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अशुद्ध स्कन्दि सघ स्थविर श्रमणसघ सघ सगोत्त वि० स० दा हजार शिलाण्ट निर्वाण स० बाता प्राश्चय परम्पस "जमालि खडे बचा प्रयोग बनहा शयाक्रियोपयुक्त श्रमणो संध जाव करते हैं पकवान सिद्धान्त लक्ष्मोधर रामयादि तट पर ये स्थित गोष्ठामाल सम्यववादो
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६८
२४
स्कंदिल संघस्थविर श्रमण संघ
संघ सगोतं वि० सं० दो हजार
शिलापट्ट निवारण सं०
बातों आश्चर्य परम्परा “जमालि"
खडा वचन प्रयोग
बनता शयन क्रियोपयुक्त श्रमणीसंघ
जीव करता है
पवान्न सिद्धान्त लक्ष्मोघर समयादि तट पर थे
स्थित गोष्ठामाहिल सम्यग् वादी
६६६ ६६ २७ ७० १६ ७० २२ ७१ ११ ७१ १६ ७४६
७५ ७५
७६ __८१
२१ २२ २१ १६
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