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श०६ उ०६ प्र० ११०
३०६
८५ कृष्णराजियों में गाज-बीज हैं
८६ कृष्णराजियों में स्थूल अप्काय आदि नहीं हैं
८७-८८ कृष्णराजियों में चन्द्र, सूर्य आदि व उनकी प्रभा नहीं हैं
८ कृष्णराजियों का वर्ण परम कृष्ण
६० कृष्णराजियों के आठ नाम
६१ कृष्णराजियों का परिणमन
९२ कृष्णराजियों में किन-किन जीवों की उत्पत्ति-अनुत्पत्ति
लोकान्तिक देव
६३ क - आठ कृष्णराजियों के आठ अवकाशान्तरों में आठ लोकान्तिक विमान
ख- अचि विमान का स्थान
६४
६५
६६
६७
६८
ε ε
१००
१०१
१०२
अचिमाली विमान का स्थान
रिष्ट विमान का स्थान सारस्वत देवों का विमान
आदित्य देवों का विमान यावत्रिष्ट देवों का विमान
सारस्वत आदित्य आदि देवों का परिवार लोकान्तिक विमानों का आधार
लोकान्तिक विमानों की स्थिति
लोकान्तिक विमानों से लोकान्त का अन्तर
भगवती-सूची
षष्ठ भव्य उद्देशक
१०३ - १०४ सात पृथ्वियाँ - यावत्
पांच अनुत्तर विमान
१०५-११० चौवीस दंडक में मारणान्तिक समुद्घात के पश्चात् अर्थात् उत्पन्न होने पर आहार, आहार परिणमन और शरीर रचना
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