________________
बालू के ढेर की तुलना सोने के कण से करना सम्भव नहीं है । गुण के साथ ही परिमाण या राशि को महत्त्व देना अव्यावहारिक और अवास्तविक है । सर्वोत्तम गुण की इच्छा सुख की इच्छा नहीं है । यह अप्रत्यक्ष रूप से नये मापदण्ड को मानना है ।
१६४ / नीतिशास्त्र
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org