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कल्पसूत्र-सूची
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सूत्र १८२
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ङ- भ० अरिष्टनेमि द्वारा वर्षीदान १७३ श्रावण शुक्ला षष्ठी के दिन भ० अरिष्ट नेमिनाथ की अनगार
प्रव्रज्या १७४ भ० अरिष्ट नेमिनाथ का चौपन दिन का कायोत्सर्ग
आश्विन कृष्णा अमावस्या के दिन उज्जयन्त शैल शिखर पर
भ० अरिष्ट नेमिनाथ को केवल ज्ञान १७५ भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अठारह गण और गणधर १७६ भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी श्रमण १७७ भ० अरिष्ट नेमिनाथ की अनुयायी श्रमणियां
भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी श्रमणोपासक
भ० अरिष्ट नेमिनाथ की अनुयायी श्रमणोपासिकाएँ १७६ भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी चौदह पूर्वी मुनि १८० क- भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी अवधि-ज्ञानि मुनि
, , केवल ज्ञानी मुनि ग-
वैक्रेय लब्धि सम्पन्न मुनि घ- , , विपुल मति मुनि ङ- भ० अरि नेमिनाथ के अनुयायी वादलब्धि सम्पन्न मुनि च- भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी अनुत्तर विमानो में उत्पन्न
होनेवाले मुनि छ- भ० अरिष्ट नेमिनाथ के अनुयायी सिद्ध होनेवाले मुनि ज- भ० अरिष्ट नेमिनाथ की अनुयायी सिद्ध होनेवाली आर्यिकाएँ ।
भ० अरिष्ट नेमिनाथ के पश्चात् मुक्त होनेवाले मुनि क- भ० अरिष्ट नेमिनाथ का कुमार जीवन
छद्मस्थ जीवन । ग- " "
केवलज्ञान युक्त जीवन घ- ,, ,
पूर्णायु आषाढ शुक्ला अष्टमी
ङ-
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