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उ० ४ सूत्र २३
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व्यवहारसूत्र-सूची ख- वर्षावास में
ग- प्रमुख निर्ग्रन्थ के बिना रहने पर प्रायश्चित्त १३ घ. रुग्ण प्रमुख के आदेशानुसार प्रमुख पद देना ङ- गण का विरोध होने पर प्रमुख पद का त्याग न करे तो
प्रायश्चित्त १४ च- अपध्यानी आचार्य-उपाध्याय के आदेशानुसार प्रमुख पद देना छ- गण का विरोध होने पर प्रमुख पद का त्याग न करे तो
प्रायश्चित्त १५-१७ यावज्जीवन का सामायिक चारित्र क-ख- उपस्थापना काल में उपस्थापना न करे तो आचार्य-उपाध्याय
को प्रायश्चित्त ग- कारणवश उपस्थापना न करे तो प्रायश्चित्त नहीं
अन्य गण का आराधन प्रमुख निर्ग्रन्थ की निश्रा में रहना बहुश्रुत की निश्रा में रहना स्वर्मियों का साथ रहना क- स्थविर को पूछ कर अनेक स्वधर्मी साथ रहें ख- बिना पूछे न रहे
ग- बिना पूछे रहे तो प्रायश्चित्त २०-२३ अकेले विचरने का प्रायश्चित्त
क- पाँच रात्रि पर्यन्त का प्रायश्चित्त ख- पाँच रात्रि से अधिक का प्रायश्चित्त ग- स्थविर के मिलने पर पाँच रात्रि पर्यन्त के प्रायश्चित्त की
आलोचना घ- स्थविर के मिलने पर पाँच रात्रि से अधिक के प्रायश्चित्त की
आलोचना
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