________________ नोतिशास्त्र नीतिशास्त्र का विषय अत्यन्त जटिल तथा गम्भीर है और इसका। सम्बन्ध मनुष्य के दैनिक आचरण के अलावा, उसके जीवन की उन सूक्ष्म मान्यताओं से भी है जो निरन्तर विकसित होती रहती हैं / विदुषी लेखिका ने इस पुस्तक में प्राचीन काल से लेकर अर्वाचीन काल तक के नीतिज्ञों के विचारों का ऐतिहासिक, विकासात्मक आलोचनात्मक अध्ययन सुबोध शैली में प्रस्तुत किया है। मानव-प्रात्मा के नैतिक विकास में नीतिशास्त्र संबंधी सभी विषयों के महत्व पर उन्होंने विचार किया है। लेखिका का विश्वास है कि इस पुस्तक के अध्ययन से छात्रों एवं सामान्य पाठकों के मन में नैतिक जिज्ञासा ही उदित नहीं होगी, प्रत्युत् नीतिशास्त्र के ज्ञान से प्रेरणा ग्रहण कर एवं अपने व्यक्तित्व का संस्कार तथा विकास कर वे जीवन की सार्थकता का अर्थ भी समझ सकेंगे। राजकमल प्रकाशन नयी दिल्ली पटना Jain Education International For Personal & Private Use Only www.atelibrary.org