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जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूची ६६८ वक्ष० ४ सूत्र ८४
ट- हरिवर्ष देव और उसकी स्थिति क- निषध वर्षधर पर्वत का स्थान ख- निषध व० ५० के आयत और विस्तार की दिशा ग- निषध व०प० की ऊँचाई, उद्वेध और विष्कम्भ घ- निषध व० ५० की बाहा का आयाम
की जीवा का आयाम के धनुपृष्ठ की परिधि
का संस्थान ज- पद्मवर वेदिका और वनखण्ड का वर्णन झ- तिगिच्छ द्रह का स्थान अ- , के आयत और विस्तार की दिशा ट- तिगिच्छ द्रह का आयाम-विष्कम्भ ठ- धृति देवी और उसकी स्थिति क- हरि नदी का स्थान ख. हरि प्रपातकुण्ड वर्णन ग- हरि द्वीप भवन वर्णन घ- छप्पन हजार नदियों का हरि नदी में संगम
शेष वर्णन हरिकान्ता नदी के समान ङ- सीतोदा महानदी का स्थान
उद्गम स्थान से कुण्ड पर्यन्त प्रवाह का परिमाण च- सीतोदा प्रपात कुण्ड का प्रायास विष्कम्भ और परिधि छ- सीतोदा द्वीप का पायाम-विष्कम्भ परिधि और ऊंचाई ज- चित्र, विचित्र कूट पर्वत झ- निषध, देवकुरु, सूर, सुलस, विद्य प्रभद्रह अ- सितोदा में चौरासी हजार नदियों का संगम ट- विद्य त् प्रभ वक्षस्कारपर्वत
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