्षितारः भवि वर्षिष्यामि वर्षिष्यावः वर्षिष्यामः वर्षिष्ये वर्षिष्यसि वर्षिष्यथः वर्षिष्यथ वर्षिष्यसे वर्षिष्यति वर्षिष्यतः वर्षिष्यन्ति वर्षिष्यते वर्षिष्यावहे वर्षिष्येथे वर्षिष्येते वर्षिष्यामहे वर्षिष्यध्वे वर्षिष्यन्ते क्रि अवर्षिष्यम् अवर्षिष्याव अवर्षिष्याम अवर्षिष्ये अवर्षिष्यावहि अवर्षिष्यामहि अवर्षिष्यः अवर्षिष्यतम् अवर्षिष्यत अवर्षिष्यथाः अवर्षिष्येथाम् अवर्षिष्यध्वम् अवर्षिष्यत् अवर्षिष्यताम् अवर्षिष्यन् अवर्षिष्यत अवर्षिष्येताम् / अवर्षिष्यन्त परो ववर्ष ववृषिव ववृषिम ववृषे ववृषिवहे ववृषिमहे ववर्षिय ववृषथुः ववृषिषे ववृषाथे ववृषिध्वे ववर्ष ववृषतुः ववृषुः ववृषे ववृषाते अद्य अवर्षिषम् अवर्षिष्व अवर्षिष्म अवर्षिषि अवर्षिष्वहि / अवर्षिष्महि 1 अवर्षीः अवर्षिष्टम् अवर्षिष्ट अवर्षिष्ठाः अवर्षिषाथाम् अवर्षिध्वम् अवर्षीत् अवर्षिष्टाम् अवर्षिषुः / अवर्षि अवर्षिषाताम् अवर्षिषत ववृष आशी वृष्यासम् वृष्यास्व वृष्यास्म वृष्याः वृष्यास्तम् वृष्यास्त वृष्यात् वर्षिषीय वर्षिषीवहि वर्षिषीमहि वर्षिषीष्ठाः वर्षिषीयास्थाम् वर्षिषीध्वम् वर्षिषीष्ट वर्षिषीयास्ताम् वर्षिषीरन् | 41 Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 22 शुच् - शोक करवो व. शोचामि शोचावः शोचामः शोचसि शोचथः शोचथ शोचति शोचतः शोचन्ति शुच्ये शुच्यसे शुच्यते शुच्यावहे शुच्येथे शुच्येते शुच्यामहे शुच्यध्वे शुच्यन्ते ह्य. अशोचम् अशोचाव अशोचः अशोचतम् अशोचत् अशोचताम् अशोचाम अशोचत अशोचन् अशुच्यामहि अशुच्यध्वम् अशुच्यन्त अशुच्ये अशुच्यावहि अशुच्यथाः अशुच्येथाम् अशुच्यत अशुच्येताम् शुच्येय शुच्येवहि शुच्येथाः शुच्येयाथाम् शुच्येत शुच्येयाताम् वि. शोचेयम् शोचेव शोचेः शोचेतम् / शोचेत् शोचेताम् शोचेम शोचेत शोचेयुः शुच्येमहि शुच्येध्वम शुच्येरन् तु बैं आ. शोचानि शोचाव शोचाम शुच्यै शुच्यावहै शुच्यामहै शोच शोचतम् शोचत शुच्यस्व शुच्येथाम् शुच्यध्वम् शोचतु शोचताम् शोचन्तु शुच्यताम् शुच्येताम् शुच्यन्ताम् श्व शोचितास्मि शोचितास्वः शोचितास्मः शोचिताहे शोचितास्वहे शोचितास्महे शोचितासि शोचितास्थः शोचितास्थ शोचितासे शोचितासाथे / शोचिताध्ये शोचिता शोचितारौ शोचितारः शोचिता शोचितारौ शोचितारः भवि शोचिष्यामि शोचिष्यावः शोचिष्यामः शोचिष्ये शोचिष्यावहे शोचिष्यामहे शोचिष्यसि शोचिष्यथः शोचिष्यथ: शोचिष्यसे शोचिष्येथे शोचिष्यध्वे शोचिष्यति शोचिष्यतः शोचिष्यन्ति शोचिष्यते शोचिष्येते शोचिष्यन्ते क्रि अशोचिष्यम् अशोचिष्याव अशोचिष्याम अशोचिष्ये अशोचिष्यावहि अशोचिष्यामहि अशोचिष्यः अशोचिष्यतम् अशोचिष्यत अशोचिष्यथाःअशोचिष्येथाम् अशोचिष्यध्वम् अशोचिष्यत् अशोचिष्यताम् अशोचिष्यन् : अशोचिष्यत अशोचिष्येताम् अशोचिष्यन्त परो शुशोच शुशुचिव शुशुचिम शुशुचे शुशुचिवहे शुशुचिमहे शुशोचिथ शुशुचथुः शुशुच शुशुचिषे शुशुचाथे शुशुचिध्वे शुशोच शुशुचतुः शुशुचुः शुशुचे शुशुचाते शुशुचिरे अद्य अशोचिषम् अशोचिष्व अशोचिष्म अशोचिषि अशोचिष्वहि अशोचिष्महि 1 अशोचीः अशोचिष्टम् अशोचिष्ट अशोचिष्ठाः अशोचिषाथाम् / अशोचिध्वम् अशोचीत् अशोचिष्टाम् अशोचिषुः अशोचि अशोचिषाताम् अशोचिषत आशी शुच्यासम् शुच्यास्व शुच्यास्म शुच्याः शुच्यास्तम् शुच्यास्त शुच्यात् शुच्यास्ताम् शुच्यासुः शोचिषीय शोचिषीवहि शोचिषीमहि शोचिषीष्ठाः शोचिषीयास्थाम् शोचिषीध्वम् शोचिषीष्ट शोचिषीयास्ताम् शोचिषीरन् 1421 Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट कर्मणि धातु. 23 व. जयामि जयसि जयति कर्तरि जि - जितवु जयाव: जयथः जयतः जयाम: जयथ जयन्ति जीये जीयसे जीयते जीयावहे जीयेथे जीयेते जीयामहे जीयध्वे जीयन्ते ह्य. अजयम् अजयः अजयत् अजयाव अजयतम् अजयताम् अजयाम अजयत अजयन् अजीये अजीयावहि अजीयथाः अजीयेथाम् / अजीयत अजीयेताम् अजीयामहि अजीयध्वम् अजीयन्त वि. जयेयम् जये: जयेव जयेतम् जयेताम् जयेम जयेत जयेयुः जीयेय जीयेथाः जीयेत जीयवाह जीयेयाथाम् जीयेयाताम् जीयेमहि जीयेध्वम् जीयेरन् जयेत् आ. जयानि जय जयतु जयाव जयतम् जयताम् जयाम जयत जयन्तु जीयै जीयावहै जीयस्व जीयेथाम् जीयताम् जीयेताम् जीयामहै जीयध्वम् जीयन्ताम् श्व जेतास्मि जेतासि जेता जेतास्वः जेतास्थः जेतारौ जेतास्मः / जायिता जायितारौ जेतास्थ जयिता जयितारौ जेतारः जायितारः 1 जयितार: 2 III 11 1 1 1 1 HI FFEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE जेष्यावः जेष्यामि जेष्यसि जेष्यति जेष्यामः जायिष्यते जायिष्येते जेष्यथ जेष्यते जेष्येते जेष्यन्ति जायिष्यन्ते 1 जेष्यन्ते 2 जेष्यथः जेष्यतः अजेष्यम् अजेष्यः अजेष्यत् अजेष्याव अजेष्याम अजेष्यतम् अजेष्यत अजेष्यताम् अजेष्यन् अजायिष्यत अजायिष्येताम् अजायिष्यन्त। अजेष्यत अजेष्येताम् अजेष्यन्त 2 परो जिगाय/जिगय जिग्यिव जिग्यिम जिग्ये जिग्यिवहे जिगयिथ जिग्यथुः जिग्य जिग्यिषे जिग्याथे जिगाय जिग्यतुः जिग्युः जिग्ये जिग्याते जिग्यिमहे जिग्यिध्वे जिग्यिरे अद्य अजैषम् अजैष्व अजैष्म अजायि अजेषाताम् अजेषत 1 2 अजैषीः अजैष्टम् अजैष्ट अजायि अजायिषाताम् अजायिषत् 2 अजैषीत् अजैष्टाम् अजैषुः आशी जीयासम् जीयास्व जीयास्म जायिषीष्ट जायिषीयास्ताम् जायिषीरन 1 जीयाः जीयास्तम् जीयास्त जेषीष्ट जेषीयास्ताम् जेषीरन् 2 जीयात् जीयास्ताम् जीयासुः 431 Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 24 तृ - तरवु व. तरामि तराव: तरसि तरथः तरतः तरामः तरथ तरन्ति तीर्ये तीर्यसे तीर्यते तीर्यावहे तीर्येथे तीर्येते तीर्यामहे तीर्यध्वे तीर्यन्ते तरति ह्य. अतरम् अतरः अतरत् अतराव अतरतम अतरताम् अतराम अतरत अतरन् अतीर्ये अतीर्यावहि अतीर्यथाः अतीर्येथाम् अतीर्यत अतीर्येताम् अतीर्यामहि अतीर्यध्वम् अतीर्यन्त वि. तरेयम् तरे: तरेत् आ. तराणि तर तरेव तरतम् तरेताम् तरेम तरेतम् तीर्येय तीर्येथाः तीर्येत तीर्येवहि तीर्येयाथाम् तीर्येयाताम् तरेयुः EEEEEEEEEEEEEEE तीर्येमहि तीर्येध्वम् तीर्येरन् तीर्यामहै तीयें तीर्यावहै तराव तरतम् तरताम् तराम तरत तरन्तु तीर्यस्व तीयेथाम् तीर्यध्वम् तीर्यताम् तीर्येताम् तीर्यन्ताम् श्व तरिता तरीता तरितारौ तरीतारौ तरितार: 1 तारिता तरीतार: 2 तरिता तरीता तारितारौ तरितारौ तरीतारौ तारितारः 1 तरितारः 2 तरीतारः 3 भवि तरीष्यति तरिष्यति तरीष्यतः तरिष्यतः तरीष्यन्ति 1 तरीष्यते तरिष्यन्ति 2 तरिष्यते तरीष्येते तरिष्येते तरीष्यन्ते 1 तरिष्यन्ते 2 क्रि अतरीष्यत् अतरीष्यताम् अतरीष्यन / अतरीष्यत अतरीष्येताम अतरिष्यत् अतरिष्यताम् अतरिष्यन् / अतरिष्यत अतरिष्येताम् अतरीष्यन्त अतरिष्यन्त2 तेरिम तेरिमहे परो ततार/ततर तेरिव तेरिथ तेरथुः ततार तेरतुः तेरिवहे तेराथे तेराते तेरूः तेरे तेरिध्वे तेरिरे अद्य अतारिषम् 1 अतारी: अतारीत् अतारिष्व अतारिष्म अतारिष्टम् अतारिष्ट अतारिष्टाम् अतारिषुः अतारि अतारि अतरीषाताम् अतरिषाताम् अतरीषत 1 अतरिषत 2 E आशी तीर्यासम् तीर्यास्व तीर्यास्म तीर्याः तीर्यास्तम् तीर्यास्त तीर्यात् तीर्यास्ताम् तीर्यासुः तरीषीष्ट तरिषीष्ट तरीषीयास्ताम् तरीषीरन् / तरिषीयास्ताम् तरिषीरन् 441 Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 25 व. धावामि धावसि धावति कर्तरि था - दोडवू धावावः धावाम: धावथः धावथ धावतः धावन्ति धाव्ये / धाव्यसे धाव्यते धाव्यावहे धाव्येथे धाव्येते धाव्यामहे धाव्यध्वे धाव्यन्ते ह्य. अधावम् अधावः अधावत् अधावाव अधावतम् अधावताम् अधावाम अधावत अधावन् अधाव्यावहि अधाव्यथा: अधाव्येथाम अधाव्यत अधाव्येताम् अधाव्यामहि अधाव्यध्वम अधाव्यन्त धावेव धावेयम् धावे. धावेतम् धावेत धाव्येय धाव्येवहि धाव्येमहि धाव्येथाः धाव्येयाथाम धाव्यध्वम् धाव्येत धाव्येयाताम् धाव्येरन् धावत् धावेताम् धावेयुः आ. धावानि धाव धावत धावाव धावतम् धावताम् धावाम धावत धावन्तु धाव्यै धाव्यावहै धाव्यस्व धाव्येथाम् धाव्यताम् धाव्येताम् धाव्यामहै धाव्यध्वम् धाव्यन्ताम् श्व धावितास्मि धावितास्वः धावितास्मः धाविताहे धावितास्वहे धावितास्महे धावितासि धावितास्थः धावितास्थ धावितासे धावितासाथे धाविताध्वे धाविता धावितारौ धावितारः धाविता धावितारौ धावितार: भवि धाविष्यामि धाविष्यावः धाविष्यामः धाविष्ये धविष्यावहे धाविष्यसि धाविष्यथः धाविष्यथ धाविष्यसे धाविष्येथे धाविष्यति धाविष्यतः धाविष्यन्ति धाविष्यते धाविष्येते धाविष्यामहे धाविष्यध्वे धाविष्यन्ते क्रि अधाविष्यम् अधाविष्याव अधाविष्याम अधाविष्ये अधाविष्यावहि अधाविष्यामहि अधाविष्यः अधाविष्यतम् अधाविष्यत अधाविष्यथाः अधाविष्येथाम् अधाविष्यध्वम् अधाविष्यत् अधाविष्यताम् अधाविष्यन् अधाविष्यत अधाविष्येताम् अधाविष्यन्त परो दधाव दधाविव दधाविम दधावे दधाविवहे दधाविमहे दधाविथ दधावथुः दधावदधाविषे दधावाथे दधाविध्वे दधाव दधावतुः दधावुः / दधावे दधावाते दधाविरे अद्य अधाविषम् अधाविष्व अधाविष्म अधाविषि अधाविष्वहि अधाविष्महि 1 अधावीः अधाविष्टम् अधाविष्ट अधाविष्ठाः अधाविषाथाम् अधाविध्वम् अधावीत् अधाविष्टाम् अधाविषुः अधावि अधाविषाताम् अधाविषत आशी धाव्यासम् धाव्यास्व धाव्यास्म धाविषीय धाविषीवहि धाविषीमहि धाव्याः धाव्यास्तम् धाव्यास्त धाविषीष्ठाः धाविषीयास्थाम् धाविषीध्वम् धाव्यात् धाव्यास्ताम् धाव्यासुः धाविषीष्ट धाविषीयास्ताम् धाविषीरन् 45 Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 26 भू -थ व. भवामि भवावः भवसि भवथः भवति भवतः भवामः भवथ भवन्ति भूयामहे भूयध्वे भूयेते भूयन्ते भूयावहे भूयसे भूयेथे भूयते अभूये अभूयावहि अभूयथाः अभूयेथाम् अभूयत अभूयेताम् ह्य. अभवम् अभवः अभवाव अभवतम् अभवाम अभवत अभवन् अभूयामहि अभूयध्वम् अभूयन्त अभवत् __ अभवताम् भवेम वि. भवेयम् भवे: भवेत् भवेव भवेतम् भवेताम् भवेत भूयेय भूयेथाः भूयेत भूयेवहि भूयेयाथाम् भूयेयाताम् भूयेमहि भूयेध्वम् भूयेरन् भवेयुः भवाव आ. भवानि भव भवतु भवतम् भवाम भवत भवन्तु भयै भूयस्व भूयताम् भूयावहै भूयेथाम् भूयेताम् भवताम् भूयामहै भूयध्वम् भूयन्ताम् भवितास्महे भविताध्वे भवितार: श्व भवितास्मि भवितास्वः / / भवितास्मः भवितासि भवितास्थः भवितास्थ भविता भवितारौ भवितार: भविताहे भवितास्वहे भवितासे भवितासाथे भविता भवितारौ भवि भविष्यामि भविष्यावः भविष्यसि भविष्यथ: भविष्यति भविष्यतः भविष्यामः भविष्यते भविष्येते भविष्यथ भाविष्यते भाविष्येते भविष्यन्ति भविष्यन्ते 1 भाविष्यन्ते 2 क्रि अभविष्यम् अभविष्याव अभविष्याम अभविष्यत अभविष्येताम् अभविष्यः अभविष्यतम् अभविष्यत / अभाविष्यत अभाविष्येताम् अभविष्यत् अभविष्यताम् अभविष्यन् अभविष्यन्त 1 अभाविष्यन्त 2 बभूवे परो बभूव बभूविथ बभूव बभूविव बभूवथुः बभूविम बभूव बभूवुः बभूविवहे बभूवाथे बभूवाते बभूविमहे बभूविध्वे बभूविषे बभूवतुः बभूवे बभूविरे अद्य अभूवम् अभूम अभूव अभूतम् अभूताम् अभावि अभावि अभविषाताम् अभाविषाताम् अभविषत 1 अभाविषत 2 अभूत् अभूत अभूवन् आशी भूयासम् भूयास्व भूयास्म भूयाः भूयास्तम् भूयास्त भविषीष्ट भविषीयास्ताम् भाविषीरन 1 भूयात् भूयास्ताम् भूयासुःभाविषीष्ट भाविषीयास्ताम् भाविषीरन् 2 # | 46 Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / अनिट् आनट कर्मणि धातु. 27 व. सरामि सरसि सरति कर्तरि सृ - सरकवू सराव: सरामः सरथः सरथ सरतः सरन्ति निये नियसे म्रियते सियावहे स्रियेथे नियेते स्रियामहे नियध्वे नियन्ते ह्य. असरम् असरः असरत् असराव असरतम् असरताम् असराम असरत असरन् अम्रियामहि अम्रियध्वम् अनियन्त अम्रिये अम्रियावहि अनियथाः अनियेथाम् अस्रियत अम्रियेताम् स्रियेय स्रियेवहि स्रियेथाः नियेयाथाम् नियेत स्रियेयाताम् वि. सरेयम् सरेत् सरेव सरतम् सरेताम् सरेम सरेत सरेयुः सियेमहि स्रियेध्वम् सियेरन् आ. सराणि सर सराव सरतम् सरताम् सराम सरत सरन्तु स्रियै स्रियावहै स्रियस्व स्रियेथाम् म्रियताम् स्रियेताम् सियामहै स्रियध्वम् स्रियन्ताम् सरतु श्व सर्तास्मि सद्स्वः सस्मिः सासि सर्तास्थः सर्तास्थ सर्ला सत्रौ सत्रः सारिता सर्ता सारितारौ सर्तारौ सारितार: 1 सत्र: 2 भवि सरिष्यामि सरिष्याव: सरिष्यामः सरिष्यसि सरिष्यथः सरिष्यथ सारिष्यते सारिष्येते सारिष्यन्ते 1 सरिष्यति सरिष्यतः सरिष्यन्ति सरिष्यते सरिष्येते सरिष्यन्ते 2 क्रि असरिष्यम् असरिष्याव असरिष्याम असारिष्यत असारिष्येताम असारिष्यन्त असरिष्यः असरिष्यतम् असरिष्यत / असरिष्यत असरिष्येताम् असरिष्यन्त असरिष्यत् असरिष्यताम् असरिष्यन् परो ससार/ससर ससृव / सर्सथ सम्रथुः ससार सस्रतुः सहम सम्र समः ससे ससृषे सो ससृमहे ससृढ्वे मसतः सम्राथे सस्राते समिरे अद्य असार्षीत् 2 असरत् असाष्टाम् असाएः 1 असरताम् असरन् 2 असारि असारि असारिषाताम असारिषत 1 असृषाताम् असृषत 2 आशी स्रियासम् स्रियास्व स्रियास्म स्रियाः स्रियास्तम् स्रियास्त स्रियात् स्रियास्ताम् स्रियासुः सारिषीष्ट सारिषीयास्ताम् सारिषीरन् 1 सृषीष्ट सृषीयास्ताम् सृषीरन् 2 47 Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट् धातु. 28 स्मृ -स्मरण करवू व. स्मरामि स्मरावः स्मराम: स्मर्ये स्मरथः स्मरथ स्मर्यसे स्मरति स्मरतः स्मरन्ति स्मर्यते स्मर्यावहे स्मर्येथे स्मर्येते स्मर्यामहे स्मर्यध्वे स्मर्यन्ते ह्य. अस्मरम् अस्मरः अस्मरत् अस्मराव अस्मराम अस्मरतम् अस्मरत अस्मरताम् अस्मरन् अस्मर्ये अस्मर्यावहि / अस्मर्यामहि अस्मर्यथाः अस्मर्येथाम् / अस्मर्यध्वम् अस्मर्यत अस्मर्येताम् अस्मर्यन्त वि. स्मरेयम् स्मरेः स्मरेव स्मरेतम् स्मरेताम् स्मरेम स्मरेत स्मरेयुः स्मर्येय स्मर्येवहि स्मर्येमहि स्मर्यथाः स्मर्ययाथाम् / स्मयध्वम् स्मर्येत स्मर्येयाताम् स्मरेत् स्मयेरन् स्मराम आ. स्मरानि स्मर स्मरतु स्मराव स्मरतम् स्मरताम् स्मर्यै स्मर्यावहै स्मर्यस्व स्मर्येथाम् स्मर्यताम् स्मर्येताम् स्मर्यामहै स्मर्यध्वम् स्मरत स्मरन्तु स्मर्यन्ताम् श्व स्मर्तास्मि स्मर्तास्वः स्मर्तास्मः स्मारिता स्मारितारौ स्मर्तासि स्मस्थिः स्मर्तास्थ स्मर्ता स्मारौ स्मर्ता स्मर्तारौ स्मार: स्मारितारः 1 स्मार: 2 भवि स्मरिष्यामि स्मरिष्यावः स्मरिष्यामः स्मारिष्यते स्मारिष्येते स्मरिष्यसि स्मरिष्यथः स्मरिष्यथ स्मरिष्यते स्मरिष्येते स्मरिष्यति स्मरिष्यतः स्मरिष्यन्ति / स्मारिष्यन्ते 1 स्मरिष्यन्ते 2 क्रि अस्मरिष्यम् अस्मरिष्याव अस्मरिष्याम अस्मारिष्यत अस्मारिष्येताम् अस्मारिष्यन्त 1 अस्मरिष्यः अस्मरिष्यतम् अस्मरिष्यत अस्मरिष्यत अस्मरिष्येताम् अस्मरिष्यन्त 2 अस्मरिष्यत् अस्मरिष्यताम् अस्मरिष्यन् परो सस्मार/सस्मर सस्मरिव सस्मरिम सस्मरे सस्मरिवहे सस्मरिमहे सस्मरिथ सस्मरथुः / सस्मर सस्मरिषे सस्मराथे सस्मरिध्वे सस्मार सस्मरतुः सस्मरू: सस्मरे सस्मराते सस्मरिरे अस्मार्म अद्य अस्मार्षम् अस्मार्च अस्मारि अस्मारिषाताम् अस्मारिषत 1 2 अस्मार्षीः अस्माष्टम् अस्मार्ट अस्मरिषाताम् अस्मरिषत 2 अस्मार्षीत् अस्मार्टाम् अस्मार्पः || अस्मृषाताम् अस्मृषत 3 आशी स्मर्यासम् स्मर्यास्व स्मर्यास्मस्मारिषीष्ट स्मारिषीयास्ताम् स्मारिषीरन 1 स्मर्याः स्मर्यास्तम् स्मर्यास्त स्मरिषीष्ट स्मरिषीयास्ताम् स्मरिषीरन् 2 स्मर्यात् स्मर्यास्ताम् स्मर्यासुः स्मृषीष्ट स्मृषीयास्ताम् स्मृषीरन् 3 148 Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् कर्मणि धातु. 26 व. क्षयामि क्षयसि क्षयति कर्तरि क्षि - क्षय पामवो क्षयावः क्षयामः क्षीये क्षीयावहे .क्षयथः क्षयथक्षीयसे क्षीयेथे क्षयतः क्षयन्ति क्षीयते क्षीयेते क्षीयामहे क्षीयध्वे क्षीयन्ते अक्षयम् अक्षयः अक्षयत् अक्षयाव अक्षयाम अक्षयतम् __ अक्षयत अक्षयताम् __ अक्षयन् अक्षीये अक्षीयावहि अक्षीयथाः अक्षीयेथाम् अक्षीयत अक्षीयेताम् / अक्षीयामहि अक्षीयध्वम् अक्षीयन्त क्षयेयम् क्षयः क्षयेत् क्षयेव क्षयेतम् क्षयेताम् क्षयेम क्षयेत क्षयेत क्षयेयुः क्षीयेय क्षीयेवहि क्षीयेथाः क्षीयेयाथाम क्षीयेत क्षीयेयाताम् क्षीयेमहि क्षीयध्वम् क्षीयेरन् क्षीयामहै क्षीयध्वम् आ. क्षयाणि क्षय क्षयाव क्षयतम क्षयताम् क्षयतु क्षीयन्ताम् क्षयाम क्षीयै क्षीयावहै क्षयत क्षीयस्व क्षीयेथाम् क्षयन्तु क्षीयताम् क्षीयेताम् क्षेतास्मः क्षायिता क्षायितारौ क्षेतास्थ क्षेता क्षेतारौ क्षेतारः श्व क्षेतास्मि क्षेतासि क्षेता क्षेतास्वः क्षेतास्थः क्षेतारौ क्षायितारः 1 क्षेतारः 2 ! ! भवि क्षेष्यामि क्षेष्यसि क्षेष्यति क्षेष्यावः क्षेष्यथः क्षेष्यतः क्षेष्यामः क्षायिष्यते क्षायिष्येते क्षेष्यथ क्षेष्यते क्षेष्येते क्षेष्यन्ति क्षायिष्यन्ते 1 क्षेष्यन्ते 2 क्रि अक्षेष्यम् अक्षेष्यः अक्षेष्यत् अक्षेष्याव अक्षेष्याम अक्षायिष्यत अक्षायिष्येताम् अक्षायिष्यन्त 1 अक्षेष्यतम् अक्षेष्यत अक्षेष्यत अक्षेष्येताम् अक्षेष्यन्त 2 अक्षेष्यताम् अक्षेष्यन् परो चिक्षाय/चिक्षय चिक्षियिव चिक्षियिम चिक्षिये चिक्षियिवहे / चिक्षियिमहे चिक्षयिथ चिक्षियथुः चिक्षिय चिक्षियिषे चिक्षियाथे चिक्षियिध्वे चिक्षाय चिक्षियतुः चिक्षियुः चिक्षिये चिक्षियाते। चिक्षियिरे अद्य अक्षैषम् 2 अक्षैषीः अक्षैषीत् अक्षैष्व अक्षैष्टम् अक्षैष्टाम् अक्षैष्म अक्षैष्ट अक्षैषुः अक्षायि अक्षायि अक्षायिषाताम् अक्षेषाताम् अक्षायिषत 1 अक्षेषत 2 ! ! आशी क्षीयासम् क्षीयाः क्षीयात् क्षीयास्व क्षीयास्म क्षायिषीष्ट क्षायिषीयास्ताम् क्षायिषीरन् 1 क्षीयास्तम् क्षीयास्त क्षीषीष्ट क्षीषीयास्ताम् क्षीषीरन् 2 क्षीयास्ताम् क्षीयासुः Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट् धातु. 30 गम् (गच्छ्) -ज, व. गच्छामि गच्छावः गच्छामः गम्ये गच्छसि गच्छथः गच्छथ गम्यसे गच्छति गच्छतः गच्छन्ति गम्यते गम्यावहे गम्येथे गम्येते गम्यामहे गम्यध्वे गम्यन्ते ह्य. अगच्छम् अगच्छ: अगच्छत् अगच्छाव अगच्छाम अगच्छतम् अगच्छत अगच्छताम् अगच्छन् अगम्ये अगम्यावहि अगम्यथाः अगम्येथाम् / अगम्यत अगम्येताम् अगम्यामहि अगम्यध्वम् अगम्यन्त गम्येमहि वि. गच्छेयम् गच्छे: गच्छेत् गच्छेव गच्छेतम् गच्छेताम् गच्छेम। गच्छेत गच्छेयुः गम्येय गम्येथाः गम्येत गम्येवहि गम्येयाथाम् गम्येयाताम् गम्येध्वम् गम्येरन् आ. गच्छानि गच्छ गच्छाव गच्छाम गच्छतम् गच्छत गच्छताम् गच्छन्तु गम्यै गम्यस्व गम्यताम् गम्यावहै गम्येथाम् गम्येताम् गम्यामहै गम्यध्वम् गम्यन्ताम् गच्छतु श्व गन्तास्मि गन्तास्वः। गन्तास्मः गन्तासि गन्तास्थः गन्तास्थ गन्ता गन्तारौ गन्तार: गन्ताहे गन्तासे गन्ता गन्तास्वहे गन्तासाथे गन्तारौ गन्तास्महे गन्ताध्वे गन्तारः भवि गमिष्यामि गमिष्याव: गमिष्यामः / गस्ये गमिष्यः गमिष्यथः / गमिष्यथ / गंस्यसे गमिष्यति गमिष्यतः गमिष्यन्ति गंस्यते गंस्यावहे गंस्येथे गंस्येते गंस्यामहे गंस्यध्वे गंस्यन्ते क्रि अगमिष्यम् अगमिष्याव अगमिष्याम अगस्ये अगस्यावहि अगमिष्यः अगमिष्यतम् अगमिष्यत अगस्यथाः अगस्येथाम् अगमिष्यत् अगमिष्यताम् अगमिष्यन् अगस्यत अगस्येताम् अगस्यामहि अगस्यध्वम् अगस्यन्त परो जगाम/जगम जग्मिव जगमिथ जग्मथुः जगाम जग्मिम जग्म जग्मुः जग्मे जग्मिषे जग्मे जग्मिवहे जग्माथे जग्माते जग्मिमहे जग्मिध्वे जग्मिरे जग्मतुः अद्य अगमम् 5 अगमः अगमत् अगमाव अगमतम अगमताम् अगमाम अगमत अगमन् अगसाताम् अगसाताम् अगंसत 1 अगसत 2 गसीष्ट गसीयास्ताम् गसीरन् 2 गम्याः गम्यात् गम्यास्तम् गम्यास्त गम्यास्ताम् गम्यासुः 50 Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट धातु. 31 दृश् (पश्य)- जोवू व. पश्यामि पश्यावः पश्याम: पश्यसि पश्यथः पश्यथ दश्यसे पश्यति पश्यतः पश्यन्ति द्दश्यते दृश्ये द्दश्यावहे दृश्येथे द्दश्येते दश्यामहे दश्यध्वे दृश्यन्ते / अपश्यम् अपश्यः अपश्यत् अपश्याव अपश्याम अपश्यतम अपश्यत अपश्यताम् अपश्यन् अद्दश्ये अद्दश्यावहि अद्दश्यथाः अद्दश्येथाम् अद्दश्यत अद्दश्येताम् अद्दश्यामहि अद्दश्यध्वम् अद्दश्यन्त III IIT 6 II वि. पश्येयम् पश्ये: पश्येत् पश्येव पश्येम पश्येतम् / पश्येत पश्येताम् पश्येयुः दृश्येय दश्येवहि द्दश्येथाः दृश्येयाथाम् द्दश्येत द्दश्येयाताम् दश्येमहि द्दश्येध्वम् दृश्येरन् द्दश्यामहै आ. पश्यानि पश्य पश्यतु पश्याव पश्यतम् पश्यताम् पश्याम पश्यत पश्यन्तु द्दश्यै द्दश्यावहै दृश्यस्व द्दश्येथाम् दश्यताम् द्दश्येताम् द्दश्यध्वम् दृश्यन्ताम् श्व द्रष्टास्मि द्रष्टास्व: द्रष्टासि द्रष्टास्थः द्रष्टा द्रष्टारौ द्रष्टास्मः द्रष्टास्थ द्रष्टारः दर्शिता द्रष्टा दर्शितारी द्रष्टारौ दर्शितारः 1 द्रष्टार: 2 भवि द्रक्ष्यामि द्रक्ष्यसि द्रक्ष्यति द्रक्ष्याव: द्रक्ष्यथ: द्रक्ष्यतः द्रक्ष्यामः द्रक्ष्यथ द्रक्ष्यन्ति दर्शिष्यते दर्शिष्येते द्रक्ष्यते द्रक्ष्येते दर्शिष्यन्ते 1 द्रक्ष्यन्ते 2 क्रि अद्रक्ष्यम् अद्रक्ष्यः अद्रक्ष्यत् अद्रक्ष्याव अद्रक्ष्याम अद्रक्ष्यतम् अद्रक्ष्यत अद्रक्ष्यताम् अद्रक्ष्यन् अदर्शिष्यत अदर्शिष्येताम् अदर्शिष्यन्त 1 अद्रक्ष्यत अद्रक्ष्येताम् अद्रक्ष्यन्त 2 परो ददर्श ददृशिव ददर्शिथ ददृशथुः ददर्श ददृशतुः ददृशिम ददृशे ददृशिवहे ददृशददृशिषे चिक्षियाथे ददृशुः / ददृशे चिक्षियाते अदर्शन 1 अदर्शि अदर्शिषाताम् अद्राक्षुः 2 अदर्शि अदृक्षाताम् ददृशिमहे ददृशिध्वे ददृशिरे अद्य अदर्शत् 2 अद्राक्षीत् अदर्शताम् अद्राष्टाम् अदर्शिषत 1 अदृक्षत 2 आशी दृश्यासम् दृश्यास्व दृश्यास्म दृश्याः दृश्यास्तम् दृश्यास्त दृश्यात् दृश्यास्ताम् दृश्यासुः LIL LLE दर्शिषीष्ट दर्शिषीयास्ताम् दर्शिषीरन् 1 दृक्षीष्ट दृक्षीयास्ताम् दृक्षीरन् 2 51 Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि अनिट् कर्मणि नट/ धातु. 32 स्था (तिष्ठ) -उभा रेहबुं व. तिष्ठामि तिष्ठावः तिष्ठामः स्थीये स्थीयावहे तिष्ठसि तिष्ठथः तिष्ठथ स्थीयसे स्थीयेथे तिष्ठति तिष्ठतः तिष्ठन्ति स्थीयते स्थीयेते स्थीयामहे स्थीयध्वे स्थीयन्ते ह्य. अतिष्ठम् अतिष्ठाव अतिष्ठाम अस्थीये अस्थीयावहि अस्थीयामहि अतिष्ठः अतिष्ठतम् अतिष्ठत अस्थीयथाः अस्थीयेथाम् / अस्थीयध्वम् अतिष्ठत् अतिष्ठताम् अतिष्ठन् अस्थीयत अस्थीयेताम् अस्थीयन्त वि. तिष्ठेयम तिष्ठेव तिष्ठेम स्थीयेय स्थीयेवहि स्थीयेमहि तिष्ठे: तिष्ठेतम् . तिष्ठेत स्थीयेथाः स्थीयेयाथाम् स्थीयध्वम् तिष्ठेत् तिष्ठेताम् तिष्ठेयुः स्थीयेत स्थीयेयाताम् स्थीयेरन् आ. तिष्ठानि तिष्ठाव तिष्ठाम स्थीयै स्थीयावहै स्थीयामहै तिष्ठ तिष्ठतम् तिष्ठत स्थीयस्व स्थीयेथाम् स्थीयध्वम् , तिष्ठतु तिष्ठताम् तिष्ठन्तुस्थीयताम् स्थीयेताम् स्थीयन्ताम् श्व स्थातास्मि स्थातास्व: स्थातासि स्थातास्थ: स्थाता स्थातारौ स्थातास्मः स्थातास्थ स्थाता स्थातारौ स्थातार: स्थायितारः 1 स्थातार: 2 भवि स्थास्यामि स्थास्याकः स्थास्यामः स्थायिष्यते स्थायिष्येते स्थायिष्यन्ते 1 स्थास्यसि स्थास्यथः स्थास्यथ स्थास्यते स्थास्येते स्थारयन्ते 2 स्थास्यति स्थास्यतः स्थास्यन्ति क्रि अस्थास्यम् अस्थास्याव अस्थास्याम अस्थायिष्त अस्थायिष्येताम् अस्थायिष्यन्त 1 अस्थास्यः अस्थास्यतम् अस्थास्यत अस्थास्यत अस्थास्येताम् अस्थास्यन्त 2 अस्थास्यत् अस्थास्यताम् अस्थास्यन् परो तस्थौ तस्थिव तस्थिम तस्थिथ/तस्थाथ तस्थथुः तस्थ तस्थौ तस्थतुः तस्थुः तस्थे तस्थिवहे तस्थिषे तस्थाथे तस्थे तस्थाते तस्थिमहे तस्थिध्ये तस्थिरे अद्य अध्यष्ठात् अध्यष्ठाताम् अध्यष्ठः1 : अस्थायि अस्थायिषाताम् अस्थायिषत 1 5 अस्थात् अस्थाताम् अस्थुः 2 अस्थायि अस्थिषाताम् अस्थिषत 2 आशी स्थेयासम् स्थेयास्व स्थेयास्म स्थायिषीष्ट स्थायिषीयास्ताम् स्थायिषीरन् 1 स्थेयाः स्थेयास्तम् स्थेयास्त : स्थासीष्ट स्थासीयास्ताम् स्थासीरन् 2 स्थेयात् स्थेयास्ताम् स्थेयासुः 521 Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् कर्मणि कर्तरि धातु. 33 दा (यच्छ्)- आपq व. यच्छामि यच्दावः यच्छामः दीये यच्छसि यच्छथः यच्छथ दीयसे यच्छति यच्छतः यच्छन्ति दीयते दीयावहे दीयेथे दीयेते दीयामहे दीयध्वे दीयन्ते ह्य. अयच्छम् अयच्छाव अयच्छाम अयच्छ: अयच्छतम् अयच्छत अयच्छत् अयच्छताम् अयच्छन् अदीये अदीयावहि अदीयथाः अदीयेथाम् अदीयत अदीयेताम् अदीयामहि अदीयध्वम् अदीयन्त दीयेमहि वि. यच्छेयम् यच्छेव यच्छेः यच्छेतम् यच्छेत् यच्छेताम् यच्छेम यच्छेत यच्छेयुः दीयध्वम् दीयेरन् दीयेय दीयेवहि दीयेथाः दीयेयाथाम् दीयेत दीयेयाताम् दीयै दीयावहै दीयस्व दीयेथाम दीयताम् दीयेताम् आ. यच्छानि यच्छाव यच्छ यच्छतम् यच्छतु यच्छताम यच्छाम यच्छत यच्छन्तु दीयामहै दीयध्वम् दीयन्ताम् श्व दातास्मि दातास्वः दातासि दातास्थः दाता दातारौ दायितार: 1 दातास्मः दातास्थ दातारः दायिता दायितारौ दाता दातारौ दातार: 2 བློབྷྱཱ ཙྪཱ ཨིབློ༔ ཨེ མི སྒྱུ བྷྱཱ ཙྪཱ ཙྪཱ བྷྱཱ བྷྱཱ བྷྱཱ བྷྱཱ བྷྱཱ ཟླཟླུཙྪཱ @ཙྪཱ ཙྪཱ བྷྱཱ ཙྪཱ བྷྱཱ मा भवि दास्यामि दास्यावः / / दास्यसि दास्यथः दास्यतः दास्यामः दायिष्यते दायिष्येते दास्यथ दास्यते दास्येते दास्यन्ति दायिष्यन्ते 1 दास्यन्ते 2 अदास्यम् अदास्याव अदास्याम अदायिष्यत अदायिष्येताम् अदास्यः अदास्यतम अदास्यत अदास्येताम्। अदास्यत् अदास्यताम् अदास्यन् अदायिष्यन्त 1 अदास्यन्त 2 दिदे ददिव ददथुः ददाथ ददौ ददिम दद ददुः ददिवहे ददाथे ददाते ददिमहे ददिध्वे ददिरे ददतुः म् अद्य 5 अदाः अदात् अदाव अदातम् अदाताम् अदाम अदात अदु: अदायि अदायि अदायिषाताम् अदिषाताम् अदायिषत 1 अदिषत 2 देयाः देयात् देयास्मदायिषीष्ट दायिषीयास्ताम् दायिषीरन् / देयास्तम् देयास्त दासीष्ट दासीयास्ताम् दासीरन् 2 देयास्ताम् देयासुः 1537 Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आनट कर्मणि कर्तरि धातु. 34 पा (पिब्) -पि, व. पिबामि पिबावः पिबसि पिबथः पिबति पिबतः पिबामः पिबथ पिबन्ति पीये पीयसे पीयते पीयावहे पीयेथे पीयामहे पीयध्वे पीयेते पीयन्ते ह्य. अपिबम् अपिबः अपिबत् अपिबाव अपिबतम् अपिबताम् अपिबाम अपिबत अपिबन् अपीये अपीयावहि अपीयथाः अपीयेथाम अपीयत अपीयेताम् अपीयामहि अपीयध्वम् अपीयन्त वि. पिबेयम् पिबेः पिबेव पिबेम पीयेय पीयेथाः पीयेत पिबेतम् पीयेवहि पीयेयाथाम् पीयेयाताम् पीयेमहि पीयध्वम् पिबेताम् पीयेरन् पिबेत् आ. पिबानि पिबाव पिबेत पिबेयुः पिबाम पिबत पिबन्तु पीयामहै पिब पिबतम् पिबतु पिबताम् पीयै पीयावहै पीयस्व पीयेथाम् पीयताम् पीयेताम् पायिता पायितारौ पाता पातारौ पीयध्वम् पीयन्ताम् श्व पातास्मि पातास्वः पातासि पातास्थः पाता पातारौ पातास्मः पातास्थ पातारः पायितारः 1 पातार: 2 भवि पास्यामि पास्यावः पास्यसि पास्यथः पास्यति पास्यतः पास्यामः पायिष्यते पायिष्येते पास्यथ पास्यते पास्येते पास्यन्ति पायिष्यन्ते 1 पास्यन्ते 2 क्रि अपास्यम् अपास्याव अपास्यः अपास्यतम् अपास्यत् अपास्यताम् अपास्याम अपायिष्यत अपायिष्येताम् अपास्यत अपास्यत अपास्येताम् अपास्यन् अपायिष्यन्त 1 अपास्यन्त 2 पपिम परो पपौ पपिव पपिथ/पपाथ पपथुः पपौ पपतुः पप पपे पपिषे पपे पपिवहे पपार्थ पपाते पपिमहे पपिध्वे पपिरे पपुः अद्य अपाम् 5 अपाः अपाव अपातम अपाताम् अपाम अपात अपुः अपायि अपायि अपायिषाताम् अपासाताम् अपायिषत 1 अपासत 2 अपात् आशी स्थेयासम् स्थेयास्व स्थेयास्म / पायिषीष्ट पायिषीयास्ताम् पायिषीरन् 1 स्थेयाः स्थेयास्तम् स्थेयास्त पासीष्ट पासीयास्ताम् पासीरन् 2 स्थयात् स्थेयास्ताम् स्थेयासुः 54 Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि धातु. 35 व. वन्दे वन्दसे वन्दते कर्तरि वन्द - वन्दन कर वन्दावहे वन्दामहे वन्देथे वन्दध्वे वन्देते वन्दन्ते वन्द्ये वन्द्यसे वन्द्यते वन्द्यावहे वन्द्येथे वन्द्येते वन्द्यामहे वन्द्यध्वे वन्द्यन्ते ह्य. अवन्दे अवन्दावहि अवन्दथाः: अवन्देथाम् अवन्दत अवन्देताम् अवन्दामहि अवन्दध्वम् अवन्दन्त अवन्द्ये अवन्द्यावहि अवन्द्यथाः अवन्येथाम् अवन्धत अवन्द्येताम् अवन्द्यामहि अवन्द्यध्वम् अवन्द्यन्त वि. वन्देय बन्देथाः वन्देत वन्देवहि वन्देयाथाम् वन्देयाताम् वन्देमहि वन्देध्वम् वन्देरन् वन्द्येय वन्द्येथाः वन्द्येत वन्द्येवहि वन्द्येयाथाम् वन्द्येयाताम् वन्द्येमहि वन्येध्वम् वन्धेरन् आ. वन्दै वन्दावहै वन्दस्व वन्देथाम् वन्दताम् वन्देताम् वन्दामहै वन्दध्वम् वन्दन्ताम् वन्यै वन्द्यस्व वन्द्यताम् वन्द्यावहै वन्द्येथाम् वन्द्यामहै वन्द्यध्वम् वन्द्यन्ताम् श्व वन्दिताहे वन्दितास्वहे वन्दितास्महे वन्दितासे वन्दितासाथे। वन्दितावे वन्दिता वन्दितारौ वन्दितारः वन्दिताहे वन्दितास्वहे वन्दितास्महे वन्दितासे वन्दितासाथे। वन्दितावे वन्दिता वन्दितारौ वन्दितारः भवि वन्दिष्ये वन्दिष्यावहि वन्दिष्यसे वन्दिष्येथाम् वन्दिष्यते वन्दिष्येताम् वन्दिष्यामहि वन्दिष्यध्वे वन्दिष्यन्ते वन्दिष्ये वन्दिष्यावहे वन्दिष्यसे वन्दिष्येथे वन्दिष्यते वन्दिष्येते वन्दिष्यामहे वन्दिष्यध्वे वन्दिष्यन्ते क्रि अवन्दिष्ये अवन्दिष्यावहि अवन्दिष्यामहि अवन्दिष्ये अवन्दिष्यवहि अवन्दिष्यामहि अवन्दिष्थाः अवन्दिष्येथाम् अवन्दिष्यध्वम् अवन्दिष्यथाः अवन्दिष्येथाम् अवन्दिष्यध्वम् अवन्दिष्यत् अवन्दिष्येताम् अवन्दिष्यन्त / अवन्दिष्यत अवन्दिष्येताम् अवन्दिष्यन्त परो ववन्दे ववन्दिषे ववन्दे ववन्दिवहे ववन्दाथे ववन्दाते ववन्दिमहे ववन्दिध्ये ववन्दिरे ववन्दे . ववन्दिषे ववन्दे ववन्दिवहे ववन्दाथे ववन्दाते ववन्दिमहे ववन्दिध्वे ववन्दिरे अद्य अवन्दिषि अवन्दिष्वहि अवन्दिमहि अवन्दिषि अवन्दिष्वहि अवन्दिष्पहि 1 अवन्दिष्ठाः अवन्दिषाथाम् अवन्दिड्ड्वम् अवन्दिष्ठाः अवन्दिषाथाम् / अवन्दिड्दवम् अवन्दिष्ट अवन्दिषाताम् अवन्दिषत अवन्दिष्ट अवन्दिषाताम अवन्दिषत आशी वन्दिषीय वन्दिषीवहि वन्दिषीमहि वन्दिषीय वन्दिषीवहि वन्दिषीमहि वन्दिषीष्ठाः वन्दिषीयास्थाम् वन्दिषीध्वम् वन्दिषीष्ठाः वन्दिषीयास्थाम् वन्दिषीध्वम् वन्दिषीष्ट वन्दिषीयास्ताम् वन्दिषीरन् / वन्दिषीष्ट वन्दिषीयास्ताम् वन्दिषीरन् 55 Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 36 वृध् - वध, व. वर्धे वर्धावहे वर्धसे वर्धथे। वर्धते वर्धेते वर्धामहे वर्धध्वे वर्धन्ते वृध्यामहे वृध्ये वृध्यसे वृध्यते वृध्यावहे वृध्येथे वृध्येते वृध्यध्वे वृध्यन्ते ह्य. अवर्षे अरथाः अवधत अवर्धावहि अवधैथाम् अवर्धेताम् अवर्धामहि अवर्धध्वम् अवर्धन्त अवृध्यामहि अवृध्यध्वम् अवृध्यन्त अवृध्ये अवृध्यावहि अवृध्यथाः अवृध्येथाम् अवृध्यत अवृध्येताम् वृध्येय वृध्येवहि वृध्येयाथाम् वृध्येत वृध्येयाताम् वर्धेय वृध्येमहि वृध्येथाः वृध्येध्वम् h 111 112 111 111 वर्धेवहि वर्धेमहि वर्धेथाः वर्धयाथाम् वर्धध्वम् वर्धेत वयाताम् वधैरन् आ. वर्धे वर्धावहै वर्धामहै वर्धस्व वर्धथाम् वर्धध्वम् वर्धताम् वर्धेताम् वर्धन्ताम् श्व वर्धिताहे वर्धितास्वहे वर्धितास्महे वर्धितासे वर्धितासाथे वर्धिताध्वे वर्धिता वर्धितारौ वर्धितारः वृध्येरन् वृध्यै वृध्यावहै वृध्यस्व वृध्येथाम् वृध्यताम् वृध्येताम् वर्धिताहे वर्धितास्वहे वर्धितासे वर्धितासाथे वर्धिता वर्धितारौ वृध्यामहै वृध्यध्वम् वृध्यताम् वर्धितास्महे वर्धिताध्वे वर्धितारः भवि वर्धिष्ये वर्धिष्येते वय॑ति वय॑त वर्धिष्यन्ते 1 वर्धिष्ये वर्धिष्यावहे वय॑न्ति 2 वृर्धिष्यसे वृर्धिष्येथे वृर्धिष्यते वृर्धिष्येते वृर्धिष्यामहे वृर्धिष्यध्वे वृर्धिष्यन्ते क्रि अवर्धिष्यत अवर्धिष्येताम् अवर्धिष्यन्त 1 अवृर्धिष्ये अवृर्धियवहि अवृर्धिष्यामहि अवय॑त् अवय॑ताम् अवय॑न् 2 अवृर्धिष्यथाः अवृर्धिष्येथाम् अवृर्धिष्यध्वम् अवृर्धिष्यत अवृर्धिष्येताम् अवृर्धिष्यन्त ववृधे ववृधिषे ववृधे ववृधिवहे ववृधाथे ववृधाते ववृधिवहे ववृधिध्वे ववृधिरे परो ववृधे ववृधिवहे ववृधिमहे ववृधिषे ववृधार्थ ववृधिध्वे ववृधे ववृधाते ववृधिरे अद्य १अवर्धिष्ट अवर्धिषाताम् अवर्धिषत 1 5 अवृधत् अवृधताम् अवृधन् 2 अवृधिषि अवृधिष्वहि अवृधिष्महि अवृधिष्ठाः अवृधिषाथाम् अवृधिड्वम् अवर्धि अवृधिषाताम् अवृधिषत वर्धिषीय वर्धिष्वहि वर्धिष्महि वर्धिषीष्ठाः वर्धिषीयास्थाम् वर्धिषीध्वम् वर्धिषीष्ट वर्धिषीयास्ताम् वर्धिषीरन् आशी वर्धिषीय वर्धिषीवहि वर्धिषीमहि वर्धिषीष्ठाः वर्धिषीयास्थाम् वर्धिषीध्वम् वर्धिषीष्ट वर्धिषीयास्ताम् वर्धिषीरन् 56 Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / अनि कर्मणि धातु. 37 व. पचामि पचसि पचति कर्तरि पच् - पकाव, पचावः पचामः पचथः पचथ पचतः पचन्ति पच्यामहे पच्ये पच्यसे पच्यते पच्यावहे पच्येथे पच्येते पच्यध्वे पच्यन्ते ह्य. अपचम् अपच: अपचत् अपचाव अपचतम् अपचताम् अपचाम अपचत अपचन् अपच्ये अपच्यावहि अपच्यथाः अपच्येथाम् अपच्यत अपच्येताम् अपच्यामहि अपच्यध्वम् अपच्यन्त वि. पचेयम् पचेः पचेत् पचेव पचेतम् पचेताम् पचेम पचेत पचेयुः पच्येय पच्येथाः पच्येत पच्येवहि पच्येमहि पच्येयाथाम् / पच्येयाताम् / पच्यध्वम् पच्येरन् आ. पचानि पच पचाव पचतम् पचताम पचाम पचत पचन्तु पच्यै पच्यस्व पच्यताम् पच्यावहै पच्येथाम् पच्येताम् पच्यामहै पच्यध्वम् पच्यन्ताम् पचतु श्व पक्ताहे पक्तास्वहे पक्तासे पक्तासाथे पक्ता पक्तारौ पक्तास्महे पक्तावे पक्तारः पक्ताहे पक्तासे पक्ता पक्तास्वहे पक्तासाथे पक्तारौ पक्तास्महे पक्ताध्ये पक्तारः पक्ष्यामहे भवि पक्ष्ये पक्ष्यसे पक्ष्यते पक्ष्यावहे पक्ष्येथे पक्ष्येते पक्ष्यामहे पक्ष्यध्वे पक्ष्यन्ते पक्ष्ये पक्ष्यसे पक्ष्यते पक्ष्यावहे पक्ष्येथे पक्ष्येते पक्ष्यध्वे पक्ष्यन्ते क्रि अपक्ष्ये अपक्ष्यावहि अपक्ष्यामहि अपक्ष्यथाः अपक्ष्येथाम् / अपक्ष्यध्वम् अपक्ष्यत् अपक्ष्येताम् अपक्ष्यन्त अपक्ष्ये अपक्ष्यावहि अपक्ष्यथाः अपक्ष्येथाम् अपक्ष्यत अपक्ष्येताम् अपक्ष्यामहि अपक्ष्यध्वम् अपक्ष्यन्त परो पपाच/पचच पेचिव पेचिथ/पपक्थ पेचथुः पपाच पेचतुः पेचिम पेच पेचे पेचिषे पेचिवहे पेचाथे पेचाते पेचिमहे पेचिध्वे पेचिरे पेचुः पेचे अद्य अपाक्षम् अपाक्ष्व 2 अपाक्षीः अपाक्तम् अपाक्षीत् अपाक्ताम् अपाक्ष्म अपाक्त अपाक्षुः अपक्षि अपक्थाः अपाचि अपक्ष्वहि अपक्षाथाम् अपक्षाताम् अपक्ष्महि अपग्ड्ढ्व म् अपक्षत आशी पच्यासम् पच्यास्व पच्यास्म पच्याः पच्यास्तम् पच्यास्त पच्यात् पच्यास्ताम् पच्यासुः पक्षीय पक्षीष्ठाः पक्षीष्ट पक्षीवहि पक्षीयास्थाम् पक्षीयास्ताम् पक्षीमहि पक्षीध्वम् पक्षीरन् 57 Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् कर्मणि धातु. 38 व. हरामि हरसि हरति कर्तरि ह - हरण करवु हरावः हरामः हरथः हरथ हरतः हरन्ति अहरम् अहरः अहरत् अहराव अहरतम् अहरताम् अहराम अहरत अहरन् ड्रिये ड्रियावहे ड्रियामहे ड्रियसे ड्रियेथे ड्रियध्वे ड्रियते ड्रियेते ड्रियन्ते अहिये अहियावहि अहियामहि अहियथाः अहियेथाम् अहियध्वम् अह्रियत अहियेताम् अहियन्त हियेय हियेवहि हियेमहि हियेथाः हियेयाथाम हियेध्वम् ह्रियेत हियेयाताम् ह्रियेरन् ह्रियै ह्रियावहै ह्रियामहै ह्रियस्व हियेथाम् ह्रियताम् हियेताम् वि. हरेयम् हरेः हरेव हरेतम् हरेताम् हरेम हरेत हरेयुः हरेत् हराम आ. हराणि हर हरतु हराव हरतम् हरताम हरत हरन्तु ह्रियध्वम् ह्रियन्ताम् हर्तास्मि हर्तास्वः हर्तासि हर्तास्थ: हर्ता हर्तारौ हर्तास्मः हर्तास्थ हर्तारः हर्ता हर्तारौ हारिता हारितारौ हर्तारः 1 हारितारः 2 भवि हरिष्यामि हरिष्यावः हरिष्यसि हरिष्यथः हरिष्यति हरिष्यतः हरिष्यामः / हरिष्यते हरिष्येते हरिष्यथ हारिष्यते हारिष्येते हरिष्यन्ति हरिष्यन्ते 1 हारिष्यन्ते 2 क्रि अहरिष्यम अहरिष्याव अहरिष्याम अहरिष्यत अहरिष्येताम अहरिष्यन्त 1 अहरिष्यः अहरिष्यतम् अहरिष्यत / अहारिष्यत अहारिष्येताम् अहारिष्यन्त 2 अहरिष्यत् अहरिष्यताम् अहरिष्यन् परो जहार/जहर जहिव जहर्थ जहथुः जहार जहतुः जहिम जह जहुः जहे जहिषे जहे जहिवहे जहाथे जहाते जहिमहे जहिवे जहिरे अहार्म अहारि अहारि अहारिषाताम् अहारिषत अहृषाताम् अहृषत अद्य अहार्षम् अहार्ष 2 अहार्षीः अहाटम् अहार्ट अहार्षीत् अहाम् अहाएं: आशी हियासम् हियास्व हियास्म हियाः हियास्तम् हियात् हियास्ताम् हियासुः हारिषीष्ट हारिषीयास्ताम् हारिषीरन् हृषीष्ट हृषीयास्ताम् हृषीरन् हियास्त 1581 Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 36 व. डये डयसे डयते कर्तरि डी - उडवू डयावहे डयेथे डयेते डयामहे डीये डयध्वे डीयसे डयन्तेडीयते डीयावहे डीयेथे डीयेते डीयामहे डीयध्वे डीयन्ते ह्य. अडये अडयावहि अडयामहि अडयथाः अडयेथाम् अडयध्वम् अडयत अडयेताम् अडयन्त अडीये अडीयावहि अडीयथाः अडीयेथाम् अडीयत अडीयेताम् अडीयामहि अडीयध्वम् अडीयन्त डीयेमहि वि. डयेय डयेथाः डयेत डयेवहि डयेमहि डयेयाथाम् डयेध्वम् डयेयाताम् डयेरन् डीयेय डीयेथाः डीयेत डीयेवहि डीयेयाथाम् डीयेयाताम् डीयेध्वम् डीयेरन् आ. डयै डयस्व डयताम् डयावहै डयेथाम् डयेताम् डयामहै डयध्वम् डयन्ताम् डीयै डीयावहै डीयस्व डीयेथाम् डीयताम् डीयेताम् डीयामहै डीयध्वम् डीयन्ताम् श्व डयिताहे डयितास्वहे डयितास्महे / डयिताहे डयितारौ डयितासे डयितासाथे डयिताध्वे डायिताहे डायितारौ डयिता डयितारौ डयितारः डयितारः 1 डायितार: 2 भवि डयिष्ये डयिष्यावहि डयिष्यसे डयिष्येथाम् डयिष्यते डयिष्येते डयिष्यामहि / डयिष्यते डयिष्येते डयिष्यध्वे डायिष्यते डायिष्येते डयिष्यन्ते डयिष्यन्ते 1 डायिष्यन्ते 2 क्रि अडयिष्ये अडयिष्यावहि अडयिष्यामहि अडयिष्यत अडयिष्येताम् अडयिष्यन्त 1 अडयिष्यः अडयिष्येथाम् अडयिष्यध्वम् / अडायिष्यत अडायिष्येताम् अडायिष्यन्त 2 अडयिष्यत अडयिष्येताम् अडयिष्यन्त परो डिड्ये डिड्यावहे डिड्यामहे डिड्ये डिड्यावहे डिड्यामहे डिडियषे डिड्याथे डिडियध्वे/वे डिडियषे डिड्याथे डिडियध्वे/वे डिड्ये डिड्याते डिडियरे / डिड्ये डिड्याते डिड्यिरे अद्य अडयिषि अडयिष्वहि अडयिष्महि अडायि अडयिषाताम् अडयिषत 1 __ अडयिष्ठाः अडयिषाथाम् अडयिड्ढ्वम् / अडायि अडायिषाताम् अडायिषत 2 अडयिष्ट अडयिषाताम् अडयिषत आशी डयिषीय डयिषीवहि डयिषीमहि डयिषीष्ट डयिषीयास्ताम् डयिषीरन 1 डयिषीष्ठाः डयिषीयास्थाम् डयिषीध्वम् / डायिषीष्ट डायिषीयास्ताम् डायिषीरन 2 डयिषीष्ट डयिषीयास्ताम् डयिषीरन् / 1591 A Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 40 व. भाषे भाषसे भाषते कर्तरि / सेट् भाष् - बोलवू भाषावहे भाषामहे भाष्ये भाषध्वे भाष्यसे भाषेते भाषन्ते भाष्यते भाषेथे भाष्यावहे भाष्येथे भाष्येते भाष्यामहे भाष्यध्वे भाष्यन्ते ह्य. अभाषे अभाषावहि अभाषथाः अभाषेथाम् / अभाषत अभाषेताम् अभाषामहि अभाषध्वम् अभाषन्त अभाष्ये अभाष्यावहि अभाष्यथाः अभाष्येथाम् अभाष्यत अभाष्यामहि अभाष्यध्वम् अभाष्यन्त वि. भाषेय भाषेवहि भाषेथाः भाषेयाथाम् भाषेत भाषयाताम् भाषेमहि भाषेध्वम् भाषेरन् भाष्येय भाष्येवहि भाष्येमहि भाष्येथाः भाष्येयाथाम् भाष्यध्वम् भाष्येत भाष्येयाताम् भाष्येरन् आ. भाषै भाषावहै भाषस्व भाषेथाम् भाषताम् भाषेताम् भाषामहै भाषध्वम भाषन्ताम् भाष्यै भाष्यावहै भाष्यामहै भाष्यस्व भाष्येथाम् / भाष्यध्वम् भाष्यताम् भाष्येताम् भाष्यन्ताम् श्व भाषिताहे भाषितास्वहे भाषितास्महे भाषिताहे भाषितास्वहे भाषितास्महे भाषितासे भाषितासाथे भाषिताध्वे भाषितासे भाषितासाथे भाषिताध्वे भाषिता भाषितारौ भाषितारः भाषिता भाषितारौ भाषितारः / भवि भाषिष्ये भाषिष्यावहि भाषिष्यामहि भाषिष्ये भाषिष्यावहे भाषिष्यसे भाषिष्येथाम भाषिष्यध्वे भाषिष्यसे भाषिष्येथे भाषिष्यते भाषिष्येताम् भाषिष्यन्ते भाषिष्यते भाषिष्येते भाषिष्यामहे भाषिष्यध्वे भाषिष्यन्ते क्रि अभाषिष्ये अभाषिष्यावहि अभाषिष्यामहि अभाषिष्ये अभाषिष्यवहि अभाषिष्यामहि अभाषिष्याः अभाषिष्याथाम् अभाषिष्यध्वम् अभाषिष्यथाः अभाषिष्येथाम् अभाषिष्यध्वम् अभाषिष्यत् अभाषिष्येताम् अभाषिष्यन्त / अभाषिष्यत अभाषिष्येताम् अभाषिष्यन्त परो बभाषे बभाषिवहे बभाषिषे बभाषाथे बभाषे भाषाते बभाषिमहे बभाषिध्वे बभाषिरे बभाषे बभाषिवहे बभाषिषे बभाषाथे बभाषे बभाषाते बभाषिमहे बभाषिध्वे बभाषिरे अद्य अभाषिषि अभाषिष्वहि अभाषिष्महि / अभाषिषि अभाषिष्वहि अभाषिष्महि 2 अभाषिष्ठाः अभाषिषाथाम् अभाषिड्ढ़वम् अभाषिष्ठाः अभाषिषाथाम् अभाषिड्ढ्वम् अभाषिष्ट अभाषिषाताम् अभाषिषत अभाषि अभाषिषाताम् अभाषिषत आशी भाषिषीय भाषिषीवहि भाषिषीमहि भाषिषीय भाषिषीवहि भाषिषीमहि भाषिषीष्ठाः भाषिषीयास्थाम भाषिषीध्वम भाषिषीष्ठाः भाषिषीयास्थाम भाषिषीध्वम भाषिषीष्ट भाषिषीयास्ताम् भाषिषीरन् भाषिषीष्ट भाषिषीयास्ताम् भाषिषीरन् Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् / कर्मणि धातु. 41 व. रमे रमसे रमते कर्तरि रम् - रमवु रमावहे रमेथे रमेते रमामहे रमध्ये रमन्ते रम्ये रम्यसे रम्यते रम्यावहे रम्येथे रम्येते रम्यामहे रम्यध्वे रम्यन्ते ह्य. अरमे अरमथाः अरमत अरमावहि अरमेथाम् अरमेताम् अरमामहि अरमध्वम् अरमन्त अरम्ये अरम्यथाः अरम्यत अरम्यावहि अरम्येथाम् अरम्येताम् अरम्यामहि अरम्यध्वम् अरम्यन्त वि. रमेय रम्येमहि रमेवहि रमेयाथाम् रमेयाताम् रमेमहि रमेध्वम् रमेथाः रम्येय रम्येथाः रम्येत रम्येवहि रम्येयाथाम् रम्येयाताम् रम्यध्वम् रम्येरन् रमेत रमेरन् आ. रमै रमस्व रमताम् रमावहै रमेथाम् रमेताम् रमामहै रमध्वम् रमन्ताम् रम्यै रम्यस्व रम्यताम् रम्यावहै रम्येथाम् रम्येताम् रम्यामहै रम्यध्वम् रम्यन्ताम् श्व रन्ताहे रन्तासे रन्ता रन्तास्वहे रन्तासाथे रन्तारौ रन्तास्महे रन्ताध्ये रन्तारः रन्ताहे रन्तासे रन्ता रन्तास्वहे रन्तासाथै रन्तारौ रन्तास्महे रन्ताध्ये रन्तारः tu III ILE WIT Tte in Ili na TIT ILE भवि रंस्ये रंस्यसे रंस्यते रस्यावहे रंस्येथे रंस्येते रंस्यामहे रंस्यध्वे रंस्यन्ते रंस्ये रंस्थ्यसे रंस्यते रस्यावहे रंस्येथे रंस्येते रंस्यामहे रंस्यध्वे रंस्यन्ते क्रि अरंस्ये अरस्यावहि अरंस्यथाः अरंस्येथाम् अरंस्यत अरंस्येताम् अरंस्यामहि अरंस्यध्वम् अरंस्यन्त अरस्ये अरस्यावहि अरंस्यथाः अरंस्येथाम् अरंस्यत अरंस्येताम् अरंस्यामहि अरंस्यध्वम् अरंस्यन्त परो रेमे रेमिषे रेमिवहे रेमाथे रेमाते रेमिमहे रेमिध्ये रेमिरे रेमे रेमिषे रेमे रेमिवहे रेमाथे रेमाते रेमिमहे रेमिध्वे रेमिरे अद्य अरंसि 2 अरंस्थाः अरंस्त अरंस्वहि असाथाम् अरंसाताम् अरंस्महि अरंन्ध्वम् अरंसत अरंसि अरंस्थाः अरामि अरंस्वहि अरंसाथाम् / अरंसाताम् अरंस्महि अरंन्ध्व म् अरंसत आशी रंसीय रंसीवहि रंसीमहि रंसीष्ठाः रंसीयास्थाम रंसीध्वम् रंसीष्ट रंसीयास्ताम् रंसीरन् रंसीय रंसीवहि रंसीमहि रंसीष्ठाः रंसीयास्थाम् रंसीध्वम् रंसीष्ट रंसीयास्ताम् रंसीरन् Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आन८ कर्मणि धातु. 42 व. लभे लभसे लभते कर्तरि लम् - मेळवq लभावहे लभामहे लमेथे लभेथे लभध्वे लभेते लभन्ते लभ्ये लभ्यसे लभ्यते लम्यावहे लभ्येथे लभ्येते लभ्यामहे लभ्यध्वे लभ्यन्ते ह्य. अलभे अलभावहि अलभथाः अलमेथाम् अलभत अलभेताम् अलभामहि अलभध्वम् अलभन्त अलभ्ये अलभ्यावहि / अलभ्यामहि अलभ्यथाः अलभ्येथाम् अलभ्यध्वम् अलभ्यत अलभ्येताम् अलभ्यन्त वि. लभेय लभेथाः लभेत लभेवहि लभेयाथाम् लभेयाताम् लभेमहि लभेध्वम् लभेरन् लभ्येय लभ्येथाः लभ्येत लभ्येवहि लभ्येमहि लभ्येयाथाम् लभ्येध्वम् लभ्येयाताम् लभ्येरन् लभ्यावहै ल आ. लभै लभस्व लभताम् लभावहै लभेथाम् लभेताम् लभामहै लभध्वम् लभन्ताम् लभ्यै लभ्यस्व लभ्यताम ल लभ्यामहै लभ्यध्वम लभ्यन्ताम श्व लब्धाहे लब्धासे लब्धास्वहे लब्धासाथे / लब्धारौ si tu til til i lh in III an ill all in III te til tur til III un In Har ill it all the ait ill att tit ilk HII II na ih in III tur ill 111 लब्धास्महे लब्धाचे लब्धारः लब्धाहे लब्धासे लब्धा लब्धास्वहे लब्धासाथे लब्धारौ लब्धास्महे लब्धाध्वे लब्धारः लब्धा भवि लप्स्ये लप्स्यावहे / लप्स्यामहे लप्स्यसे लप्स्येथे लप्स्यध्वे लप्स्यते लप्स्येते लप्स्यन्ते लप्स्ये लप्स्यावहे लप्स्यसे लप्स्येथे लप्स्यते लप्स्येते लप्स्यामहे लप्स्यध्वे लप्स्यन्ते क्रि अलप्स्ये अलप्स्यावहि अलप्स्यामहि अलप्स्यथाः अलप्स्येथाम् अलप्स्यध्वम् अलप्स्यत् अलप्स्येताम् अलप्स्यन्त अलप्स्ये अलप्स्यावहि अलप्स्यामहि अलप्स्यथाः अलप्स्येथाम् अलप्स्यध्वम् अलप्स्यत अलप्स्येताम् अलप्स्यन्त परो लेभे लेभिषे लेभे लेभिवहे लेभाथे लेभाते लेभिमहे लेभिध्ये लेभिरे लेभिषे लेभे लेभिवहे लेभाथे लेभाते लेभिमहे लेभिध्वे लेभिरे अद्य अलप्सि अलप्स्वहि अअलप्स्महि अलब्धाः अल्प्साथाम् अलब्ध्वम् अलब्ध अलप्साताम् अलप्सत अलप्सि अलब्धाः अलाभि अलप्स्वहि अलप्स्महि अल्प्साथाम् अलब्ध्वम् अलप्साताम् अलप्सत आशीलप्सीय लप्सीवहि लप्सीमहि लप्सीष्ठाः लप्सीयास्थाम् लप्सीध्वम् लप्सीष्ट लप्सीयास्ताम् लप्सीरन् लप्सीय लप्सीवहि लप्सीमहि लप्सीष्ठाः लप्सीयास्थाम् लप्सीध्वम लप्सीष्ट लप्सीयास्ताम् लप्सीरन् 62 Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् / कर्मणि धातु. 43 व. वर्ते वर्तसे कर्तरि वृत् - वर्तवु, होवू वर्तावहे वर्तामहे वर्तेथे वर्तध्वे वर्तेते वर्तन्ते वृत्यावहे वृत्ये वृत्यसे वृत्यते वृत्यामहे वृत्यध्वे वृत्यन्ते वृत्येथे वृत्येते वर्तते ह्य. अवर्तावहि अवृत्यावहि अवर्ते अवर्तथाः अवर्तत / अवर्तेथाम् अवर्तेताम् अवर्तामहि अवर्तध्वम् अवर्तन्त अवृत्यथाः अवृत्येथाम् अवृत्यत अवृत्येताम् अवृत्यामहि अवृत्यध्वम् अवृत्यन्त वृत्येय वि. वर्तेय वर्तेथाः वर्तेत वर्तेवहि वर्तेयाथाम् वर्तेयाताम् वर्तमहि वर्तेध्वम् वर्तेरन् वृत्येथाः वृत्येत वृत्येवहि वृत्येयाथाम् वृत्येयाताम् वृत्येमहि वृत्येध्वम् वृत्येरन् आ. वर्ते वर्तस्व वर्तताम् वर्तावहै वर्तेथाम् वर्तताम् वर्तामहै वर्तध्वम् वर्तन्ताम् वृत्यै वृत्यस्व वृत्यताम् वृत्यावहै वृत्येथाम् वृत्येताम् वृत्यामहै वृत्यध्वम् वृत्यन्ताम् श्व वर्तिताहे वर्तितासे वर्तिता वर्तितास्वहे वर्तितासाथे वर्तितारौ वर्तितास्महे वर्तितावे वर्तितारः वर्तिताहे वर्तितास्वहे वर्तितासे वर्तितासाथे वर्तिता वर्तितारौ वर्तितास्महे वर्तितावे वर्तितारः भवि वर्तिष्ये वय॑ति वर्तिष्येते वय॑त वर्तिष्यन्ते 1 वय॑न्ति 2 वर्तिष्ये वृर्तिष्यावहे वृर्तिष्यसे वृर्तिष्येथे वृर्तिष्यते वृर्तिष्येते वृर्तिष्यामहे वृर्तिष्यध्वे वृर्तिष्यन्ते क्रि अवर्तिष्यत अवय॑त् अवर्तिष्येताम् अवर्तिष्यन्त 12 अवर्तिष्ये अवर्तिष्यावहि अवय॑ताम् अवय॑न् 2 अवर्तिष्यथाः अवर्तिष्येथाम् अवर्तिष्यत अवर्तिष्येताम् अवर्तिष्यामहि अवर्तिष्यध्वम् अवर्तिष्यन्त परो ववृते ववृतिषे ववृतिवहे ववृताथे ववृताते ववृतिवहे ववृतिध्वे ववृतिरे ववृते ववृतिषे ववृते ववृतिवहे ववृताथे ववृताते ववृतिवहे ववृतिध्वे * ववृतिरे ववृते अद्य अवृतत् अवर्तिष्ट अवृतताम् अवर्तिषाताम् अवृतन् 1 अवर्तिषत 2 अवर्तिषि अवर्तिष्वहि अवर्तिष्महि अवतिष्ठाः अवर्तिषाथाम् अवर्तिड्ढ्वम् अवर्ति अवर्तिषाताम् अवर्तिषत th il आशी वर्तिषीय वर्तिषीष्ठाः वर्तिषीष्ट वर्तिषीवहि वर्तिषीमहि वर्तिषीयास्थाम् वर्तिषीध्वम् वर्तिषीयास्ताम् वर्तिषीरन् वर्तिषीय वर्तिष्महि वर्तिष्महि वर्तिषीष्ठाः वर्तिषीयास्थाम् वर्तिषीध्वम् वर्तिषीष्ट वर्तिषीयास्ताम् वर्तिषीरन् 63 Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् कर्मणि धातु. 44 व. शोभे शोभसे शोभते कर्तरि शुभ - शोभवं/ दिपवं शोभावहे शोभामहे शोभेथे शोमध्ये शोभते शोभन्ते | शुभ्ये शुभ्यावहे शुभ्यसे शुभ्येथे शुभ्येते शुभ्यामहे शुभ्यध्वे शुभ्यन्ते शुभ्यते ह्य. अशोमे अशोभथाः अशोभत अशोभावहि अशोमेथाम् अशोभेताम् अशोभामहि अशोभध्वम् अशोभन्त अशुभ्ये अशुभ्यावहि अशुभ्यथाः अशुभ्येथाम् अशुभ्यत अशुभ्येताम् अशुभ्यामहि अशुभ्यध्वम् अशुभ्यन्त शोभेमहि वि. शोमेय शोमेथाः शोभेत शोमेवहि शोभेयाथाम् शोभेयाताम् शोमेध्वम् शोमेरन् | शुभ्येय शुभ्येथाः / शुभ्येत शुभ्येवहि शुभ्येयाथाम् शुभ्येयाताम् शुभ्येमहि शुभ्येध्वम् शुभ्येरन् आ. शोमै शोभस्व शोभताम् शोभावहै शोमेथाम् शोभेताम् शोभामहै शोभध्वम् शोभन्ताम् शुभ्यै शुभ्यस्व शुभ्यताम् शुभ्यावहै शुभ्येथाम् शुभ्येताम् शुभ्यामहै शुभ्यध्वम् शुभ्यन्ताम् श्व शोभिताहे शोभितास्वहे शोभितास्महे | शोभिताहे शोभितास्वहे शोभितास्महे शोभितासे शोभितासाथे शोभिताध्वे शोभितासे शोभितासाथे शोभितावे शोभिता शोभितारौ शोभितारः शोभिता शोभितारौ शोभितारः tu WIE EIL LEL III Inz lll tu il ili LLL LLL LLL LLL lll li lli m the भवि शोभिष्ये शोभिष्यावहि शोभिष्यसे शोभिष्येथाम शोभिष्यते शोमिष्येताम् शोभिष्यामहि शोभिष्यध्वे शोभिष्यन्ते शोभिष्ये। शोभिष्यावहे शोभिष्यसे / शोभिष्येथे शोभिष्यते शोमिष्येते शोभिष्यामहे शोभिष्यध्वे शोभिष्यन्ते क्रि अशोभिष्ये अशोभिष्यावहि अशोभिष्यामहि अशोभिष्ये अशोभिष्यवहि अशोभिष्यामहि अशोभिष्यथाः अशोभिष्याथाम् अशोभिष्यध्वम् अशोभिष्यथाः अशोभिष्येथाम् अशोमिष्यध्वम् अशोभिष्यत् अशोभिष्येताम् अशोभिष्यन्त अशोभिष्यत अशोभिष्येताम् अशोभिष्यन्त शुशुभे परो शुशुमे शुशुभिषे शुशुभे शुशुभिवहे शुशुभाथे शुशुभाते शुशुभिमहे शुशुभिध्वे शुशुभिरे शुशुभिवहे शुशुभाथे शुशुभाते शुशुभिमहे शुशुभिध्वे शुशुभिरे शुशुभे अद्य अशोभिषि अशोभिष्वहि अशोभिष्महि / अशोभिषि अशोभिष्वहि अशोभिष्महि अशोभिष्ठाः अशोभिषाथाम् अशोभिड्वम् अशोभिष्ठाः अशोभिषाथाम् अशोभिड्ढ्वम् अशोभिष्ट अशोभिषाताम् अशोभिषत अशोभिष्ट अशोभिषाताम् अशोभिषत आशी शोभिषीय शोभिषीवहि शोभिषीमहि / शोभिषीय शोभिषीवहि शोभिषीमहि शोभिषीष्ठाः शोभिषीयास्थाम् शोभिषीध्वम् / शोभिषीष्ठाः शोभिषीयास्थाम् शोभिषीध्वम् शोभिषीष्ट शोभिषीयास्ताम् शोभिषीरन् शोभिषीष्ट शोभिषीयास्ताम् शोभिषीरन् 64 Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 45 व. सेवे सेवसे सेवते कर्तरि सेव् - सेवईं, सेवा करवी सेवावहे सेवामहे सेवेथे सेवध्वे सेवेते सेव्ये सेव्यसे सेव्यते सेव्यावहे सेव्येथे सेव्येते सेव्यामहे सेव्यध्वे सेव्यन्ते सेवन्ते असेव्ये ह्य. असेवे असेवावहि असेवथाः असेवेथाम् असेवत असेवेताम् असेवामहि / असेव्यावहि असेव्यामहि असेवध्वम् असेव्यथाः असेव्येथाम् असेव्यध्वम् असेवन्त असेव्यत असेव्येताम् असेव्यन्त सेव्येय वि. सेवेय सेवेथाः सेवेत सेवेवहि सेवेयाथाम् सेवेयाताम् सेवेमहि सेवेध्वम् सेवेरन् सेव्येथाः सेव्येवहि सेव्येमहि सेव्येयाथाम् सेव्यध्वम् सेव्येयाताम् सेव्येरन् सेव्येत सेवै सेवस्व सेवताम् सेवावहै सेवेथाम् सेवेताम् सेवामहै सेवध्वम् सेव्यस्त सेव्यावहै सेव्येथाम् सेव्येताम् सेव्यामहै सेव्यध्वम् सेव्यन्ताम् सेव्यताम् श्व सेविताहे सेवितास्वहे सेवितास्महे सेवितासे सेवितासाथे सेविताध्वे सेविता सेवितारौ सेवितारः ${in II all ur lh in lll in til all सेविताहे सेवितासे सेविता सेवितास्वहे सेवितास्महे सेवितासाथे सेविताध्वे सेवितारौ सेवितारः भवि सेविष्ये सेविष्यावहे सेविष्यसे सेविष्येथे सेविष्यते सेविष्येते सेविष्यामहे सेविष्यध्वे सेविष्यन्ते सेविष्ये सेर्विष्यसे सेविष्यते सेविष्यावहे सेविष्येथे सेविष्येते सेविष्यामहे सेविष्यध्वे सेविष्यन्ते क्रि असेविष्ये असेविष्यावहि असेविष्यामहि असेविष्ये असेविष्यावहि असेविष्यामहि असेविष्यथाः असेविष्येथाम् असेविष्यध्वम् असेविष्यथाः असेविष्येथाम् असेविष्यध्वम् असेविष्यत असेविष्येताम् असेवियन्त | असेविष्यत असेविष्येताम् असेविष्यन्त परो सिसेवे सिसेविवहे सिसेविमहे सिसेविषे सिसेवाथे सिसेविध्वे सिसेवे सिसेवाते सिसेविरे सिसेवे सिसेविवहे सिसेविमहे सिसेविषे सिसेवाथे सिसेविध्वे सिसेवे सिसेवाते सिसेविरे अद्य असेविषि असेविष्वहि असेविष्महि असेविष्ठाः असेविषाथाम् असेविध्वम् असेविष्ट असेविषाताम् असेविषत असेविषि असेविष्वहि असेविष्महि असेविष्ठा: असेविषाथाम् असेविड्ढ्वम् असेवि असेविषाताम् असेविषत आशी सेविषीय सेविषीवहि सेविषीमहि सेविषीष्ठाः सेविषीयास्थाम् सेविषीध्वम् सेविषीष्ट सेविषीयास्ताम् सेविषीरन् सेविषीय सेविषीवहि सेविषीमहि सेविषीष्ठाः सेविषीयास्थाम् सेविषीध्वम् सेविषीष्ट सेविषीयास्ताम् सेविषीरन् 65 Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 46 व. स्वादे स्वादसे स्वादते कर्तरि स्वाद् - खावं स्वादावहे स्वादामहे स्वादेथे स्वादध्वे स्वादेते स्वादन्ते स्वाये स्वाद्यसे स्वाद्यावहे स्वाद्येथे स्वाद्येते स्वाद्यामहे स्वाद्यध्वे 'स्वाद्यन्ते स्वाद्यते अस्वाद्ये ह्य. अस्वादे अस्वादावहि अस्वादथाः अस्वादेथाम् अस्वादत अस्वादेताम् अस्वादामहि अस्वादध्वम् अस्वादन्त अस्वाद्यावहि अस्वाद्यथाः अस्वाद्येथाम् अस्वाद्यत अस्वाद्येताम् अस्वाद्यामहि अस्वाद्यध्वम् अस्वाद्यन्त वि. स्वादेय स्वादेथाः स्वादेत स्वादेवहि स्वादेयाथाम् स्वादेयाताम् स्वादेमहि स्वादेध्वम् स्वादेरन् स्वाद्येय स्वाद्येवहि स्वाद्येमहि स्वाद्येथाः स्वाद्येयाथाम् स्वाद्यध्वम् स्वाद्येत स्वाद्येयाताम् स्वाधेरन् आ. स्वादै स्वादावहै / स्वादस्व स्वादेथाम् स्वादताम् स्वादेताम् स्वादामहै स्वादध्वम् स्वादन्ताम् स्वाद्यै स्वाद्यावहै स्वाद्यस्व स्वाद्येथाम् / स्वाद्यताम् स्वाद्येताम् स्वाद्यामहै स्वाद्यध्वम् स्वाद्यन्ताम् श्व स्वादिताहे स्वादितास्वहे स्वादितास्महे स्वादिताहे स्वादितास्वहे स्वादितास्महे स्वादितासे स्वादितासाथे स्वादितमध्ये स्वादितासे स्वादितासाथे स्वादिताध्वे स्वादिता स्वादितारौ स्वादितारः स्वादिता स्वादितारौ स्वादितारः भवि स्वादिष्ये स्वादिष्यावहे स्वादिष्यामहे / स्वादिष्ये ___ स्वादिष्यावहे स्वादिष्यसे स्वादिष्येथे स्वादिष्यध्वे स्वादिष्यसे स्वादिष्येथे स्वादिष्यते स्वादिष्येते स्वादिष्यन्ते / स्वादिष्यते स्वादिष्येते स्वादिष्यामहे स्वादिष्यध्वे स्वादिष्यन्ते क्रि अस्वादिष्ये अस्वादिष्यावहि अस्वादिष्यामहि अस्वादिष्ये अस्वादिष्यावहि अस्वादिष्यामहि अस्वादिष्यथाः अस्वादिष्येथाम् अस्वादिष्यध्वम् अस्वादिष्यथाः अस्वादिष्येथाम् अस्वादिष्यध्वम् अस्वादिष्यत अस्वादिष्येताम् अस्वादिष्यन्त अस्वादिष्यत अस्वादिष्येताम् अस्वादिष्यन्त परो सस्वादे सस्वादिवहे सस्वादिषे सस्वादाथे सस्वादे सस्वादाते सस्वादिमहे सस्वादिध्वे सस्वादिरे सस्वादे सस्वादिवहे सस्वादिषे सस्वादाथे सस्वादे सस्वादाते सस्वादिमहे सस्वादिध्वे सस्वादिरे अद्य अस्वादिषि अस्वादिष्वहि अस्वादिष्महि अस्वादिष्ठाः अस्वादिषाथाम् अस्वादिध्वम् अस्वादिष्ट अस्वादिषाताम् अस्वादिषत अस्वादिषि अस्वादिष्वहि अस्वादिष्महि अस्वादिष्ठाः अस्वादिषाथाम् अस्वादिध्वम् अस्वादि अस्वादिषाताम् अस्वादिषत आशी स्वादिषीय स्वादिषीवहि स्वादिषीमहि / स्वादिषीय स्वादिषीवहि स्वादिषीमहि स्वादिषीष्ठाः स्वादिषीयास्थाम् स्वादिषीध्वम् / स्वादिषीष्ठाः स्वादिषीयास्थाम् स्वादिषीध्वम् स्वादिषीष्ट स्वादिषीयास्ताम् स्वादिषीरन् / स्वादिषीष्ट स्वादिषीयास्ताम् स्वादिषीरन् 1661 Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् कर्मणि धातु. 47 व. नयामि नयसि नयति कर्तरि नी - लइजq नयावः नयथः नयतः नयामः नयथ नयन्ति नीये नीयसे नीयते नीयावहे नीयेथे नीयेते नीयामहे नीयध्वे नीयन्ते ह्य. अनयम् अनयः अनयत् अनयाव अनयतम अनयताम् अनयाम अनयत अनयन् अनीये अनीयावहि अनीयथाः अनीयेथाम् अनीयत अनीयेताम् अनीयामहि अनीयध्वम् अनीयन्त वि. नयेयम् नये: नयेत् नयेव नयेतम् नयेताम् नयेम नयेत नयेयुः नीयेय नीयेवहि नीयेमहि नीयेथाः नीयेयाथाम् नीयेध्वम् नीयेत नीयेयाताम् नीयेरन् नीयै नीयावहै नीयामहै नीयस्व नीयेथाम् नीयध्वम् नीयताम् नीयेताम् नीयन्ताम् आ नयानि नय नयाव नयतम नयताम् नयाम नयत नयन्तु नयतु श्व नेतास्मि नेतासि नेता नेतास्वः नेतास्थः नेतारौ नेतास्मः तास्थ नेतारः नायिता नायितारौ नेता नेतारौ नायितारः 1 नेतारः 2 El a mills in ill fr <Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " कर्तरि याच् - मांग, कर्मणि धातु. 48 व. याचामि याचसि याचति याचावः याचथः याचतः याचामः याचथ याचन्ति याच्ये याच्यसे याच्यते याच्यावहे याच्येथे याच्येते याच्यामहे याच्यध्वे याच्यन्ते ह्य. अयाचम् अयाचः अयाचत् अयाचाव अयाचतम् अयाचताम् अयाचाम अयाचत अयाचन् अयाच्ये अयाच्यावहि अयाच्यामहि अयाच्यथाः अयाच्येथाम् अयाच्यध्वम् अयाच्यत अयाच्येताम् अच्याचन्त वि. याचेयम् याचे: याचेत् याचेव याचेतम् याचेताम् याचेम याचेत याचेयुः याच्येय याच्येवहि याच्येमहि याच्येथाः याच्येयाथाम याच्यध्वम् याच्येत याच्येयाताम् याच्येरन् याच्यावने आ. याचानि याच याचतु याचाव याचतम् याचताम् याचाम याचत याचन्तु याच्यै याच्यस्व याच्येथार याच्यताम् याच्येताम् याच्यामहै याच्यध्वम् याच्यन्ताम् श्व याचिंतास्मि याचितास्वः याचितासि याचितास्थः याचिता याचितारौ याचितास्मः याचिताहे याचितास्वहे याचितास्महे याचितास्थ यावितासे याचितासाथे याचितावे याचितार: याचिता याचितारौ याचितारः भवि याचिष्यामि याचिष्यावः याचिष्यसि याचिष्यथः याचिष्यति याचिष्यतः याचिष्यामः याचिष्ये याचिष्यावहे याचिष्यथ याचिष्यसे याचिष्येथे याचिष्यन्ति याचिष्यते याचिष्येते याचिष्यामहे याचिष्यध्वे याचिष्यन्ते क्रि अयाचिष्यम् अयाचिष्याव अयाचिष्याम अयाचिष्ये अयाचिष्यावहि अयाचिष्यामहि अयाचिष्यः अयाचिष्यतम् अयाचिष्यता अयाचिष्यथाः अयाचिष्येथाम् अयाचिष्यध्वम् अयाचिष्यत् अयाचिष्यताम् अयाचिष्यन् अयाचिष्यत अयाचिष्येताम् अयाचिष्यन्त परो ययाच ययाचिव ययाचिथ ययाचथुः ययाच ययाचतुः ययाचिम ययाच ययाचुः ययाचे ययाचिषे ययाचे ययाचिवहे ययाचाथे ययाचाते ययाचिमहे ययाचिध्ये ययाचिरे अद्य अयाचिषम् अयाचिष्व अयाचिष्म 1 अयाची: अयाचिष्टम् अयाचिष्ट अयाचीत् अयाचिष्टाम् __ अयाचिषुः अयाचिषि अयाचिष्वहि अयाचिष्महि अयाचिष्ठाः अयाचिषाथाम् अयाचिध्वम् अयाचि अयाचिषाताम् अयाचिषत आशी याच्यासम् याच्यास्व याच्याः याच्यास्तम् याच्यात् याच्यास्ताम् याच्यास्म याचिषीय याचिषीवहि याचिषीमहि याच्यास्त याचिषीष्ठाः याचिषीयास्थाम याचिषीध्वम् याच्यासुः / याचिषीष्ट याचिषीयास्ताम् याचिषीरन् 68 Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 46 व. राजामि राजसि राजति कर्तरि राज् - शोभq राजावः राजामः राजथ: राजथ राजतः राजन्ति राज्ये राज्यसे राज्यते राज्यावहे राज्येथे राज्येते राज्यामहे राज्यध्वे राज्यन्ते अराजम् अराजः अराजत् अराजाव अराजतम अराजताम् अराजाम अराजत अराजन् अराज्ये अराज्यथाः अराज्यत अराज्यावहि अराज्येथाम् अराज्येताम् अराज्यामहि अराज्यध्वम् अराज्यन्त वि. राजेयम् राजे: राजेव राजेतम् राजेताम् राजेम राजेत राज्येय राज्येथाः राज्येत राज्येवहि राज्येमहि राज्येयाथाम् राज्येध्वम् राज्येयाताम् राज्येरन् राजेत् राजेयुः राज्यात आ. राजानि राज राजतु राजाव राजतम् राजाम राजत राजन्तु राज्यै राज्यस्व राज्यताम् राज्येथाम् राज्येताम् राज्यामहै राज्यध्वम् राज्यन्ताम् राजताम् श्व राजितास्मि राजितास्वः / राजितास्मः राजितासि राजितास्थः राजितास्थ राजिता राजितारौ राजितारः राजिताहे राजितासे राजिता राजितास्वहे। राजितास्महे राजितासाथे / राजिताध्वे राजितारौ राजितारः भवि राजिष्यामि राजिष्यावः / राजिष्यामः राजिष्यसि राजिष्यथः / राजिष्यथ राजिष्यति राजिष्यतः राजिष्यन्ति राजिष्ये राजिष्यसे राजिष्यते राजिष्यावहे राजिष्येथे राजिष्येते राजिष्यामहे राजिष्यध्वे राजिष्यन्ते क्रि अराजिष्यम् अराजिष्याव अराजिष्याम अराजिष्ये अराजिष्यावहि अराजिष्यामहि अराजिष्यः अराजिष्यतम् अराजिष्यत अराजिष्यथाः अराजिष्येथाम् अराजिष्यध्वम् अराजिष्यत् अराजिष्यताम् अराजिष्यन् / अराजिष्यत अराजिष्येताम् अराजिष्यन्त परो रराज रराज रेजतु: रराजतुः रेजुः 1 रराजुः 2 रेजे रराजे रेजाते रराजाते रेजिरे 1 रराजिरे 2 अद्य अराजिषम् अराजी: अराजीत् अराजजिष्ठ अराजिष्म अराजिष्टम् अराजिष्ट अराजिष्टाम् अराजिषुः अराजिषि अराजिष्वहि अराजिष्महि अराजिष्ठाः अराजिषाथाम् अराजिध्वम् अराजिषाताम् अराजिषत आशीः राज्यासम् राज्याः राज्यात् राज्यास्व राज्यास्म राज्यास्तम् राज्यास्त राज्यास्ताम् राज्यासुः राजिषीय राजिषीवहि राजिषीमहि राजिषीष्ठाः राजिषीयास्थाम् राजिषीध्वम् राजिषीष्ट राजिषीयास्ताम् राजिषीरन् | 69 Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 50 व. वहामि वहसि वहति कर्तरि वह् - वहनकर, वहावः वहामः वहथः वहथ वहतः वहन्ति उह्ये उह्यसे उह्यते उह्यावहे उह्येथे उह्येते उह्यामहे उह्यध्वे उह्यन्ते अवहम् अहः अ 'त् अवहाव अवहतम् अवहताम् अवहाम अवहत अवहन् औटे औह्यावहि औह्यथाः औह्येथाम् औह्यत औह्येताम् औह्यामहि औह्यध्वम् औह्यचन्त वि . वहेयम् वहे: वहेव वहेतम् वहेम वहेत वहेयुः उह्येय उद्देवहि उह्येमहि उह्येथाः उह्येयाथाम् उह्यध्वम् उह्येत उह्येयाताम् उह्येरन् वहेत् वहेताम् वहानि वह वहाव वहतम् वहताम् वहाम वहत वहन्तु उदै उह्यावहै उह्यस्व उह्येथाम् उह्यताम् उह्येताम् उह्यामहै उह्यध्वम् उह्यन्ताम् वहतु श्व वोढास्मि वोढास्वः वोढास्मः वोढासि वोढास्थः वोढास्थ वोढा वोढारौ वोढारः वोढाहे वोढास्वहे वोढास्महे वोढासे वोढासाथे वोढाध्वे वोढा वोढारौ वोढारः भवि. वक्ष्यामि वक्ष्यसि वक्ष्याव: वक्ष्यथ: वक्ष्यतः वक्ष्यामः वक्ष्यथ वक्ष्यन्ति वक्ष्ये वक्ष्यावहे वक्ष्यसे वक्ष्येथे वक्ष्यते वक्ष्येते वक्ष्यामहे वक्ष्यध्वे वक्ष्यन्ते वक्ष्यति अवक्ष्यम अवक्ष्यः अवक्ष्यत् अवक्ष्याव अवक्ष्यतम अवक्ष्यताम् अवक्ष्याम अवक्ष्यत अवक्ष्यन् अवक्ष्ये अवक्ष्यावहि अवक्ष्यामहि अवक्ष्यथाः अवक्ष्येथाम् अवक्ष्यध्वम् अवक्ष्यत अवक्ष्येताम् अवक्ष्यन्त परो. उवाह/उवह ऊहिव उवहिथ/उवोढ ऊहथुः ऊवाह ऊहतुः ऊहिम ऊह ऊहे ऊहिवहे ऊहिषे ऊहाथे ऊहे ऊहाते ऊहिमहे हिवे ऊहिरे ऊहुः अद्य. अवाक्षम् अवाक्षीः अवाक्षीत अवाक्ष्व अवोढम् अवोढाम् अवाक्ष्म अवोढ अवाक्षुः अवक्षि अवक्ष्वहि अवक्ष्महि अवोढाः अवक्षाथाम् अवोढ्वम् /अवग्ड्ढ्व अवाहि अवक्षाताम् अवक्षत म आशीः उह्यासम् उह्याः उह्यास्व उह्यास्म वक्षीय वक्षीवहि वक्षीमहि उह्यास्तम् उह्यास्त वक्षीष्ठाः वक्षीयास्थाम् वक्षीध्वम् उह्यास्ताम् उह्यासुः / वक्षीष्ट वक्षीयास्ताम् वक्षीरन् 701 उह्यात् Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् कर्मणि ईक्ष्यामहे / ईक्ष्ये ईक्ष्यावहे ईक्ष्यसे ईक्ष्येथे ईक्ष्यते ईक्ष्येते ईक्ष्यध्वे ईक्ष्यन्ते कर्तरि धातु. 51 ईक्ष् - जो, व. ईक्षे ईक्षावहे ईक्षामहे ईक्षसे ईक्षेथे ईक्षध्वे ईक्षते ईक्षेते ईक्षन्ते ह्य. ऐक्षे ऐक्षावहि ऐक्षामहि ऐक्षथाः ऐक्षेथाम ऐक्षध्वम् ऐक्षत ऐक्षेताम् ऐक्षन्त वि. ईक्षेय ईक्षेवहि ईक्षेमहि ईक्षेथाः ईक्षेयाथाम् / ईक्षेध्वम् ईक्षेत ईक्षेयाताम् ईक्षेरन् ऐक्ष्ये ऐक्ष्यावहि ऐक्ष्यथाः ऐक्ष्येथाम ऐक्ष्यत ऐक्ष्येताम् ऐक्ष्यामहि ऐक्ष्यध्वम् ऐक्ष्यन्त ईक्ष्येय ईक्ष्येवहि ईक्ष्येथाः ईक्ष्येयाथाम् ईक्ष्येत ईक्ष्येयाताम् आ. ई? ईक्षावहै ईक्षामहै / ईक्ष्यै ईक्ष्यावहै ईक्षस्व ईक्षेथाम् ईक्षध्वम् ईक्ष्यस्व ईक्ष्येथाम् ईक्षताम् ईक्षेताम् ईक्षन्ताम् ईक्ष्यताम् ईक्ष्येताम् श्व ईक्षिताहे ईक्षितास्वहे ईक्षितास्महे ईक्षिताहे ईक्षितास्वहे ईक्षितासे ईक्षितासाथे ईक्षिताध्वे ईक्षितासे ईक्षितासाथे ईक्षिता ईक्षितारौ ईक्षितारः ईक्षिता ईक्षितारौ ईक्ष्येमहि ईक्ष्यध्वम् ईक्ष्येरन् ईक्ष्यामहै ईक्ष्यध्वम् ईक्ष्यन्ताम् ईक्षितास्महे ईक्षिताध्वे ईक्षितारः भवि ईक्षिष्ये ईक्षिष्यावहे ईक्षिष्यसे ईक्षिष्येथे ईक्षिष्यते ईक्षिष्येते ईक्षिष्यामहे / ईक्षिष्ये ईक्षिष्यावहे ईक्षिष्यध्वे / ईक्षिष्यसे ईक्षिष्येथे ईक्षिष्यन्ते ईक्षिष्यते ईक्षिष्येते ईक्षिष्यामहे ईक्षिष्यध्वे ईक्षिष्यन्ते क्रि ऐक्षिष्ये ऐक्षिष्यावहि ऐक्षिष्यामहि ऐक्षिष्ये ऐक्षिष्यावहि ऐक्षिष्यथाः ऐक्षिष्येथाम् ऐक्षिष्यध्वम् / ऐक्षिष्यथाः ऐक्षिष्येथाम् ऐक्षिष्यत ऐक्षिष्येताम् ऐक्षिष्यन्त ऐक्षिष्यत ऐक्षिष्येताम् ऐक्षिष्यामहि ऐक्षिष्यध्वम् ऐक्षिष्यन्त परो ईक्षाञ्चक्रे ईक्षाञ्चक्राते ईक्षाञ्चक्रिरे ईक्षाञ्चक्रे ईक्षाञ्चक्राते ईक्षाञ्चक्रिरे 1 ईक्षाम्बभूवे ईक्षाम्बभूवाते ईक्षाम्बभूविरे ईक्षाम्बभूवे ईक्षाम्बभूवाते ईक्षाम्बभूविरे 2 ईक्षामास ईक्षामासिंते ईक्षामासिरे ईक्षामाहे ईक्षामासाते ईक्षामासिरे 3 अद्य ऐक्षिषि ऐक्षिष्वहि ऐक्षिष्महि ऐक्षिषि ऐक्षिष्वहि ऐक्षिष्महि ऐक्षिष्ठाः ऐक्षिषाथाम् / ऐक्षिध्वम् ऐक्षिष्ठाः ऐक्षिषाथाम् ऐक्षिध्वम् ऐक्षिष्ट ऐक्षिषाताम् ऐक्षिषत ऐक्षि ऐक्षिषाताम् ऐक्षिषत ऐक्षिषीष्ठाः ऐक्षिषीयास्थाम् ऐक्षिषीध्वम् ऐक्षिषीष्ठाः ऐक्षिषीयास्थाम् ऐक्षिषीध्वम् ऐक्षिषीष्ट ऐक्षिषीयास्ताम् ऐक्षिषीरन् ऐक्षिषीष्ट ऐक्षिषीयास्ताम् ऐक्षिषीरन् Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 52 व. रोहामि रोहसि कर्तरि रूह - चडवू रोहावः रोहथः रूह्यावहे रोहामः रोहथ रोहन्ति रूह्ये रूह्यसे रूह्यते रुह्येथे रूह्यामहे रूह्यध्वे रूह्यन्ते रूह्येते ह्य. अरोहम् अरोहः अरोहत् अरोहाव अरोहतम् अरोहताम् अरोहाम अरोहत अरुह्ये / अरूह्यावहि अरूह्यथाः अरू थाम् अरूह्यत अरूह्येताम् अरूह्यामहि अरूह्यध्वम् अरूह्यचन्त अरोहन् रोहेव रोहेम रोहेत रोहेयुः रूह्येय रुह्येथाः रूह्येत रोहेताम् वि. रोहेयम् रोहे: रोहेत् आ. रोहाणि रोह रोहतु रूह्येवहि रू महि रूह्येयाथाम् रूह्यध्वम् रूह्येयाताम् रूोरन् रूह्यावहै रूह्यामहै रूह्येथाम् रूह्यध्वम् रूह्येताम् रूह्यन्ताम् रोहाव रोहतम् रोहताम् रोहाम रोहत रूौ रूह्यस्व रूह्यताम् श्व रोढास्मि रोढास्वः रोढासि रोढास्थः रोढा रोढारौ रोहन्तु रोठास्मः रोढास्थ रोढारः रोढाहे रोढासे रोढा रोढास्वहे रोढासाथे रोढारौ रोढास्महे रोढाध्वे रोढारः रोक्ष्यामः रोक्ष्ये भवि रोक्ष्यामि रोक्ष्यावः रोक्ष्यसि रोक्ष्यथः रोक्ष्यति रोक्ष्यतः रोक्ष्यथ रोक्ष्यावहे रोक्ष्येथे रोक्ष्येते रोक्ष्यसे रोक्ष्यते रोक्ष्यामहे रोक्ष्यध्वे रोक्ष्यन्ते रोक्ष्यन्ति क्रि अरोक्ष्यम् अरोक्ष्याव अरोक्ष्यः अरोक्ष्यतम् अरोक्ष्यत् अरोक्ष्यताम् अरोक्ष्याम अरोक्ष्यत अरोक्ष्यन् अरोक्ष्ये अरोक्ष्यावहि अरोक्ष्यामहि अरोक्ष्यथाः अरोक्ष्येथाम् अरोक्ष्यध्वम् अरोक्ष्यत अरोक्ष्येताम् अरोक्ष्यन्त परो रोह रोहिथ रूरोह रूरूहिव रूरूहथुः रूरूहतुः रूरूहिम रूरूह रूरूहुः रूरूहे रूसहिषे रूरूहे रूरूहिवहे रूरूहाथे रूरूहाते रूरूहिमहे रूरूहिध्ये रूरूहिरे अद्य अरूक्षम् अरूक्षः अरूक्षत् अरुक्षाव अरूक्षतम् अरूक्षताम् अरुक्षाम अरूक्षत अरूक्षि अरुक्षथाः अरोहि अरूक्षावहि अरूक्षाथाम् अरुक्षाताम अरुक्षामहि अरूक्षध्वम् अक्षन्त अरूक्षन् आशी रूह्यासम् रूह्यास्व रूह्याः रूह्यास्तम् रूह्यात् रूह्यास्ताम् रूह्यास्म रूह्यास्त रूह्यासुः रूक्षीय रूक्षीष्ठाः रूक्षीष्ट रूक्षीवहि रूक्षीमहि रूक्षीयास्थाम् रूक्षीध्वम् रूक्षीयास्ताम् रूक्षीरन् Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 53 मुद् - आनंद पाम, व. मोदे मोदावहे मोदामहे / मोदसे मोदेथे मोदध्ये मोदते मोदेते मोदन्ते मुद्यावहे मुद्यामहे मुद्यध्वे मुद्यन्ते अमुद्यामहि अमुद्यध्वम् अमुद्यन्त ह्य. अमोदे - अमोदावहि / अमोदामहि अमोदथाः अमोदेथाम् / अमोदध्वम् अमोदत अमोदेताम् अमोदन्त वि. मोदेय मोदेवहि मोदेमहि मोदेथाः मोदेयाथाम् मोदेध्वम् मेदेत मोदेयाताम् मोदेरन् मुद्यते अमुद्ये अमुद्यावहि अमुद्यथाः अमुद्येथाम् अमुद्यत अमुद्येताम् मुद्येय मुद्येवहि मुद्येथाः मुद्येयाथाम् मुद्येत मुद्येयाताम् मुद्यै मुद्यस्व मुद्येथाम् मुद्यताम् मुद्येताम् मुद्येमहि आ. मोदै मोदावहै मोदस्व मोदेथाम् मोदताम् मोदेताम् मोदामहै मोदध्वम् मुद्यावहै मुद्यध्वम् मुद्येरन् मुद्यामहै मुद्यध्वम् मुद्यन्ताम् मोदन्ताम् श्व मोदिताहे मोदितास्वहे मोदितास्वह मोदिताहे मोदितास्वह मोदितास्वह मोदितासे मोदितासाथे मोदिताध्वे मोदितासे मोदितासाथे मोदितावे मोदिता मोदितारौ मोदितार: मोदिता मोदितारौ मोदितारः भवि मोदिष्ये मोदिष्यावहे मोदिष्यामहे मोदिष्ये मोदिष्यावहे। मोदिष्यामहे मोदिष्यसे मोदिष्येथे मोदिष्यध्वेमोदिष्यसे मोदिष्येथे मोदिष्यध्वे मोदिष्यते मोदिष्येते मोदिष्यन्ते मोदिष्यते मोदिष्येते मोदिष्यन्ते क्रि अमोदिष्ये अमोदिष्यावहि अमोदिष्यामहि अमोदिष्ये अमोदिष्यावहि अमोदिष्यामहि अमोदिष्यथा:अमोदिष्येथाम् अमोदिष्यध्वम् अमोदिष्यथाः अमोदिष्येथाम् अमोदिष्यध्वम् अमोदिष्यत अमोदिष्येताम् अमोदिष्यन्त अमोदिष्यत अमोदिष्येताम् अमोदिष्यन्त परो ममुदे मुमुदिषे मुमुदे मुमुदिवहे मुमुदाथे मुमुदाते मुमुदिमहे मुमुदिध्वे मुमुदिरे ममुदे मुमुदिवहे मुमुदिषे मुमुदाथे मुमुदे मुमुदाते मुमुदिमहे मुमुदिध्वे मुमुदिरे अद्य अमोदिषि अमोदिष्वहि अमोदिष्महि अमोदिषि अमोदिष्वहि अमोदिष्महि अमोदिष्ठाः अमोदिषाथाम् अमोदिध्वम् अमोदिष्ठाः अमोदिषाथाम् अमोदिध्वम् अमोदिष्ट अमोदिषाताम् अमोदिषत अमोदि अमोदिषाताम् अमोदिषत 10 111 112 in आशी मोदिषीय मोदिषीवहि मोदिषीमहि मोदिषीय मोदिषीवहि मोदिषीमहि मोदिषीष्ठाः मोदिषीयास्थाम् मोदिषीध्वम् मोदिषीष्ठाः मोदिषीयास्थाम् मोदिषीध्वम् मोदिषीष्ट मोदिषीयास्ताम् मोदिषीरन् मोदिषीष्ट मोदिषीयास्ताम् मोदिषीरन् 73 Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 54 व. कम्पे कम्पसे कम्पते कर्तरि कम्प् - कांपवू/प्रज, कम्पावहे कम्पामहे कम्पेथे कम्पध्वे कम्पेते कम्पन्ते कम्प्ये कम्प्यसे कम्प्यते कम्प्यावहे कम्प्येथे कम्प्येते कम्प्यामहे कम्प्यध्वे कम्प्यन्ते ह्य. अकम्पे अकम्पावहि अकम्पथाः अकम्पेथाम अकम्पत अकम्पेताम् अकम्पामहि अकम्पध्वम अकम्पन्त अकम्प्ये अकम्प्यथाः अकम्प्यत अकम्प्यावहि अकम्प्यामहि अकम्प्येथाम् अकम्प्यध्वम् अकम्प्यन्त वि. कम्पेय कम्पेथाः कम्पेत कम्पेवहि कम्पेयाथाम् कम्पेयाताम् कम्पेमहि कम्पध्वम् कम्पेरन् कम्प्येय कम्प्येथाः कम्प्येत कम्प्येवहि कम्प्येमहि कम्प्येयाथाम् कम्प्येध्वम् कम्प्येयाताम् कम्प्येरन् आ. कम्पै कम्पस्व कम्पात् कम्पावहै कम्पेथाम् कम्पेताम् कम्पामहै कम्पध्वम् कम्पन्ताम् कम्प्यै कम्प्यस्व कम्प्यताम् कम्प्यावहै कम्प्येथाम् कम्प्येताम् कम्प्यामहै कम्प्यध्वम् कम्प्यन्ताम् श्व कम्पिताहे कम्पितास्वहे कम्पितास्महे कम्पितासे कम्पितासाथे कम्पिताध्वे कम्पिता कम्पितारौ कम्पितारः / "pin III III III IU Int lll in IN DIE कम्पिताहे कम्पितासे कम्पिता कम्पितास्वहे कम्पितास्महे कम्पितासाथे कम्पिताध्ये कम्पितारौ कम्पितारः भवि कम्पिष्ये कम्पिष्यावहे कम्पिष्यसे कम्पिष्येथे कम्पिष्यते कम्पिष्येते कम्पिष्यामहे / कम्पिष्ये / कम्पिष्यावहि कम्पिष्यामहि कम्पिष्यध्वे कम्पिष्यसे कम्पिष्येथाम् कम्पिष्यध्वे कम्पिष्यन्ते / कम्पिष्यते / कम्पिष्येताम् कम्पिष्यन्ते क्रि अकम्पिष्ये अकम्पिष्यावहि अकम्पिष्यामहि अकम्पिष्ये अकम्पिष्यावहि अकम्पिष्यामहि अकम्पिष्यथाः अकम्पिष्येथाम् अकम्पिष्यध्वम् अकम्पिष्यथाः अकम्पिष्येथाम् अकम्पिष्यध्वम् अकम्पिष्यत अकम्पिष्येताम् अकम्पिष्यन्त / अकम्पिष्यत अकम्पिष्येताम् अकम्पिष्यन्त परो चकम्पे चकम्पिषे चकम्पे चकम्पिवहे चकम्पाथे चकम्पाते चकम्पिमर्ह चकम्पिध्वे चकम्पिरे चकम्पे चकम्पिषे चकम्पिवहे चकम्पाथे चकम्पाते चकम्पिमहे चकम्पिध्वे चकम्पिरे चकम्पे अद्य अकम्पिषि अकम्पिष्वहि अकम्पिष्महि / अकम्पिषि अकम्पिष्वहि अकम्पिष्महि ___अकम्पिष्ठाः अकम्पिषाथाम् अकम्पिध्वम् / अकम्पिष्ठाः अकम्पिषाथाम् अकम्पिध्वम् अकम्पिष्ट अकम्पिषाताम् अकम्पिषत अकम्पि अकम्पिषाताम् अकम्पिषत आशी कम्पिषीय कम्पिषीवहि कम्पिषीमहि कम्पिषीय कम्पिषीवहि कम्पिषीमहि कम्पिषीष्ठाः कम्पिषीयास्थाम् कम्पिषीध्वम् / कम्पिषीष्ठाः कम्पिषीयास्थाम् कम्पिषीध्वम् कम्पिषीष्ट कम्पिषीयास्ताम् कम्पिषीरन् / कम्पिषीष्ट कम्पिषीयास्ताम् कम्पिषीरन् 74 Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि वप - वाव, धातु. 55 व. वपामि वपसि वपति वपावः वपथः वपतः वपामः वपथ वपन्ति उप्ये उप्यसे उप्यते उप्यावहे उप्येथे उप्येते उप्यामहे उप्यध्वे उप्यन्ते ह्य. अवपम अवपः अवपत् अवपाव अवपतम् अवपताम् अवपाम अवपत अवपन् औप्ये औप्यथाः औप्यत औप्यावहि औप्येथाम औप्येताम् औप्यामहि औप्यध्वम् औप्यन्त वि. वपेयम् वपेः वपेत् वपेव वपेतम् वपेताम् वपेम वपेत वपेयुः उप्येय उप्येथाः उप्येत उप्येवहि उप्येमहि उप्येयाथाम् उप्येध्वम् उप्येयाताम् उप्येरन् उप्यावहै आ. वपानि वप वपतु वपाव वपतम वपताम् वपाम वपत वपन्तु उप्ये उप्यस्व उप्यताम् उप्यामहै उप्यध्वम् उप्यन्ताम् उप्येताम् श्व वप्तास्मि वप्तासि वप्ता वप्तास्वः वप्तास्थः वप्तारौ वप्तास्मः वप्तास्थ वप्तारः वप्ताहे वप्तासे वप्ता वप्तास्वहे वप्तासाथे वप्तारौ वप्तास्महे वप्ताचे वप्तारः वस्यामहे भवि वस्यामि वप्स्यसि वप्स्यति वप्स्यावः वप्स्यथः वप्स्यतः वस्यामः वप्स्यथ वप्स्यन्ति वस्ये वस्यसे वप्स्यते वप्स्यावहे वप्स्येथे वप्स्येते वस्यन्ते क्रि अवस्यम् अवस्यः अवप्स्यत् अवप्स्याव अवस्याम अवप्स्यतम् अवप्स्यत अवप्स्यताम् अवप्स्यन्त अवस्ये अवस्यावहि अवस्यामहि अवप्स्यथाः अवप्स्येथाम् अवस्यध्वम् अवप्स्यत अवप्स्येताम् अवप्स्यन्त परो उवाप/उवप ऊपिव उवपिथ/उवष्य ऊपथुः उवाप ऊपतुः ऊपिम ऊप ऊपुः / ऊपे ऊपिषे ऊपे ऊपिवहे ऊपाथे ऊपाते ऊपिमहे ऊपिध्वे ऊपिरे . अद्य अवाप्सम अवाप्सी: अवाप्सीत् अवाप्सव अवाप्तम् अवाप्ताम् अवाप्सम अवाप्त अवाप्सुः अवप्सि अवस्थाः अवप्सि अवप्सवहि अवप्साथाम् अवप्साताम् अवप्समहि अवध्वम् अवप्सत आशी उप्यासम् उप्याः उप्यात् उप्यास्व उप्यास्म उप्यास्तम् उप्यास्त उप्यास्ताम् उप्यासुः / वप्सीय वप्सीष्ठाः वप्सीष्ट वप्सीवहि वप्सीमहि वप्सीयास्थाम् वप्सीध्वम् वप्सीयास्ताम् वप्सीरन् 751 Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि सेट् / धातु. 56 गर्छ - गर्जना करवो, गाजवू व. गर्जामि गर्जावः गर्जामः / गर्ये गर्जसि गर्जथः गर्जथ गय॑से गर्जति गर्जतः गर्जन्ति गय॑ते गावहे गयेथे गयेते गामहे गयध्वे गय॑न्ते ह्य. अगर्जम् अगर्जः अगर्जत् अगर्जाव अगर्जतम् अगर्जताम् अगर्जाम अगर्जत अगजेन् अगये अगावहि अगामहि अगय॑थाः अगयेथाम् अगZध्वम् अगय॑त अगय॒ताम् अगय॑न्त वि. गर्जेयम गर्जेः गर्जेत् गर्जेव गर्जेतम् गर्जेताम् गर्जेम गर्जेत गर्जेयुः गयेय गयेवहि गर्थेमहि गयेथाः गयेयाथाम गर्येध्वम् गर्येत गयेयाताम् गर्येरन् आ. गर्जानि गये गर्जाव गर्जतम् गर्जताम् गर्जाम गर्जत गर्जन्तु गावहै गयेथाम् गज्यताम् गय॑स्व गर्व्यताम् गामहै गय॑ध्वम् गय॑न्ताम् गर्जतु श्व गर्जितास्मि गर्जितास्वः गर्जितास्मः गर्जितासि गर्जितास्थः गर्जितास्थ गर्जिता गर्जितारौ गर्जितारः गर्जिताहे गर्जितासे गर्जिता गर्जितास्वहे गर्जितास्महे गर्जितासाथे गर्जिताध्वे गर्जितारौ गर्जितारः भवि गर्जिष्यामि गर्जिष्यावः गर्जिष्याम: गर्जिष्यसि गर्जिष्यथः / गर्जिष्यथ गर्जिष्यति गर्जिष्यतः गर्जिष्यन्ति गर्जिष्ये गर्जिष्यावहे गर्जिष्यसे गर्जिष्येथे गर्जिष्यते गर्जिष्येते गर्जिष्यामहे गर्जिष्यध्वे गर्जिष्यन्ते क्रि अगर्जिष्यम् अगर्जिष्याव अगर्जिष्याम अगर्जिष्यः अगर्जिष्यतम् अगर्जिष्यत अगर्जिष्यत् अगर्जिष्यताम् अगर्जिष्यन् अगर्जिष्ये अगर्जिष्यावहि अगर्जिष्यामहि अगर्जिष्यथाः अगर्जिष्येथाम् अगर्जिष्यध्वम् अगर्जिष्यत अगर्जिष्येताम् अगर्जिष्यन्त परो जगर्ज जगर्जिथ जगर्ज जगर्जिव जगर्जथुः जगर्जतु: जगर्जिम जगर्ज जगर्जुः जगर्जे जगजिषे जगर्जे जगर्जिवहे जगर्जिमहे जगर्जाथे। जगर्जिध्वे जगर्जाते जगजिरे अद्य अगर्जिषम् अगर्जीः अगर्जीत् अगर्जिष्व अगर्जिष्म अगर्जिष्टम अगर्जिष्ट अगर्जिष्टाम् अगर्जिषुः अगर्जिषि अगर्जिष्वहि अगर्जिष्महि अगर्जिष्ठाः अगर्जिषाथाम् अगर्जिवम् अगर्जिष्ट अगर्जिषाताम् अगर्जिषत आशी गासम् गास्व गास्म गर्जिषीय गर्जिषीवहि गर्जिषीमहि गाः गास्तम् गास्ति। गर्जिषीष्ठाः गर्जिषीयास्थाम् गर्जिषीध्वम् गात् गास्ताम् गासुः गर्जिषीष्ट गर्जिषीयास्ताम् गर्जिषीरन् 1761 Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 57 व. द्योते द्योतसे द्योतते कर्तरि धुत - धुत-दीप, द्योतावहे द्योतामहे द्योतेथे द्योतध्वे द्योतेते द्योतन्ते द्युत्ये द्युत्यसे द्युत्यते द्युत्यावहे द्युत्येथे द्युत्यामहे द्युत्यध्वे द्युत्येते द्युत्यन्ते ह्य. अद्योते अद्योतावहि अद्योतथाः अद्योतेथाम् अद्योतत अद्योतेताम्। अद्योतामहि अद्योतध्वम् अद्योतन्त अधुत्ये अद्युत्यथाः अद्युत्यत अद्युत्यावहि अद्युत्येथाम् अद्युत्येताम् 111 111 111 111 अधुत्यामहि अद्युत्यध्वम् अद्युत्यन्त वि. द्योतेय द्योतेथाः द्योतेत द्योतेवहि द्योतेयाथाम् / द्योतेयाताम् / द्योतेमहि द्योतेध्वम् द्युत्येय द्युत्येथाः द्युत्येत द्युत्येवहि द्युत्येयाथाम् द्युत्येयाताम् द्युत्येमहि द्युत्येध्वम् द्युत्येरन् द्युत्यै द्युत्यावहै आ. द्योते द्योतावहै द्योतस्व द्योतेथाम् द्योतताम् द्योतेताम् द्योतामहै द्योतध्वम् द्योतन्ताम् द्युत्यस्व द्युत्यामहै द्युत्यध्वम् द्युत्यन्ताम् द्युत्येथाम् द्युत्येताम् द्युत्यताम् श्व द्योतिताहे द्योतितास्वहे द्योतितासे द्योतितासाथे द्योतिता द्योतितारौ द्योतितास्वहे द्योतिताध्वे द्योतितारः द्योतिताहे द्योतितासे द्योतितास्वहे द्योतितास्वहे द्योतितासाथे द्योतिताध्वे द्योतितारौ द्योतितारः द्योतिता द्योतिष्यामहे भवि द्योतिष्ये द्योतिष्यावहे द्योतिष्यसे द्योतिष्येथे / द्योतिष्यते द्योतिष्येते द्योतिष्ये द्योतिष्यावहे द्योतिष्यसे द्योतिष्येथे द्योतिष्यते द्योतिष्येते द्योतिष्यामहे द्योतिष्यध्वे द्योतिष्यन्ते द्योतिष्यन्ते क्रि अद्योतिष्ये अद्योतिष्यावहि अद्योतिष्यामहि अद्योतिष्ये अद्योतिष्यावहि अद्योतिष्यामहि अद्योतिष्यथाः अद्योतिष्येथाम् अद्योतिष्यध्वम् अद्योतिष्यथाः अद्योतिष्येथाम् अद्योतिष्यध्वम् अद्योतिष्यत अद्योतिष्येताम् अद्योतिष्यन्त / अद्योतिष्यत अद्योतिष्येताम् अद्योतिष्यन्त L परो दिद्युते दिद्युतिवहे दिद्युतिषे दिद्युताथे दिद्युते दिद्युताते दिधुतिमहे दिद्युतिध्वे दिद्युतिरे दिद्युते दिद्युतिषे दिद्युते दिद्युतिवहे दिद्युताथे दिद्युताते दिधुतिमहे दिद्युतिध्वे दिद्युतिरे अद्य अद्युतन् अद्युतताम् अधुतन् 1. अद्योतिषि अद्योतिष्वहि / अद्योतिष्महि अद्योतिष्ट अद्योतिषाताम् अद्योतिषत 22 अद्योतिषीष्ठाः अद्योतिषाथाम् अद्योतिध्वम् अद्योति अद्योतिषाताम् अद्योतिषत आशी द्योतिषीय द्योतिषीवहि द्योतिषीमहि द्योतिषीय द्योतिषीवहि द्योतिषीमहि द्योतिषीष्ठाः द्योतिषीयास्थाम् द्योतिषीध्वम् द्योतिषीष्ट द्योतिषीयास्ताम् द्योतिषीरन् द्योतिषीष्ट द्योतिषीयास्ताम् द्योतिषीरन् Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 58 व. रोचे रोचसे रोचते कर्तरि रूच् - रुचवू, गमवू रोचावहे रोचामहे रोचेथे रोचध्वे रोचन्ते रूच्यावहे रूच्ये रूच्यसे रूच्यते रूच्यामहे रूच्यध्वे रूच्यन्ते रूच्येथे रूच्येते रोचेते ह्य. अरोचे अरोचावहि अरोचथाः अरोचेथाम् अरोचत अरोचेताम् अरोचामहि अरोचध्वम् अरोचन्त अरूच्ये अरूच्यथाः अरूच्यत अरूच्यावहि / अरूच्यामहि अरूच्येथाम् अरूच्यध्वम् अरूच्येताम् अरूच्यन्त वि. रोचेय रोचेथाः रोचेत रोचेवहि रोचेयाथाम् रोचेयाताम् रोचमहि रोचध्वम् रोचेरन् रूच्येय रूच्येथाः रूच्येत रूच्येवहि रूच्येयाथाम् रूच्येयाताम् रूच्यमहि रूच्येध्वम् रूच्येरन् रूच्यै रूच्यावहै आ. रोचै रोचस्व रोचताम् रोषावहै रोचेथाम् रोचेताम् रोचामहै रोचध्वम् रोचन्ताम् रुच्ये रूच्यस्व रूच्यताम् रूच्यामहै रूच्यध्वम् रूच्यन्ताम् श्व रोचिताहे रोचितास्वहे रोचितास्महे रोचितासे रोचितासाथे रोचिताध्वे रोचिता रोचितारौ रोचितारः रोचिताहे रोचितासे रोचिता रोचितास्वहे रोचितासाथे रोचितारौ रोचितास्महे रोचिताध्वे रोचितारः भवि रोचिष्ये मोदिष्यावहे रोचिष्यसे रोचिष्येथे रोचिष्यते रोचिष्येते रोचिष्यामहे रोचिष्यध्वे रोचिष्यन्ते रोचिष्ये रोचिष्यसे रोचिष्यते 111 III 1|| H lhi in lit in illal In III III III Iu lui III 11 IN WE रोचिष्यावहे रोचिष्येथे रोचिष्येते रोचिष्यामहे रोचिष्यध्वे रोचिष्यन्ते क्रि अरोचिष्ये अरोचिष्यावहि अरोचिष्यामहि अरोचिष्ये अरोचिष्यावहि अरोचिष्यामहि अरोचिष्यथाः अरोचिष्येथाम् अरोचिष्यध्वम् अरोचिष्यथाः अरोचिष्येथाम् अरोचिष्यध्वम् अरोचिष्यत अरोचिष्येताम् अरोचिष्यन्त / अरोचिष्यत अरोचिष्येताम् अरोचिष्यन्त परो रूरूचे रूरूचिवहे रूरूचिषे रूरूचाथे रूरूचे रूरूचाते रूरूचिमहे रूरूचिध्ये रूरूचिरे रूरूचे रूरूचिषे रूरूचे रूरूचिवहे रूरूचाथे रूरूचाते रूरूचिमहे रूरूचिध्वे रूरूचिरे अद्य अरूचत् अरूचताम् अरूचन अरोचिष्ट अरोचिषाताम् अरोचि अरोचिषि अरोचिष्वहि अरोचिष्महि अरोचिष्ठाः अरोचिषाथाम् / अरोचिध्वम् अरोचिष्ट अरोचिषाताम् अरोचिषत आशी रोचिषीय रोचिषीवहि रोचिषीमहि रोचिषीष्ठाः रोचिषीयास्थाम् रोचिषीध्वम् रोचिषीष्ट रोचिषीयास्ताम् रोचिषीरन् रोचिषीय रोचिषीवहि रोचिषीमहि रोचिषीष्ठाः रोचिषीयास्थाम् रोचिषीध्वम् रोचिषीष्ट रोचिषीयास्ताम् रोचिषीरन् 178 Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 56 व. श्रयामि श्रयसि श्रयति कर्तरि श्रि - आश्रय करवो श्रयावः श्रयामः श्रयथः श्रयथ श्रयतः श्रयन्ति श्रीये श्रीयसे श्रीयते श्रीयावहे श्रीयेथे श्रीयेते श्रीयामहे श्रीयध्वे श्रीयन्ते ह्य. अश्रयम अश्रयः अश्रयत् अश्रयाव अश्रयतम अश्रयताम् अश्रयाम अश्रयत अश्रयन् अश्रीये अश्रीयावहि अश्रीयथाः अश्रीयेथाम् अश्रीयत अश्रीयेताम् अश्रीयामहि अश्रीयध्वम् अश्रीयन्त वि. श्रयेयम् श्रयः श्रीयेवहि श्रयेव श्रयेतम् श्रयेताम् श्रयेम श्रयेत श्रयेयुः श्रीयेय श्रीयेथाः श्रीयेत श्रीयेमहि श्रीयेध्वम् श्रीयेयाथाम् श्रयेत् श्रीयेयाताम् श्रीयेरन् आ. श्रयाणि श्रय श्रयाव श्रयतम श्रयताम् श्रयाम श्रयत श्रयन्तु श्रीयै श्रीयावहै श्रीयस्व श्रीयेथाम् श्रीयताम् श्रीयेताम् श्रीयामहै श्रीयध्वम् श्रीयन्ताम् श्रयतु श्व श्रयितास्मि श्रयितासि श्रयिता श्रयितास्वः श्रयितास्थः अयितारौ श्रयितास्मः श्रयितास्थ श्रयितारः श्रयिता श्रायिता श्रयितारौ आयितारौ अयितार: 1 श्रायितारं 2 भवि श्रयिष्यामि श्रयिष्यसि श्रयिष्यति श्रयिष्याव: अयिष्यथ: श्रयिष्यतः श्रयिष्यामः श्रयिष्यथ / श्रयिष्यन्ति श्रायिष्यते श्रायिष्येते श्रायिष्यते प्रायिष्येते श्रायिष्यन्ते 1 आयिष्यन्ते 2 क्रि अश्रयिष्यम् अश्रयिष्यः अश्रयिष्यत अश्रयिष्याव अश्रयिष्याम अश्रायिष्यत अश्रायिष्येताम् अश्रायिष्यन्त 1 अश्रयिष्यतम् अश्रयिष्यत अश्रयिष्यत अश्रयिष्येताम् अश्रयिष्यन्त2 अश्रयिष्यताम् अश्रयिष्यन् परो शिश्राय/शिश्रय शिश्रियिव / शिश्रयिथ शिश्रयः शिश्राय शिश्रियिम शिश्रिय शिश्रियुः शिश्रिये शिश्रियिवहे शिप्रियिषे शिश्रियाथे शिश्रिये शिश्रियाते शिश्रियिध्वे शिश्रियिध्वे शिश्रियिरे अद्य अशिश्रियम् अशिश्रियः अशिश्रियत् अशिश्रियाव अशिश्रियाम् अशिश्रियतम् अशिश्रियत अशिश्रियताम् अशिश्रियन् अश्रायि अश्रायि अायिषाताम् अश्रायिषत 1 अश्रयिषाताम् अश्रयिषत 2 आशी श्रीयासम् श्रीयाः श्रीयास्व श्रीयास्म श्रीयास्तम् श्रीयास्त श्रीयास्ताम् श्रीयासुः श्रायिषीष्ट श्रायिषीयास्ताम् श्रायिषीरन् 1 श्रयिषीष्ट अयिषीयास्ताम् श्रयिषीरन् 2 श्रीयात Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि थातु. 60 व. यते यतसे यतते कर्तरि यत् - यत्न करवो यतावहे यतामहे यतेथे यतध्ये यतेते यतन्ते यत्ये यत्यसे यत्यते यत्यावहे यत्येथे यत्यामहे यत्यध्वे यत्यन्ते यत्येते ह्य. अयत्ये अयते अयतथाः अयतत अयतावहि अयतेथाम् अयतेताम् अयतामहि अयतध्वम् अयतन्त अयत्यथाः अयत्यत अयत्यावहि अयत्येथाम् अयत्येताम् अयत्यामहि अयत्यध्वम् अयत्यन्त वि. यतेय यतेवहि यतेयाथाम् यतेयाताम् यतेमहि यतेध्वम् यतेथाः यत्येय यत्येथाः यत्येत यत्येवहि यत्येयाथाम् यत्येयाताम् यत्येमहि यत्येवम् यत्येरन् यतेत यतेरन् यत्यै आ. यतै यतस्व यतताम् यतावहै यतेथाम् यतामहै यतध्वम् यतन्ताम् यत्यावहै यत्येथाम् यत्यस्व यत्यामहै यत्यध्वम यत्यन्ताम यतेताम् यत्यताम् यत्येताम् व यतिताहे यतितासे यतिता यतितास्वहे यतितास्वहे यतिताताथे यतिताध्वे / यतितारौ यतितारः यतिताहे यतितासे यतिता #11 III II w I II III III II Iu li li a. II II in III 10. IT ! यतितास्वहे यतितास्वहे यतितासाथे यतिताध्वे यतितारौ यतितारः भवि यतिष्ये यतिष्यसे यतिष्यते यतिष्यावहे यतिष्येथे यतिष्येते यतिष्यामहे यतिष्यध्वे यतिष्यन्ते यतिष्ये यतिष्यसे यतिष्यते यतिष्यावहे यतिष्येथे यतिष्येते यतिष्यामहे यतिष्यध्वे यतिष्यन्ते क्रि अयतिष्ये अयतिष्यावहि अयतिष्यामहि अयतिष्ये अयतिष्यावहि अयतिष्यामहि अयतिष्यथाः अयतिष्येथाम् अयतिष्यध्वम् / अयतिष्यथाः अयतिष्येथाम् अयतिष्यध्वम् अयतिष्यत अयतिष्येताम् अयतिष्यन्त अयतिष्यत अयतिष्येताम् अयतिष्यन्त परो येते येतिवहे येतिषे येतिवहे येताथे येताते येतिमहे येतिध्वे येतिरे येते येतिषे येते येताथे येतिमहे येतिध्वे येतिरे येते येताते अद्य अयतिषि अयतिष्वहि अयतिष्महि अयतिष्ठाः अयतिषाथाम् - अयतिध्वम् अयतिष्ट अयतिषाताम् अयतिषत अयतिषि अयतिष्ठाः अयतिष्ट अयतिष्वहि अयतिष्महि अयतिषाथाम् अयतिध्वम् अयतिषाताम् अयतिषत आशी यतिषीय यतिषीवहि यतिषीमहि यतिषीष्ठाः यतिषीयास्थाम् यतिषीध्वम् यतिषीष्ट यतिषीयास्ताम् यतिषीरन् यतिषीय यतिषीष्ठाः यतिषीष्ट यतिषीवहि यतिषीमहि यतिषीयास्थाम् यतिषीध्वम् यतिषीयास्ताम् यतिषीरन् 1801 Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट कर्मणि कर्तरि ध्यै - ध्यान कर, धातु. 61 व. ध्यायामि ध्यायसि ध्यायति ध्याये ध्यायावः ध्यायथः ध्यायतः ध्यायामः ध्यायथ ध्यायन्ति ध्यायसे ध्यायते ध्यायावहे ध्यायेथे ध्यायेते ध्यायामहे ध्यायध्वे ध्यायन्ते ह्य. अध्यायम् अध्यायः अध्यायत् अध्यायाव अध्यायतम् अध्यायताम् अध्यायाम अध्यायत अध्यायन् अध्याये अध्यायावहि अध्यायथाः अध्यायेथाम अध्यायत अध्यायेताम् अध्यायामहि अध्यायध्वम अध्यायन्त ध्यागेर वि. ध्यायेयम् ध्याये: ध्यायेत् ध्यायेव ध्यायेतम् ध्यायेम ध्यायेत ध्यायेवहि ध्यायेमहि ध्यायेयाथाम् / ध्यायेध्वम् ध्यायेयाताम् ध्यायेरन् ध्यायेताम् ध्यायेथाः ध्यायेत ध्यायेयुः ध्यायै आ. ध्यायानि ध्याय ध्यायाव ध्यायतम् ध्यायताम ध्यायाम ध्यायत ध्यायन्तु ध्यायस्व ध्यायताम् ध्यायावहै ध्यायेथाम् ध्यायेताम् ध्यायामहै ध्यायध्वम् ध्यायन्ताम् ध्यायतु श्व ध्यातास्मि ध्यातासि ध्याता ध्यातास्वः ध्यातास्थः ध्यातारौ ध्यातास्मः ध्यातास्थ ध्यातारौ ध्यायिता ध्यायितारौ ध्याता ध्यातारौ ध्यायितारः 1 ध्यातार: 2 भवि ध्याष्यामि ध्याष्यसि ध्याष्यति ध्याष्याव: ध्याष्यथः ध्याष्यतः ध्याष्यामः ध्याष्यथ ध्याष्यन्ति ध्यायिष्यते ध्यायिष्येते ध्यास्यते ध्यास्येते ध्यायिष्यन्ते 1 ध्यास्यन्ते 2 क्रि अध्यास्यम अध्यास्याव अध्यास्याम अध्यास्यः अध्यास्यतम् अध्यास्यत अध्यास्यत् अध्यास्यताम् अध्यास्थ्यन् अध्यायिष्यत अध्यायिष्येताम् अध्यायिष्यन्त। अध्यास्यत अध्यास्येताम् अध्यास्यन्त 2 परो दध्यौ दध्यिव दध्यिम दध्याथ/दध्यिथ दध्ययथुः / दध्य दध्यौ दध्यतुः दध्ये दध्यिषे दध्ये दध्यिवहे दध्याथे दध्याते दध्यिमहे दध्यिध्वे दध्यिरे दध्युः अद्य अध्यासिषम् अध्यासिष्व अध्यासिष्म् / अध्यासीः अध्यासिष्टम् अध्यासिष्ट अध्यासीत् अध्यासिष्टाम् अध्यासिषुः अध्यायि अध्यायि अध्यायिषाताम् अध्यायिषत 1 अध्याषाताम् अध्यासत 2 आशी ध्येयात् ध्यायात् ध्येयास्ताम् ध्येयासुः ध्यायास्ताम् ध्यायासुः ध्यायिषीष्ट ध्यायिषीयास्ताम् ध्यायिषीरन् 1 ध्यासीष्ट ध्यासीयास्ताम् ध्यासीरन् 2 81 Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् / कर्तरि / कस् - ग.१, खील, कसावः कसामः कसथः कसथ कसतः कसन्ति धातु. 62 व. कसामि कससि कसति कस्ये कस्यसे कस्यते कस्यावहे कस्येथे कस्येते कस्यामहे कस्यध्वे कस्यन्ते ह्य. अकसम् अकसः अकसत अकसाव अकसतम् अकसताम् अकसाम अकसत अकसन् / अकस्ये अकस्यावहि अकस्यामहि अकस्यथाः अकस्येथाम् अकस्यध्वम् अकस्यत अकस्येताम् अकस्यन्त वि. कसेयम् कसेः कसेत् कसेव कसेतम् कसेताम् कसेम कसेत कसेयुः कस्येय कस्येवहि कस्येमहि कस्येथाः कस्येयाथाम् कस्यध्वम् कस्येत कस्येयाताम् कस्येरन् कसाम आ. कसानि कस कसाव कसतम् कसताम् कस्यै कस्यस्व कस्यावहै कस्यामहै कस्यध्वम् कस्यन्ताम् कसतु कसन्तु कस्यताम् श्व कसितास्मि कसितास्वः कसितास्मः कसितासि कसितास्थः कसितास्थ कसिता कसितासै कसितारः कसिताहे कसितास्वहे कसितास्महे कसितासे कसितासाथे कसितावे कसिता कसितारौ कसितारः भवि कसिष्यामि कसिष्यावः / कसिष्यसि कसिष्यथः कसिष्यति कसिष्यतः कसिष्यामः कसिष्यथ कसिष्यन्ति कसिष्ये कसिष्यावहे कसिष्यामहे कसिष्यसे कसियेथे कसिष्यध्वे कसिष्यते कसिष्येते कसिष्यन्ते क्रि अकसिष्यम् अकसिष्याव अकसिष्याम अकसिष्यः अकसिष्यतम् अकसिष्यत अकसिष्यत अकसिष्यताम् अकसिष्यन् अकासिष्यत अकासिष्येताम् अकासिष्यन्त 1 अकसिष्यत अकसिष्येताम् अकसिष्यन्त 2 परो चकास/चकस चकसिव चकसिथ चकसथुः चकास चकसतुः चकसिम चकस चकसुः चकसे चकसिषे चकसे चकसिवहे चकसाथे चकसाते चकसिमहे चकसिध्वे चकसिरे अद्य अकासीत् अकसीत् अकासिष्टाम् अकासिषुः 1 अकसिषि अकसिष्वहि अकसिष्मही अकसिष्टाम् अकासिषुः 2 अकसिष्ठाः अकसिषाथाम् अकसिध्वम् अकासि अकसिषाताम् अकसिषत आशी कस्यासम् कस्यास्व कस्यास्म कस्याः कस्यास्तम् कस्यास्त कस्यात् कस्यास्ताम् कस्यासुः कसिषीय कसिषीवहि कसिषीमहि कसिषीष्ठाः कसिषीयास्थाम् कसिषीध्वम् कसिषीष्ट कसिषीयास्ताम् कसिषीरन 82 Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / अनिट् धातु. 63 गै - ग.१, गावं, गायन कर व. गायामि गायावः गायामः गीये गायसि गायथः गायथ गीयसे गायति गायतः गायन्ति गीयते गीयावहे गीयेथे गीयेते गीयामहे गीयध्वे गीयन्ते ह्य. अगायम् अगायः अगायत् अगायाव अगायतम् अगायताम् अगायाम अगायत अगीये अगीयथाः अगीयत अगीयावहि अगीयेथाम् अगीयेताम्। अगीयामहि . अगीयध्वम् अगीयन्त अगायन् वि. गायेयम् गायः गायेत् गायेव गायेतम् गायेताम् गायेम गायेत गायेयुः गीयेय गीयेथाः गीयेत गीयेवहि गीयेयाथाम् गीयेयाताम् गीयेमहि गीयेध्वम् गीयेरन् आ. गायानि गाय गायतु गायाव गायतम् गायाम गायत गीयै गीयस्व गीयताम् गीयावहै गीयेथाम् गीयामहै गीयध्वम् गीयन्ताम् गायताम् गायन्तु गीयेताम् श्व गातास्मि गातासि गाता गातास्वः गातास्थः गातासै गातास्मः गातास्थ गातारः गायिता गायितारौ गाता गातारौ गायितारः 1 गातार: 2 भवि गास्यामि गास्यसि गास्यति गास्यावः गास्यथः गास्यतः गास्यामः गास्यथ गास्यन्ति गायिष्यते गायिष्येते गास्यते गास्येते गायिष्यन्ते 1 गास्यन्ते 2 क्रि अगास्यम् अगास्यः अगास्यत अगास्याव अगास्यतम् अगास्यताम् अगास्याम अगास्यत अगास्यन् अगायिष्यत अगायिष्येताम् अगायिष्यन्त 1 अगास्यत अगास्येताम् अगास्यन्त 2 परो जगौ जगिव जगिथ/जगाथ जगथुः जगौ जगतुः जगिम जग जगुः जगे जगिषे जगे जगिवहे जगाथे जगाते जगिमहे जगिध्वे जगिरे अद्य अगासिषम् अगासी: अगासीत् अगासिष्व अगासिष्टम् अगासिष्टाम् अगासिष्म अगासिष्ट अगासिषुः अगायि अगायि अगायिषाताम् अगायिषत 1 अगासाताम् अगासत 2 आशी गेयासम् गेयाः गेयास्व गेयास्तम गेयास्ताम् गेयास्म गेयास्त गायिषीष्ट गायिषीयास्ताम् गायिषीरन् 1 गासीषीष्ट गासीयास्ताम् गासीरन् 2 गेयात् गेयासुः 83 Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ द्रु - आदर करतो धातु. 64 व. द्रवामि द्रवसि द्रवति द्रवावः द्रवथः द्रवतः द्रवामः द्रवथ द्रवन्ति द्रूयावहे येथे येते व्यामहे द्रूयध्वे द्रूयन्ते ह्य. अद्रवम् अद्रवः अद्रवत् अद्रवाव अद्रवतम् अद्रवताम् अद्रवाम अद्रवत अद्रवन् अद्रूये - अद्र्यावहि अद्र्यामहि अद्रूयथाः अद्रूयेथाम् अद्र्यध्वम् अद्रूयत अद्र्येताम् अद्रूयन्त वि. द्रवेयम् द्रवे: द्रवेत् द्रवेव द्रवेतम् द्रूयेमहि द्रवेम द्रवेत द्रवेयुः द्रूयेय द्रयेथाः द्रयेत द्रूयेवहि द्रूयेयाथाम् द्रूयेयाताम् द्रयेयाताम द्रवेताम् द्रूयेध्वम् द्रूयेरन् आ. द्रवाणि द्रव द्रवाव द्रवतम् द्रवताम् द्रवाम द्रवत द्रूयै द्र्यस्व द्रूयताम् द्र्यावहै द्रूयेथाम् द्रूयेताम् द्रूयामहै द्रूयध्वम् द्रूयन्ताम् द्रवतु द्रवन्तु श्व द्रोतास्मि द्रोतासि द्रोता द्रोतास्वः द्रोतास्थः द्रोतासै द्रोतास्मः द्रोतास्थ द्रोतारः द्राविता द्रोता द्रावितारौ द्रोतारौ द्रावितार: 1 दोतार: भवि द्रोष्यामि द्रोष्यसि द्रोष्यति द्रोष्याव: द्रोष्यथ: द्रोष्यतः द्रोष्यामः द्रोष्यथ द्रोष्यन्ति द्रोविष्यते द्रोविष्येते द्रोष्यते द्रोष्येते द्रोविष्यन्ते / द्रोष्यन्ते 2 क्रि अद्रोष्यम् अद्रोष्यः अद्रोष्यत अद्रोष्याव अद्रोष्यतम् अद्रोष्यताम् अद्रोष्याम अद्रोष्यत अद्रोष्यन् अद्रायिष्यत अद्रायिष्येताम् अद्रायिष्यन्त 1 अद्रोष्यत अद्रोष्येताम् अद्रोष्यन्त 2 दुद्रम दुद्राव/दुद्रव दुद्रव दुद्रोथ दुद्रुक्थुः दुद्राव दुद्रुवतुः दुद्रुव दुद्रुवे दुद्रुषे दुद्रुवे दुद्रुवहे दुद्रुवाथे दुद्रुवाते दुद्रुमहे दुद्रुध्वे दुद्रुविरे अद्य अदुद्रुवम् अदुद्रुवाव अदुद्रुवः अदुद्रुवतम् अदुद्रुवत् ___अदुद्रुवताम् अदुद्रुवाम अदुद्रुवत अदुद्रुवन् अद्रावि अद्रावि अद्राविषाताम् अद्राविषत 1 अद्रोषाताम् अद्रोषत 2 आशी द्रूयासम् द्र्यास्व द्रुयास्तम द्रूयास्ताम् दूयाः द्रूयास्म द्रुयास्त व्यासुः / द्राविषीष्ट द्राविषीयास्ताम् द्राविषीरन् 1 दोषीष्ट द्रोषीयास्ताम् द्रोषीरन् 2 द्रूयात् 84 Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि / सेट् / कर्मणि धातु. 65 व. रटामि रटसि रटति कर्तरि रट् - रटन कर, रटावः रटामः रटथः रटथ रटतः रटन्ति रट्ये रट्यसे रट्यते रट्यावहे रटयेथे रट्येते रट्यामहे रट्यध्वे रट्यन्ते ह्य. अरटम् अरट अरटत् अरटाव अरटतम् अरटताम् अरटाम अरटत अरटन् अरट्ये अरट्यावहि अरट्यथाः अरट्येथाम् अरट्यत अरट्येताम् अरट्यामहि अरट्यध्वम् अरट्यन्त रटेव वि. रटेयम् रटे: रटेत् रटेम रटेत रटेतम् रट्येय रट्येवहि रट्येमहि रट्येथाः रट्येयाथाम रट्येध्वम् रट्येत रट्येयाताम् रट्येरन् रटेताम् रटेयुः आ. रटानि रटाव रटाम रटत रट रटतम् रट्यै रट्यावहै रट्यस्व रट्येथाम् रट्यताम् रट्येताम् रट्यामहै रट्यध्वम् रट्यन्ताम् ___रटतु रटताम् रटन्तु श्व रटितास्मि रटितासि रटिता रटितास्वः / रटितास्थः / रटितारौ रटितास्मः रटितास्थ रटितारः रटिताहे रटितासे रटिता रटितास्वहे रटितासाथे रटितारौ रटितास्महे रटिताध्वे रटितारः भवि रटिष्यामि रटिष्यसि रटिष्यति रटिष्याव: रटिष्यथः रटिष्यतः रटिष्यामः रटिष्यथ रटिष्यन्ति रटिष्ये रटिष्यसे रटिष्यते रटिष्यावहे रटिष्येथे रटिष्येते रटिष्यामहे रटिष्यध्वे रटिष्यन्ते क्रि अरटिष्यम् अरटिष्यः अरटिष्यत अरटिष्याव अरटिष्यतम् अरटिष्यताम् अरटिष्याम अरटिष्यत अरटिष्यन् अरटिष्ये अरटिष्यावहि अरटिष्यथाः अरटिष्येथाम् अरटिष्यत अरटिष्येताम् अरटिष्यामहि अरटिष्यध्वम् अरटिष्यन्त रेटिम परो रराट/ररट रेटिव रेटिथ रेटथुः रराट रेटतुः व रेटिषे रेटे रेटिवहे रेटाथे रेटाते रेटिमहे रेटिध्वे रेटिरे रेटुः अद्य अराटित् ____ अरटित् अराटिष्टाम् अराटिषुः 1 अरटिष्टाम् अरटिषुः 23 अरटिषि अरटिष्ठाः अराटि अरटिष्वहि अरटिषाथाम् अरटिषाताम् अरटिष्महि अरटिड्ढ्व म् अरटिषत आशी रट्यासम् रट्यास्व रट्यास्म रट्याः रट्यास्तम् रट्यास्त रट्यात् रट्यास्ताम् रट्यासुः 11 रटिषीय रटिषीवहि रटिषीमहि रटिषीष्ठाः रटिषीयास्थाम् रटिषीध्वम् रटिषीष्ट रटिषीयास्ताम् रटिषीरन् 85 Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि तप् - तप, अनिट् | कर्मणि धातु. 66 तपामि तपसि तपति तप्ये तपावः तपथः तपतः तपाम: तपथ तपन्ति तप्यावहे तप्येथे तप्यसे तप्यामहे तप्यध्वे तप्यन्ते तप्यते तप्येते ह्य. अतपम् अतपः अतपत् अतपाव अतपतम् अतपताम् अतपाम अतपत अतपन् अतप्ये अतप्यावहि अतप्यथाः अतप्येथाम् अतप्यत अतप्येताम् अतप्यामहि अतप्यध्वम् अतप्यन्त वि. तपेयम् तपेः तपेत् तपेव तपेतम् तपेताम् तपेम तपेत तपेयुः तप्येय तप्येवहि तप्येथाः तप्येयाथाम् तप्येत तप्येयाताम् तप्येमहि तप्येध्वम् तप्येरन् आ. तपानि तप तपतु तपाव तपतम् तपताम् तपाम तपत तपन्तु तप्यै तप्यावहै तप्यस्व तप्येथाम् तप्यताम् तप्येताम् तप्यामहै तप्यध्वम् तप्यन्ताम् श्व तप्तास्मि तप्तासि तप्तास्वः तप्तास्थः तप्तारौ तप्तास्मः तप्तास्थ तप्तारः तप्ताहे तप्तास्वहे तप्तासे तप्तासाथे तप्ता तप्तारौ तप्तास्महे तप्ताध्वे तप्तारः तप्ता भवि तप्स्यामि तप्स्यसि तप्स्यति तप्स्यावः तप्स्यथः तप्स्यतः तप्स्यामः तप्स्ये तप्स्यावहे तप्स्यथ तप्स्यसे तप्स्येथे तप्स्यन्ति / तप्स्यते तप्स्येते तप्स्यामहे तप्स्यध्वे तप्स्यन्ते क्रि अतप्स्यम् अतप्स्यः अतप्स्यत अतप्स्याव अतप्स्यतम् अतप्स्यताम् अतप्स्याम अतप्स्यत अतप्स्यन् / अतप्स्ये अतप्स्यावहि अतप्स्यथाः अतप्स्येथाम् अतप्स्यत अतप्स्येताम् अतप्स्यामहि अतप्स्यध्वम् अतप्स्यन्त परो तताप/ततप तेपिव तेपिथ तेपथुः तताप तेपतुः तेपिम तेप तेपुः तेपे तेपिषे तेपे तेपिवहे तेपाथे तेपाते तेपिमहे तेपिध्वे तेपिरे अद्य अताप्सम् 2 अताप्सीः अताप्स्व अताप्तम् अताप्ताम् अताप्स्म अताप्त अताप्सुः अतप्सि अतप्स्वहि अतष्थाः अतप्साथाम् अतापि अतप्साताम् अतप्स्महि अतध्वम् अतप्सत अता आशी तप्यासम् तप्याः तप्यात् तप्यास्व तप्यास्तम् तप्यास्ताम् तप्यास्म तप्यास्त तप्यासुः तप्सीय तप्सीवहि तप्सीमहि तप्सीष्ठाः तप्सीयास्थाम् तप्सीध्वम् तप्सीष्ट तप्सीयास्ताम् तप्सीरन् 86 Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट् / धातु. 67 शिक्ष् - शिक्षा करवी व. शिक्षे शिक्षावहे शिक्षामहे शिक्ष्ये शिक्षसे शिक्षेथे शिक्षध्वे शिक्ष्यसे शिक्षते शिक्षेते शिक्षन्ते शिक्ष्यते शिक्ष्यावहे शिक्ष्येथे शिक्ष्येते शिक्ष्यामहे शिक्ष्यध्वे शिक्ष्यन्ते ह्य. अशिक्षे अशिक्षावहि अशिक्षथाः अशिक्षेथाम् अशिक्षत अशिक्षेताम् अशिक्षामहि अशिक्षध्वम् अशिक्षन्त / अशिक्ष्ये अशिक्ष्यावहि अशिक्ष्यथाः अशिक्ष्येथाम् अशिक्ष्यत अशिक्ष्येताम् अशिक्ष्यामहि अशिक्ष्यध्वम् अशिक्ष्यन्त वि. शिक्षेय शिक्षेवहि शिक्षेमहि शिक्षेथाः शिक्षेयाथाम् शिक्षध्वम् शिक्षेत शिक्षेयाताम् शिक्षेरन् शिक्ष्येय शिक्ष्येवहि शिक्ष्येमहि शिक्ष्येथाः / शिक्ष्येयाथाम् शिक्ष्यध्वम् शिक्ष्येत शिक्ष्येयाताम् शिक्ष्येरन् आ. शिक्षै शिक्षावहै शिक्षस्व शिक्षेथाम् शिक्षताम् शिक्षेताम् शिक्षामहै शिक्षध्वम् शिक्षन्ताम् शिक्ष्यै शिक्ष्यावहै शिक्ष्यस्व शिक्ष्यताम् शिक्ष्येताम् शिश्रोश शिक्ष्यामहै शिक्ष्यध्वम् शिक्ष्यन्ताम् श्व शिक्षिताहे शिक्षितास्वहे शिक्षितास्महे शिक्षितासे शिक्षितासाथे शिक्षितावे शिक्षिता शिक्षितारौ शिक्षितारः शिक्षिताहे शिक्षितास्वहे शिक्षितास्महे शिक्षितासे शिक्षितासाथे शिक्षिताध्वे शिक्षिता शिक्षितारौ शिक्षितारः HII IN VI IN III III III III III भवि शिक्षिष्ये शिक्षिष्यावहे शिक्षिष्यामहे शिक्षिष्यसे शिक्षिष्येथे शिक्षिष्यध्वे शिक्षिष्यते शिक्षिष्येते शिक्षिष्यन्ते शिक्षिष्ये शिक्षिष्यावहे शिक्षिष्यामहे शिक्षिष्यसे शिक्षिष्येथे शिक्षिष्यध्वे शिक्षिष्यते शिक्षिष्येते शिक्षिष्यन्ते क्रि अशिक्षिष्ये अशिक्षिष्यावहि अशिक्षिष्यामहि अशिक्षिष्ये अशिक्षिष्यावहि अशिक्षिष्यामहि अशिक्षिष्यथाःअशिक्षिष्येथाम् अशिक्षिष्यध्वम् अशिक्षिष्यथाः अशिक्षिष्येथाम् अशिक्षिष्यध्वम् अशिक्षिष्यत अशिक्षिष्येताम् अशिक्षिष्यन्त अशिक्षिष्यत अशिक्षिष्येताम् अशिक्षिष्यन्त परो शिशिक्षे शिशिक्षिवहे शिशिक्षिमहे शिशिक्षिषे शिशिक्षाथे शिशिक्षिध्वे शिशिक्षे शिशिक्षाते शिशिक्षिरे शिशिक्षे शिशिक्षिवहे शिशिक्षिषे शिशिक्षाथे शिशिक्षे शिशिक्षाते शिशिक्षिमहे शिशिक्षिध्वे शिशिक्षिरे अद्य अशिक्षिषि अशिक्षिष्वहि अशिक्षिष्महि अशिक्षिष्ठाः अशिक्षिषाथाम् अशिक्षिध्वम् अशिक्षिष्ट अशिक्षिषाताम् अशिक्षिषत अशिक्षिषि अशिक्षिष्वहि अशिक्षिष्महि अशिक्षिष्ठाः अशिक्षिषाथाम् अशिक्षिध्वम् अशिक्षिष्ट अशिक्षिषाताम् अशिक्षिषत आशी शिक्षिषीय शिक्षिषीवहि शिक्षिषीमहि शिक्षिषीय शिक्षिषीवहि शिक्षिषीमहि शिक्षिषीष्ठाः शिक्षिषीयास्थाम शिक्षिषीध्वम् / शिक्षिषीष्ठाः शिक्षिषीयास्थाम् शिक्षिषीध्वम् शिक्षिषीष्ट शिक्षिषीयास्ताम् शिक्षिषीरन् शिक्षिषीष्ट शिक्षिषीयास्ताम् शिक्षिषीरन् 87 Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 68 व. भरामि भरसि भरति कर्तरि भृ - भर भरावः भरथः भरतः भरामः भरथ भरन्ति प्रिये प्रियसे प्रियते भियावहे भ्रियेथे भ्रियेते प्रियामहे म्रियध्वे भियन्ते ह्य. अभरम् अमरः अभराव अभरतम् अभरताम् अभराम अभरत अभरन् | अम्रिये अभियावहि अप्रियामहि अभियथाः अभ्रियेथाम् अभ्रियध्वम् अम्रियत अभ्रियेताम् अभियन्त वि. भरेयम् भरेव भरेतम् भरेताम् भरेम भरेत भरेयुः प्रियेय प्रियेवहि प्रियेमहि भ्रियेथाः भ्रियेयाथाम् प्रियेध्वम् भ्रियेत भ्रियेयाताम् भ्रियेरन् प्रिय म्रियावहै प्रियामहै भ्रियस्व भियेथाम् म्रियताम् प्रियेताम् प्रियन्ताम् आ. भराणि भराव भरतम् भराम भरत भरन्तु भर भरतु भ्रियध्वम् भरताम् श्व भर्तास्मि भर्तासि भर्ता भस्विः भर्तास्थः भर्तारौ भर्तास्मः भर्तास्थ भर्तारः भारिता भर्ता भारितारौ भर्तारौ भारितारः 1 भर्तार: 2 In III aII 111 # In III i III ti ti ti tuli mu ll भवि भरिष्यामि भरिष्याव: भरिष्यसि भरिष्यथः भरिष्यति भरिष्यतः भरिष्यामः . भारिष्यते भारिष्येते भरिष्यथ / भरिष्यते भरिष्येते भरिष्यन्ति भारिष्यन्ते 1 भरिष्यन्ते 2 क्रि अभरिष्यम् अभरिष्याव अभरिष्याम अभारिष्यत अभारिष्येताम् अभारिष्यन्त 1 अभरिष्य: अमरिष्यतम् / अभरिष्यत अभरिष्यत अभरिष्येताम् अभरिष्यन्त 2 अभरिष्यत अमरिष्यताम् अभरिष्यन् परो बभार/बभर बभूव बभृम बने बभूवहे बभर्थ बभ्रथुः बभ्र वभृषे बभ्राथे बभूवे बभार बभ्रतुः बभ्रुः बभ्रे बभ्राते बधिरे बभृमहे # 4- अद्य अभार्षम् अभार्षीः अभार्षीत् अभाल अमाष्टम् अमाष्टम् अभाह्म अभाट अभाएं अभारि / अभारि अभारिषाताम् अभारिषत 1 अभृषाताम् अभृषत 2 आशी भ्रियासम् भ्रियास्व भ्रियास्म भारिषीष्ट भारिषीयास्ताम् भारिषीरन् 1 भ्रियाः भ्रियास्तम् भ्रियास्त भृषीष्ट भूषीयास्ताम् भूषीरन् 2 भ्रियात् प्रियास्ताम् प्रियासुः 1881 Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि | सेट् / कर्मणि धातु. 66 वाञ्छ् - इच्छयूँ व. वाञ्छामि वाञ्छावः वाञ्छामः वाञ्छ्ये वाळ्यावहे वाञ्छ्यामहे वञ्छसि वाग्छथः वाछथ वाञ्छ्यसे वाग्छयेथे वाळ्यध्वे वाञ्छति वाग्छतः वाञ्छन्ति वाझ्यते वाञ्छ्येते वाञ्छ्यन्ते ह्य. अवाञ्छम् अवाञ्छ: अवाञ्छत् अवाञ्छाव अवाञ्छाम अवाञ्छतम अवाञ्छत अवाञ्छताम्। अवाञ्छन् अवाञ्छ्ये अवाञ्छ्यावहि अवाञ्छ्यामहि अवाप्छ्यथाःअवाञ्छ्येथाम अवाञ्छ्यध्वम् अवाञ्छ्यत अवाञ्छ्येताम् अवाञ्छ्यन्त वि. वाग्छेयम् वाग्छे: वाग्छेत् वाच्छेव वाञ्छेम वाञ्छेतम् वाञ्छेत वाव्छेताम् / वाव्छेयुः वाळ्येय वाञ्छ्येवहि वाञ्छ्येमहि वाञ्छ्येथाः वाञ्छ्येयाथाम् वाञ्छ्येध्वम् वाग्छ्येत वाञ्छ्येयाताम् वाञ्छयेरन् आ. वाच्छाणि वाञ्छाव वाग्छ वाञ्छतम् वाञ्छतु वाञ्छताम् वाम्छाम वाञ्छत वाञ्छन्तु वाञ्छ्यै वाञ्छ्यावहै वाग्छयामहै वायस्व वाञ्छ्येथाम् वाञ्छ्यध्वम् वाञ्छ्यताम् वाञ्छ्येताम् वाञ्छ्यन्ताम् श्व वाग्छितास्मि वाञ्छितास्वः वाग्छितास्मः वाञ्छिताहे वाञ्छितास्वहे वाञ्छितास्महे वग्छितासि वाग्छितास्थः वाञ्छितास्थ वाञ्छितासे वाञ्छितासाथे वाञ्छिताध्वे वाग्छिता वाग्छितारौ वाग्छितारः वाञ्छिता वाञ्छितारौ वाञ्छितारः भवि वाच्छिष्यामि वाच्छिष्याव: वाञ्छिष्यामः वाञ्छिष्ये वाञ्छिष्स्यावहे वाञ्छिष्स्यामहे वाञ्छिष्यसि वाग्छिष्यथः / / वाञ्छिष्यथ / वाग्छिष्स्यसे वाञ्छिष्स्येथे वाञ्छिष्स्यध्वे वाञ्छिष्यति वाञ्छिष्यतः वाञ्छिष्यन्ति वाञ्छिष्स्यते वाञ्छिष्स्येते वाञ्छिष्यन्ते क्रि अवाञ्छिष्यम् अवाञ्छिष्याव अवाञ्छिष्याम अवाञ्छिष्ये अवाञ्छिष्यावहि अवाञ्छिष्यामहि अवाञ्छिष्स्यः अवाञ्छिष्यतम् अवान्छिष्यत अवाञ्छिष्यथाः अवाञ्छिष्येथाम् अवाञ्छिष्यध्वम् अवाञ्छिष्यत अवाञ्छिष्यताम् अवाञ्छिष्यन् अवाञ्छिष्यत अवाञ्छिष्येताम् अवाञ्छिष्यन्त परो ववाग्छ ववाञ्छिथ ववाग्छ ववाग्छिव ववाञ्छथः ववाञ्छतुः ववाग्छिव ववाछ ववाछु: ववाव्छे ववाब्छिवहे ववाग्छिषे ववाञ्छाथे ववाग्छे ववाञ्छाते ववाग्छिमहे ववाग्छिध्वे ववाग्छिरे अद्य अवाञ्छिषम् अवाञ्छिष्व अवाञ्छिष्म अवाञ्छी: अवाञ्छिष्टम् अवाञ्छिष्ट अवाञ्छीत् अवाञ्छिष्टाम् अवाञ्छिषुः अवाञ्छिषि अवाञ्छिष्वहि अवाविग्छिष्महि अवाञ्छिष्ठाः अवाञ्छिषाथाम् अवाञ्छिध्वम् अवाञ्छि अवाञ्छिषाताम् अवाञ्छिषत आशी वाञ्छ्यासम् वाञ्छ्यास्व वाञ्छ्यास्म वाञ्छिषीय वाञ्छिषीवहि वाञ्छिषीमहि वाञ्छ्याः वाक्छ्यास्तम् वाग्छ्यास्त : वाग्छिषीष्ठाः वाग्छिषीयास्थाम् वाग्छिषीध्वम् वाञ्छ्यात् वाञ्छ्यास्ताम् वाञ्छ्यासुः / वाच्छिषीष्ट वाब्छिषीयास्ताम् वाच्छिषीरनअ 89 Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आनट कर्मणि धातु. 70 वर्त हयामि कर्तरि ह्वे - बोलावq यावः हृयामः हृयथः हयथ ह्वयतः ह्वयन्ति हूयावहे हूयामहे ह्वयसि हूये हूयसे हूयते हूयेथे हूयध्वे ह्वयति हूयेते हूयन्ते ह्य. अह्वयम् अहयः अह्वयत् अह्वयाव अह्वयतम् अह्वयताम् अह्वयाम अह्वयत अह्वयन् अहूये अहूयावी अहूयथाः अहूयेथाम् अहूयत अहूयेताम् / अहूयामहि अहूयध्वम् अहूयन्त हूयेय वि. हयेयम् हयेः हयेत् हयेव हयेतम् हयेताम् हयेम हयेत हयेयुः हूयेथाः हूयेवहि हूयेयाथाम् हूयेयाताम् हूयेमहि हूयेध्वम् हूयेरन् हूयेत आ. हयानि हूयामहै ह्वयाव ह्वयतम् ह्वयताम् हृयाम हृयत हूयावहै हूयेथाम् हूयेताम् हूयस्व हूयताम् हृयन्तु हूयध्वम् हूयन्ताम् हृयतु हातास्मि हातासि हाता हातास्वः हातास्थः हातारौ हातास्मः हातास्थ हातारः ह्वाता ह्वातारौ हायिता हायितारौ हातारः 1 ह्वायितार: 2 भवि हास्यामि हास्यसि हास्यति हास्यावः हास्यथः हास्यतः हास्यामः हास्यथ हास्यन्ति हायिष्यते ह्यायिष्येते हास्यते हास्ययेते ह्यायिष्यन्ते 1 हास्यन्ते 2 क्रि अह्वास्यम् अहास्यः अह्वास्यत् अहास्याव। अहास्यतम् अवास्यताम् अहास्याम अहास्यत अह्वास्यन् अह्वायिष्यत अह्वायिष्येताम् अह्वायिष्यन्त 1 अह्वास्यत अह्वास्येताम् अह्वास्यन्त 2 परो जुहाव/जुहुव जुहुविव जुहाथे/जुहुविथ जुहुक्थुः जुहाव जुहुवतुः जुहुविम जुहुव जुहुवुः जुहुवे जुहुविषे जुहुवे जुहुविवहे जुहुवाथे जुहुवात जुहुविमहे जुहुविध्वे,ढ्वे जुहुविरे अद्य अह्वयम् अह्वयः अह्वयत् अहयाव अह्वयतम् अह्वयताम् अह्वयाम अह्वयत अह्वयन अह्नायि अह्नायि अह्वायिषाताम् अह्वासाताम् अह्वायिषत 1 अह्वासत आशी हूयासम् हूयाः हूयात् हयास्व हूयास्तम् हूयास्ताम् हूयास्म हूयास्त हूयासुः ह्यायिषीय हायिषीवहि हायिषीमहि हायिषीष्ठाः हायिषीयास्थाम् हायिषीध्वम् हायिषीष्ट हायिषीयास्ताम् ह्वायिषीरन् I Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु. 71 व. श्लाघे श्लाघसे श्लाघते कर्तरि / सेट् / कर्मणि श्लाघ् - वखाण, श्लाघावहे श्लाघामहे श्लाघ्ये श्लाघ्यावहे श्लाघ्यामहे श्लाघेथे श्लाघध्ये श्लाघ्यसे श्लाघ्येथे श्लाघ्यध्वे श्लाघेते श्लाघन्ते श्लाघ्यते श्लाघ्येते श्लाघ्यन्ते ह्य. अश्लाघे अश्लाघावहि अश्लाघामहि अश्लाघ्ये अश्लाघ्यावहि अश्लाघ्यामहि अश्लाघथाः अश्लाघेथाम् / अश्लाघध्वम् अश्लाघ्यथाः अश्लाघ्येथाम् अश्लाघ्यध्वम् अश्लाघत अश्लाघेताम् अश्लाघन्त अश्लाघ्यत अश्लाघ्येताम् अश्लाघ्यन्त वि. श्लाघेय श्लाघेवहि श्लाघेमहि श्लाघेथाः श्लाघेयाथाम् श्लाघेध्वम् श्लाघेत श्लाघेयाताम् श्लाघेरन् श्लाघ्येय श्लाघ्येवहि श्लाघ्येमहि श्लाघ्येथाः श्लाघ्येयाथाम् श्लाघ्येध्वम् श्लाघ्येत श्लाघ्येयाताम् श्लाघ्येरन् आ. श्लाघै श्लाघावहै श्लाघस्व श्लाघेथाम् श्लाघताम् श्लाघेताम् श्लाघामहै श्लाघ्य श्लाघ्यावहै श्लाघ्यामहै श्लाघध्वम् श्लाघ्यस्व श्लाघ्येथाम श्ला श्लाघन्ताम् श्लाघ्यताम् श्लाघ्येताम् श्लाघ्यन्ताम् श्व श्लाघिताहे श्लाघितास्वहे श्लाघितास्महे श्लाघिताहे श्लाघितास्वहे श्लाघितास्महे श्लाधितासे श्लाघितासाथे श्लाघिताध्वे श्लाघितासे श्लाघितासाथे श्लाघिताध्वे श्लाघिता श्लाघितारौ श्लाघितारः लाघिता श्लाघितारौ श्लाघितारः भवि श्लाघिष्ये श्लाघिष्यावहे श्लाघिष्यामहे श्लाघिष्ये श्लाघिष्यावहे श्लाघिष्यामहे श्लाघिष्यसे श्लाघिष्येथे श्लाघिष्यध्वे श्लाघिष्यसे श्लाघिष्येथे श्लाघिष्यध्वे श्लाघिष्यते श्लाघिष्येते श्लाघिष्यन्ते श्लाघिष्यते श्लाघिष्येते श्लाघिष्यन्ते क्रि अश्लाघिष्ये अश्लाघिष्यावहि अश्लाधिमहि अश्लाघिष्ये अश्लाघिष्यावहि अश्लाघिष्यामहि अश्लाघिष्यथा:अश्लाघिष्येथाम् अश्लाघिष्यध्वम अश्लाघिष्यथाः अश्लाघिष्येथाम् अश्लाघिष्यध्वन् अश्लाघिष्यत अश्लाघिष्येताम् अश्लाघिष्यन्त अश्लाघिष्यत अश्लाघिष्येताम् अश्लाघिष्यन्त परो शश्लाघे शश्लाघिवहे शश्लाघिषे शश्लाघाथे शश्लाघे शश्लाघाते शश्लाधिमहे शश्लाघे शश्लाघिवहे शश्लाघिमहे शश्लाषिध्वे शश्लाधिषे शश्लाघाथे शश्लाधिध्वे शश्लाघिरे शश्लाघे शश्लाघाते शश्लाघिरे अद्य अश्लाघिषि अश्लाघिष्वहि अश्लाघिष्महि अश्लाधिषि अश्लाधिष्वहि अश्लाघिष्महि अश्लाघिष्ठाः अश्लाघिषाथाम् अश्लाघिध्वम् अश्लाघिष्ठाःअश्लाघिषाथाम् अश्लाघिध्वम् अश्लाघिष्ट अश्लाघिषाताम् अश्लाघिषत अश्लाघिष्ट अश्लाधिषाताम् अश्लाधिषत आशी श्लाघिषीय श्लाघिषीवहि श्लाघिषीमहि श्लाघिषीय श्लाघिषीवहि श्लाघिषीमहि श्लाघिषीष्ठाः श्लाधिषीयास्थामश्लाधिषीध्वम् श्लाघिषीष्ठाः श्लाघिषीयास्थाम् श्लाधिषीध्वम् श्लाधिषीष्ट श्लाघिषीयास्ताम् श्लाघिषीरन् श्लाघिषीष्ट श्लाधिषीयास्ताम् श्लाघिषीरन् 91 Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि धातु. 72 व. फलामि फलसि फलति कर्तरि फल - फहदूं फलावः फलथः फलतः फलामः फलथ फलन्ति फल्ये फल्यसे फल्यते फल्यावहे फल्येथे फल्येते फल्यामहे फल्यध्वे फल्यन्ते अफलम् अफल: अफलत् अफलाव अफलतम् अफलताम् अफलाम अफलत अफलन् अफल्ये अफल्यावहि अफल्यामहि अफल्यथाः अफल्येथाम् / अफल्यध्वम् अफल्यत अफल्येताम् अफल्यन्त वि. फलेयम् फले. फलेव फलेतम् फलेताम् फलेम फलेत फलेयुः फल्येय फल्येवहि फल्येथाः फल्येयाथाम् फल्येत फल्येयाताम् फल्येमहि फल्येध्वम् फल्येरन् फलेत् आ. फलानि फल फलतु फलाव फलतम् फलताम् फलाम फलत फलन्तु फल्यै फल्यावहै फल्यस्व फल्येथाम् फल्यताम् फल्येताम् फल्यामहै फल्यध्वम् फल्यन्ताम व फलितास्मि फलितासि फलिता फलितास्व: फलितास्मः फलिताहे फलितास्वहे फलितास्महे फलितास्थः फलितास्थ फलितासे फलितासाथे फलिताध्वे फलितारौ फलितारः फलिता फलितारौ फलितारः भवि फलिष्यामि फलिष्यसि फलिष्यति फलिष्यावः फलिष्यामः फलिष्ये फलिष्यावहे फलिष्यथः फलिष्यथ / फलिष्यसे फलिष्येथे फलिष्यतः फलिष्यन्ति फलिष्यते फलिष्येते फलिष्यामहे फलिष्यध्वे फलिष्यन्ते क्रि अफलिष्यम् अफलिष्यः अफलिष्यत अफलिष्याव अफलिष्याम अफलिष्यतम् अफलिष्यत अफलिष्यताम् अफलिष्यन् अफलिष्ये अफलिष्यावहि अफलिष्यामहि अफलिष्यथाः अफलिष्येथाम् अफलिष्यध्वम् अफलिष्यत अफलिष्येताम् अफलिष्यन्त फेलिम परो पफाल/पफल फेलिव फेलिथ फेलथुः पफाल फेलतुः फेले फेलिषे फेले फेल फेलिवहे फेलाथे फेलाते फलिमहे फेलिध्वे फेलुः फेलिरे अद्य अफालिषम् अफाली: अफालीत् अफालिष्ठ अफालिष्म अफालिष्टम् अफालिष्ट अफालिष्टाम् अफालिषुः अफलिषि अफलिष्वहि अफलिष्महि अफलिष्ठाः अफलिषाथाम् / / अफलिध्वम् अफालि अफलिषाताम् अफलिषत लिपीमहि आशी फल्यासम् फल्याः फल्यात् फल्यास्व फल्यास्म फल्यास्तम् फल्यास्त फल्यास्ताम् फल्यासुः फलिषीय फलिषीवहि फलिषीष्ठाः फलिषीयास्थाम् फलिषीध्वम् फलिषीष्ट फलिषीयास्ताम् फलिषीरन् 92 H Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु. 73 व. लङ्घ लङ्घसे कर्तरि सेट् / कर्मणि लङ् - लांघवं, ओळगईं लङ्घावहे लङ्घामहे लङ्घये लङ्घयावहे लडेथे लङ्घध्ये लीयसे लङ्घयेथे लझेते लीयते लङ्घयेते लङ्घयामहे लङ्घयध्वे लङ्घयन्ते लङ्कते लङ्घन्ते ह्य. अलचे अलङ्घथाः अलङ्घत अलङ्घावहि अलकेथाम् अलचेताम् अलङ्घामहि अलङ्घध्वम् अलङ्घन्त अलङ्घये अलङ्घयावहि अलङ्घयथाः अल अलङ्घयत अलङ्घयेताम् अलङ्घयामहि अलङ्घयध्वम् अलङ्घयन्त वि. लङ्घय लचेथाः लचेत लङ्घवहि ल महि लचेयाथाम् लर्छध्वम् लचेयाताम् ल रन् TIU III BLE DET I लङ्घये लङ्घयेवहि लङ्घयेमहि लङ्घयेथाः लङ्घयेयाथाम् लङ्घयध्वम् लङ्घयेत लङ्घयेयाताम् लङ्घयेरन् आ. लङ्घ लचस्व लङ्घताम् लङ्घावहै लकेथाम् ल ताम् लङ्घामहै लङ्घध्वम् लङ्घन्ताम् लड़यै लङ्घयावहै लङ्घयस्व लङ्घयेथाम् लङ्घयताम् लङ्घयेताम् लङ्घयामहै लङ्घयध्वम् लङ्घयन्ताम् श्व लवितास्मि लचितास्वः लचितास्मः लचितासि लवितास्थः लङ्घितास्थ लचिता लवितारौ लङ्घितारः लचिताहे लङ्घितास्वहे लवितास्महे लचितासे लचितासाथे लविताध्वे लचिता लङ्घितारौ लचितारः भवि लङ्घिष्यामि लङ्घिष्यावः / / लचिष्यामः लविष्यसि लङ्घिष्यथ: लङ्घिष्यथ लङ्घिष्यति लविष्यतः लचिष्यन्त लङ्घिष्ये लङ्घिष्यावहे लशिष्यसे लङ्घिष्येथे लविष्यामहे लविष्यध्वे लशिष्यन्ते क्रि अलविष्यम् अलविष्याव अलविष्याम अलविष्यः अलङ्घियतम् अलङ्घिष्यत अलङ्घिष्यत अलङ्घिष्यताम् अलविष्यन् अलविष्ये अलविष्यावहि अलविष्यामहि अलविष्यथाः अलङ्घिष्येथाम् अलविष्यध्वम् अलङ्घिष्यत अलविष्येताम् अलविष्यन्त ललङ्घिम परो ललच ललविथ ललङ्घ ललचिव ललचथुः ललचतुः ललक ललझे ललचिवहे ललङ्घिषे ललवाथे ललझे ललचाते ललङ्घिमहे ललविध्वे ललङ्घिरे ललङ्घघुः अद्य अलङ्घिषम् अलङ्घीः अलङ्घीत् अलविष्व / अलविष्ण अलङ्घिष्टम् अलविष्ट अलङ्घिष्टाम् अलङ्घिषुः अलविषि अलविष्वहि * अलविष्महि अलङ्घिष्ठाः अलङ्घिषाथाम् अलविध्वम् अलचि अलविषाताम् अलङ्घिषत आशी लङ्घयासम् लङ्घयास्व लङ्घच्यास्म लवयाः लङ्घयास्तम् लक्यास्त लवयात् लयास्ताम् लवयासुः लङ्घिषीय लङ्घिषीवहि लङ्घिषीमहि लङ्घिषीष्ठाः लङ्घिषीयास्थाम् लङ्घिषीध्वम् लविषीष्ट लङ्घिषीयास्ताम् लङ्घिषीरन् 93 Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि धातु. 74 व. लोके लोकसे लोकते कर्तरि लोक् - जोवू लोकावहे लोकेथे लोकेते लोकामहे लोकध्वे लोकन्ते लोक्ये लोक्यसे लोक्यते लोक्यावहे लोक्येथे लोक्येते लोक्यामहे लोक्यध्वे लोक्यन्ते अलोके अलोकावहि अलोकथाः अलोकेथाम् अलोकत अलोकेताम् अलोकामहि अलोकध्वम् अलोकन्त अलोक्ये अलोक्यावहि अलोक्यामहि अलोक्यथाः अलोक्येथाम् अलोक्यध्वम् अलोक्यत अलोक्येताम् अलोक्यन्त वि. लोकेय लोकेथाः लोकेवहि लोकेयाथाम् लोकेयाताम् लोकेमहि लोकेध्वम् लोकेरन् लोक्येय लोक्येवहि लोक्येमहि लोक्येथाः लोक्येयाथाम् लोक्येध्वम् लोक्येत लोक्येयाताम् लोक्येरन् लोकेत आ. लोकै लोकस्व लोकताम् लोकावहै लोकेथाम् लोकेताम् लोकामहै लोकध्वम् लोकन्ताम् लोक्यै लोक्यावहै लोक्यस्व लोक्येथाम् लोक्यताम् लोक्येताम् लोक्यामहै लोक्यध्वम् लोक्यन्ताम् श्व लोकिताहे लोकितास्वहे लोकितास्वहे . लोकिताहे लोकितास्वह लोकितास्महे लोकितासे लोकितासाथे लोकितावेलोकितासे लोकितासाथे लोकितावे लोकिता लोकितारौ लोकितारः लोकिता लोकितारौ लोकितारः भवि लोकिष्ये लोकिष्यावहे लोकिष्यामहे लोकिष्यसे लोकिष्येथे लोकिष्यध्वे लोकिष्यते लोकिष्येते लोकिष्यन्ते लोकिष्ये लोकिष्यावहे लोकिष्यामहे लोकिष्यसे लोकिष्येथे लोकिष्यध्वे लोकिष्यते लोकिष्येते लोकिष्यन्ते क्रि अलोकिष्ये अलोकिष्यावहि अलोकिष्यामहि अलोकिष्ये अलोकिष्यावहि अलोकिष्यामहि अलोकिष्यथाः अलोकिष्येथाम् अलोकिष्यध्वम् / अलोकिष्यथाः अलोकिष्येथाम् अलोकिष्यध्वम् अलोकिष्यत अलोकिष्येताम् अलोकिष्यन्त / अलोकिष्यत अलोकिष्येताम् अलोकिष्यन्त परो लुलोके लुलोकिवहे लुलोकिमहे लुलोके लुलोकिवह लुलोकिमहे लुलोकिषे लुलोकाथे लुलोकिध्वे लुलोकिषे लुलोकाथे लुलोकिध्वे लुलोके लुलोकाते लुलोकिरे लुलोके लुलोकाते लुलोकिरे अद्य अलोकिषि अलोकिष्वहि अलोकिष्महि अलोकिषि अलोकिष्वहि अलोकिष्महि अलोकिष्ठाः अलोकिषाथाम् अलोकिध्वम् अलोकिष्ठाः अलोकिषाथाम् अलोकिध्वम् अलोकिष्ट अलोकिषाताम् अलोकिषत अलोकिष्ट अलोकिषाताम् अलोकिषत आशी लोकिषीय लोकिषीवहि लोकिषीमहि लोकिषीय लोकिषीवहि लोकिषीमहि लोकिषीष्ठाः लोकिषीयास्थाम् लोकिषीध्वम् लोकिषीष्ठाः लोकिषीयास्थाम् लोकिषीध्वम् लोकिषीष्ट लोकिषीयास्ताम लोकिषीरन लोकिषीष्ट लोकिषीयास्ताम् लोकिषीरन् 94 Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 75 व. सीदामि सीदसि सीदति कर्तरि सद् - सीदाएं सीदावः सीदथः सीदतः सीदामः सीदथ सीदन्ति सद्ये सद्यसे सद्यते सद्यावहे सद्येथे सोते सद्यामहे सद्यध्वे सद्यन्ते ह्य. असीदम् असीदः असीदत् असीदाव असीदतम् असीदताम् असीदाम असीदत असीदन् असद्ये असद्यथाः असद्यत असद्यावहि असोथाम् असद्येताम् असद्यामहि असद्यध्वम् असद्यन्त वि. सीदेयम् सीदेः सीदेव सीदेतम् सीदेम सीदेत सीदेयुः सद्येय सद्येथाः सद्येत सद्येवहि सद्येयाथाम् सद्येयाताम् सद्येमहि सोध्वम् सधेरन् सीदेत् सीदेताम् सीदाम आ. सीदानि सीद सीदाव सीदतम् सीदत सद्यै सद्यस्व सद्यताम सद्यावहै सद्येथाम् सद्येताम् सद्यामहै सद्यध्वम् सद्यन्ताम् सीदतु सीदताम् सीदन्तु श्व सत्तास्मि सत्तासि सत्ता सत्तास्वः सत्तास्थः सत्तारौ सत्तास्मः सत्तास्थ सत्तारः सत्ताहे सत्तासे सत्ता सत्तास्वहे सत्तासाथे सत्तारौ सत्तास्महे सत्ताध्वे सत्तारः भवि सत्स्यामि सत्स्यसि सत्स्यति सत्स्यावः सत्स्यथः सत्स्यतः सत्स्यामः सत्स्यथ सत्स्यन्ति सत्स्ये सत्स्यसे सत्स्यते सत्स्यावहे सत्स्येथे सत्स्येते सत्स्यामहे सत्स्यध्वे सत्स्यन्ते असत्स्यम् असत्स्यः असत्स्यत असत्स्याव असत्स्याम असत्स्यतम् असत्स्यत असत्स्यताम् असत्स्यन् / असत्स्ये असत्स्यावहि असत्स्यथाः असत्स्येथाम् / असत्स्यत असत्स्येताम् असत्स्यामहि असत्स्यध्वम् असत्स्यन्त सेदिम सेदे सेदिवहे सेदिमहे परो ससाद/ससद सेदिव सेदिथ सेदO: ससाद सेदतुः सेद सेदिषे सेदे सेदाथे सेदाते सेदिध्ये सेदिरे सेदुः अद्य असात्सम् असात्सीः असात्सीत् असात्स्व असात्तम् असात्ताम् असात्स्म असात्त असात्सुः असत्सि असत्थाः असादि असत्स्वहि असत्साथाम् असत्साताम असत्स्वहि असद्ध्वम् असत्सत आशी सद्यासम् सद्याः सद्यात सद्यास्व सद्यास्तम् सद्यास्ताम् सद्यास्म सद्यास्त सद्यासुः सत्सीय सत्सीवहि सत्सीमहि सत्सीष्ठाः सत्सीयास्थाम् सत्सीध्वम् सत्सीष्ट सत्सीयास्ताम् सत्सीरन् 951 Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट कर्मणि कर्तरि हस् - हस, धातु. 76 व हसामि हससि हसति हसावः हसथः हसतः हसामः हसथ हसन्ति हस्ये हस्यसे हस्यते हस्यावहे हस्येथे हस्येते हस्यामहे हस्यध्वे हस्यन्ते ह्य. अहसम् अहसः अहसत् अहसाव अहसतम् अहसताम् अहसाम अहसत अहस्ये अहस्यावहि अहस्यथाः अहस्येथाम् अहस्यत अहस्येताम् अहस्यामहि अहस्यध्वम् अहस्यन्त अहसन् वि. हसेयम् हसेव हसेतम् हसेताम् हसेम हसेत हसे. हस्येय हस्येवहि हस्येथाः हस्येयाथाम् हस्येत हस्येयाताम् हस्येमहि हस्यध्वम् हस्येरन् हसेत् आ. हसानि हस हसाव हसतम हसताम् हसाम हसत हसन्तु हस्यै हस्यस्व हस्यताम् हस्यावहै हस्येथाम् हस्येताम् हस्यामहै हस्यध्वम हस्यन्ताम् हसतु व हसितास्मि हसितास्वः हसितास्मः हसितासि हसिअतास्थः हसितास्थ हसिता हसितारौ हसितारः हसिताहे हसितास्वहे हसितास्महे हसितासे हसितासाथे हसितावे हसिता हसितारौ हसितारः भवि हसिष्यामि हसिष्यावः हसिष्यामः हसिष्यसि हसिष्यथ: हसिष्यथ हसिष्यति हसिष्यतः . हसिष्यन्ति हसिष्ये हसिष्यावहे हसिष्यसे हसिष्येथे हसिस्यामहे हसिष्यध्वे क्रि अहसिष्यम् अहसिष्याव अहसिष्याम | अहसिष्यः अहसिष्यतम् अहसिष्यत अहसिष्यत अहसिष्यताम् अहसिष्यन् अहसिष्ये अहसिष्यावहि अहसिष्यामहि अहसिष्यथाः अहसिष्येथाम् अहसिष्यध्वम् अहसिष्यत अहसिष्येताम् अहसिष्यन्त परो जहास/जहस जहसिव जहसिथ जहसथुः जहास जहसतुः जहसिम जहस जहसुः जहसे जहसिषे जहसे जहसिवहे जहसाथे जहसाते जहसिमहे जहसिध्वे जहसिरे अद्य अहसिषम् अहसिष्य अहसीः अहसिष्टम् अहसीत् ___अहसिष्टाम् अहसिष्म अहसिष्ट अहसिषुः अहसिषि अहसिष्वहि अहसिष्महि अहसिष्ठाः अहसिषाथाम् अहसिध्वम् अहासि अहसिषाताम् अहसिषत आशी हस्यासम् हस्यास्व हस्याः हस्यास्तम् हस्यात् हस्यास्ताम् हस्यास्म हस्यास्त हस्यासुः हसिषीय हसिषीवहि हसिषीमहि हसिषीष्ठाः हसिषीयास्थाम् हसिषीध्वम् हसिषीष्ट हसिषीयास्ताम् हसिषीरन् 961 Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् | कर्मणि धातु. 77 व. पलाये पलायसे पलायते कर्तरि अय् - प. पलायन थर्बु पलायावहे पलायामहे पलायध्वे पलायेते पलायन्ते पलायेथे पलाय्ये पलाय्यसे पलाय्यते पलाय्यावहे पलाय्येथे पलाय्येते पलाय्यामहे पलाय्यध्वे पलाय्यन्ते ध्य. अपलायि अपलायथाः अपलायत अपलायावहि अपलायेथाम् अपलायेताम् अपलायामहि अपलायध्वम् अपलायन्त अपलाय्ये अपलाय्यावहि अपलाय्यामहि अपलाय्यथाः अपलाय्येथाम् अपलाय्यध्वम् अपलाय्यत अपलाय्येताम् अपलाय्यन्त वि. पलायेय पलायेथाः पलायेत पलायेवहि पलायेयाथाम् पलायेयाताम् पलायेमहि पलायेध्वम् पलायेरन् पलाय्येय पलाय्येथाः पलाय्येत पलाय्येवहि पलाय्येमहि पलाय्येयाथाम् पलाय्यध्वम् पलाय्येयाताम् पलाय्येरन् आ. पलायै पलायस्व पलायताम् पलायावहै पलायेथाम् पलायेताम पलायामहै पलायध्वम् पलायन्ताम् पलाय्यै पलाय्यस्व पलाय्यताम् पलाय्यावहै पलाय्यामहै पलाय्येथाम् पलाय्यध्वम् पलाय्येताम्। पलाय्यन्ताम् श्व. पलायिताहे पलायितास्वहे पलायितास्महे . पलायिताहे पलायितास्वहे पलायितास्महे पलायितासे पलायितासाथे पलायिताध्वे पलायितासे पलायितासाथे पलायिताचे पलायिता पलायितारौ पलायितारः पलायिता पलायितारौ पलायितारः भवि. पलायिष्ये पलायिष्यावहि पलायिष्यामहि पलायिष्ये पलायिष्यावहि पलायिष्यामहि पलायिष्यसे पलायिष्येथाम् पलायिष्यध्वे पलायिष्यसे पलायिष्येथाम् पलायिष्यध्वे पलायिष्यते पलायिष्येताम् पलायिष्यन्ते पलायिष्यते पलायिष्येताम् पलायिष्यन्ते क्रि. अपलायिष्ये अपलायिष्यावहि अपलायिष्यामहि अपलायिष्ये अपलायिष्यावहि अपलायिष्यामहि अपलायिष्यथाः अपलायिष्याथाम् अपलायिष्यध्वम् अपलायिष्यथाः अपलायिष्याथाम् अपलायिष्यध्वम् अपलायिष्यत अपलायिष्येताम् अपलायिष्यन्त अपलायिष्यत अपलायिष्येताम् अपलायिष्यन्त परो. पलायाञ्चक्रे पलायाञ्चकृवहे पलायाञ्चकृमहे पलायाञ्चक्रे पलायाञ्चक्राते पलायाञ्चक्रिरे पलायाञ्चकृषे पलायाञ्चक्राथे पलायाञ्चकृढ्वे : पलायाम्बभूवे पलायाम्बभूवाते पलायाम्बभूविरे पलायाञ्चक्रे पलायाञ्चक्राते पलायाञ्चक्रिरे अद्य अपलायिषि अपलायिष्वहि अपलायिष्महि / अपलायिषि अपलायिष्वहि अपलायिष्महि 1 अपलायिष्ठाः अपलायिषाथाम् अपलायिध्वम् अपलायिष्ठाः अपलायिषाथाम् अपलायिध्वम् अपलायिष्ट अपलायिषाताम् अपलायिषत अपलायि अपलायिषाताम् अपलायिषत आशी:पलायिषीय पलायिषीवहि पलायिषीमहि पलायिषीय पलायिषीवहि पलायिषीमहि पलायिषीष्ठाः पलायिषीयास्थाम् पलायिषीध्वम् पलायिषीष्ठाः पलायिषीयास्थाम् पलायिषीध्वम् पलायिषीष्ट पलायिषीयास्ताम् पलायिषीरन् पलायिषीष्ट पलायियास्ताम् पलायिषीरन 97 Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 78 अर्ज - मेळवq व. अर्जामि अर्जावः अर्जामः अर्जसि अर्जथः अर्जथ अर्जति अर्जतः अर्जन्ति अर्ये अावहे अय॑से अयेथे अय॑ते अयेते अर्ध्यामहे अय॑ध्वे अय॑न्ते ध्य. आर्जम् आर्जः आर्जत् आर्जाव आर्जतम् आर्जताम् आर्जाम आर्जत आर्जन् आया॑महि आर्व्यथाः आयेथाम् आर्यध्वम् आयंत आर्येताम् आय॑न्त वि. अर्जेयम् अर्जेव अर्जेतम् अर्जेताम् अर्जेम अर्जेत अर्जेः अर्येय अग्रैवहि अयॆमहि अयेथाः अघैयाथाम् अर्यध्वम् अयंत अर्येयाताम् अप॑रन् अर्जेत् अर्जेयुः आ. अर्जानि अर्ज अर्जतु अर्जाव अर्जतम् अर्जताम् अर्जाम अर्जत अर्जन्तु अज्य अावहै अर्ध्यामहै अय॑स्व अयेथाम् अय॑ध्वम् अय॑ताम् अर्येताम् अय॑न्ताम् श्व अर्जितास्मि अर्जितास्वः अर्जितास्मः अर्जिताहे अर्जितास्वहे अर्जितास्महे अर्जितासि अर्जितास्थः अर्जितास्थ अर्जितासे अर्जितासाथे अर्जितावे अर्जिता अर्जितारौ अर्जितारः अर्जिता अर्जितारौ अर्जितारः भवि अर्जिष्यामि अर्जिष्यावः अर्जिष्यामः अर्जिष्ये अर्जिष्यावहे अर्जिष्यामहे अर्जिष्यसि अर्जिष्यथः अर्जिष्यथ | अर्जिष्यसे अर्जिष्येथे अष्यिध्वे अर्जिष्यति अर्जिष्यतः अर्जिष्यन्ति / अर्जिष्यते अर्जिष्येते अजिष्यन्ते क्रि. आर्जिष्यम् आर्जिष्याव आर्जिष्याम आर्जिष्ये आर्जिष्यावहि आर्जिष्यामहि आर्जिष्यः आर्जिष्यतम् आर्जिष्यत आर्जिष्यथाः आर्जिष्येथाम् आर्जिष्यध्वम् आर्जिष्यत् आर्जिष्यताम् आर्जिष्यन्त आर्जिष्यत आर्जिष्येताम् आर्जिष्यन्त परो. आनर्ज आनर्जिथ आनर्ज आनर्जिव आनर्जिम आनर्जथुः आनर्ज आनर्जतुः आनर्जुः आनर्जे आनर्जिवहे आनर्जिषे आनर्जाथे आनर्जे आनर्जाते आनर्जिमहे आनर्जिध्वे आनर्जिरे अद्य. आर्जिषम् आर्जी: आर्जीत् आर्जिष्व आर्जिष्म आर्जिष्टम् आर्जिष्ट आर्जिष्टाम् आर्जिषुः आर्जिषि आर्जिष्वहि आर्जिष्महि आर्जिष्ठाः आर्जिषाथाम् आर्जिध्वम् आर्जि आर्जिषाताम् आर्जिषत आशीः अासम् अास्व अास्म अर्जिषीय अर्जिषीवहि अर्जिषीमहि अाः अास्तम् अस्ति / अर्जिषीष्ठाः अर्जिषीयास्थाम् अर्जिषीध्वम् अात् अास्ताम् अासुः अर्जिषीष्ट अर्जिषीयास्ताम् अर्जिषीरन् 98 Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 76 व. अर्हामि अर्हसि अर्हति कर्तरि / सेट् / अई - योग्य हो, अर्हावः अर्हामः अझै अर्हथः अर्हथ असे अर्हतः अर्हन्ति अटते अवहे अझैथे अद्येते अामहे अयध्वे अन्तेि आर्हाव ध्य. आर्हम् आर्हः आहेत् आर्हतम् आर्हताम् आर्हाम आहेत आर्हन् आर्ये आवहि आमुथाः आर्येथाम् आर्यत आद्येताम् आमहि आयध्वम् आन्त वि. अर्हेयम् अडॅमहि अर्हः अर्हेत् अर्हेव अर्हतम् अर्हेताम् अर्हेम अर्हेत अर्हेयुः अर्येय अयथाः अीत अझैवहि अद्येयाथाम् अध्वम् अययाताम् अझैरन् आ. अर्हानि अर्ह अर्हतु अहस्व अझैथाम् अर्हाव अर्हाम अझै अावहै अामहै अर्हतम् अर्हत अयध्वम् अर्हताम् अर्हन्तु अद्यताम् अर्खेताम् अन्तिाम् अर्हितास्वः अर्हितास्मः अर्हिताहे अर्हितास्वहे अर्हितास्महे अर्हितास्थः अर्हितास्थ अर्हितासे अर्हितासाथे अर्हिताध्ये अर्हितारौ अर्हितारः अर्हिता अर्हितारौ अर्हितारः श्व. अर्हितास्मि अर्हितासि अर्हिता भवि. अर्हिष्यामि अर्हिष्यसि अर्हिष्यति अर्हिष्यावः अर्हिष्यामः अर्हिष्ये अर्हिष्यावहे अर्हिष्यामहे अर्हिष्यथः अर्हिष्यथ अर्हिष्यसे अर्हिष्येथे अर्हिष्यध्वे अर्हिष्यतः अर्हिष्यन्ति अर्हिष्यते अर्हिष्येते अर्हिष्यन्ते आर्हिष्याव आर्हिष्याम आर्हिष्ये आर्हिष्यावहि आर्हिष्यामहि आर्हिष्यतम् आर्हिष्यत आर्हिष्यथाः आर्हिष्येथाम् आर्हिष्यध्वम् आर्हिष्यताम् आर्हिष्यन्त | आर्हिष्यत आर्हिष्येताम् आर्हिष्यन्त क्रि. आर्हिष्यम् आर्हिष्यः आर्हिष्यत् परो. आनर्ह आनर्हिथ आनर्ह अद्य. आर्हिषम् 1 आही: आर्डीत् आनर्हिव आनर्हिम आनर्हे आनर्हिवहे आनर्हिमहे आनहथुः / आनर्ह आनर्हिथे आनषे आनर्हिध्वे आनर्हतुः आनईः आनर्हे आन ते आनर्हिरे आर्हिष्व आर्हिषि आर्हिष्वहि आर्हिष्महि आर्हिष्टम् आर्हिष्ठाः आर्हिषाथाम् आर्हिध्वम् आर्हिष्टाम् आर्हिषुः आर्हि आर्हिषाताम् आर्हिषत अस्व अस्मि अर्हिषीय अर्हिषीवहि अर्हिषीमहि अास्तम् अस्ति अर्हिषीष्ठाः अर्हिषीयास्थाम् अर्हिषीध्वम् अर्यास्ताम् अासुः अर्हिषीष्ट अर्हिषीयास्ताम् अर्हिषीरन् आर्हिष्म आर्हिष्ट आशी.अासम् अाः अात् 99 Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 80 व. आशंसे आशंससे आशंसते कर्तरि शंस् - कहे, आशंसावहे आशंसेथे आशंसेते आशंसामहे आशंसध्वे आशंसन्ते आशंस्ये आशंस्यसे आशंस्यते आशंस्यावहे आशंस्येथे आशंस्येते आशंस्यामहे आशंस्यध्वे आशंस्यन्ते ध्य. आशंसे आशंसावहि आशंसथाः आशंसेथाम् आशंसत आशंसेताम् आशंसामहि आशंसध्वम् आशंसन्त आशंस्ये आशंस्यथाः आशंस्यत आशंस्यावहि आशंस्येथाम् आशंस्येताम् आशंस्यामहि आशंस्यध्वम् आशंस्यन्त वि. आशंसेय आशंसेवहि आशंसेमहि आशंसेथाः आशंसेयाथाम् / आशंसेध्वम् आशंसेत आशंसेयाताम् आशंसेरन् आशंस्येय आशंस्येथाः आशंस्येत आशंस्येवहि आशंस्येमहि आशंस्येयाथाम् आशंस्येध्वम् आशंस्येयाताम् आशंस्येरन् आ. आशंसै आशंसावहै आशंसस्व आशंसेथाम् आशंसताम् आशंसेताम् आशंसामहै आशंसध्वम् आशंसन्ताम् आशंस्यै आशंस्यावहै आशंस्यस्व आशंस्येथाम् आशंस्यताम् आशंस्यताम् आशंस्यामहै आशंस्यध्वम् आशंस्यन्ताम् स्व. आशंसिताहे आशंसितास्वहे आशंसितास्महे आशंसिताहे आशंसितास्वहे आशंसितास्महे आशंसितासे आशंसितासाथे आशंसिताध्वे : आशंसितासे आशंसितासाथे आशंसिताध्वे आशंसिता आशंसितारौ आशंसितारः / आशंसिता आशंसितारौ आशंसितारः भवि. आशंसिष्ये आशंसिष्यावहि आशंसिष्यामहि आशंसिष्ये आशंसिष्यावहि आशंसिष्यामहि आशंसिष्यसे आशंसिष्येथाम् आशंसिष्यध्वे आशंसिष्यसे आशंसिष्येथाम् आशंसिष्यध्वे आशंसिष्यते आशंसिष्येताम् आशंसिष्यन्ते / आशंसिष्यते आशंसिष्येताम् आशंसिष्यन्ते क्रि. आशंसिष्ये आशंसिष्यावहि आशंसिष्यामहि आशंसिष्ये आशंसिष्यावहि आशंसिष्यामहि आशंसिष्यथाः आशंसिष्याथाम् आशंसिष्यध्वम् आशंसिष्यथाः आशंसिष्याथाम् आशंसिष्यध्वम् आशंसिष्यत आशंसिष्येताम् आशंसिष्यन्त आशंसिष्यत आशंसिष्येताम् आशंसिष्यन्त परो. आशशंसे आशशंसिवहे आशशंसिषे आशशंसाथे आशशंसे आशशंसाते आशशंसिमहे / आशशंसिध्वे आशशंसिरे आशशंसे आशशंसिषे आशशंसे आशशंसिवहे आशशंसाथे आशशंसाते आशशंसिमहे आशशंसिध्वे आशशंसिरे अद्य. आशंसिषि आशंसिष्वहि आशंसिष्महि 1 आशंसिष्ठाः आशंसिषाथाम् / आशंसिध्वम् आशंसिष्ट आशंसिषाताम् आशंसिषत आशंसिषि आशंसिष्ठाः आशंसि आशंसिष्वहि आशंसिष्महि आशंसिषाथाम् आशंसिध्वम् आशंसिषाताम् आशंसिषत आशीः आशंसिषीय आशंसिषीवहि आशंसिपीमहि आशंसिषीय आशंसिषीवहि आशंसिषीमहि आशंसिषीष्ठाः आशंसिषीयास्थाम् आशंसिषीध्वम् आशंसिषीष्ठाः आशंसिषीयास्थाम् आशंसिषीध्वम् आशंसिषीष्ट आशंसिषीयास्ताम् आशंसिषीरन् / आशंसिषीष्ट आशंसिषीयास्ताम् आशंसिषीरन् 100 Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ e | अनिट् / कर्मणि धातु. 81 व. अयामि अयसि कर्तरि इ - प. जदूं अयावः अयथः अयतः ईयावहे अयामः अयथ अयन्ति ईयेथे ईयामहे ईयध्वे ईयन्ते अयति ईयते ईयेते ऐयावहि ध्य. आयम् आयः आयत् आसव आयतम् आयताम् आयाम आयत आयन् ऐये ऐयथाः ऐयत ऐयेथाम् ऐयामहि ऐयध्वम् ऐयन्त ऐयेताम् वि. अयेयम् अयेव अयेम अयेत ईयेमहि अयेः ईयेथाः ईयेवहि ईयेयाथाम् ईयेयाताम् अयेतम् अयेताम् अर्येत् अयेयुः ईयेत ईयेध्वम् ईयरन् आ. अयानि ईयावहै अयाव अयतम् अयाम अयत अयन्तु ईयै ईयस्व अय ईयेथाम् ईयावहै ईयध्वम् ईयन्ताम् अयतु अयताम् ईयताम् ईयेताम् श्व एतास्मि एतासि एतास्वः एतास्थः एतारौ एतास्मः एतास्थ एतारः एता आयिता एतारौ आयितारौ n II FT II IIT ili III ute et TIL WEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE एतार: 1 आयितार: 2 एता भवि एष्यामि एष्यसि एष्यति एष्याव: एष्यथ: एष्यतः एष्यामः / एष्यते एष्येते एष्यथ आयिष्यते आयिष्येते एष्यन्ति एष्यन्ते 1 आयिष्यन्ते 2 ऐष्याव क्रि ऐष्यम् ऐष्यः ऐष्यत् ऐष्याम / ऐष्यत / ऐष्यन्त ऐष्यत ऐष्येताम् ऐष्यन्त 1 आयिष्यत आयिष्येताम् आयिष्यन्त 2 ऐष्यतम् ऐष्यताम् इय इयिषे ऐव ऐषत 1 आयि परो इयाय/इयय इयिव इयिम इये इयिवहे इयिमहे इययिथ/इयेथ इयथः इयाथे इयिध्वे इयाय इयतुः इयुः इयुः इयाते इयिरे अद्य ऐषम् आयि ऐषाताम् 1 ऐषीः आयिषाताम् आयिषत 2 ऐषीत् आशीईयासम् ईयास्म एषीष्ट एषीयास्ताम् एषीरन् / ईयाः ईयास्तम् ईयास्त आयिषीष्ट: आयिषीयास्ताम्आयिषीरन् 2 ईयात ईयास्ताम् ईयासुः 101 ईयास्व Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऐहावहि एहाथाः एह्यत कर्तरि / सेट कर्मणि धातु. 82 ईह् -इच्छबुं. विचार, व. ईहे ईहावहे ईहामहे इह्यावहे ईह्यामहे ईहसे ईहेथे ईहध्वे ईयेथे ईह्यध्वे ईहते ईहेते ईहन्ते ईह्येते ईह्यन्ते ऐहामहि ऐह्ये ऐह्यावहि ऐह्यामहि ऐ थाः ऐहेथाम् ऐहध्वम ऐह्येथाम् ऐह्यध्वम् ऐहेताम् ऐहन्त ऐह्येताम् ऐह्यन्त ईहेय ईहेवहि ईहेमहि ईह्येय ईह्येवहि ई।महि ईहेथाः ईहेयाथाम् ईहेध्वम् ई थाः ईह्येयाथाम् ईह्यध्वम् ईहेत ईहेयाताम् ईहेरन् ईह्येत ईह्येयाताम् ई रन् ईहावहै ईहामहै ईदै ईह्यावहै ईह्यामहै ईहस्व ईहेथाम् ईहध्वम् ईह्यस्व ईह्येथाम् ईह्यध्वम् ईहताम् ईहेताम् ईहन्ताम् ईह्यताम् ईह्येताम् ईह्यन्ताम् श्व ईहिताहे ईहितास्वहे ईहितास्महे ईहिताहे ईहितास्वहे ईहितास्महे ईहितासे ईहितासाथे ईहिताध्वे ईहितासे ईहितासाथे ईहिताध्वे ईहिता ईहितारौ ईहितारः ईहिता ईहितारौ ईहितारः Tit int ll ift II It jI 111 1111 il in m m JI SI II III If an भवि ईहिष्ये ईहिष्यावहे ईहिष्यामहे ईहिष्यसे ईहिष्येथाम ईहिष्यध्वे ईहिष्यते ईहिष्येताम् ईहिष्यन्ते ईहिष्ये ईहिष्यावहे ईहिष्यसे ईहिष्येथाम ईहिष्यते ईहिष्येताम् ईहिष्यामहे ईहिष्यध्वे ईहिष्यन्ते क्रि ऐहिष्ये ऐहिष्यावहि ऐहिष्यामहि ऐहिष्यथाः ऐहिष्येथाम् ऐहिष्यध्वम् ऐहिष्यत ऐहिष्येताम् ऐहिष्यन्त ऐहिष्ये ऐहिष्यावहि ऐहिष्यामहि ऐहिष्यथाः ऐहिष्येथाम् ऐहिष्यध्वम् ऐहिष्यत ऐहिष्येताम् ऐहिष्यन्त परो इहाञ्चक्रे इहाञ्चक्राते इहाञ्चक्रिरे 12 इहाम्बभूवे इहाम्बभूवाते इहाम्बभूविरे 2 इहाञ्चक्रे इहाञ्चक्राते इहाञ्चक्रिरे 1 इहाम्बभूवे इहाम्बभूवाते इहाम्बभूविरे 2 अद्य ऐहिषि ऐहिष्वहि ऐहिष्महि ऐहिषि ऐहिष्वहि ऐहिष्महि ऐहिष्ठाः ऐहिषाथाम ऐहिध्वम ऐहिष्ठाः ऐहिषाथाम ऐहिध्वम ऐहिष्ट ऐहिषाताम् ऐहिषत ऐहि ऐहिषाताम् ऐहिषत आशी ईहिषीय ईहिषीवहि ईहिषीमहि ईहिषीय ईहिषीवहि ईहिषीमहि ईहिषीष्ठाः ईहिषीयास्थाम् ईहिषीध्वम् ईहिषीष्ठाः ईहिषीयास्थाम् ईहिषीध्वम् ईहिषीष्ट ईहिषीयास्ताम् ईहिषीरन् ईहिषीष्ट ईहिषीयास्ताम् ईहिषीरन् 1102 Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 83 व. कर्षामि कर्षसि कर्षति कर्तरि अनिट् / कृष् - खेचवू, खेडवू कर्षावः कर्षाम: कृष्ये कर्षथः कर्षथ कृष्यसे कर्षतः कर्षन्ति कृष्यते कृष्यावहे कृष्येथे कृष्यामहे कृष्यध्वे कृष्येते कृष्यन्ते ध्य. अकर्षम् अकर्षः अकर्षत् अकर्षाव अकर्षतम् अकर्षताम् अकर्षाम अकर्षत अकर्षन् अकृष्ये अकृष्यावहि अकृष्यामहि अकृष्यथाः अकृष्येथाम् अकृष्यध्वम् अकृष्यत अकृष्येताम् अकृष्यन्त कर्षम वि. कर्षेयम् कर्षे कर्षेत् कर्षेव कर्पतम् कर्षताम् कर्पत कर्षेयुः अकृष्येय अकृष्येवहि अकृष्येमहि अकृष्येथाः अकृष्येयाथाम् अकृष्यध्वम् अकृष्येत अकृष्येयाताम् अकृष्येरन् कृष्यै कृष्यावहै कृष्यावहै कृष्यस्व कृष्येथाम् कृष्यध्वम् कृष्यताम् कृष्येताम् कृष्यन्ताम् कर्षाव आ. कर्षाणि कर्ष कर्षतु कर्षतम् कर्षाम कर्षत कर्षन्तु कर्षताम् श्व का कारौ क्री क्रष्टारौ कार: 12 क क्रष्टारः 2 क्रष्टा कष्टारौ क्रष्टारौ कार: 1 क्रष्टार: 2 भवि कयति कमंतः क्रक्ष्यति क्रक्ष्यतः कर्ण्यन्ति 12 क्रक्ष्यते क्रक्ष्यन्ति 2 कक्ष्यते क्रयेते कक्ष्येते क्रक्ष्यन्ते 1 कक्ष्यन्ते 2 क्रि अकय॑त् अक्रक्ष्यत् अकय॑ताम् अकय॑न् 15 अक्रक्ष्यत अक्रक्ष्यताम् अक्रक्ष्यत 2 अकयंत अक्रक्ष्येताम् अकय॑ताम् अक्रक्ष्यन्त 1 अकय॑न्त 2 परो चकर्ष चकर्षिथ चकर्ष चकषिव चकृषथुः चकृषतुः चकषिम चकृष चकृषुः चकृषे चकृषिषे चकृषे चकृषिवहे चकृषाथे चकृषाते चकृषिमहे चकृषिध्वे चकृषिरे अद्य अकृक्षत् अकृक्षताम् 3 अक्राक्षीत् अक्राष्टाम् अकार्षीत् अकार्टाम् अकृक्षन् 18 अक्राक्षुः 2 अकाक्षु: 3 अकर्षि अकर्षि अकृक्षाताम् अकृक्षाताम् अकृक्षन्त 1 अकृक्षत 2 आशी कृष्यासम् कृष्यास्व कृष्यास्म / कक्षीय कृक्षीवहि कृक्षीमहि कृष्याः कृष्यास्तम् कृष्यास्त कृक्षीष्ठाः कृक्षीयास्थाम् कृक्षीध्वम् कृष्यात् कृष्यास्ताम् कृष्यासुः क्षीष्ट कृक्षीयास्ताम् कृक्षीरन् 103 Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 84 व. क्वथामि क्वथसि क्वथति कर्तरि क्वथ् - प. उकळवू क्वथावः क्वथामः क्वथथः क्वथथ क्वथतः क्वथन्ति क्वथ्यात क्वथ्ये क्वथ्यसे क्वथ्येथे क्वथ्यते क्वथ्येते क्वथ्यामहे क्वथ्यध्वे क्वथ्यन्ते ह्य अक्वथम् अक्वथः अक्वथत् अक्वथाव अक्वथतम् अक्वथताम् अक्वथाम अक्वथत अक्वथन् अक्वथ्ये अक्वथ्यावहि अक्वथ्यामहि अक्वथ्यथाः अक्वथ्येथाम् अक्वथ्यध्वम् अक्वथ्यत अक्वथ्येताम् अक्वथ्यन्त वि. क्वथेयम् क्वथे: क्वथेत् क्वथेव क्वथेतम् क्वथेताम् क्वथेम क्वथेत क्वथेयुः अक्वथ्येय अक्वथ्येवहि अक्वथ्येमहि अक्वथ्येथाः अक्वथ्येयाथाम् अक्वथ्येध्वम् अक्वथ्येत अक्वथ्येयाताम् अक्वथ्येरन् क्वथानि क्वथ क्वथाव क्वथतम क्वथताम् क्वथाम क्वथत क्वथ्यै क्वथ्यावहै क्वथ्यस्व क्वथ्येथाम् क्वथ्यताम् क्वथ्येताम् क्वथ्यावहै क्वथ्यध्वम् क्वथ्यन्ताम् क्वथतु श्व क्वथितास्मि क्वथितास्वः क्वथितास्मः / क्वथिताहे क्वथितास्वहे क्वथितास्महे क्वथितासि क्वथितास्थः क्वथितास्थ : क्वथितासे क्वथितासाथे क्वथिताध्वे क्वथिता क्वथितारौ क्वथितारः क्वथिता क्वथितारौ क्वथितारः nhill it aII PIU BIT vi ih * In Ili ill in thi in lit in II HII in III Mini IN IN TI M A MI i भवि. क्वथिष्यामि क्वथिष्यावः क्वथिष्यामः / क्वथिष्ये क्वथिष्यावहे क्वथिष्यामहे क्वथिष्यसि क्वथिष्यथः क्वथिष्यथ क्वथिष्यसे क्वथिष्येथे क्वथिष्यध्वे क्वथिष्यति क्वथिष्यतः क्वथिष्यन्ति क्वथिष्यते क्वथिष्येते क्वथिष्यन्ते क्रि. अक्वथिष्यम् अक्वथिष्याव अक्वथिष्याम अक्वथिष्ये अक्वथिष्यावहि अक्वथिष्यामहि अक्वथिष्यः अक्वथिष्यतम् अक्वथिष्यत अक्वथिष्यथाःअक्वथिष्येथाम् अक्वथिष्यध्वम् अक्वथिष्यत् अक्वथिष्यताम् अक्वथिष्यन्त अक्वथिष्यत अक्वथिष्येताम् अक्वथिष्यन्त परो. चक्वाथ/चक्वथ चक्वथिव चक्वथिम चक्वथिथ चक्वथथुः चक्वथ चक्वाथ चक्वथतुः चक्वथुः / चवथे चक्वथिवहे चक्वथिषे चक्वथाथे चक्वथे चक्वथाते चक्वथिमहे चक्वथिध्वे चक्वथिरे अद्य. अक्वथिषम् अक्वथिष्व अक्वथिष्म अक्वथिषि अक्वथिष्वहि अक्वथिष्महि 1 अक्वथीः अक्वथिष्टम् / अक्वथिष्ट अक्वथिष्ठाः अक्वथिषाथाम् अक्वथिध्वम् अक्वथीत् अक्वथिष्टाम् अक्वथिषु: अक्वाथि अक्वथिषाताम् अक्वथिषत आशी क्वथ्यासम् क्वथ्यास्व क्वथ्यास्म क्वथिषीय क्वथिषीवहि क्वथिषीमहि क्वथ्याः क्वथ्यास्तम् क्वथ्यास्त क्वथिषीष्ठाः क्वथिषीयास्थाम् क्वथिषीध्वम् क्वथ्यात् क्वथ्यास्ताम् क्वथ्यासुः क्वथिषीष्ट क्वथिषीयास्ताम् क्वथिषीरन् 104] Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 85 जृम्भ -प्रगट थर्बु, बगासुं खावं व. जृम्भे जृम्भावहे जृम्मामहे जृम्भसे जृम्भेथे जृम्भध्वे जृम्भते जृम्भते जृम्भन्ते जृम्भ्यामहे जृम्भ्ये जुम्भ्यसे जृम्भ्यते जृम्भ्यावहे जम्भयेथे जृम्भ्ये ते जृम्भ्यध्वे जृम्भ्यन्ते ध्य. अजृम्भे अजृम्भावहि अजृम्भथाः अजृम्भेथाम् अजृम्भत अजृम्भताम् अजृम्भामहि अजृम्भध्वम् अजृम्भन्त अजृम्भ्ये अजृम्भ्यावहि / अजृम्भ्यामहि अजृम्भ्यथाः अजृम्भ्येथाम् अजृम्भ्यध्वम् अजृम्भ्यत अजृम्भ्येताम् अजृम्भ्यन्त वि. जृम्भेय जृम्मेथाः जृम्भेत जृम्भेवहि जृम्भेयाथाम् जृम्भेयाताम् जृम्भेमहि जृम्भध्वम् जृम्भेरन् जृम्भ्येय जृम्भ्येवहि जृम्भ्येमहि जृम्भ्येथाः जृम्भ्येयाथाम् जृम्भ्यध्वम् जृम्भ्येत जृम्भ्येयाताम् जृम्म्येरन् आ. जृम्मै जृम्भस्व जृम्भताम् जृम्भावहै जृम्भेथाम् जृम्भताम् जृम्भामहै जृम्भध्वम् जृम्भन्ताम् जृम्भ्यै जृम्भ्यावहै जृम्भ्यस्व जृम्भ्येथाम् जृम्भ्यताम् जृम्भ्येताम् जृम्भ्यामहै जृम्भ्यध्वम् जृम्भ्यन्ताम् श्व. जृम्भिताहे जृम्भितास्वहे जृम्भितास्महे जृम्भिताहे जृम्भितास्वहे जृम्भितास्महे जृम्भितासे जृम्भितासाथे जृम्भिताध्वे जम्भितासे जृम्भितासाथे जृम्भिताध्ये जृम्भिता जृम्भितारौ जृम्भितारः जृम्भिता जृम्भितारौ जृम्भितारः भवि. जृम्भिष्ये जृम्भिष्यावहे जृम्भिष्यामहे जृम्भिष्ये जृम्भिष्यावहे जृम्भिष्यामहे जृम्भिष्यसे जृम्भिष्येथाम् जृम्भिष्यध्वेजृम्भिष्यसे जृम्भिष्येथाम् जृम्भिष्यध्वे जृम्भियते जृम्भिष्येतास जृम्भिष्यन्ते जृम्भिष्यते जृम्भिष्येताम् जृम्भिष्यन्ते httun क्रि. अजृम्भिष्ये अजृम्भिष्यावहि अजृम्भिष्यामहि अजृम्भिष्ये अजृम्भिष्यावहि अजृम्भिष्यामहि अजृम्भिष्यथाः अजृम्भिष्येथाम् अजृम्मिष्यध्वम् अजृम्भिष्यथाः अजृम्भिष्येथाम् अजृम्भिष्यध्वम् अजृम्भिष्यत अजृम्भिष्येताम अजृम्भिष्यन्त / अजृम्भिष्यत अजृम्भिष्येताम् अजृम्भिष्यन्त परो जजृम्भे जजृम्भिवहे जजृम्भिषे जजृम्भाथे जजृम्भे जजृम्भाते जजृम्भिमहेजजृम्भे जजृम्भिवहे जजृम्भिध्वे जजृम्भिषे जजृम्भाथे जजृम्भिरे जजृम्मे जजृम्भाते जजृम्भिमहे जजृम्भिध्वे जजृम्भिरे टद्य. अजृम्भिषि अजृम्भिष्वहि अजृम्भिष्महि | अजृम्भिषि अजृम्भिष्वहि अजृम्भिष्महि अजृम्भिष्ठाः अजृम्भिषाथाम् अजृम्भिध्वम् अजृम्भिष्ठाः अजृम्भिषाथाम् अजृम्भिध्वम् अजृम्भिष्ट अजृम्भिषाताम् अजृम्भिषत। / अजृम्भि अजृम्भिषाताम् अजृम्भिषत आशी:जृम्भिषीय जृम्भिषीवहि जृम्भिषीमहि / जृम्मिषीय जृम्भिषीवहि जृम्भिषीमहि जृम्भिषीष्ठाः जृम्भिषीयास्थाम् जृम्भिषीध्वम् / जृम्भिषीष्ठाः जृम्भिषीयास्थाम् जृम्भिषीध्वम् जृम्भिषीष्ट जृम्भिषीयास्ताम् जृम्भिषीरन्जृ म्भिषीष्ट जृम्भिषीयास्ताम् जृम्भिषीरन् 105 Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 86 व. ज्वलामि ज्वलसि ज्वलति कर्तरि ज्वल - जलवु ज्वलावः ज्वलामः ज्वलथ ज्वलतः ज्वलन्ति ज्वलथः ज्वल्ये ज्वल्यसे ज्वल्यते ज्वल्यावहे ज्वल्येथे ज्वल्येते ज्वल्यामहे ज्वल्यध्वे ज्वल्यन्ते ध्य. अज्वलम् अज्वलः अज्वलत् III अज्वलाव अज्वलाम अज्वलतम् अज्वलत अज्वलताम् अज्वलन् / अज्वल्ये अज्वल्यावहि अज्वल्यामहि अज्वल्यथाः अज्वल्येथाम् अज्वल्यध्वम् / अज्वल्यत अज्वल्येताम् अज्वल्यन्त tu III W ज्वले ज्वलेत् ज्वलेतम् ज्वलेत ज्वलेताम् ज्वलेयुः ज्वल्येय ज्वल्येवहि ज्वल्येमहि / ज्वल्येथाः ज्वल्येयाथाम् ज्वल्यध्वम् ज्वल्येत ज्वल्येयाताम् ज्वल्येरन् आ. ज्वलानि ज्वल ज्वलाव ज्वलतम् ज्वलाम ज्वलत ज्वल्यै ज्वल्यावहै ज्वल्यस्व ज्वल्येथाम् ज्वल्यताम् ज्वल्येताम् ज्वल्यावहै ज्वल्यध्वम् ज्वल्यन्ताम् ज्वलतु | H श्व. ज्वलितास्मि ज्वलितास्वः ज्वलितास्मः ज्वलिताहे ज्वलितास्वहे ज्वलितास्महे ज्वलितासि ज्वलितास्थः ज्वलितास्थ ज्वलितासे ज्वलितासाथे ज्वलिताध्वे ज्वलिता ज्वलितारौ ज्वलितारः ज्वलिता ज्वलितारौ ज्वलितारः भवि. ज्वलिष्यामि ज्वलिष्यावः ज्वलिष्यामः / ज्वलिष्ये ज्वलिष्यावहे ज्वलिष्यसि ज्वलिष्यथः ज्वलिष्यथ / ज्वलिष्यसे ज्वलिष्येथे ज्वलिष्यति ज्वलिष्यतः ज्वलिष्यन्ति ज्वलिष्यते ज्वलिष्येते ज्वलिष्यामहे ज्वलिष्यध्वे ज्वलिष्यन्ते क्रि. अज्वलिष्यम् अज्वलिष्याव अज्वलिष्याम अज्वलिष्ये अज्वलिष्यावहि अज्वलिष्यामहि अज्वलिष्यः अज्वलिष्यतम् अज्वलिष्यत अज्वलिष्यथाः अज्वलिष्येथाम् अज्वलिष्यध्वम् अज्वलिष्यत् अज्वलिष्यताम् अज्वलिष्यन्त अज्वलिष्यत अज्वलिष्येताम् अज्वलिष्यन्त परो. जज्वल/नज्वाल जज्वलिव जज्वलिम जज्वलिथ जज्वलथुः जज्वल जज्वाल जज्वलतुः जज्वलुः जज्वले जज्वलिषे जज्वले जज्वलिवहे जज्वलिमहे जज्वलाथे। ज्वलिध्वे जज्वलाते जज्वलिरे IT IN अद्य. अज्वलिषम् अज्वलिष्व अज्वलिष्म अज्वलिषि अज्वलिष्वहि अज्वलिष्महि 1 अज्वलीः अज्वलिष्टम् अज्वलिष्ट अज्वलिष्ठाः अज्वलिषाथाम् अज्वलिड्ध्वम् अज्वलीत् अज्वलिष्टाम् अज्वलिषुः | अज्वालि अज्वलिषाताम् अज्वलिषत आशीः ज्वल्यासम् ज्वल्यास्व ज्वल्यास्म ज्वलिषीय ज्वलिषीवहि ज्वलिषीमहि ज्वल्याः ज्वल्यास्तम् ज्वल्यास्त / ज्वलिषीष्ठाः ज्वलिषीयास्थाम् ज्वलिषीध्वम् ज्वल्यात् ज्वल्यास्ताम् ज्वल्यासुः ज्वलिषीष्ट ज्वलिषीयास्ताम् ज्वलिषीरन् 106 Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 67 व. त्राये त्रायसे त्रायते कर्तरि - रक्षण करवं बायावहे त्रायामहे त्रायेथे त्रायध्वे त्रायेते त्रायन्ते त्राये त्रायसे त्रायते त्रायावहे त्रायेथे त्रायेते त्रायामहे त्रायध्वे त्रायन्ते ह्य. अत्रायि अत्रायसे अत्रायते अत्रायावहि अत्रायेथे अत्रायेते अत्रायामहि अत्रायि अत्रायावहि अत्रायध्वे अत्रायसे अवारोथे अत्रायन्ते / अत्रायते अत्रायेते अत्रायामहि अत्रायवे अत्रायन्ते वि. त्रायेय त्रायेथाः त्रायेत त्रायेवहि त्रायेयाथाम् त्रायेयाताम् त्रायेमहि त्रायेध्वम् त्रायेरन् त्रायेय त्रायेथाः त्रायेत त्रायेवहि त्रायेयाथाम् त्रायेयाताम् त्रायेमहि त्रायेध्वम् त्रायेरन् आ. त्राये त्रायस्व त्रायताम् त्रायावहै त्रायेथाम् त्रायेताम् 1 त्रायामहै त्रायध्वम त्रायन्ताम् त्रायै त्रायावहै त्रायस्व त्रायेथाम् / त्रायताम् त्रायेताम् त्रायामहै त्रायध्वम् त्रायन्ताम् श्व. त्राताहे त्रातासे त्राता त्रातास्वहे त्रातास्महे त्राता त्रातारौ त्रातारः 1 त्रातासाथे त्राताध्वेत्रायिता त्रायितारौ त्रायितार: 2 त्रातारौ त्रातारः भवि. वास्ये त्रास्यावहे त्रास्यामहे त्रास्यते त्रास्येताम् त्रास्यन्ते 1 त्रायिष्यते त्रायिष्येताम् त्रायिष्यन्ते 2 त्रास्यते त्रास्येते त्रास्यन्ते क्रि. अत्रास्ये अत्रास्यावहि अत्रास्यामहि अत्रास्यत अत्रास्येताम् अत्रास्यन्त 1 अत्रास्यथाः अत्रास्येथाम् अत्रास्यध्वम् / अत्रायिष्यत अत्रायिष्येताम् अत्रायिष्यन्त 2 अत्रास्यत अत्रास्येताम् अत्रास्यन्त तत्रे परो. तत्रे तत्रिषे तत्रे तत्रिवहे तत्राथे तत्राते तत्रिमहे तत्रिध्वे तत्रिरे तत्रिषे तत्रे तत्रिवहे तत्राथे तत्राते तत्रिमहे तत्रिध्वे तत्रिरे अद्य. अत्रासि अत्रास्वहि अत्रास्महि 2 अत्रास्थाः अत्रासाथाम् अत्राद्ध्वम् अत्रास्त अत्रासाताम् अत्रासत अत्रायि अत्रायि अत्रासाताम् अत्रासत 1 अत्रायिषाताम् अत्रायिषत 2 आशीःत्रासीय त्रासीवहि त्रासीमहि त्रासीष्ठाः त्रासीयास्थाम् त्रासीध्वम् त्रासीष्ट त्रासीयास्ताम् त्रासीरन् / त्रासीय त्रासीयास्ताम् त्रासीरन् 1 त्रायिषीष्ट त्रायिषीयास्ताम् त्रायिषीरन् 2 1071 Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 88 व. त्वरे त्वरसे कर्तरि / सेट् / वर् - उतावळ करवी त्वरावहे त्वरामहे त्वर्य त्वरेथे त्वरध्वे त्वर्यसे त्वरेते त्वरन्ते त्वर्यते त्वर्यामहे त्वर्यावहे त्वर्येथे त्वर्येते त्वर्यध्वे त्वरते त्वर्यन्ते अत्वर्ये ह्य. अत्वरे अत्वरावहि अत्वरथाः अत्वरेथाम् अत्वरत अत्वरेताम् अत्वरामहि अत्वरध्वम् अत्वरन्त अत्वर्यथाः अत्वर्यत अत्वयावहि अत्वर्यथाम् अत्वर्यताम् अत्वर्यामहि अत्वर्यध्वम् अत्वर्यन्त वि. त्वरेय त्वरेथाः त्वरेत त्वरेवहि त्वरेयाथाम् त्वरेयाताम् त्वरेमहि त्वरेध्वम् त्वरेरन् / त्वर्येय त्वर्येथाः त्वर्येत त्वयैवहि त्वर्ययाथाम् त्वर्येयाताम् त्वर्येमहि त्वर्यध्वम् त्वर्येरन् त्वरामहै आ. त्वरै त्वरस्व त्वरताम् त्वरावहै त्वरेथाम् त्वरेताम् त्वरध्वम् त्वर्यै त्वर्यस्व त्वर्यताम् त्वर्यावहै त्वर्येथाम् त्वर्येताम् त्वर्यामहै त्वर्यध्वम् त्वर्यन्ताम् त्वरन्ताम् श्व त्वरिताहे त्वरितास्वहे त्वरितासे त्वरितासाथे त्वरिता त्वरितारौ त्वरितास्महे त्वरिताहे त्वरितावे त्वरितासे त्वरितारः त्वरिता त्वरितास्वहे त्वरितास्महे त्वरितासाथे त्वरिताध्वे त्वरितारौ त्वरितारः भवि त्वरिष्ये त्वरिष्यावहे त्वरिष्यसे त्वरिष्येथे त्वरिष्यते त्वरिष्येते त्वरिष्यामहे त्वरिष्ये / त्वरिष्यावहे त्वरिष्यध्वे त्वरिष्यसे त्वरिष्येथे त्वरिष्यन्ते त्वरिष्यते त्वरिष्येते त्वरिष्यामहे त्वरिष्यध्वे त्वरिष्यन्ते क्रि अत्वरिष्ये अत्वरिष्यावहि अत्वरिष्यथाः अत्वरिष्येथाम् अत्वरिष्यत अत्वरिष्येताम् अत्वरिष्यामहि अत्वरिष्ये अत्वरिष्यावहि अत्वरिष्यामहि अत्वरिष्यध्वम् अत्वरिष्यथाः अत्वरिष्याथाम् अत्वरिष्यध्वम् अत्वरिष्यन्त अत्वरिष्यत अत्वरिष्येताम् अत्वरिष्यन्त प्रो तत्वरे तत्वरिषे तत्वरे तत्वरिवहे तत्वराथे तत्वराते तत्वरिमहे तत्वरिध्वे तत्वरिरे तत्वरे तत्वरिषे तत्वरे तत्वरिवहे तत्वराथे तत्वराते तत्वरिमहे तत्वरिध्वे तत्वरिरे अद्य अत्वरिषि अत्वरिष्वहि अत्वरिष्महि अत्वरिषि 1 अत्वरिष्ठाः अत्वरिषाथाम् अत्वरिध्वम् अत्वरिष्ठाः अत्वरिष्ट अत्वरिषाताम् अत्वरिषत अत्वारि अत्वरिष्वहि अत्वरिष्महि अत्वरिषाथाम् अत्वरिड्ढ्वम् अत्वरिषाताम् अत्वरिषत आशी त्वरिषीय त्वरिषीवहि त्वरिषीमहि त्वरिषीय / त्वरिषीवहि त्वरिषीमहि त्वरिषीष्ठाः त्वरिषीयास्थाम् त्वरिषीध्वम् त्वरिषीष्ठाः / त्वरिषीयास्थाम् त्वरिषीध्वम् त्वरिषीष्ट त्वरिषीयास्ताम् त्वरिषीरन् त्वरिषीष्ट त्वरिषीयास्ताम् त्वरिषीरन् 108 Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि अनिट् / कर्मणि आनट थे - धावq धातु. 86 व. धयामि धयसि धयति धयावः धयथः धयतः धयामः धयथ धयन्ति धीये धीयसे धीयते धीयावहे धीयेथे धीयेते धीयामहे धीयध्वे धीयन्ते ध्य. अधयम् अधयः अधयत् अधयाव अधयतम् अधयताम् अधयाम अधयत अधयन् अधीये अधीयावहि अधीयथाः अधीयेथाम् अधीयत अधीयेताम् अधीयामहि अधीयध्वम् अधीयन्त वि. धयेयम् धये: धयेव धयेतम् धयेम धयेत धयेयुः धयेताम् धीयेय धीयेवहि धीयेमहि धीयेथाः धीयेयाथाम् धीयेध्वम् धीयेत धीयेयाताम् धीयेरन् धीयै धीयावहै धीयामहै धीयस्व धीयेथाम धीयध्वम् धीयताम् धीयेताम् धीयन्ताम् आ. धयानि धय धयतु धयाव धयतम् धयताम् धयाम धयत धयन्तु श्व. धातास्मि धातासि धाता धातास्वः धातास्थः धातारौ धातास्मः धातास्थ धातारः धाता धातारौ धायिता धायितारौ धातार: 1 धायितार: 2 भवि. धास्यामि धास्यसि धास्यति धास्यावः धास्यथः धास्यतः धास्यामः धास्यथ धास्यन्ति धास्यते धास्येतें धायिष्यते धायिष्येते धास्यन्ते 1 धायिष्यन्ते 2 क्रि. अधास्यम् अधास्याव अधास्याम: अधास्यः अधास्यतम् अधास्यत अधास्यत् अधास्यताम् अधास्यन्त अधास्ये अधास्येताम् अधास्यन्त 1 अधायिष्यत अधायिष्येताम् अधायिष्यन्त 2 दधे दधिषे दधिवहे दधाथे दधाते दधिमहे दधिध्वे दधिरे दधे परो. दधौ दधिव दधिम दधाथ/दधिथ दधथुः दध दधौ दधतुः दधुः अद्य. अधासिषम् अधासिष्व अधासिष्म अधासी: अधासिष्टम् अधासिष्ट अधासीत् अधासिष्टाम् अधासिषुः अधायि अधायि अधिषाताम् अधिषत 1 अधायिषाताम् अधायिषत 2 आशीः धेयासम् धेयास्व धेयाः धेयास्तम् धेयात् धेयास्ताम् धेयास्म धेयास्त धेयासुः धासीष्ट धासियास्ताम् धासिरन् / धायिषीष्ट धायिषीयास्ताम् धायिषीरन् 2 109 Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् कर्मणि धातु. 60 व. बोधामि बोधसि बोधति कर्तरि बुध - जाणवू बोधामः बोधथः / बोधथ बोधतः बोधन्ति बुध्यावहे बुध्यामहे बुध्ये बुध्यसे बुध्यते बुध्येथे बुध्यध्वे बुध्येते बुध्यन्ते ध्य. अबोधम् अबोधः अबोधत् अबोधाव अबोधतम् अबोधताम् अबोधाम अबोधत अबोधन् अबुध्ये अबुध्यावहि अबुध्यथाः अबुध्येथाम् / अबुध्यत अबुध्येताम् अबुध्यामहि अबुध्यध्वम् अबुध्यन्त बोधेयम् बोधेः बोधेम बुध्येय बोधेत् बोधेताम् बोधतम् बोधत बोधेव बुध्येवहि बुध्येमहि बोधेतम् बोधेत बुध्येथाः बुध्येयाथाम् बुध्यध्वम् बोधेयुः बुध्येत बुध्येयाताम् बुध्येरन् आ. बोधानि बोधाव बोधाम बुध्यै बुध्यावहै बुध्यामहै बोध बुध्यस्व बुध्येथाम् बुध्यध्वम् बोधतु बोधताम बोधन्तु बुध्यताम बुध्येताम बुध्यन्ताम् श्व बोधितास्मि बोधितास्वः बोधितास्मः बोधिताहे बोधितास्वहे बोधितास्महे बोधितासि बोधितास्थः बोधितास्थ बोधितासे बोधितासाथे बोधिताध्वे बोधिता बोधितारौ बोधितारःबोधिता बोधितारौ बोधितारः भवि. बोधिष्यामि बोधिष्यावः बोधिष्यामः बोधिष्ये बोधिष्यावहे बोधिष्यामहे बोधिष्यसि बोधिष्यथः बोधिष्पथ बोधिष्यसे बोधिष्येथे बोधिष्यध्वे बोधिष्यति बोधिष्यतः बोधिष्यन्ति / बोधिष्यते बोधिष्येते बोधिष्यन्ते बुबुधाथे बुबुधिषे बुबुधे क्रि. अबोधिष्यम् अबोधिष्याव अबोधिष्याम अबोधिष्ये अबोधिष्यावहि अबोधिष्यामहि अबोधिष्यः अबोधिष्यतम् अबोधिष्यत अबोधिष्यथाः अबोधिष्येथाम् अबोधिष्यध्वम् अबोधिष्यत् अबोधिष्यताम् अबोधिष्यन्त अबोधिष्यत अबोधिष्येताम् अबोधिष्यन्त परो. बुबोध बुबुधिव बुबुधिमबुबुधे बुबुधिवहे बुबुधिमहे बुबोधिथ बुबुधथुः बुबुध बुबुधिध्वे बुबोध बुबुधतुः बुबुधुः बुबुधाते बुबुधिरे अद्य. अबोधिषम् अबोधिष्व / अबोधिष्म अबोधिषि अबोधिष्वहि अबोधिष्महि 1 अबोधी: अबोधिष्टम अबोधिष्ट अबोधिष्ठाः अबोधिषाथाम् अबोधिध्वम् अबोधीत् अबोधिष्टाम् अबोधिषुः अबोधि अबोधिषाताम् अबोधिषत आशीः बुध्यासम् बुध्यास्व बुध्यास्मबोधिषीय बोधिषीवहि बोधिषीमहि बुध्याः बुध्यास्तम् बुध्यास्त बोधिषीष्ठाः बोधिषीयास्थाम बोधिषीध्वम् बुध्यात् बुध्यास्ताम् बुध्यासुः बोधिषीष्ट बोधिषीयास्ताम् बोधिषीरन् 110] Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि ___ कर्तरि धातु. 61 भ्रम् - भम, व. भ्रमामि भ्रमावः भ्रमथ: भ्रमति भ्रमतः भ्रमसि भ्रमामः भ्रमथ भ्रमन्ति भ्रम्ये भ्रम्यसे भ्रम्यते भ्रम्यावहे भ्रम्येथे भ्रम्येते भ्रम्यामहे भ्रम्यध्वे भ्रम्यन्ते ह्य. अभ्रमम् अभ्रमः अभ्रमाव अभ्रमतम् अभ्रमताम् अभ्रमाम अभ्रमत अभ्रमन् अभ्रम्ये अभ्रम्यावहि अभ्रम्यथाः अभ्रम्येथाम् अभ्रम्यत अभ्रम्येताम् अभ्रम्यामहि अभ्रम्यध्वम् अभ्रम्यन्त अभ्रमत् भ्रमेव वि. भ्रमेयम् भ्रमः भ्रमेत् भ्रमेतम् भ्रमेताम् भ्रमेम भ्रमेत भ्रमेयुः भ्रम्येय भ्रम्येवहि भ्रम्येथाः भ्रम्येथाः भ्रम्येयाथाम् भ्रम्येत भ्रम्येयाताम् भ्रम्येमहि भ्रम्यध्वम् भ्रम्येरन् आ. भ्रमाणि भ्रम भ्रमतु भ्रमाव भ्रमतम् भ्रमताम् भ्रमाम भ्रमत भ्रम्यै भ्रम्यावहै भ्रम्यस्व भ्रम्येथाम् भ्रम्यताम् भ्रम्येताम् भ्रम्यावहै भ्रम्यध्वम् भ्रम्यन्ताम् भ्रमन्तु श्व. भ्रमितास्मि भ्रमितास्वः भ्रमितास्मः भ्रमिताहे भ्रमितास्वहे भ्रमितास्महे भ्रमितासि भ्रमितास्थः भ्रमितास्थ भ्रमितासे भ्रमितासाथे भ्रमिताध्वे भ्रमिता भ्रमितारौ भ्रमितार: भ्रमिता भ्रमितारौ भ्रमितारः 1111 111111 111 112 111 111 भवि. भ्रमिष्यामि भ्रमिष्यसि भ्रमिष्यति भ्रमिष्याव: भ्रमिष्यथः भ्रमिष्यतः भ्रमिष्यामः भ्रमिष्ये भ्रमिष्यावहे भ्रमिष्यथ भ्रमिष्यसे भ्रमिष्येथे भ्रमिष्यन्ति / भ्रमिष्यते भ्रमिष्येते भ्रमिष्यामहे भ्रमिष्यध्वे भ्रमिष्यन्ते क्रि. अभ्रमिष्यम् अभ्रमिष्यः अभ्रमिष्यत् अभ्रमिष्याव अभ्रमिष्याम अभ्रमिष्ये अभ्रमिष्यावहि अभ्रमिष्यामहि अभ्रमिष्यतम् अभ्रमिष्यत / अभ्रमिष्यथाः अभ्रमिष्येथाम् अभ्रमिष्यध्वम् अभ्रमिष्यताम् अभ्रमिष्यन्त अभ्रमिष्यत अभ्रमिष्येताम् अभ्रमिष्यन्त परो. बभ्राम/बभ्रम बभ्रमिव बभ्रमिथ बभ्रमथुः बभ्राम बभ्रमतुः बभ्रमिम बभ्रम बभ्रमुः बभ्रमे बभ्रमिषे बभ्रमे बभ्रमिवहे बभ्रमाथे बभ्रमाते बभ्रमिमहे बभ्रमिध्ये बभ्रमिरे अद्य. अभ्रमिषम् 1 अभ्रमी: अभ्रमीत् अभ्रमिष्व / अभ्रमिष्टम् अभ्रमिष्टाम् अभ्रमिष्म अभ्रमिष्ट अभ्रमिषुः अभ्रमिषि अभ्रमिष्वहि अभ्रमिष्महि अभ्रमिष्ठाः अभ्रमिषाथाम् अभ्रमिध्वम् अभ्रामि अभ्रमिषाताम् अभ्रमिषत आशी:भ्रम्यासम् भ्रम्याः भ्रम्यात् भ्रम्यास्व भ्रम्यास्म भ्रमिषीय भ्रमिषीवहि भ्रमिषीमहि भ्रम्यास्तम् भ्रम्यास्त भ्रमिषीष्ठाः भ्रमिषीयास्थाम् भ्रमिषीध्वम् भ्रम्यास्ताम् भ्रम्यासुः भ्रमिषीष्ट भ्रमिषीयास्ताम् भ्रमिषीरन् 1111 Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् / कर्मणि धातु. 62 व. भ्राजे भ्राजसे भ्राजते कर्तरि प्राज् - दीप, भ्राजावहे भ्राजामहे भ्राजेथे भ्राजध्वे भ्राजेते भ्राजन्ते भ्राज्ये भ्राज्यावहे भ्राज्यसे भ्राज्येथे भाज्यते भ्राज्येते भ्राज्यामहे भ्राज्यध्वे भ्राज्यन्ते ध्य. अभ्राजे अम्राजावहि अभ्राजथाः अभ्राजेथाम् अभ्राजत अभ्राजेताम् अभ्राजामहि अभ्राजध्वम् अभ्राजन्त अभ्राज्ये अभ्राज्यावहि अभ्राज्यामहि अभ्राज्यथाः अभ्राज्येथाम् / अभ्राज्यध्वम् अभ्राज्यत अभ्राज्येताम् अभ्राज्यन्त वि. भ्राजेय भ्राजेथाः भ्राजेत भ्राजेवहि भ्राजेयाथाम् भ्राजेयाताम् भ्राजेमहि भ्राजेध्वम् भ्राजेरन् भ्राज्येय भ्राज्येवहि भ्राज्येमहि भ्राज्येथाः भ्राज्येयाथाम् भ्राज्येध्वम् भ्राज्येत भ्राज्येयाताम् भ्राज्येरन् आ. भ्राजै भ्राजावहै भ्राजस्व भ्राजेथाम् भ्राजताम् भ्राजेताम् भ्राजामहै भ्राजध्वम् भ्राजन्ताम् भ्राज्यै भ्राज्यावहै भ्राज्यस्व भ्राज्येथाम् प्राज्यताम् भ्राज्येताम् भ्राज्यामहै भ्राज्यध्वम् भ्राज्यन्ताम् श्व. भ्राजिताहे भ्राजितास्वहे भ्राजितास्महे भ्राजिताहे भ्राजितास्वहे भ्राजितास्महे भ्राजितासे भ्राजितासाथे भ्राजिताध्वे भ्राजितासे भ्राजितासाथे भ्राजिताध्ये भ्राजिता भ्राजितारौ भ्राजितारः भ्राजिता भ्राजितारौ भ्राजितारः भवि. भ्राजिष्ये भ्राजिष्यावहे भ्राजिष्यसे भ्राजिष्येथे भ्राजिष्यते भ्राजिष्येते भ्राजिष्यामहे भ्राजिष्ये भ्राजिष्यावहे भ्राजिष्यध्वे भ्राजिष्यसे भ्राजिष्येथे भ्राजिष्यन्ते प्राजिष्यते भ्राजिष्येते भ्राजिष्यामहे भ्राजिष्यध्वे प्राजिष्यन्ते क्रि. अम्राजिष्ये अभ्राजिष्यावहि अभ्राजिष्यामहि अम्राजिष्ये अभ्राजिष्यावहि अभ्राजिष्यामहि अम्राजिष्यथाः अम्राजिष्येथाम् अभ्राजिष्यध्वम् अम्राजिष्यथाः अभ्राजिष्येथाम् अभ्राजिष्यध्वम् अभ्राजिष्यत अभ्राजिष्येताम् अभ्राजिष्यन्त अभ्राजिष्यत अभ्राजिष्येताम् अभ्राजिष्यन्त परो. बम्राजे बभ्राजिवहे बभ्राजिषे बभ्राजाथे बभ्राजे बम्राजाते बभ्राजिमहेबभ्राजे बम्राजिध्वे बभ्राजिषे बम्राजिरेबभ्राजे बभ्राजिवहे बभ्राजाथे। बभ्राजाते बभ्राजिमहे बभ्राजिवे बभ्राजिरे अद्य. अम्राजिषि अभ्राजिष्वहि अभ्राजिष्महि 1 अभ्राजिष्ठाः अभ्राजिषाथाम् अभ्राजिध्वम् अभ्राजिष्ट अभ्राजिषाताम् अभ्राजिषत अभ्राजिषि अभ्राजिष्वहि अभ्राजिष्महि अभ्राजिष्ठाः अभ्राजिषाथाम् अभ्राजिध्वम् अभ्राजि अभ्राजिषाताम् अभ्राजिषत आशी:म्राजिषीय भ्राजिषीवहि भ्राजिषीमहि भ्राजिषीय भ्राजिषीवहि भ्राजिषीमहि भ्राजिषीष्ठाः भ्राजिषीयास्थाम् भ्राजिषीध्वम् भ्राजिषीष्ठाः भ्राजिषीयास्थाम् भ्राजिषीध्वम् भ्राजिषीष्ट भ्राजिषीयास्ताम् भ्राजिषीरन् भ्राजिषीष्ट भ्राजिषीयास्ताम् भ्राजिषीरन् 112 Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 63 व. भ्रासे भ्राससे भ्रासते कर्तरि / सेट् / प्रास् - दीपवं, शोभq भ्रासावहे भ्रासामहे भ्रास्ये भ्रासेथे भ्रासध्वे भ्रास्यसे भ्रासेते भ्रासन्ते भ्रास्यते भ्रास्यावहे भ्रास्येथे भ्रास्येते भ्रास्यामहे भ्रास्यध्वे भ्रास्यन्ते ध्य. अभ्रासे अभ्रासावहि अभ्रासामहि अभ्रासथाः अभ्रासेथाम् / अभ्रासध्वम् अभ्रासत अभ्रासेताम् अभ्रासन्त अभ्रास्ये अभ्रास्यावहि अभ्रास्यामहि अभ्रास्यथाः अभ्रास्येथाम् अभ्रास्यध्वम् अभ्रास्यते अभ्रास्येताम् अभ्रास्यन्त वि. भ्रासेय भ्रासेवहि भ्रासेमहि भ्रासेथाः भ्रासेयाथाम् भ्रासेध्वम् भ्रासेत भ्रासेयाताम् भ्रासेरन् भ्रास्येय भ्रास्येवहि भ्रास्येमहि भ्रास्येथाः भ्रास्येयाथाम् भ्रास्येध्वम् भ्रास्येत भ्रास्येयाताम् भ्रास्येरन् आ. भ्रासै भ्रासस्व भ्रासताम् भ्रासावहै भ्रासेथाम् भ्रासेताम् भ्रासामहै भ्रासध्वम् भ्रासन्ताम् भ्रास्यै भ्रास्यावहै भ्रास्यस्व भ्रास्येथाम् भ्रास्यताम् भ्रास्येताम् भ्रास्यामहै भ्रास्यध्वम् भ्रास्यन्ताम् प्रद शासिताहे भासितास्तदे भासितास्महे / भ्रासिताहे भ्रासितास्वहे भ्रासितास्महे भ्रासितासे भ्रासितासाथे प्रसिताध्वे भ्रासितासे भ्रासितासाथे भ्रासिताध्ये भ्रासिता भ्रासितारौ भ्रासितारः श्रासिता भ्रासितारौ भ्रासितारः In III ill in th in Ill in ill al भवि. भ्रासिष्ये मासिष्यावहे भ्रासिष्यसे भ्रासिष्येथे भ्रासिष्यते भ्रासिष्येते भ्रासिष्यामहे भ्रासिष्यध्वे भ्रासिष्यन्ते भ्रासिष्ये। प्रासिष्यावहे भ्रासिष्यसे भ्रासिष्येथे भ्रासिष्यते भ्रासिष्येते भ्रासिष्यामहे भ्रासिष्यध्वे भ्रासिष्यन्ते क्रि अभ्रासिष्ये अभ्रासिष्यावहि अभ्रासिष्यामहि अभ्रासिष्ये अभ्रासिष्यावहि अभ्रासिष्यामहि अभ्रासिष्यथाः अभ्रासिष्येथाम् अभ्रासिष्यध्वम् / अभ्रासिष्यथाः अभ्रासिष्येथाम् अभ्रासिष्यध्वम् अभ्रासिष्यत अभ्रासिष्येताम् अभ्रासिष्यन्त / अभ्रासिष्यत अभ्रासिष्येताम् अभ्रासिष्यन्त परो. बभ्रासे बभ्रासिषे बभ्रासे बभ्रासिवहे बभ्रासाथे बभ्रासाते बभ्रासिमहे बभ्रासिध्वे बम्रासिरे बभ्रासे बभ्रासिषे बभ्रासे बभ्रासिवहे बभ्रासाथे बभ्रासाते बभ्रासिमहे बभ्रासिध्वे बभ्रासिरे अद्य अभ्रासिषि अभ्रासिष्वहि अभ्रासिष्महि 1 अभ्रासिष्ठाः अभ्रासिषाथाम् अभ्रासिध्वम् अभ्रासिष्ट अभ्रासिषाताम् अभ्रासिषत अभ्रासिषि अभ्रासिष्वहि अभ्रासिष्महि अभ्रासिष्ठाः अभ्रासिषाथाम् अभ्रासिध्वम् अभ्रासि अभ्रासिषाताम् अभ्रासिषत आशी भ्रासिषीय भ्रासिषीवहि भ्रासिषीमहि भ्रासिषीष्ठाः भ्रासिषीयास्थाम् भ्रासिषीध्वम् भ्रासिषीष्ट भ्रासिषीयास्ताम् भ्रासिषीरन् भ्रासिषीय भ्रासिषीवहि भ्रासिषीमहि भ्रासिषीष्ठाः भ्रासिषीयास्थाम् भ्रासिषीध्वम् भ्रासिषीष्ट भ्रासिषीयास्ताम् भ्रासिषीरन् 1131 Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि / सेट् / कर्मणि थातु. 64 म्लास् - दीप, व. म्लासे भ्लासावहे भ्लासामहे म्लास्ये भ्लास्यावहे भ्लास्यामहे __ भ्लाससे भ्लासेथे भ्लासवे भ्लास्यसे म्लास्येथे भ्लास्यध्वे भ्लासेते भ्लासन्ते भ्लास्यते भ्लास्येते म्लास्यन्ते भ्लासते ध्य. अभ्लासे अभ्लासावहि / अभ्लासामहि अभ्लासथाः अभ्लासेथाम __अभ्लासध्वम् अभ्लासत अभ्लासेताम् अभ्लासन्त अभ्लास्ये अभ्लास्यावहि अभ्लास्यामहि अभ्लास्यथाः अभ्लास्येथाम् अभ्लास्यध्वम् अभ्लास्यते अभ्लास्येताम् अभ्लास्यन्ते वि. भ्लासेय भ्लासेथाः भ्लासेत भ्लासेवहि भ्लासेमहि भ्लासेयाथाम् भ्लासेध्वम् म्लासेयाताम् भ्लासेरन् / म्लास्येय भ्लास्येवहि भ्लास्येमहि भ्लास्येथाः भ्लास्येयाथाम् भ्लास्येध्वम् भ्लास्येत भ्लास्येयाताम् भ्लास्येरन् आ. भ्लासै भ्लासावहै भ्लासस्व भ्लासेथाम् भ्लासताम् भ्लासेताम् भ्लासामहै भ्लासध्वम् भ्लासन्ताम् भ्लास्यै भ्लास्यावहै भ्लास्यामहै भ्लास्यस्व भ्लास्येथाम् भ्लास्यध्वम् लास्यताम् भ्लास्येताम् भ्लास्यन्ताम् श्व भ्लासिताहे भ्लासितास्वहे भ्लासितास्महे म्लासिताहे भ्लासितास्वहे भ्लासितास्महे भ्लासितासे भ्लासितासाथे भ्लासिताध्वे म्लासितासे भ्लासितासाथे भ्लासिताध्वे भ्लासिता म्लासितारौ भ्लासितारःलासिता भ्लासितारौ म्लासितारः भवि. भ्लासिष्ये म्लासिष्यावहे भ्लासिष्यामहे भ्लासिष्ये भ्लासिष्यावहि भ्लासिष्यामहि भ्लासिष्यसे म्लासिष्येथे भ्लासिष्यध्वेभ्लासिष्यसे भ्लासिष्येथाम् भ्लासिष्यध्वे भ्लासिष्यते भ्लासिष्येते म्लासिष्यन्ते म्लासिष्यते म्लासिष्येताम् म्लासिष्यन्ते क्रि. अभ्लासिष्ये अभ्लासिष्यावहि अभ्लासिष्यामहि अभ्लासिष्ये अभ्लासिष्यावहि अभ्लासिष्यामहि अभ्लासिष्यथाःअभ्लासिष्येथाम् अभ्लासिष्यध्वम् अभ्लासिष्यथाः अभ्लासिष्येथाम् अभ्लासिष्यध्वम् अभ्लासिष्यत अभ्लासिष्येताम् अभ्लासिष्यन्त अभ्लासिष्यत अभ्लासिष्येताम् अभ्लासिष्यन्त परो. बभ्लासे बभ्लासिवहे बभ्लासिमहे बभ्लासिषे बन्लासाथे बभ्लासिध्वे बन्लासे बन्लासाते बभ्लासिरे बन्लासे बभ्लासिवहे बभ्लासिमहे बन्लासिषे बन्लासाथे बम्लासिध्वे बन्लासे बन्लासाते बभ्लासिरे अद्य. अभ्लासिषि अभ्लासिष्वहि अम्लासिष्महि अभ्लासिषि अभ्लासिष्वहि अभ्लासिष्महि 1 अभ्लासिष्ठाः अभ्लासिषाथाम् अम्लासिध्वम् अभ्लासिष्ठाः अभ्लासिषाथाम् अभ्लासिध्वम् अभ्लासिष्ट अभ्लासिषाताम् अभ्लासिषत अभ्लासि अभ्लासिषाताम् अभ्लासिषत आशीः भ्लासिषीय भ्लासिषीवहि भ्लासिषीमहि भ्लासिषीय भ्लासिषीवहि भ्लासिषीमहि भ्लासिषीष्ठाः भ्लासिषीयास्थाम्भ्लासिषीध्वम् भ्लासिषीष्ठाः भ्लासिषीयास्थाम् भ्लासिषीध्वम् भ्लासिषीष्ट भ्लासिषीयास्ताम् भ्लासिषीरन् भ्लासिषीष्ट भ्लासिषीयास्ताम् भ्लासिषीरन् 114 Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि / अनिट् | कर्मणि धातु. 65 म्लै - करमावर्बु व. म्लायामि म्लायावः म्लायामः म्लाये म्लायावहे म्लायसि म्लायथ: म्लायथ म्लायसे म्लायेथे म्लायति म्लायतः म्लायन्ति म्लायते म्लायेते म्लायामहे म्लायध्वे म्लायन्ते ध्य. अम्लायम अम्लायाव अम्लायत अम्लायतम् अम्लायत् अम्लायताम् अम्लायाम अम्लायत अम्लायन् अम्लाये अम्लायावहि अम्लायामहि अम्लायथाः अम्लायेथाम् अम्लायध्वम् अम्लायत अम्लायेताम् अम्लायन्त वि. म्लायेयम् म्लायेव म्लायम म्लाये: म्लायतम् म्लायेत म्लायेत् म्लायेताम् / म्लायेयुः म्लायेय म्लायेवहि म्लायेमहि म्लायेथाः म्लायेयाथाम् म्लायेध्वम् म्लायेत म्लायेयाताम् म्लायेरन् आ. म्लायानि म्लायाव म्लाय म्लायतम म्लायतु म्लायताम् म्लायाम म्लायत म्लायै म्लायावहै म्लायामहै म्लायस्व म्लायेथाम् / म्लायध्वम् म्लायताम् म्लायेताम् म्लायन्ताम् म्लायन्तु श्व म्लातास्मि म्लातास्वः म्लातासि म्लातास्थः म्लाता म्लातारौ म्लातास्मः म्लातास्थ म्लातारः म्लाता म्लातारौ म्लातार: 1 म्लायिता म्लायितारौ म्लायितार: 2 भवि म्लास्यामि म्लास्यावः म्लास्यथ: म्लास्यति म्लास्यतः म्लास्यामः म्लास्यते म्लास्येते म्लास्यन्ते 1 म्लास्यथ / म्लायिष्यते म्लायिष्येते म्लायिष्यन्ते 2 म्लास्यन्ति क्रि. अम्लास्यम् अम्लास्याव अम्लास्याम अम्लास्यत अम्लास्येताम् अम्लास्यन्त अम्लास्यः अम्लास्यतम् अम्लास्यत अम्लायिष्यत अम्लायिष्येताम् अम्लायिष्यन्त अम्लास्यत् अम्लास्यताम् अम्लास्यन्त परो. मम्लौ मम्लिव मम्लिम मम्लाथ/मम्लिथ मम्लथुः मम्ल मम्लौ मम्लतुः मम्लुः मम्ले मम्लिवहे मम्लिषे मम्लाथे मम्ले मम्लाते 11 11 11 11 मम्लिमहे मम्लिध्वे मम्लिरे अद्य. अम्लासिषम अम्लासिष्व अम्लासिष्म अम्लायि अम्लासाताम् अम्लासत 1 4 अम्लासीः अम्लासिष्टम् अम्लासिष्ट अम्लायि अम्लायिषाताम् अम्लायिषत 2 अम्लासीत् अम्लासिष्टाम् अम्लासिषुः आशी:म्लायासम् म्लायास्व म्लायास्म म्लासीष्ट म्लासीयास्ताम् म्लासीरन 1 म्लायाः म्लायास्तम् म्लायास्त म्लायिषीष्ट म्लायिषीयास्ताम् म्लायिषीरन् 2 म्लायात् म्लायास्ताम् म्लायासुः 1151 Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट / धातु. 66 लम्बू - आलंबन लेवू/लटकवू व. लम्बे लम्बावहे लम्बामहेलम्ब्ये लम्बसे लम्बेथे लम्बध्वे लम्ब्यसे लम्बते लम्बेते लम्बन्ते लम्ब्यते। लम्ब्यावहे लम्ब्येथे लम्ब्येते लम्ब्यामहे लम्ब्यध्वे लम्ब्यन्ते ध्य. अलम्बे अलम्बावहि अलम्बथाः अलम्बेथाम अलम्बत अलम्बेताम् अलम्बामहि अलम्बध्वम् अलम्बन्त अलम्ब्ये अलम्ब्यावहि अलम्ब्यामहि अलम्ब्यथाः अलम्ब्येथाम अलम्ब्यध्वम अलम्ब्यत् अलम्ब्येताम् अलम्ब्यन्त वि. लम्बेय लम्बेथाः लमबेत लम्बेवहि लम्बेयाधाम लम्बेयाताम् लम्बेमहि लम्बेध्वम् लम्बेरन् लम्ब्येय लम्ब्येथाः लम्ब्येत लम्ब्येवहि लम्ब्येमहि लम्ब्येयाथाम् लम्ब्येध्वम् लम्ब्येयाताम् लम्ब्येरन् लम्ब्यै आ. लम्बै लम्बस्व लम्बताम् लम्बावहै लम्बेथाम् लम्बेताम् लम्बामहै लम्बध्वम् लम्बन्ताम् लम्ब्यस्व लम्ब्यताम् लम्ब्यावहै लम्ब्येथाम् लम्ब्येताम् लम्ब्यामहै लम्ब्यध्वम् लम्ब्यन्ताम् श्व. लम्बिताहे लम्बितास्वहे लम्बितासे लम्बितासाथे लम्बिता लम्बितारौ लम्बितास्महे लम्बिताहे लम्बिताध्ये लम्बितासे / लम्बितारः लम्बिता m til ilk iit ill + x2 til 15 ff In ill ill ni le lu लम्बितास्वहे लम्बितास्महे लम्बितासाथे लम्बितावे लम्बितारौ लम्बितारः भवि. लम्बिष्ये लम्बिष्यावहे लम्बिष्यसे लम्बिष्येथे लम्बिष्यते लम्बिष्येते लम्बिष्यामहे / लम्बिष्ये / लम्बिष्यावहे लम्बिष्यामहे लम्बिष्यध्वे लम्बिष्यसे लम्बिष्येथे लथ्यध्वे लम्बिष्यन्ते लम्बिष्यते लम्बिष्येते लम्हिगन्ते क्रि. अलम्बिध्ये अलम्बिष्यावहि अलम्बिष्यामहि अलम्बिष्ये अलम्बिष्यावहि अलम्बिष्यामहि अलम्बिध्यथाः अलम्बिध्येथाम् अलम्बिष्यध्वम् अलम्बिष्यथाः अलम्बिष्येथाम् अलम्बिध्यध्वम् अलम्बिष्यत अलम्बिध्येताम् अलम्बिष्यन्त अलम्बिष्यत अलम्बिष्येताम् अलम्बिशन् परो. ललम्बे ललम्बिवहे ललम्बिषे ललम्बाथे ललम्बे ललम्बाते ललम्बिमहे ललम्बिध्वे ललम्बिरे ललम्बे ललम्बिषे ललम्बे ललम्बिवहे ललम्बाथे ललम्बाते ललम्बिमहे ललम्बिध्ने ललम्बिरे अद्य. अलम्बिषि अलम्बिष्वहि अलम्बिष्महि / अलम्बिषि अलम्बिष्वहि अलम्बिमा 1 अलम्बिष्ठाः अलम्बिषाथाम् अलम्बिध्वम् / अलम्बिष्ठाः अलम्बिषाथाम् अलम्बिध्वम् अलम्बिष्ट अलम्बिषाताम् अलम्बिषत अलम्बि अलम्बिषाताम् अलम्बिषत आशीःलम्बिषीय लम्बिधीवहि लम्बिधीमहि लम्बिषीय लम्बिषीवहि लम्बिधीमहि लम्बिषीष्ठाः लम्बिषीयास्थाम् लम्बिषीध्वम् लम्बिषीष्ठाः लम्बिषीयास्थाम् लम्बिषीध्वम् लम्बिषीष्ट लम्बिषीयास्ताम् लम्बिषीरन् लम्बिषीष्ट लम्बिषीयास्ताम् लम्बिषीरन 116 Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 67 व. लषामि लषसि लषति कर्तरि लष् - अभिलाष करवो लषावः लषामः लषथः लषथ लषतः लषन्ति लष्ये लष्यसे लष्यते लष्यावहे लष्येथे लष्येते लष्यामहे लष्यध्वे लष्यन्ते ध्य. अलषम् अलष: अलषत् अलषाव अलषतम् अलषताम् अलषाम अलषत अलषन् अलष्ये अलष्यावहि / __ अलष्यामहि अलष्यथाः अलष्येथाम् अलष्यध्वम् अलष्यत अलष्येताम् अलष्यन्त वि. लषेयम् लषेः लषेव लषेतम् लषेताम् लषेम लषेत लषेयुः लष्येय लष्येथाः लष्येत लष्येवहि लष्येमहि लष्येयाथाम् लष्येध्वम् लष्येयाताम् लष्येरन् लषेत् आ. लषाणि लषाव लषतम् लषताम् लष लषाम लषत लषन्तु लष्यै लष्यस्व लष्यताम् लष्यावहै लष्येथाम् लष्यामहै लष्यध्वम् लष्यन्ताम लषतु श्व. लषितास्मि लषितासि लषिता लषितास्वः लषितास्मः लषिताहे लषितास्वहे लषितास्महे लषितास्थः लषितास्थ लषितासे लषितासाथे लषिताध्वे लषितारौ लषितारः लषिता लषितारौ लषितारः भवि. लषिष्यामि लषिष्यसि लषिष्यति लषिष्याव: लषिष्यथ: लषिष्यतः लषिष्यामः लषिष्ये लषिष्यावहे लषिष्यथ लषिष्यसे लषिष्येथे लषिष्यन्ति लषिष्यते लषिष्येते लषिष्यामहे लषिष्यध्वे लषिष्यन्ते क्रि. अलषिष्यम् अलषिष्याव अलषिष्याम अलषिष्ये अलषिष्यावहि अलषिष्यामहि अलषिष्यः अलषिष्यतम् अलषिष्यत अलषिष्यथाः अलषिष्येथाम् अलषिष्यध्वम् अलषिष्यत् अलषिष्यताम् अलषिष्यन्त अलषिष्यत अलषिष्येताम् अलषिष्यन्त परो. ललाष/ललष लेषिव लेषिथ लेषथुः ललाष लेषतुः लेषिम लेष लेषुः लेषे लेषिषे लेषे लेषिवहे लेषाथे लेषाते लेषिमहे लेषिध्वे लेषिरे अद्य. अलाषीत् 1 अलषीत् अलाषीष्टाम् अलाषीषुः 1 अलषिषि / अलषिष्वहि अलषिष्महि अलषीष्टाम् अलषीषुः 2 अलषिष्ठाः अलषिषाथाम् अलषिध्वम् अलाषीष्ट अलषिषाताम् अलषिषत लष्यास्व लष्यास्म लषिषीय लषिषीवहि लषिषीमहि लष्यास्तम् लष्यास्त लषिषीष्ठाः लषिषीयास्थाम लषिषीध्वम् लष्यास्ताम् लष्यासुः लषिषीष्ट लषिषीयास्ताम् लषिषीरन् आशीःलष्यासम् लष्याः लष्यात 117 Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लिनेम लिनेः कर्तरि / सेट् कर्मणि धातु. 68 लिङ्म - आलिंगन करवू व. लिङ्गामि लिजावः लिङ्गामः लिङ्ये लिज़्यावहे लिङ्यामहे लिसि लिङ्गथः लिङ्थ / लिङ्गयसे लिनयेथे लिङ्गयध्वे लिङ्गति लिङ्गतः लिङ्गन्ति लिजयते लिनयेते लिनयन्ते ध्य. अलिङ्गम् अलिनाव अलिङ्गाम अलिङ्गग्ये अलिङ्ग्यावहि अलिङ्गग्यामहि अलिङ्गः अलिङ्गतम् अलिङ्गत अलिङ्गग्यथाः अलिङग्येथाम् अलिङ्गग्यध्वम् अलिङ्गत् अलिङ्गताम् अलिङ्गन् अलिङ्गग्यत अलिनग्येताम् अलिङ्गग्यन्त लिनेयम् लिङ्गेव लिङ्गयेय लिङ्गयेवहि लिङ्गयेमहि लिङ्गेतम् लिङ्गेत लिनयेथाः लिङ्गयेयाथाम् लिङ्गयेध्वम् लिफ्रेत् लिङ्गेताम् लिङ्गेयुः लिनयेत लिङ्येयाताम् लिङ्गयेरन् आ. लिङ्गानि लिनाव लिङ्गाम लिनग्यै लिनग्यावहै लिनग्यामहै लिङ्ग लिङ्गतम् लिङ्गत लिनग्यस्व लिनग्येथाम् लिङ्गग्यध्वम् लिङ्गतु लिङ्गताम् लिङ्गन्तु लिङ्गग्यताम् लिनग्येताम् लिङ्गग्यन्ताम् श्व. लिजितास्मि लिङ्गितास्वः लिजितास्मः लिङ्गिताहे लिङ्गितास्वहे लिङ्गितास्महे लिजितासि लिङ्गितास्थः लिजितास्थ लिङ्गितासे लिजितासाथे लिङ्गिताध्वे लिजिता लिजितारौ लिजितारः लिजिता लिङ्गितारौ लिजितारः भवि. लिजिष्यामि लिजिष्यावः लिनिष्यामः लिङ्गिष्ये लिनिष्यावहे लिनिष्यामहे लिनिष्यसि लिनिष्यथः लिनिष्यथ लिजिष्यसे लिनिष्येथे लिजिष्यध्वे लिजिष्यति लिजिष्यतः लिनिष्यन्ति लिजिष्यते लिङ्गिष्येते लिनिष्यन्ते क्रि. अलिजिष्यम् अलिजिष्याव अलिङ्गिष्याम अलिजिष्ये अलिजिष्यावहि अलिजिष्यामहि अलिजिष्यः अलिजिष्यतम् अलिजिष्यत अलिजिष्यथाःअलिजिष्येथाम् अलिङ्गिष्यध्वम् अलिजिष्यत् अलिजिष्यताम् अलिनिष्यन्त अलिजिष्यत अलिजिष्येताम् अलिङ्गिष्यन्त लिलिङ्ग लिलिङ्गाव लिलिलाम लिलिड्ने लिलिङ्गिवहे लिलिङ्गिमहे लिलिजिथ लिलिङ्गथुः लिलिङ्ग लिलिनिषे लिलिङ्गाथे लिलिङ्गिध्वे लिलिङ्ग लिलिङ्गतुः लिलिङ्गगु: लिलिड्ने लिलिजाते लिलिङ्गिरे अद्य. अलिजिषम् अलिङ्गिष्व अलिजिष्म अलिजिषि अलिजिष्वहि अलिजिष्महि अलिङ्गीः अलिङ्गिष्टम् अलिङ्गिष्ट अलिजिष्ठाः अलिजिषाथाम् अलिङ्गिध्वम् अलिङ्गीत् अलिब्रिष्टाम् अलिजिषुः अलिजि अलिजिषाताम् अलिजिषत आशीः लिङ्यासम् लिङ्गयास्व लिङ्ग्यास्मलिङ्गिषीय लिङ्गिषीवहि लिङ्गिषीमहि लिङ्गयाः लिङ्यास्तम् लिङ्यास्त लिङ्गिषीष्ठाः लिनिषीयास्थाम् लिजिषीध्वम् लिङ्गयात् लिङ्यास्ताम् लिङ्यासुः लिङ्गिषीष्ट लिङ्गिषीयास्ताम् लिजिबीरन् 118| Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ , कर्तरि कर्मणि धातु. 66 व. लुण्टामि लुण्ट - लुंट लुण्टावः लुण्टाम: लुण्टथ लुण्टसि लुण्ट्यामहे लुण्ट्यध्वे लुण्ट्ये लुण्ट्यावहे लुण्ट्यसे लुण्ट्येथे लुण्ट्यते लुण्ट्येते लुण्टथः लुण्टतः लुण्टति लुण्टन्ति लुण्ट्यन्ते ह्य. अलुण्टम् अलुण्टः अलुण्टत् अलुण्टाव अलुण्टतम् अलुण्टताम् अलुण्टाम अलुण्टत अलुण्टन् अलुण्ट्ये अलुण्ट्यावहि अलुण्ट्यामहि अलुण्ट्यथाः अलुण्ट्येथाम् अलुण्ट्यध्वम् अलुण्ट्यत अलुण्ट्येताम् अलुण्ट्यन्त लुण्ट्येय लुण्ट्येवहि लुण्ट्येमहि लुण्ट्येथाः लुण्ट्येयाथाम् लुण्ट्येध्वम् लुण्ट्येत लुण्ट्येयाताम् लुण्ट्येरन् लुण्टेव लुण्टेतम् लुण्टेताम् लुण्टेम लुण्टेत लुण्टेयुः वि. लुण्टेयम् लुण्टे लुण्टेत् आ. लुण्टानि लुण्ट लुण्टतु लुण्टाव लुण्टतम् लुण्टताम् लुण्टाम लुण्टत लुण्टन्तु लुण्ट्यै लुण्ट्यावहै लुण्ट्यस्व लुण्ट्येथाम् लुण्ट्यताम् लुण्ट्येताम् लुण्ट्यामहै लुण्ट्यध्वम् लुण्ट्यन्ताम् श्व. लुण्टितास्मि लुण्टितास्वः लुण्टितास्मः लुण्टितासि लुण्टितास्थः लुण्टितास्थ लुण्टिता लुण्टितारौ लुण्टितारः लुण्टिताहे लुण्टितास्वहे लुण्टितास्महे लुण्टितासे लुण्टितासाथे लुण्टिताध्ये लुण्टिता लुण्टितारौ लुण्टितारः भवि. लुण्टिष्यामि लुण्टिष्यावः लुण्टिष्यामः लुण्टिष्ये लुण्टिष्यावहे लुण्टिष्यसि लुण्टिष्यथः लुण्टिष्यथ / लुण्टिष्यसे लुण्टिष्येथे लुण्टिष्यति लुण्टिष्यतः लुण्टिष्यन्ति / लुण्टिष्यते लुण्टिष्येते लुण्टिष्यामहे लुण्टिष्यध्वे लुण्टिष्यन्ते क्रि. अलुण्टिष्यम् अलुण्टिष्याव अलुण्टिष्याम अलुण्टिष्ये अलुण्टिष्यावहि अलुण्टिष्यामहि अलुण्टिष्यः अलुण्टिष्यतम् अलुण्टिष्यत अलुण्टिष्यथाःअलुण्टिष्येथाम् अलुण्टिष्यध्वम् अलुण्टिष्यत् अलुण्टिष्यताम् अलुण्टिष्यन्त अलुण्टिष्यत अलुण्टिष्येताम् अलुण्टिष्यन्त परो. लुलुण्ट लुलुण्टिव लुलुण्टिम लुलुण्टे लुलुण्टिवहे लुलुण्टिमहे लुलुण्टिथ लुलुण्टथुः / लुलुण्ट लुलुण्टिषे लुलुण्टाथे लुलुण्टिध्वे लुलुण्ट लुलुण्टतुः लुलुण्टुः लुलुण्टे लुलुण्टाते लुलुण्टिरे अद्य. अलुण्टिषम् अलुण्टिष्व अलुण्टिष्म अलुण्टिषि अलुण्टिष्वहि अलुण्टिष्महि 1 अलुण्टी: अलुण्टिष्टम् अलुण्टिष्ट अलुण्टिष्ठाः अलुण्टिषाथाम् अलुण्टिध्वम् अलुण्टीत् अलुण्टिष्टाम् अलुण्टिषुः अलुण्टि अलुण्टिषाताम् अलुण्टिषत आशी: लुण्ट्यासम् लुण्ट्यास्व लुण्ट्यास्म | लुण्टिषीय लुण्टिषीवहि लुण्टिषीमहि ..... लुण्ट्याः लुण्ट्यास्तम् लुण्ट्यास्त लुण्टिषीष्ठाः लुण्टिषीयास्थाम् लुण्टिषीध्वम् लुण्ट्यात् लुण्ट्यास्ताम् लुण्ट्यासुः लुण्टिषीष्ट लुण्टिषीयास्ताम् लुण्टिषीरन् 119 Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि कर्तरि धातु. 100 लोक् - जोवू व. लोके लोकावहे लोकसे लोकेथे लोकते लोकेते लोकामहे लोकध्वे / लोकन्ते / लोक्ये लोक्यावहे लोक्यसे लोक्येथे लोक्यते लोक्येते लोक्यामहे लोक्यध्वे लोक्यन्ते ध्य. अलोके अलोकावहि अले कथाः अलोकेथे अ त अलोकेताम् अलोकामहि अलोकध्वे अलोकन्त अलोक्ये अलोक्यावहि अलोक्यथाः अलोक्येथाम अलोक्यत अलोक्येताम् अलोक्यामहि अलोक्यध्वम् अलोक्यन्त वि. लोकेय लोकेथाः लोकेत लोकेवहि लोकेमहि लोकेयाथाम् लोकेध्वम् लोकेयाताम् लोक्येय लोक्येवहि लोक्येमहि लोक्येथाः लोक्येयाथाम् लोक्येध्वम् लोक्येत लोक्येयाताम् लोक्येरन् लोकेरन् आ. लोकै लोकावहै लोकस्व लोकेथाम् लोकताम् लोकेताम् लोकामहै लोकध्वम् लोकन्ताम् लोक्यै लोक्यावहै लोक्यामहै लोक्यस्व लोक्येथाम् / लोक्यध्वम् लोक्यताम् लोक्येताम् लोक्यन्ताम् श्व. लोकिताहे लोकितासे लोकिता लोकितास्वहे लोकितास्महे . लोकिताहे लोकितास्वहे / लोकितास्महे लोकितासाथे लोकितावेलोकितासे लोकितासाथे / लोकिताध्ये लोकितारौ लोकितारः लोकिता लोकितारौ लोकितारः लोकिष्यसे लोकिष्येथाम् लोकिष्यध्वे लोकिष्यसे लोकिष्येथाम् लोकिष्यध्वे लोकिष्यते लोकिष्येताम् लोकिष्यन्ते लोकिष्यते लोकिष्येताम् लोकिष्यन्ते क्रि. अलोकिष्ये अलोकिष्यावहि अलोकिष्यामहि अलोकिष्ये अलोकिष्यावहि अलोकिष्यामहि अलोकिष्यथाः अलोकिष्येथाम् अलोकिष्यध्वम् अलोकिष्यथाः अलोकिष्याथाम् अलोकिष्यध्वम् अलोकिष्यत अलोकिष्येताम् अलोकिष्यन्त / अलोकिष्यत अलोकिष्येताम् अलोकिष्यन्त परो. लुलोके लुलोकिवहे लुलोकिषे लुलोकाथे लुलोके लुलोकाते लुलोकिमहे लुलोके लुलोकिवह लुलोकिध्ये लुलोकिषे लुलोकाथे लुलोकिरेलुलोके लुलोकाते लुलोकिमहे लुलोकिध्वे लुलोकिरे अद्य. अलोकिषि अलोकिष्वहि अलोकिष्महि / अलोकिषि अलोकिष्वहि अलोकिष्महि 1 अलोकिष्ठाः अलोकिषाथाम् अलोकिध्वम् / अलोकिष्ठाः अलोकिषाथाम् अलोकिध्वम् अलोकिष्ट अलोकिषाताम् अलोकिषत अलोकि अलोकिषाताम् अलोकिषत आशी:लोकिषीय लोकिषीवहि लोकिषीमहि / लोकिषीय लोकिषीवहि लोकिषीमहि लोकिषीष्ठाः लोकिषीयास्थाम् लोकिषीध्वम् लोकिषीष्ठाः लोकिषीयास्थाम् लोकिषीध्वम् लोकिषीष्ट लोकिषीयास्ताम् लोकिषीरन् लोकिषीष्ट लोकिषीयास्ताम् लोकिषीरन् 1201 Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ u / सेट / कर्मणि धातु. 101 व शंसामि शंससि शंसति कर्तरि शंस् - कहे, शंसावः शंसथः शंसतः शंसामः शंसथ शंसन्ति शंस्ये शंस्यसे शंस्यते शंस्यावहे शंस्येथे शंस्येते शंस्यामहे शंस्यध्वे शंस्यन्ते हय. अशंसम् अशंसः अशंसत् अशंसाव अशंसतम् अशंसताम् अशंसाम अशंसत अशंसन् अशंस्ये अशंस्यावहि अशंस्यामहि अशंस्यथाः अशंस्येथाम् / अशंस्यध्वम् अशंस्यत अशंस्येताम् अशंस्यन्त वि. शंसेयम् शंसेः शंसेव शंसेम शंसेत शंसेयुः शंसेतम् शंसेताम् शंस्येय शंस्येथाः शंस्येत शंस्येवहि शंस्येमहि शंस्येयाथाम् शंस्येध्वम् शंस्येयाताम् शंस्येरन् शंसेत् आ. शंसानि शंसाव शंसाम शंस्यै शंस्यावहै शंस्यामहै शंस् शंसतम् शंसत शंस्यस्व शंस्येथाम् शंस्यध्वम् शंसतु शंसताम् शंसन्तुशंस्यताम् शंस्येताम् शंस्यन्ताम् श्व. शंसितास्मि शंसितास्वः शंसितास्मः शंसिताहे शंसितास्वहे शंसितास्महे शंसितासि शंसितास्थः / शंसितास्थ शंसितासे शंसितासाथे शंसिताध्वे शंसिता शंसितारौ शंसितारः शंसिता शंसितारौ शंसितारः भवि. शंसिष्यामि शंसिष्यावः शंसिष्यामः शिंसिष्ये शंसिष्यावहे शंसिष्यामहे शंसिष्यसि शंसिष्यथ: शंसिष्यथ शंसिष्यसे शंसिष्येथे शंसिष्यध्वे शंसिष्यति शंसिष्यतः शंसिष्यन्ति शंसिष्यते शंसिष्येते शंसिष्यन्ते क्रि. अशंसिष्यम् अशंसिष्याव अशंसिष्याम अशंसिष्ये अशंसिष्यावहि अशंसिष्यामहि अशंसिष्यः अशंसिष्यतम् अशंसिष्यत अशंसिष्यथाः अशंसिष्येथाम् अशंसिष्यध्वम् अशंसिष्यत् अशंसिष्यताम् अशंसिष्यन्त अशंसिष्यत अशंसिष्येताम् अशंसिष्यन्त 3 III 11 H 11 H परो. शशंस शशंसिथ शशंस शशंसिव शशंसिम शशंसे शशंसिवहे शशंसथः शशंसशशंसिषे शशंसाथे शशंसतुः शशंसुः शशंसे शशंसाते शशंसिमहे शशंसिध्वे शशंसिरे अद्य. अशंसिषम् अशंसिष्व अशंसिष्म अशंसिषि अशंसिष्वहि अशंसिष्महि 1 अशंसी: अशंसिष्टम् अशंसिष्ट अशंसिष्ठाः अशंसिषाथाम् अशंसिध्वम् अशंसीत् अशंसिष्टाम् अशंसिषुः अशंसि अशंसिषाताम् अशंसिषत आशीःशस्यासम् शस्यास्व शस्यास्म शंसिषीय शंसिषीवहि शंसिषीमहि शस्याः शस्यास्तम् शस्यास्त शंसिषीष्ठाः शंसिषीयास्थामशंसिषीध्वम् शस्यात् शस्यास्ताम् शस्यासुः शंसिषीष्ट शंसिषीयास्ताम् शंसिषीरन् 1211 Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 102 शक् - व. शके शङ्कावहे शङ्कामहे __ शङ्कसे शकेथे शङ्कध्वे शङ्कते शङ्केते शङ्कन्ते शङ्क्ये शङ्क्याहे शङ्क्याहे शङ्क्यसे शङ्कयेथे शङ्क्यवे शक्यते शक्येते शङ्क्यन्ते हय. अशङ्के अशङ्कावहि अशङ्कामहि / अशक्ये 3 फ्यावाहि अशङ्ख्यामहि अशङ्कथाः अशङ्कथाम अशङ्कध्वम् अशङ्क्यथाः अशङ्क्येथाम अशङ्ख्यध्वम् अशङ्कत अशङ्केताम अशङ्कन्त अशक्यत अशङ्क्येताम् अशङ्क्यन्त वि. शङ्कय शङ्केवहि शङ्कमहि शङ्कथाः शङ्केयाथाम शङ्खध्वम शङ्केत शकेयाताम शङ्करन शङ्क्येय शङ्क्येवहि शङ्क्येमहि शङ्क्येथाः शङ्क्येयाथाम् शङ्क्येध्वम् शङ्ख्येत शङ्क्सयेयाताम् शङ्क्येरन् आ. शकै शङ्कवहै शङ्कमहै शङ्कस्व शङ्केथाम् शङ्कध्वम् शङ्कताम् शङ्केताम् शङ्कन्ताम् शङ्कयै शङ्कयावहै शङ्कयामहै शङ्कयस्व शङ्कयेथाम् शङ्कयध्वम् शङ्कयताम् शङ्कयेताम् शङ्कयन्ताम् श्व शङ्किताहे शङ्कितास्वहे शङ्कितास्मह शङ्किताहे शङ्कितास्वहे शङ्कितास्महे शङ्कितासे शङ्कितासाथे शङ्किताध्वे शङ्कितासे शकितासाथे शङ्किताध्वे शङ्किता शङ्कितारौ शङ्कितारः शङ्किता शङ्कितारौ शङ्कितारः भवि शङ्किष्ये शङ्किष्यावहि शङ्किष्यामहि शङ्किष्ये शङ्किष्यावहि शङ्किष्यामहि शङ्किष्यसे शङ्किष्येथाम् शङ्किष्यध्वे शङ्किष्यसे शङ्किष्येथाम् शङ्किष्यध्वे शङ्किष्यते शङ्किष्येताम् शकिष्यन्ते / शङ्किष्यते शङ्किष्येताम् शङ्किष्यन्ते क्रि अशङ्किष्ये अशङ्किष्यावहि अशङ्किष्यामहि अशङ्किष्ये अशङ्किष्यावहि अशङ्किष्यामहि अशङ्किष्यथाःअशङ्किष्याथाम्अशङ्किष्यध्वम् अशङ्किष्यथाः अशङ्किष्याथाम् अशङ्किष्यध्वम् अशङ्किष्यत अशङ्किष्येताम् अशङ्किष्यन्त / अशङ्किष्यत अशङ्किष्येताम् अशङ्किष्यन्त परो शशङ्केि शशङ्किवहे शशङ्किमहे शशङ्के शशङ्किवहे शशङ्किमहे शशङ्किषे शशङ्किाथे शशङ्किध्वे शशङ्किषे शशङ्काथे शशङ्किध्वे शशङ्के शशङ्काते शशङ्किरे अद्य अशङ्किषि अशङ्किष्वहि अशङ्किमहि अशङ्किषि अशङ्किष्वहि अशङ्किष्महि अशङ्किष्ठाः अशङ्किषाथाम अशङ्किडूवमध्वम् अशङ्किष्ठाः अशङ्किषाथाम् अशङ्किध्वम् अशकिष्ट अशङ्किषाताम् अशङ्किषत अशङ्कि अशङ्किषाताम् अशङ्किषत आशी अशङ्किषीय अशङ्किषीवहि अशङ्किषीमहि शङ्किषीय शङ्किषीवहि शङ्किषीमहि अशङ्किषीष्ठाः अशङ्किषीयास्थाम् अशङ्किषीध्वम् शङ्किोष्ठाः शङ्किषीयास्थाम् शङ्किषीध्वम अशङ्किषीष्ट अशङ्किषीयास्ताम् अशङ्किषीरन् शङ्किषीष्ट शङ्किषीयास्ताम् शङ्किषीरन् 122 Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि शस् - कहेवू / सेट् / कर्मणि धातु. 103 व. शसामि शससि शसति शस्ये शसावः शसथः शसतः शसामः शसथ शसन्ति शस्यसे शस्यते शस्यावहे शस्येथे शस्येते शस्यामहे शस्यध्वे शस्यन्ते ह्य. अशसम् अशसः अशसाव अशसतम् अशसताम् अशसाम अशसत अशसन् अशस्ये अशस्यावहि अशस्यामहि अशस्यथाः अशस्येथाम् / अशस्यध्वम् अशस्यत अशस्येताम् / अशस्यन्त अशसत् वि. शसेयम् __ शसे: शसेत् शसेव शसेतम् शसेताम् शसेम शसेत शसेयुः शस्येय शस्येथाः शस्येत शस्येवहि शस्येयाथाम् शस्येयाताम् शस्येमहि शस्यध्वम् शस्येरन् शस्यै आ. शसानि शस शसतु शसाव शसतम् शसताम् शसाम शसत शसन्तु शस्यस्व शस्यताम् शस्यावहै शस्येथाम् शस्येताम् शस्यामहै शस्यध्वम् शस्यन्ताम् श्व. शसितास्मि शसितासि शसिता शसितास्वः शसितास्थ: शसितारौ शसितास्मः शसिताहे शसितास्थ / शसितासे शसितारः शसिता शसितास्वहे। शसितासाथे। शसितारौ शसितास्महे शसिताध्वे शसितारः भवि. शसिष्यामि शसिष्यसि शसिष्यति शसिष्यावः / शसिष्यथः / शसिष्यतः / शसिष्यामः शसिष्ये शसिष्यथ शसिष्यसे शसिष्यन्ति शसिष्यते शसिष्यावहे शसिष्येथे शसिष्येते शसिष्यामहे शसिष्यध्वे शसिष्यन्ते क्रि. अशसिष्यम् अशसिष्याव अशसिष्याम अशसिष्ये अशसिष्यावहि अशसिष्यामहि अशसिष्यः अशसिष्यतम अशसिष्यत अशसिष्यथाः अशसिष्येथाम अशसिष्यध्वम अशसिष्यत् अशसिष्यताम् अशसिष्यन्त अशसिष्यत अशसिष्येताम् अशसिष्यन्त शश परो. शशास/शशस शशसिव शशसिथ शशसथुः शशास शशसतुः शशसिम शशस शशसुः शशसिषे शशसे शशसिवहे शशसाथे शशसाते शशसिमहे शशसिध्ये शशसिरे अद्य. अशसिषम् 1 अशसी: अशसीत् अशसिष्व अशसिष्म अशसिष्टम् अशसिष्ट अशसिष्टाम् / / अशसिषुः अशसिषि अशसिष्ठाः अशासि अशसिष्वहि अशसिष्महि अशसिषाथाम् अशसिध्वम् अशसिषाताम् अशसिषत आशीःशस्यासम् शस्याः शस्यात् शस्यास्व शस्यास्तम् शस्यास्ताम् शस्यास्म शसिषीय शसिषीवहि शसिषीमहि शस्यास्त शसिषीष्ठाः शसिषीयास्थाम् शसिषीध्वम् शस्यासुः शसिषीष्ट शसिषीयास्ताम् शसिषीरन् 123| Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि कर्तरि / धातु. 104 सह - सहन करवू व. सहे सहावहे सहामहे सहसे सहेथे सहध्वे सहते सहेते सहन्ते सह्ये सह्यसे सह्यते सह्यावहे सह्येथे सह्येते सह्यामहे सह्यध्वे सह्यन्ते ह्य. असहे असहावहि असहथाः असहेथाम असहत असहेताम् असहामहि असहध्वम् असहन्त असह्ये असह्यावहि असह्यथाः असह्येथाम असह्यत असह्येताम् असह्यामहि असह्यध्वम् असह्यन्त वि. सहेय सहेथाः सहेत सहेवहि सहेयाथाम् सहेयाताम् सहेमहि सहेध्वम् सहेरन् सोय सह्येवहि सोमहि सह्येथाः सह्येयाथाम् सोध्वम् सह्येत सह्येयाताम् सोरन् आ. सहै सहस्व सहताम् सहावहै सहेथाम् सहेताम् सहामहै सहध्वम् सहन्ताम् सी सह्यस्व सह्यताम् सह्यावहै सह्येथाम् सह्येताम् सह्यामहै सह्यध्वम् सह्यन्ताम् श्व. सोढा सहिता सोढारौ सहितारौ सोढारः 1 सहितार: 2 सोढा सहिता सोढारौ सहितारौ सोढारः 1 सहितार: 2 भवि. सहिष्ये सहिष्यावहे सहिष्यसे सहिष्येथे सहिष्यते सहिष्येते सहिष्यामहे सहिष्ये सहिष्यावहे सहिष्यामहे सहिष्यध्वे सहिष्यसे सहिष्येथाम् सहिष्यध्वे सहिष्यन्ते / सहिष्यते सहिष्येताम् सहिष्यन्ते क्रि. असहिष्ये असहिष्यावहि असहिष्यामहि असहिष्ये असहिष्यावहि असहिष्यामहि असहिष्यथाः असहिष्येथाम् असहिष्यध्वम् / असहिष्यथाः असहिष्येथाम् असहिष्यध्वम् असहिष्यत असहिष्येताम् असहिष्यन्त असहिष्यत असहिष्येताम् असहिष्यन्त परो. सेहे सेहिषे सेहे सेहिवहे सेहाथे सेहाते सेहिमहे सेहिध्वे सेहिरे सेहे सेहिषे सेहे सेहिवहे सेहाथे सेहाते सेहिमहे सेहिध्वे सेहिरे अद्य असहिषि असहिष्वहि असहिष्महि असहिषि असहिष्वहि असहिष्महि 1 असहिष्ठाः असहिषाथाम् असहिध्वम् / असहिष्ठाः असहिषाथाम् असहिध्वम् असहिष्ट असहिषाताम असहिषत असाहि असहिषाताम् असहिषत आशी सहिषीय सहिषीवहि सहिषीमहि सहिषीय सहिषीवहि सहिषीमहि सहिषीष्ठाः सहिषीयास्थाम् सहिषीध्वम् / सहिषीष्ठाः सहिषीयास्थाम् सहिषीध्वम् सहिषीष्ट सहिषीयास्ताम् सहिषीरन् सहिषीष्ट सहिषीयास्ताम् सहिषीरन् 1124 Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 105 स्पन्द् - फरकवू व. स्पन्दे स्पन्दावहे स्पन्दामहे स्पन्दसे स्पन्देथे स्पन्दध्वे स्पन्दते स्पन्देते स्पन्दन्ते स्पन्द्ये स्पन्द्यावहे स्पन्द्यसे स्पन्द्येथे स्पन्द्यते। स्पन्द्येते स्पन्द्यामहे स्पन्द्यध्वे स्पन्द्यन्ते ह्य. अस्पन्दे अस्पन्दावहि अस्पन्दथाः अस्पन्देथाम् अस्पन्दत अस्पन्देताम् अस्पन्दामहि अस्पन्द्ये अस्पन्द्यावहि / अस्पन्द्यामहि अस्पन्दध्वम् / अस्पन्द्यथाः अस्पन्द्येथाम अस्पन्द्यध्वम् अस्पन्दन्त अस्पन्द्यत अस्पन्द्येताम् अस्पन्द्यन्त वि. स्पन्देय स्पन्देथाः स्पन्देत स्पन्देवहि स्पन्देयाथाम् स्पन्देयाताम् स्पन्देमहि स्पन्देध्वम् स्पन्देरन् स्पन्द्येय स्पन्द्येथाः स्पन्धत स्पन्द्येवहि स्पन्द्येमहि स्पन्चेयाथाम् स्पन्दुध्वम् स्पन्द्येयाताम् स्पन्द्येरन् स्पन्द्यै आ. स्पन्दै स्पन्दावहै स्पन्दस्व स्पन्देथाम स्पन्दताम् स्पन्देताम् स्पन्दामहै स्पन्दध्वम् स्वन्दन्ताम् स्पन्द्यावहै स्पन्द्यस्व स्पन्द्येथाम् स्पन्धअताम् सान्द्येताम् स्पन्द्यामहै स्पन्द्यध्वम् स्पन्द्यन्ताम् श्व स्पन्दिताहे स्पन्दितास्वहे स्पन्दितास्महे स्पन्दिताहे स्पन्दितास्वहे स्पन्दितास्महे स्पन्दितासे स्पन्दितासाशे स्पन्दिताध्वे स्पन्दितासे स्पन्दितासाथे स्पन्दिताध्वे स्पन्दिता स्पन्दितारौ स्पन्दितारः स्पन्दिता स्पन्दितारौ स्पन्दितारः भवि. स्पन्दिष्ये स्पन्दिष्यावहे स्पन्दिष्यामहे : स्पन्दिष्ये स्पन्दिष्यावहे स्पन्दिष्यामहे स्पन्दिष्यसे स्पन्दिष्येथे स्पन्दिष्यध्वे स्पन्दिष्यसे स्पन्दियेथे स्पन्दिष्यते स्पन्दिष्येते स्पन्दिष्यन्ते / स्पन्दिष्यते स्पन्दिष्येते स्पन्दिष्यन्ते क्रि. अस्पन्दिष्ये अस्पन्दिष्यावहि अस्पन्दिष्यामहि अस्पन्दिष्ये अस्पन्दिष्यावहि अस्पन्दिष्यामहि अस्पन्दिष्यथा: अस्पन्दिष्येथाम् अस्पन्दिष्यध्वम् अस्पन्दिष्यथाः अस्पन्दिष्याथाम् अस्पन्दिष्यध्वम् अस्पन्दिष्यत अस्यन्दिष्येताम् अस्पन्दिष्यन्त / अस्पन्दिष्यत अस्पन्दिष्येताम् अकम्पिष्यन्त परो. पस्पन्दे पस्पन्दिवहे पस्पन्दषे पस्पन्दाथे पस्पन्दे पस्पन्दाते पस्पन्दिमहे पस्पन्दे पस्पन्दिवहे पस्पन्दिध्वे पस्पन्दिषे पस्पन्दाथे पस्पन्दिरे पस्पन्दे पस्पन्दाते पस्पन्दिमहे पस्पन्दिध्वे पस्पन्दरे अद्य. अस्पन्दिषि अस्पन्दिष्वहि अस्पन्दिष्महि अस्पन्दिषि अस्पन्दिष्वहि अस्पन्दिष्महि 1 अस्पन्दिष्टाः अस्पन्दिषाथाम् अस्पन्दिध्वम् / अस्पन्दिष्ठाः अस्पन्दिषाथाम् अस्पन्दिध्वम् अस्पन्दिष्ट अस्पन्दिषाताम् अस्पन्दिषत अस्पन्दि अस्पन्दिषाताम् अस्पन्दिषत आशी:स्पन्दिषीय स्पन्दिषीवहि स्पन्दिषीमहि / स्पन्दिषीय स्पन्दिषीवहि स्पन्दिषीमहि स्पन्दिषीष्ठाः स्पन्दिषीयास्थाम् स्पन्दिषीध्वम् / स्पन्दिषीष्ठाः स्पन्दिषीयास्थाम् स्पन्दिपीध्वम् स्पन्दिषीष्ट स्पन्दिषीयास्ताम् स्पन्दिषीरन् स्पन्दिषीष्ट स्पन्दिषीयास्ताम् स्पन्दिषीरन् 1250 Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 106 स्पर्ध - स्पर्धा करवी व. स्पर्धे स्पर्धावहे स्पर्धामहे स्पर्धसे स्पर्धेथे स्पर्धध्वे स्पर्धते स्पर्धेते स्पर्धन्ते स्पर्ये स्पर्ध्यसे स्पर्ध्यावहे स्पयेथे स्पद्रुते स्पर्ध्यामहे स्पध्र्यध्वे स्पर्ध्यन्ते स्पर्ध्यते ह्य. अस्पर्धे अस्पर्धावहि अस्पर्धथाः अस्पर्धथाम अस्पर्धत अस्पर्धताम् अस्पर्धामहि अस्पर्धध्वम् अस्पर्धन्त अस्पयें अस्पर्ध्यावहि अस्पर्ध्यामहि अस्पय॑था: अस्पयेथाम अस्पर्ध्यध्वम् अस्पऱ्यात अस्पर्ध्यताम् अस्पर्ध्यन्त वि. स्पर्धेय स्पर्धेवहि स्पर्धेमहि स्पर्धेथाः स्पर्धेयाथाम् स्पर्धेध्वम् स्पर्धेत स्पर्धेयाताम् स्पर्धेरन् स्प र्ध्यय स्पयेथाः स्पर्यत स्पर्ध्यवहि स्पर्ध्यमहि स्पर्ध्ययाथाम् स्पर्ध्यध्वम् स्पर्ध्ययाताम् स्पोरन् आ. स्पर्धे स्पर्धावहै। स्पर्धस्व स्पर्धेथाम् स्पर्धताम् स्पर्धेताम् स्पर्धामहै स्पर्धध्वम् स्पर्धन्ताम् स्पध्ये स्पर्ध्यावहै स्पर्ध्यामहै स्पर्ध्यस्व स्पर्ध्यथाम् स्पर्ध्यध्वम् स्पर्ध्यताम् स्पर्ध्यताम् स्पय॑न्ताम् श्व. स्पर्धिताहे स्पर्धितास्वहे / स्पर्धितासे स्पर्धितासाथे स्पर्धिताध्वे स्पर्धिता स्पर्धितारौ स्पर्धितारः स्पर्धिताहे स्पर्धितास्वहे स्पर्धितास्महे स्पर्धितासे स्पर्धितासाथे स्पर्धिताध्वे स्पर्धिता स्पर्धितारौ स्पर्धितारः भवि. स्पर्धिष्ये स्पर्धिष्यावहे स्पर्धिष्येथ स्पर्धिष्येथे स्पर्धिष्यत स्पर्धिष्येते स्पर्धिष्यामहे स्पर्धिष्यध्वे स्पर्धिष्यन्ते स्पर्धिष्ये स्पर्धिष्यावहे स्पर्धिष्यामहे स्पर्धिष्यसे स्पर्धिष्येथाम् स्पर्धिष्यध्वे स्पर्धिष्यते / स्पर्धिष्येताम् स्पर्धिष्यन्ते क्रि. अस्पर्धिष्ये अस्पर्धिष्यावहि अस्पर्धिष्यामहि अस्पर्धिष्ये / अस्पर्धिष्यावहि अस्पर्धिष्यामहि अस्पर्धिष्यथाःअस्पर्धिष्याथाम् अस्पर्धिष्यध्वम् / अस्पर्धिष्यथाः अस्पर्धिष्येथाम् अस्पर्धिष्यध्वम् अस्पर्धिष्यत अस्पर्धिष्येताम् अस्पर्धिष्यन्त / अस्पर्धिष्यत अस्पर्धिष्येताम् अस्पर्धिष्यन्त परो. पस्पर्धे पस्पर्धिवहे पस्पर्धिषे पस्पर्धाथे पस्पर्धे पस्पर्धाते पस्पर्धिमहे पस्पर्धिध्वे / पस्पर्धिरे / पस्पर्धे पस्पर्धिषे पस्पर्धे पस्पर्धिवहे पस्पर्धाथे पस्पर्धाते पस्पर्धिमह पस्पर्धिध्वे पस्पर्धिरे अद्य. अस्पर्धिषि अस्पर्धिष्वहि अस्पर्धिष्महि 1 अस्पर्धिष्ठाः अस्पर्धिषाथाम् अस्पर्धिध्वम् अस्पर्धि अस्पर्धिषाताम् अस्पर्धिषत अस्पर्धिषि अस्पर्धिष्वहि अस्पर्धिष्महि अस्पर्धिष्ठाः अस्पर्धिषाथाम् अस्पर्धिध्वम् अस्पर्धि अस्पर्धिषाताम् अस्पर्धिषत आशीःस्पर्धिषीय स्पर्धिषीवहि स्पर्धिषीमहि स्पर्धिषीय स्पर्धिषीवहि स्पर्धिषीमहि स्पर्धिषीष्ठाः स्पर्धिषीयास्थाम् स्पर्धिषीध्वम् स्पर्धिषीष्ठाः स्पर्धिषीयास्थाम् स्पर्धिषीध्वम् स्पर्धिषीष्ट स्पर्धिषीयास्ताम् स्पर्धिषीरन् स्पर्धिषीष्ट स्पर्धिषीयास्ताम् स्पर्धिषीरन् 126 Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 107 ऋ (ऋच्छ्) प. - जदूं। व. ऋच्छामि ऋच्छावः ऋच्छामः ऋच्छसि ऋच्छथः ऋच्छथ ऋच्छति ऋच्छतः ऋच्छन्ति अर्ये अर्यसे अर्यते अर्यावहे अर्येथे अर्येते अर्यामहे अर्यध्वे अर्यन्ते आर्छम आर्छाव आज़म आच्छे: आईतम् आर्छत आर्च्छत् आर्छताम् आर्छन् आर्ये आर्यथाः आर्यत आर्यावहि आर्येथाम् आर्यताम् आर्यामहि आर्यध्वम् आर्यन्त वि. ऋच्छेयम् ऋच्छेव ऋच्छेम ऋच्छे: ऋच्छेतम् ऋच्छेत ऋच्छेत् ऋच्छेताम् ऋच्छेयुः अर्येय अर्येथाः अर्येत अर्येमहि अर्यध्वम् अर्येरन् अर्येवहि अर्येयाथाम् अर्येयाताम् अर्यावहै अर्येथाम् अर्येताम् आ. ऋच्छानि ऋच्छाव ऋच्छाम ऋच्छ ऋच्छतम् ऋच्छत ऋच्छतु ऋच्छताम् ऋच्छन्तु अर्यै अर्यस्व अर्यताम् अर्यामहै अर्यध्वम् अर्यन्ताम् श्व. अर्त्तास्मि अस्विः अस्मिः अर्तासि अस्थि: अस्थि अर्ता अर्तारौ आरिता अर्ता अरितारौ अर्तारौ आरितार: 1 अर्तार: 2 अत्रः भवि. अरिष्यामि अरिष्यावः / / अरिष्यसि अरिष्यथ: अरिष्यति अरिष्यतः अरिष्यामः आरिष्यते अरिष्यथ अरिष्यते अरिष्यन्ति आरिष्येते अरिष्येते आरिष्यन्ते 1 अरिष्यन्ते 2 क्रि. आरिष्यम् आरिष्याव आरिष्यः आरिष्यतम् आरिष्यत् आरिष्यताम् आरिष्याम आरिष्यत आरिष्यन्त आरिष्यत अरिष्यत आरिष्येताम् अरिष्येताम् आरिष्यन्त 1 अरिष्यन्त 2 आरे परो आर आरिथ आर आरिव आरथुः आरतुः आरिम आर आरूः आरिष आरे आरिवहे आराथे आराते आरिमहे आरिड्दवे आरिरे आरिषात अद्य आरत् 1 आर्षीत् आरताम् आष्टाम् आरन् 1 आर्यु: 2 आरि आरि आरिषत 1 आरषत 2 आरषाताम् आशी अर्यासम् अर्यास्व अर्याः अर्यास्तम् अर्थात् अर्यास्ताम् अर्यास्म आरिषीय आरिषीवहि आरिषीमहि अर्यास्त आरिषीष्ठाः आरिषीयास्थाम् आरिषीढवम् अर्यासुः आरिषीष्ट आरिषीयास्ताम् आरिषीरन् 127 Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 108 क्रम् - चालवू व. क्रामामि क्रामाव: क्रामसि क्रामथः क्रामत: क्रामामः क्रामथ क्रामन्ति क्रम्ये क्रम्यसे क्रम्यते क्रम्यावहे क्रम्येथे क्रम्येते क्रम्यामहे क्रम्यध्वे क्रम्यन्ते क्रामति ध्य. अक्रामम् अक्राम: अक्रामत् अक्रामाव अक्रामतम् अक्रामताम् अक्रामाम अक्रामत अक्रामन् अक्रम्ये अक्रम्यावहि अक्रम्यथाः अक्रम्येथाम् / अक्रम्यत अक्रम्येताम् अक्रम्यामहि अक्रम्यध्वम् अक्रम्यन्त वि. क्रामेयम् क्रामः क्रामेत् क्रामेव क्रामेतम् क्रामेताम् क्रामेम क्रामेत क्रामेयुः क्रम्येय क्रम्येथाः क्रम्येत क्रम्येवहि / क्रम्येमहि क्रम्येयाथाम् क्रम्यध्वम् क्रम्येयाताम् क्रम्येरन् आ. क्रामानि क्राम क्रामत क्रामाव क्रामतम् क्रामताम क्रामाम क्रामत क्रम्यै क्रम्यावहै क्रम्यस्व क्रम्येथाम् क्रम्यताम् क्रम्येताम् क्रम्यावहै क्रम्यध्वम क्रम्यन्ता क्रामन्तु श्व. क्रमितास्मि क्रमितास्वः क्रमितास्मः क्रन्ताहे क्रन्तास्वहे क्रमितासि क्रमितास्थः क्रमितास्थ क्रन्तासे क्रन्तासाथे / क्रमिता क्रमितारौ क्रमितारः क्रन्ता क्रन्तास्महे क्रन्ताध्ये क्रन्तारः क्रन्तारी भवि. क्रमिष्यामि क्रमिष्यावः / क्रमिष्याम: कंस्ये क्रमिष्यसि क्रमिष्यथ: क्रमिष्यथ कंस्यसे क्रमिष्यति क्रमिष्यतः क्रमिष्यन्ति / कंस्यते कंस्थावहे क्रस्येथे कंस्यामहे क्रस्येते क्रस्यन्ते क्रि. अक्रमिष्यम् अक्रमिष्याव अक्रमिष्याम अक्रस्ये अक्रस्यावहि / अक्रमिष्यः अक्रमिष्यतम् अक्रमिष्यत: अक्रस्यथा: अक्रस्येथाम् / अक्रमिष्यन् अक्रमिष्यताम् अक्रमिष्यन्त अर्कस्यत अक्रस्येताम् / अक्रस्यामहि अक्रस्यध्वम् अक्रस्यन्त परो. चक्राम/चक्रम चक्रमिव चक्रमिथ चक्रमथुः / चक्राम चक्रमतुः चक्रमिम चक्रम चक्रमुः चक्रमे चक्रमिषे चक्रमे चक्रमिवहे चक्रमाथे चक्रमाते चक्रमिमहे चक्रमिध्ये चक्रमिरे अद्य. अक्रमिषम् 1 अक्रमी: अक्रमीत् अक्रमिष्व / अक्रमिष्म अक्रमिष्टम् अक्रमिष्ट अक्रमिष्टाम् अक्रमिषुः अक्रसि अक्रस्थाः अक्रमि अक्रस्वहि अर्कसाथाम् अर्कसाताम् / / अक्रस्महि अक्रन्ध्वम् अक्रसत आशीः क्रम्यासम् क्रम्यास्व क्रम्यास्म कंसीय कंसीवहि क्रंसीमहि क्रम्या: क्रग्यास्तम् क्रम्यास्त कंसीष्ठाः कंसीयास्थाम् क्रसीध्वम् क्रम्यात् क्रम्यास्ताम् क्रम्यासुः कंसीष्ट कंसीयास्ताम् कंसीरन् 1281 Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 106 व. कल्पे कल्पसे कल्पते कर्तरि कृप - समर्थ थर्बु कल्पावहे कल्पामहे कल्पेथे कल्पध्वे कल्पेते कल्पन्ते क्लृप्ये क्लृप्यावहे क्लृप्यसे क्लुप्येथे क्लृप्यते क्लृप्येते क्लृप्यामहे क्लुप्यध्वे क्लप्यन्ते ध्य. अकल्पे अकल्पावहि अकल्पथाः अकल्पेथाम् अकल्पत अकल्पेताम् अकल्पामहि अकल्पध्वम् अकल्पन्त अक्लृप्ये अक्लृप्यावहि अक्लृप्यामहि अक्लृप्यथाः अक्लृप्येथाम् अक्लृप्यध्वम् अक्लृप्यत अक्लृप्येताम् अक्लृप्यन्त वि. कल्पेय कल्पेवहि __ कल्पेमहि कल्पेथाः कल्पेयाथाम् कल्पेध्वम् कल्पेत कल्पेयाताम् क्लृप्येय क्लृप्येवहि क्लृप्येमहि क्लृप्येथाः क्लृप्येयाथाम् क्लृप्येध्वम् क्लृप्येत क्लुप्येयाताम् क्लृप्येरन् ___कल्पेरन् आ. कल्पै कल्पस्व कल्पताम् कल्पावहै कल्पेथाम् कल्पेताम् कल्पामहै कल्पध्वम् कल्पन्ताम् क्लृप्यै क्लृप्यावहै क्लृप्यामहै / क्लृप्यस्व क्लृप्येथाम् / क्लृप्यध्वम् क्लृप्यताम् क्लृप्येताम्। क्लृप्यन्ताम् श्व. कल्प्तास्मि कल्प्तास्वः कल्प्तास्मः 1: कल्पिता कल्पितारौ कल्पितारः 1 कल्प्ताहे कल्प्तास्वहे / / कल्प्तास्महे 2 कल्पता कल्पतारौ कल्पतार: 2 कल्प्तिाहे कल्प्तिास्वहे कल्प्तास्महे 32 भवि. कल्प्स्यामि कल्प्स्यावः / कल्पस्ये कल्प्स्यावहे कल्पिष्ये कल्पिष्यावहे कल्प्स्यामः 13 कल्पिष्यते कल्पिष्येत कल्प्स्यामहे 2 कल्प्स्यते कल्प्स्येत कल्पिस्यामहे 3 कल्पिष्यन्ते 1 कल्प्स्यन्ते 2 14111 11111 क्रि. अकल्प्स्यम् अकल्प्स्याव अकल्प्स्याम 1 अकल्पिष्यत अकल्पिष्येताम् अकल्पिष्यन्त 1 अकल्प्स्ये अकल्प्स्यावहि अकल्प्स्यामहि 2 अकल्प्स्यत अकल्प्स्येताम् अकल्प्स्यन्त् 2 अकल्पिष्ये अकल्पिस्यावहि अकल्पिष्यामहि 3 परो. चक्लृपे चक्लृपिवहे चक्लूपिषे चक्लृपाथे ___ चक्लृपे चक्लुपाते चक्लूपिमहे चक्लृपे चक्लृपिवहे चक्लृपिध्वे चक्लूपिषे चक्लृपाथे चक्लूपिरेचक्लुपे चक्लुपाते चक्लूपिमहे चक्लृपिध्वे चक्लृपिरे अद्य. 6अक्लुपत् अक्लुपताम् अक्लुपन् 1 अकल्पिषि अकल्पिष्वहि अकल्पिष्महि 2अक्लृप्त अक्लुप्साताम् अक्लसत् 2 अकल्पिष्ठा: अकल्पिषाथाम् अकल्पिध्वम् / अकल्पि अकल्पिषाताम् अकल्पिषत आशी:कल्पिषीष्ट कल्पिषीयास्ताम् कल्पिषीरन् 1 कल्पिषीष्ट कल्पिषीयास्ताम् कल्पिषीरन् 1 क्लृप्सीष्ट क्लृप्सीयास्ताम् क्लृप्सीरन् 2 क्लृप्सीष्ट क्लुप्सीयास्ताम् क्लृप्सीरन् 2 129 Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 110 गुप - रक्षण कर, व. गोपायामि गोपायावः गोपायामः गोपायसि गोपायथः गोपायथ गोपायति गोपायतः . गोपायन्ति गोपाय गोपाय्यसे गोपाय्यते गोपाय्यावहे गोपाययेथे गोपाय्येते गोपाय्यामहे गोपाय्यध्वे गोपाय्यन्ते ध्य. अगोपायम् अगोपायः अगोपायत् अगोपायाव अगोपायाम अगोपायतम् अगोपायत अगोपायताम् अगोपायन् अगोपाय __ अगोपाय्यावहि अर्गापाय्यामहि अगोपाय्यथाः अगोपाय्येथाम् अगोपाय्यध्वम् अगोपाय्यत अगोपाय्येताम् अगोपाय्यन्त वि. गोपायेयम् गोपायेः गोपायेत् गोपायेव गोपायेतम् गोपायेताम् गोपायेम गोपायेत गोपायेयुः गोपाय्येय गोपाय्येवहि गोपाय्येमहि गोपाय्येथाः गोपाय्येयाथाम् गोपाय्यध्वम गोपाय्येत गोपाय्येयाताम् गोपाय्येरन् आ. गोपायानि गोपायाव गोपाय गोपायतमु / गोपायतु ___गोपायताम् गोपायाम गोपायत गोपायन्तु गोपाय्यै गोपाय्यावहै गोपाय्यामहै गोपाय्यस्व गोपाय्येथाम् गोपाय्यध्वम् गोपाय्यताम् गोपाय्येताम् गोपाय्यन्ताम् श्व. गोपिता गोपितारौ / गोपितारः 1 गोपायिताहे गोपायितास्वहे गोपायितास्महे गोपियिता गोपायितारौ गोपायितारः 2 गोपायितासे गोपायितासाथे गोपायिताध्वे गोप्ता गोप्तारौ गोप्तार: 3 गोपायिता गोपायितारौ गोपायितार: भवि. गोपिष्यति गोपिष्यतः गोपिष्यन्ति 1 गोपायिष्ये गोपायिष्यावहे गोपायिष्यामहे गोपायिष्यति गोपायिष्यतः गोपायिष्यन्ति2 गोपायिष्यसे गोपायिष्येथे ग.पायिष्यध्वे गोप्स्यति गोप्स्यतः गोप्स्यन्ति 3 गोपायिष्यते गोपायिष्येते गोपायिष्यन्ते N N N क्रि. अगोपिष्यत् अगोपिष्यताम् अगोपिष्यन 1 क्रि. अगोपायिष्ये अगोपायिष्यावहि अगोपायिष्यामहि अगोपायिष्यत् अगोपायिष्यताम् अगोपायिष्यन् 2 अगोपायिष्यथाः अगोपायिष्येथाम् अगोपायिष्यध्वम् अगोप्स्यत् अगोप्यताम् अगोप्स्यन् 3 अगोपायिष्यत अगोपायिष्येताम् अगोपायिष्यन्त परो. गोपायाञ्चकार गोपायाञ्चक्रतु गोपायाञ्चक्रु 1 प. गोपायाञ्चक्रे गोपायाञ्चक्राते गोपायाञ्चक्रिरे / गोपायाम्बभूव गोपायाम्बभूवतुः गोपायाम्बभूवः 2 गोपायाम्बभूवे गोपायाम्बभूवाते गोपायाम्बभूविरे 2 गोपायामास गोपायामासतुः गोपायामासुः 3 अद्य. अगोपायीत अगोपायिष्टाम् अगोपायिषुः1 अगोपायिषि अगोपायिष्वहि अगोपायिष्महि अगोपीत् अगोपिष्टाम् अगोपिषुः 2 अगोपायिष्ठाः अगोपायिषाथाम् अगोपायिध्वम् अगौप्सीत् अगौप्ताम् अगौप्सुः 3 अगोपायि अगोपायिषाताम् अगोपायिषत आशीः 1गुप्यात् गुप्यास्ताम् गुप्यासुः1 आ. गोपायिषीय गोपायिषीवहि गोपायिषीमहि 2गोपाय्यात् गोपाय्यास्ताम् गोपाय्यासुः 2 गोपायिषीष्ठाः गोपायिषीयाथाम गोपायिषीध्वम गेपायिषीष्ट गोपायिषीयास्ताम् गोपायिषीरन् 1301 Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि धातु. 111 6 गूहामि गृहसि गृहति कर्तरि गुह् - संताड गृहावः गृहथः गृहतः गृह्ये गृहामः गृहथ गूह्यावहे गृह्येथे गूह्यामहे गृह्यध्वे गृह्यसे गृहन्ति गूह्यते गृह्येते गृह्यन्ते ध्य. अगूहम् अगूहः अगृहत् अगृहाव अगूहतम् अगूहताम् अगूहाम अगूहत अगूहन् अगूह्ये अगूह्यावहि अगूह्यथाः अगूह्येथाम् अगूह्यत अगूह्येताम् अगूह्यामहि अगूह्यध्वम् अगूह्यन्त वि. गृहेयम् गृहेव गृहेतम् गृहेताम् गृहेम गृहत गृहे: गृह्येय गूह्येवहि गृह्येथाः गृह्येयाथाम् गृह्येत गृह्येयाताम् गृह्येमहि गूह्यध्वम् गूह्येरन् गृहेत् गहयः आ. गूहानि गृह गृहतु गृहाव गृहतम् गूहताम् / गृहाम गृहत गूहन्तु गाँ गृह्यस्व गृह्यताम् गूह्यावहै गू थाम् गृह्येताम् गूह्यामहै गूह्यध्वम् गृह्यन्ताम् श्व. गृहिता गोंढा गृहितारौ गोढारी गृहितारः 1: गृहिता गोंढारः 2 गोंढा गृहितारौ / गोढारौ गृहितार: 1: गोढार: 2 भवि. गूहिष्यति गुहिष्यतः धोक्ष्यति धोक्ष्यतः गुहिष्यन्ति 12 गुहिष्यते गुहिष्येते धोक्ष्यन्ति 2 धोक्षयते धोक्षयेते गुहिष्यन्ते 1 धोक्षयन्ते 2 अधोक्ष्यत् अधोक्ष्यतम् अधोक्ष्यन् 22 अधोक्ष्यत अधोक्ष्येताम् अधोक्ष्यन्त 2 जुगुहिवहे परो. जुगूह जुगूहिथ जगूह जुगूहिव जुगूहथुः जुगूहतुः जुगूहिम जुगूह जुगूहः जुगुहे जुघुक्ष जुगुहे जुगुहाथे जुगुहिमहे जुगुहिध्वे जुगुहिरे जुगुहाते अद्य. अगूहिष्ट अगुढ़त अगूहिष्टाम् अधुक्षताम् अगूहिषुः 1 अधुक्षन् 2 अगहि अगूहि अगूहिषाताम् अगूहिषत 1 अधुक्षाताम् अधुक्षत 2 आशीःगुह्यासम् गुह्यास्व गुह्याः गुह्यास्तम् गुह्यात् गुह्यास्ताम् गुह्यास्म गुह्यास्त गुह्यासुः गुहिषीष्ट घुक्षीष्ट गुहिषीयास्ताम् गृहिषीरन् 1 घुक्षीयास्ताम् घुक्षीरन् 2 1311 M Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 112 व. जिघ्रामि जिघ्रसि जिघ्रति कर्तरि घ्रा (जिघ्र) - सुंध, जिघ्रावः जिघ्रामः जिघ्रथः जिघ्रथ जिघ्रतः जिघ्रन्ति घ्राये घ्रायसे घ्रायते घ्रायावहे घ्रायेथे घ्रायेते घ्रायामहे घायध्वे घ्रायन्ते ध्य. अजिघ्रम् अजिघ्रः अजिघ्राव अजिघ्राम अजिघ्रतम् अजिघ्रत अजिघ्रताम् अजिघ्रन् अघ्राये अघ्रायावहि अघ्रायथाः अघ्रायत अघायेताम् अघ्रायामहि अघ्रायध्वम् अघ्रायन्त अजिघ्रत् वि. जि यम् जिलेः जि त् जि व जिप्रेम जि तम् जिघेत जिघेताम् जिघ्रयुः घ्रायेय घ्रायेवहि घ्रायेमहि घ्रायेथाः घ्रायेयाथाम् घ्रायेध्वम् घ्रायेत घ्रायेयाताम् घ्रायेरन् जिघ्राम आ. जिघ्राणि जिघ्र जिघ्रतु जिघ्राव जिघ्रतम् जिघ्रताम् जिघ्रत जिघ्रन्तु घ्रायै घायावहै घ्रायस्व घ्रायेथाम् घ्रायताम् घायेताम् घ्राध्वम् घ्रायन्ताम् श्व. घ्रातास्मि घ्रातास्वः घ्रातास्थः घ्रातारौ नायिता घ्रायितारौ घ्राता घातारौ मा घ्रातास्मः घ्रातास्थ घ्रातारः घ्रायितार: 1 घ्रातारः 2 af is a நார் 34 =3# 3rj raj ### sure घ्राता घ्रास्यावः घ्रास्यामः घ्रास्यसि घ्रास्यथः घ्रास्यथ घ्रास्यति घ्रास्यतः घ्रास्यन्ति घ्रायिष्यते घ्रायिष्येते घ्रास्यते घ्रास्येते घ्रायिष्यन्ते 1 घ्रास्यन्ते 2 क्रि. अघ्रास्यम् अघ्रास्याव अघ्रास्याम अघ्रास्यः अघ्रास्यतम् अघ्रास्यत अघ्रास्यत् अघ्रास्यताम् अघ्रास्यन्त अघायिष्यत अघ्रायिष्येताम् अघ्रायिष्यन्त 1 अघ्रास्यत अघ्रास्येताम् अघ्रास्यन्त 2 परो. जनौ जघ्रिव जघ्रिमजले जघिवहे जघ्राथ/जघ्रिथ जघुथुः जघ्र जघ्रिषे जघ्राथे जघ्रौ जघ्रतुः जघुः जर्गे जघ्राते जघ्रिमहे जघ्रिध्वे जघिरे अद्य. अघ्रात् 4,5 अघ्रासीत् अघ्राताम् अघुः 1 अद्य. अघ्रायि अघ्रासिष्टाम् अघ्रासिषुः 2 अघ्रायि अघ्रायिषाताम् अघ्रायिषत 1 अघ्रासाताम् अघ्रासत 2 jy *** आशीःघेयात् घ्रायात् घेयास्ताम् घेयासुः 1 आघायिषीष्ट घ्रायिषीयास्ताम् घ्रायिषीरन् / घ्रायास्ताम् घायासुः 2 घासीष्ट घ्रासीयास्ताम् घासीरन् 2 132 Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 113 व. चमामि चमसि चमति कर्तरि चम् - चाटवू, चूस, चमावः चमामः चमथः चमथ चमतः चमन्ति चम्ये चम्यसे चम्यते चम्यावहे चम्येथे चम्येते चम्यामहे चम्यध्वे चम्यन्ते ध्य. अचमम् अचमः अचमत् अचमाव अचमतम अचमताम् अचमाम अचमत अचमन् अचम्ये अचम्यावहि अचम्यामहि अचम्यथाः अचम्येथाम् / अचम्यध्वम् अचम्यत अचम्येताम् / अचम्यन्त चमेव वि. चमेयम् चमेः चमेत् चमेम चमेत चमेतम् चमेताम् चम्येय चम्येवहि चम्येमहि चम्येथाः चम्येयाथाम् / चम्यध्वम् चम्येत चम्येयाताम् चम्येरन् चमेयुः आ. चमानि चम चमतु चमाव चमतम चमाम चमत चम्यै चम्यस्व चम्यताम चम्यावहै चम्येथाम् चम्यामहै चम्यध्वम् चम्यन्ताम चमताम् चमन्तु श्व. चमितास्मि चमितास्वः चमितास्मः चमितासि चमितास्थ: चमितास्थ चमिता चमितारौ चमितारः चमिताहे चमितासे चमिता चमितास्वहे चमितास्महे चमितासाथे चमिताध्वे चमितारौ चमितारः भवि. चमिष्यामि चमिष्यसि चमिष्यति चमिष्यावः चमिष्यामः चमिष्यावः / चमिष्यथः चमिष्यथ चमिष्यतः चमिष्यन्ति चमिष्ये चमिष्यावहे चमिष्यसे चमिष्येथे चमिष्यते चमिष्येते चमिष्यामहे चमिष्यध्वे चमिष्यन्ते क्रि. अचमिष्यम् अचमिष्याव अचमिष्याम अचमिष्ये अचमिष्यावहि अचमिष्यामहि अचमिष्यः अचमिष्यतम् अचमिष्यत अचमिष्यथाः अचमिष्येथाम् अचमिष्यध्वम् अचमिष्यत् अचमिष्यताम् अचमिष्यन् अचमिष्यत अचमिष्येताम् अचमिष्यन्त परो. चचाम/चचम चचमिव चचमिथ चचमथुः चचाम चचमतुः चचमिम चचम चचमुः चेमे चेमिषे चेमे चेमिवहे चेमाथे चेमाते चेमिमहे चेमिध्ये चेमिरे अद्य. अचमिषम् अचमिष्व अचमिष्म अचमिषि अचमिष्वहि अचमिष्महि 1 अचमी: अचमिष्टम् अचमिष्ट अचमिष्ठाः अचमिषाथाम् अचमिध्वम् अचमीत् अचमिष्टाम् अचमिषुः अचामि अचमिषाताम् अचमिषत आशी: चम्यासम चम्यास्व चम्यास्म चमिषीय चमिषीवहि चमिषीमहि चम्या: चम्यास्तम् चम्यास्त चमिषीष्ठाः चमिषीयास्थाम् चमिषीध्वम् चम्यात् चम्यास्ताम् चम्यासुः चमिषीष्ट चमिषीयास्ताम् चमिषीरन् 1133 Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट् / धातु. 114 दंश् - (दश) डंख मारवो/करडईं व. दशामि दशावः दशामः श्ये दशसि दशथः दशथ श्यसे दशति दशतः दशन्ति दश्यते दंश्यावहे दंश्येथे दंश्येते दंश्यामहे दंश्यध्वे दंश्यन्ते ध्य. अदशा अद अ६ / अदशाव अदशतम अदशताम् अदशताम् दशेव अदशाम अदशत अदशन् अदंश्ये अदंश्यावहि अदंश्यामहि अदंश्यथाः अदंश्येथाम् अदंश्यध्वम् अघ्रायत अदंश्येताम् अदंश्यन्त वि. दशेयम् दशेः दशेत् दशेतम् दशेम दशेत दशेयुः दशेताम् आ. दशानि दश दशाव दशतम् दशताम् दशाम दशत दशन्तु दंश्येय दंश्येवहि दंश्येमहि दंश्येथाः दंश्येयाथाम् दंश्यध्वम् दंश्येत दंश्येयाताम् दंश्येरन् दंश्यै दंश्यावहै दंश्यामहै दंश्यास्व दंश्येथाम् दंश्यध्वम् दंश्याताम् दंश्येताम् दंश्यन्ताम् दंष्टाहे दंष्टास्वहे दंष्टास्महे दष्टासे दंष्टासाथे दंष्टाध्वे दंष्टा दंष्टारौ दंष्टारः दशतु श्व. दंष्टास्मि दंष्टासि दंष्टा दंष्टास्वः दंष्टास्थः दंष्टारौ दंष्टास्मः दंष्टास्थ दंष्टारः दक्ष्ये भवि. दक्ष्यामि दझ्यावः दक्ष्यामः दक्ष्यसि दझ्यथः दक्ष्यथ दक्ष्यति दङ्ख्यतः दक्ष्यन्ति दङ्ख्यावहे दक्ष्यामहे दक्ष्यसे दक्ष्येथे दक्ष्यध्वे दक्ष्यते दक्ष्येते दक्ष्यन्ते 'क्रि. अदक्ष्यम् अदक्ष्याव अदक्ष्याम अदक्ष्ये अदक्ष्यावहि अदक्ष्यामहि अदक्ष्यः अदक्ष्यतम् अदक्ष्यत अदक्ष्यथाः अदक्ष्येथाम् अदक्ष्यध्वम् अदक्ष्यत् अदक्ष्यताम् अदक्ष्यन्त अदक्ष्यत अदक्ष्येताम् अदक्ष्यन्त परो. ददंश ददंशिथ 2 ददंश ददंशिव ददंशथुः ददंशतुः ददंशिमददंशे ददंशददंशिषे ददंशः ददंशे ददंशिवहे ददंशाथे ददंशाते ददंशिमहे ददंशिध्ये ददंशिरे अद्य. अदाङ्क्षम् अदाझ्व अदाक्ष्म अदक्षि अदक्ष्वहि अदक्ष्महि अदंष्ठाः अदक्षथाम अदङ्गदवम् अदाङ्क्षीत् अदांष्टाम् अदांक्षुः अदंशि अदङ्घाताम् अदङ्क्षत आशी:दश्यासम् दश्यास्व दश्यास्म दक्षीवहि दङ्क्षीमहि दश्याः दश्यास्तम् दश्यास्त दङ्क्षीष्ठाः दङ्क्षीयास्थाम् दङ्क्षीध्वम् दश्यात् दश्यास्ताम् दश्यासुः दङ्क्षीष्ट दङ्क्षीयास्ताम् दक्षीरन् |1341 Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 115 व. धूपायामि धूपायसि धूपायति कर्तरि / सेट् / धूप - संतापवू धूपायावः धूपायामः धोपायये धूपायथः धूपायथ धोपाययसे धूपायतः धूपायन्ति धोपाययते धोपाययावहे धोपाययेथे धोपाययेते धोपाययामहे धोपाययध्वे धोपाययन्ते ह्य. अधूपायम् अधूपायः अधूपायत् अधूपायाव अधूपायतम् अधूपायताम् अधूपायाम अधूपायत अधूपायन् अधूपाय्ये अधूपाय्यावहि अधूपाय्यामहि अधूपाय्यथाः अधूपाय्येथाम् अधूपाय्यध्वम् अधूपाय्यत अधूपाय्येताम् अधूपाय्यन्त वि. धूपायेयम् धूपाये: धूपायेत् धूपायेव धूपायेतम् धूपायेताम् धूपायेम धूपायेत धूपायेयुः धूपाय्येय धूपाय्येवहि धूपाय्येमहि धूपाय्येथाः धूपाय्येयाथाम् धूपाय्यध्वम् धूपाय्येत धूपाय्येयाताम् धूपाय्येरन् धूपाय्यावहै धूपाय्यामहै धूपाय्येथाम् धूपाय्यध्वम् धूपाय्यताम् धूपाय्येताम् धूपाय्यन्ताम् आ. धूपायानि धूपाय धूपायतु धूपायाव धूपायतम् धूपायताम् धूपायाम धूपायत धूपायन्तु पाय श्व. धूपायिता धूपायितास्वः धूपायितास्मः धूपायिताहे धूपायितास्वहे धूपायितास्महे धुपायितासि धूपायितास्थः धूपायितास्थ धपायितासे धुपायितासाथे धपायिताध्वे धूपायिता धूपायितारौ धूपायितारः धूपायिता धूपायितारौ धूपायितारः 111 111 111 112 111 112 111 112 111 dit . भवि. धूपायिष्यामि धूपायिष्यावः धूपायिष्यसि धूपायिष्यथः धूपायिष्यति धूपायिष्यतः धूपायिष्यामः धूपायिष्ये धूपायिष्यावहे धूपायिष्यामहे धूपायिष्यथ धूपायिष्यसे धूपायिष्येथे धूपायिष्यध्वे धूपायिष्यन्ति धूपायिष्यते धूपायिष्येते धूपायिष्यन्ते क्रि. अधूपायिष्यम् अधूपायिष्याव अधूपायिष्याम अधूपायिष्ये अधूपायिष्यावहि अधूपायिष्यामहि ___ अधूपायिष्यः अधूपायिष्यतम् अधूपायिष्यत अधूपायिष्यथाः अधूपायिष्येथाम् अधूपायिष्यध्वम् अधूपायिष्यत् अधूपायिष्यताम् अधूपायिष्यन् अधूपायिष्यत अधूपायिष्येताम् अधूपायिष्यन्त n परो. धूपायाञ्चकार धूपायाञ्चक्रतुः धूपायाञ्चक्रः1/ धूपायाञ्चक्रे धूपायाञ्चक्राते धूपायाञ्चक्रिरे1 धूपायाम्बभूव धूपायाम्बभूवतुः धूपायाम्बभूवुः2 धूपायाम्बमूवे धूपायाम्बभूवाते धूपायाम्बभूविरे 2 1 धूपायामास धूपायामासतुः धूपायामासुः3 धूपायामासे धूपायामासाते धूपायामासिरे3 अद्य. अधूपायिषम् अधूपायिष्ठ अधूपायिष्म अधूपायिषि अधूपायिष्वहि अधूपायिष्महि 2 अधूपायीत अधूपायिष्टम अधूपायिषुः अधूपायिष्ठा अधूपायिषाथाम् अधूपायिषत अधूपायीत् अधूपायिष्टाम् अधूपायिषुः / अधूपायि अधूपायिषाताम् अधूपायिषत N LIL BIL BIL आशी:धूपाय्यासम् धूपाय्यास्व धूपाय्यास्म धूपायिषीय धूपायिषीवहि धूपायिषीमहि धूपाय्याः धूपाय्यास्तम् धूपाय्यास्त धूपायिषीष्ठाः धूपायिषीयास्थाम् धूपायिषीध्वम् धूपाय्यात् धूपाय्यास्ताम् धूपाय्यासुः धूपायिषीष्ट धूपायिषीयास्ताम् धूपायिषीरन् 1351 i Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 116 व. धमामि धमसि धमति कर्तरि | अनिट् | मा (धम्) - तपाव, धम धमाव: धमामः माये धमथः धमथ मायसे धमतः धमन्ति मायते मायावहे मायेथे भायेते मामहे ध्नायध्वे ध्मायन्ते ध्य. अधमम् अधमः अधमत् अधमाव अधमतम् अधमताम् Foot like अधमाम अधमत अधमन् अध्माये अध्मायावहि अमायामहि अध्मायथाः अध्मायध्वम् अध्मायत अध्मायेताम् अध्मायन्त वि. धमेयम् . धमेः धमेव धमेतम् धमेम धमेत धमेयुः मायेय मायेवहि मायेमहि मायेथाः मायेयाथाम् मायेध्वम् मायेत मायेयाताम् मायेरन् धमेत् धमेताम् आ. धमानि धम धमतु धमाव धमतम् धमताम् धमाम धमत धमन्तु ध्मायै मायावहै मायस्व मायेथाम् मायताम् मायेताम् मायामहै मायध्वम् मायन्ताम् श्व. भातास्मि मातास्वः मातासि ध्मातास्थः माता मातारौ भातास्मः / मायिता ध्मातास्थ ध्माता ध्मातारः मायितारौ मातारौ मायितार: 1 ध्मातार: 2 भवि. भास्यामि मास्स्यावः मास्स्यामः मायिष्यते मायिष्येते मास्स्यसि मास्स्यथः मास्स्यथ मास्यते मास्येते मास्स्यति मास्स्यतः मास्स्यन्ति मायिष्यन्ते 1 भास्यन्ते 2 क्रि. अध्मास्यम् अध्मास्याव अमास्याम अध्मायिष्यत अध्मायिष्येताम् अध्मायिष्यन्त 1 अध्मास्यः अध्मास्यतम् / अध्मास्यत अध्मास्यत अध्मास्येताम् अध्मास्यन्त 2 अध्मास्यत् अध्मास्यताम् अध्मास्यन् II III III kee fir if दमे परो. दमौ दधिमथ दमौ दध्भिव दध्मथुः दध्मतुः दध्मिम दध्म दध्मिवहे दध्माथे दध्माते दध्मिमहे दध्मिध्वे दभिरे दमुः दमे अद्य. अध्मासिषम् अध्मासिष्ठ अध्मासिष्ट अध्मायि अध्मायिषाताम् अध्मायिषत 1 . 4 अध्मासी: अध्मासिष्टाम् अध्मासिष्ट अध्मायि अध्मायिषाताम् अध्मासत् 2 अध्मासीत् अध्मासिष्टाम् अध्मासिषुः आशी:मेयात् भेयास्ताम् मेयासुः 1 मायिषीष्ट मायिषीयास्ताम् ध्मायिषीरन् 1 भायात् मायास्ताम् मायासुः 2 मासीष्ट मासीयास्ताम् मासीरन् 2 136 Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु. 117 कर्तरि कर्मणि पण (पण) - व्यपार करवो/होड करवी/स्तुति करवी व, पणायामि पणायावः पणायामः पणायसि पणायमथः पणायथ पणायति पणायतः पणायन्ति पणाय्ये पणाय्यासे पणाय्यते पणाय्यावहे पणाय्येथे पणाय्येते पणाय्यामहे पणाय्यध्वे पणाय्यन्ते ध्य. अपणायम् अपणायः अपणायत् अपणायाव अपणायतम् अपणायताम् अपणायाम अपणायत अपणायन अपणाय्ये अपणाय्यावहि अपणाय्यामहि अपणाय्यथाः अपणाय्येथाम् अपणाय्यध्वम् अपणाय्यत अपणाय्येताम् अपणाय्यन्त वि. पणायेयम् पणाये: पणायेत् पणायेव पणायेतम् पणायेताम् पणायेम पणायेत पणाय्येय पणाय्येथाः पणाय्येत पणाय्येवहि पणाय्येमहि पणाय्येयाथाम् पणाय्यध्वम् पणाय्येयाताम् पणाय्येरन् पणायेयुः आ. पणायानि पणाय पणायतु पणायाव पणायतम् पणायताम् पणायाम पणायत पणायन्तु पणाय्यै पणाय्यावहै पणाय्यामहै पणाय्यस्व पणाय्येथाम् पणाय्यध्वम् पणाय्यताम् पणाय्येताम् पणाय्यन्ताम् श्व. पणायितास्मि पणायितास्वः पणायितास्मः पणायितासि पणायितास्थः पणायितास्थ पणायिता पणायितारौ पणायितारः पणायिताहे पणायितास्वहे पणायितास्महे पणायितासे पणायितासाथे पणायिताध्ये पणायिता पणायितारौ पणायितारः भवि. पणायिष्यामि पणायिष्यावः / पणायिष्यामः पणायिष्ये पणायिष्यावहे पणायिष्यामहे पणायिष्यसि पणायिष्यथः पणायिष्यथ / पणायिष्यसे पणायिष्येथे पणायिष्यध्वे पणायिष्यति पणायिष्यतः पणायिष्यन्ति पणायिष्यते पणायिष्येते पणायिष्यन्ते क्रि. अपणायिष्यम् अपणायिष्याव अपणायिष्याम अपणायिष्ये अपणायिष्यावहि अपणायिष्यामहि अपणायिष्यः अपणायिष्यतम् अपणायिष्यत अपणायिष्यथा अपणायिष्येथाम् अपणायिष्यध्वम् अपणायिष्यत् अपणायिष्यताम् अपणायिष्यन्त अपणायिष्यत अपणायिष्येताम् अपणायिष्यन्त परो. पणायाञ्चकार पणायाञ्चक्रतुः पणायाञ्चक्रुः1 पणायाञ्चक्रे पणायाञ्चक्राते पणायाञ्चक्रिरे 1 पणायाम्बभूव पणायाम्बभूवतुः पणायाम्बभूवुः2; पणायाम्बभूवे पणायाम्बभूवाते पणायाम्बभूविरे2 पणायामास पणायामासतुः पणायामासुः पणायामासे पणायामासाते पणायामासिरे3 अद्य. अपणायिषम् अपणायिष्ठ अपणायिष्म | अपणायिषि अपणायिष्वहि अपणायिष्महि 2 अपणायी: अपणायिष्टम् अपणायिष्ट अपणायिष्ठाः अपणायिषाथाम् अपणायिध्वम् अपणायीत् अपणायिष्टाम् अपणायिषुः अपणायि अपणायिषाताम् अपणायिषत आशी:पणाय्यासम् पणाय्यास्व पणाय्यास्म पणाय्याः पणाय्यास्त पणाय्यात् पणाय्यास्ताम् पणाय्यासुः पणायिषीय पणायिषीवहि पणायिषीमहि पणायिषीष्ठाः पणायिषीयास्थाम् पणायिषीध्वम् पणायिषीष्ट पणायिषीयास्ताम् पणायिषीरन् 137 Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु. 118 व. पनायामि पनायसि कर्तरि / सेट् / पन् - स्तुति करवी पनायावः पनायामः पनाय्ये पनाय्यावहे पनायमथः पनायथ पनाय्यासे पनाय्येथे पनायतः पनायन्ति पनाय्यते पनाय्येते पनाय्यामहे पनाय्यध्वे पनाय्यन्ते पनायति ध्य. अपनायम् अपनायः अपनायत् अपनायाव अपनायतम् अपनायताम् अपनायाम अपनायत अपनायन् अपनाये अपनाय्यावहि अपनाय्यामहि अपनाय्यथाः अपनाय्ये अपनाय्यध्वम् अपनाय्यत अपनाय्येताम् अपनाय्यन्त 110 111 112 111 वि. पनायेयम् पनाये: पनायेत् पनायेव / पनायेतम् पनायेताम् / पनायेम पनायेत पनाय्येय पनाय्येवहि पनाय्येमहि पनाय्येथाः पनाय्येयाथाम् पनाय्येध्वम् पनाय्येत पनाय्येयाताम् पनाय्येरन् पनायेयुः आ. पनायानि पनाय पनायतु पनायाव पनायतम् पनायताम पनायाम पनायत पनायन्तु पनाय्यै पनाय्यावहै पनाय्यस्व पनाय्येथाम् पनाय्यताम् पनाय्येताम् पनाय्यामहै पनाय्यध्वम् पनाय्यन्ताम् व पनायितास्मि पनायितास्वः पनायितास्मः पनायितासि पनायितास्थः पनायितास्थ पनायिता पनायितारौ पनायितारः पनायिताहे पनायितास्वहे पनायितास्महे पनायितासे पनायितासाथे पनायिताध्वे पनायिता पनायितारौ पनायितारः भवि पनायिष्यामि पनायिष्यावः पनायिष्यामः पनायिष्यसि पनायिष्यथः पनायिष्यथ पनायिष्यति पनायिष्यतः पनायिष्यन्ति पनायिष्ये पनायिष्यावहे पनायिष्यसे पनायिष्येथे पनायिष्यते पनायिष्येते पनायिष्यामहे पनायिष्यध्वे पनायिष्यन्ते क्रि अपनायिष्यम् अपनायिष्याव अपनायिष्याम अपनायिष्यः अपनायिष्यतम अपनायिष्यत अपनायिष्यत् अपनायिष्यताम् अपनायिष्यन्त अपनायिष्ये अपनायिष्यावहि अपनायिष्यामहि अपनायिष्यथा:अपनायिष्येथाम अपनायिष्यध्वम अपनायिष्यत अपनायिष्येताम् अपनायिष्यन्त परो पनायाञ्चकार पनायाञ्चक्रतुः पनायाञ्चक्रुः। पनायाञ्चक्रे पनायाञ्चक्राते पनायाञ्चक्रिरे। पनायाम्बभूव पनायाम्बभूवतुः पनायाम्बभूवुः 2 पनायाम्बभूवे पनायाम्बभूवाते पनायाम्बभूविरे 2 पनायामास पनायामासतुः पनायामासुः 3 पनायामासे पनायामासाते पनायामासिरे 3 IN IN NII|| 111 i अद्य अपनायिषम् अपनायिष्व अपनायिष्म अपनायी: अपनायिष्टम् अपनायिष्ट अपनायीत् अपनायिष्टाम् अपनायिषुः अपनायिषि अपनायिष्वहि अपनायिष्महि अपनायिष्ठाः अपनायिषाथाम् अपनायिध्वम् अपनायि अपनायिषाताम् अपनायिषत आशी पनाय्यासम् पनाय्यास्व पनाय्यास्म पनाय्याः पनाय्यास्तम् पनाय्यास्त पनाय्यात् पनाय्यास्ताम् पनाय्यासुः पनायिषीय पनायिषीवहि पनायिषीमहि पनायिषीष्ठाः पनायिषीयास्थाम् पनायिषीध्वम् पनायिषीष्ट पनायिषीयास्ताम् पनायिषीरन् 1381 Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि / अनिट् म्ना (मन्) - मान, कर्मणि धातु. 116 व. मनामि मनसि मनाव: मनथः मनतः मनामः मनथ मनन्ति म्नाये म्नायासे म्नायते म्नायामहे म्नायध्वे म्नायन्ते म्नायेथे म्नायेते मनति अमनम् अमनः अमन अमनाव अमनतम् अमनताम् अमनाम अमनत अमनन् अम्नाये अम्नायावहि अम्नायथाः अम्नायेथाम् अम्नायत अम्नायेताम् अम्नायामहि अम्नायध्वम् अम्नायन्त 2012 III III I मनेव वि. मनेयम् मनेः मनेत् मनेम मनेतम् मनेताम् मनेत म्नायेय म्नायेवहि म्नायेमहि म्नायेथाः म्नायेयाथाम् म्नायेध्वम् म्नायेत म्नायेयाताम् म्नायेरन् मनेयुः म्नायामहै आ. मनानि मना मनतु मनाव मनतम् मनताम् मनाम मनत मनन्तु म्नायै म्नायस्व म्नायताम् म्नायावहै म्नायेथाम् म्नायेताम् म्नायध्वम् म्नायन्ताम् म्नातास्वः म्नातास्थः म्नातारौ म्नातासि म्नाता म्नातास्मः / म्नायिता म्नायितारौ म्नातास्थ म्नाता म्नातारौ म्नातार: म्नायितार 1 म्नातार: 2 भवि म्नास्यामि म्नास्यसि म्नास्यति म्नास्यावः म्नास्यथः म्नास्यतः म्नास्यामः म्नास्यथ म्नास्यन्ति म्नायिष्यते म्नायिष्येते म्नास्यते म्नास्येते म्नायिष्यन्ते 1 म्नास्यन्ते 2 क्रि अम्नास्यम् अम्नास्यः अम्नास्यत् अम्नास्याव अम्नास्याम अम्नायिष्यत अम्नायिष्येताम् अम्नाायिष्यन्त। अम्नास्यतम् अम्नास्यत अम्नास्यत अम्नास्येताम् अम्नास्यन्त 2 अम्नास्यताम् अम्नास्यन् मम्निम परो मम्नौ मम्निव मम्निथ - मम्नथुः मम्नौ मम्नतुः मम्न मम्ने मम्निषे मम्ने Illarr All I मम्निवहे मम्नाथे मम्नाते मम्निमहे मम्निध्वे मम्निरे मम्नुः ने अद्य अम्नासिषम् अम्नासिष्ठ अम्नासिष्म : अम्नायि / 4 अम्नासी: अम्नासिष्टम् अम्नासिष्ट अम्नायि अम्नासीत् अम्नासिष्टाम् अम्नासिषुः अम्नायिषाताम् अम्नायिषत 1 अम्नासाताम् अम्नासत 2 आशी म्नायात् म्नायास्ताम् म्नायासुः 12 म्नायिषीय म्नायिषीवहि म्नायिषीमहि म्नेयास्ताम् म्नेयासुः 2 म्नायिषीष्ठाः म्नायिषीयास्थाम् म्नायिषीध्वम् म्नायिषीष्ट म्नायिषीयास्ताम् म्नायिषीरन् 11391 Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि अनिट् | धातु. 120 यम् (यच्छ्) - नियम मां राख व. यच्छामि यच्छावः यच्छामः यम्ये यच्छसि यच्छथः यच्छथ यम्यासे यच्छति यच्छतः यच्छन्ति यम्यते यम्यावहे यम्येथे यम्येते यम्यामहे यम्यध्वे यम्यन्ते अयच्छम अयच्छ: अयच्छत् अयच्छाव अयच्छाम अयच्छतम अयच्छत अयच्छताम् अयच्छन् अयम्ये अयम्यथाः अयम्यत अयम्यावहि अयम्यामहि अयम्येथाम् अयम्यध्वम् अयम्येताम् अयम्यन्त वि. यच्छेयम् यच्छे: यच्छेत् यच्छेव यच्छेतम् यच्छेताम् यच्छेम यच्छेत यच्छेयुः यम्येय यम्येथाः यम्येत यम्येवहि यम्येमहि यम्येयाथाम् यम्येध्वम् यम्येयाताम् यम्येरन् यम्यामहै आ. यच्छानि यच्छ यच्छतु यच्छाव यच्छतम् यच्छताम् यच्छाम यच्छत यच्छन्तु यम्यै यम्यस्व यम्यताम् यम्यावहै यम्येथाम् यम्यध्वम् यम्यन्ताम य श्व. यन्तास्मि यन्तासि यन्ता यन्तास्व: यन्तास्थः यन्तारौ यन्तास्मः यन्तास्थ यन्तारः यन्ताहे यन्तासे यन्ता 11 11 112 111 110 111 112 111 HI 111 $ यन्तास्वहे यन्तास्महे यन्तासाथे यन्ताध्ये यन्तारौ यन्तारः भवि. यस्यामि यंस्यसि यंस्यति यस्यावः यंस्यथः यंस्यतः यस्यामः यंस्यथ यंस्यन्ति यस्ये यंस्यसे यंस्यते यस्यावहे यस्येथे यंस्येते यंस्यामहे यंस्यध्वे यस्यन्ते क्रि. अयंस्यम् अयंस्यः अयंस्यत् अयंस्याव अयंस्याम अयंस्यतम् अयंस्यत अयंस्यताम् अयंस्यन्त अयंस्ये अयंस्यथाः अयंस्यत अयंस्यावहि अयंस्यामहि अयंस्येथाम् अयंस्यध्वम् अयंस्येताम् अयंस्यन्त येमिम परो. ययाम/ययम येमिव येमिथ येमथुः ययाम येमतुः येमिषे येमिवहे येमाथे येमाते येमिमहे येमिध्ये येमिरे येमुः येमे अद्य. अयंसिषम् 4 अयंसी अयंसीत् अयंसिष्व अयंसिष्म अयंसिष्टम् अयंसिष्ट अयंसिष्टाम् अयंसिषुः अयंसि अयंस्थाः अयामि अयंस्वहि अयंसाथाम् अयंसाताम् अयंस्महि अयन्धवम् अयंसत आशीः यम्यासम् यम्याः यम्यात् यम्यास्व यम्यास्म यसीय यम्यास्तम् यम्यास्त यंसीष्ठाः यम्यास्ताम् यम्यासुः यंसीष्ट 140 यसीयावहि यंसीयामहि यंसीयास्थाम् यंसीध्वम् यसीयास्ताम् यंसीरन् Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / अनिट् / धातु. 121 रज् (रज्) - रंगवू /रागी थq व. रजामि रजावः रजामः रज्ये रजसि रजथः रजथ रज्यासे रजति रजन्ति रज्यते रज्यावहे रज्येथे रज्येते रज्यामहे रज्यध्वे रज्यन्ते रजतः ध्य. अरजम् अरजः अरजत् अरजाव अरजतम् अरजताम् अरजाम अरजत अरजन् अरज्ये अरज्यावहि अरज्यामहि अरज्यथाः अरज्येथाम् / अरज्यध्वम् अरज्यत अरज्येताम् अरज्यन्त वि. रजेयम् रजेः रजेव रजेम रजेत रज्येय रज्येवहि रज्येमहि रज्येथाः रज्येयाथाम रज्येध्वम् रज्येत रज्येयाताम् रज्येरन् रजेतम् रजेताम् रजेत् रजेयुः आ. रजानि रज्यै रजा रजाव रजतम रजताम् रजाम रजत रजन्तु रज्यावहै रज्यस्व रज्येथाम् रज्यताम् रज्येताम् रज्यामहै रज्यध्वम् रज्यन्ताम् रजतु श्व. रक्तास्मि रङ्क्तास्वः रक्तास्मः रङ्क्ताहे रक्तास्वहे रक्तास्महे रक्तासि रक्तास्थः रक्तास्थ रक्तासे रक्तासाथे रक्ताध्वे रङ्क्ता रफ्तारौ रफ्तारः रङ्क्ता रफ्तारौ रफ्तारः भवि. रक्ष्यामि रक्ष्यावः रक्ष्यामः रक्ष्ये रझ्यावहे रक्ष्यामहे रक्ष्यसि रक्ष्यथ: रक्ष्यथ रक्ष्यसे रक्ष्येथे रक्ष्यध्वे रक्ष्यति रक्ष्यतः रक्ष्यन्ति रक्ष्यते रङ्ख्येते रक्ष्यन्ते क्रि. अरक्ष्यम् अरझ्याव अरझ्याम अरझ्ये अरझ्यावहि अरझ्यामहि अरझ्यः अरझ्यतम् अरक्ष्यत अरझ्यथाः अरझ्येथाम् अरक्ष्यध्वम् अरक्ष्यत् अरक्ष्यताम् अरझ्यन्त अरक्ष्यत अरक्ष्येताम् अरझ्यन्त परो. ररज रञ्जिव ररजिथ रजथुः रञ्ज ररञ्जतुः ररश्मि ररञ्ज रञ्जुः रज्जे रञ्जिवहे रज्जिमहे ररजिषे रञ्जाथे ररञ्जिध्वे ररजे रजाते . रजिरे अद्य. अराक्षम् अराव अराङ्म / अरक्षि अरवहि अरह्महि 2 अराङ्क्षीः अराङ्क्तम् अराङ्क्त अरथाः अरङ्क्षाथाम् अरग्ध्वम् अराङ्क्षीत् अराङ्क्ताम् अराक्षुः अरञ्जि अरङ्क्षाताम् अरङ्क्षत आशीः रज्यासम् रज्याः रज्यात् रज्यास्व रज्यास्म रङ्क्षीय रङ्क्षीवहि रक्षीमहि रज्यास्तम् रज्यास्त रक्षीष्ठाः रङ्क्षीयास्थाम् रक्षीध्वम् रज्यास्ताम् रज्यासुः रङ्क्षीष्ट रङ्क्षीयास्ताम् रक्षीरन् 1411 Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् / कर्मणि कर्तरि धातु. 122 शद् (शिय) - नष्ट थर्बु व. शीये शीयावहे शीयामहे शीयसे शीयेथे शीयध्वे / शीयते. शीयेते शीयन्ते शो शद्यसे शद्यते शद्यावहे शयेथे शघेते शद्यामहे शद्यध्वे शद्यन्ते ध्य. अशीये अशीयावहि अशीयामहि अशीयथाः अशीयेथाम् ___ अशीयध्वम् अशीयत अशीयेताम् अशीयन्त अशद्ये अशद्यथाः अशद्यत अशद्यावहि अशघेथाम् अशघेताम् अशद्यामहि अशद्यध्वम् अशद्यन्त शद्यमहि वि. शीयेय शीयेथाः शीयेत शीयेवहि शीयेयाथाम् शीयेयाताम् शीयेमहि शीयेध्वम् शीयेरन् शद्येय शयेथाः शघेत शघेवहि शद्येयाथाम् शद्येयाताम् शत्रुध्वम् शघेरन् शीयामहै आ. शीयै शीयावहै शीयस्व . शीयेथाम् शीयताम् शीयेताम् शधै शद्यस्व शीयध्वम् शद्यावहै शद्येथाम् शघेताम् शद्यामहै शद्यध्वम् शद्यन्ताम् शीयन्ताम् शद्यताम् प्रद. शत्तास्मि शत्तासि शत्तास्वः शत्तास्थः शत्तासैः शत्तास्मः शत्तास्थ शत्तारः शत्ताहे शत्तासे शत्ता शत्तास्वहे शत्तासाथे शत्तारौ शत्तास्महे शत्ताध्वे शत्तारः शत्ता शत्स्यावः शत्स्यसि शत्स्यथः शत्स्यति शत्स्यतः शत्स्यामः शत्स्यथ शत्स्ये शत्स्यसे शत्स्य ते शत्स्यावहे शत्स्येथे शत्स्येते शत्स्यामहे शत्स्यध्वे शत्स्यन्ते शत्स्यन्ति क्रि. अशत्स्यम् अशत्स्याव अशत्स्याम अशत्स्यः अशत्स्यतम् अशत्स्यत अशत्स्यत् अशत्स्यताम् अशत्स्यन्त अशत्स्ये अशत्स्यथाः अशत्स्यत अशत्स्यावहि अशत्स्येथाम् अशत्स्येताम् अशत्स्यामहि अशत्स्यध्वम् अशत्स्यन्त शेदे परो. शशद/शशाद शेदिव शेदिथ शशाद शेदिम शेद शेदिषे शेदे रैदिवहे शेदाथे शेदाते शेदिमहे शेदिध्वे शेदिरे शेदुः अशत्स्वहि अद्य. अशत्सम् अशत्सी: अशत्सी: अशत्स्व अशत्स्तम् अशत्स्ताम् अशत्स्म अशत्स्त अशत्सुः अशत्सि अशत्स्थाः अशादि अशत्साथाम अशत्साताम् अशत्स्महि अशद्ध्वम् अशत्सत आशीःशत्यासम् शत्यास्व / शत्यास्तम् शत्यात् शत्यास्ताम् शत्याः शत्यास्म शत्सीय शत्यास्त शत्सीष्ठाः शत्यासुः शत्सीष्ट 142 शत्सीवहि शत्सीमहि शत्सीयास्थाम् शत्सीध्वम् शत्सीयास्ताम् शत्सीरन् Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि ष्ठीवामः कर्तरि धातु. 123 ष्ठिव् -फेंक_/\कवू व. ष्ठीवामि ष्ठीवावः __ष्ठीवसि ष्ठीवथः ष्ठीवथ ष्ठीवति ष्ठीवतः ष्ठीवन्ति ध्य. अष्ठीवम् अष्ठीवाव अष्ठीवाम अष्ठीवः अष्ठीवतम् अष्ठीवत अष्ठीवत् अष्ठीवताम् अष्ठीवन् / ष्ठीव्ये ष्ठीव्यावहे ष्ठीव्यामहे ष्ठीव्यसे ष्ठीव्येथे ष्ठीव्यध्वे ष्ठीव्यते ष्ठीव्येते ष्ठीव्यन्ते अष्ठीव्ये अष्ठीव्यावहि अष्ठीव्यामहि अष्ठीव्यथाः अष्ठीव्येथाम अष्ठीव्यध्वम अष्ठीव्यत अष्ठीव्येताम् अष्ठीव्यन्त ष्ठीव्येय ष्ठीव्येवहि ष्ठीव्येमहि ष्ठीव्येथाः ष्ठीव्येयाथाम् ष्ठीव्येध्वम् ष्ठीव्येत ष्ठीव्येयाताम् ष्ठीव्येरन् वि. ष्ठीवेयम् ष्ठीवेव ष्ठीवेम ष्ठीव: ष्ठीवेतम् ष्ठीवेत ष्ठीवेत् ष्ठीवेताम् ष्ठीवेयुः आ. ष्ठीवानि ष्ठीवाव ष्ठीवाम ष्ठीव ष्ठीवतम् ष्ठीवत ष्ठीवतु ष्ठीवताम् ष्ठीवन्तु श्व. ष्ठेवितास्मि ष्ठेवितास्वः ष्ठेवितास्मः ष्ठेवितासि ष्ठेवितास्थः ष्ठेवितास्थ ष्ठेविता ष्ठेवितारौ ष्ठेवितारः ष्ठीव्यैष्ठीव्यावहै ष्ठीव्यामहै ष्ठीव्यस्व ष्ठीव्येथाम् ष्ठीव्यध्वम् ष्ठीव्यताम् ष्ठीव्येताम् ष्ठीव्यन्ताम् ष्ठेविताहे ष्ठेवितास्वहे ष्ठेवितास्महे ष्ठेवितासे ष्ठेवितासाथे ष्ठेवितावे ष्ठेविता ष्ठेवितारौ ष्ठेवितारः *** HII #WEWE NI IN ZE BIT Jr" भवि. ष्ठेविष्यामि ष्ठेविष्याव: ष्ठेविष्यामः ष्ठेविष्यसि ष्ठेविष्यथः / ष्ठेविष्यथ ष्ठेविष्यति ष्ठेविष्यतः ष्ठेविष्यन्ति ष्ठेविष्ये ष्ठेविष्यावहे ष्ठेविष्यामहे ष्ठेविष्यसे ष्ठेविष्येथे ष्ठेविष्यध्वे ष्ठेविष्यते ष्ठेविष्येते ष्ठेविष्यन्ते क्रि. अष्ठेविष्यम् अष्ठेविष्याव अष्ठेविष्याम अष्ठेविष्ये अष्ठेविष्यावहि अष्ठेविष्यामहि अष्ठेविष्यः अष्ठेविष्यतम् अष्ठेविष्यत अष्ठेविष्यथाः अष्ठेविष्येथाम् अष्ठेविष्यध्वम् अष्ठेविष्यत् अष्ठेविष्यताम् अष्ठेविष्यन्त अष्ठेविष्यत अष्ठेविष्येताम् अष्ठेविष्यन्त परो. तिष्ठेव तिष्ठिवतुः तिष्ठिवुः 1 तिष्ठिवे तिष्ठिवाते तिष्ठिविरे 1 टिष्ठेव टिष्ठिवतुः टिष्ठिवु: टिष्ठिवे टिष्ठिवाते टिष्ठिविरे 2 अद्य. अष्ठेविषम् अष्ठेविष्व अष्ठेविष्म अष्ठेविषि अष्ठेविष्वहि अष्ठेविष्महि 1 अष्ठेवी: अष्ठेविष्टम् अष्ठेविष्ट अष्ठेविष्ठाः अष्ठेविषाथाम् अष्ठेविध्वम् अष्ठेवीत् अष्ठेविष्टाम् अष्ठेविषुः अष्ठेवि अष्ठेविषाताम् अष्ठेविषत आशीः ष्ठीव्यासम् ष्ठीव्यास्व ष्ठीव्यास्म / ष्ठविषीय ष्ठेविषीवहि ष्ठेविषीमहि ष्ठीव्याः ष्ठीव्यास्तम् ष्ठीव्यास्त / ष्ठेविषीष्ठाः ष्ठेविषीयास्थाम् ष्ठेविषीध्वम ष्ठीव्यात् ष्ठीव्यास्ताम् ष्ठीव्यासुः ष्ठेविषीष्ट ष्ठेविषीयास्ताम् ष्ठेविषीरन् 143 Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु. 124 सज्ज (सज्) - चोटवू, आसक्त थq व. सजामि सजावः सजाम: सजसि सजथः सजथ सजति सजतः सजन्ति सज्ये सज्यसे सज्यते सज्यावहे सज्येथे सज्येते सज्यामहे सज्यध्वे सज्यन्ते असजम् असजः असजत् असजाव असजतम् असजताम् असजाम असजत असजन् असज्ये असज्यावहि असज्यामहि असज्यथाः असज्येथाम् असज्यध्वम् असज्यत असज्येताम् / असज्यन्ताम् वि. सजेयम् सजेः सजेव सजेतम् सजेताम सजेम सजेत सजेयुः सज्येय सज्येथाः सज्येत सज्येवहि सज्येयाथाम् सज्येयाताम् सज्येमहि सज्येध्वम् सज्येरन् आ. सजानि सज सजतु सजाव सजतम् सजताम् सजाम सजत सजन्तु सज्यै सज्यस्व सज्यताम् सज्यावहै सज्येथाम् सज्येताम् सज्यामहै सज्यध्वम् सज्यन्ताम् श्व. सङ्क्तास्मि सङ्क्तास्वः सङ्क्तास्मः सङ्क्ताहे सङ्क्तास्वहे सङ्क्तास्महे सङ्क्तासि सङ्क्तास्थः / सङ्क्तास्थ सङ्क्तासे सङ्क्तासाथे सङ्क्ताध्वे सङ्क्ता सङ्क्तारौ सङ्क्तारः सङ्क्ता सङ्क्तारौ सङ्क्तारः भवि. सह्यामि सझ्यावः सक्ष्यसि सङ्ख्यथः सक्ष्यति' सङ्ख्यतः सक्ष्यामः सक्ष्ये सह्यावहे सक्ष्यथ / सक्ष्यसे सयेथे सक्ष्यन्ति सक्ष्यते सङ्ख्येते सङ्ख्यामहे सक्ष्यध्वे सक्ष्यन्ते क्रि. असक्ष्यम् असह्याव असङ्ख्याम असक्ष्ये असझ्यावहि असङ्ख्यामहि असक्ष्यः असक्ष्यतम् असक्ष्यत | असङ्ख्यथाः असङ्ख्येथाम् असङ्ख्यध्वम् असङ्ख्यत् असक्ष्यताम् असक्ष्यन्त असङ्ख्यत असङ्ख्येताम् असक्ष्यन्त परो. ससञ्ज ससजिव ससजिथ ससञ्जयुः ससञ्ज ससञ्जतुः ससजिम ससज्ज ससञ्जुः ससजे ससज्जिषे ससजे ससञ्जिवहे ससञ्जाथे। ससजाते ससञ्जिमहे ससजिवे ससञ्जिरे अद्य. असाङ्क्षम् असाव। असाङ्म असङ्क्षि असवहि असह्महि 2 असाङ्क्षीः असास्तम् असास्त असङ्क्थाः असञ्जाथाम् असङ्गध्वम् असाक्षीत् असाङ्कस्ताम् असाक्षुः असज्जि असङ्क्षाताम् असङ्क्षत आशी: सज्यासम् सज्यास्व सज्यास्म सङ्क्षीय सञ्जीवहि सक्षीमहि सज्याः सज्यास्तम सज्यास्त / साष्ठा सङ्कायास्थाम् साध्वम् सज्यात् सज्यास्ताम् सज्यासुः सङ्क्षीष्ट सङ्क्षीयास्ताम् सङ्क्षीरन् 114 Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि कर्तरि धातु. 125 सस्ज - सज्ज थर्बु व. सज्जामि सज्जावः सज्जामः सज्जसि सज्जथः सज्जथ सज्जति सज्जतः सज्जन्ति सज्ज्ये सज्ज्यसे सज्ज्यते सज्ज्यावहे सज्ज्येथे सज्ज्येते सज्ज्यामहे सज्ज्यध्वे सज्ज्यन्ते ध्य. असज्जम् असज्जः असज्जत् असज्जाव असज्जतम् असज्जताम् असज्जाम असज्जत असज्जन् असज्ज्ये असज्ज्यावहि असज्ज्यामहि असज्ज्यथाः असज्ज्येथाम् असज्ज्यध्वम् असज्ज्यत असज्ज्येताम् असज्ज्यन्त वि. सज्जेयम् सज्जेः सज्जेत् सज्जेव सज्जेतम् सज्जेताम् सज्जेम सज्जेत सज्जेयुः सज्ज्येय सज्ज्येवहि सज्ज्येमहि सज्येथाः सज्ज्येयाथाम् सज्ज्येध्वम् सज्ज्येत सज्ज्येयाताम् सज्ज्येरन् आ. सज्जानि सज्ज सज्जतु सज्जाव सज्जतम सज्जताम् सज्जाम सज्जत सज्जन्तु सज्ज्यै सज्ज्यावहै सज्ज्यामहै सज्ज्यस्व सज्ज्येथाम् सज्ज्यध्वम् सज्ज्यताम् सज्येताम् सज्ज्यन्ताम् In III ili in lb in lll t श्व. सज्जितास्मि सज्जितास्वः सज्जितास्मः सज्जिताहे सज्जितास्वहे सज्जितास्महे सज्जितासि सज्जितास्थः सज्जितास्थ / सज्जितासे सज्जितासाथे सज्जिताध्वे सज्जिता सज्जितारौ सज्जितारः सज्जिता सज्जितारौ सज्जितारः भवि. सज्जिष्यामि सज्जिष्यावः सज्जिष्यामः सज्जिष्यसि सज्जिष्यथः सज्जिष्यथ सज्जिष्यति सज्जिष्यतः सज्जिष्यन्ति सज्जिष्ये सज्जिष्यावहे सज्जिष्यामहे सज्जिष्यसे सज्जिष्येथे सज्जिष्यध्वे सज्जिष्यते सज्जिष्येते सज्जिष्यन्ते क्रि. असज्जिष्यम् असज्जिष्याव असज्जिष्याम असज्जिष्ये असज्जिष्यावहि असज्जिष्यामहि असज्जिष्यः असज्जिष्यतम् असज्जिष्यत असज्जिष्यथा असज्जिष्येथाम् असज्जिष्यध्वम् असज्जिष्यत् असज्जिष्यताम् असज्जिष्यन्त असज्जिष्यत असज्जिष्येताम् असज्जिष्यन्त परो. ससज्ज ससज्जिव ससज्जिम ससज्जिथ ससज्जथुः / ससज्ज ससज्ज ससज्जतुः ससज्जुः ससज्जे ससज्जिवहे ससज्जिमहे ससज्जिषे ससज्जाथे ससज्जिध्वे ससज्जे ससज्जाते ससज्जिरे अद्य. असज्जिषम् असज्जिष्व असज्जिष्म 1 असज्जीः असज्जिष्टम असज्जिष्ट असज्जीत् असज्जिष्टाम् असज्जिषुः असज्जिषि असज्जिष्वहि असज्जिष्महि असज्जिष्ठाः असज्जिषाथाम् असज्जिध्वम् असज्जि असज्जिषाताम् असज्जिषत ill i आशी:सज्ज्यासम् सज्ज्यास्व सज्ज्यास्म सज्ज्याः सज्ज्यास्तम्। सज्ज्यास्त सज्ज्यात् सज्ज्यास्ताम् सज्ज्यासुः सज्जिषीय सज्जिषीवहि सज्जिषीमहि सज्जिषीष्ठाः सज्जिषीयास्थाम् सज्जिषीध्वम् सज्जिषीष्ट सज्जिषीयास्ताम् सज्जिषीरन् 1451 Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि कर्तरि धातु. 126 खन् - खण, व. खनामि खनावः खनसि खनथः खनति खनतः खनामः खनथ खनन्ति खाय खन्यावहे खायामहे 1 खन्यामहे 2 ध्य. अखनम् अखनः अखनत् अखनाव अखनतम अखनताम् अखनाम अखनत अखनन् अखाये अखन्ये अखायावहि अखायामहि अखान्यावहि अखान्यामहि वि. खनेयम् खनेव खनेः खनेम खनेत खायेय खन्येय खनेतम् खनेताम् खायेवहि खन्येवहि खायेमहि खन्येमहि खनेत् खनेयुः आ. खनानि खनाव खनतम् खनताम् खनाम खनत खनन्तु खायै खन्यै खायावहै खन्यावहै खन खायामहै खन्यामहै खनतु श्व. खनितास्मि खनितास्वः खनितास्मः खनिताहे खनितास्वहे खनितास्महे खनितासि खनितास्थः खनितास्थ खनितासे खनितासाथे खनितावे खनिता खनितारौ खनितारः खनिता खनितारौ खनितारः भवि. खनिष्यामि खनिष्यावः खनिष्यामः खनिष्ये खनिष्यावहे खनिष्यसि खनिष्यथः खनिष्यथ खनिष्यसे खनिष्येथे खनिष्यति खनिष्यतः खनिष्यन्ति खनिष्यते खनिष्येते खनिष्यामहे खनिष्यध्वे खनिष्यन्ते क्रि. अखनिष्यम् अखनिष्याव अखनिष्याम अखनिष्ये अखनिष्यावहि अखनिष्यामहि अखनिष्यः अखनिष्यतम अखनिष्यत अखनिष्यथाः अखनिष्येथाम अखनिष्यध्वम अखनिष्यन् अखनिष्यताम् अखनिष्यन्त अखनिष्यत अखनिष्येताम् अखनिष्यन्त E BI BIL ili sta ili परो. चखान/चखन चख्निव चख्लिम चखनिथ चख्नथुः चख्न चखान चख्नतुः चख्नुः चख्ने चख्निवहे चनिषे चख्नाथे चख्ने चख्नाते चख्निमहे चख्निध्वे चख्तिरे अद्य. अखानीत् 1 अखनीत् अखानिष्टाम् अखानिषुः 12 अखनिषि अखनिष्वहि अखनिष्महि अखनिष्टाम् अखनिषुः 2 अखनष्ठाः अखनिषाथाम् अखनिध्वम् अखानि अखनिषाताम् अखनिषत आशीःखन्यासम् खन्याः खन्यात् खन्यास्व खन्यास्म खनिषीय खनिषीवहि खनिषीमहि खन्यास्तम् खन्यास्त खनिषीष्ठाः खनिषीयास्थाम खनिषीध्वम् खन्यास्ताम् खन्यासुः खनिषीष्ट खनिषीयास्ताम् खनिषीरन् 146] Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट् / कर्मणि कर्तरि / धातु. 127 भिक्ष् - मागवू व. भिक्षे भिक्षावहे भिक्षामहे भिक्षसे भिक्षेथे भिक्षध्वे भिक्षते भिक्षेते भिक्षन्ते भिक्ष्ये भिक्ष्यसे भिक्ष्यते भिक्ष्यावहे भिक्ष्येथे मिक्ष्येते भिक्ष्यामहे मिक्ष्यध्वे भिक्ष्यन्ते हृ. अभिक्षे अभिक्षथा: अभिक्षत् अभिक्षावहि अभिक्षामहि अभिक्षेथाम् / अभिक्षध्वम् अभिक्षेताम् / अभिक्षन्त / अभिक्ष्ये अभिक्ष्यथाः अभिक्ष्यत अभिक्ष्यावहि अभिक्ष्येथाम् अभिक्ष्येताम् अभिक्ष्यामहि अभिक्ष्यध्वम् अभिक्ष्यन्त वि. भिक्षय मिक्षेवहि भिक्षेमहि भिक्षेथाः भिक्षेयाथाम् / भिक्षध्वम् भिक्षेत भिक्षेयाताम् / भिक्ष्येय भिक्ष्येथाः भिक्ष्येत मिक्ष्येवहि भिक्ष्येयाथाम् भिक्ष्येयाताम् भिक्ष्येमहि भिक्ष्यध्वम् भिक्षेरन् मिक्ष्येरन् आ. भि: भिक्षावहै भिक्षस्व भिक्षेथाम् भिक्षताम् मिक्षेताम् भिक्षामहै भिक्षध्वम् भिक्षन्ताम् भिक्ष्यै भिक्ष्यस्व मिक्ष्यताम् भिक्ष्यावहै भिक्ष्येथाम् भिक्ष्येताम् भिक्ष्यामहै भिक्ष्यध्वम् भिक्ष्यन्ताम् श्व. मिक्षिताहे मिक्षितास्वहे मिक्षितासे मिक्षितासाथे मिक्षिता मिक्षितारौ भिक्षितास्महे भिक्षिताध्वे मिक्षितारः भिक्षिताहे मिक्षितास्वहे भिक्षितासे मिक्षितासाथे भिक्षिता भिक्षितारौ भिक्षितास्महे भिक्षिताध्वे भिक्षितारः JI 111 | BIL TIL III III III III भवि. भिक्षिष्ये मिक्षिष्यावहे मिक्षिष्यसे मिक्षिष्येथे भिक्षिष्यते मिक्षिष्येते मिक्षिष्यामहे मिक्षिष्यध्वे भिक्षिष्यन्ते भिक्षिष्ये भिक्षिष्यावहे मिक्षिष्यसे भिक्षिष्येथे मिक्षिष्यते मिक्षिष्येते मिक्षिष्यामहे मिक्षिष्यध्वे मिक्षिष्यन्ते क्रि. अभिक्षिष्ये अभिक्षिष्यावहि अभिक्षिष्यामहि अभिक्षिष्ये अभिक्षिष्यावहि अभिक्षिष्यामहि अभिक्षिष्यथाः अभिक्षिष्येथाम् अभिक्षिष्यध्वम् अभिक्षिष्यथाः अभिक्षिष्येथाम् अभिक्षिष्यध्वम् अभिक्षिष्यत अभिक्षिष्येताम् अभिक्षिष्यन्त अभिक्षिष्यत अभिक्षिष्येताम् अभिक्षिष्यन्त परो. बिभिक्षे बिभिक्षिवहे बिभिक्षिमहे बिभिक्षे बिभिक्षिवहे बिमिक्षिमहे बिभिक्षिषे बिभिक्षाथे बिभिक्षिध्वे बिभिक्षिषे बिभिक्षाथे बिभिक्षिध्वे बिमिक्षे बिभिक्षाते बिभिक्षिरे बिभिक्षे बिमिक्षाते बिमिक्षिरे अद्य. अभिक्षिषि अमिक्षिष्वहि अभिक्षिष्महि / अभिक्षिषि अभिक्षिष्वहि अभिक्षिष्महि 1 अभिक्षिष्ठाः अमिक्षिषाथाम् अभिक्षिध्वम् अभिक्षिष्ठाः अभिक्षिषाथाम् अभिक्षिध्वम् अभिक्षिष्ट अभिक्षिषाताम् अभिक्षिषत अभिक्षि अभिक्षिषाताम् अभिक्षिषत आशी.भिक्षिषीय मिक्षिषीवहि मिक्षिषीमहि भिक्षिषीय मिक्षिषीवहि मिक्षिषीमहि भिक्षिषीष्ठाः मिक्षिषीयास्थाम् मिक्षिषीध्वम् भिक्षिषीष्ठाः मिक्षिषीयास्थाम् भिक्षिषीध्वम् भिक्षिषीष्ट मिक्षिषीयास्ताम मिक्षिषीरन मिक्षिषीष्ट मिक्षिषीयास्ताम मिक्षिषीरन 11471 Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / अनिट् ] कर्मणि कर्तरि धातु. 128 यज्-पूजा करवी/यज्ञ करवों व. यजामि यजावः यजामः / इज्ये यजसि यजथः यजथ इज्यसे यजति यजन्ति इज्यते इज्यावहे इज्येथे इज्यते इज्यामहे इज्यध्वे इज्यन्ते यजतः ध्य. अयजम् अयजः अयजाव अयजाम अयजत अयजताम् अयजन् अयजतम् ऐज्ये ऐज्यावहि ऐज्यथाः ऐज्येथाम् ऐज्यत ऐज्येताम् ऐज्यामहि ऐज्यध्वम् ऐज्यन्त अयजत् यजेव वि. यजेयम् यजेः यजेत् यजेतम् यजेम यजेत यजेयुः इज्येय इज्येवहि इज्येथाः इज्येयाथाम् इज्येत इज्येयाताम् इज्येमहि इज्येध्वम् इज्येरन् यजेताम् आ. यजानि यज यजतु यजाव यजतम् यजताम् यजाम यजत इज्य इज्यावहै इज्यस्व इज्येथाम् इज्यताम् इज्येताम् इज्यामहै इज्यध्वम् इज्यन्ताम् यजन्तु स्व. यष्टास्मि यष्टासि यष्टा यष्टास्वः यष्टास्मः यष्टास्थः यष्टास्थ यष्टारौ यष्टारः यष्टाहे यष्टासे यष्टा यष्टास्वहे यष्टासाथे यष्टारौ यष्टास्महे यष्टाध्वे यष्टारः 111 11 11 11 111111111 111 111 111 भवि. यक्ष्यामि यक्ष्यसि यक्ष्यति यक्ष्यावहे यक्ष्याव: यक्ष्यथ: यक्ष्यतः यक्ष्यामः यक्ष्यथ यक्ष्ये यक्ष्यसे यक्ष्यते यक्ष्येथे यक्ष्यामहे राक्ष्यध्वे यक्ष्यन्ते यक्ष्येते क्रि. अयक्ष्यम् अयक्ष्यः अयक्ष्यन् अयक्ष्याव अयक्ष्याम अयक्ष्यतम् अयक्ष्यत अयक्ष्यताम् अयक्ष्यन् अयक्ष्यामहि अयक्ष्यध्वम् अयक्ष्यन्त अयक्ष्ये अयक्ष्यावहि अयक्ष्यथाः अयक्ष्येथाम् अयक्ष्यत अयक्ष्येताम् ईजे ईजिवहे ईजिषे ईजे ईजाते ईजिम परो. इयाज/इयज ईजिव इयजिथ ईजथुः इयाज इज ईजाथे ईजिमहे ईजिध्वे ईजिरे ईजतुः इजुः अयक्षि अद्य, अयाक्षम् 2 अयाक्षीः अयाक्षीत् अयाझ्व अयाक्ष्म अयाष्टम् अयाष्ट अयाष्टाम् अयाक्षुः अयष्ठाः अयाजि अयक्ष्वहि अयक्षाथाम् अयक्षाताम् अयक्ष्महि अयगढ़वम् अयक्षत आशी: इज्यासम् इज्याः इज्यात् इज्यास्व इज्यास्म यक्षीय यक्षीवहि यक्षीमहि इज्यास्तम् इज्यास्त यक्षीष्ठाः यक्षीयास्थाम् / यक्षीध्वम् इज्यास्ताम् इज्यासुः / यक्षीष्ट यक्षीयास्ताम् यक्षीरन 1481 Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / अनिट् / धातु. 126 रम् - आरंभ करवो व, रमे रभावहे रभामहे रम्ये रभसे रभेथे रभ्यसे रभते रभेते रभन्ते रभ्यते रभध्वे रभ्यावहे रभ्येथे रभ्येते रभ्यामहे रम्यध्वे रम्यन्ते अरभावहि ध्य, अरभे अरभथाः अरभत अरभामहि अरभध्वम अरभन्त अरभ्ये अरम्यावहि अरभ्यथाः अरभ्येथाम् / अरभ्यत अरभ्येताम् अरभ्यामहि अरभ्यध्वम् अरभ्यन्त अरभेताम् वि. रमेय रमेथाः रभेत रभेवहि रभेयाथाम् रभेयाताम् रभेमहि रमेध्वम् रभेरन् रभ्येय रभ्येथाः रभ्येत रभ्येवहि रभ्येयाथाम् रभ्येयाताम् रम्येमहि रम्येध्वम् रम्येरन् आ. रमै रभस्व रभताम रभावहै रभेथाम् रमेताम् रभामहै रभध्वम् रभन्ताम् रभ्यै रभ्यस्व रभ्यताम् रभ्यावहै रभ्येथाम् रभ्येताम् रभ्यामहै रभ्यध्वम् रम्यन्ताम् श्व. रब्धाहे रब्धासे रब्धता 110 111 112 111 111 411 111 112 111 11111 रब्धास्वहे रब्धासाथै रब्धारौ रब्धास्महे रब्धाध्वे रब्धारः रब्धाहे रब्धासे रब्धा रब्धास्वहे रब्धासाथे रब्धारौ रब्धास्महे रब्धाध्ये रब्धारः SEEEEEEEEEEEEEEEEE in WI vII 11 th tez lll 111 III I In III i III 17e en lil na IT WE EEEEEE भवि. रप्स्ये रप्स्यसे रप्स्यते रप्स्यावहे रप्स्येथे रप्स्येते रप्स्यामहे रप्स्यध्वे रप्स्यन्ते रप्स्ये रप्स्यावहे रप्स्यसे रप्स्येथे रप्स्यते रप्स्येते रप्स्यामहे रप्स्यध्वे रप्स्यन्ते क्रि. अरप्स्ये अरप्स्यावहि अरप्स्यामहि अरप्स्येथाम् अरप्स्येथाम् अरप्स्यध्वम् अरप्स्यत अरप्स्येताम् अरप्स्यन्त अरप्स्ये अरप्स्यावहि अरप्स्यामहि अरप्स्यथाः अरप्स्येथाम् / अरप्स्येथाम् अरप्स्यत अरप्स्येताम् अरप्स्यन्त रेभे परो. रेभे रेभिषे रेभे रेभिवहे रेभाथे। रेभाते रेभिमहे रेभिध्वे रेभिवहे रेभाथे रेभाते रेमिमहे रेमिध्ये रेभिषे रेभिरे रेभे रेमिरे अद्य. अरप्सि 2 अरब्धाः अरब्ध अरप्स्वहि अरप्स्महि अरप्साथाम् अरब्वम् अरप्साताम् अरप्सत अरप्सि अरब्धाः अरप्स्वहि अरप्साथाम् अरप्साताम् अरप्स्महि अरब्धवम् अरप्सत अराभि अरप्स आशीरप्सीय रप्सीष्ठाः रप्सीष्ट रप्सीवहि रप्सीमहि रप्सीयास्थाम् रप्सीध्वम् रप्सीयास्ताम् रप्सीरन् रप्सीय रप्सीष्ठाः रप्सीष्ट रप्सीवहि रप्सीमहि रप्सीयास्थाम् रप्सीध्वम् रप्सीयास्ताम् रप्सीरन् Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / अनिट् | धातु. 130 वे - वणवू/कपडु वणवू व. वयामि वयावः वयामः ऊये वयसि वयथः वयथ ऊयसे वयति वयतः वयन्ति ऊयते ऊयावहे ऊयेथे ऊयेते ऊयामहे ऊयध्वे ऊयन्ते अवयाव अवयम् अवयः अवयत् अवयाम अवयत अवयन् औये औयावहि औयथाः औयेथाम् औयत औयेताम् औयामहि औयध्वम् औयन्त अवयताम् वि. वयेयम् वयेः वयेत् आ. वयानि वय वयेव वयेतम वयेताम् वयेम वयेत ऊयेय ऊयेवहि ऊयेथाः ऊयेयाथाम् ऊयेत ऊयेयाताम् ऊयेमहि ऊयेध्वम् ऊयेरन् वयेयुः वयाव वयतम् वयताम् वयाम वयत वयन्तु ऊयै ऊयावहै ऊयस्व ऊयेथाम् ऊयताम् ऊयेताम् ऊयामहै ऊयध्वम् ऊयन्ताम् वयतु श्व. वातास्मि वातास्वः वातासि वातास्थः वाता वातास्मः वातास्थ वातारः वाता वायिता वातारौ वायितारौ वातार: 1 वायितार: 2 भवि. वास्यामि वास्यावः वास्यसि वास्यथः वास्यति वास्यतः वास्यामः वास्यथ वास्यन्ति वास्यते वास्येते वायिष्यते वायिष्येते वास्यन्ते 1 वायिष्यन्ते 2 क्रि. अवास्यम् अवास्यः अवास्यत् अवास्याव अवास्याम अवास्यतम अवास्यत अवास्यताम् अवास्यन्त अवास्यत अवास्येताम् अवास्यन्त 1 अवायिष्यत अवायिष्येताम् अवायिष्यन्त 2 परो. उवाय उवौ ववौ ऊवयतुः ऊवतुः मऊयुः ऊये ऊवे ववे ऊ: वः ऊयाते ऊवाते ववाते ऊयिरे 1 ऊविरे 2 वविरे 3 ववतुः अद्य. अवासिषम् अवासिष्ठ अवासिष्म 4 अवासीः अवासिष्टम अवासिष्ट अवासीत् अवासिष्टाम् अवासिषुः अवायि अवायि अवासाताम् अवासत 1 अवायिषाताम् अवायिषत 2 आशी: ऊयासम् ऊयाः ऊयात् ऊयास्व ऊयास्म / वासीष्ट वासीयास्ताम् वासीरन् 1 ऊयास्तम् ऊयास्त वायिषीष्ट वायिषीयास्ताम् वायिषीरन् 2 ऊयास्ताम् ऊयासुः 150 Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनिट् | कर्मणि कर्तरि धातु. 131 व्ये - ढांकबुं व. व्ययामि व्ययावः व्ययसि व्ययथः व्ययति व्ययतः व्ययामः व्ययथ व्ययन्ति वीये वीयसे वीयते वीयावहेवीयामहे वीयेथे वीयध्वे वीयेते वीयन्ते ध्य. अव्ययम् अव्ययः अव्ययत् अव्ययाव अव्ययतम् अव्ययताम् अव्ययाम अव्ययत अव्ययन् अवीये अवीयावहि अवीयथाः अवीयेथाम् अवीयत अवीयेताम् अवीयामहि अवीयध्वम् अवीयन्त वीयेय वि. व्ययेयम् व्यये: व्ययेत् व्ययेव व्ययेतम् व्ययेताम् व्य येम व्ययेत व्ययेयुः वीयेथाः वीयेवहि वीयेमहि वीयेयाथाम् वीयध्वम् वीयेयाताम् वीयेरन् वीयेत आ. व्ययानि व्यय व्ययतु व्ययाव व्ययतम व्ययताम् व्ययाम व्ययत व्ययन्तु वीयै वीयस्व वीयताम् वीयावहै वीयेथाम् वीयेताम् वीयामहै वीयध्वम् वीयन्ताम् श्व. व्यातास्मि व्यातास्वः व्यातास्मः व्यातासि व्यातास्थ: व्यातास्थ व्याता व्यातारौ व्यातारः व्याता व्यातारौ व्यातारः 1 व्यायिता व्यायितारौ व्यायितारः2 भवि. व्यास्यामि व्यास्यावः व्यास्यामः व्यास्यसि व्यास्यथः / व्यास्यथ व्यास्यति व्यास्यतः व्यास्यन्ति व्यास्यते व्यास्येते व्यायिष्यते व्यायिष्येते व्यास्यन्ते 1 व्यायिष्यन्ते 2 क्रि. अव्यास्यम् अव्यास्याव अव्यास्याम अव्यास्यत् अव्यास्येताम् अव्यास्यन्त अव्यास्यः अव्यास्यतम् अव्यास्यत: अव्यायिष्यत् अव्यायिष्येताम् अव्यायिष्यन्त अव्यास्यत् अव्यास्यताम् अव्यास्यन्त w विव्ये विव्यिषे विव्ये विव्यिवहे विव्याथे विव्याते विव्यिमहे विव्यिध्वे विव्यिरे परो. विव्याय/विव्यय विव्यिव विव्यिम विप्याथ/विव्यिथ विव्यथुः विव्य विव्याय विव्यतुः विव्युः अद्य. अव्यासिषम् अव्यासिष्ठ अव्यासिष्म 4 अव्यासी: अव्यासिष्टम् अव्यासिष्ट अव्यासीत् अव्यासिष्टाम् अव्यासिषुः अव्यासि अव्यायि अव्यासाताम् अव्यासत 1 अव्यायिषाताम् अव्यायिषत 2 आशी: वीयासम् वीयास्ववीयास्म वीयाः वीयास्तम् वीयास्त वीयात् वीयास्ताम् वीयासुः व्यासीष्ट व्यासीयास्ताम व्यासीरन / व्यायिषीष्ट व्यायिषीयास्ताम् व्यायिषीरन् 1511 Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट् / धातु. 132 श्वि - वधq/जq व. श्वयामि श्वयावः श्वयामः श्वयथ: श्वयथ शूयसे श्वयति श्वयतः श्वयन्ति शूयते शूयावहे शूयामहे प्रता शूयेथे शूयेते शूयध्वे शूयन्ते ध्य. अश्वयम् अश्ययः अ . यत् अश्वयाव अश्वयतम् अश्वयताम् अश्वयाम अश्वयत अश्वयन् अशूये अशूयथाः अशूयत अशूयामहि अशूयध्वम् अशूयन्ताम् अशूयावहि अशूयेथाम् अशूयेताम् शूयेवहि शूयेयाथाम् शूयेयाताम् वि. श्वयेयम् श्वयेव श्वये: श्वयेतम् श्वयेत् श्वयेताम् श्वयेम श्वयेत श्वयेयुः शूयेय शूयेथाः शूयेत शूयेमहि शूर्यध्वम् शूयेरन् आ. श्वयानि श्वयाव श्वय श्वयतम् श्वयत श्वयताम श्वयाम श्वयत श्वयन्तु शूयै शूयावहै शूयस्व शूयेथाम् शृयताम् _शूयेताम् शूयामहै शूयध्वम् शूयन्ताम् श्व. श्वयितास्मि श्वयितास्वः श्वयितास्मः श्वयिता श्वयितारै श्वयितारः 1 श्वयितासि श्वयितास्थः श्वयितास्थ श्वायिता श्वायितारौ श्वायितारः 2 श्वयिता श्वयितारौ श्वयितारः भवि. श्वयिष्यामि श्वयिष्यावः श्वयिष्यामः श्वयिष्यते श्वयिष्येते श्वयिष्यसि श्वयिष्यथः श्वयिष्यथ श्वायिष्यते श्वायिष्येते श्वयिष्यति श्वयिष्यतः श्वयिष्यन्ति श्वयिष्यन्ते / श्वायिष्यन्ते 2 T H क्रि. अश्वयिष्यम् अश्वयिष्याव अश्वयिष्याम अश्वयिष्यत अश्वयिष्येताम् अश्वयिष्यन्त। अश्वयिष्यः अश्वयिष्यतम् अश्वयिष्यत / अश्वायिष्यत अश्वायिष्येताम् अश्वायिष्यन्त2 अश्वयिष्यत् अश्वयिष्यताम् अश्वयिष्यन् परो. शुशाव शुशुवतुः शुशुवुः 1 शुशुवे शुशुवाते. शुशुविरे / शिश्वायं शिश्वियतुः शिश्वियुः 2 शिश्विये शिश्वियाते शिश्वियिरे 2 अद्य.'अश्वत् अश्वताम् अश्वन् 1 अश्वायि 'अश्वयीत् अश्वयिष्टाम् अश्वयिषुः 2 अश्वायि अश्वयिषाताम् अश्वयिषत 1 अश्वायिषाताम् अश्वायिषत 2 आशीःशुयासम् शुयास्व शुयाः शुयास्तम् शुयात् शुयास्ताम् शुयास्मश्वयिषीष्ट श्वयिषीयास्ताम श्वयिषीरन 1 शुयास्त श्वायिषीष्ट श्वायिषीयास्तामश्वायिषीरन 2 शुयासुः 1521 Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट् / धातु. 133 सन् - भजन करवू व. सनामि सनाव: सनाम: साये सनसि सनथः सनथ सन्ये सनति सनतः सनन्ति सायावहे सन्यावहे सायामहे 1 सन्यामहे 2 ध्य. असनम् असनः असनत् असनाव असनतम असनताम् असनाम असनत असनन् असाये असन्ये असायावहि असायामहि 1 असन्यावहि असान्यामहिट सनेम वि. सनेयम् सनेः सनेत् सनेव सनेतम् सनेताम् सायेय सन्येय सायेवहि सन्येवहि सायेमहि 1 सन्येमहि 2 सनेत सनेयुः आ. सनानि सनाम सनाव सनतम् सनताम सायै सन्यै सायावहै सन्यावहै सायामहै 1 सन्यामहै 2 सन सनत सनतु श्व. सनितास्मि सनितास्वः सनितास्मः सनितासि सनितास्थः सनितास्थ सनिता सनितारौ सनितारः सनिताहे सनितास्वहे सनितास्महे सनितासे सनितासाथे सनिताध्वे सनिता सनितारौ सनितारः भवि. सनिष्यामि सनिष्यावः सनिष्यामः सनिष्यसि सनिष्यथः सनिष्यथ सनिष्यति सनिष्यतः सनिष्यन्ति सनिष्ये सनिष्यावहे सनिष्यसे सनिष्येथे सनिष्यते सनिष्येते सनिष्यामहे सनिष्यध्वे सनिष्यन्ते क्रि. असनिष्यम् असनिष्याव असनिष्याम असनिष्ये असनिष्यावहि असनिष्यामहि असनिष्यः असनिष्यतम् असनिष्यत असनिष्यथाः असनिष्येथाम् असनिष्यध्वम् असनिष्यत् असनिष्यताम् असनिष्यन्त असनिष्यत असनिष्येताम् असनिष्यन्त परो. ससान/ससन सेनिव सेनिम सेने सेनिवहे सेनिमहे सेनिथ सेनथुः सेन सेनिषे सेनाथे सेनिध्वे ससान सेनतु: सेनुः सेने सेनाते सेनिरे अद्य. असानीत् असानिष्टाम् असानिषुः 1 असनिषि असनिष्वहि असनिष्महि 1 असनीत् असनिष्टाम् असनिषुः 2 असनिष्ठाः असनिषाथाम् असनिध्वम् असानि असनिषाथाम् असनिषत आशी:सन्यासम् सन्यास्व सन्यास्म सन्याः सन्यास्तम् सन्यास्त सन्यात् सन्यास्ताम् सन्यासुः सनिषीय सनिषीवहि सनिषीमहि सनिषीष्ठाः सनिषीयास्थाम् सनिषीध्वम् सनिषीष्ट सनिषीयास्ताम् सनिषीरन् 153 Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 134 धृ - धारण कर, व. धरामि धराव: धरामः धरसि धरथः धरथ धरति धरतः धरन्ति ध्रिये धियसे धियते धियावहे धियेथे घियेते धियामहे धियध्वे घियन्ते ह्य. अधरम् अधरः अधरत् अधराव अधरतम् अधरताम् अधराम अधरत अध्रिये अध्रियावहि अध्रियथाः अध्रियेथाम् अधियत अध्रियेताम् अध्रियामहि अध्रियध्वम् अध्रियन्त अधरन् वि. धरेयम् धरेम धियेवहि धरेव धरेतम् धरेताम् धरेत धरेः धरेत् ध्रियेय ध्रियेथाः ध्रियेत धियेमहि ध्रियेयाथाम् धियेध्वम् धरेयुः धियावहै धरानि धर धरतु धराव धरतम धरताम् ध्रियै ध्रियावहै ध्रियस्व धियेथाम् / ध्रियताम् ध्रियेताम् ध्रियध्वम् धियन्ताम् धराम धरत धरन्तु धर्तास्मः धर्तास्थ धर्तारः श्व. धर्तास्मि धर्तास्वः धर्तासि धर्तास्थः धर्ता धर्तारौ धर्ताह धर्तासे धर्ता धर्तास्वहे धर्तासाथे धर्तारौ धर्तास्महे धर्तावे धर्तारः भवि. धरिष्यामि धरिष्यसि धरिष्यति धरिष्यावः / / धरिष्यामः धरिष्ये धरिष्यथः धरिष्यथ धरिष्यसे धरिष्यतः धरिष्यन्ति / धरिष्यते धरिष्यावहे धरिष्येथे धरिष्येते धरिष्यामहै धरिष्यध्वे धरिष्यन्ते क्रि. अधरिष्यम् अधरिष्याव अधिरिष्याम अधरिष्यत अधरिष्येताम् अधरिष्यन्त। अधरिष्यः अधरिस्यतम् अधरिस्यत अधारिष्यत अधारिष्येताम् अधारिष्यन्त2 अधरिष्यत् अधरिष्यताम् अधरिष्यन् दधृवहे परो. दधार/दधर दधृव दधर्थ दध्रथुः दधार दध्रतुः दधृम दध्रः दधे दधृषे दधे दधृमहे दधुढ़वे दधिरे दध्राते अद्य. अधार्सम अधार्व अधार्म 2 अधासीः अधास्तम् अधास्त अधार्सीत् अधार्ताम् अधासुः अधारि अधारि अधृषाताम् अधृषत 1 अधारिषाताम् अधारिषत 2 आशीः ध्रियासम् ध्रियास्व ध्रियास्म धृषीय धृषीवहि धृषीमहि ध्रियाः ध्रियास्तम् ध्रियास्त धृषीष्ठाः धृषीयास्थाम् धृषीवम् ध्रियात् ध्रियास्ताम् ध्रियासुः धृषीष्ट धृषीयास्ताम् धृषीरन् 14 Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | सेट् | कर्मणि कर्तरि धातु. 135 मथ् - मथवु व. मथामि मथाव: मथसि मथथः मथति मथतः मथामः मथथ मथन्ति मथ्ये मथ्यसे मथ्यते मथ्यावहे मथ्येथे मथ्येते मथ्यामहे मथ्यध्वे मथ्यन्ते ध्य. अमथम् अमथः अमथत् अमथाव अमथतम अमथताम् अमथाम अमथत अमथन् अमथ्ये अमथ्यथाः अमथ्यत अमथ्यावहि अमथ्येथाम् अमथ्येताम् अमथ्यामहि अमथ्यध्वम् अमथ्यन्त मथेयम् मथेः मथेत् मथेव मथेतम् मथेताम् मथेम मथेत मथ्येय मथ्येथाः मथ्येत मथ्येवहि मथ्येयाथाम् मथ्येयाताम् मथ्येमहि मथ्येध्वम् मथ्येरन् मथेयुः आ. मथानि मथ मथतु मथाव मथतम् मथताम् मथाम मथत मथन्तु मथ्यै मथ्यस्व मथ्यताम् मथ्यावहै मथ्येथाम् मथ्येताम् मथ्यावहै मथ्यध्वम् मथ्यन्ताम् श्व. मथितास्मि मथितास्वः मथितास्मः मथितासि मथितास्थः मथितास्थ मथिता मथितारौ मथितारः मथिताहे मथितास्वहे मथितासे मथितासाथे मथिता मथितारौ मथितास्महे मथिताध्वे मथितारः भवि. मथिष्यामि मथिष्यावः मथिष्यामः मथिष्ये ___ मथिष्यसि मथिष्यथः मथिष्यथ / मथिष्यसे मथिष्यति मथिष्यतः मथिष्यन्ति मथिष्यते मथिष्यावहे मथिष्येथे मथिष्येते मथिष्यामहे मथिष्यध्वे मथिष्यन्ते क्रि. अमथिष्यम् अमथिष्याव अमथिष्याम अमथिष्ये अमथिष्यावहि अमथिष्यामहि अमथिष्यः अमथिष्यतम् अमथिष्यत अमथिष्यथाः अमथिष्येथाम अमथिष्यध्वम् __ अमथिष्यत् अमथिष्यताम् अमथिष्यन्त अमथिष्यत अमथिष्येताम् अमथिष्यन्त मेथिम परो. ममाथ/ममथ मेथिव मेथिथ मेथथुः ममाथ मेथतुः __ मेथ मेथे मेथिषे मेथे मेथिवहे मेथाथे मेथाते मेथिमहे मेथिध्ये/वे मेथिरे मेथुः अद्य. अमथिषम् अमथी: अमथीत् अमथिष्व अमथिष्म अमथिष्टम् अमथिष्ट अमथिष्टाम् अमथिषुः अमथिषि अमथिष्वहि अमथिष्महि अमथिष्ठाः अमथिषाथाम् अमथिध्वम् अमथिष्ट अमथिषाताम् अमथिषत आशी मथ्यासम् मथ्याः मथ्यात् मथ्यास्व मथ्यास्म मथिषीय मथिषीमहि मथिषीमहि मथ्यास्तम मथ्यास्त मथिषीष्ठाः मथिषीयास्थाम् मथिषीध्वम् मथ्यास्ताम् मथ्यासुः मथिषीष्ट मथिषीयास्ताम् मथिषीरन् 1551 Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि | सेट / कर्मणि धातु. 136 वेष्ट् - वीटQ/वणवू व. वेष्टे वेष्टावहे वेष्टामहे वेष्ट्ये वेष्ट्यावहे वेष्टसे वेष्टेथे वेष्टध्वे वेष्ट्रयसे वेष्ट्येथे वेष्टते वेष्टेते वेष्टन्ते वेष्ट्यते वेष्ट्येते वेष्ट्यामहे वेष्ट्यध्वे वेष्ट्यन्ते ह्य. अवेष्टे अवेष्टावहि अवेष्टथाः अवेष्टेथाम् अवेष्टत अवेष्टेताम् अवेष्टामहि अवेष्ट्ये अवेष्ट्यावहि अवेष्ट्यामहि अवेष्टध्वम् / अवेष्ट्यथाः अवेष्ट्येथाम् अवेष्ट्यध्वम् अवेष्टन्त अवेष्ट्यत अवेष्ट्येताम् अवेष्ट्यन्त वि. वेष्टेय वेष्टेवहि वेष्टेमहि वेष्टेथाः वेष्टेयाथाम् वेष्टेध्वम्वे वेष्टेत वेष्टेयाताम् वेष्टेरन्वे आ. वेष्टै वेष्टावहै वेष्टामहै वेष्टस्व वेष्टेथाम् वेष्टध्वम्वे वेष्टताम् वेष्टेताम् वेष्टन्ताम् वेष्ट्येय वेष्ट्येवहि वेष्ट्येमहि ष्ट्येथाः वेष्ट्येयाथाम् वेष्ट्येध्वम् ष्ट्येत वेष्ट्येयाताम् वेष्ट्येरन् वेष्ट्यै वेष्ट्यावहै वेष्ट्यामहै ष्ट्यस्व वेष्ट्येथाम् वेष्ट्यध्वम् वेष्ट्यताम् वेष्ट्येताम् वेष्ट्यन्ताम् श्व वेष्टिताहे वेष्टितास्वहे वेष्टितास्महे वेष्टिताहे वेष्टितास्वहे वेष्टितास्महे वेष्टितासे वेष्टितासाथे वेष्टिताध्वे वेष्टितासे वेष्टितासाथे वेष्टिताध्वे वेष्टिता वेष्टितारौ वेष्टितारः वेष्टिता वेष्टितारौ वेष्टितारः भवि वेष्टिष्ये वेष्टिष्यावहे वेष्टिष्यामहे वेष्टिष्ये वेष्टिष्यावहे वेष्टिष्यामहे वेष्टिष्यसे वेष्टिष्येथे वेष्टिष्यध्वे वेष्टिष्यसे वेष्टिष्येथे वेष्टिष्यध्वे वेष्टिष्यते वेष्टिष्येते वेष्टिष्यन्ते वेष्टिष्यते वेष्टिष्येते वेष्टिष्यन्ते क्रि अवेष्टिष्ये अवेष्टिष्यावहि अवेष्टिष्यामहि अवेष्टिष्ये अवेष्टिष्यावहि अवेष्टिष्यामहि अवेष्टिष्यथाः अवेष्टिष्याथाम् अवेष्टिष्यध्वम् अवेष्टिष्यथाः अवेष्टिष्येथाम् अवेष्टिष्यध्वम् अवेष्टिष्यत अवेष्टिष्येताम् अवेष्टिष्यन्त / अवेष्टिष्यत अवेष्टिष्येताम् अवेष्टिष्यन्त परो. विवेष्टे विवेष्टिवहे विवेष्टिषे विवेष्टाथे विवेष्टे विवेष्टाते विवेष्टिमहे विवेष्टे विवेष्टिवहे विवेष्टिमहे विवेष्टिध्वे विवेष्टिषे विवेष्टाथे विवेष्टिध्वे/वे विवेष्टिरे विवेष्टे विवेष्टाते विवेष्टिरे अद्य. अवेष्टिषि अवेष्टिष्वहि अवेष्टिष्महि / अवेष्टिषि अवेष्टिष्वहि अवेष्टिष्महि अवेष्टिष्ठाः अवेष्टिषाथाम् अवेष्टिध्वम् / अवेष्टिष्ठाः अवेष्टिषाथाम् अवेष्टिध्वम् अवेष्टिष्ट अवेष्टिषाताम् अवेष्टिषत अवेष्टि अवेष्टिषाताम् अवेष्टिषत आशीः वेष्टिषीय वेष्टिषीवहि वेष्टिषीमहि / वेष्टिषीय वेष्टिषीवहि वेष्टिषीमहि वेष्टिषीष्ठाः वेष्टिषीयास्थाम् वेष्टिषीध्वम् / वेष्टिषीष्ठा: वेष्टिषीयास्थाम् वेष्टिषीध्वम् वेष्टिषीष्ट वेष्टिषीयास्ताम् वेष्टिषीरन् वेष्टिषीष्ट वेष्टिषीयास्ताम् वेष्टिषीरन् 1561 Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / अनिट् | धातु. 137 स्मि - स्मित करवु/थोडु हसवू ! व. स्मये स्मयावहे स्मयामहे स्मीये स्मयसे स्मयेथे स्मयध्वे स्मीयसे स्मयते स्मयेते स्मयन्ते स्मीयते स्मीयावहे स्मीयेथे स्मीयेते स्मीयामहे स्मीयध्वे स्मीयन्ते ह्य. अस्मये अस्मयावहि अस्मयथाः अस्मयेथाम् अस्मयत अस्मयेताम् अस्मयामहि अस्मयध्वम् अस्मयन्त अस्मीये अस्मीयावहि / अस्मीयामहि अस्मीयथाः अस्मीयेथाम् / अस्मीयध्वम् अस्मीयत अस्मीयेताम् अस्मीयन्त वि. स्मयेय स्मयेथाः स्मयेत स्मयेवहि स्मयेमहि स्मयेयाथाम् स्मयेध्वम् स्मयेयाताम् स्मयेरन् स्मीयेय स्मीयेथाः स्मीयेत स्मीयेवहि स्मीयेयाथाम् स्मीयेयाताम् स्मीयेमहि स्मीयेध्वम् स्मीयेरन् आ. स्मयै स्मयस्व स्मयावहै स्मयेथाम् स्मयेताम् स्मयामहै स्मयध्वम् स्मयन्ताम् स्मीयै स्मीयस्व स्मीयताम् स्मीयावहै स्मीयेथाम् स्मीयेताम् स्मीयामहै स्मीयध्वम् स्मीयन्ताम् स्मयताम् श्व. स्मेताहे स्मेतासे स्मता स्मतास्वहे स्मतासाथे स्मेतारौ स्मतास्महे स्मेतावे स्मेतारः स्मता स्मतारौ स्मायिता स्मायितारौ स्मेतारः 1 स्मायितार: 2 भवि. स्मेष्ये स्मेष्यसे स्मेष्यते स्मेष्यावहि स्मेष्येथाम् स्मेष्येताम् स्मेष्यामहि स्मेष्यध्वे स्मेष्यन्ते स्मेष्यते स्मेष्येते स्मेष्यन्ते 1 स्मायिष्यते स्मायिष्यते। स्मायिष्यन्ते 2 अस्मेष्यत अस्मेष्येताम् अस्मेष्यन्त 1 अस्मायिष्यत अस्मायिष्येताम् अस्मायिष्यन्त2 क्रि. अस्मेष्ये अस्मेष्यावहि अस्मेष्यामहि अस्मेष्यथाः अस्मेष्याथाम् अस्मेष्यध्वम् अस्मेष्यत अस्मेष्येताम अस्मेष्यन्त परो. सिष्मियिये सिष्मियिवहे सिष्मियिमहे सिष्मियिषे सिष्मियाथे सिष्मियिध्वे सिष्मिये सिष्मियाते सिष्मियिरे सिमिये सिष्मियिवहे सिष्मियिमहे सिष्मियिषे सिष्मियाथे सिष्मियिध्वे सिष्मिये सिष्मियाते सिष्मियिरे अद्य. अस्मेषि अस्मेष्ठाः अस्मेष्ट अस्मेष्वहि अस्मेषाथाम् अस्मेषाताम् अस्मेष्महि अस्मध्वम् अस्मेषत अस्मायि अस्मायि अस्मेषाताम् अस्मेषत 1 अस्मायिषाताम् अस्मायिषत 2 !!! आशीः स्मेषीय स्मेषीवहि स्मेषीमहि स्मेषीष्ठाः स्मेषीयास्थाम स्मेषीध्वम् स्मेषीष्ट स्मेषीयास्ताम् स्मेषीरन् स्मेषीष्ट स्मेषीयास्ताम् स्मेषीरन् 1 स्मायिषीष्ट स्मायिषीयास्ताम् स्मायिषीरन् 2 1571 Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट् / धातु. 138 ग्रस् - ग्रसतुं/गळवू/पकड व. ग्रसामि ग्रसावः ग्रसामः ग्रस्ये ग्रससि ग्रसथः ग्रसथ ग्रस्यसे ग्रसति ग्रसतः ग्रसन्ति ग्रस्यते ग्रस्यावहे ग्रस्येथे ग्रस्येते ग्रस्यामहे ग्रस्यध्वे ग्रस्यन्ते ह्य. अग्रसम् अग्रसः अग्रसत् अग्रसाव अग्रसतम् अग्रसताम अग्रसाम अग्रसत अग्रस्ये अग्रस्यावहि अग्रस्यथाः अग्रस्येथाम् अग्रस्यत अग्रस्येताम् अग्रस्यामहि अग्रस्यध्वम् अग्रस्यन्त अग्रसन् वि. ग्रसेयम् ग्रसेः ग्रसेव ग्रसेतम् ग्रसेताम् ग्रसेम ग्रसेत ग्रसेयुः ग्रस्येय ग्रस्येवहि ग्रस्येमहि ग्रस्येथाः ग्रस्येयाथाम् ग्रस्येध्वम् ग्रस्येत ग्रस्येयाताम् ग्रस्येरन् ग्रसेत् आ. ग्रसानि ग्रस्यै ग्रसाव ग्रसतम् ग्रसताम् ग्रसाम ग्रसत ग्रस ग्रस्यावहै ग्रस्यस्व ग्रस्येथाम् ग्रस्यताम् ग्रस्येताम् ग्रस्यामहै ग्रस्यध्वम् ग्रस्यन्ताम् ग्रसतु ग्रसन्तु श्व. ग्रसितास्मि ग्रसितास्वः ग्रसितास्मः ग्रसितासि ग्रसितास्थः ग्रसितास्थ ग्रसिता ग्रसितारौ ग्रसितारः ग्रसिताहे ग्रसितास्वहे ग्रसितास्महे ग्रसितासे ग्रसितासाथे ग्रसिताध्वे ग्रसिता ग्रसितारौ ग्रसितारः 11 DIT HET WE HI HII III for HIT DIE भवि. ग्रसिस्यामि ग्रसिस्यावः ग्रसिस्यामः ग्रसिष्ये ग्रसिष्यावहे ग्रसिस्यसि ग्रसिस्यथः ग्रसिस्यथ ग्रसिष्यसे ग्रसिष्येथे ग्रसिस्यति ग्रमिस्यतः ग्रसिस्यन्ति ग्रसिष्यते ग्रसिष्येते ग्रसिष्यामहे ग्रसिष्यध्वे ग्रसिष्यन्ते क्रि. अग्रसिस्यम् अग्रसिस्याव अग्रसिस्याम अग्रसिष्ये अग्रसिष्यावहि अग्रसिष्यामहि अग्रसिस्यः अग्रसिस्यतम् अग्रसिस्यत अग्रसिष्यथाः अग्रसिष्येथाम् अग्रसिष्यध्वम् अग्रसिस्यत् अग्रसिस्यताम् अग्रसिस्यन् अग्रसिष्यत अग्रसिष्येताम् अग्रसिष्यन्त परो. जग्रस/जग्रास जग्रसिव जग्रसिथ जग्रसथुः जग्रास जग्रसतुः जग्रसिम जग्रस जनसे जग्रसिषे जग्रसे जग्रसिवहे जनसाथे जनसाते जग्रसिमहे जग्रसिध्चे जग्रसिरे अद्य. अग्रसिसम् अग्रसिष्व अग्रसिष्म अग्रसीः अग्रसिष्टम् अग्रसिष्ट अग्रसीत् अग्रसिष्टाम् अग्रसिषुः अग्रसिषि अग्रसिष्वहि अग्रसिष्महि अग्रसिष्ठाः अग्रसिषाथाम् अग्रसिध्वम् अग्रासि अग्रसिषाथाम् अग्रसिषत ग्रस्याः ग्रस्यात् ग्रस्यास्व ग्रस्यास्म ग्रसिषीय ग्रसिषीवहि ग्रसिषीमहि ग्रस्यास्तम ग्रस्यास्त ग्रसिषीष्ठाः ग्रसिषीयास्थाम् ग्रसिषीध्वम् ग्रस्यास्ताम् ग्रस्यासुः ग्रसिषीष्ट ग्रसिषीयास्ताम् ग्रसिषीरन् 158] Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट् / कर्मणि कर्तरि धातु. 136 व्रज - जर्बु व. व्रजामि व्रजावः व्रजसि व्रजथः व्रजति व्रजतः व्रज्ये व्रजामः व्रजथ व्रजन्ति व्रज्यसे व्रज्यते व्रज्यावहे व्रज्येथे व्रज्येते व्रज्यामहे व्रज्यध्वे व्रज्यन्ते ध्य. अव्रजम् अव्रजः अव्रजत् अवजाव अव्रजतम् अव्रजताम् अवजाम अव्रजत अव्रजन् अव्रज्ये अव्रज्यथाः अव्रज्यत अव्रज्यावहि अव्रज्येथाम् अव्रज्येताम् अव्रज्यामहि अव्रज्यध्वम् अव्रज्यन्त वि. व्रजेयम् व्रजेः व्रजेत् व्रजेव व्रजेतम् व्रजेताम् व्रजेम व्रजेत व्रजेयुः व्रज्येय व्रज्येथाः व्रज्येत व्रज्येवहि व्रज्येयाथाम् व्रज्येयाताम् व्रज्येमहि व्रज्येध्वम् व्रज्येरन् व्रज्यै आ. व्रजानि व्रज व्रजतु व्रजाव व्रजतम् व्रजताम् व्रजाम व्रजत व्रजन्तु व्रज्यस्व व्रज्यताम् व्रज्यावहै व्रज्येथाम् व्रज्येताम् व्रज्यामहै व्रज्यध्वम् व्रज्यन्ताम् श्व. वजितास्मि व्रजितास्वः वजितास्मः व्रजितासि वजितास्थः व्रजितास्थ व्रजिता व्रजितारौ वजितारः व्रजिताहे व्रजितासे व्रजिता व्रजितास्वहे व्रजितास्महे वजितासाथे व्रजिताध्ये व्रजितारौ व्रजितारः भवि. व्रजिष्यामि व्रजिष्यसि व्रजिष्यति व्रजिष्याव: व्रजिष्यामः व्रजिष्यथः व्रजिष्स्यथ व्रजिष्यतः व्रजिष्यन्ति व्रजिष्ये व्रजिष्यावहे व्रजिष्यसे व्रजिष्येथे व्रजिष्यते व्रजिष्येते व्रजिष्यामहे व्रजिष्यध्वे व्रजिष्यन्ते क्रि. अव्रजिष्यम् अव्रजिष्यः अव्रजिष्यत् अवजिष्याव अव्रजिष्याम: अव्रजिष्यतम् अव्रजिष्यत अव्रजिष्यताम् अव्रजिष्यन्त अवजिष्ये अव्रजिष्यावहि अवजिष्यामहि अव्रजिष्यथाः अव्रजिष्येथाम् अवजिष्यध्वम् अवजिष्यत अवजिष्येताम् अवजिष्यन्त परो. वव्राज/वव्रज वव्रजिव वव्रजिय वव्रजथः वव्राज वव्रजतुः वव्रजिम वव्रज वव्रजुः वव्रजे वव्रजिषे वव्रजे वव्रजिवहे वव्रजाथे वव्रजाते वव्रजिमहे वव्रजिध्वे वव्रजिरे अद्य. अव्राजिषम् 1 अवाजी: अव्राजीत् अव्राजिष्व अव्राजिष्म अव्राजिष्टम अवाजिष्ट अव्राजिष्टाम् अव्राजिषुः अवजिषि अवजिष्वहि अव्रजिष्महि अवजिष्ठाः अव्रजिषाथाम् अवजिध्वम् अव्राजि अव्रजिषाताम् अव्रजिषत आशी: व्रज्यासम् व्रज्याः व्रज्यात व्रज्यास्व व्रज्यास्म व्रजिषीय वजिषीवहि व्रजिषीमहि व्रजयास्तम् व्रज्यास्त व्रजिषीष्ठाः व्रजिषीयास्थाम् व्रजिषीध्वम् व्रज्यास्ताम् व्रज्यासुः / व्रजिषीष्ट व्रजिषीयास्ताम् व्रजिषीरन् |159 Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि अनिट् / कर्मणि धातु. 140 व. सामि सर्पसि सर्पति सृप - जर्बु सावः सर्पथः सर्पतः सृप्यामहे सर्पाम: सर्पथ सर्पन्ति सृप्ये सृप्यसे सृप्यते सृप्यावहे सप्येथे सृप्येते सुप्यध्वे सृप्यन्ते ध्य. असर्पम् असर्पः असर्पत् असाव असर्पतम् असर्पताम् असम असर्पत असर्पन् असप्ये असृप्यावहि असृप्यथाः असृप्येथाम् असृप्यत असृप्येताम् असृप्यामहि असृप्यध्वम् असृप्यन्त वि. सर्पयम् सर्पव सप्तम् सर्पम सर्पः सृप्येय सृप्येवहि सृप्येथाः सृप्येयाथाम् सृप्येत सृप्येयाताम् सर्पत सर्पेयुः सृप्यमहि सृप्यध्वम् सृप्येरन् सत् सपैताम् सम आ. सर्पाणि सर्प सर्पतु सर्पाव सर्पतम् सृप्यै सृप्यावहै सृप्यस्व सृप्येथाम् सृप्यताम् सृप्येताम् सर्पत सर्पन्तु सृप्यामहै सृप्यध्वम् सृप्यन्ताम् सर्पताम् श्व. सप्ता सप्त सप्तारौ सर्तारौ सप्तार: 1 सप्तर: 2 सप्ता सर्ता सप्तारौ सप्र्तारौ सप्तारः 1 सप्त र: 2 भवि. सप्स्यति सप्स्यतः सप्स्यन्ति 1 सप्स्यते सप्स्येते सप्स्यन्ते 1 सय॑ति सर्म्यतः सद्यन्ति 2 सर्व्यते सर्म्यते / सय॑न्ते 2 क्रि. अम्रप्स्यत् अम्रप्स्यताम् अस्रप्स्यन्त 12 अम्रप्स्यत अस्रप्स्येताम् असय॑त् असर्म्यताम् असर्म्यन्त 2 असर्म्यत असपर्येताम् अम्रप्स्यन्त 1 असय॑न्त 2 परो. ससर्प ससृपिव ससर्पिथ ससृपथुः ससर्प ससृपतुः ससृपिम ससृप ससृपुः ससृपे ससृपिषे ससृपे ससृपिवहे ससृपाथे ससृपाते ससृपिमहे ससृपिध्वे ससृपिरे अद्य. असृपम् 6 असृपः ___ असृपत् असृपाव असृपाव असृपताम् असृपाम असृपत असृपन् असृप्सि असृष्थाः असृप्स्वहि असृप्स्महि असृप्ताथाम् असृध्वम् असृप्साताम् असृप्सत असर्पि आशीः सृप्यासम् सृप्यास्व सृप्यास्म सृप्याः सप्यास्तम् सप्यास्त सृप्यात् सृप्यास्ताम् सृप्यासुः / सृप्सीय सृप्सीवहि सृप्सीमहि सृप्सीष्ठाः सृप्सीयास्थाम् सृप्सीध्वम् सृप्सीष्ट सृप्सीयास्ताम् सृप्सीरन् 1601 Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / सेट / कर्मणि कर्तरि धातु. 141 गद् - बोलवू व. गदामि गदावः गदसि | गद्ये गदामः गदथ गदन्ति गदथः गदतः गदति गद्यावहे . गद्यामहे गयेथे गद्यध्वे गद्येते गद्यन्ते गद्यसे गद्यते ह्य. अगदम् अगदः अगदत् अगदाव अगदतम अगदताम् अगदाम अगदत अगदन् अगद्ये अगद्यथाः अगद्यत अगद्यावहि अगद्येथाम् अगद्येताम् अगद्यामहि अगद्यध्वम् अगद्यन्त वि. गदेयम् गदेः गदेत् गदेव गदेतम् गदेताम् गदेम गदेत गदेयुः गद्येय गद्येथाः गद्येत गद्येवहि गद्येयाथाम् गद्येयाताम् गद्येमहि गद्यध्वम् गोरन् आ. गदानि गद्यै गद गदाव गदतम् गदताम् गदाम गदत गदन्तु गद्यावहै गद्येथाम् गद्येताम् गद्यस्व गद्यताम् गद्यामहै गद्यध्वम् गद्यन्ताम् गदतु श्व. गदितास्मि गदितास्वः गदितास्मः गदिताहे गदितास्वहे गदितास्महे गदितासि गदितास्थः गदितास्थ / गदितासे / गदितासाथे गदितावे गदिता गदितारौ गदितारः गदिता गदितारौ गदितारः भवि. गदिष्यामि गदिष्यसि गदिष्यति गदिष्यावः गदिष्यामः गदिष्ये गदिष्यावहे गदिष्यथ: गदिष्यथ / गदिष्यसे गदिष्येथे गदिष्यतः गदिष्यन्ति गदिष्यते गदिष्येते गदिष्यामहे गदिष्यध्वे गदिष्यन्ते क्रि. अगदिष्यम् अगदिष्याव अगदिष्याम अगदिष्ये अगदिष्यावहि अगदिष्यामहि अगदिष्यः अगदिष्यतम् अगदिष्यत अगदिष्यथाः अगदिष्येथाम् अगदिष्यध्वम् अगदिष्यत् अगदिष्यताम् अगदिष्यन्त अगदिष्यत अगदिष्येताम् अगदिष्यन्त परो. जगाद/जगद जगदिव जगदिम जगदे जगदिवहे जगदिमहे जगदिथ जगदथुः जगद जगदिषे जगदाथे जगदिध्वे जगाद जगदतुः जगदुः जगदे जगदाते जगदिरे अद्य. अगादीत् अगादिष्टाम् अगादिषुः 17 अगदिषि अगदिष्वहि अगदिष्महि 1 अगदीत् अगदिष्टाम् अगदिषुः 2 अगदिष्ठाः अगदिषाथाम् अगदिध्वम् अगादि अगदिषाताम् अगदिषत आशी:गद्यासम् गद्याः गद्यास्व गद्यास्म गदिषीय गदिषीवहि गदिषीमहि गद्यास्तम् गद्यास्त गदिषीष्ठाः गदिषीयास्थाम गदिषीध्वम् गद्यास्ताम् गद्यासुः गदिषीष्ट गदिषीयास्ताम् गदिषीरन् 161 गद्यात् Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 142 व. लगामि लगसि लगति कर्तरि / से लग - लागq/वळगq लगावः लगामः लगथः लगथ लगतः लगन्ति लग्ये लग्यसे लग्यते लग्यावहे लग्येथे लग्येते लग्यामहे लग्यध्वे लग्यन्ते डा. ' अलगम् अलगः अलगत् अलगाव अलगतम् अलगताम् अलगाम अलगत अलगन् अलग्ये अलग्यावहि अलग्यथाः अलग्येथाम् अलग्यत अलग्येताम् अलग्यामहि अलग्यध्वम् अलग्यन्त लगेयम् लगेव लग्येय लगे: लगेत् लग्येथाः लगेम लगेत लगेयुः लगेतम् लगेताम् लग्येवहि लग्येयाथाम् लग्येयाताम् लग्येमहि लग्यध्वम् लग्येरन् लग्येत लगानि लग लगतु लगाव लगतम् लगताम् लगाम लगत लग्यै लग्यस्व लग्यताम् लग्यावहै लग्येथाम् लग्येताम् लग्यामहै लग्यध्वम् लग्यन्ताम लगन्तु श्व. लगितास्मि लगितासि लगिता लगितास्वः लगितास्मः लगिताहे लगितास्थः लगितास्थ लगितासे लगितारौ लगितारः लगिता लगितास्वहे लगितास्महे लगितासाथे लगिताध्वे लगितारौ लगितारः भवि. लगिष्यामि लगिष्यसि लगिष्यति लगिष्यावः लगिष्यामः / लगिष्ये लगिष्यथ: लगिष्यच लगिष्यसे 'लगिष्यतः लगिष्यन्ति लगिष्यते लगिष्यावहे लगिष्येथे लगिष्येते लगिष्यामहे लगियध्वे लगिष्यन्ते क्रि. अलगिष्यम् अलगिष्यः अलगिष्यत् अलगिष्याव अलगिष्याम: अलगिष्ये अलगिष्यावहि अलगिष्यामहि अलगिष्यतम् अलगिष्यत अलगिष्यथाः अलगिष्येथाम् अलगिष्यध्वम् अलगिष्यताम् अलगिष्यन् अलगिष्यत अलगिष्येताम् अलगिष्यन्त लेगे परो. ललाग/ललग लेगिव लेगिथ लेगथुः ललाग लेगतुः लेगिम लेग लेगुः लेगिषे लेगिवहे लेगाथे लेगाते लेगिमहे लेगिध्ये लेगिरे लेगे अद्य. अलागिषम् 1 अलगी अलगीत् अलागिष्व अलागिष्म अलगिष्टम् अलगिष्ट अलगिष्टाम् अलगिषुः / अलगिषि अलगिष्वहि अलगिष्महि अलगिष्ठाः अलगिषाथाम् अलगिध्वम्,ड्ढ्वम् अलागि अलगिषाताम् अलगिषत आशीः लग्यासम् लग्याः लग्यात् लग्यास्व लग्यास्म 2 लगिषीय लगिषीवहि लगिषीमहि लग्यास्तम् लग्यास्त लगिषीष्ठाः लगिषीयास्थाम् लगिषीध्वम् लग्अयास्ताम् लग्यासुः लगिषीष्ट लगिषीयास्ताम् लगिषीरन् 162 Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 143 ईर्ण्य - इर्ष्या करवी व. ईर्ष्यामि ईर्ष्यावः ईर्ष्यामः ईय॑सि ईग्रंथः ईग्रंथ ईर्ण्यति ईर्ष्णतः ईय॑न्ति ध्य. ऐयम् ऐाव ऐमि ऐर्श्यत / ईर्पा ईय॑से ईर्घ्यते ईर्ष्यावहे ईष्टयेथे ईष्येते ईर्ष्यामहे ईष्र्ण्यध्वे ईय॑न्ते ऐमिहि ऐय॒तम् ऐर्श्यताम् ऐये ऐयथाः ऐर्श्यत ऐर्ध्यावहि ऐष्यर्येथाम् ऐयेताम् ऐर्घ्यध्वम् ऐय॑न् ऐर्घ्यन्त ईयेयम् 177 111 112 111 112 11 ईयेव ईय॒तम् ईर्येताम् ईर्ष्याव ईयेम ईयेयुः ईर्ष्याम ईयत ईयेय ईयॆवहि ईयेथाः ईघैयाथाम् ईयेत ईयेयाताम् ईयेत् ईयॆमहि ईर्म्यध्वम् ईोरन् आ. ईर्ष्याणि ईर्ष्ण ईर्ष्णतु ईय॒तम् ईये ईर्ष्यावहै ईय॑स्व ईयेथाम् ईर्घ्यताम् ईय॒ताम् ईर्ष्यामहै ईय॑ध्वम् ईय॑न्ताम् ईय॒ताम् ईर्घ्यन्तु श्व. ईjितास्मि ईयितास्वः ईjितास्मः ईर्ण्यितासि ईjितास्थः ईय॑तास्थ ईयिता ईNितारौ ईर्ण्यितारः ईर्ण्यिताहे ईर्ष्णतास्वहे ईjितासे ईर्ण्यतासाथे ईर्ण्यिता ईjितारौ ईर्ष्णतास्महे ईjितावे ईjितारः भवि. ईर्ण्यिष्यामि ईNिष्यावः / ईर्ण्यिष्यामः ईयिष्यसि ईयिष्यथः ईयिष्यथ ईति॒िष्यति ईयिष्यतः ईHिष्यन्ति ईयिष्ये ईयष्यावहे ईयिष्यसे ईर्ण्यष्येथे ईjिष्यते ईयिष्येते Ili lu ll ईयिष्यामहे ईयिष्यध्वे ईय॒िष्यन्ते ऐयिष्यामहि क्रि. ऐपिष्यम् ऐयिष्याव ऐति॒िष्याम ऐयिष्यः ऐयिष्यतम् ऐर्ण्यिष्यत ऐति॒िष्यत् ऐति॒िष्यताम् ऐयिष्यन्त ऐयिष्ये ऐर्षुिष्यावहि ऐयिष्यथाः ऐयिष्येथाम् ऐयिष्यत ऐय॒िष्येताम् ऐयिष्यन्त परो ईर्ष्याचकार ईर्ष्याचक्रतुः ईष्याबचक्रुः 1 ईर्ष्याचक्रे ईर्ष्याचक्राते ईर्ष्याषचक्रिरे। ईर्ष्याम्बभूव ईर्ष्याम्बभूवतुः ईर्ष्याम्बभूवुः 2 ईर्ष्याम्बभूवे ईर्ष्याम्बभूवाते ईर्ष्याम्बमूविरे ll अद्य. ऐय॒िषम् 1 ऐीः ऐय॒िष्व ऐय॒िष्टम् ऐNिष्टाम् ऐयिष्म ऐNिष्ट ऐय॒िषुः ऐयिषि ऐय॒िष्वहि ऐयिष्महि ऐयिष्ठाः ऐर्ण्यिषाथाम् / ऐयिध्वम् ऐHिषाताम् ऐjिषत ऐीत् ऐयि आशी.ईर्ष्यात् उप्याः उप्यात् ईस्तिाम् ईर्ष्यासुः 1 ईर्घषीय ईHिषीवहि ईHिषीमहि उप्यास्तम् ईर्ण्य 2 ईjिषीष्ठाः ईjिषीयास्थाम् ईय॒षीध्वम् उप्यास्ताम् उप्यासुः ईति॒िषीष्ट ईय॒षीयास्ताम् ईग्रिंषीरन् 1631 ll lll Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि कर्मणि धातु. 144 पु - स्मित करवु/थोडु हसवू व. प्रवे प्रवावहे प्रवामहे / / प्रवसे प्रवेथे प्रवध्वे प्रवते प्रवेते प्रवन्ते प्रूयावहे ये प्रयसे प्रूयते प्रूयामहे पूयध्वे प्रूयन्ते __ अप्रूयावहि अप्रवथाः अप्रवेथाम् अप्रवत अप्रवेताम् अप्रवामहि अप्रवध्वम् अप्रवन्त अप्रूयामहि अप्रूयध्वम् अप्रूयन्त प्रवेमहि वि. प्रवेय प्रवेथाः प्रवेत प्रवेवहि प्रवेयाथाम् प्रवेयाताम् अप्रूयथाः अप्रूयेथाम् अप्रूयत अप्रूयेताम् प्रूयेय येवहि पूयेथाः प्र॒येयाथाम् येत येयाताम् प्रवेध्वम् प्रवेरन् प्रूयेमहि प्रूयेध्वम् येरन् प्रूयामहै ए॒यध्वम् प्रूयन्ताम् प्रवावहै आ. प्रवै प्रवस्व प्रवताम् प्रवामहै प्रवध्वम् प्रवन्ताम् प्रूयै यस्व प्रूयताम् प्रूयावहै येथाम् येताम् प्रवेताम् 'श्व. प्रोताहे प्रोतास्वहे / प्रोतास्महे प्रोतासे प्रोतासाथे प्रोताध्वे प्रोता प्रोतारौ प्रोतारः प्रोतारः 1 प्रावितार: 2 प्राविता प्रावितारौ भवि. प्रोष्ये प्रोष्यावहे प्रोष्यसे प्रोष्येथे प्रोष्यते प्रोष्येते प्रोष्यामहे प्रोष्यध्वे प्रोष्यन्ते प्रोष्यते प्रोष्येते / प्राविष्यते प्राविष्येते प्राविष्यन्ते 1 प्राविष्यन्ते 2 क्रि. अप्रोष्ये अप्रोष्यावहि अप्रोष्यामहि अप्रोष्यत अप्रोष्येताम् अप्रोष्यन्त 1 अप्रोष्यथाः अप्रोष्येथाम् अप्रोष्यध्वम् / अप्राविष्यत अप्राविष्येताम् अप्राविष्यन्त 2 अप्रोष्यत अप्रोष्येताम् अप्रोष्यन्त पुपुवे पुघुविवहे पुप्रविषे पास पुगुवाथे पुप्रविमहे पुषुविध्वे पुप्रविरे पुपुवे पुगुवाते परो. पुावे. पुप्रविवहे पुप्रविमहे पुप्रविथे पुप्रवाथे पुप्रविध्वे पुपुवे पुवाते पुणुविरे अद्य. अप्रोषि अप्रोष्वहि अप्रोष्महि 2 अप्रोष्ठाः अप्रोषाथाम् अप्रोवम् अप्रोष्ट अप्रोषाताम् अप्रोषत अप्रावि अप्रवि अप्रोषाताम् अप्रोषत 1 अप्राविषाताम् अप्रविषत 2 आशीः प्रोषीय प्रोषीवहि प्रोषीमहि / प्राविषीय प्राविषीवहि प्राविषीमहि प्रोषीष्ठाः प्रोषीयास्थाम् प्रोषीढ्वम् / प्राविषीष्ठाः प्राविषीयास्थाम् प्राविषीदवम् प्रोषीष्ट प्रोषीयास्ताम् प्रोषीरन् प्राविषीष्ट प्राविषीयास्ताम् प्राविषीरन् 164 Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 145 लस् - अभिलाषा करवी व. लसामि लसावः लसामः लससि लसथः लसथ लसतः लसन्ति लस्ये लस्यसे लस्यते लस्यावहे लस्येथे लस्येते लस्यामहे लस्यध्वे लस्यन्ते लसति अलसम् अलसः अलसत् अलसाव अलसाम अलसतम् अलसत अलसताम् ___ अलसन् अलस्ये अलस्यथाः अलस्यत अलस्यावहि अलस्येथाम् अलस्येताम् अलस्यामहि अलस्यध्वम् अलस्यन्त लसेयम् लसेव लसेतम् लसे: लसेम लसेत लसेयुः लस्येय लस्येथाः लस्येत लस्येवहि लस्येयाथाम् लस्येयाताम् लस्येमहि लस्यध्वम् लस्येरन् लसेत् लसेताम् आ. लसानि लस लसतु लसाव लसतम् लसताम् लसाम लसत लसन्तु लस्यै लस्यस्व लस्यताम् लस्यावहै लस्येथाम् लस्येताम् लस्यामहै लस्यध्वम् लस्यन्ताम् श्व. लसितास्मि लसितास्वः लसितास्मः लसितासि लसितास्थः लसितास्थ लसिता लसितारौ लसितारः लसिताहे लसितास्वहे लसितास्महे लसितासे लसितासाथे लसिताध्वे लसिता लसितारौ लसितारः In III II u 11 ill att all du alt ill atu ilt il th In III an ill all 111 III HATI iu iu lit an. I WII भवि. लसिष्यामि लसिष्यसि लसिष्यति लसिष्यावः लसिष्यामः लसिष्ये लसिष्यावहे लसिष्यथः लसिष्यथ लसिष्यसे लसिष्येथे लसिष्यतः लसिष्यन्ति लसिष्यते लसिष्येते लसिष्यामहे लसिष्यध्वे लसिष्यन्ते क्रि. अलसिष्यम् अलसिष्यः अलसिष्यत् अलसिष्याव अलसिष्याम अलसिष्ये अलसिष्यावहि अलसिष्यामहि अलसिष्यतम् अलसिष्यत अलसिष्यथाः अलसिष्येथाम् अलसिष्यध्वम् अलसिष्यताम् अलसिष्यन् / अलसिष्यत अलसिष्येताम् अलसिष्यन्त ललास/ललस लेसिव लेसिथ लेसथुः ललास लेसतुः लेसिम लेस लेसुः लेसे लेसिषे लेसे लेसिवहे लेसाथे लेसाते माथे लेसिमहे लेसिध्वे लेसिरे अद्य. अलासीत् अलसीत् अलासिष्टाम् अलासिषुः 1 अलसिषि अलसिष्वहि / अलसिष्महि अलसिष्टम् अलसिषुः 2 अलसिष्ठाः अलसिषाथाम् अलसिध्वम् अलासि अलसिषाथाम् अलसिषत आशी: लस्यासम् लस्याः लस्यात् लस्यास्व लस्यास्म लसिषीय लसिषीवहि लसिषीमहि लस्यास्तम् लस्यास्त लसिषीष्ठाः लसिषीयास्थाम् लसिषीध्वम् लस्यास्ताम् लस्यासुः लसिषीष्ट लसिषीयास्ताम् लसिषीरन् 1651 Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 146 व. अब्चामि अब्चसि अष्चति कर्तरि अञ्च् - जदूं/पूजा करवी अब्चावः अध्चामः अचथः अञ्चथ अञ्चतः अञ्चन्ति अञ्च्ये अज्च्यसे अञ्च्यते अञ्च्यावहे अञ्च्येथे अञ्च्येते अञ्च्यामहे अञ्च्यध्वे अञ्यन्ते AN III hed आञ्चम् आञ्चः अञ्चत् आञ्चाव आब्चाम आश्चतम् आश्चत जापाम आचन आञ्चताम् आञ्च्ये आञ्यावहि आञ्ब्यथाः आञ्ञ्येथाम् आञ्च्यत आञ्च्येताम् आञ्च्यामहि आञ्च्यध्वम् आञ्ज्यन्त वि. अश्चयम् अध्चेः अञ्चेव अध्चेतम् अञ्चेताम् अञ्चेम अञ्चेत अञ्चेयुः अञ्येय अञ्च्येवहि अञ्च्येमहि अञ्च्येथाः अञ्च्येयाथाम् अञ्च्येध्वम् अञ्च्येत अञ्च्येयाताम् अञ्च्येरन् अश्चेत् आ. अश्यानि अञ्च अञ्चतु अञ्चाव अब्चतम् अञ्चताम् अब्चाम अञ्चत अञ्चन्तु अञ्यै अञ्च्यावहै अञ्ब्यस्व अञ्च्येथाम् अञ्च्यताम् अञ्च्येताम् अञ्च्यामहै अञ्च्यध्वम् अञ्च्यन्ताम् स्व. अञ्चितास्मि अञ्चितास्वः अञ्चितास्मः अञ्चिताहे अञ्चितास्वहे अञ्चितास्महे अञ्चितासि अञ्चितास्थः अञ्चितास्थ अञ्चितासे अञ्चितासाथे अञ्चितावे अञ्चिता अञ्चितारौ अञ्चितारः / अञ्चिता अञ्चितारौ अञ्चितारः भवि. अञ्चिष्यामि अञ्चिष्स्यावः अञ्चिष्स्यामः अञ्चिष्ये अञ्चिष्स्यावहे अञ्चिष्स्यामहे अञ्चिष्स्यसि अञ्चिष्स्यथः अञ्चिष्स्यथ अञ्चिष्स्यसे अञ्चिष्स्येथे अञ्चिष्स्यध्वे अञ्चिष्स्यति अञ्चिष्स्यतः अञ्चिष्स्यन्ति अञ्चिष्स्यते अञ्चिष्स्येते अञ्चिष्यन्ते क्रि. आञ्चिष्यम् आञ्चिष्याव आञ्चिष्याम आञ्चिष्यः आञ्चिष्यतम् आञ्चिष्यत आञ्चिष्यत आञ्चिष्यताम् आञ्चिष्यन् आञ्चिष्ये आञ्चिष्यावहि आञ्चिष्यामहि आञ्चिष्यथाः आञ्चिष्येथाम् आञ्चिष्यध्वम् आञ्चिष्यत आञ्चिष्येताम् आञ्चिष्यन्त परो. आनञ्च आनञ्चिव आनञ्चिम आनञ्चिथ आनञ्चथुः आनञ्च आनञ्च आनञ्चतुः आनञ्चुः आनञ्चे आनञ्चिवहे आनञ्चिषे आनञ्चाथे आनञ्चे आनञ्चाते आनञ्चिमहे आनञ्चिध्ये आनञ्चिरे अद्य. आञ्चिषम् आञ्चिष्व आञ्चिष्म आञ्चीः आञ्चिष्टम् आञ्चिष्ट आञ्चीत् आञ्चिष्टाम् आञ्चिषुः आञ्चिषि आञ्चिष्वहि आञ्चिष्ठाः आञ्चिषाथाम् / आञ्चि आञ्चिषाताम् आञ्चिमहि आञ्चिध्वम् आञ्चिषत आशी: अञ्च्यात् अञ्च्यास्ताम् अञ्चासुः 1 अञ्चिषीय अञ्चिषीवहि अञ्चिषीमहि अच्यात् अच्यास्ताम् अच्यासुः 2 2 अञ्चिषीष्ठाः अञ्चिषीयास्थाम् अञ्चिषीध्वम् अञ्चिषीष्ट अञ्चिषीयास्ताम् अञ्चिषीरन् 1661 Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धूये धूर्वन्ति अधूर्वाव अधूर्वत् कर्तरि कर्मणि धातु. 147 धुर्व - हिंसा करवी व. धूर्वामि धूर्वावः धूमिः धूर्व्यावहे धूर्ध्यामहे धूर्वासि धूर्वथ: धूर्वथ धूळसे धूळध्वे धूर्वति धूर्वतः धूळते धूव्येते धूय॑न्ते अधूर्वम् अधूर्वाम अधूर्ये अधूळवहि अधूळमहि अधूर्वः अधूर्वतम् अधूर्वत अधूर्व्यथाः अधूर्येथाम् अधूर्त्यध्वम् ___ अधूर्वताम् अधूर्वन् अधूळत अधूर्येताम् अधूर्त्यन्त वि. धूर्वेयम् धूर्वेव धूर्वेम धूयेय धूर्येवहि धूय॑महि धूर्वः धूर्वेतम् धूर्वेत धूर्येथाः धूघैयाथाम् धूर्म्यध्वम् धूर्वेताम् धूर्वयुः धूर्येत धूघैयाताम् धूधैरन् आ. धूर्वाणि धूर्वाव धूम धुव्य धूर्व्यावहै धूामहै धूर्व धूर्वतम् धूर्वत धूळस्व धूर्येथाम् धूळध्वम् धूर्वतु धूर्वताम् धूर्वन्तु धूर्व्यताम् धूर्येताम् धूय॑न्ताम् श्व. धूर्वितास्मि धूर्वितास्वः धूर्वितास्मः धूर्विताहे धूर्वितास्वहे धूर्वितास्महे धूर्वितासि धूर्वितास्थः धूर्वितास्थ / धूर्वितासे धूर्वितासाथे धूर्विताध्वे धूर्विता धूर्वितारौ धूर्वितारः धूर्विता धूर्वितारौ धूर्वितारः भवि. धूर्विष्यामि धूर्विष्यावः धूर्विष्यामः / धूर्विष्ये धूर्विष्यावहे धूर्विष्यामहे __ धूर्विष्यसि धूर्विष्यथ: धूर्विष्यथ धूर्विष्यसे धूर्विष्येथे धूर्विष्यध्वे धूर्विष्यति धूर्विष्यतः धूर्विष्यन्ति / धूर्विष्यते धूर्विष्येते धूर्विष्यन्ते धूर्वत् 114 F#Fse le ll l NEEEEEEEEEEEEEELL FREEEEEEEEEEEEE HELLE t *** fui 1 1 11 1 mnt 111 112 11 14 क्रि. अधूर्विष्यम् अधूर्विष्याव अधूर्विष्याम अधूर्विष्ये अधूर्विष्यावहि अधूर्विष्यामहि अधूर्विष्यः अधूर्विष्यतम् अधूर्विष्यत अधूर्विष्यथाः अधूर्विष्येथाम् अधूर्विष्यध्वम् अधूर्विष्यत् अधूर्विष्यताम् अधूर्विष्यन्त अधूर्विष्यत अधूर्विष्येताम् अधूर्विष्यन्त परो. दुधूर्व दुधूर्विव दुधूर्विम दुधर्वे दुधूर्विवहे दुधूर्विमहे दुधूर्विथ दुधूर्वथुः दुर्विषे दुधूर्वाथे दुर्विध्वे दुधूर्व दुधूर्वतुः दुधुर्वे दुधूते दुधूर्विरे अद्य. अधूर्विषम् अधूर्विष्व अधूर्विषि अधूर्विष्वहि अधूर्विष्महि अधूर्वीः अधूर्विष्टम् ___ अधूर्विष्ट अधूर्विष्ठाः अधूर्विषाथाम् अधूर्विध्वम् अधूर्वीत् अधूर्विष्टाम् अधूर्विषुः अधूर्वि अधूर्विषाताम् अधूर्विषत आशीः धूर्व्यासम् धूळस्व धूळस्म धूर्विषीय धूर्विषीवहि धूर्विषीमहि धूर्व्याः धूर्यास्तम् धूर्व्यास्त धूर्विषीष्ठाः धूर्विषीयास्थाम धूर्विषीध्वम् धूर्व्यात् धूर्व्यास्ताम् धूळसुः धूर्विषीष्ट धूर्विषीयास्ताम् धूर्विषीरन् 167 अधूर्विष्म Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि धातु. 148 खण्ड् - खंडित कर. व. खण्डे खण्डावहे खण्डामहे / / खण्डसे खण्डेथे खण्डध्वे / खण्डते खण्डेते खण्डन्ते खण्ड्ये खण्ड्यावहे खण्ड्यामहे खण्ड्यसे खण्डयेथे खण्ड्यध्वे खण्ड्यते खण्ड्येते खण्ड्यन्ते ह्य. अखण्डे अखण्डावहि अखण्डामहि अखण्डथाः अखण्डेथाम् अखण्डध्वम् अखण्डत अखण्डेताम् अखण्डन्त अखण्ड्ये अखण्ड्यावहि अखण्ड्यामहि अखण्ड्यथाः अखण्ड्येथाम् अखण्ड्यध्वम् अखण्ड्यत अखण्ड्येताम् अखण्ड्यन्त वि. खण्डेय खण्डेवहि खण्डेमहि खण्डेथाः खण्डेयाथाम् खण्डेध्वम् खण्डेत खण्डेयाताम् खण्डेरन् खण्ड्येय खण्ड्येवहि खण्ड्येमहि खण्ड्येथाः खण्ड्येयाथाम् खण्ड्येध्वम् खण्ड्येत खण्ड्येयाताम् खण्ड्येरन् आ. खण्डै खण्डस्व खण्डताम् खण्डावहै खण्डेथाम् खण्डेताम् खण्डामहै खण्डध्वम् खण्डन्ताम् खण्ड्यै खण्ड्यावहै खण्ड्यामहै खण्ड्यस्व खण्ड्येथाम् खण्ड्यध्वम् खण्ड्यताम् खण्ड्येताम् खण्ड्यन्ताम् श्व. खण्डिताहे खण्डितास्वहे खण्डितास्महे खण्डिताहे खण्डितास्वहे खण्डितास्महे खण्डितासे खण्डितासाथे खण्डिताध्वे खण्डितासे खण्डितासाथे खण्डिताध्ये खण्डिता खण्डितारौ खण्डितारः खण्डिता खण्डितारौ खण्डितारः भवि. खण्डिष्ये खण्डिष्यावहे खण्डिष्यामहे खण्डिष्ये खण्डिष्यावहे खण्डिष्यामहे खण्डिष्यसे खण्डिष्येथे खण्डिष्यध्वे खण्डिष्यसे खण्डिष्येथे खण्डिष्यध्वे खण्डिष्यते खण्डिष्येते खण्डिष्यन्ते खण्डिष्यते खण्डिष्येते खण्डिष्यन्ते क्रि. अखण्डिष्ये अखण्डिष्यावहि अखण्डिष्यामहि अखण्डिष्ये अखण्डिष्यावहि अखण्डिष्यामहि अखण्डिष्यथाः अखण्डिष्येथाम् अखण्डिष्यध्वम् अखण्डिष्यथाः अखण्डिष्याथाम् अखण्डिष्यध्वम् अखण्डिष्यत अखण्डिष्येताम् अखण्डिष्यन्त / अखण्डिष्यत अखण्डिष्येताम् अखण्डिष्यन्त परो. चखण्डे चखण्डिवहे चखण्डिमहे चखण्डिषे चखण्डाथे चखण्डिध्वे चखण्डे चखण्डाते चखण्डिरे चखण्डे चखण्डिवहे चखण्डिषे चखण्डाथे चखण्डे चखण्डाते चखण्डिमहे चखण्डिध्वे चखण्डिरे अद्य. अखण्डिषि अखण्डिष्वहि अखण्डिष्महि अखण्डिषि अखण्डिष्वहि अखण्डिष्महि अखण्डिष्ठाः अखण्डिषाथाम् अखण्डिध्वम् अखण्डिष्ठाः अखण्डिषाथाम् अखण्डिध्वम् अखण्डिष्ट अखण्डिषाताम् अखण्डिषत अखण्डि अखण्डिषाताम् अखण्डिषत आशी:खण्डिषीय खण्डिषीवहि खण्डिषीमहि खण्डिषीय खण्डिषीवहि खण्डिषीमहि खण्डिषीष्ठाः खण्डिषीयास्थाम् खण्डिषीध्वम् खण्डिषीष्ठाः खण्डिषीयास्थाम् खण्डिषीध्वम् खण्डिषीष्ट खण्डिषीयास्ताम् खण्डिषीरन् खण्डिषीष्ट खण्डिषीयास्ताम् खण्डिषीरन् 1681 Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि गल् - गळी जदूं धातु. 149 व. गलामि गलसि गलति गलाव: गलथः गलतः गलामः गलथ गलन्ति गल्ये गल्यसे गल्यते गल्यावहे गल्येथे गल्येते गल्यामहे गल्यध्वे गल्यन्ते ह्य. अगलम् अगल: अगलत् अगलव अगलतम् अगलताम् अगलाम अगलत अगलन् अगल्ये अगल्यथाः अगल्यत अगल्यावहि अगल्येथाम् अगल्येताम् अगल्यामहि अगल्यध्वम् अगल्यन्त वि. गलेयम् गले. गलेव गलेतम् गलेताम् गलेम गलेत गलेयुः गल्येय गल्येथाः गल्येत गल्येवहि गल्येयाथाम् गल्येयाताम् गल्येमहि गल्येध्वम् गल्येरन् गलेत् आ. गलानि गल्यै गल गलाव गलतम् गलताम् गलाम गलत गलन्तु गल्यस्व गल्यताम् गल्यावहै गल्येथाम् गल्येताम् गल्यामहै गल्यध्वम् गल्यन्ताम् गलतु श्व. गलितास्मि गलितासि गलिता गलितास्व: गलितास्मः गलितास्थः गलितास्थ गलितारौ गलितारः गलिताहे गलितासे गलिता गलितास्वहे। गलितासाथे। गलितारौ गलितास्महे गलिताध्वे गलितारः भवि. गलिष्यामि गलिष्यसि गलिष्यति गलिष्यावः गलिष्यामः गलिष्यथ: गलिष्यथ | गलिष्यतः गलिष्यन्ति गलिष्ये गलिष्यसे गलिष्यते गलिष्यावहे गलिष्येथे गलिष्येते गलिष्यामहे गलिष्यध्वे गलिष्यन्ते क्रि. अगलिष्यम् अगलिष्यः अगलिष्यत् अगलिष्याव अगलिष्याम अगलिष्ये अगलिष्यावहि अगलिष्यामहि अगलिष्यतम् अगलिष्यत अगलिष्यथाः अगलिष्येथाम् अगलिष्यध्वम् अगलिष्यताम् अगलिष्यन्त अगलिष्यत अगलिष्येताम् अगलिष्यन्त परो. जगाल/जगल जगलिव जगलिथ जगलथुः जगाल जगलतुः जगलिम जगल। जगलुः जगले जगलिषे जगले जगलिवहे जगलाथे। जगलाते जगलिमहे जगलिध्वे जगलिरे अद्य. अगालिषम् अगालीः अगालीत् अगालिष्ष अगालिष्म अगालिष्टम् अगालिष्ट अगालिष्टाम् अगालिषुः अगलिषि अगलिष्वहि / अगलिष्महि अगलिष्ठाः अगलिषाथाम् अगलिध्वम् अगालि अगलिषाताम् अगलिषत आशी.गल्यासम् गल्याः गल्यात् गल्यास्व गल्यास्म गल्यास्तम् गल्यास्त गल्यास्ताम् गल्यासुः गलिषीय गलिषीवहि गलिषीमहि गलिषीष्ठाः गलिषीयास्थाम गलिषीध्वम् गलिषीष्ट गलिषीयास्ताम् गलिषीरन् |169 Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " कर्मणि धातु. 150 व. जल्पामि जलपसि जलपति कर्तरि जल्प - कहेवू. जल्पावः जल्पाम: जल्पथः जल्पथ जल्पतः जल्पन्ति जल्प्ये जल्प्यसे जल्प्यते जल्प्यावहे जल्प्येथे जल्प्येते जल्प्यामहे जल्प्यध्वे जल्प्यन्ते ह्य. अजल्पम् अजल्पः अजल्पत् अजल्पाव अजल्पतम् अजल्पताम् अजल्पाम अजल्पत अजल्पन अजल्प्ये अजल्प्यावहि अजल्प्यथाः अजल्प्येथाम् अजल्प्यत अजल्प्येताम् अजल्प्यामहि अजल्प्यध्वम् अजल्प्यन्त वि. जल्पेयम् जलपः जलपेत् जल्पेव जल्पेतम् जल्पेताम् / जल्पेम जल्पेत जल्पेयुः जल्प्येय जल्प्येथाः जल्प्येत जल्प्येवहि जल्प्येमहि जल्प्येयाथाम् जल्प्येध्वम् जल्प्येयाताम् जल्प्येरन् आ. जल्पानि जलप जल्पाव जल्पतम् जल्पताम् जल्पाम जल्पत जल्पन्तु जल्प्यै जल्प्यस्व जल्प्यताम् जल्प्यावहै जल्प्येथाम् जल्प्येताम्। जल्प्यामहै जल्प्यध्वम् जल्प्यन्ताम् जलपतु श्व जल्पितास्मि जल्पितास्वः जल्पितास्मः जल्पिताहे जल्पितास्वहे जल्पितास्महे जल्पितासि जल्पितास्थः जल्पितास्थ जल्पितासे जल्पितासाथे जल्पिताध्वे जल्पिता जल्पितारौ जल्पितारः जल्पिता जल्पितारौ जल्पितार: भवि. जल्पिष्यामि जल्पिष्यावः जल्पिष्यामः / जल्पिष्ये जल्पिष्यावहे जल्पिष्यसि जल्पिष्यथः जल्पिष्यथ / जल्पिष्यसे जल्पिष्येथे जल्पिष्यति जल्पिष्यतः जल्पिष्यन्ति जल्पिष्यते जल्पिष्येते जल्पिष्यामहे जल्पिष्यध्वे जल्पिष्यन्ते क्रि. अजल्पिष्यम् अजल्पिष्याव अजल्पिष्याम अजल्पिष्ये अजल्पिष्यावहि अजल्पिष्यामहि अजल्पिष्यः अजल्पिष्यतम् अजल्पिष्यत अजल्पिष्यथाः अजल्पिष्येथाम् अजल्पिष्यध्वम् अजल्पिष्यत् अजल्पिष्यताम् अजल्पिष्यन्त अजल्पिष्यत अजल्पिष्येताम् अजल्पिष्यन्त परो. जजल्प जजल्पिव। जजल्पिथ जजल्पथु जजक्तय जजल्पतुः जजल्पिम् जजल्प जजप्पुः जजल्पे जजल्पिवहे जजल्पिषे जजल्पाथे जजल्पे जजल्पाते जजल्पिमहे जजल्पिध्ये जजल्पिरे अद्य. अजल्पिषम् अजल्पिष्व अजल्पिष्म 1 अजल्पीः अजल्पिष्टम अजल्पिष्ट अजल्पीत् अजल्पिष्टाम् अजल्पिषुः अजल्पिषि अजल्पिष्वहि अजल्पिष्महि अजल्पिष्ठाः अजल्पिषाथाम् अजल्पिध्वम् अजल्पि अजल्पिषाताम् अजल्पिषत आशी:जल्प्यासम् जल्प्यास्व जल्प्यास्म जल्पिषीय जल्पिषीवहि जल्पिषीमहि जल्प्याः जल्प्यास्तम जल्प्यास्त जल्पिषीठाः जल्पिषीयास्थाम् जल्पिषीध्वम् जल्प्यात् जल्प्यास्ताम् जल्प्यासुः जल्पिषीष्ट जल्पिषीयास्ताम् जल्पिषीरन 1701 Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि धातु. 151 व. नन्दामि क्रन्दसि क्रन्दति कर्तरि क्रन्द् - चोकार करवो / क्रन्दावः क्रन्दामः क्रन्दथः क्रन्दथ क्रन्दतः क्रन्दन्ति क्रन्द्ये क्रन्द्यसे क्रन्द्यते क्रन्द्यावहे. क्रन्द्येथे क्रन्द्येते क्रन्द्यामहे क्रन्द्यध्वे क्रन्द्यन्ते ह्य. अक्रन्दम् अक्रन्दः अक्रन्दत् अक्रन्दाव अक्रन्दतम् अक्रन्दताम् अक्रन्दाम अक्रन्दत अक्रन्दन अक्रन्चे अक्रन्द्यथाः अक्रन्द्यत अक्रन्द्यावहि अक्रन्येथाम् अक्रन्द्येताम् अक्रन्द्यामहि अक्रन्द्यध्वम् अक्रन्द्यन्त वि. क्रन्देयम् क्रन्देव क्रन्देतम् क्रन्देताम् क्रन्देम क्रन्देत क्रन्देयुः क्रन्द्येय क्रन्येथाः क्रन्द्येत क्रन्चेवहि क्रन्द्येयाथाम् क्रन्द्येयाताम् क्रन्द्यमहि क्रन्द्यध्वम् क्रन्चेरन् क्रन्देत् आ. क्रन्दानि क्रन्द क्रन्दतु क्रन्दाव क्रन्दतम क्रन्दताम् क्रन्दाम क्रन्दत क्रन्दन्तु क्रन्द्यै क्रन्द्यस्व क्रन्द्यताम् क्रन्द्यावहै क्रन्येथाम् क्रन्द्येताम् क्रन्द्यामहै क्रन्द्यध्वम् क्रन्द्यन्ताम् श्व. क्रन्दितास्मि क्रन्दितास्वः क्रन्दितास्म: क्रन्दितासि क्रन्दितास्थः क्रन्दितास्थ क्रन्दिता क्रन्दितारौ क्रन्दितारः tittli li ti ti ti ti tirilt क्रन्दिताहे क्रन्दितासे क्रन्दिता क्रन्दितास्वहे क्रन्दितासाथे क्रन्दितारौ क्रन्दितास्महे क्रन्दिताध्ये क्रन्दितारः भवि. क्रन्दिष्यामि क्रन्दिष्यावः क्रन्दिष्यामः क्रन्दिष्यसि क्रन्दिष्यथः / क्रन्दिष्यथ क्रन्दिष्यति क्रन्दिष्यतः क्रन्दिष्यन्ति क्रन्दिष्ये क्रन्दिष्यावहे। क्रन्दिष्यामहे क्रन्दिष्यसे क्रन्दिष्येथे क्रन्दिष्यध्वे क्रन्दिष्यते क्रन्दिष्येते क्रन्दिष्यन्ते क्रि. अक्रन्दिष्यम् अक्रन्दिष्याव अक्रन्दिष्याम अक्रन्दिष्यः अक्रन्दिष्यतम् अक्रन्दिष्यत अक्रन्दिष्यत् अक्रन्दिष्यताम् अक्रन्दिष्यन्त अक्रन्दिष्ये अक्रन्दिष्यावहि अक्रन्दिष्यामहि अक्रन्दिष्यथाः अक्रन्दिष्येथाम् अक्रन्दिष्यध्वम् अक्रन्दिष्यत अक्रन्दिष्येताम् अक्रन्दिष्यन्त परो. चक्रन्द चक्रन्दिथ चक्रन्द चक्रन्दिव चक्रन्दथुः चक्रन्दतुः चक्रन्दिम चक्रन्द चक्रन्दुः चक्रन्दे चक्रन्दिषे चक्रन्दे चक्रन्दिवहे चक्रन्दाथे चक्रन्दाते चक्रन्दिमहे चक्रन्दिध्ये चक्रन्दिरे अद्य. अक्रन्दिषम् अक्रन्दिष्व अक्रन्दिष्म 1 अक्रन्दीः अक्रन्दिष्टम् अक्रन्दिष्ट अक्रन्दीत् अक्रन्दिष्टाम् अक्रन्दिषुः अक्रन्दिषि अक्रन्दिष्वहि अक्रन्दिष्महि अक्रन्दिष्ठाः अक्रन्दिषाथाम् अक्रन्दिध्वम् अक्रन्दि अक्रन्दिषाताम् अक्रन्दिषत आशी:क्रन्द्यासम् क्रन्द्यास्व क्रन्द्यास्म क्रन्दिषीय क्रन्दिषीवहि क्रन्दिषीमहि क्रन्द्याः क्रन्द्यास्तम् क्रन्द्यास्त क्रन्दिषीष्ठाः क्रन्दिषीयास्थाम् क्रन्दिषीध्वम् क्रन्द्यात् क्रन्द्यास्ताम् क्रन्द्यासुः / क्रन्दिषीष्ट क्रन्दिषीयास्ताम् क्रन्दिषीरन् 171 . Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 152 गुज् - गुंजारव करवों व. गुजामि गुजावः गुजामः गुज्जसि गुजथः गुञ्जथ गुज्जति गुञ्जतः गुजन्ति गुज्ये गुज्यावहे गुज्यसे गुज्येथे गुज्येते गुज्यामहे गुज्यध्वे गुज्यन्ते ह्य. अगुजम् अगुजाव अगुजाम अगुजः अगुजतम् अगुजत अगुज्जत् अगुजताम् अगुजन् अगुज्ये अनु. ज्यावहि अगुज्यामहि अगुज्यथाः अगुज्येथाम् अगुज्यध्वम् अगुज्यत अगुज्येताम् अगुज्यन्त गुजेम वि. गुज्जेयम् गुजेव गुजेः गुजेतम् गुजेताम् गुजेत गुजेयुः गुजेत् गुज्येय गुज्येवहि गुज्येमहि गुज्येथाः गुज्येयाथाम् गुज्येध्वम् गुज्येत गुज्येयाताम् गुज्ज्येरन् गुज्य गुज्यावहै गुज्यामहै गुज्यस्व गुज्येथाम् गुज्यध्वम् गुज्यताम् गुज्येताम् गुज्यन्ताम् आ. गुजानि गुज्जाव गुब्जाम गुज गुजतम् गुज्जत गुजतु गुञ्जताम् गुजन्तु स्व. गुजितास्मि गुजितास्मि गुजितास्मः गुज्जिताहे गुजितास्वहे गुजितास्महे गुग्जितासि गुन्जितास्थः गुजितास्थ गुन्जितासे गुञ्जितासाथे गुब्जिताध्वे गुजिता गुञ्जितारौ गुजितारः गुम्जिता गुजितारौ गुजितारः TUE WE LE LLE LUI LI MI LEE DIE ILL ELL HA ELL ELL Uu u II ste ta in III BLL LLL LL II HII ILE WHI HII भवि. गुजिष्यामि गुजिष्यावः गुजिष्यामः गुजिष्ये गुजियावहे गुजिष्यामहे गुजिष्यसि गुजिष्यथः गुजिष्यथ / गुजिष्यसे गुजिष्येथे गुजिष्यध्वे गुजिष्स्यति गुजिष्यतः गुजिष्यन्ति गुजिष्यते गुजिष्येते गुजिष्यन्ते क्रि. अगुजिष्यम् अगुजिष्याव अगुञ्जिष्याम अगुजिष्ये अगुजिष्यावहि अगुजिष्यामहि अगुजिष्यः अगुजिष्यतम् अगुञ्जिष्यत अगुब्जिष्यथाः अगुजिष्येथाम् अगुजिष्यध्वम् अगुजिष्यत अगुजिष्यताम् अगुजिष्यन् अगुजिष्यत अगुजिष्येताम् अगुजिष्यन्त परो. जुगुञ्ज जुगुजिव जुगुब्जे जुगुञ्जिवहे जुगुञ्जिमहे जुगुजिथ जुगुञ्जथुः जुगुब्ज / जुगुजिषे जुगुजाथे जुगुजिध्वे जुगुज जुगुजतुः जुगुज़ुः जुगुब्जे जुगुञ्जाते जुगुजिरे अद्य. अगुजिषम् अगुजिष्व अगुजिम अगुजिषि अगुजिष्वहि अगुजिष्महि अगुजीः अगुजिष्टम् अगुजिष्ट / अगुजिष्ठाः अगुञ्जिषाथाम् अगुजिध्वम् अगुजीत् अगुजिष्टाम् अगुजिषुः / अगुजि अगुजिषाताम् अगुजिषत आशी. गुज्यासम् गुज्यास्व गुज्यास्म / गुजिषीय गुजिषीवहि गुजिषीमहि गुज्याः गुज्यास्तम् गुज्यास्त गुजिषीष्ठाः गुजिषीयास्थाम् गुजिषीध्वम् गुज्यात् गुज्यास्ताम् गुज्यासुः गुजिषीष्ट गुजिषीयास्ताम् गुजिषीरन् Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 153 नाथ् - प्रार्थना करवी व. नाथामि नाथावः नाथामः नाथसि नाथथः नाथथ नाथति नाथतः नाथन्ति नाथ्ये नाथ्यसे नाथ्यते नाथ्यावहे नाथ्येथे नाथ्येते नाथ्यामहे नाथ्यध्वे नाथ्यन्ते ह्य. अनाथम अनाथः अनाथत् अनाथाव अनाथतम् अनाथताम् अनाथाम अनाथत अनाथन अनाथ्ये अनाथ्यथाः अनाथ्यत अनाथ्यावहि अनाथ्येथाम् अनाथ्येताम् अनाथ्यामहि अनाथ्यध्वम् अनाथ्यन्त नाथ्येय वि. नाथेयम् नाथे: नाथेत् नाथेव नाथेतम् नार्थताम् नाथेम नाथेत नाथेयुः नाथ्येथाः नाथ्येवहि नाथ्येयाथाम् नाथ्येयाताम् नाथ्येमहि नाथ्येध्वम् नाथ्येरन् नाथ्येत आ. नाथानि नाथ नाथतु नाथाव नाथतम् नाथताम् नाथाम नाथत नाथ्यै नाथ्यस्व नाथ्यताम् नाथ्यावहै नाथ्येथाम् नाथ्येताम् नाथ्यामहै नाथ्यध्वम् नाथ्यन्ताम् नाथन्तु श्व. नाथितास्मि नाथितास्व: नाथितास्मः नाथिताहे नाथितासि नाथितास्थः नाथितास्थ / नाथितासे नाथिता नाथितारौ नाथितारः नाथिता नाथितास्वहे नाथितासाथे / नाथितारौ नाथितास्महे नाथिताध्वे नाथितारः भवि. नाथिष्यामि नाथिष्यावः नाथिष्यामः नाथिषस नाथिष्यथ: नाथिष्यथ नाथिष्यति नाथिष्यतः नाथिष्यन्ति नाथिष्ये नाथिष्यसे नाथिष्यते नाथिष्यावहे नाथिष्येथे नाथिष्येते नाथिष्यामहे नाथिष्यध्वे नाथिष्यन्ते क्रि. अनाथिष्यम् अनाथिष्याव अनाथिष्याम अनाथिष्यः अनाथिष्यतम् अनाथिष्यत अनाथिष्यत् अनाथिष्यताम् अनाथिष्यन्त अनाथिष्ये अनाथिष्यावहि अनाथिष्यामहि अनाथिष्यथाः अनाथिष्येथाम् अनाथिष्यध्वम् अनाथिष्यत अनाथिष्येताम् अनाथिष्यन्त परो. ननाथ ननाथिथ ननाथ ननाथिव ननाथथु: ननाथतुः ननाथिम ननाथ ननाथे ननाथिषे ननाथे * ननाथिवहे ननाथाथे ननाथाते ननाथिमहे ननाथिध्वे ननाथिरे ननाथुः अद्य. अनाथिषम् अनाथिष्व अनाथिष्म अनाथीः अनाथिष्टम् अनाथिष्ट अनाथीत् अनाथिष्टाम् अनाथिषुः अनाथिषि अनाथिष्वहि अनाथिष्ठाः अनाथिषाथाम अनाथि अनाथिषाताम् अनाथिष्महि अनाथिध अनाथिषत आशी: नाथ्यासम् नाथ्यास्व नाथ्यास्म / नाथिषीय नाथिषीवहि नाथिषीमहि नाथ्याः नाथ्यास्तम् नाथ्यास्त नाथिषीष्ठाः नाथिषीयास्थाम् नाथिषीध्वम् नाथ्यात् नाथ्यास्ताम् नाथ्यासुः नाथिषीष्ट नाथिषीयास्ताम् नाथिषीरन् 173 Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आनट कर्मणि कर्तरि धातु. 154 घस् - खाएं व. घसामि घसावः घसथः घसति घसतः घससि घसामः घसथ घसन्ति घस्ये घस्यसे घस्यते घस्यावहे घस्येथे घस्येते घस्यामहे घस्यध्वे घस्यन्ते ___ अघसम् अघसः अघसत् अघसाव अघसाम अघस्ये अघस्यावहि अघस्यामहि अघसतम् अघसत अघस्यथाः अघस्येथाम् / अघस्यध्वम् अघसताम् अघसन् अघस्यत अघस्येताम् अघस्यन्त वि. घसेयम् घसेः घसेत् घसेव घसेतम् घसेताम् घसेमघस्येय घस्येवहि घस्येमहि घसेत घस्येथाः घस्येयाथाम् घस्यध्वम् घसेयुः घस्येत घस्येयाताम् घस्येरन् प्रौ आ. घसानि घस घसतु घसाव घसतम् घसताम् घसाम घस्यावहै घसत घस्यस्व घस्येथाम् घसन्तु घिस्यताम् घस्येताम् घस्यामहै घस्यध्वम् घस्यन्ताम् श्व. घस्तास्मि घस्तासि घस्ता घस्तास्वः ___ घस्तास्मः घस्ताहे घस्तास्वहे / घस्तास्महे घस्तास्थः घस्तास्थ घस्तासे घस्तासाथे घस्तावे घस्तारौ घस्तारः घस्ता घस्तारौ घस्तारः भवि. घत्स्यामि घत्स्यसि घत्स्यति घत्स्यावः घत्स्यथः घत्स्यतः घत्स्यामः घत्स्यावहे घत्स्यथ घत्स्यसे घत्स्येथे घत्स्यन्ति घत्स्यते घत्स्येते घत्स्यामहे घत्स्यध्वे घत्स्यन्ते क्रि. अघत्स्यम् अघत्स्यः अघत्स्यत् अघत्स्याव अघत्स्याम अघत्स्ये अघत्स्यावहि अघत्स्यामहि अघत्स्यतम् अघत्स्यत अघत्स्यथाः अघत्स्येथाम् अघत्स्यध्वम् अघत्स्यताम् अघत्स्यन्त अघत्स्यत अघत्स्येताम् अघत्स्यन्त परो. जघास/जघस जक्षिव जक्षिमजले जघसिथ/जघस्थ जक्षथुः जक्षजक्षिषे जघास जक्षतुः जक्षुः जक्षे जक्षिवहे जमाथे जक्षाते Tom 111 111 Hit ||| 11 जक्षिमहे जक्षिध्वे जक्षिरे अद्य. अघसम् 3 अघसः अघसत् अघसाव अघसाम अघत्सि अघत्स्वहि अघत्स्महि अघसतम् अघसत अघत्थाः अघत्साथाम् अघद्ध्वम् अघसताम् अघसन् अघासि अघत्साताम् अघत्सत आशी. घस्यासम् घस्याः घस्यात् घस्यास्व घस्यास्म घत्सीय घत्सीवहि घत्सीमहि घस्यास्तम् घस्यास्त घत्सीष्ठाः घत्सीयास्थाम् घत्सीध्वम् घस्यास्ताम् घस्यासुः घत्सीष्ट घत्सीयास्ताम् घत्सीरन् 174 Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि धातु. 155 स्खल - स्खलित कर, व. स्खलामि स्खलावः स्खलामः स्खलसि स्खलथः स्खलति स्खलतः स्खलन्ति स्खल्ये स्खल्यावहे स्खल्यामहे स्खल्यसे स्खल्येथे स्खल्यध्वे स्खल्यते स्खल्येते स्खल्यन्ते ह्य. अस्खलम् अस्खलः अस्खलत् अस्खलाव अस्खलाम अस्खलतम् अस्खलत अस्खलताम् अस्खलन् अस्खल्ये अस्खल्यावहि अस्खल्यामहि अस्खल्यथाः अस्खल्येथाम् अस्खल्यध्वम् अस्खल्यत अस्खल्येताम् अस्खल्यन्त वि. स्खलेयम् स्खले: स्खलेत् स्खलेव स्खलेतम् स्खलेताम् स्खलेम स्खलेत स्खलेयुः स्खल्येय स्खल्येवहि स्खल्येमहि स्खल्येथाः स्खल्येयाथाम् स्खल्येध्वम् स्खल्येत स्खल्येयाताम् स्खल्येरन् आ. स्खलानि स्खल स्खलतु स्खलाव स्खलतम् स्खलताम् स्खलाम स्खलत स्खलन्तु स्खल्यै स्खल्या स्खल्यावहै स्खल्यस्व स्खल्येथाम् स्खल्यध्वम् स्खल्यताम् स्खल्येताम् स्खल्यन्ताम् श्व स्खलितास्मि स्खलितास्वः स्खलितास्मः स्खलितासि स्खलितास्थः स्खलितास्थ स्खलिता स्खलितारौ स्खलितारः स्खलिताहे स्खलितास्वहे स्खलितास्महे स्खलितासे स्खलितासाथे स्खलिताध्वे स्खलिता स्खलितारौ स्खलितारः भवि स्खलिष्यामि स्खलिष्यावः स्खलिष्यामः स्खलिष्ये स्खलिष्यावहे स्खलिष्यामहे स्खलिष्यसि स्खलिष्यथः स्खलिष्यथ स्खलिष्यसे स्खलिष्येथे स्खलिष्यध्वे स्खलिष्यति स्खलिष्यतः स्खलिष्यन्ति / स्खलिष्यते स्खलिष्येते स्खलिष्यन्ते क्रि अस्खलिष्यम् अस्खलिष्याव अस्खलिष्याम अस्खलिष्ये अस्खलिष्यावहि अस्खलिष्यामहि अस्खलिष्यः अस्खलिष्यतम् अस्खलिष्यत अस्खलिष्यथाः अस्खलिष्ये अस्खलिष्यध्वम् अस्खलिष्यत् अस्खलिष्यताम् अस्खलिष्यन्त अस्खलिष्यत अस्खलिष्ये अस्खलिष्यन्त परो चस्खाल/चस्खल चस्खलिव चस्खलिम / चस्खले चस्खलिवहे चस्खलिमहे चस्खलिथ चस्खलथुः चस्खल / चस्खलिषे चस्खलाथे चस्खलिध्वे चस्खाल चस्खलतुः चस्खलुः / चस्खले चस्खलाते चस्खलिरे अद्य अस्खलिषम् अस्खलिष्व अस्खलिष्म / अस्खलिषि अस्खलिष्वहि अस्खलिष्महि 1 अस्खलीः अस्खलिष्टम् अस्खलिष्ट / अस्खलिष्ठाः अस्खलिषाथाम् अस्खलिध्वम् अस्खलीत् अस्खलिष्टाम् अस्खलिषुः / अस्खलि अस्खलिषाताम् अस्खलिषत आशी स्खल्यासम् स्खल्यास्व स्खल्यास्म स्खलिषीय स्खलिषीवहि स्खलिषीमहि स्खल्याः स्खल्यास्तम् स्खल्यास्त स्खलिषीष्ठाः स्खलिषीयास्थाम् स्खलिषीध्वम् स्खल्यात् स्खल्यास्ताम् स्खल्यासुः स्खलिषीष्ट स्खलिषीयास्ताम स्खलिषीरन 175 Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि धातु. 156 व. शपामि शपसि शपति कर्तरि शप् - श्राप देवो शपावः शपामः शपथः शपतः शपन्ति शपथ शप्ये शप्यसे शप्यते शप्यावहे शप्येथे शप्येते शप्यामहे शप्यध्वे शप्यन्ते अशपम् अशपः अशपत् अशपाव अशपतम अशपताम् अशपाम अशपत अशपन् अशप्ये अशप्यामहि अशप्यथाः अशप्येथाम् / अशप्यध्वम् अशप्यत अशप्येताम् अशप्यन्त वि. शपेयम् शव शपेः शपेतम् शपेत् शपेताम् शपेम शपेत शपेयुः शप्येथाः शप्येत शप्येवहि शप्येयाथाम् शप्येयाताम् शप्येमहि शप्येध्वम् शप्येरन् आ. शपानि शप्यावहै शप शपाव शपतम् शपताम् शपाम शपत शपन्तु शप्यै शप्यस्व शप्यताम् शप्यावहै शप्यध्वम् शप्यन्ताम् शपतु शप्येताम् श्व शप्ताहे शप्तासे शप्ता शप्तास्वहे। शप्तास्महे शप्तासाथे / शप्ताध्वे शप्तारौ शप्तार: शप्ताहे शप्तासे शप्ता शप्तास्वहे शप्तासाथे शप्तारौ शप्तास्महे शप्तावे शप्तारः 111 111 *| 110 111 112 111 112 111 भवि शप्स्ये शप्स्यावहे शप्स्यसे शप्स्येथे शप्स्यते शप्स्येते शप्स्यामहे शप्स्यध्वे शप्स्यन्ते वस्ये वप्स्यसे वप्स्यते वप्स्यावहे वप्स्येथे वप्स्येते वस्यामहे वस्यध्वे वप्स्यन्ते क्रि अशप्स्ये अशप्स्यावहे अशप्स्यामहे / अशप्स्यथाः अशप्स्येतम् अशप्स्यध्वम् अशप्स्यत अशप्स्येताम् अशप्स्यन्त अशप्स्ये अशप्स्यावहि अशप्स्यामहि अशप्स्यथाः अशप्स्येथाम् अशप्स्यध्वम् अशप्स्यत अशप्स्येताम् अशप्स्यन्त परो शेपे शेपिषे शेपे शेपिवहे शेपाथे शेपाते शेपिमहे शेपिध्वे शेपिरे शेपे शेपिषे शेपिवहे शेपाथे शेपिमहे शेपिध्वे शेपिरे शेपाते अद्य अशप्सि अशप्सवहि अशप्समहि अशप्स्थाः अशप्साथाम् अशब्ध्वम् अशप्त अशप्साताम् अशप्सत अशप्सि अशष्याः अशापि अशप्वहि अशप्साथाम् अशप्साताम् अशप्स्महि अशब्ध्वम् अशप्सत आशी शप्सीय शप्सीवहि शप्सीमहि शप्सीय शप्सीवहि शप्सीमहि शप्सीष्ठाः शप्सीयास्तम् शप्सीध्वम् / शप्सीष्ठाः शप्सीयास्थाम् शप्सीध्वम् शप्सीष्ट शप्सीयास्ताम् शप्सीरन् शप्सीष्ट शप्सीयास्ताम् शप्सीरन् 1761 Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि सेट / कर्मणि धातु. 157 काश् - आकांक्षा राखवी 6 काङ्क्षामि काङ्क्षावः काङ्क्षामः काझ्ये काझ्यावहे काझ्यामहे काङ्क्षसि काङ्क्षथः काङ्क्षयकाक्ष्यसे कायेथे काझ्यध्वे काक्षाते काक्षतः काङ्क्षन्ति काझ्यते काझ्येते काझ्यन्ते ह्य. अकाङ्क्षम् अकाक्षः अकाक्षत् अकाङ्क्षाव अकाङ्क्षाम अकाक्षतम् अकाङ्क्षत अकाङ्क्षताम् अकाङ्क्षन् अकाक्ष्य अकाझ्यावहि अकाझ्यामहि अकाझ्यथाः अकाझ्येथाम् अकाझ्यध्वम् अकाझ्यत अकाद्ध्येताम् अकाझ्यन्त वि. काझेयम् काक्षेः काक्षेत् काक्षेव काक्षेम काक्षेतम् काक्षेत काक्षेताम् काक्षेयुः काङ्येय काङ्येवहि काझ्येमहि काङ्येथाः काङ्येयाथाम् काझ्येयाथाम् काक्ष्येत काझ्येयाताम् काझ्येयाताम् काझ्यै काझ्यावहै काझ्यामहै काझ्यस्व काझ्येथाम् / काझ्यध्वम् काझ्यताम् काझ्येताम् काझ्यन्ताम् आ. काङ्क्षानि काक्षाव काङ्क्षाम काङ्क्ष काङ्क्षतम् काङ्क्षत काङ्क्षतु काङ्क्षताम् काङ्क्षन्तु श्व काक्षितास्मि काक्षितास्वः काक्षितास्मः काक्षिताहे काक्षितास्वहे काक्षितास्महे काक्षितासि काक्षितास्थः काक्षितास्थ काक्षितासे काक्षितासाथे काक्षिताध्ये काक्षिता काक्षितारी काक्षितारः काङ्क्षिता काङ्कितारौ काक्षितारः भवि काक्षिष्यामि काक्षिष्याव: काक्षिष्यामः काक्षिष्ये काक्षिष्यावहे काक्षिष्यामहे काक्षिष्यसि काक्षिष्यथ: काक्षिष्यथ काङ्क्षिस्यसे काक्षिस्येथे काक्षिस्यध्वे काक्षिष्यति काक्षिष्यतः काक्षिष्यन्ति काक्षिष्यते काक्षिष्येते काक्षिष्यन्ते क्रि अकाक्षिष्यम् अकाक्षियाव अकाक्षिष्याव अकाक्षिष्ये अकाक्षिष्यावहि अकाक्षिष्यामहि अंकाक्षिष्य अकाक्षिष्यतम् अकाक्षिष्यत अकाक्षिष्यथा अकाउक्षस्येथाम् अकाक्षिध्वम् अकाझिस्यत् अकाङ्क्षिस्यताम् अस्काक्षिस्यन् अकाक्षिस्यत अकाक्षिष्येताम् अकाक्षिष्यन्त परो चकाक्ष चकाङ्क्षिव चकाक्षिम चकाक्षे चकाक्षिवहे चकाक्षिध्वे चकाक्षिथ चकाक्षुथुः चकाक्ष चकाक्षिसे चकाङ्क्षाथे चकाक्षिध्वे चकाङ्क्ष चकाक्षुतुः चकाङ्क्षः चकाङ्क्ष चकाङ्क्षाते चकाक्षिरे अद्य अकाक्षिषम् अकाक्षिष्व अकाक्षिष्म अकाक्षिषि अकाक्षिष्वहि अकाक्षिष्महि अकाङ्क्षीः अकाक्षिष्टम् अकाक्षिष्ट अकाक्षिष्ठाः अकाक्षिषाथाम् अकाक्षिध्वम् अकाङ्क्षीत् अकाक्षिष्टाम् अकाक्षिषुः अकाक्षि अकाक्षिषाताम् अकाक्षिषत आशी काझ्यासम् काझ्यास्व काझ्यास्म काक्षिषीय काक्षिषीवहि काक्षिषीमहि काक्ष्याः काझ्यास्तम् काझ्यास्त काक्षिषीष्ठाः काक्षिषीयास्थाम् काक्षिध्वम् वाझ्यात् काझ्यास्ताम् काझ्यासुः काक्षिष्ट काक्षिषीयास्ताम् काक्षिषीरन् 1771 Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि / सेट् / धातु. 158 प्रथ् - प्रख्यात होवू व. प्रथे प्रथावहे प्रथामहे प्रथ्ये प्रथसे प्रथेथे प्रथध्वे प्रथ्यसे प्रथते प्रथेते प्रथन्ते प्रथ्यते प्रथ्यावहे प्रथ्येथे प्रथ्येते प्रथ्यामहे प्रथ्यध्वे प्रथ्यन्ते अप्रथे अप्रथावहि अप्रथथाः अप्रथेथाम् अप्रथत अप्रथेताम् अप्रथामहि अप्रथध्वम् अप्रथन्त अप्रथ्ये अप्रथ्यावहि अप्रथ्यथाः अप्रथ्येथाम् अप्रथ्यत अप्रथ्येताम् अप्रथ्यामहि अप्रथ्यध्वम् अप्रथ्यन्त प्रथ्येय प्रथ्येवहि प्रथ्येथाः प्रथ्येयाथाम् प्रथ्येत प्रथ्येयाताम् / प्रथ्येमहि प्रथ्येध्वम् प्रथ्येरन् प्रथ्यै प्रथ्यावहै प्रथ्यस्व प्रथ्यताम् प्रथ्येताम् प्रथ्यामहै प्रथ्यध्वम् प्रथ्यन्ताम् वि. प्रथेय प्रथेवहि प्रथेमहि प्रथेथाः प्रथेयाथाम् प्रथेध्वम् प्रथेत प्रथेयाताम् आ. प्रथै प्रथावहै प्रथामहै प्रथस्व प्रथेथाम् प्रथध्वम् प्रथताम् प्रथेताम् प्रथन्ताम् श्व. प्रथिताहे प्रथितास्वहे प्रथितास्महे प्रथितासे प्रथितासाथे प्रथिताध्वे प्रथिता प्रथितारौ प्रथितारः भवि. प्रथिष्ये प्रथिष्यावहे प्रथिष्यामहे प्रथिष्यसे प्रथिष्येथे प्रथिष्यध्वे प्रथिष्यते प्रथिष्येते प्रथिष्यन्ते प्रथिताहे प्रथितास्वहे प्रथितासे प्रथितासाथे प्रथिता प्रथितारौ प्रथितास्महे प्रथिताध्वे प्रथितारः प्रथिष्ये प्रथिष्यावहे प्रथिष्यसे प्रथिष्येथे प्रथिष्यते प्रथिष्येते प्रथिष्यामहे प्रथिष्यध्वे प्रथिष्यन्ते क्रि. अप्रथिष्ये अप्रथिष्यावहि अप्रथिष्यामहि अप्रथिष्यथाः अप्रथिष्याथाम् अप्रथिष्यध्वम् अप्रथिष्यत अप्रथिष्येताम् अप्रथिष्यन्त अप्रथिष्ये अप्रथिष्यावहि अप्रथिष्यामहि अप्रथिष्यथाः अप्रथिष्येथाम् / अप्रथिष्यध्वम् अप्रथिष्यत अप्रथिष्येताम् अप्रथिष्यन्त परो. पप्रथे पप्रथिवहे पप्रथिषे पप्रथाथे पप्रथे पप्रथाते पाथिमहे पप्रथिध्वे पप्रथिरे पप्रथे पप्रथिषे पप्रथे पप्रथिवहे पप्रथाथे पप्रथाते पप्रथमहे पप्रथिध्वे पप्रथिरे अद्य. अप्रथिषि अप्रथिष्वहि अप्रथिष्महि 1 अप्रथिष्ठाः अप्रथिषाथाम अप्रथिध्वम अप्रथिष्ट अप्रथिषाताम् अप्रथिषत अप्रथिषि अप्रथिष्वहि अप्रथिष्महि अप्रथिष्ठाः अप्रथिषाथाम् अप्रथिध्वम् अप्रथि अप्रथिषाताम् अप्रथिषत आशीः प्रथिषीय प्रथिषीवहि प्रथिषीमहि प्रथिषीय प्रथिषीवहि प्रथिषीमहि प्रथिषीष्ठाः प्रथिषीयास्थाम् प्रथिषीध्वम् प्रथिषीष्ठाः प्रथिषीयास्थाम् प्रथिषीध्वम् प्रथिषीष्ट प्रथिषीयास्ताम् प्रथिषीरन् प्रथिषीष्ट प्रथिषीयास्ताम् प्रथिषीरन् 178 Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेट कर्मणि कर्तरि धातु. 156 गई - निंदा करवी व. गर्हे गविहे गर्हामहे गर्हसे गर्हेथे गहध्वे गर्हते गर्हेते गर्हन्ते गयें गर्झसे गीते गावहे गāथे गीते गामहे गॉध्वे गहन्ते ह्य. अगर्हे अगविहि अगर्हथाः अगhथाम् अगर्हत अगहेंताम् अगर्हामहि अगर्हध्वम् अगर्हन्त अगये अगावहि / अगीथाः अगर्येथाम् अगीत अगद्येताम् अगामहि अगयध्वम् अगहन्त वि. गहेंय गर्हेवहि गहेथाः गहेयाथाम् गर्हेत गर्हेयाताम् गर्हेमहि गर्हध्वम् गर्हेरन् गर्येय गर्थेवहि गर्येथाः गयाथाम् गर्खेत गर्येयाताम् गध्वम् गर्खेरन् आ. गर्दै गर्हस्व गर्हताम् गर्दावहै गहेथाम् गर्हताम् गर्हामहै गर्हध्वम् गर्हन्ताम् गर्दै गर्यावहै गद्यस्व गर्येथाम् गीताम् गर्येताम् गामहै गयध्वम् गन्तिाम् श्व. गर्हिताहे गर्हितास्वहे गर्हितास्महे गर्हितासे गर्हितासाथे गर्हिताध्वे गर्हिता गर्हितारौ गर्हितारः गर्हिताहे गर्हितास्वहे गर्हितास्महे गर्हितासे गर्हितासाथे। गर्हिताध्वे गर्हिता गर्हितारौ गर्हितारः भवि. गर्हिष्ये गर्हिष्यावहे गर्हिष्यामहे गर्हिष्यसे गर्हिष्येथे गर्हिष्यध्वे गर्हिष्यते गर्हिष्येते गर्हिष्यन्ते गर्हिष्ये गर्हिष्यावहि गर्हिष्यसे गर्हिष्येथे गर्हिष्यते गर्हिष्येते गर्हिष्यामहि गर्हिष्यध्वे गर्हिष्यन्ते क्रि. अगर्हिष्ये अगर्हिष्यावहि अगर्हिष्यामहि अगर्हिष्ये अगर्हिष्यावहि अगर्हिष्यामहि अगर्हिष्यथाःअगर्हिष्याथाम् अगर्हिष्यध्वम् अगर्हिष्यथाः अगर्हिष्याथाम् अगर्हिष्यध्वम् अगर्हिष्यत अगर्हिष्येताम् अगर्हिष्यन्त / अगर्हिष्यत अगर्हिष्येताम् अगर्हिष्यन्त परो. जगहें जगर्हिषे जगहें जगर्हिवहे जग थे जगाँते जगर्हिमहे जगर्हिदवे/ध्वे जगहिरे जगहें जगर्हिषे जगहें जगर्हिवहे जग थे जगाँते जगर्हिमहे जगर्हिध्वे/ ढ्वे जगहिरे I अद्य, अगर्हिषि अगर्हिष्वहि अगर्हिष्महि अगर्हिषि अगर्हिष्वहि अगर्हिष्महि अगर्हिष्ठाः अगर्हिषाथाम अगहिडढ़वम् अगर्हिष्ठाः अगर्हिषाथाम् अगर्हिध्वम् डढ़वम् अगर्हिष्ट अगर्हिषाताम् अगहिवम् अगर्हि अगर्हिषाताम् अगर्हिषत आशी: गर्हिषीय गर्हिषीवहि गर्हिषीमहि गर्हिषीय गर्हिषीवहि गर्हिषीमहि गर्हिषीष्ठाः गर्हिषीयास्थाम् गर्हिषीध्वम् गर्हिषीष्ठाः गर्हिषीयास्थाम् गर्हिषीध्वम् गर्हिषीष्ट गर्हिषीयास्ताम् गर्हिषीरन् गर्हिषीष्ट गर्हिषीयास्ताम् गर्हिषीरन् 1791 M Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्तरि कर्मणि धातु. 160 ध्वंस् - नाश थवो/ध्वंस थवो. व. ध्वंसे ध्वंसावहे ध्वंसामहे ध्वस्ये ध्वस्यावहे ____ध्वंससे ध्वंसेथे ध्वंसध्वे ध्वस्यसे ध्वस्येथे ध्वंसते ध्वंसेते ध्वंसन्ते ध्वस्यते ध्वस्येते ध्वस्यामहे ध्वस्यध्वे ध्वस्यन्ते ह्य. अध्वंसे अध्वंसावहि / अध्वंसामहि अध्वंसथाः अध्वंसेथाम् / अध्वंसध्वम् अध्वंसत अध्वंसेताम् अध्वंसन्त अध्वस्ये अध्वस्यावहि अध्वस्यामहि अध्वस्यथाः अध्वस्येथाम् अध्वस्यध्वम् अध्वस्यत अध्वस्येताम् अध्वस्यन्त in III i वि. ध्वंसेय ध्वंसेवहि ध्वंसेथाः ध्वंसेयाथाम् ध्वंसेत ध्वंसेयाताम् ध्वंसेमहि ध्वंसेध्वम् ध्वंसेरन् ध्वस्येय ध्वस्येवहि __ध्वस्येमहि ध्वस्येथाः ध्वस्येयाथाम् ध्वस्येध्वम् ध्वस्येत ध्वस्येयाताम् ध्वस्येरन् आ. ध्वंसै ध्वंसस्व ध्वंसताम् ध्वंसावहै ध्वंसेथाम् ध्वंसेताम् ध्वंसामहै ध्वंसध्वम् ध्वंसन्ताम् ध्वस्यै ध्वस्यावहै ध्वस्यस्व ध्वस्येथाम् ध्वस्यताम् ध्वस्येताम् ध्वस्यामहै ध्वस्यध्वम् ध्वस्यन्ताम् श्व. ध्वंसिताहे ध्वंसितास्वहे ध्वंसितास्महे ध्वंसितासे ध्वंसितासाथे ध्वंसितावे ध्वंसिता ध्वंसितारौ ध्वंसितारः ध्वंसिताहे ध्वंसितास्वहे ध्वंसितास्महे ध्वंसितासे ध्वंसितासाथे ध्वंसिताध्वे ध्वंसिता ध्वंसितारौ ध्वंसितारः भवि. ध्वंसिष्ये ध्वंसिष्यावहि ध्वंसिष्यामहि ध्वंसिष्यसे ध्वंसिष्येथाम् ध्वंसिष्यध्वे ध्वंसिष्यते ध्वंसिष्येताम् ध्वंसिष्यन्ते ध्वंसिष्ये ध्वंसिष्यावहि दंसिष्यामहि ध्वंसिष्यसे ध्वंसिष्येथाम् वरिष्यध्वे ध्वंसिष्यते ध्वंसिष्येताम् ध्वंसिधान्ते क्रि. अध्वंसिष्ये अध्वंसिष्यावहि अध्वंसिष्यामहि अध्वंसिष्यथाः अध्वंसिष्येथाम् अध्वंसिष्यध्वम् अध्वंसिष्यत अध्वंसिष्येताम् अध्वंसिष्यन्त अध्वंसिष्ये अध्वंसिष्यावहि अध्वंसिष्यामहि अध्वंसिष्यथाः अध्वंसिष्याथाम् अध्वंसिष्यध्वम् अध्वंसिष्यत अध्वंसिष्येताम् अध्वंसिष्यन्त परो. दध्वंसे दध्वंसिषे दध्वंसे दध्वंसिवहे दध्वंसाथे दध्वंसाते दध्वंसिमहे दध्वंसिध्ये दध्वंसिरे दध्वंसे दध्वंसिषे दध्वंसिवहे दध्वंसाथे दध्वंसाते दध्वंसिमर्ह दध्वंसिध्वे दध्वंसिरे दध्वंसे अद्य. अध्वंसिषि अध्वंसिष्वहि अध्वंसिष्महि / अध्वंसिषि अध्वंसिष्वहि अध्वंसिष्महि अध्वंसिष्ठाः अध्वंसिषाथाम् अध्वंसिडढ्दम अध्वंसिष्ठाः अध्वंसिषाथाम् अध्वंसिध्वम् अध्वंसिष्ट अध्वंसिषाताम् अध्वंसिषत अध्वंसि अध्वंसिषाताम् अध्वंसिषत आशी ध्वंसिषीय ध्वंसिषीवहि ध्वंसिषीमहि ध्वंसिषीष्ठाः ध्वंसिषीयास्थाम् ध्वंसिषीध्वम् ध्वंसिषीष्ट ध्वंसिषीयास्ताम् ध्वंसिषीरन ध्वंसिषीय ध्वंसिषीवहि ध्वंसिषीमहि ध्वंसिषीष्ठाः ध्वंसिषीयास्थाम् ध्वंसिषीध्वम् ध्वंसिषीष्ट ध्वंसिषीयास्ताम् ध्वंसिषीरन् 1801 Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मणि कर्तरि धातु. 161 प्लु - जवु, कुदवं, तर. व. प्लवे प्लवावहे प्लवामहे प्लवसे प्लवेथे प्लवध्वे प्लवते प्लवेते प्लवन्ते प्लूये प्लूयावहे प्लूयसे __प्लूयेथे प्लूयेते प्लूयामहे प्लूयध्वे प्लूयन्ते प्लूयते ह्य. अप्लवे अप्लवावहि / अप्लवथाः अप्लवेथाम अप्लवत अप्लवेताम् अप्लवामहि अप्लवध्वम् अप्लवन्त अप्लूये अप्लूयावहि अप्लूयथाः अप्लूयेथाम् अप्लूयत अप्लूयेताम् अप्लूयामहि अप्लूयध्वम् अप्लूयन्त थ्व, प्लवेय प्लवेवहि प्लवमहि प्लवेथाः प्लवेयाथाम् / प्लवेध्वम् प्लवेत प्लवेयाताम् / प्लवेरन् प्लूयेय प्लूयेवहि प्लूयेमहि प्लूयेथाः प्लूयेयाथाम् प्लूयेध्वम् प्लूयेत प्लूयेयाताम् प्लूयेरन् आ. प्लवै प्लवावहै प्लवस्थ प्लवेथाम् प्लवताम् प्लवेताम् प्लवामहै प्लवध्वम् प्लवन्ताम् प्लूयै प्लूयावहै प्लूयस्व प्लूयेथाम् प्लूयताम् प्लूयेताम् प्लूयामहै प्लूयध्वम् प्लूयन्ताम् ___ श्व प्लोताहे प्लोतास्वहे प्लोतास्महे प्लोतासे प्लोतासाथे / प्लोताध्वे प्लोता प्लोतारौ प्लोतारः प्लोता प्लोतारौ प्लाविता प्लावितारौ प्लोतारः 1 प्लावितार: 2 भवि प्लोष्ये प्लोष्यावहि / प्लोष्यामहि प्लोष्यसे प्लोष्येथाम् प्लोष्यध्वे प्लोष्यते प्लोष्येताम् प्लोष्यन्ते प्लोष्यते प्लोष्येताम् प्लोष्यन्ते / प्लाविष्यते प्लाविष्येताम् प्लाविष्यन्ते 2 क्रि अप्लोष्ये अप्लोष्यावहि अप्लोष्यामहि अप्लोष्यथाः अप्लोष्येथाम् / अप्लोष्यध्वम् अप्लोष्यत अप्लोष्येताम् अप्लोष्यन्त अप्लोष्यत अप्लोष्येताम् अप्लोष्यन्त। अप्लाविष्यत अप्लाविष्येताम् अप्लाविष्यन्त 2 परो पुप्लुवे पुप्लुवषे पुप्लुवे पुप्लुविवहे पुप्लुवाथे पुप्लुवाते पुप्लुविमहे पुप्लुविध्वे पुप्लुविरे पुप्लुवे पुप्लुविवहे पुप्लुविषे पुप्लुवाथे पुप्लुवे पुप्लुविमहे पुप्लुविध्वे पुप्लुवाते पुप्लुविरे अद्य अप्लोषि अप्लोष्वहि अप्लोमहि 2 अप्लोष्ठाः अप्लोषाथाम् / अप्लोध्वम् अप्लोष्ट अप्लोषाताम् अप्लोषत अप्लावि अप्लावि अप्लोषाताम् अप्लोषत 1 अप्लाविषाताम् अप्लाविषत 2 आशी प्लोषीय प्लोषीवहि प्लोषीमहि प्लोषीष्ठाः प्लोषीयास्थाम् प्लोषीध्वम् प्लोषीष्ट प्लोषीयास्ताम् प्लोषीरन् प्लोषीष्ट प्लोषीयास्ताम् प्लोषीरन् / प्लाविषीष्ट प्लाविषीयास्ताम् प्लाविषीरन् 2 181 Page #187 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ S M /.. ., कदन्त सहित अर्थ wat Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कर्मणि भूत कृदन्त परोक्षा क" पद। विध्यर्थ भविष्यत् कर्त परोक्षा कर्म मविकात् कर्म कतरि कृदन्त नंस्यत् 184 | पतिवस् पडाशे नम पर नन्तुम् नत्वा |नमत नम्यमान नतवत् नत नन्तव्य,नमनीय,नम्य | नेमिवस् नेमान नस्यमान् / नमवा माटे | नमीने नमातो नमेलो नमायेलो | नमवु जोई,नमवा योग्य | नमेलो नमायेलो नमशे |नमाशे पर पठितुम् पठित्वा पठत पठ्यमान | पठितवत् | पठित पठितव्य,पठनीय,पाठ्य | पेठिवस् पेठान पठिष्यत् पठिष्यमाण भणवा माटे | भणीने भणतो भणातो | भणेलो | भणायेलो | भणq जोइए भणेलो भणायलो भणशे भणाशे पर पतितुम् . पतित्वा / | पतत पत्यमान | पतितवत् | पतित पतितव्य,पतनीय,पात्य |पेतान पतिष्यत् पतिष्यमाण || पडवा माटे | पडीने पडतो पडातो पडेलो | पडायेलो | पडवा योग्य पडेलो पडायेलो रक्ष पर रक्षितुम् रक्ष्यमान | रक्षितवत् / रक्षित रक्षितव्य,रक्षणीय,रक्ष्य |ररक्षाण | रक्षिष्यत् / रक्षिष्यमाण रक्ष, | | रक्षवा माटे | रक्षीने | रक्षण करतो रक्षण करातो | रक्षण करेलो| रक्षण | रक्षतुं जोइए रक्षण रक्षण रक्षण रक्षण | करायेलो करेलो करायेलो | करशे कराशे वद् पर वदितुम् उदित्वा | उदितवत् | उदित वदितव्य,वदनीय,वाद्य उदिवस उदान | वदिष्यत् वदिष्यमाण बोलवा माटे | बोलीने बोलतो बोलातो बोलेलो | बोलायेलो | बोलवू जोइए बोलेला | बोलायेलो बोलशे बोलाशे वस् पर| वस्तुम् | उषित्वा | वसत् |उष्यमाण | उषितवत् | उषित। | वस्तव्य, वसनीय, वास्य ऊषिवस् ऊषाण | वत्स्य त् वत्स्यमान || रहेवा माटे | रहीने / वसतो,रहेतो| वसातो, वसेलो | वसायेलो वसवू जोइए,रहेवा योग्य वसेलो वसायेलो | रहेशे रहेवाशे राक्षित्वा | रक्षत रक्ष्यमान सातपप | ररक्षवस् वदत उद्यमान बोलवू Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 185 पर | भणितुम् भणित्वा | भणत् भण्यमान | भणितवत् | भणित भणितव्य बभण्वस् | बमाण मणिष्यत् भणिष्यमाण | भणवा माटे भणीने | भणतो भणातो भणेलो भणायेलो भणवा योग्य भणेलो भणायेलो भणशे भणाशे पर खादितुम् खादित्वा खादत् खाद्यमान खादितवत् | खादित खादितव्य,खादनीय,खाद्य चखादवस चखादान खादिष्यत् खादिष्यमाण | | खावा माटे खाइने / खातो खवातो | खाधेलो | खवायेलो | खावू जोइए खाधेलो | खवायेलो खाशे खवाशे दह पर | दग्धुम् दग्ध्वा दहत् दह्यमान | दग्धवत् | दग्ध दग्धव्य, दहनीय, दाह्य | देहिवस | देहान धक्ष्यत् धक्ष्यमाण बळवां माटे बळीने, बळतो, बळातो | बळेलो | बळायेलो | बळवू जोइए,बाळवा योग्य | बलेलो | बलायेलो बलशे बळाशे बाळ | | बाळवां माटे | बाळीने |बाळतो बाळातो | बाळेलो | बाळायेलो अट पर | अटितुम् अटित्वा | अटत् / अट्यमान | अटितवत् | अटित अटितव्य, अटनीय | आटिवस् | आटान अटिष्यत् अटिष्यमाण रखडq| | रखडवा माटे | रखडीने | रखडतो | रखडातो | रखडेलो | रखडायेलो | रखडवू जोइए रखडेलो | रखडायेलो | रखडशे / रखडाशे अर्च् पर | अर्चितुम अर्चित्वा | अर्चत् अर्घ्यमान अर्चितवत् | अर्चित अर्चितव्य अर्चनीय आनर्चवस् आनर्चान अर्चिष्यत् अर्चिष्यमाण | पूजवा माटे | पूजीने | पूजा पूजा करातो | पूजा करेलो पूजा | पूजवा योग्य पूजा पूजा पूजा करतो करायेलो करेलो करायेलो करशे चल् पर | चलितुम् चलित्वा | चलत् चल्यमान चलितवत् | चलित चलितव्य चलनीय चेलिवस् | चेलान चलिष्यत् चलिष्यमाण चालवू | चालवा माटे | चालीने चालतो चलातो चालेलो चलायेलो | चालवा योग्य चालेलो |चलायेलो चालशे चलाशे चर् पर चरितुम् चरित्वा चरत चर्यमाण चरितवत | चरित चरितव्य, चरणीय | चेरान चरिष्यत् चरिष्यमाण फरवू | | फरवा माटे |फरीने |चरतो,फरतो | चरातो,फरातो चरेलो। | चरायेलो चरवा योग्य चरेलो चरायेलो चरशे चराशे जीव पर | जीवितुम जीवित्वा | जीवत् जीव्यमान जीवितवत् | जीवित जीवितव्य,जीवनीय,जीव्य | जिजीव्वस जिजीवान जीविष्यत् जीविष्यमाण | जीववा माटे जीवीने जीवतो आजीविका | जीवेलो जीवायेलो जीववा योग्य | जीवेला | जीवायेलो |जीवशे जीवाशे चलावातो पूज | | पूजा कराशे | चेरिवस् Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त विध्यर्थ कमणि परोक्षा कर्त भविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म | पर | त्यक्तुम् छोड | जशे 186 त्यक्त्वा त्यजत त्यज्यमान | त्यक्तवत् | त्यक्तव्य,त्यजनीय,त्याज्य | तत्यज्वस् तत्यजान त्यक्ष्यमाण छोडवा माटे | छोडीने छोडतो,त्यजतो त्यजातो त्यजेलो | त्यजायेलो त्यजवा योग्य त्यजेलो त्यजायेलो त्यजाशे क्षर् | पर | क्षरितुम् क्षरित्वा क्षरत् क्षर्यमाण क्षरितवत् |क्षरित क्षरितव्य |चक्षर्वस् |चक्षराण |क्षरिष्यत् क्षरिष्यमाण खरवा माटे | खरीने | खरतो खरातो | खरेलो |खरायेलो | पडवा योग्य | खरेलो खरायेलो पडशे पडाशे पडवा माटे | पडीने | पडतो |पडातो क्रीड् | पर क्रीडितुम् क्रीडित्वा क्रीडत् क्रीड्यमान | क्रीडितवत् | क्रीडित | क्रीडितव्य, क्रीडनीय |चिक्रीड्वस्| चिक्रीडान | क्रीडिष्यत् क्रीडिष्यमाण | रमवा माटे | रमीने रमतो क्रीडा करातो क्रीडा करेलो| क्रीडा रमवा योग्य क्रीडा क्रीडा क्रीडा क्रीडा क्रीडा करतो करायेलो करेलो करायेलो करशे कराशे पर जपितुम् . | जपित्वा | जपत् जप्यमान |जपितवत् | जपित | जपितव्य, जपनीय जेपिवस् | जे.न जपिष्यत् जपिष्यमाण जपq | |जपवा माटे | जपीने | जपतो, जाप करातो जाप करेलो| जाप जपवा योग्य जाप जाप करतो जपातो करायेलो करेलो करायेलो कराशे | पर जेमितुम जेमित्वा | जेमत् जिम्यमान जिमितवत् | जिमित | जेमितव्य,जेमनीय,जिम्य | जिजिम्वस् जिजिमान | जेमिष्यत् जेमिष्यमाण | | जमवा माटे | जमीने | जमतो जमातो जमेलो | खवायेलो | जमवा योग्य जमेलो खवायेलो |खाशे खवाशे निन्द् पर निन्दितुम् निन्दित्वा निन्दत् निन्द्यमान निन्दितवत् | निन्दित | निन्दितव्य, निन्दनीय,निन्द्य निनिन्दवस् निनिन्दान निन्दिष्यत् निन्दिष्यमाण जाप जाप जाप Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विषित्वा. निन्दा निन्दा निन्दा निन्दा निन्दा निन्दा | निन्दा निन्दवा योग्य निन्दा निन्दा निन्दा निन्दा करवी / करवा माटे करीने करतो करातो | करेलो करायेलो करेलो करायेलो | करशे कराशे वृष पर वर्षितुम् वृष्ट्वा | वर्षत् वृष्यमाण | वृष्टवत् वृष्ट वर्षितव्य,वर्षणीय,वृष्य ववृष्वस् | ववृषाण वर्षिष्यत् वर्षिष्यमाण वरस, वरसवा माटे | वरसीने | वरसतो वरसातो | वरसेलो वरसायेलो वरसवा योग्य | वरसेलो | वरसायेलो वरसशे वरसाशे शुच् पर शोचितुम् शोचित्वा शोचत् शुच्यमान | शोचितवत् शोचित,शुचित, शोचितव्य,शोचनीय,शोच्य | शुशुच्चस | शुशुचान | शोचिष्यत् | शोचिष्यमाण शोक शोक शोक शोक शोक शोक शोक शोक करवो जोइए शोक शोक | शोक | शोक करीने करतो करातो करेलो करायेलो / करेलो करायेलो | करशे कराशे जि. पर जेतुम् जित्वा जयत् जीयमान | जितवत् |जित जेतव्य, जयनीय, जेय | जिजिवस | जिज्यान | जेष्यत् जेष्यमाण जीतवू | जीतवा माटे | जीतिने | जीततो जीतातो | जीतेलो | जीतायेलो जीतवा योग्य जीतेलो जीतायेलो | जीतशे जीताशे पर तरीतुम् तीर्खा |तरत् तीर्यमाण तीर्णवत् तीर्ण तरितव्य,तरीतव्य,तरणीय, तितीर्वस् तितीराण | तरिष्यत् तरिष्यमाण तर्थ तरिष्यमान तर, तरवा माटे तरीने |तरतो तरातो तरेलो तरायेलो तरवा योग्य तरेलो तरायेलो | तरशे तराशे धाव् पर धावितुम् धावित्वा | धावत् धाव्यमान | धावितवत् | धावित धावितव्य,धावनीय,धाव्य | दधाव्वस् दधावान | धाविष्यत् धाविष्यमाण दोडवू | | दोडवा माटे | दोडीने | दोडतो दोडातो दोडेलो दोडायेलो | दोडवा योग्य दोडेलो | दोडाशे भू पर भवितुम् भूत्वा भवत् भूयमान | भूतवत् भूत भवितव्य, भवनीय, भव्य | बभूवस | बभूवान | भविष्यत् / भविष्यमाण थवु थवा माटे थइने थतो थवातो थवायेलो | थवा योग्य थयेलो थवायलो थशे थवाशे सृ पर सर्तुम् सृत्वा | सरत् . नियमाण सृतवत् / सृत सर्तव्य, सरणीय, सार्य | ससृवस् | सम्राण | सर्म्यत् सर्यमाण खस | | सरकवा माटे | सरकीने | सकरतो | सरकातो | सरकेलो | सरकायेलो खसयूँ जोइए सरकेलो | सरकायेलो | सरकशे | सरकाशे स्मृ पर स्मर्तुम् स्मृत्वा | स्मरत् | स्मर्यमाण स्मृतवत् स्मृत स्मर्तव्य,स्मरणीय,स्मार्य | सस्मृवस् | सस्मराण | स्मर्ण्यत् स्मग्रंमाण थयेलो Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : कृदन्त कर्मणि कृदन्त! वर्तमान संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त हेत्वर्थ कर्तरि भूत कर्मणि भूत कृदन्त भविष्यत् कर्त कृदन्त परोक्षा कर्त falak भविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म कृदन्त | माटे करीने 188 दृश्यमान याद करवा | याद याद करतो| याद करातो याद करेलो | याद | याद करवा योग्य याद याद याद याद करायेलो करेलो करायेलो | करशे कराशे क्षि पर | क्षेतुम् |क्षित्वा क्षयत् क्षीयमाण क्षितवत्,क्षीणवत्| क्षित,क्षीण | क्षेतव्य, क्षयणीय चिक्षिवस् | चिक्षिवाण | क्षेष्यत् क्षेष्यमाण क्षय थर्बु क्षयथवा माटे | क्षय थइने |क्षय थतो |क्षय थवातो | क्षय थयेलो| क्षय थवायेलो क्षय थवा योग्य क्षय थयोलो क्षय थवायेलो क्षय करशे |क्षय कराशे गम(गच्छ) पर | गन्तुम् गत्वा गच्छत् गम्यमान गतवत् गत गन्तव्य,गमनीय,गम्य जगन्वस् | जगमान गमिष्यत् | गमिष्यमाण जवा माटे |जइने जतो जवातो | गएलो जवायेलु | जवा योग्य गएलो जवायेलो | जशे | जवाशे द्रश(पश्य) पर | द्रष्टुम् दृष्ट्वा पश्यत् | दृष्टवत् दृष्ट द्रष्टव्य,दर्शनीय,दृश्य | ददृश्वस् | ददृशान द्रक्ष्यत् द्रक्ष्यमान / जोवा माटे | जोइने जोतो जोवातो | जोयेलु | जोवायेलु | जोवा योग्य जोयलु | जोवायेलु | जोशे जोवाशे स्था(तिष्ठ) पर | स्थातुम् स्थित्वा तिष्ठत् स्थीयमान | स्थितवत् स्थित | स्थातव्य, स्थानीय, स्थेय तस्थिवस् | तस्थान स्थाष्यत् | स्थाष्यमान स्थिर / स्थिर रहवा स्थिर स्थिर |स्थिर | स्थिर स्थिर स्थिर रहेवा योग्य | स्थिर / स्थिर स्थिर रहेb | माटे रहीने रहेतो रहेवातो | रहेवायेलु | रहेलु रहेलु रहेवायेलु रहेशे रहेवाशे दा(यच्छ) पर | दातुम् दत्वा यच्छत् दीयमान | दत्तवत् दत्त दातव्य, दानीय, देय | ददिवस् | ददान दास्यत् | दायिष्यमाण आपq | | आपवा माटे | आपीने आपतो | अपातो | आपेलु अपायेलु | आपवा योग्य आपशे | अपाशे पा(पीब) पर | पातुम् पीत्वा पिबत् पीयमान | पीतवत् पीत | पातव्य, पानीय, पेय पपिवस् / पपान पास्यत् | पायिष्यमाण | देखवु स्थिर T | आपेलु Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | | पीवा माटे | पीने / पीतो पीवातो | आ वन्दितुम् वन्दित्वा | वन्दमान वन्द्यमान वांदवा माटे | वांदीने | वांदतो वंदातो आ वर्धितुम् वृध्दवा / वर्धमान वृध्यमान | वधवा माटे | वधीने वधतो |वधातो | पीधेलु पीवायेखें पीवा योग्य | पीधेलु पीवायेखें | पीशे पीवाशे वन्दितवत् | वन्दित वन्दितव्य,वन्दनीय,वन्द्य | ववन्दान | | ववन्दान | वन्दिष्यमाण वन्दिष्यमाण वंदेलो | वंदायेलो | वांदवा योग्य वन्देलो वन्दायेलो | वंदनकरशे | वंदन कराशे वृद्धवत् / वृद्ध वर्धितव्य, वर्धनीय, वृध्य | ववृधान | ववृधान वर्धिष्यमाण वर्धिष्यमाण | वधेलुं वधायेलो | वधवा योग्य वधेलु |वधायेलु वधशे वधाशे हरण 1180 रत्वा उभय हर्तुम्हृ त्वा हरत,हरमाण | ह्रियमाण हृतवत् हृत हर्तव्य, हरणीय, हार्य | जहृवस् जहाण हर्ण्यत् ग्रंमाण हरण हरण हरण करातो | हरण हरण हरण करवा योग्य हरणहरणहरण हरण / करवा माटे करीने करतो करेलोकरायेलो / करेलो करायेला करशे कराशे | आ डयितुम् डयित्वा | डयमान डीयमान | डरितवत् | डयित डयितव्य / डिड्यान | डिड्यान डयिष्यमाण डयिष्यमाण उडवू | | उडवा माटे | उडीने | उडतो उडातो उडेलो | उडायेलो | उडवा योग्य उडेलो | उडायेलो | उडशेउडाशे | आ | भाषितुम् भाषित्वा | भाषमाण भाष्यमाण भाषितवत् | भाषित भाषितव्य, भाष्य बभाषण | बभाषाण भाषिष्यमाण भाषिष्यमाण | | बोलवा माटे | बोलीने | बोलतो बोलातो बोलेलो | बोलायेलो बोलवा योग्य बोलेलो बोलायेलो | बोलशे बोलाशे रम् आ रन्तुम् | रममाण रम्यमाण रतवत् रत रन्तव्य, रमणीय, रम्य / रेमाण | रेमाण रंस्यमाण रंस्यमाण | रमवा माटे | रमीने | रमतो रमातो रमेलो रमायेलो रमवा योग्य रमेलो रमायेलो | रमशे रमाशे लम् | आ| लब्धुम् लब्ध्वा | लभमान लभ्यमान लब्धवत् लब्धव्य, लभनीय, लभ्य | लेभान | लेभान लप्स्यमान | लप्स्यमान पामवा माटे | पामीने | पामतो / पामेलो पमायेलो | पामवा योग्य पामेलो पमायेलो | पामशे पमाशे वृत् | आ वर्तितुम् / वृत्त्वा,वर्तित्व वर्तमान | वृत्यमान वृत्तवत् वृत्त / वर्तितव्य, वर्तनीय, वृत्य | ववर्तान | ववर्तान | वर्तिष्यमान वर्तिष्यमान वर्तवू | | वर्तवा माटे | वर्तीने / वर्ततो वर्तातो वर्तलो / वर्तायेलो वर्तवा योग्य | वर्तेलो वर्तायेलो | वर्तशे वर्ताशे शुभ् | आ| शोभितुम् / शोमित्वा| शोभमान शुभ्यमाण शोभितवत् शोभित | शोभितव्य,शोभनीय,शोभ्य| शुशुभाण शुशुभाण | शोभिष्यमाण शोभिष्यमाण श्ज्ञोभवु, दीप, दीपवा माटे | दीपीने | दीपतो। दीपातो दीपेलो | दीपायेलो | दीपवा योग्य दीपेलो | दीपायेलो | दीपशे दीपाशे लब्ध पमातो Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कतरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कर्तरि भूत विध्यर्थ परोक्षा कर्त कर्मणि भविष्यत् कर्त परोक्षा कर्म भविष्यत् कर्म 1907 न दार सेव् आ | सेवितुम् सेवित्वा | सेवमान सेव्यमान | सेवितवत् / सेवित | सेवितव्य,सेवनीय,सेव्य सिसेवान | सिसेवान सेविष्यमाण सेविष्यमाण सेवq | सेववा माटे |सेवीने सेवतो सेवातो / | सेवेलो सेवायेलो | सेववा योग्य सेवेलो सेवायेलो | सेवा करशे सेवाशे स्वाद् आ | स्वादितुम् स्वादित्वा स्वादमान स्वाद्यमान | स्वादितवत् | स्वादित स्वादितव्य,स्वादनीय,स्वाद्य | चखादान | चखादान | स्वादिष्यमाण स्वादिष्यमाण चाखतुं | चाखवामाटे |चाखीने | चाखतो |चखातो | चाखेलो चखायेलो | चाखवा योग्य | चाखेलो | चखायेलो चाखशे चखाडशे नी उभय नेतुम नीत्वा नयत,नयमान नोतवत् नीत नेतव्य, नयनीय, नेय | निनीवस | निन्यान नयिष्यत् नयिष्यमाण दोर, | दोरतो दोरातो दोरेलो | दोरायेलो | दोरवा योग्य | दोरेलो दोरायेलो | दोरशे दोराशे याच उभय याचितुम् याचित्वा | | याचत्, याच्यमान | याचितवत् | याचित याचितव्य,याचनीय,याच्य | यचाच्वस् | ययाचान | याचिष्यत् याचिष्यमाण याचमान याचवू,माग, मांगवा माटे | मांगीने मांगतो मंगातो | मांगेलो मंगायेलो | मांगवा योग्य | मांगेलो | मंगायेलो | मांगशे मंगाशे राज उभय राजितुम् राजित्वा | राजत्, | राज्यमान राजितवत् | राजित | राजितव्य,राजनीय,राज्य | रराज्वस् | रराजान' | राजिष्यत् राजिष्यमाण राजमान शोभएँ, | शोभवा माटे |शोभीने शोभतो | शोभातो शोभेलो शोभायेलो | शोभवा योग्य शोभेलो शोभायेलो | शोभशे शोभाशे वह उभय वोदुम् ऊढ़वा | वहत्,वहमान | उह्यमान / ऊढवत् ऊढ वोढव्य,वहनीय,वाह्य | ऊहिवस् ऊहान वक्ष्यत् वक्ष्यमाण वहन वहन वहन वहन वहन करातो वहन | वहन वहन करवा योग्य वहन वहन वहन |वहन Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1ST आनन्द आनन्द चकम्पानचकम्पान करवा माटे / करीने करतो करायेलो करलो करायेलो | करशे कराशे आत्म ईक्षितुम इक्षित्वा | ईक्षमाण | ईक्ष्यमाण | ईक्षितवत् | ईक्षित | ईक्षितव्य, ईक्षणीय, ईक्ष्य | ईक्षिवस् | ईक्षाण | ईक्षिष्यमाण| ईक्षिष्यमाण | जोवा माटे जोइने जोतो जोवातो जोयेलो | जोवायेलो| जोवा योग्य | जोयेलो | जोवायेलो | जोशे जोवाशे पर | रोदुम् रूदवा | रोहत् रूह्यमान रूढवत रूठ रोढव्य, रोहणीय, रूह्य | रूरूह्वस् | रूरूहाण | रोक्ष्यत् | रोक्ष्यमाण चढवू | चढवा माटे चढीने चढतो चढातो चढेलो चढायेलो | चढवा योग्य चढेलो |चढायेलो | चढशे चढाशे मुद् आत्म मोदितुम् | मोदित्वा, मोदमान | मुद्यमान | मोदितवत् मोदित,मुदित मोदितव्य, मोदनीय,मोद्य मुमुदान / मुमुदान मोदिष्यमाण | मोदिष्यमाण | मुदित्वा आनन्द आनन्द आनन्द आनन्द | आनन्द | आनन्द आनन्द पामयूँ जोइए आनन्द आनन्द आनन्द पामवो पामवा माटे पामीने पामतो पमातो पामेलो |पमायेलो पामेलो पमायेलो पामशे पमाशे कम्प आत्म कम्पितुम् कम्पित्वा कम्पमान कम्प्यमान | कम्पितवत् | कम्पित कम्पितव्य, कम्पनीय | कम्पिष्यमाण कम्पिष्यमाण कंप, / कंपवा माटे | कंपीने कंपतो कंपातो | कंपेलो | कंपायेलो | कंपवा योग्य कंपेलो कंपायेलो कंपशे कपाशे वप उभय वस्तुम् उप्त्वा वपत्,वपमान उप्यमान उप्तवत् उप्त वप्तव्य, वाप्य ऊपिवस् | ऊपान | वप्स्यत् वप्प्यमान वावयूँ / वाववा माटे | वावीने |वावतो / ववातो वावेलो ववायेलो | वाववा योग्य वावेलो ववायेलो | वावशे ववाशे गर्ज पर |गर्जितुम् गर्जित्वा | गर्जत् गर्व्यमान | गर्जितवत् | गर्जित गर्जयितव्य, गर्जनीय, जगज़स् | जगर्जान | गर्जिष्यत् | गर्जिष्यमाण गर्जयितुम् गर्जयित्वा गर्जयत् गर्जितव्य, गM | गाजवा माटें | गाजीने गाजतो गजातो | गाजेलो | गजायेलो | गर्जना करवा योग्य गाजेलो | गजायेलो | गाजशे गजाशे द्युत् आत्म द्योतितुम् द्योतित्वा द्योतमान द्युत्यमान | द्युतितवत् | द्योतित |द्योतितव्य, द्योतनीय | दुधुतान | दुधुतान | द्योतिष्यमाण| धोतिष्यमाण दीपq | दीपवा माटे | दीपीने | दीपतो दीपातो | दीपलो / दीपायेलो | दीपवा योग्य | दीपेलो / दीपायेलो | दीपशे दीपाशे रूच् आत्म रोचितुम् रोचित्वा, रोचमान | रूच्यमान | रोचितवत् | रोचित, रोचितव्य, रोचनीय | रूरूचान | रूरूचान | रोचिष्यमाण | रोचिष्यमाण रूचित्वा रूचितवत् / रूचित गाजप Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : त्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कर्तरि भूत कृदन्त विध्यर्थ कमणि भविष्यत् कर्त परोक्षा कर्त कृदन्त भविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म DIE गमाशे SEE 19 यत्न | गमवा माटे | गमीने गमतो गमातो / गमेलो गमायेलो गमवा योग्य गमेलो गमायेलो गमशे श्रि उभय श्रयितुम् / श्रित्वा श्रयत्,श्रयमाण श्रीयमाण श्रितवत् श्रित श्रयितव्य, श्रयणीय, श्रेय | शिश्रिवस शिश्रियाण | श्रयिष्यत् श्रयिष्यमाण शरणे शरणे शरणे शरणे शरणे शरणे शरणे जवा योग्य | शरणे शरणे . शरणे शरणे | जवा माटे जइने जतो जवातो गएलो जवायेलो गएलो जवायेलो |जशे जवाशे यत् आत्म यतितुम् यत्वा | यतमान यत्यमान यत्तवत् यत्त यतितव्य, यतनीय, यत्य | येतान येतान यतिष्यमाण यतिष्यमाण यत्न यत्न | यत्न यत्न यत्न यत्न यत्न करवा योग्य यत्न यल यत्न करवो करवा माटे | करीने करतो करातो करेलो करायेलो करेलो करायेलो करशे कराशे ध्यै(ध्याय) पर |ध्यातुम् / ध्यात्वा ध्यायत् ध्यायमान ध्यातवत ध्यात ध्यातव्य, ध्येय, ध्यानीय | दध्यिवस् | दध्यान ध्यायिष्यत् ध्यायिष्यमाण ध्यान ध्यान ध्यान | ध्यान ध्यान ध्यान | ध्यान ध्यान करवा योग्य ध्यान | ध्यान ध्यान ध्यान करवू | करवा माटे | करीने करतो करातो |करेला करायेलो / करेलो करायेलो करशे कराशे कस् पर | कसितुम् |कसित्वा | कसत् कस्यमान | कसितवत् | कसित कसितव्य, कसनीय, कास्य | चकस्वस् | चकसान कसिष्यत् कसिष्यमाण खीलवू | |खीलवा माटे| खीलीने | खीलतो | खीलातो | खीलेलो खीलायेलो खीलवा योग्य खालेलो |खीलायेलो |खीलशे खीलाशे गै(गाय) पर | गातुम् गीत्वा / | गायत् गीयमान | गीतवत् गीत गातव्य, मानीय, गेय / जगान गास्यत् गास्यमान | गावा माटे गाइने गातो गवातो | गायेलो गवायेलो गादा योग्य गायेलो गवायेलो गाशेगवाशे | जगिवस् | गा, Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तपत भू 1193 द्रु पर | द्रोतुम् द्रुत्वा द्रवत् ट्रामाणदुतवलत द्रोत य, द्रवणीय द्रव्य दिवस दुद्रुवाण झरवू / झरवा माटे झरीने झरतो झरातो असोतोको रट् पर | रटितुम् . रटित्वा रटत् रटमान रटिसवत् शिरटितव्य, रटनीय, राट्य रेटिक रेटान रतिष्ठान टिष्यमाण रडवा माटे रडीने रडतो | रडातो रडेलोकोरडवं जोइए खेलो रडायेलो रडशेजारी तप् चर तन्तुम् तप्त्वा तप्यमान तप्तवत् तप्त तप्तब्य, तपनीय, तारा तेविस तेगानापियन तारोष्यमा तपयूँ | तपवा माटे तपीने तपतो तपातो तपेलो तपालो तपवा योग्य तालोसपा गेलो तपशे तपाशे | शिक्षमाण शिक्ष्यमाण शिक्षितवत शिक्षित शिक्षितव्य, शिक्षणीय,शिक्ष्य शिशिप शिण | शिक्षिष्यत शिक्षिामाण शीख, | शीखवा माटे |शीखीने शीखतो शीखातोशीखेलो शीखायेला शीखवा योग्य शीवलो शीखायेलो शीखशेशीखाशे उभय भर्तमभृत्वा भरमाणध्रियमाणभृतवत भृतभर्तव्य, भरणीय, भृत्य भूईस भुराण भय॑त् भष्यमाण बोलावq बोलावा माटे | बोलावीने बोलावतो बोलावातो बोलावेलो बोलावायेलो बोलवा योग्य बोलावेला बोलावायेलो बोलावशे बोलावाशे वाञ्छ |पर | वाञ्छितुम वाञ्छित्वा| वाञ्छत्वाव्यमान वाञ्छितवत् वाञ्छित वाञ्छितव्य, नागीय विवाछवस ववाञ्छान वाञ्छिष्यत् वाशिष्यमाण इच्छयूँ | | इच्छा माटे | इच्छीने इच्छतो तो इच्छेलो इच्छायेलो इचछा करवा योग्य इच्छेलो इच्छायेलो इच्छशे इच्छाशे आ+हे आह्वातुम् आहूय आह्वयत् / आहून आहूतवत् / आहूत आराय, आहातव्य जहूवस् ! जुहुवान बोलावq१ बोलाववामाटे बोलावीने बोलावतो | बोलावातो बोलावेलो बोलावा लो बोलावतु जोइए एल. श्लाघ् आत्म श्लाघितुम् श्लाधित्वा श्लाघमान श्लाघ्यमान श्लाधितवर लालायितव्य श्लाघनीय,श्लाघ्य शश्लाघान शश्लाघान श्लाधिष्यमाण श्लाघिष्यमान वखाणवु / वखाण्वामाटे | वखाणीने| वखाणतो | वखाणातो वखाणेलो दखाणायेलो वखाण करवा योग्य वखाणेलो वखाणयेलो वखाणशे वखाणाशे फल पर | फलितुम् फलित्वा | फलत् फल्यमान फलितति / फलित फलितव्य,फलनीय, फल्य फेलिवस फेलान फलिष्षत / फलिष्यमान फळफळवा माटे | फळीने फळतो फळातो फळेलो फायेलो फळवा योग्य फळेलो / फळायेलो फशे फळाशे लड्ध आत्म लड्घितुम् लड्घित्वा लड्घमान लड्ध्यमान लधितवत् / लधित लब्धिता,लीय लड़ध्य ललड्थ्य ललडधान लनिधिष्यमाण विमान Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: कृदन्तावली : त्वर्थ कृदन्त सवयक मृत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कतरि भूत कृदन्त भविष्यत् कर्त परोक्षा कर्म भविष्यत् कर्म कर्मणि कृदन्त करवु करायेलो सोय / उल्लंघन उल्लंघन उल्लंघन | उल्लंघन | उल्लंघन | उल्लंघन उल्लंघन | उल्लंघन करवु जोइए | उल्लंघन | उल्लघन | उल्लघन |उल्लघन करपा माटे | करीने करतो करातो करेलो करेलो | करायेलो | करशे कराशे लोक् आत्म लोकितुम् | लोकित्वा | लोकमान | लोक्यमान | लोकितवत् लोकित लोकितव्य, लोकनीय, लोक्य| लुलोकान लुलोकान | लोकिष्यमाण लोकिष्यमाण परस्मै लोकयितुम् | लोकयित्वा| लोकयत् जोवू जोवा माटे | जोइने | जोतो जोवातो | जोयेलो | जोवायेलो जोवा योग्य जायेलो | जोवायेलो | जोशे जोवाशे स(सीद) पर | सत्तुम् | सीदत् सद्यमान | सन्नवत् | सन्न | सत्तव्य, सदनीय, साद्य | सेदिवस् | सेदान सत्स्यत् सत्स्यमान दुःखी दुःखी दुःखी दुःखी दुःखी थवा योग्य दुःखी दुःखी दुःखी थएं / | थवा माटे थइने थतो थवातो थयेलो थवायेलो थयेलो थवायेलो | थशे थवाशे हस् पर | हसितुम् हसित्वा हसत हस्यमान | हसितवत् | हसित हसितव्य, हसनीय, हास्य | जहस्वस् | जहसान | हसिष्यत् हसिष्यमाण | हसवा माटे | हसीने हसतो हसातो हसेलो | हसायेलो | हस, जोइए हसेलो | हसायेलो | हसशे हसाशे सत्वा | दुःखी दुःखी दुःखी Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पलायन पलायन पलायन अय् आ. अयितुम् | अयित्वा | पलायमान पलाय्यमान अयित अयितवत् | आय्य, अयितव्य अयाचक्राण| पलायाचक्राण पलायिष्यमाण पलायिष्यमाण पलायनथवा | पलायन | पलायन पलायन पलायन पलायन | पलायन पलायन पलायन थर्बु / | माटे थइने थतो थवातो / थवायेलो थएलो | थवा योग्य थएलो थवायलो थशे थवासे अर्ज पर. अर्जितुम् अर्जित्वा | अर्जत अय॑माण अर्जित अर्जितवत् | अW, अर्जितव्य |आनळस | आनर्जान अर्जिष्यत् अर्जिष्यमाण मिळवq | मेळववा माटे | मेळवीने | मेळवतो मेळवातो मेळवायेलो | मेळवेलो | मेळववा योग्य मेळवेलो मेळवाएलो |मेळवशे मेळवाशे अर्ह पर.| अर्हितुम् अर्हित्वा | अर्हत अर्यमाण अर्हित अर्हितवत् | अर्य, अर्हितव्य आनर्हवस् | आनर्हाण अर्हिष्यत् अर्हिष्यमाण योग्य | योग्य थवा योग्य | योग्य थतो योग्य थवातो| योग्य योग्य योग्य थवें जोइए | योग्य योग्य योग्य थशे योग्य थवाशे होवु / माटे थवायलो थाएलो थएलो थवायेलो आ+शंस आ. | आशंसितुम् आंशस्य आशंसमान आशंस्यमान आशंसित आशंसितवत् | आशंस्य, शंसितव्य | आशशंसान | आशशंसान आशंसिष्यमाण आशंसिष्यमाण इच्छवु | |इच्छवा माटे | इच्छिने | इच्छतो इच्छातो इच्छायेलो |इच्छेलो | इच्छवा योग्य इच्छेलो इच्छायेलो इच्छशे इच्छाशे इ पर. एतुम इत्वा / अयत् ईयमान इत इतवत् / एय, एतव्य ईयिवस् |ईयान एष्यत् एष्यमाण जq / जवा माटे जइने जतो जवातो जवाएलो गएलो जवा योग्य | गएलो जवाएलो जशे जवाशे आ. ईहितुम् ईहित्वा | ईहमान ईह्यमान ईहित ईहितवत् | ईय, ईहितव्य ईहाचक्राण ईहा चक्राण ईहिष्यमाण ईहिष्यमाण विचार, विचारवा माटे | विचारीने | विचारतो विचारातो विचाराएलो | विचारेलो | विचारवा योग्य विचारेलो | विचाराएलो विचारशे विचाराशे कृष् पर | क्रष्टुम् कष्टुम् | कृष्ट्वा | कर्षत् कृष्यमाण कृष्ट कृष्टवत् | कृष्य, क्रष्टव्य, कर्षणीय | चकृष्वस् |चकृषाण कीत् कर्यमाण खेंचवू | खेंचवा माटे | खेचीने | खेचतो खेंचातो |खेंचाएलो |खेंचेलो / खेंचवा योग्य खेंचाएलों खेंचशे खेंचाशे क्वथ् पर | क्वथितुम् क्वथित्वा क्वथत् क्वथ्यमान क्वथित क्वथितवत् | क्वाथ्य, क्वथितव्य चक्वथ्वस् | चक्वथान क्वथिष्यत् क्वथिष्यमाण उकळवू उकळवा माटे| उकळीने | उकळतो उकाळातो उकाळायेलो| उकळेलो | उकळवा योग्य उकळेलो | उकालायेलो |उकळशे उकाळाशे 4 खेंचेलो Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . Prod हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कर्माण भूत परोक्षा कर्त परोक्षा कर्म भविष्यत् कर्त धातु पद भविष्यत् कर्म जृम्भ् आ जृम्भितुम् | प्रगट थवा प्रगट प्रगट या जृम्भित्वा जृम्भमाण जृम्भ्यमाण तिभितवत् गम्भ्य, जृम्भितव्य जजृम्भाण | जजृम्भाण | जृम्भिष्यमाण जृम्भिष्यमाण प्रगट थतो प्रगट थवातोना पटगट थवा योग्र) / प्रगट प्रगट प्रगट थशे | प्रगट थवाशे थइने थएलो थवाएलो ज्वलित्वा ज्वलत् ज्वल्यमान जलतज्वलितवत् ज्वाल्य, ज्वलितव्य | जपल्वस जज्वलान | ज्वलिष्यत | ज्वलिष्यमाण बळतो बळातो लायेलो बोलोवळवा योग्य बळेलोबळायेलो बळशे | बळाशे पर ज्वलितुम् 11961 | बळवा माटे | बळीने - तत्रिवस् तत्राण रक्षण रक्षण करेलो करायेलो त्रास्यमान | त्रायिष्यमाण रक्षण करशे रक्षण कराशे त्रै आ त्रातुम् त्रात्वा त्रायमाण त्रायमाणपणात त्राणदत यत्रातव्य रक्षण करवा रक्षण | रक्षण करतो रक्षण करातो राग जने रक्षण जने रक्षण करवा योग्य करवू माटे करीने थशे कमायेलो शेकरेलो त्वर् आ त्वरितुम् त्वरित्वा त्वरमाण | त्वर्यमाणचरित चरितवत् टूर्णवत त्वार्य, (वरितव्य उतावळ उतावळ करवा उतावळ उतावळ उतावळ उतावळ उतावळ उतावळ करवा योग्य करवी / माटे करीने करतो करातो कराएलो करेलो धे पर | धातुम् धीत्वा धीयमान धीत धीतवत् धेय, धातव्य धावतुं | धाववा माटे |धावीने धावतो धावातो भवायेलो धायेलो धाववा योग्य तत्वराण उतावळे करेलो तत्वराण उतावळ कराएलो त्वरिष्यमाण त्वरिष्यमाण उतावळ उतावळ करशे कराशे धयत् दधिवस् दधान धास्यत् धावेलोधवायेलो धावशे धायिष्यमाण धवराशे Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बुध उभ बोधितुम्बोधित्वा | बोधत् बुध्यमान बुधित बुधितवत् / बोधितव्य बुबुध्वस् / बुबुधानभोत्स्यत् भोत्स्यमान जाणवू जाणवा माटे | जाणीने जाणतो जणातो जणायेलो जाणेलो ! जाणवा योग्य जागेलो जणायेला जाणशे भ्रम पर | भ्रमितुम् अगिता भ्रमत् भ्राम्यत् भ्रम्यमाण | भ्रान्त भ्रान्तवत् | भ्रम्य, भ्रमितव्य बभ्रन्वस् बभ्रमाण भ्रमिष्यत् | भ्रमिष्यमाण भम, / भारा भमवा माटे | |भमतो भमातो भमायेलो / भमेलो | भमवा योग्य भमेलो |भमायेलो भमशेभमाशे भ्राज आ | भ्राजितुम् भ्राजित्वा | भ्राजमान भ्राज्यमान भ्राजित भ्राजितवत् भ्राज्य, भ्राजितव्य भ्रेजान | भेजान भ्राजिष्यमाण | भ्राजिष्यमाण दीप, | | दीपवा माटे | दीपीने |दीपतो | दीपातो दीपायेलो दीपेलो दीपवा योग्य दीपेलो दीपायेलो / दीपशे दीपाशे भ्रास आ भ्रासितुम् भ्रासित्वा | भ्रासमान | भ्रास्यमान | भ्रासित भ्रासितवत् / भ्रास्य, भ्रासितव्य बभ्राजान | बभ्राजान भासिष्यमाण | भ्रासिष्यमाण शोभवू | शोभवा माटे |शोभीने शोभतो शोभातो शोभायेलो शोभेलो / शोभवा योग्य शोभेलो शोभायेलो शोभशे शोभाशे ग्लास आ | भ्लासितुम भ्लासित्वा भ्लासमान | भ्लास्यमान | भ्लासित भ्लासितवत् भ्लास्य भ्लासितव्य | भ्लेसान भ्लेसान भ्लासिष्यमाण भ्लासिष्यमाण दीपq | | दीपवा माटे | दीपीने | दीपतो दीपातो दीपायेलो / दीपेलो | दीपवायोग्य / दीपेलो दीपालो / दीपशे दीपाशे म्लै पर म्लातुम् म्लात्वा म्लायत् म्लायमान | म्लात म्लातवत् / म्लेय, म्लातव्य मम्लिवस मम्लान म्लास्यत म्लायिष्यमाण करमाई| | करमावामो |करमाइने | करमातो | करमावातो | करमावयेलो मरमायेलो ! करमावा योग्य करमेलो करनायेलो करमाशे करमावाशे लम्ब् आ | लम्बितुम् लम्बित्वा लम्बमान लम्ब्यमान लम्बित लम्बितवत् | लम्ब्य, लम्बितव्य | ललम्बान ललम्बान लम्बिष्यमाण| लम्बिष्यमाण लटकतुं लटकवा माटे लटकीने | लटकतो | लटकातो | लटकायेलो लटकेलो | लटकवा योग्य लटकेलो लटकायेलो लटकशे लटकाशे लष् उभ| लषितुम् लषित्वा | लषत् लष्यमाण लषित लषितवत् लाष्य, लषितव्य | लेषिवस् लेषाण लषिष्यत् लषिष्यमाण | अभिलाषा |अभिलाषा अभिलाषा | अभिलाषा | अभिलाषा अभिलाषा / अभिलाषा करवा | अभिलाष | अभिलाषा अभिलाषा | अभिलाषा करवी करवा माटे | करीने करतो करातो करायेलो करेलो | योग्य करेलो करायेलो करशे कराशे लिङ्ग पर | लिङ्गितुम् लिङ्गित्वा लिङ्गत् लिङ्ग्यमान | लिङ्गित लिङ्गितवत् लिङ्य, लिङ्गितव्य लिलिङ्ग्वस् लिलिङ्गान लिडिगष्यत् लिडिगष्यमाण अभिलाष Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -:कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वतमान कतरि कृदन्त वतमान कर्मणि कृदन्त कतरि भूत कृदन्त कर्मणि भूत विध्यर्थ कृदन्त परोक्षा कर परोक्षा कर्म भविष्यत् कर्त भविष्यत् कर्म ---- - -- - 1981 शस्त आलिंगन आलिंगन आलिंगन | अलिंगन | आलिंगन | आलिंगन आलिंगन | आलिंगन करवा आलिंगन |आलिंगन | आलिंगन | आलिंगन कर | करवा माटे | करीने करतो करातो | करायेलो | करेलो / | योग्य करेलो करायेलो करशे | कराशे लुण्ट् पर लुण्टितुम् / लुण्टित्वा लुण्टत् / लुण्ट्यमान | लुण्टित | लुण्टितवत् | लुण्ट्य, लुण्टितव्य | लुलुण्ट्वस् | लुलुण्टान | लुण्टिष्यत् | लुण्टिष्यमाण लुंटवू / लुटवा माटे | लुटीने | लुण्टतो लुटानो लुटायेलो | लुटेलो लुंटवायोग्य लुंटेलो लुटायेलो | लुंटशे लुटाशे आ| लोकितुम् लोकित्वा | लोकमान| लोक्यमान | लोकित लोकितवत् लोक्य, लोकितव्य लुलोकान | लुलोकान | लोकिलोकिष्यमाण जोवा माटे | जोइने / जोतो | जोवातो | जोवायेलो | जोएलो | जोवा योग्य जोएलो जोवायेलो | जोशे |जोवाशे शंस पर शंसितुम् शस्त्वा शस्यमान शस्तवत |शेसिवस् |शेसान शंसिष्यत् शंसिष्यमाण / कहेवा माटे | कहिने कहेतो | कहेवातो | कहेवायेलो कहेलो | कहेवा योग्य / | कहेलो कहेवायेलो कहेशे कहेवाशे आ| शङ्कितुम् / शङ्कित्वा शङ्कमान शङ्क्यमान| शङ्कित शङ्कितवत् शङ्क्य, शङ्कितव्य | शशङ्कान शंका |शंका करवा | शंका | शंका शंका | शंका |शंका करवा योग्य शंका शंका शंका शंका करवी / माटे | करीने करतो / करातो | करायेलो | करेलो करेलो करायेलो | करशे कराशे शंस पर शसितुम् . | शसित्वा शसत् शस्यमान शस्त | शस्तवत् | शस्य शसितव्य शशस्वस् शशसान शसिष्यत् शसिष्यमाण कापq | कापवा माटे | कापीने कापतो कपातो कपायेलो | कापेलो | कापवा योग्य कापेलो कपयेलो कापशे कपाशे सह् आ सोढुम/सहितुम् सोहवा / | सहमान | सह्यमान | सोढ | सोढवत् | सह्य, सोढव्य सेहान | सेहान सहिष्यमाण | सहिष्यमाण शका Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सहन जवाएला di91 ETKINTOLE ITE IT सहन करवा | सहन सहन करतो सहन करातो सहन सहन सहन करवा योग्य | सहन सहन सहन करशे सहन कराशे करवू / माटे करीने करायेलो | करेलो करेलो करायेलो स्पन्द आ | स्पन्दितुम् स्पन्दित्वा स्पन्दमान | स्पन्द्यमान | स्पन्दित | स्पन्दितवत् स्पन्द्य, स्पन्दितव्य पस्पन्दान | पस्पन्दान | स्पन्दिष्यमाण| स्पन्दिष्यमाण फरक£| | फरकवा माटे| फरकीने | फरकतो फरकातो | फरकायेलो | फरकेलो | फरकवा योग्य फरकेलो | फरकायेलो | फरकशे |फरकाशे स्पर्ध आ| स्पर्धितुम् | स्पर्धित्वा | स्पर्धमान | स्पर्ध्यमान | स्पर्धित स्पर्धितवत् | स्पर्ध्य, स्पर्धितव्य पस्पर्धान | पस्पर्धान | स्पर्धिष्यमाण | स्पर्धिष्यमाण स्पर्धा | | स्पर्धा करवा | स्पर्धा | स्पर्धा / | स्पर्धा | स्पर्धा | स्पर्धा | स्पर्धा करवा योग्य | स्पर्धा | स्पर्धा स्पर्धा स्पर्धा करवी / माटे करीने | करतो / करातो करायेलो | करेलो करेलो करायेलो | करशे कराशे ऋऋिच्छ) पर अर्तुम्ऋ त्वा | ऋच्छत् अर्यमाण ऋत ऋतवत् | आर्य, अर्त्तव्य आरिवस् | आराण अरिष्यत् अरिष्यमाण जq / जवा माटे | जइने जतो / जवातो जवाएलो गएलो | जवा योग्य गएलो क्रम् |पर | क्रमितुम् क्रमित्वा | क्रामत् क्रम्यमाण क्रान्त क्रान्तवत् | क्रम्य, क्रमितव्य चक्रन्वस् | चक्रमाण क्रमिष्यत् / कंस्यमाण पगे / पगे चालवा | पगे / पगे | पगे | पगे चालवा योग्य | पगे | पगे चालवू | | माटे चालीने | चालतो चलातो चलायेलो | चालेलो चालेलो चलायेलो कृप आ | कल्प्तुम् कल्पित्वा| कल्पमान | कलृप्यमान | कल्पित | कल्पितवत् | कल्प्य, कल्पितव्य | चक्लृपान | चक्लृपान | कल्प्स्यत् | कल्पस्यमान क्लृप्त्वा | क्लृप्त क्लुप्तवत् कलस्यमान कल्पिष्यमाण | समर्थ समर्थ समर्थ समर्थ | थवा माटे थइने | थतो थवातो थवाएलो |थएलो / थएलो थवाएलो पर गोपायितुम् गोपायित्वा गोपायत् | गोपाय्यमान | गोपायित / गोपायितवत्, गोपाय्य, गोपायितव्य जुगुप्वस् | जुगुपान गोपिष्यत् गोपिष्यमाण | गोपितुम् गुप्त्वा गुप्त | गुप्तवत् | गोप्य, गोपितव्य गोपायाम्बमूवस | गोपायाम्बभूवान गोपायिष्यत् गोपायिष्यमाण रक्षण रक्षण रक्षण | रक्षण करवा योग्य | रक्षण रक्षण रक्षण रक्षण माटे करीने | करतो करातो करायेलो | करेलो करेलो | करायेलो | करशे कराशे लाश कल्पिष्यमाण गुप्यमान् रक्षण रक्षण करवा रक्षण रक्षण Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -:कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कर्तरि मूत कृदन्त कर्मणि भूत विध्यर्थ परोक्षा कर्म परोक्षा कर्त भविष्यत् कर्त भविष्यत् कर्म कृदन्त पढ सुंघेलो चेमिवस् गुह उभ गुहितुम्/ गूढ्वा/ | गृहत् गुह्यमान गूढवत् गोह्य, गृहितव्य जुगुहान जुगुहान | गृहिष्यत् गृहिष्यमाण गोदुम | गहित्वा / गुह्यं गूढव्यम् जुगुह्वस् संताडवं संताडवा माटे संताडीने| संताडतो | संताडातो संताडायेलो संताडेलो संताडवा योग्य संताडेलो संताडायेलो संताडशे संताडाशे घा (जिघ्र) पर घातुम्घात्वा | जिघ्रत् घ्रायमाण घ्राण/घ्रात घ्राणवत प्रेय, नातव्य जध्रिवस् जघ्राण | घ्राष्यत घायिष्यमाण सुंघर्बु | सुंघवा माटे | सुंघीने | सुंघतो सुंघतो सुंघायेलो | सुंघेलो सुंधवा योग्य सुंघायेलो सुंघशे सुंघाशे चम्प र चमितुम्च मित्वा | चमत चम्यमान चान्त चान्तवत् चम्य, चमितव्य चेमानचमिष्यत् चमिष्यमाण चाटवू | चाटवा माटे चाटीने चाटतो चटातो |चटायेलो चाटेलो चाटवा योग्य चाटेलो चटायेलो चाटशे चटाशे दंश्पर दंष्टुम्द ष्ट्वा दशत दश्यमान दष्टवत् दंश्य, दष्टव्य देशिवस् देशान दक्ष्यत् दक्ष्यमाण करडवू | करडवा माटे करडीने | करडतो | करडातो करडायेलो करडेलो करडवा योग्य करडेलो करडायेलो करडशे करडाशे धूप पर धूपायितुम् धूपित्वा | धूपायत् / धूप्यमान धूपित/ धूपितवत धूपाप्य, धूपायितव्य दुधूप्तस् दुधूपानधूपायिष्यत् धूपिष्यमाण धूपितुम् धूपायित्वा धूपत् धूपाय्यगान धूपायित धूपायितवत् धूम्य, धूपितव्य धूगायाम्बभूवस धूपायाम्बभूवाना धूपिष्यत् धूपायिष्यमाण संवापसंतापवा माटे संतापीने | संतापतो | संतापातो संतापायेलो संतापेलो / संतापवा योग्य सतावेलो | संतापायेलो संतापशे संतापाशे ध्मा पर मातुम् मात्वा | धमत् / मायगान गात मातवत् गेय, ध्यातव्य / दधिगतए दधानास्यतभाशिष्यमाण Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तुति पनायत पनित्वा | स्तुति तपावतुं | तपाववा माटे | तपावीने | तपावतो तपावातो तपावायेलो तपावेलो तपावला योग्य तपावेलो / तपावायेलो तपावशे तपावाशे पण आपणायितुम् पणायित्वा पणायत पणाय्यमान | पागतवत् / पणाय्य, पणा 23616 मायाम्बभूवर पणानपणिष्यमाण | पणिष्यमाण पणितुम्प णित्वा पण्यमान पणायित पणायितवत् पाण्य, पणितारणानपणायाम्दभूतान पणायिष्यत् यणायिधमाण स्तुति करवा | स्तुति | स्तुति स्तुति स्तुति स्तुति | स्तुति करवा पोर खतिस्तुति स्तुतिस्तुति करवी माटे करीने | करातो करायेलो | करेलो . लोकरायेलो करशेकराशे आ पनायितुम् | पनायित्वा पनाय्यमान पनित/ | पनितवत् पनारय, पनाशिला गाम्भूदस पनायाम्बमूवान पनायिष्यत् पनायिष्यमान पनितुम पन्यमान पनायित पनायितवत् | पान्य, पनितव्य पेनान पयनायान् पनिष्यमाण | पनिष्यमाण स्तुति | स्तुति करवा स्तुति स्तुति स्तुति स्तुति करवा योग्य स्तुति स्तुति स्तुति करवी करातो करायेलो | करेलो करेलो | करायेलो करशे | कराशे म्ना पर म्नातुम् म्नात्वा मनत म्नायमान म्नात म्नातवत तव्य भम्निवस् मम्नान म्नारयत् |म्नायिथ्यमाण मानतुं मानवा माटे | मानीने मानतो मनातो मनायेलो | मानेलो | मानवा योग्य मनायेलो | मानशे | मनाशे यम् पर यन्तुमयमित्वा | यच्छत् / यम्यमान यत यतवत | यम्य, यन्तव्य येमान यंस्यत् | यस्यमाण नियममां नियममां नियममां नियममां | नियममा 74 नियममां | नियमामां | नियममा राखवा योग्य नियममां | नियममा नियममां नियममा राखतुं | राखवा माटे | राखीने | राखतो रखातो रखायेलो | राखेलो राखेलो रखायेलो राखशे | रखाशे रक्त्वा / रङ् उभ रङ्क्तुम् रज्यमान रजत् रङग्य, रङ्क्तव्य | रेजिवस् | रक्तवत् | रेजान रङक्त्वा रडक्ष्यन् | रक्ष्यमाण रंगवू | रंगवा माटे रंगीने | रंगतो रंगातो | रंगायेलो रंगेलो रंगवा योग्य रेजान रंगायेलो रंगशे | रंगाशे शद् पर शत्तुम् शत्त्वा / शीयमान शद्यमान शन्न / शाद्य, शत्तव्य | शेदिवस् / शेदान शत्स्यत् शत्स्यमान नष्ट थर्बु नष्ट थवा माटे नष्ट थइने| नष्टथतो | नष्ट थवातो नष्ट थवायेलो | नष्ट थएलो नष्ट थवा योग्य | नष्ट थएलो नष्टथवाएलो नष्टयशे नष्ट थवा ष्ठिव् पर | ष्ठेवितुम् |ष्ठिवित्वा | ष्ठीवत् ष्ठीव्यमान ठयूतष्ठ्यू तवत् | ष्ठेव्य, प्तेवितव्य | तिष्ठित्वस् रिष्टिवान विष्थत ष्ठेविष्यमाण इदफेंक फंकवा माटे फेंकीने | फेंकतो | फेंकातो फेकायेलो | फेकेलो फेंकवा योग्य फेंकेलो फेंकायेलो फैकशे फेकाशे रक्त Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -:कृदन्तावली : कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कतरि भूत कृदन्त कर्मणि भूत परोक्षा कर्त विध्यर्थ भविष्यत् कर्त कृदन्त DIB भविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म कृदन्त खात्वा सञ्ज पर | सङ्क्तुम् | सङ्क्त्वा | सजत् सज्यमान सक्त सक्तवत् | सङ्ग्य, सङ्क्तव्य | सेजिवस् | सेजान | सङ्ख्यत् सक्ष्यमाण चोटq | |चोटवा माटे | चोटीने | चोटतो | चोंटातो | चोंटायेलो | चोंटेलो चोंटवा योग्य |चोंटेलो |चोंटायेलो |चोटशे |चोटाशे सस्ज् पर | सज्जितुम् | सज्जित्वा सज्जत् सज्ज्यमान | सज्जित | सज्जितवत् सज्जय, सज्जितव्य | ससज्जवस्| ससज्जान | सज्जिष्यत् | सज्जिष्यमाण तैयार | तैयार तैयार तैयार तैयार तैयार तैयार | तैयार थवा योग्य तैयार तैयार | तैयार थशे तैयार थवासे थवु / थवा माटे थइने थतो थवातो थवाएलो |थएलो थएलो थवायेलो खन् उभ| खनितुम् खनित्वा | खनत् खायमान खात खातवत् / खन्य, खनितव्य |चखन्वस् | चख्नान खनिष्यत् खनिष्यमाण |खनमान खन्यमान खणवू | खणवा माटे | खणीने खणतो खणातो खणायेलो | खणेलो | खणवा योग्य खणेलो खणायेलो | खणशे खणाशे भिक्ष आ | भिक्षितुम् | भिक्षित्वा | भिक्षमाण | भिक्ष्यमाण | भिक्षित | भिक्षितवत् | भिक्ष्य, भिक्षितव्य बिभिक्षाण | बिभिक्षाण | भिक्षिष्यमाण मिक्षिष्यमाण | मांगवा माटे | मांगीने मांगतो मंगातो मंगायेलो | मांगेलो मांगवा योग्य मांगेलो | मंगायेलो मांगशे | मंगाशे यज् उभ| यष्टुम् इष्ट्वा यजत् इज्यमान इष्टवत् याज्य, यष्टव्य | ईजिवस् | ईजान / यक्ष्यत यक्ष्यमाण यज्ञ यज्ञ यज्ञ यज्ञ यज्ञ यज्ञ यज्ञ करवा योग्य यज्ञ यज्ञ करवा माटे | करीने करतो / करातो करायेलो | करेलो यज्य करेलो करायेलो कराशे यज्ञ यज्ञ | करशे Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रब्धवत् करातो वणशे वधतो 1203 रब्ध्वा |रभमान रभ्यमान रब्ध | रभ्य, रब्धव्य, रमनीय | रेभाण रेभाण रभिष्यमाण | रभिष्यमाण आरंभ आरंभ करवा | आरंभ आरंभ आरंभ आरंभ आरंभ | आरंभ करवा योग्य | आरंभ आरंभ आरंभ आरंभ करीने करतो करायेलो | करेलु करेलो करायेलो करशे कराशे वे उभ| वातुम् | उत्वा वयत्, ऊयमान उत उतवत् | वेय, वातव्य, वानीय | वविवर ववान वास्यत् वास्यमान व्यमान ऊयिवस। ऊवान वास्यमान | वायिष्यमाण वणवू | ऊयान वणवा वाटे वणीने | वणतो वणातो वणयेलो | वणेखें वणेलो वणवा योग्य वणायेलो वणाशे व्ये उभ व्यातुम् व्ययत् वीयमान वीत वीतवत् / | व्येय, व्यातव्य, व्यायनीय विवीवस | विव्यान व्यास्यत् | व्यास्यमान व्ययमान व्यास्यमान ढांक | | ढांकवा माटे | ढाकीने ढांकतो ढंकातो ढंकायेलो | ढांकेखें | ढांकवा योग्य ढंकायेलु | ढाकशें | ढंकाशे श्वि पर श्वयितुम् श्वयित्वा श्वयत् शूयमान | शून / शूनवत् श्वेय, श्वयितव्य, श्वयनीय शुशूवस | शिश्वियान श्वयिष्यत् / श्वयिष्यमाण | |वधवा माटे / वधीने / | वधातो |वधायेलो | वधेलु वधवा योग्य वधायेलो वधशे / |वधाशे सन् पर | सनितुम् / सनित्वा | सनत् सन्यमान | सात सातवत् | सान्य, सनितव्य, सननीय| सेनिवस् | सेनान सनिष्यत् | सनिष्यमाण सायमान भजन | भजन भजतो |भजातो भजाएलो | भजेलो | भजवा योग्य भजेलो भजाएलो भजशे भजाशे | करवा माटे | करीने | धृत्वा धरत्/धरमाण| धियमान धृत धृतवत् धार्य, धरितव्य दधृवस् दधाण धरिष्यत् धरिष्यमाण धारण | धारण धारण धारण धारण धारण धारण करवा योग्य धारण धारण धारण | करवा माटे | करीने करतो करातो | कराएलो करेलो करेलो कराएलो करशे कराशे पर मथितुम् . | मथित्वा मथत मथ्यमान | मथित मथितवत् | माथ्य, मथितव्य मेथान मथिष्यत् मथिष्यमाण | मथवा माटे | मथीने | मथतो | मथातो मथाएलो / मथेलो मथवा योग्य मथेलो / | मथाएलो मथशे मथाशे आ | वेष्टितुम् वेष्टित्वा | वेष्टमान | वेष्ट्यमान | वेष्टित वेष्टितवत् | वेष्ट्य, वेष्टितव्य विवेष्टान | विवेष्टान वेष्टिष्यमाण | वेष्टिष्यमाण धारण मेथिवस् Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -:कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त कर्मणि कृदन्त वर्तमान कर्मणि भूत कृदन्त भविष्यत् कर्त विध्यर्थ मविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म परोक्षा कर्त कतरि कृदन्त कदन्त 26 | थोडु थोडु 204 वींटवा माटे वींटीने वीटतो |वींटातो | वीटाएलो | वींटेलो |वीटवा योग्य वींटेलोवीटाएलो वीटशे वींटाशे आ | स्मेतुम् | स्मित्वा | स्मयमान | स्मीयमान | स्मित स्मितवत् / स्मेय, स्मयितव्य सिष्मियाण सिमियाण | रमेष्यमाण स्मायिष्यमाण | थोडं हसवा | थोडु थोडु | थोडु थोडु हसवा योग्य थोडं थोडं थोडु थोडु हसीने हसतो | हसातुं हसायेलो | हसेलु हसेलो हसायेखें हसाशे पर | ग्रसितुम् / ग्रसित्वा | ग्रसत् ग्रस्यमान | ग्रसित ग्रसितवत् / ग्रस्य, ग्रसितव्य जनस्वस जनसान ग्रसिष्यत् | ग्रसिष्यमाण गळवा माटे गळीने | गळतो गळातो गळायेखें गळेलु गळवा योग्य गलेलं गलायेखें गळशे गळाशे पर व्रजितुम् / व्रजित्वा | व्रजत् व्रज्यमान वजित व्रजितवत् / व्राज्य, व्रजितव्य तव्रज्वस्व व्रजान जवा माटे | जइने / जवातो | जवायेलु गएलु | जवा योग्य गएलुंजवायेखें जशे जवाशे पर| सप्तुम् / सृप्त्वा / सर्पत् सृप्यमान सृप्त सृप्तवत् सृष्य, सर्पितव्य ससृवस् ससृपान सय॑त् सर्व्यमान ||जवा माटे जइने | जतो जवातो जवायेखें गएलुंजवा योग्य गएलुजवायेखें जशे जवाशे पर गदितुम् गदित्वा | गदत् | गद्यमान गदित गदितवत् | गा, गदितव्य | जगद्वस् जगदान गदिष्यत गदिष्यमाण बोलवू | | बोलवा माटे | बोलीने | बोलतो | बोलातो बोलायेखें बोलेलु बोलवा योग्य बालेलुं बोलायेखें बोलशे बोलाशे लग पर लगितुम् लगित्वा | लगत् लग्यमान लग्न ग्नितता लाग्य लगितव्य लेगिनस लेगान लगिष्यत् लगिष्यमाण Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईर्ध्यत ईर्ष्या थईने थतो धतो वळगq | वळगवा माटे वळगीने वळगतो वळगातोवळगायेखें वळगेलं वळगवा योग्रा वळगेलं वळगारोज / दळशेवलगाशे। ईर्ण्य पर ईर्ण्यितम ईर्ण्यित्वा | ईग्रंमाण इNित ईयितवत ईर्घ्य, ईयितव्य इंया बभूवस् | ईम्बिभूवान ईयिष्यत ईयिष्यमाण ईर्ष्या ईर्ष्या करवा | ईर्ष्या ईर्ष्या / ईर्ष्या इाईर्ष्या करवा योग्य ईर्ष्या करवी / माटे करीने करतो करातो करायेली करेली। करेली करायेली करण कराशे गुआ प्रोतुम् प्रत्वा प्रवमाण प्रूयमाण पुत प्राय परवाण प्रायमाण तर तरवा माटे तरीने तरतो तरातो | तरायेलो तरेलो तिच्या योन लस् पर लसितुम् लसित्वा लसत लस्यमान | लसित लसितवत् लाग, लसितव्यला लसिथत लसिध्यमाण आशक्त आसक्त |आसक्त | आसक्त आसक्त आसक्त आसक्त आसका शवा योग्य आराक्त आसपात आसक्त थर्बु / थवा माटे थवातो थवायेलो थएलो थएथवाएलो थवाशे अञ्च् पर अञ्चितुम् अञ्चित्वा | अञ्चत् अञ्च्यमान | अञ्चित अञ्चितवत् अञ्च्य, अञ्चितव्य आपस आनञ्चान अञ्चिधत आवष्यमाण | पूजा पूजा पजा पूजा पूजा करवा योग्य पूज! पूजा | माटे करीने करतो करतो | करायेलो करेला करायेलो करशेकराशे धू पर धुर्वितुम् धूळमान धूर्ण धूर्णवन् धूळ, धुर्वितव्य दुधूण धुर्विष्यत् धुर्विष्यमाण हिंसा / हिंसा हिंसा हिंसा हिंसा हिंसा हिंसा करवा योग हिसा करवी / करवा माटे करीने करतो करातो करायेलो करेलो करेलोकरायेलोकरशेराशे खण्ड आ खण्डितुम् खण्डित्वा खण्डमान खण्डयमान खण्डितः खण्डितवत् | खण्ड्य, खणि? | चखण्डान चखा / खतिष्यमाण खण्डिष्यमा खण्डित् खण्डित खण्डित खण्डित | खण्डित खण्डित खण्डित खण्डित करता योग्य खण्डित खण्डित खण्डित खण्डित कर / करवा माटे करीने करतो करातो करायेलो करेलो करायेलु करशेकराशे गल पर गलितुम् गलित्वा | गलत् गल्यमान गलित मलितवत् गाल्य, गलितव्य जगलवस् जगला. गलियत् गलिष्यभा पूजा करवा / पूजा धर्वत हिसा Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -:कृदन्तावली : कृदन्त सबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त कतरि भूत कृदन्त कर्मणि मूत कृदन्त विष्यर्थ परीक्षा कर्त परोक्षा कर्म भविष्यत् कर्त भविष्यत् कर्म ॐ धातु गळी जशे 1206 गळी जवा गळी गळी गळी गळी |गळी |गळवा योग्य | गली गएलुं गली गळी जवाशे माटे | जइने जतो जवातो जवायेलो गएलो जवायेली जल्प पर जल्पितुम् जल्पित्वा | जल्पत् जल्प्यमान |जल्पित जल्पितवत् | जल्प्य, जल्पितव्य | जजल्प्वस् | जजल्पान जल्पिष्यत् जल्पिष्यमाण कहेदूं कहेवा माटे | कहीने कहेतो कहेवातो कहेवायेलो | कहेलो | कहेवा योग्य कहेलो कहेवायेलो कहेशे कहेवाशे क्रन्द् पर क्रन्दितुम् क्रन्दित्वा | क्रन्दत् क्रन्द्यमान क्रन्दित क्रन्दितवत् | क्रन्द्य, क्रन्दितव्य | चक्रन्दवस् चक्रन्दान क्रन्दिष्यत् क्रन्दिष्यमाण पोकार | पोकार करवा | पोकार | पोकार | पोकार | पोकार | पोकार | पोकार करवा योग्य | पोकार पोकार पोकारशे पोकाराशे करवू / माटे करीने करतो करातो करायेली करेली करेलो करावेलो गुञ्ज पर गुञ्जितुम् गुञ्जित्वा | गुञ्जत् गुज्यमान गुञ्जित | गुञ्जितवत् | गुज्य, गुञ्जितव्य | जुगुज्वस् | जुगुञ्जान |गुञ्जिष्यत् गुञ्जिष्यमाण गुंजारव गुंजारव | गुंजारव |गुंजारव गुंजारव | गुंजारव गुंजारव गुंजारव करवा गुजारव गुजारव गुंजारव गुंजारव करवो करवा माटे करीने करतो करातो करायेलो |करेलो योग्य करेलो करायेलो करशे नाथ पर नाथितुम नाथित्वा |नाथत् नाथ्यमान नाथित | नाथितवत् | नाथ्य, नाथितव्य | ननाथ्वस् ननाथान नाथिष्यत् नाथिष्यमाण प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना | प्रार्थना करवा योग्य | प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना प्रार्थना करवी करवा माटे करीने करतो / |करातो करायेलो करेलो करेलो | करायेलो करशे करावशे कराशे प्रार्थना Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शप्त श्राप इच्छतो 207 घस पर | घस्तुम घस्त्वा | घसत् घस्यमान घस्त घस्तवत् घास्य, घसितव्य जघस्वस् | जक्षाण घत्स्यत घत्स्यमान खातुं / खावा माटे खाइने खातो खवातो खवायेलो खाधेलो खावा योग्य / खाधेलो खवायेलो खाशे खवाशे स्खल पर स्खलितुम् स्खलित्वा स्खलत् स्खल्यमान स्खलित स्खलितवत् स्खाल्य, स्खलितव्य चस्खल्वस चस्खलान स्खलिष्यत् | स्खलिष्यमाण स्खलित स्खलित स्खलित | स्खलित / स्खलित स्खलित स्खलित स्खलित थवा योग्य स्खलित स्खलित स्खलित स्खलित थर्बु / थवा माटे थइने थतो थवातो थवायेलो थयेलो थयेलो थवायेलो थशे थवाशे शप्त्वा शपत् शप्यमान शप्तिवत् शप्य, शपितव्य शेपिवस शेपान शपिष्यत् शपिष्यमाण श्राप / श्राप श्राप श्राप श्राप श्राप श्राप देवा योग्य श्राप |श्राप श्राप | श्राप देवा / देवा माटे दइने | देतो देवातो देवायेलो आपेलो दिघेलो | देवायेलो देशे देवाशे काङ्क्ष पर | काङ्क्षितुम् काक्षित्वा| काङ्क्षत् काक्ष्यमाण | काङ्कित काङ्कितवत् काझ्य, काङ्कितव्य | चकाङ्क्षवस् चकाङ्क्षाण काङ्क्षिष्यत् काङ्क्षिष्यमाण इच्छयूँ | इच्छवा माटे इच्छिने इच्छातो इच्छायेलो इच्छेलो इच्छवा योग्य इच्छेलो |इच्छायेलो इच्छशे इच्छाशे प्रथ् आ | प्रथितुम् प्रथित्वा प्रथमान प्रथ्यमान प्रथितवत् प्राथ्य, प्रथितव्य पप्रथान प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात थवा योग्य प्रख्यात प्रख्यात प्रख्यात / प्रख्यात होवू / होवा माटे थइने / थतो थवातो थवायेलो थयेलो |थयेलो थवायेलो थशे थवाशे गई आ | गर्हितुम् गर्हित्वा | गर्हमाण गर्यमाण गर्हित गर्हितवत् गर्य, गर्हितव्य जगहाण / | जगर्हाण गर्हिष्यमाण | गर्हिष्यमाण | निंदा निंदा निंदा निंदा |निंदा निंदा | निंदा करवा योग्य निंदा | निंदा / करवा माटे करीने करतो करातो करायेलो करेलो करेलो करायेलो करशे ध्वंस् आ | ध्वंसितुम् ध्वंसित्वा ध्वसमान ध्वस्यमान ध्वस्त ध्वस्तवत् ध्वंस्य, ध्वंसितव्य दध्वसान | दध्वसान ध्वंसिष्यमाण ध्वंसिष्यमाण नाश नाश | नाश नाश नाश पामवा योग्य नाश नाशनाश नाश पमाशे / पामवा माटे पामीने पामतो / पमायेलो पामेलो पामेलो |पमायेलो पामशे प्लु आ | प्लोतुम् प्लुत्वा |प्लवमान प्लूयमान प्लुत प्लुतवत् प्लाव्य, प्लोतव्य |पुप्लुवान | पुप्लुवान प्लोष्यमाण |प्लोष्यमाण कुदवा माटे कुदीने | कुदतो कुदातो कुदायेलो कुदेलो कुदवा योग्य कुदायेलो कुदशे कुदाशे / UYO निंदा निंदा नाश नाश पमातो Page #213 -------------------------------------------------------------------------- _ Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ LMS साधित Prev IND 12091 Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पत् / 2107 -: साधित धातु :धातु सन्नन्त प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव तृ, पु. एव तृ, पु. एव नम् / निनंसति नमयति अनीनमत् नंनम्यते नमवा माटे इच्छे छे नमावे छे नमाव्यो वारंवार नमे छे पिपठिषति पाठयति अपीपठत् पापठ्यते भणवा माटे इच्छे छे भणावे छे भणाव्यो वारंवार भणे छे पत् / पिपतिषति/पित्सति पातयति अपीपतत् पनीपत्यते पडवा माटे इच्छे छे पडावे छे पडाव्यो वारंवार पडे छे रिरक्षिषति रक्षयति अररक्षत् राराक्ष्यते रक्षण करवा माटे इच्छे छे| रक्षावे छे रक्षाव्यो वारंवार रक्षण करे छे वद विवदिषति वादयति अवीवदत् वावद्यते बोलवा माटे इच्छे छे / बोलावे छे बोलाव्या वारंवार बोले छे वस् विवत्सति वासयति अवीवसत् वावस्यते रहेवा माटे इच्छे छे / रहेवा माटे प्रेरणा करे छे रहेवा माटे प्ररेणा करी | वारंवार वसे छे / बिभणिषति भाणयति बीभणत् बंभण्यते | यङ्गलुबन्त | तृ, पु. एव नंनमीति वारंवार नमे छे पापठीति वारंवार भणे छे पनीपतीति वारंवार पडे छे रारक्षीति | वारंवार रक्षण करे छे वावदीति वारंवार बोले छे वावसीति वारंवार वसे छे बम्भणीति भण / Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भणवा माटे इच्छे छे भणावे छे खाद | चिखादिषति खादयति खावा माटे इच्छे छे / खवरावे छे दह दिधक्षति दाहयति बळवा माटे इच्छे छे / बळावे छे अट् / अटिटिषति आटयति फरवा माटे इच्छे छे / फरावे छे अर्चिचिषति आर्चयति पूजा करवा माटे इच्छे छे | पूजा करावे छे चिचरिषति चारयति चरवा माटे इच्छे छे चरावे छे चल | चिचलिषति चालयति चालवा माटे इच्छे छे / चलावे छे जीव् | जिजीविषति जीवयति जीववा माटे इच्छे छे / जीवावे छे तित्यक्षति त्याजयति त्याग करवा माटे इच्छे छ| त्याग करावे छे 211| भणाव्यो वारंवार भणे छे वारंवार भणे छे अचीखदत् चाखाद्यते चाखादीति खवराव्यो वारंवार खाय छे वारंवार खाय छे अदीदहत् दादह्यते दादहीति बळाव्यो वारंवार बाळे छे वारंवार बाळे छे आटिटत् अटाट्यते अटाटीति फराव्यो वारंवार फरे छे वारंवार फरे छे आर्चिचत् पूजा करवा माटे प्रेरण करी अचीचरत् चंचूर्यते चंचूरीति चरवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार चरे छ वारंवार चरे छे अचीचलत् चाचल्यते चाचलीति चलाव्यो वारंवार चाले छे वारंवार चाले छे अजीजिवत्/अजिजीवत् जेजीव्यते / जेजीवीति जीववा माटे प्रेरणा करी | वारंवार जीवे छे वारंवार जीवे छे अतित्यजत् तात्यज्यते तात्यजीति त्यजाव्यो वारंवार त्याग करे छे / वारंवार त्याग करे छे Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 212 -: साधित धातु :धातु सन्नन्त | प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यन्त यङलुबन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव / तृ, पु. एव | तृ, पु. एव / तृ, पु. एव चिक्षरिषति क्षारयति अचिक्षरत चाक्षर्यते चाक्षरीति खरवा माटे इच्छे छे / खरावे छे खराव्यो वारंवार खाय छे वारंवार खाय छे क्रीड् / चिक्रीडिषति क्रीडयति अचिक्रीडन् चेक्रीड्यते चेक्रीडीति क्रीडा करवा माटे इच्छे छे| क्रीडा करावे छे क्रीडा करावी वारंवार क्रीडा करे छे / वारंवार क्रीडा करे छे | जिजपिषति जापयति अजीजपत् जाजप्यते जाजपीति जाप करवा माटे इच्छे छे | जाप करावे छे वारंवार जाप करे छे / वारंवार जाप करे छे जिजेमिषति जेमयति अजीजिमत् जेजिम्यते जेजिमीत जमवा माटे इच्छे छे / जमवा माटे प्रेरणा करे छे| जमवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार जमे छे वारंवार जमे छे | निनिन्दिषति निन्दयति अनिनिन्दत् नेनिन्द्यते नेनिन्दीति निन्दा करवा माटे इच्छे छ निन्दा करवा प्रेरणा करे छे | निन्दाव्यो वारंवार निन्दा करे | वारंवार निन्दा करे विवर्षिषति वर्षयति अवीवृषत्/अववर्षत् वरीवृष्यते वरीवृषीति वरसवा माटे इच्छे छे / वरसवा माटे प्रेरणा करे छे| वरसाव्यो वारंवार वरसे छे वारंवार वरसे छे शुच् / शुशोचिषति शोचयति अशूशुचत् शोशुच्यते शोशुचीति जाप कराव्या Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धाव् 1213/ शोक करवा माटे इच्छ छे शोक करवामाटे प्रेरणा करे छ| शोक कराव्यो वारंवार शोक करे छे / वारंवार शोक करे छे जिगीषति | जापयति अजीजयत् जेजीयते जेजयीति जितवा माटे इच्छे छे | जितावे छे जिताव्यो वारंवार जिते छे वारंवार जिते छे तितीर्षति/तितरिषति | तारयति अतीतरत् तेतीर्यते तेतरीति तरवा माटे इच्छे छे | तरावे छे तराव्यो वारंवार तरे छे वारंवार तरे छे दिधाविषति धावयति अदीधावत् दाधाव्यते दाधावीति दोडवा माटे इच्छे छे / दोडावे छे दोडाव्यो वारंवार दोडे छ वारंवार दोडे छे बुभूषति भावयति अबूभवत् बोभूयते बोभवीति, बोभोति थवा इच्छे छे / | थवा प्रेरणा करे छे थवा माटे प्रेरणा करी वारंवार थाय छे वारंवार थाय छे सिसीर्षति सारयति असीसरत् सेस्रीयते सरीसरीति सरकवा माटे इच्छे छे | सरकावे छे सरकाव्यो वारंवार सरके छे वारंवार सरके छे सुस्मूर्षति स्मारयति असिस्मरत् सास्मर्यते सरीस्मरीति स्मरण करवा माटे इच्छे छे | स्मरण करावे छे स्मरण कराव्यो वारंवार स्मरण करे छे | वारंवार स्मरण करे छे चिक्षीषति अचिक्षयत् चेक्षीयते चेक्षयीति क्षय पामवा इच्छे छे क्षय पामवा माटे इच्छे छे| क्षय पामवा प्रेरणा करी | वारंवार क्षय पामे छे / वारंवार क्षय पामे छे जिगमिषति/जिगांसते / गमयति अजीगमत् जवा माटे इच्छे छे / जवा माटे प्रेरणा करे छे | जवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार जाय छे वारंवार जाय छे क्षाययति जंगम्यते जज़मीति Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2141 -: साधित धातु :धातु सन्नन्त प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यन्त यङ्गलुबन्त तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव दृश् / दिदृक्षति दर्शयति अदीदृशत्/अददर्शत् / दरीदृश्यते दरीदृशीति जोवा माटे इच्छे छे / जोवा माटे प्रेरणा करे छ जोवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार जूवे छे वारंवार जूवे छे तिष्ठासति स्थापयति अतिष्ठिपत् तेष्ठीयते उभा रहेवा माठे इच्छा छे | उभा रहेवा प्रेरणा करे छे उभा रहेवा प्रेरणा करी | वारंवार उभो रहे छे | वारंवार उभो रहे छे दित्सति दापयति अदीदपत् देदीयते दादेति आपवा माटे इच्छे छे / आपवा माटे प्रेरणा करे छे | आपवा प्रेरणा करी | वारंवार आपे छे वारंवार आपे छे पिपासति पाययति अपीपयत् पेपीयते पापेति पिवा माटे इच्छे छे पीवा माटे प्रेरणा करे छे| पीवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार पीवे छे वारंवार पीवे छे वन्द् | विवन्दिषते वन्दयति अववन्दत् वावन्द्यते वावन्दीति वन्दन करवा माटे इच्छे छ वन्दन करवा प्रेरणा करे छे| वन्दन कराव्यो वारंवार वन्दन करे छे | वारंवार वन्दन करे छे विवर्धिषते वर्धयति अवीवृधत्/अववर्धत् | वरीवृध्यते वरीवृधीति वधवा माटे इच्छे छे | वधवा माटे प्रेरणा करे छे वधवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार वधे छे वारंवार वधे छे पच् / पिपक्षति पाचयति अपीपचत् पापच्यते पापचीति Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1215 रांधवा माटे इच्छे छे जहीर्षति हरण करवा इच्छे छे डिडीषते उडवा इच्छे छे विभाषिषते बोलवा इच्छे छे रिरंसते रमवा इच्छे छे लिलभिषते मेळववा इच्छे छे विवर्तिषते वर्तवा इच्छे छे शुशोभिषते शोभवा इच्छे छे सिसेविषते सेवा करवा इच्छे छे / रंधावे छे हारयति / हरण करावे छे डाययति उडावे छे भाषयति बोलावे छे रमयति रमाडे छे लम्भयति मेळवावे छे वर्तयति वर्तावे छे शोभयति शोभावे छे सेवयति / सेवा करावे छे रांधवा प्रेरणा करी | वारंवार रांधे छे वारंवार रांधे छे अजीहरत् जद्रीयते जरीहरीति हरण करवा प्रेरणा करी | वारंवार हरण करे छे / वारंवार हरण करे छ अडीडयत डेडीयते डेडयीति उडवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार उडे छे वारंवार उडे छे अबीभषत् /अबभाषत् | बाभाष्यते बाभाषीति बोलाव्यो वारंवार बोलावे छे | वारंवार बोलावे छे अरीरमत् रंरम्यते रंरमीति रमाड्यो वारंवार रमाडे छे वारंवार रमाडे छे अललम्भत् लालभ्यते लालभीति मेळववा प्रेरणा करी वारंवार मेळवे छे वारंवार मेळवे छे अवीवृतत्/अववर्तत् वरीवृत्यते वरीवर्तीति वर्तवा प्रेरणा करी वारंवार वर्ते छ वारंवार वर्ते छ अशुशुभत् शोशुभ्यते शोशुभीति शोभाववा प्रेरणा करी | वारंवार शोभे छे वारंवार शोभे छे असीसिवत् सेसेव्यते सेषेवीति सेवा करवा प्रेरणा करी | वारंवार सेवा करेछे | वारंवार सेवा करेछे Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2161 धातु सन्नन्त तृ, पु. एव स्वाद् | सिस्वादिषते चाखवा इच्छे छे निनीषति लइ जवा इच्छे छे यिचाचिषति मांगवा इच्छे छे राज | रिराजिषति दीपवा इच्छे छे वह विवक्षति वहन करवा इच्छे छे ईचिक्षिषते जोवा माटे इच्छे छे रूह् / रूरूक्षति -: साधित धातु :| प्रेरक प्रेरक अद्यतनी या यगलुबन्त / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव - तृ, पु. एव स्वादयति असीस्वदत् सास्वाद्यते सास्वादीति चखाडे छे चाखवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार चाखे छे वारंवार चाखे छे नाययति अनीनयत् नेनीयते नेनयीति लई जवरावे छे लइ जवा प्रेरणा करी | वारंवार लइ जाय छे | वारंवार लइ जाय छे याचयति अयाचायत् यायाच्यते यायाचीति मंगावे छे मांगवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार मांगे छे वारंवार मांगे छे राजयति अरीरजत् राराज्यते राराजीति दीपावे छे दापावा प्रेरणा करी | वारंवार दीपे छे वारंवार दीपे छे वाहयति अवीवहत् वावह्यते वावहीति | वहन करावे छे | वहन करवा प्रेरणा करी | वारंवार वहन करे छे / वारंवार वहन करे छे ईक्षयति ऐक्षिक्षत् | जोवरावे छे जोवा माटे प्रेरणा करी रोहयति अरूरूहत् रोरूह्यते रोरोहीति ईन इक्ष Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मुद् / अवीवपत् 1217 चडवा माटे इच्छे छे मुमोदिषते खुश थवा इच्छे छे | चिकम्पिषते ध्रुजवा इच्छे छे विवप्सति वाववा इच्छे छे | जिगर्जिषति गाजवा इच्छे छे दुद्योतिषते दीपवा इच्छे छे रूरोचिषते गमवा इच्छे छे शिश्रीषति/शियिषति सेवा करवा इच्छे छे यियतिषते यत्न करवा इच्छे छे / चडावे छे मोदयति खुश कराय छे कम्पयति ध्रुजावे छे वापयति ववरावे छे गर्जयति गार्जवे छे द्योतयति दीपावे छे रोचयति गमावे छे श्राययति सेवा करावे छे यातयति यत्न करावे छे चडवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार चडे छे वारंवार चडे छे अमूमुहत् मोमुद्येते मोमुहीति खुश थवा माटे प्रेरणा करी वारंवार खुश थाय छे | वारंवार खुश थाय छे अचकम्पत् चाकम्प्यते चाकम्पीति ध्रुजवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार ध्रुजे छे वारंवार ध्रुजे छे वावप्यते वावपीति वाववा माटे प्रेरणा करी | वारंवार वावे छे वारंवार वावे छे अजगर्जत् जागय॑ते जागर्जीति गाजवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार गाजे छे वारंवार गाजे छे अदिद्युतत् देद्युत्यते दोद्युतीति दीपवा माटे प्रेरणा करी | वारंवारं दीपे छे वारंवार दीपे छे अरूरूचत् रोरूच्यते रोरूचीति गमाव्यो वारंवार गमे छे वारंवार गमे छे अशिश्रयत् शेश्रीयते शेश्रयीति सेवा करवी वारंवार सेवा करे छे / वारंवार सेवा करे छ अयीयतत् यायत्यते यायतीति यत्न करवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार यत्न करे छे / वारंवार यत्न करे छे Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2181 धातु सन्नन्त तृ, पु. एव ध्यै / दिध्यासति | ध्यान करवा इच्छे छे | चिकसिषति खिलवा इच्छे छे जिगासति गावा माटे इच्छे छे दुद्रूषति भिजवा इच्छे छे रिरटिषति रटवा इच्छे छे तितपिषति तपवा इच्छे छे शिक्ष, शिशिक्षिषति -: साधित धातु :प्रेरक | प्रेरक अद्यतनी यन्त / यङ्गलुबन्त / तृ, पु. एव तृ, पु. एव तृ, पु. एव / तृ, पु. एव ध्याययति अदिध्ययत् दाध्यायते दाध्येति ध्यान करावे छे ध्यान करवा माटे प्रेरणाकरी| वारंवार ध्यान करे छे / वारंवार ध्यान करे छे कासयति अचीकसत् चाकस्यते चनीकसीति खिलावे छे खिलवा माटे प्रेरण करी| वारंवार खिले छे वारंवार खिले छे गाययति अजीगपत् जेजीयते जेगेति | गवरावे छे गावा माटे प्रेरणा करी | वारंवार गाय छे वारंवार गाय छे द्रावयति अदिद्रवत् दोद्रूयते दोद्रवीति भिजावे छे भिंजाव्यो वारंवार भिजाय छे वारंवार भिजाय छे राटयति अरीरटत् रारट्यते रारटीति रटावे छे रटवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार रटन करे छे / वारंवार रटन करे छे तापयति अतीतपत् तातप्यते तातयीति तपावे छे तपवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार तपे छे वारंवार तपे छे शिक्षयति शेशिक्ष्यते शेशिक्षीति तप् / अशिशिक्षत् Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शीखावे छे भारयति भरावे छे वाञ्छयति इच्छावे छे वाययति वाञ्छ बोलावे छे अशिश्लघत् शीखवा इच्छे छे बुभूर्षति/बिभरिषति भरवा इच्छे छे | विवाञ्छिषति इच्छवा इच्छे छे जिह्वासति बोलाववा इच्छे छे श्लाघ् / शिश्लाधिषते वखाणवा इच्छे छे फल | पिफलिषति फळवा इच्छे छे लङ्घ | लिलङ्घिषति ओळंगेवा इच्छे छे लुलोकिषते जोवा इच्छे छे सिसत्सति दुःखी थवा इच्छे छे शीखवा माटे प्रेरणा करी वारंवार शीखे छे वारंवार शीखे छे अबीभरत् बेधीयते बरीभरीति भरवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार भरे छे वारंवार भरे छे अववाञ्छत् वावाञ्छयते वावाञ्छीति इच्छा माटे प्रेरणा करी | वारंवार इच्छे छे / वारंवार इच्छे छे अजूहवत् जोहूयते / जोहोति बोलाववा प्रेरणा करी | वारंवार बोलावे छे वारंवार बोलावे छे शाश्लाघ्यते शाश्लाघीति वखाणवा प्रेरणा करी | वारंवार वखाणे छे | वारंवार वखाणे छे अपीफलत् पंफुल्यते पम्फुलीति फळवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार फळे छे वारंवार फळे छ अललङ्घत् लालध्यते लालधीति ओळंगवा प्रेरणा करी | वारंवार ओळंगे छ / वारंवार ओळंगे छे अलुलोकत् लोलोक्यते लोलोकीति जीवा माटे प्रेरणा करी वारंवार जूवे छे वारवार जूवे छे असीसदत् सासद्यते सासदीति दुःखाववा माटे प्रेरणा करी वारंवार दुःखी थाय छे / वारंवार दुःखी थाय छे श्लाघयति वखाणे छे फलयति फळावे छे लङ्घयति ओळगावे छे लोकयति जोवरावे छे सादयति दुःखी करावे छे 219 Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / तृ, पु. एव जाहसीति वारंवार हसे छे 2200 -: साधित धातु :धातु सन्नन्त प्रेरक | प्रेरक अद्यतनी यन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव तृ, पु. एव / तृ, पु. एव हस् | जिहसिषति हासयति अजिहसत् जाहस्यते हसवा इच्छे छे / हसावे छे हसवा माटे प्रेरणा करी / वारंवार हसे छे अयियिषते आययति आयियत् पलायन थवा इच्छे छे | पलायन करावे छे पलायन थवा प्रेरणा करी अर्जिजिषति अर्जयति आर्जिजत् मेळववा इच्छे छे मेळववा माटे प्रेरणा करी अर्हिहिषति अर्हयति योग्य होवा इच्छे छे / योग्य होवरावे छे | योग्य होवा माटे प्रेरणा करी शिशंसिषते शंसयाति अशिशंसत् इच्छे छे इच्छावे छे इच्छवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार इच्छे छे जिगमिषति आययति आयियत् जवा इच्छे छ जवाय छे जवा माटे प्रेरणा करी ईहिहिषते ईहयति ईहिहत् आर्हिहत् वारंवार इच्छे छे Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जृम्भयति विचारवा इच्छे छे . | विचारावे छे कृष् | चिकृक्षति कर्षयति खेचवा इच्छे छे खेचावे छे | चिक्वथिषति क्वाथयति उकळवा इच्छे छे उकळावे छे जृम्भ | जिजृम्भिषते प्रगट थवा इच्छे छे प्रगटावे छे ज्वल | जिज्वलिषति ज्वालयति बळला इच्छे छे | तित्रासते रक्षण करवा इच्छे छे रक्षण करावे छे तित्वरिषते त्वारयति उतावळ करवा इच्छे छे | उतावळ करावे छे धित्सति धाययति दोडवा इच्छे छे दोडावे छे बुध् / बुबोधिषति बोधयति जाणवा इच्छे छ जणावे 221 बळावे छे त्राययति विचारवा माटे प्रेरणा करी अचिकृषत् /अचकर्षत् | चरीकृष्यते चरीकृषीति खेंचवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार खेंचे छे वारंवार खेंचे छे अचिक्वथत् चाक्वथ्यते चाक्वथीति उकळवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार उकळे छे वारंवार उकळे छे अजिजृम्भत् जरीजृम्भ्यते जरीजृम्भीति प्रगटवा माटे प्रेरणा करी| वारंवार प्रगटे छे वारंवार प्रगटे छे अजिज्वलत् जाज्वल्यते जाज्वलीति बळवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार बळे छे वारंवार बळे छे अतित्रपत् तात्रायते तात्रेति रक्षण करवा प्रेरणा करी | वारंवार रक्षण करे छे / वारंवार रक्षण करे छे अतित्वरत् तात्वर्यते तात्वरीति / उतावळ करवा प्रेरणा करी | वारंवार उतावळ करे छे | वारंवार उतापळ करे छे अदीधयत् देघीयते दाधेति दोडाव्यो वारंवार दोडे छे वारंवार दोडे छे अबूबुधत् बोबुध्यते बोबुधीति जाणवा माटे प्रेरणा करी| वारंवार जाणे छे वारंवार जाणे छे Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: साधित धातु :धातु सन्नन्त | प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव तृ, पु. एव / तृ, पु. एव भ्रम् बिभ्रमिषति भ्रमयति अबिभ्रमत् बंभ्रम्यते भटकवा इच्छे छे भटकावे छे भटकावा माटे प्रेरणा करी | वारंवार भटके छे भ्राज | बिभाजिषते भ्राजयति अबिभ्रजत्/अबभ्राजत् | बाभ्राज्यते शोभवा इच्छे छे शोभावे छे शोभवा माटे प्रेरणा करी| वारंवार शोभे छे व भ्रास | बिभ्रासिषते भ्रासयति अबिभ्रसत् बाभ्रास्यते दीपवा इच्छे छे दीपावे छे दीपवा माटे प्रेरणा करी | वारंवार दीपे छे भ्लास | बिभ्लासिषते भ्लासयति अबिभ्लसत् बाभ्लास्यते दीपq | दीपवा माटे इच्छे छे दीपावे छे दीपाव्यो वारंवार दीपे छे म्लें | मिम्लासति म्लाययति अमिम्लयत् माम्लायते करमा| करमावा माटे इच्छे छे / करमावे छे करमाव्यो वारंवार करमावे छे लम्ब | लिलम्बिषते लम्बयति अललम्बत् लालम्ब्यते लटकवू| लटकवा माटे इच्छे छे / लटकावे छे लटकाव्यो वारंवार लटकावे छे लष लिलसिषते लाषयति अलीलषत् लालष्यते यङ्गलुबन्त / तृ, पु. एव बंभ्रमीति / वारंवार भटके छे बाभ्राजीति / वारंवार शोभे छे बाभ्रासीति वारंवार दीपे छ बाभ्लासीति वारंवार दीपे छे माम्लेति | वारंवार करमावे छे लालम्बीति / वारंवार लटकावे छे लालषीति Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ / अभिलाष कराव्यो अलिलिङ्गत् | आलिंगन कराव्यु अलुलुण्टत् लुटाव्यु अलुलोकत् जोवराव्युं अशशंसत् कहेवराव्यु अशशङ्कत् शंका करावशवी अभिलाषा अभिलाषा करवा इच्छे छे | अभिलाष करावे छे लिङ्ग | लिलिङ्गिषति लिङ्गयति आलिंगन आलिंगन करवा इच्छे छे | आलिगंन करावे छे लुण्ट् | लुलुण्टिषति लुण्टयति लुंटवू | लुटवा इच्छे छे लुंण्टावे छे लुलोकिषते लोकयते जोवा इच्छे छे जोवरावे छे शंस् शशंसिषति शंसयति क्हेवू | कहेवा इच्छे छे कहेवरावे छे शङ्क | शिशकिषते शङ्कयति शंका | शंका करवा इच्छे छे शंका करावे छे करवी शस् | शिशसिषति शसयति कापq | कापवां इच्छे छे कपावे छे सह् / सिसहिषते साहयति | सहन करवा इच्छे छे सहन करावे छे कर वारंवार अभिलाष करे छे| वारंवार अभिलाष करे छ लेलिङ्ग्यते लेलिङ्गीति वारंवार आलिंगन करे छे वारंवार आलिंगन करे छ| लोलुण्टयते लोलुण्टीति वारंवार लुटे छे वारंवार लुटे छे लोलोक्यते लोलोकीति वारंवार जुवे छे वारंवार जुवे छे शाशस्यते शाशंसीति वारंवार कहे छे शाशक्यते शाशकीति वारंवार शंका करे छे / वारंवार शंका करे छे 12231 अशीससत् कपावराव्यु असीसहत् सहन कराव्यु शाशस्यते शाशसीति वारंवार कापे छे, वारंवार कपावे छे सासह्यते सासहीति वारंवार सहन करे छे / वारंवार सहन करे छे सहन Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___-: साधित धातु :धातु सन्नन्त प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यन्त / यगलुबन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव स्पन्द् | पिस्पन्दिषते स्पन्दयति अपस्पन्दत पास्पन्द्यते पास्पन्दीति फरकवू | फरकवा माटे इच्छे छे फरकावे फरकाव्यु वारंवार फरके छे वारंवार फरके छे स्पर्ध | पिस्पर्धिषते स्पर्धयति अपस्पर्धत् पास्पर्ध्यते पास्पर्धीति स्पर्धा | स्पर्धा करवा इच्छे छे | स्पर्धा करावे छे स्पर्धा कराव्यु वारंवार स्पर्धा करे छे / वारंवार स्पर्धा करे छे करवी ऋ / | अरिरिषति अर्पयति आरिरत् अरार्यते अरारीति जवाय छे जवायु वारंवार जाय छे वारंवार जाय छ क्रम् चिक्रमिषति क्रमयति अचिक्रमत् चंक्रम्यते चंक्रमीति पगे चालवा इच्छे छे पगे चलाय छे | पगे चलाव्यु वारंवार चाले छे | वारंवार चाले छे चालवं चिकल्पिषते कल्पयति अचीकृपत् चरीक्लृप्यते चरीकलुपीति समर्थ | समर्थ थवा इच्छे छे समर्थ थवाय छे | समर्थ थवायु वारंवार समर्थ थाय छे | वारंवार समर्थ थाय छे गुप् | जुगोपिषति गोपयति/गोपायायति | अजूगुपत् जोगुप्यते जोगुपीति जवू पगे Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संताडायु अचीचमत् रक्षण | रक्षण करवा इच्छे छे / रक्षण कराय छे रक्षण करावायु वारंवार रक्षण करे छे / वारंवार रक्षण करे छे कर गुह / जुघुक्षति गूहयते अजूगुहत् जोगुह्यते जोगुहीति संताडq| संताडवा इच्छे छे / संताडाय छे वारंवार संताडे छे वारंवार संताडे छे ध्रा जिधासति ध्रापयति अदिधपत् दाध्रायते दाधेति सुधq | सुंधवा इच्छे छे . सुंधाय छे सुंधाव्यु वारंवार सुंधे छे वारंवार सुंधे छे चम् | चिचमिषति चामयति चंचम्यते चंचमीति चाटवू | चाटवा इच्छे छे चटावे छे चटाव्यु वारंवार चाटे छे वारंवार चाटे छे दंश् / दिदंशिषति दंशयति अददंशत् दन्दश्यते दन्दशीति करडईं | करडवा इच्छे छे करडावे छे करडाव्यु वारंवार करडे छे वारंवार करडे छ धूप् | दुधूपायिषति धूपयति/धूपाययति / अदूधुपत्/अदुधूपायत् / दोधूप्यते दोधूपीति संतापq| संतापवा इच्छे छे वारंवार संतापे छे वारंवार संतापे छे मा | दिध्मासति ध्मापयति देमीयते दामेति तपावq | तपाववा इच्चे छे तपावे छे वारंवार तपावे छे वारंवार तपावे छे पण | पिपणिषते/पिपणायिषते | पाणयति/पणाययति | अपीपणत्/अपीपणायत् | पम्पण्यते / पंपणीति स्तुति / स्तुति करवा इच्छे छे / स्तुति करावे छे स्तुति करावी वारंवार स्तुति करे छे / वारंवार स्तुति करे छे करवी संतापावे छे संतापाव्यु अदिध्मपत् तपावायु Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनाय छे धातु सन्नन्त प्रेरक / प्रेरक अद्यतनी यड़न्त यङ्गलुबन्त तृ, पु. एव तृ, पु. एव. तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / पन् / पिपनिषते/पिपनायिषते / पानयते/पनाययते अपीपनत्/अपीपनायत् | पम्पन्यते स्तुति | स्तुति करवा इच्छे छे | स्तुति करावे छे / स्तुति करावी वारंवार स्तुति करे छे / वारंवार स्तुति करे छे करवी / म्ना | मिम्नासति म्नाययति अमिम्नयत् माम्नायते माम्नेति मानवू | मानवा इच्छे छे मनावाय छे वारंवार माने छ वारंवार माने छे यम् / यियंसति यमयति अयियमत् यंयम्यते यंयमीति नियममा नियममा राखवा इच्छे हे | नियम मां रखाय छे / नियम मां रखावाय छे | वारंवार नियम मां वारंवार नियम मां राखq राखे छे राखे छे रञ् | रिरक्षति रजयति अरिरजत् रारज्यते रारजीति रंगवू | रंगवा इच्छे छे रंगाय छे रंगावाय छे वारंवार रंगे छे वारंवार रंगे छे शद् | शिशत्सति शादयति अशीशदत् शाशयते शाशदीति नष्ट थर्बु नष्ट थवा इच्छे छे नष्ट थवाय छे नष्ट थवायु वारंवार नष्ट थाय छे / वारंवार नष्ट थाय छे ष्ठिव् | टिष्ठेविषति/टुष्ठ्यूयति / ष्ठेवयति अटिष्ठिवत् तेष्ठिव्यते तेष्ठिवीति Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ फेकावायुं अससञ्जत् फेंकाय छे सञ्जयति चोटांय छ सज्जयति तैयार थवाय छे चोटांवायु वारंवार फेंके छे वारंवार फेंके छे सासज्यते सासञ्जीति वारंवार चोंटे छे वारंवार चोंटे छे सासज्यते सासजीति वारंवार तैयार थाय छे | वारंवार तैयार थाय छे अससज्जत् तैयार थवायु मिक्ष फैंक, फेकंवा इच्छे छे सञ्ज / सिसक्षति चोटवू | चोटंवा इच्छे छे सस्ज् सिसज्जिषति तैयार | तैयार थवा इच्छे छे थ, खन् | चिखनिषति खणq | खणवा इच्छे छे विभिक्षिषते मांगq | मांगवा इच्छे छे यज् / यियक्षति यज्ञ | यज्ञ करवा इच्छे छे रभ् / रिप्सते आरंभ | आरंभ करवा इच्छे छे विवासति वणवू | वणवा इच्छे छे व्ये विव्यासति खानयति खणाय छे भिक्षयति मंगाय छे याजयति / यज्ञ कराय छे रम्भयते | आरंभ कराय छ वाययति वणाय छे व्याययति अचीखनत् खणाव्यु अबिभिक्षत् मंगावायु अयीयजत् यज्ञ करावायु अरीरभत् आरंभ करावायु अवीवयत् वणावायु अविव्ययत् चखन्यते चखनीति वारंवार खणे छे वारंवार खणे छे बेभिक्ष्यते बेभिक्षीति वारंवार मांगे छे वारंवार मांगे छे यायाज्यते यायजीति वारंवार यज्ञ करे छे | वारंवार यज्ञ करे छे रारभ्यते रारम्भीति वारंवार आरंभ करे छे | वारंवार आरंभ करे छे वेवीयते वावेति वारंवार वणे छ / वारंवार वणे छे वेवीयते वावेति / Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: साधित धातु : धातु सन्नन्त तृ, पु. एव ढांक | ढांकवा इच्छे छे श्वि | शिश्वयिषति | तृ, पु. एव ढंकाय छे श्वाययति वधावे छे सानयति भजन करावे छे तृ, पु. एव ढंकावायु शूशवत्/अशिश्वयत् वधावायु असीसनत् भजन करावायु यङ्गलुबन्त / तृ, पु. एव तृ, पु. एव वारंवार ढांके छे | वारंवार ढांके छे शेश्वीयते शोशवीति वारंवार वधे छ वारंवार वधे छे सासायते संसनीति वारंवार भजन करे छे / वारंवार भजन करे छे 228 सन् सिसनिषति भजन | भजन करवा इच्छे छे कर धृ दुधूर्षति धारण | धारण करवा इच्छे छे | धारण करावायु अदीधरत् धारण करावायु देधीयते दरिधरीति वारंवार धारण करे छे / वारंवार धारण करे छे करवू मथ् / मिमथिषति मथq | मथवा इच्छे छे वेष्ट | विवेष्टिषते वीटंq | वींटवा इच्छे छे माथयति मथावे छे वेष्टयति वींटावे छे अमीमथत् मथाव्यु अविवेष्टत् मामथ्यते वारंवार मथे छे वेवेष्टयते वारंवार वींटे छ मामथीति वारंवार मथे छे वेवेष्टीति वारंवार वीटे छे वींटाव्यु Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्मि | सिस्मीषते थोडु हसवा इच्छे छे सिस्माययते / थोडु हसावे छे सेष्मेति थोडु हसतुं असिस्मयत् थोडु हसाव्यु सेष्मीयते वारंवार हसे छे वारंवार हसे छे वाव्रज्यते ग्रस् | जिग्रसिषति गळवू | गळवा इच्छे छे विव्रजिषति जq | जवा इच्छे छे | सिसर्पिषति | जवा इच्छे छे जिगदिषति बोलवा इच्छे छे लग् | लिलगिषति वळगतुं | वळगवा इच्छे छे ईर्ण्य | ईपियिषति ईर्ष्या | ईर्ष्या करवा इच्छे छे घु | पुपुषते अजिग्रसत् जाग्रस्यते गळावायु वारंवार गळे छे अविव्रजत् वारंवार जाय छे असीसृपत्/अससर्पत् / सरीसृप्यते वारंवार जाय छे अजीगदत् जागद्येते वारंवार बोले छे अलीलगत् लालग्यते वळगाव्यु वारंवार वळगे छे 2291 ग्रासयति गळावे छे व्राजयति जवाय छे सर्पयति जवाय छे गादयति बोलाय छे लागयति वळगाय छे ईर्ष्णयति | ईर्ष्या कराय छे प्रावयते तराय छे जाग्रसीति वारंवार गळे छे वाव्रजीति वारंवार जाय छे सरिसप्ति, स्पीति | वारंवार जाय छे / जागदीति / वारंवार बोले छे लालगीति वारंवार वळगे छे जवाएलु.. बोलावायु ऐर्षिष्यत् ईर्ष्या करावी अपुप्रवत् तरावायु पोप्रूयते वारंवार तरे छे पोप्रवीति वारंवार तरे छे Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -: साधित धातु :धातु सन्नन्त प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यङ्ग.. यङलुबन्त तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव लस् लिलसिषति लासयति अलीलसत् लालस्यते लालसीति आसक्त आसक्त थवा इच्छे छे | आसक्त थवाय छे आसक्त थवायु वारंवार आसक्त थाय छे वारंवार आसक्त थाय छे| अञ्च् / अञ्चिचिषति अञ्चयति आञ्चिचत् पूजा | पूजा करवा इच्छे छे / पूजा कराय छे पूजा करावायी करवी / दुधुर्विषति हेसा | हिंसा करवा इच्छे छे धुर्वयति अदुधुर्वत् हिंसा करावाएली दोधूळते दोधूर्वीति | वारंवार हिंसा करे छे / वारंवार हिंसा करे छ हिंसा करावाय छे पारा चाखण्डयते चाखण्डीति | वारंवार खण्डित करे छे | वारंवार खण्डित करे छे खण्ड | चिखण्डिषते खण्डयते अचिखण्डत् खण्डित खण्डित करवा इच्छे छे / खण्डित करावाय छे / खण्डित करावाएली कर गल् | जिगलिषति गालयति अजीगलत् गळी जवा इच्छे छे गळी जवाय छे गर्नु जागाल्यते जागलीति वारंवार गळी जाय छे | वारंवार गळी जाय छे गळी जवायु Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अजजल्पत् कहेराव्यु अचक्रन्दत् पोकार करावायु जाजल्प्य जाजल्पीति वारंवार कहे छे वारंवार कहे छे चाक्रन्द्यते चाक्रन्दीति वारंवार पोकार करे छे | वारंवार पोकार करे छे जल्प् | जिजल्पिषति जल्ययति कहेवू कहेवा इच्छे छे कहेवाय छे क्रन्द चिक्रन्दिषति क्रन्दयति पोकार | पोकार करवा इच्छे छे | पोकाराय छे करवो गुज् / जुगुञ्जिषति गुञ्जयति गुंजारव गुंजारव करवा इच्छे छे | गुंजारव कराय छे नाथ् निनाथिषति नाथयति प्रार्थना प्रार्थना करवा इच्छे छे / प्रार्थना कराय छे जोगुज्यते अजुगुञ्जत् गुंजारव करावायु अनीनाथत् प्रार्थना करावायी जोगुज्जीति वारंवार गुंजारव करे छे | वारंवार गुंजारव करे छे नाथ्यते नानाथीति वारंवार प्रार्थना करे छे | वारंवार प्रार्थना करे छे करवी -- ------ --..-... घस् | जिघत्सति घासयति खावू | खावा इच्छे छे खवाय छ स्खल चिस्खलिषति स्खालयति स्खलित स्खलित थवा इच्छे छे | स्खलित थराय छे अजीघसत् खवरावायु अचिस्खलत् स्खलित थवायु छे जाघस्यते जाघसीति वारंवार खाय छे वारंवार खाय छे चास्खल्यते चास्खलीति / वारंवार स्खलित थाय छे वारंवार स्खलित थाय छे शिशपिषति श्राप देवा इच्छे छे शापयति / श्राप देवाय छे अशीशपत् श्राप देवराव्यु शाशप्यते वारंवार श्राप दे छे शाशपीति वारंवार श्राप दे छ Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धातु सन्नन्त तृ, पु. एव काङ्क्ष | चिकाडिक्षषति इच्छयूँ | इच्छवा इच्छे छे प्रथ् पिप्रथिषते प्रख्यात प्रख्यात थवा इच्छे छे हो, |जिगर्हिषते निंदा | निंदा करवा इच्छे छे करवी ध्वंस् दिध्वंसिषते | नाश पामवा इच्छे छे -: साधित धातु :प्रेरक प्रेरक अद्यतनी यड़न्त / यङलुबन्त | तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव / तृ, पु. एव काक्षयति अचकाङ्क्षत् चाकाक्ष्यति इच्छाय छे इच्छावायु वारंवार इच्छे छे वारंवार इच्छे छे प्राथयति अपिप्रथत् पाप्रथ्यते पाप्रथीति प्रख्यात थवाय छे प्रख्यात होवायु वारंवार प्रख्यात थाय छे | वारंवार प्रख्यात थाय छे | चाकाक्षीति गर्हयति | निंदा करावे छे अजीगर्हत् निंदा करावायी जागहते जागीति वारंवार निंदा करे छे / वारंवार निंदा करे छे ध्वंसयते | नाश पमाडाय छे अदध्वंसत नाश पमावायु दनीध्वंस्यते दनीध्वंसीति वारंवार नाश पामे छे / वारंवार नाश पामे छे नाश पाम प्लु पुप्लुषते कुद, | कुंदवा इच्छे छे प्लावयते कुदाय छे अपुप्लवत् कुदावायु पोप्लूयते | पोप्लुवीति | वारंवार कुदे छे वारंवार कुदे छे Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सन्नन्त विगेरे धातुनां रूपोनी समजुति निनंस - सन्नन्त रूपों नी प्रक्रिया - धातुने अ(शव) विकरण लगावी चार कालना प्रत्ययो लगाववाथी चार काल ना कर्तरि रूपोथाय से। निनंस् + अ + ति - अनी पछी अ आवे तो पहेलानो अ लोपाय छे- निनंसति - कर्मणि रूपोमां चार कालमा य (क्य) लगाववाथी थाय छे- निनंस + य +ते - अशित् प्रत्ययो पर छता अकारान्त धातु ना अनो लोप थाय छे - निनस्यते - श्वस्तनी, भविष्यन्ति, क्रियातिपत्ती, अघतनीमा तेमज आशीर्वाद आत्मनेपद मा सन्नन्तना तमाम धातु अनेक स्वरी होवाथी सेट् छे - तेथी, ईट् थाय छे निनस् + इ + ता = निनासिता, अद्यतनी मां प्रथम प्रकार ज थशे अनि सीत्। - आशीर्वाद - निनंस + यात् = निनस्यात्, छ काल ना कर्मणि रूपो आत्मनेपदी प्रत्ययो लगाववाथी थाय छ। सन्नन्त कृदन्त नी समजूति - त कारादि स कारादि अशित प्रत्ययो परछता इ (इट्) थाय छ। - हेत्वर्थ - निनस् + इ (इट्) + तुम् = निसितुम - संबंधक-निनं+इ त्वा निसित्वा ___ -प्र+निनस्य प्रणिनस्य -कर्मणि-निनस् इ+त=निसित -विध्यर्थ (तव्य) -निनं+इ+तव्य-निनसितव्य - (अनीय)-निनंस+अनीय-निनसनीय - (य)-निनंस+य-निनस्य -वर्तमान कर्तरि-निनस्+अ+अत्-निनसत् -वर्तमान कर्मणि-निनस्+य+म+आन-निनस्यमान -भविष्यत् (कर्तरि)-निनस्+इ+स्यत् नि सिस्यत् -भविष्यत् (कर्मणि)-निनं+इ+स्यमान-निनसिष्यमाण -परोक्षा (कर्मरि)-निनंस+आम्+चकृवस्-निनसा चकृवस् 233 Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -परोक्षा -निनंस+आम्+बभूवस-निनसाम्बभूवस् -परोक्षा -निनस आम्+आसिवस्-निनसामासिवस् -परोक्षा (कर्मणि)-निनंस+आम्+चक्राण-निनंसाञ्चक्राण -परोक्षा -निनस+आम्+बभूवान् नि साम्बभूवान् -परोक्षा -निनस्+आन+आसान-निनसामासान आ प्रमाणे सर्वे सन्नन्त धातुना कृदन्तो करवा. प्रेरक रूपोनी समजति -वर्तमाना,ह्यस्तनी,विध्यर्थ,आज्ञार्थ रूपोमां दरेक धातुने अ(शव) विकरण प्रत्यय लगाववो अने इणिग)ना इ नो गुण करवो. -प्रेरक मां दरेक धातु उभयपदी छे. नमि+अ+ति नमे+अ+ति नमय्+अ+ति-नमयति. -वर्तमाना,ह्यस्तनी,विध्यर्थ,आज्ञार्थ,ना कर्मणिरूपो मां प्रेरक अंग ने याक्य) प्रत्यय लगावी इणिग)नो लोप करवाथी कर्मणि रूपो थाय छे. नमि+यस्ते-नम्यते. -श्वस्तनी,भविष्यन्ति,क्रियात्तिपत्ति,मां बधा धातु अनेक स्वरी होवाथी सेट् छे,तेथी सेट् नो इट् लगावी इणिग) नो गुण करवाी रूपो थाय छे. नमि+इ तास्मि नमयितास्मि - श्वस्तनी,भविष्यन्ति,क्रियातिपत्ति,ना कर्मणि मां दरेक धातु सेट् होवार्थी इाइट) लगावी आत्मनेपदी प्रत्ययो लगावी रूपो करवा. नमि+इ+ताहे-नमयिताहे. तथा -मध्यमा पाठ-19 नि-18 प्रमाणे इजिट) लगाववाथी पण रूपो थाय छे. नमि+इजिट) ताहेमध्यमा पाठ-36 नि-8 थी इणिग) नो लोप थावाथी -नमिताहे थाय छे. -परोक्ष कालमां प्रेरक ना तमाम धातुओ अनेक स्वरी होवाथी आम् विधान थाय छे अने इणिग) ना इ नो अय् थाय छे. कर्मणि लपोमा आत्मनेपदी प्रत्ययो लगाववाथी रूपो थाय छे. नमि+आम्+चकार-नमयाञ्चकार विगेरे नमि+आम्+चक्रे नमयाञ्चक्रे थाय छे. 234 Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - प्रेरक अद्यतनी ना कर्मणि रूपो दरेक धातु सेट् होवार्थी प्रथम प्रकारना ज थाय छे. आत्मनेपदना प्रत्ययो लगाववा. नर्मि+इषि इ नो गुण= अनमयिषि थाय छे. तथा मध्यमा पाठ 19.नि18थी प्रमाणे नमि+इ (णित् इषि. मध्यमा पाठ 36 नि.8 थी णिग् नो लोप करवाीं, अनमिषि विगेरे दरेक धातु थी त्री.पु.ऐ.व.मां इ (जिच्) लागे तेथी मध्यमा पाठ 36.नि.8 थी णिच लोप थाय छे. अनम् इ (जिच् = अनमि - आशीर्वाद कर्तरि रूपो परस्मैपद मां प्रत्ययो लगावी मध्यमा पाठ 36नि 8 थी जिंग नो लोप थवाथी रूपो थाय छे. नमिझ्यासम्= नम्यासम् आत्मनेपदी रूपो सेट् इ (इट) लगाववाथी रूपो थाय छे. इणिग)नो गुण थाय छे. नमि+इ+सीय= नमयिसीय - आशीर्वाद कर्मणी मां सेट् इ (इट) लगावी रूपो करवा तेमज मध्यमा पाठ 19 नि 19 थी इ (णिच्) लगावी पण रूपो थाय छे. णिच् लागे त्यारे णिग् नो लोप थाय छे. नमि इ+सीय नमयिषीय नमि इणिच)+सीय नमिषीय उपरोक्त प्रमाणे सर्व धातुना प्रेरक रूपो करवा. प्रेरक कृदन्त समजुति -हेत्वर्थ - नमि+इ+तुम् = नमयितुम् -संबंधक भूत- नमि+इस्त्वा = नमयित्वा. प्र+नमि+य = प्रणमव्य लघुस्वर पछी इ (णिग्) नो अय् थाय परंतु प्र+पाति य = णिग् नो लोप थाय छे.- प्रपात्य. -कर्मणि भूतकृदन्त नमि इाइट्)त मध्यमा पाठ - 36 नि-9 थी इ (णिग) नो लोप= नर्मित - कर्तरि भूतकृदन्त नमि+इ (इट्) तवत् नमितवत् - विध्यर्थ कृदन्त नमि+इ+तव्य= नमयितव्य नमिझ्य= नम्य, नमि+अनीय= नमनीय. - वर्तमान कर्तरि कृदन्त- नमि+अ+अत्= नमयत् - वर्तमान कर्मणि कृदन्त - नमि य+म+आन= नम्यमान -भविष्यत् कर्तरि कृदन्त - नमि+इस्यत्- नमयिष्यत् 235 Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - भविष्यत् कर्मणि - नमि इ+स्यमान नमयिष्यमाण - परोक्षा कर्तरि - नमि+आम्+चकृवस्- नमयाञ्चकृवस् नमि+आम्+बभूवस्- नमयाम्बभूवस्, नमि+आम्+आसिवस्= नमयामासिवस् - परोक्षा कर्मणि - नमि + आम्+चक्राण= नमयाञ्चक्राण नमि+आम्+बभूवान् नमयाम्बभूवान, नमि+आम्+आसान- नमयामासान यडन्त रूपोनी समजुरि - यडन्तमा दरेक धातु आत्मनेपदी छे. तेथी आत्मनेपदी प्रत्ययो लगावी रूपो करवा. - वर्तमाना,ह्यस्तनी,विध्यर्थ,आज्ञार्थ ना कर्तरि रूपो यडन्त अंग ने (श)प्रत्यय लगावी ते ते कालना प्रत्ययो लगाडवी थाय छे. ननम्य+अ+ते - कर्मणि रूपोमा यडन्त अंग ने कर्मणि नो याक्य) प्रत्यय लगाडवार्थी थाय छे. ननम्य+य ते - व्यंजनान्त घातुर्थी पर रहेला यडन्त ना य नो अशित् प्रत्ययो पर छता लोप थाय छे,तेथी ननम् य+ते-ननम्यते ज्यारे स्वरान्त धातुथीं य नो लोप ना थाय त्यारे जि धातुनुं जेजीय+य+ते अशित् प्रत्यय पर छता य ना अ नो लोप थाय छे. जेजीय्यते रूप थाय छे. -श्वस्तनी, भविष्यन्ति, क्रियात्तिपत्ति मां यडन्त धातुने इाइट) लगाडी आत्मनेपदना प्रत्ययो लगाडवाथी थाय छे. व्यंजनान्त धातुर्थी पर रहेला यडन्त ना य नो लोप थाय छे. ननम् इ+ताहे-ननमिताहे जयारे स्वरान्त धातुथी य ना अ नो लोप थाय जेजीयिताहे -श्वस्तनी,भविष्यन्ति क्रियात्तिपत्ति,परोक्षा,अद्यतनी,आशींना कर्मणि रूपो कर्तरि जेमज करवा. -परोक्षा मां आम् विधान करवु, व्यंजनान्त धातुथी पर रहेला य नो लोप करवो ननम्य आम्+चक्रे नंनमाञ्चक्रे, जेजीयाञ्चक्रे अद्यतनीमा प्रथम प्रकार प्रमाणे रूपो करवा नंनम्य+इ+इष्ट- ननमिष्ट, जेजीय+इष्ट- जेजीयिष्ट 236 Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - आशीर्वाद - ननम्य+सीष्ट- ननमिषीष्ट, जेजीय+ई+सीष्ट= जेजीयिषीष्ट कृदन्त समजुति - व्यंजनांत धातुथी पर रहेला यडन्त ना य नो लोप करवो - हेत्वर्थ - ननम्य+इन्तुम् ननर्मितुम्, जेजीय+इस्तुम् जेजीयितुम् - संबंधक भू - ननम्य+इ+त्वा= ननमित्वा, जेजीय+इ+त्वा= जेजीयित्वा प्रननम्य+य= प्रननम्य, विजेजीय+य= विजेजीच्य - कर्तरि भूत - ननम्य+इ+तवत्= ननमितवत्, जेजीय+इ+तवत्= जेजीयितवत् - कर्मणि भूत - ननम्य+इ+त= ननमित, जेजीय+इ+त= जेजीयित - विध्यर्थ - ननम्य + य= ननम्य, जेजीय+य= जेजीय्य, नंनम्य+अनीय ननमनीय, जेजीय+अनीय= जेजीयनीय, ननम्य+इ+तप्य= ननमितव्य, जेजीय+इस्तप्य= जेजीयितप्य - भविष्यत् कर्तरि/कर्मणि - ननम्य+इ+स्यमान- ननमिष्यमाण जेजीय+इ+स्यमान जेजीयिष्यमाण। परोक्ष कर्तरि/कर्मणि नंनम्य+आन नंनमान, जेजीय+आन= जेजीयान यडन्त प्रक्रिया - यड् नो बहुलता ए लोप थाय, - यड् लुबन्त धातुओ परस्मैपदी मां वपराय छे. अने बीजा गण जेवारूपोथय छे. ते थी (शव) विकरण प्रत्यय लागे नहि. - व्यंजन शइथता वित् प्रत्यय पर छता यड्, लूपू धातु थी बहुलता ई थाय छे. - यड्लुबन्त ना कर्मणि रूपो यडन्त ना कर्तरि रूपो जेवा ज थाय छे. - श्वस्तनी, भविष्यन्ति, क्रियातिपत्तिमां सेट् नो इट् लगाडी रूपो करवा। उपान्त्यमा हुस्वनामी अने अन्त्य हुस्व के दीर्घनामी स्वर नो गुण करवो। - परोक्षमा आम् करी कृ, भू अस् ना रूपो जोडवा। - अद्यतनी मां पूर्व लखेल रूपो मा जे प्रमाणे करेल छ। ते प्रमाणे करवा (कर्मणि रूपो पण पूर्व जेवा थाय छे) - आशीर्वाद - आशीना प्रत्ययो लगावी करवा. कर्मणि रूपो सेट् नो इट् लगावी करवा। Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - हेत्वर्थ - नन्नम् इ+तुम् नन्नमितुम्, बोभू+इ+तुम् बोभवितुम् - संबंधक भू - नन्नम् इ+त्वा= नन्नमित्वा, बोमू+इत्वा= बोमवित्वा - कर्तरि भूत- नन्म+इस्तवत्- नन्नमितवत्, बोभू+इ+तवत्= बोभवितवत् - कर्मणि भूत - नन्नम् इत= नन्नर्मित, बोभू+इ+त= बोभक्ति - वर्तमान कर्तरि - नन्नम् अत्= नन्नमत्, बोभू+अत्= बोभवत् - कर्मणि- नन्नम+य+मान नन्नम्यमान, बोभू+य+मान बोभूयमान - विध्यर्थ- नन्नम् इस्तव्य= नन्नमितव्य, बोभू+इ+तव्य= बामवितव्य, नन्नम् य= नन्नम्य, बोभू-य= बोभव्य, नन्नम् अनीय नन्नमनीय, बोभू+अनीय बोभवनीय। बोभूइ स्यत्= बोभविस्यत् - भविष्यन्ति कर्मणि - नन्नम् इन्स्यमान नन्नमिष्यमाण, बोभू+इ+स्यमान बोभविष्यमाण - परोक्ष कर्तरि - नन्नम् आम्+चकृवस्- नन्नमाञ्चकृवस्, बोभू+आम्+चकृवस बोभवाञ्चकृवस् - परोक्ष कर्मणि - नन्नम् आम् चक्राण= नन्नमाञ्चक्राण, बोभू+आम्+चक्राण= बोभवाञ्चक्राण 238 Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ L आचार्य पद्मसागरसूरि चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित पुस्तकें मुक्ति ना मंगल प्रभाते का महल 5. गुरू कैलास ना चरणे / श्रीमाली वंशनो इतिहास जिन गुण सरिता बढ़िया का पिटारा आओ, सुक्तियों की बगीया में चलें श्री पद्म वर्धमान संस्कृत धातु-शब्द रूपावली प्रिय शिक्षाएँ बुद्धि योग स्वाध्याय सागर