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तीर्थर नेमिनाथ विषयक साहित्य ६६. नेमिनाब रास (मुनि पुण्यरतन)
राजस्थानी मिश्रित हिन्दी भाषा में प्रस्तुत नेमिनाथ रास की रचना हुई है । इस कृति की एक पूर्ण प्रति भट्टारकीय दिगम्बर जैन मन्दिर अजमेर के शास्त्र भण्डार वेष्टन ७३९ में बद्ध है । कुल पद्य संख्या ६९ है। रचयिता : रचनाकाल
प्रस्तुत रास के रचयिता मुनि पुण्यरतन है । इस कृति की रचना सं० १५८६ (सन् १५२९ ई०) में की थी । कवि के नाम से "नेमिनाथ फागु' का भी उल्लेख मिलता है जिसकी प्रति दिगम्बर जैन मन्दिर के विजयराम पांडया, जयपुर के शास्त्र भण्डार में गुटका नं० १४ वेष्टन १०२ में संकलित है। ६७. नेमिनाथ गीत (बह्म० यशोधर)
प्रस्तुत गीत रचना तीन रूपों में मिलती है । प्रथम नेमिनाथगीत १५८१ की है । इस गीत में१८ अन्तरे हैं पर इसकी कोई पूर्ण प्रति अभी उपलब्ध नहीं हो सकी है। दूसरा गीत राग-सोरठा में निबद्ध है तथा गीत में कुल पाँच छन्द हैं । तीसरा नेमिनाथ गीत अपेक्षाकृत बड़ी रचना है जिसमें कुल ७१ छन्द हैं जो राग गौड़ी में बद्ध हैं । गीत की भाषा राजस्थानी मिश्रित है तथा इसका मूल पाठ “आचार्य सोमकीर्ति एवं ब्रह्म यशोधर" (डा० कपूरचन्द कासलीवाल) में प्रकाशित हो गया है। रचयिता : रचनाकाल
इस गीत काव्य की रचना १६ वीं शताब्दी के प्रख्यात कवि ब्रह्म यशोधर ने की है। ६८. नेमिनाथ स्तवन (भद्वारक रामचन्द्र प्रथम)
इस स्तवन में कुल २५ छन्द हैं और इस कृति को नेमिनाथ छन्द भी कहते हैं । इस कृति का उल्लेख जिनरत्नकोश में हुआ है। रचयिता : रचनाकाल
प्रस्तुत स्तवन के रचयिता भट्टारक शुभचन्द्र जो १६ वीं शताब्दी के मूर्धन्य भट्टारक रहे तथा जिन्होंने पाण्डव पुराण जैसा महत्वपूर्ण ग्रन्थ लिखा, इन्होंने ही हिन्दी भाषा में यह स्तवन लिखा
६९. नेमीश्वर गीत (जयसागर भट्टारक)
"नेमीश्वर गीत" की कोई प्रति उपलब्ध नहीं तदपि इनके द्वारा रचित "चुनड़ी गीत" १. द्रष्टव्य - डा० इन्दुराव जैन द्वारा लिखित नेमिशीर्षक हिन्दी साहित्य, लेख अनेकान्त, अक्तूबर-दिसम्बर १९८६,
२. महाकवि ब्रह्मजिनदास - व्यक्तित्व एवं कृतित्व, पृ० - ४२ ३. द्र०- डा० इन्दुराव जैन द्वारा लिखित 'नेमिशीर्षक हिन्दी साहित्यः, ले०, अक्तू० दिस०, पृ०९ ४.वही, पृ० ९