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गणितानुयोगमय चन्द्रप्रज्ञप्ति सूर्यप्रज्ञप्ति
प्रथम-प्राभृत
प्रथम प्राभूत-प्राभूत १ क- अरिहंत वंदना ख- मिथिला वर्णन, मणिभद्र चैत्य वर्णन, जितशत्रु, राजा वर्णन,
धारणी वर्णन ग- भ० महावीर का समवसरण, धर्मकथा २. इन्द्रभूति गौतम की जिज्ञासा
वीस प्राभूतों का विषय निर्देश ४. प्रथम प्राभूत के आठ प्राभूत-प्राभूतों का विषय निर्देश
प्रथम प्राभृत में अन्य प्रतिपत्तियाँ द्वितीय-तृतीय प्राभृत में अन्य प्रतिपत्तियाँ दसवें प्राभृत में अन्य प्रतिपत्तियाँ नक्षत्र मास सूर्यमास चन्द्रमास और ऋतुमास के मुहूर्तों की
वृद्धि. ६. प्रथम से अन्तिम और अन्तिम से प्रथम मण्डल पर्यन्त सूर्य की
गति का काल. प्रथम और अन्तिम मण्डल में सूर्य की एक बार और शेष मण्डलों सूर्य की दो वार गति. आदित्य संवत्सर में अहोरात्र के जघन्य उत्कृष्ट मुहूर्त. अहोरात्र के मुहूर्तों की हानि वृद्धि का हेतु
द्वितीय प्राभूत प्राभूत १२-१३ आदित्य संवत्सर के दक्षिणायन और उत्तरायण में अहोरात्र के
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