________________
१६१ सागारिक की साझेदारी युक्त दुकान से वस्तु लेने के संबंध में विधि-निषेध
२३६. सागारिक की तेल की दुकान से, जो दूसरे की हिस्सेदारी में न हो, स्वयं अपने. अकेले की हो, उससे साधु को तेल लेना कल्पता है।
२३७. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त गुड़ की दुकान से गुड़ लेना साधु को नहीं कल्पता।
२३८. सागारिक की अन्य की भागीदारी से रहित गुड़ की दुकान से गुड़ लेना साधु को कल्पता है।
२३९. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त किराणे की दुकान से किराणे की कोई वस्तु लेना साधु को नहीं कल्पता। ____२४०. सागारिक की अन्य की भागीदारी से रहित किराणे की दुकान से किराणे की कोई वस्तु लेना साधु को कल्पता है।
२४१. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त वस्त्र की दुकान से साधु को वस्त्र लेना नहीं कल्पता।
२४२. सांगारिक की अन्य की भागीदारी से रहित वस्त्र की दुकान से साधु को वस्त्र लेना कल्पता है।
२४३. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त सूत्र (सूत) की दुकान से साधु को सूत लेना नहीं कल्पता। . २४४. सागारिक की अन्य की भागीदारी से रहित सूत्र (सूत) की दुकान से साधु को सूत लेना कल्पता है।
२४५. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त कपास या रूई की दुकान से साधु को रूई लेना नहीं कल्पता। - २४६. सागारिक की अन्य की भागीदारी से रहित कपास या रूई की दुकान से साधु को रूई लेना कल्पता है।
२४७. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त सुगंधित पदार्थों की दुकान से साधु को किसी सुगंधित पदार्थ का लेना नहीं कल्पता।
__ २४८. सागारिक की अन्य की भागीदारी से रहित सुगंधित पदार्थों की दुकान से साधु को किसी सुगंधित पदार्थ का लेना कल्पता है।
२४९. सागारिक की अन्य की भागीदारी से युक्त मिठाई की दुकान से साधु को मिठाई लेना नहीं कल्पता।
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org