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तीर्थङ्कर नेमिनाथ विषयक साहित्य रचयिता : रचनाकाल
प्रस्तुत नेमिचरित के रचयिता आणंद कवि हैं जिनका रचनाकाल संवत् १८०४ (सन् १७४७ ई०) है। १३०. नेमिजी राजुल व्याहलो (कवि गोपीकृष्ण)
इसकी अपूर्ण प्रति पाटोदी के मन्दिर जयपुर में है। रचयिता : रचनाकाल
यह कवि गोपीकृष्ण कृत रचना है, जो सं० १८६३ (सन् १८९६ ई०) की रचना है । १३१. नेमि व्याहलो (कवि हीरा)
काव्य की पूर्ण प्रति, जिसकी कुल पृष्ठ संख्या ११ है, वधीचन्द जी के मन्दिर, जयपुर के शास्त्र भण्डार वेष्ठन ११५० में है। रचयिता : रचनाकाल
इसको सं० १८४८ (सन् १७९१ ई०) में कवि हीरा ने लिखा था । १३२. नेमिनाथपुराण (भागचन्द) ___ इसकी पत्र संख्या १६६ है तथा गोधों के मन्दिर जयपुर के भण्डार में (वेष्ठन १५३) संग्रहीत है । खड़ी बोली हिन्दी की गद्य भाषा के विकास क्रम को जानने की दृष्टि से यह पुराण महत्त्वपूर्ण है। रचयिता : रचनाकाल __इस पुराण के रचयिता कवि भागचन्द हैं जिसका रचनाकाल संवत् १९०७ (१८५० ई०)
१३३. नेमिनाथ रास (कवि ऋषिरामचन्द) __इसकी कुल पत्र संख्या ३ है । पूर्ण प्रति पाटोदी का मन्दिर जयपुर (वेष्ठन २१४०) में
रचयिता : रचनाकाल
इस रास के रचयिता कवि ऋषिरामचन्द हैं । इसका रचनाकाल २०वीं शती है ।। १३४. नेमिस्तवन (ऋषि शिव)
इस स्तवन की कुल पत्र संख्या २ है । पूर्ण प्रति पटौदी का मन्दिर जयपुर (वेष्ठन १२०८) १. द्रष्टव्य - डा० इन्दुराय जैन द्वारा लिखित "नेमिशीर्षक हिन्दी साहित्य" लेख, अनेकान्त अक्तूबर-दिसम्बर १९८६,
पृ० -१४ २. वही, पृ०१४
३.वही, पृ०१४ ४. वही, पृ० -१४ ५. वही, पृ० -१५
६.वही, पृ० -१५