Book Title: Jainagama Nirdeshika
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 970
________________ पिण्डनिर्युक्ति-सूची गाथा गाथा गाथा गाथा २८ गाथा २६-३० क ख ९४२ गाथा ४५ २५ ग- अन्य ऋतुओं में वस्त्र धोने से लगनेवाले दोष वर्षाकाल के प्रारम्भ में वस्त्र न धोने से लगनेवाले दोष धोने योग्य उपधि का परिमाण आचार्य और ग्लान साधु के वस्त्र सभी ऋतुओं में धोने का विधान सदैव समीप रखने योग्य उपधि की विधि गाथा २६ २७ गाथा गाथा गाथा गाथा गाथा गाथा गाथा ३५-३६ क- तेजस्काय के तीन भेद गाथा गाथा ३१ ३२ ३३ ३४ गाथा अचित्त तेजस्काय गाथा वायुकाय के तीन भेद गाथा ३६-४० क- सचित्त वायु के दो भेद ख- अचित्त वायुकाय ४१ क- अचित्त वायुकाय की क्षेत्र एवं काल मर्यादा ख- मिश्र वायुकाय ३७ ३८ अन्य वस्त्रों की परीक्षा परीक्षा के पश्चात् धोने का विधान वस्त्र परीक्षा के सम्बन्ध में विभिन्न मत नवोदक लेने की विधि ४४ ४५ ४२ ४३ क Jain Education International वस्त्र धोने का क्रम वस्त्र धोने की विधि ख- सचित्त तेजस्काय के दो भेद ग- मिश्र तेजस्काय अचित्त वायुकाय से प्रयोजन वनस्पतिकाय तीन भेद ख- सचित्त वनस्पतिकाय के दो भेद मिश्र वनस्पतिकाय अचित्त वनस्पतिकाय For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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