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गाथा ६७
१८- २२
२३
२४-२६
३०-३२
३३-३४
३५
३६
३७
३८
३६-४०
४१-४२
४३-४४
४५-५०
५१-६४
६५
६६
६७
६८-७६
७७-७६
८०-८४
८५-८८
८६
६०.६२
६३-६४
६५
६६
६७
६२२
आलोचना, निन्दा, निश्शल्य की शुद्धि
सशल्य की शुद्धि नहीं आलोचना, निन्दा, प्रायश्चित्त
सर्व विरति
शुद्ध आराधना
शुद्ध प्रत्याख्यान
अतृप्ति
अनन्त रोदन
सर्वत्र जन्म मरण
पण्डित मरण की भावना
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ग
अशरण भावना
पण्डित मरण की भावना
काम भोगों से अतृप्ति
निन्दा गर्दा
मुक्ति
मृत्यु की प्रतीक्षा में
पंच महाव्रत रक्षा
सच्चा शरण
आत्म प्रयोजन की सिद्धि
निदान रहित होकर मरण की प्रतीक्षा करना
सम्यक् तप का सामर्थ्य
पण्डित मरण
आराधना की कठिनता
आराधना की श्रेष्ठता
वास्तविक संथारा
देह त्याग
प्रकीर्णक-सूची
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