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[ पट्टावलो-पराग
७६ कक्कसरि - सं० १७८३ में प्राषाढ़ वदि १३ को मन्त्री दौलतराम
ने पदमहोत्सव किया। ८० देवगुप्तसरि - सं० १८०७ में मुहता दौलतरामजी ने पदमहोत्सव
किया। ८१ सिद्धसरि - सं० १८४७ में माह सुदि १० के दिन मुहता श्री खुशाल
चन्द्र ने पदमहोत्सव किया। ५२ श्री ककसरि-सं० १८६१ वर्षे चैत्र सुदि ८ को पद हुआ, बीकानेर में। ८३ श्री देवगुप्तसरि-सं० १६०५ में भाद्रवा सुदि १३ को पद हुआ, फलोदी
में समस्त मुहतों ने पदोत्सव करवाया। ८४ श्री सिद्धसरि-सं० १९३५ के माघ कृष्ण ११ को पट्टाभिषेक हुआ,
विक्रमपुर में।
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