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सूत्र ४
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कल्पसूत्र-सूची भ० ऋषभदेव के अनुयायी अवधिज्ञानी मुनि
केवलज्ञानी मुनि २२१ ,, , , वक्रियलब्धि सम्पन्न मुनि
विपुलमति मनःपर्यव ज्ञानी मुनि
वादलब्धि सम्पन्न मुनि २२४ क- मुक्त होनेवाले शिष्य . ख- मुक्त होनेवाली आर्थिकाएँ २२५ अनुत्तर विमानों में उत्पन्न होनेवाले मुनि
भ० ऋषभदेव के पश्चात् मुक्त होने वाले शिष्यों की परम्परा २२१ क- भ० ऋषभदेव का कुमार जीवन
राज्य काल गृहवास काल छद्मस्थ जीवन केवलज्ञान युक्त जीवन श्रमण जीवन सर्वायू निर्वाण काल
माघ कृष्णा त्रयोदशी को निर्वाण २२८ भ० ऋषभदेव के पश्चात् कल्पसूत्र का वाचता काल
भ० महावीर १ भ० महावीर के नौ गण, इग्यारह गणधर २-३ क- नौ गण होने का कारण
ख- गणधरों के गोत्र
ग- गणधरों ने जिन मुनियों को वाचना दी उनकी संख्या ४ . क- इग्यारह गणधरों का आगम ज्ञान ख-
, निर्वाण-स्थल
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