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औपपातिक-सूची
सूत्र २८-३४ २८ क- प्रवृत्तिवादुक ने भगवान के पूर्णभद्र चैत्य में पधारने की सूचना ___कोणिक को दी ख- कोणिक ने साढे बारह लाख स्वर्ण मुद्रा का प्रीतिदान प्रवृत्ति
वादुक को दिया कोणिक का सेनापती को पट्टहस्ती लाने का, सेना सुसज्जित करने का, सुभद्रा देवी प्रमुख को तैयार होकर आने का और नगर को सजाने का आदेश देना
आदेशानुसार कार्य होने पर कोणिक को सेनापती का निवेदन ३१ क- कोणिक का सुसज्जित होना
व्यायाम, तेलमर्दन, स्नान, वस्त्र और आभूषणों का वर्णन ख- पट्टहस्ति पर बैठना ग- अष्ट मांगलिक के नाम घ- राज्य चिन्हों के नाम ङ.. सब के यथाक्रम से व्यवस्थित होकर चलने का वर्णन च- अश्व सेना, गज सेना, रथ सेना और पैदल सेना का वर्णन छ- विविध वाद्यों का वर्णन
ज- चम्पा नगरी के राजमार्ग से सपरिकर कोणिक का जाना ३२ क- स्तुतिपाठकों का वर्णन
ख- समवसरण के समीप आने पर पांच राज्य चिन्ह छोड़ना
ग- पांच अभिगम विधि के पश्चात् भगवान को वंदना करना ३३ क- सुभद्रा देवी आदि रानियों के सुसज्जित होने का वर्णन
ख- अनेक देशों की दासियों के साथ पूर्णभद्र चैत्य में पहुंचना
ग- पांच अभिगम विधि के पश्चात् भगवान को वन्दना करना ३४ क- भ० महावीर का धर्मपरिषद् में योजन पर्यन्त सुनाई देने
__ वाले स्वर से अर्धमागधी भाषा में धर्मोपदेश ख- धर्मपरिषद् में आर्यों और अनार्यों की उपस्थिति
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