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[ पट्टावली-पराग
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६१ वृद्धिसागरसूरि६२ लक्ष्मीसागरसूरि - ६३ कल्याणसागरसूरि - ६४ पुण्यसागरसूरि - ६५ उदयसागरसूरि - ६६ प्रानन्दसागरसूरि - ६७ शान्तिसागरसूरि -
सं० १७२१ में अहमदाबाद में स्वर्गवास, प्राचार्य राजसागरसूरि से " सागर" शाखा की पट्टावली चली है । स्वर्गवास सं० १७४७ में अहमदासद में । स्वर्ग० सं० १७८८ में सूरत में। स्वर्ग० सं० १८११ में । सं० १९०८ में प्राचार्य-पद ।
इन्होंने सं० १९२६ में "तिथिक्षय वृद्धि'' के सम्बन्ध में हेण्डबिल प्रकाशित करवाये
ALI
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