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जीवाभिगम-सूची
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सूत्र ४४-४६
द्वितीया त्रिविध जीव प्रतिपत्ति
४४ संसार स्थित जीव तीन प्रकार के हैं
स्त्रियां ४५ क- स्त्रियां तीन प्रकार की
ख- तिर्यंच स्त्रियां ग- जलचर स्त्रियां पांच प्रकार की घ- स्थलचर स्त्रियां दो प्रकार की ङ- चतुष्पद स्त्रियां चार प्रकार की च- परिसर्प स्त्रियां चार प्रकार की छ- उरग परिसर्प स्त्रियां तीन प्रकार की ज- भुज परिसर्प स्त्रियां अनेक प्रकार की झ- खेचर स्त्रियां चार प्रकार की अ- मानव स्त्रियां तीन प्रकार की ट- अन्त:पवासिनी स्त्रियां अट्ठावीस प्रकार की ठ- अकर्मभूमिवासिनी स्त्रियां तीस प्रकार की ङ- कर्मभूमिवासिनी स्त्रियां पन्द्रह प्रकार की ढ- देवियां चार प्रकार की ण- भवनवासिनी देवियां दस प्रकार की त- व्यन्तर देवियां आठ प्रकार की। थ- ज्योतिष्क देवियां पांच प्रकार की
द- विमानवासिनी देवियाँ दो प्रकार की ४६ क- तिर्यंच जाति स्त्री पर्याय की संस्थिति का जघन्य उत्कृष्ट काल
ख- मानव जाति स्त्री पर्याय की संस्थिति का " गदेव जाति स्त्री पर्याय की संस्थिति का
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