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नेमिनिर्वाण : दर्शन एवं संस्कृति - संस्कृति
१९७ हरिणी', गजेन्द्र (गजराज) नन्दिनी (कामधेनु), शार्दूल', श्वापद', शश(खरगोश), सारंग (हरिण)", शूकर हैं । जलचरों में मीन', मकर", आदि हैं। पक्षी :
नेमिनिर्वाण में पक्षियों का उल्लेख निम्न प्रकार है - बलाकार, राजहंस'२, भ्रमर (मधुकर) ,ग, अलि, मधुप, षटपद३, चकोर १४, कोकाप, उल्लूकर, शिखि", मराल (हंस)८, कोकिल (पिक), मयूर,
सुरचक्र" (चक्रवाक), मधुकरी२२ (भौंरी), शुक (तोता)२२, कीर"।
देश:
नेमि निर्वाण में देश का वर्णन निम्न प्रकार है -
भारत२५, जनपद, नगर, ग्राम सुराष्ट्र :
भारत देश में सौराष्ट्र या सुराष्ट्र जनपद में काठिवाड़ तथा उसका निकटवर्ती प्रदेश सम्मिलित था । इसकी राजधानी द्वारकार६ थी । महाभारत में सहदेव द्वारा सुराष्ट्र को जीते जाने का उल्लेख है । गिरनार पर्वत इसी देश में होने के कारण तथा सोमनाथ के मंदिर के कारण इसका बहुधा उल्लेख मिलता है।
नेमिनिर्वाण में सुराष्ट्र देश का वर्णन हुआ है। जिसमें द्वारावती (द्वारका) नगरी है। कुरुजांगल :
नेमिनिर्वाण के त्रयोदश सर्ग में कुरुजांगल देश का वर्णन आया है ।२८ अन्तिम कुलकर नाभिराय के प्रथम पुत्र तीर्थङ्कर ऋषभदेव ने भरत क्षेत्र को जनपदों एवं खण्डों में विभाजित किया था । इनमें एक कुरुजांगल नामक जनपद भी था । कुरुजांगल की राजधानी हस्तिनापुर या गजपुर १. नेमिनिर्वाण, ७/१५
२. वही, ७/३०, ३५ ३. वही, ७/३७ ४. वही,७/४५
५. वही, ७/४५
६. वही, ९/२१, ९/२५ ७. वही, १३/५५
८. वही,१३/१६
९. वही, ९/४ १०. वही, ९/४
११. वही, १/३२ १२. वही, १/३७, ४/४८, ५८ १३. वही, १/४५, ३/१४, ३/११, ९/१७,७/२०,७/३७ १४. वही, २/२३, ३/११,१५,१०/१२ १५. वहीं, ३/४
१६. वही, ३/२०, ९/१६ १७. वही, ४/५५, ६/८,७/२६ १८. वहीं, ५/४९
१९. वही, ६९१, २९, ३९, ४३, ४७, ७/३५ २०. वहीं, ७/३६
२१. वही, ८/१३
२२. वही.८४१ २३. वहीं, ९/३
२४. वही, ११/२०
२५. वहीं,१३/२६ २६. महाभारत सभापर्व २८.४०
२७. नेमिनिर्वाण,१/२८
२८. वी,१३/७५