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व्यवहार सूत्र - प्रथम उद्देशक rakatarikaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaakti दी है, यह स्मरण रखे। तदनुसार उसे मार्ग में एक-एक रात रुकना कल्पता है। आगे जिसजिस दिशा में रुग्ण साधु हो, उस-उस दिशा में वह आगे बढता जाए।
उसे विहरण - विचरण हेतु ठहरना नहीं कल्पता किन्तु रुग्णता आदि के कारण उसे वहाँ - मार्ग में, ग्रामादि में रहना कल्पता है। उस कारण के समाप्त हो जाने पर, वैद्य आदि कोई अन्य व्यक्ति कहे कि हे आर्य! एक रात या दो रात यहाँ और ठहरो, ऐसा होने पर उसे एक रात या दो रात ठहरना कल्पता है। एक रात से या दो रात से अधिक ठहरना नहीं कल्पता। यदि वह वहाँ एक या दो रात से अधिक ठहरता है तो उसे मर्यादोल्लंघन के कारण दीक्षा-छेद या परिहार-तप रूप प्रायश्चित्त आता है।
२३. परिहार-तप में निरत भिक्षु (स्थविर की आज्ञा से) अन्य रुग्ण स्थविरों - साधुओं की सेवा के लिए अन्यत्र जाए तो स्थविरों ने उसे परिहार-तप छोड़ने की अनुमति नहीं दी है, यह स्मरण रखे। तदनुसार उसे परिहार-तप में संप्रविष्ट - संलग्न रहते हुए मार्ग में एक-एक रात रुकना कल्पता है। जिस-जिस दिशा में रुग्ण साधु हों, उस-उस दिशा में वह आगे बढता जाए।
. उसे विहरण - विचरण हेतु ठहरना नहीं कल्पता किन्तु रुग्णता आदि के कारण उसे वहाँ - मार्ग में, ग्रामादि में रहना कल्पता है। उस कारण के समाप्त हो जाने पर, वैद्य आदि कोई अन्य व्यक्ति कहे कि हे आर्य! एक रात या दो रात यहाँ और ठहरो, ऐसा होने पर उसे एक रात या दो रात ठहरना कल्पता है। एक रात से या दो रात से अधिक ठहरना नहीं कल्पता। यदि वह वहाँ एक या दो रात से अधिक ठहरता है तो उसे मर्यादोल्लंघन के कारण दीक्षा-छेद या परिहार तप रूप प्रायश्चित्त आता है। .
२४. परिहार-तप में निरत भिक्षु (स्थविर की आज्ञा से) अन्य रुग्ण स्थविरों - साधुओं की सेवा हेतु अन्यत्र जाए, स्थविरों ने उसे परिहार-तप छोड़ने की अनुमति दी हो या नहीं दी हो, अर्थात् हाँ या ना कुछ भी नहीं बोले हों, उसे (यदि शक्ति हो तो) परिहार-तप में संप्रविष्ट - संलग्न रहते हुए मार्ग में एक-एक रात रूकना कल्पता है। जिस-जिस दिशा में . रुग्ण साधु हो, उस-उस दिशा में वह आगे बढता जाए।
उसे विहरण - विचरण हेतु ठहरना नहीं कल्पता किन्तु रुग्णता आदि के कारण से उसे वहाँ - मार्ग में, ग्रामादि में रहना कल्पता है। उस कारण के समाप्त हो जाने पर, वैद्य आदि कोई अन्य व्यक्ति कहे कि हे आर्य! एक रात या दो रात यहाँ और ठहरो, ऐसा होने पर उसे एक रात या दो रात ठहरना कल्पता है। एक रात से या दो रात से अधिक ठहरना नहीं
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