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जीवाभिगम-सूची
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सूत्र १६६-२०३
रत्नप्रभा के उपरिभाग से चन्द्र विमान अन्तर
सर्वोपरितारे का ,, ङ- अधोवर्ती तारे से सूर्य विमान का अन्तर
" चन्द्र विमान
, सर्वोपरि तारे च- सूर्य विमान से चन्द्रविमान का अन्तर
, सर्वोपरितारे का , छ- चन्द्र विमान से सर्वोपरि तारे का १६६ जम्बूद्वीप में सर्वाभ्यन्तर गति करने वाले नक्षत्र
, सर्व बाह्य , सर्वोपरि ,
, सर्वअधो , १६७ क- चन्द्रविमान-यावत्-ताराविमान का संस्थान ख. चन्द्रविमान-यावत्-ताराविमानों का आयाम-विष्कम्भ परिधि
और बाहल्य १६८ क- चन्द्रविमान का परिवहन करनेवाले देवों की संख्या तथा
उनका विस्तृत वर्णन ख- सूर्यविमान का परिवहन करनेवाले देवों की संख्या ग- ग्रहविमानों का परिवहन करनेवाले देवों की संख्या
घ- नक्षत्रविमानों का १६६ चन्द्रादि की एक-दूसरे से शीघ्रगति २०० ताराओं से चन्द्रपर्यन्त एक दूसरे से महधिक
एक तारा से दूसरे तारे का अन्तर २०२ क- चन्द्र की अग्र महीषियाँ
ख- अग्रमहीषियों की विकुर्वणा शक्ति २०३ सुधर्मा सभा के माणवक चैत्यस्तम्भ में स्थित जिन अस्थियों
का चन्द्र द्वारा सन्मान
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