Book Title: Trini Ched Sutrani
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 527
________________ दीक्षा-पर्याय के आधार पर आगमाध्ययनक्रम Xxxxaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaarak अद्वारसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पड़ दिट्टीविसभावणा णाम अज्झयणे उद्दिसित्तए॥३०१॥ एगूणवीसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ दिद्विवाए णामं अंगे उहिसित्तए॥३०२॥ वीसवासपरियाए समणे णिग्गंथे सव्वसुयाणुवाई भवइ॥३०३॥ कठिन शब्दार्थ - तिवासपरियायस्स - तीन वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, आयारपकप्पे - आचार प्रकल्प - आचारांग सूत्र एवं निशीथ सूत्र, चउवासपरियायस्स - चार वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, सूयगडे णाम अंगे - सूत्रकृतांग नामक. अंग, पंचवासपरियायस्स - पाँच वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, दसाकप्पववहारे - दशाश्रुतस्कन्ध, बृहत्कल्प एवं व्यवहार सूत्र, अट्ठवासपरियायस्स - आठ वर्ष तक के दीक्षापर्याय से युक्त, ठाणसमवाए - स्थानांगसूत्र एवं समवायांग सूत्र, दसवासपरियायस्स- दस वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, विवाहे याहे णामं अंगे - व्याख्याप्रज्ञप्ति(भगवती) नामक अंग सूत्र, एक्कारसवासपरियायस्स - ग्यारह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, खुड्डिया विमाणपविभत्ती - क्षुल्लिका-विमान-प्रविभक्ति, महल्लिया विमाणपविभत्ती - महती-विमान-प्रविभक्ति, अंगचूलिया - अंगचूलिका, वरवं गलिया - वर्गचूलिका, वियाहचूलिया - व्याख्या-प्रज्ञप्ति चूलिका, बारसवासपरियायस्स - बारह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, गरुलोववाए - गरुडोपपात, धरणोववाए - धरणोपपात, वेसमणोववाएवैश्रमणोपपात, वेलंधरोववाए - वेलन्धरोपपात, तेरसवासपरियायस्स - तेरह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, उट्ठाण(सु)परियावणिए - उत्थान परियापनिका, समुदाणसुए - समुत्थानश्रुत, देविंदोववाए - देवेन्द्रोपपात, णागपरियावणिए - नागपरियापनिका, चोह(चउद)सवासपरियायस्स - चवदह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, सि(सु)मिणभावणा - स्वप्नभावना, पण्णरसवासपरियायस्स - पन्द्रह वर्ष तक के दीक्षापर्याय से युक्त, चारणभावणा - चारणभावना, सोलसवासपरियायस्स - सोलह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, तेयणीसंगे - तेजोनिसर्ग, सत्तरसवासपरियायस्स - सतरह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, आसीविसभावणा - आशीविषभावना, अट्ठारसवासपरियायस्सअठारह वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, दिट्ठीविसभावणा - दृष्टिविषभावना, एगणवीसवासपरियायस्स - उन्नीस वर्ष तक के दीक्षा-पर्याय से युक्त, दिडिवाए - दृष्टिवाद, Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538