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जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूची
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१० क- भरत क्षेत्र का स्थान, दिशा निर्णय वर्णन, विष्कम्भ
ख- भरत क्षेत्र का आयताकार और विस्तार
ग- भरत के उत्तर-दक्षिण का संस्थान
घ- भरत के ६ विभाग
ङ - भरत के प्रधान दो विभाग
११ क- दक्षिणार्ध भरत का स्थान, दिशा निर्णय, आयताकार और
विस्तार संस्थान
ख- दक्षिणार्ध भरत के तीन विभाग और विष्कम्भ
ग- दक्षिणार्ध भरत की जीवा का आयाम
के धनुष्पृष्ठ की परिधि
का स्वरूप
के मनुष्यों का संघयण- संस्थान. शरीर की आयु और गति
ऊँचाई.
१२ क- वैताढ्य पर्वत का स्थान दिशा निर्णय. आयत विस्तार.
ख- वैताढ्य पर्वत
की ऊँचाई, उद्वेध और विष्कम्भ
ग
की बाहा का आयाम
घ
की जीवा का आयाम
ङ
के
की परिधि
घ -
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छ
के वनखण्ड का विष्कम्भ
ज -
के पूर्व, पश्चिम में दो गुफा
- गुफाओं का आयत. विस्तार. आयाम - विष्कम्भ
ञ -
के कपाट की ऊँचाई
ट
के नाम, दो देव, देवों की स्थिति
ठ - वैताढ्य पर्वत के दोनों पार्श्व में दो विद्याधर श्रेणियां s - विद्याधर श्रेणियों का स्थान. आयत. विस्तार विष्कम्भ
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वक्ष० १ सूत्र १२
धनुपृष्ठ
की पद्मवर वेदिका का विष्कम्भ
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