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श्री अकेश गछीया पहावली
पार्श्वनाथ शिष्य - १ गणधर श्री शुभदत्त २ त० हरिदत्त ३ भायं समुद्र ४ श्री केशी गणधर ५ स्वयम्प्रभसूरि ६ रत्नप्रभसूरि - वी. नि० ५२ में प्राचार्य-पद, पार्श्वनाथ
की प्रतिमा साथ में लेकर दीक्षित हुए, वी० नि० ८४ में स्वर्गवास ।
८ यक्षदेवाचार्य - मणिभद्र-यक्षप्रतिबोधकर्ता & ककसरि १० देवगुप्तसूरि ११ सिद्धसूरि १२ रत्नप्रभसूरि १३ यक्षदेव १४ कक्कसरि १५ देवगुप्तसूरि १६ सिद्धसूरि १७ रत्नप्रभसूरि १८ यक्षदेव वी. नि० से ५८५ में ।
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