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[ पट्टावली -पराग
विजयक्षमासूरि के पट्ट पर ६५ वें विजयदयासूरि का दीवनगर में प्राचार्य पद, सं० १७८२ में पौ०, और विजयदयासूरि के पट्ट पर ६६ वें विजयधर्मसूरि, विजयधर्मसूरि के पट्ट पर श्री ६७ जिनेन्द्रसूरि प्रोर जिनेन्द्रसूरि के पट्ट पर श्री ६८ वें देवेन्द्रसूरि देवेन्द्रसूरि के पट्ट पर ६६ श्री धरणेन्द्रसूरि धरणेन्द्रसूरि के पट्ट पर ७० विजयराजसूरि, विजयराजसूरि के पट्ट पर ७१वें विजयमुनिचन्द्रसूरि और मुनिचन्द्र के पट्टधर ७२ वें श्री विजय कल्याणसूरि ।
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