________________ -: कृदन्तावली : हेत्वर्थ कृदन्त संबंधक भूत कृदन्त वर्तमान कर्तरि कृदन्त वर्तमान कर्मणि कृदन्त विध्यर्थ कमणि परोक्षा कर्त भविष्यत् कर्म परोक्षा कर्म | पर | त्यक्तुम् छोड | जशे 186 त्यक्त्वा त्यजत त्यज्यमान | त्यक्तवत् | त्यक्तव्य,त्यजनीय,त्याज्य | तत्यज्वस् तत्यजान त्यक्ष्यमाण छोडवा माटे | छोडीने छोडतो,त्यजतो त्यजातो त्यजेलो | त्यजायेलो त्यजवा योग्य त्यजेलो त्यजायेलो त्यजाशे क्षर् | पर | क्षरितुम् क्षरित्वा क्षरत् क्षर्यमाण क्षरितवत् |क्षरित क्षरितव्य |चक्षर्वस् |चक्षराण |क्षरिष्यत् क्षरिष्यमाण खरवा माटे | खरीने | खरतो खरातो | खरेलो |खरायेलो | पडवा योग्य | खरेलो खरायेलो पडशे पडाशे पडवा माटे | पडीने | पडतो |पडातो क्रीड् | पर क्रीडितुम् क्रीडित्वा क्रीडत् क्रीड्यमान | क्रीडितवत् | क्रीडित | क्रीडितव्य, क्रीडनीय |चिक्रीड्वस्| चिक्रीडान | क्रीडिष्यत् क्रीडिष्यमाण | रमवा माटे | रमीने रमतो क्रीडा करातो क्रीडा करेलो| क्रीडा रमवा योग्य क्रीडा क्रीडा क्रीडा क्रीडा क्रीडा करतो करायेलो करेलो करायेलो करशे कराशे पर जपितुम् . | जपित्वा | जपत् जप्यमान |जपितवत् | जपित | जपितव्य, जपनीय जेपिवस् | जे.न जपिष्यत् जपिष्यमाण जपq | |जपवा माटे | जपीने | जपतो, जाप करातो जाप करेलो| जाप जपवा योग्य जाप जाप करतो जपातो करायेलो करेलो करायेलो कराशे | पर जेमितुम जेमित्वा | जेमत् जिम्यमान जिमितवत् | जिमित | जेमितव्य,जेमनीय,जिम्य | जिजिम्वस् जिजिमान | जेमिष्यत् जेमिष्यमाण | | जमवा माटे | जमीने | जमतो जमातो जमेलो | खवायेलो | जमवा योग्य जमेलो खवायेलो |खाशे खवाशे निन्द् पर निन्दितुम् निन्दित्वा निन्दत् निन्द्यमान निन्दितवत् | निन्दित | निन्दितव्य, निन्दनीय,निन्द्य निनिन्दवस् निनिन्दान निन्दिष्यत् निन्दिष्यमाण जाप जाप जाप